01 अक्तूबर 2009

चुनाव से 48 घण्टे पूर्व सील हो जाएंगी सीमाएं

राजस्थान ने हरियाणा पुलिस से मांगी शूटरों की लिस्ट


डबवाली (लहू की लौ) 13 अक्तूबर को होने जा रहे हरियाणा विधानसभा चुनाव को निष्पक्ष और शान्तिपूर्ण तरीके से सम्पन्न करवाने के लिए चुनाव से 48 घण्टे पूर्व हरियाणा के साथ लगते पंजाब और राजस्थान की सीमाओं को सील कर दिया जाएगा और इस समय दौरान पंजाब और राजस्थान से किसी को भी प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। यह फैसला डबवाली के पीडब्ल्यूडी रैस्ट हाऊस में पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के आईजी स्तर के पुलिस अधिकारियों की इंटर स्टेट कोर्डिनेशन विंग की बैठक में लिया गया।
यह जानकारी देते हुए हिसार रेंज के आईजी अनन्त कुमार ढुल ने पत्रकारों को बताया कि इस बैठक में बीकानेर रेंज के हनुमानगढ़, चुरू, झुंझनू जिलों के एसपी, पंजाब के पटियाला रेंज के आईजी और मानसा, बठिण्डा, मुक्तसर और संगरूर जिलों के एसपी, हरियाणा के हिसार, भिवानी, जींद, सिरसा, फत्तेहाबाद जिलों के एसपी ने भाग लिया। जिला सिरसा के उपायुक्त युद्धवीर सिंह ख्यालिया भी बैठक में शामिल हुए। उन्होंने पत्रकारों से सवालों का जवाब देते हुए बताया कि पिछले वर्ष जनवरी 2008 में इसी प्रकार की इंटरस्टेट कोर्डिनेशन विंग की बैठक हुई थी। उस समय आपसी सहयोग के लिए, लिए गये फैसलों का अच्छा असर सामने आया है। जिससे पंजाब, हरियाणा और राजस्थान की सीमाओं से लगते क्राईम में कमी आई है और आपसी सहयोग से कई बड़े अपराधियों को पकडऩे में सफलता हासिल हुई है और साथ में अपराधों पर शिकंजा कसने में भी कामयाबी मिली है। उन्होंने बुधवार की बैठक के संदर्भ में बताया कि यह बैठक हरियाणा में हो रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आयोजित की गई है। लेकिन इसमें क्राईम पर भी विचार किया गया है। उनके अनुसार इस बैठक में चुनाव को निष्पक्ष और साफ-सुथरा करवाये जाने और लॉ एण्ड ऑर्डर की स्थिति बनाये रखने के लिए चुनाव शुरू होने से 48 घण्टे पूर्व उक्त राज्यों के सभी बॉर्डर सील करने का फैसला लिया गया है। कहां-कहां नाके लगाये जाने है, इनकी पहचान तीनों ही राज्यों के अधिकारियों ने अपने-अपने राज्यों में चिन्हित कर ली है और नाकों पर पुलिस का प्रबन्ध करने का भी निर्णय ले लिया गया है। इसके अतिरिक्त कच्चे रास्तों पर पेट्रोलिंग करने के लिए पार्टियों का भी गठन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस बैठक में तीनों ही राज्यों के आईजी ने चुनाव से 48 घण्टे पूर्व सीमाएं सील करने पर सहमति व्यक्त करते हुए यह निर्णय लिया कि इस समय में पंजाब और राजस्थान से किसी को भी बिना किसी कारण के हरियाणा की सीमा में घुसने नहीं दिया जाएगा। आईजी ढुल ने बताया कि चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न करवाने के लिए चयनित संवेदनशील केन्द्रों पर अतिरिक्त फोर्स लगाई जाएगी। जिसमें बीएसएफ और राजस्थान बॉर्डर पुलिस का भी सहयोग लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त माईक्रो ऑबजर्वर भी नियुक्त किये जाएंगे। इसके बाद क्राईम पर बातचीत करते हुए आईजी ढुल ने कहा कि तीनों राज्यों की पुलिस आपसी सहयोग करके लगातार अपराधों पर अंकुश लगाने में सफल हो रही है। उनके अनुसार आपसी सहयोग के चलते ही तीनों राज्यों की पुलिस ने अपराधियों को सूचिबद्ध करके एक-दूसरे को सूचियां उपलब्ध करवाई हैँ और समय-समय पर एक राज्य के अपराधी दूसरे राज्य में जाकर अपराध करने के बाद सहयोग के चलते ही पकड़े गये हैं। इस सम्बन्ध में उन्होंने कई उदाहरण भी दिये। नशों के सम्बन्ध में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि दवाईयों के रूप में बिकने वाले नशे पर स्वास्थ्य विभाग का नियंत्रण है। इसलिए यह विभाग ही इस पर कार्यवाही कर सकता है। लेकिन खुले में चूरा पोस्त बिकने पर अंकुश लगा है और नशा बेचने वाले अपराधियों को सजा भी पुलिस के सहयोग के चलते मिल सकी हैं। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि आर्थिक तंगी के चलते अवैध धंधा करने वाले लाभ कमाने के लिए एक-दूसरे राज्यों में वस्तुओं की स्मगलिंग करते हैं। इस स्मगलिंग में पेट्रोल बगैरा भी शामिल है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस के साथ-साथ समाज द्वारा भी प्रयत्न किये जाने की जरूरत है। इस अवसर पर राजस्थान के बीकानेर रेंज के आईजी मेघनन्द मीणा ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि राजस्थान से चूरा पोस्त पंजाब और हरियाणा में आ रहा है। जबकि हरियाणा से अवैध रूप से शराब बिकने को जा रही है। तीनों ही राज्यों की पुलिस इन स्मगलरों पर शिकंजा कसने के लिए प्रत्यनशील है और राजस्थान में इस संदर्भ में ठेकेदारों के खिलाफ केस भी दर्ज किये गये हैं। उन्होंने यह भी बताया कि हरियाणा से उन शूटरों की लिस्ट मांगी गई है, जो राजस्थान में जाकर शरण लेते हैं या फिर आते-जाते रहते हैं। चुनावों के मद्देनजर इन शूटरों पर राजस्थान में कार्यवाही की जायेगी।

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