01 अक्तूबर 2009

कांग्रेस का चुनाव घोषणा पत्र झूठ का पुलिंदा-अजय चौटाला

डबवाली (लहू की लौ) इनेलो ने कांग्रेस के चुनाव घोषणा पत्र को आधा-अधूरा, खोखला, झूठ का पुलिंदा व सत्ता से बाहर हो रही पार्टी की निराशा व मायूसी का प्रतीक बताया है। इनेलो के प्रधान महासचिव व सांसद अजय सिंह चौटाला ने कहा कि कांग्रेसी घोषणा पत्र में कोई भी स्पष्ट वायदा नहीं है और मात्र पिछले घोषणा पत्र को नए शब्द देते हुए मात्र शब्दजाल से लोगों को बहकाने की नाकाम कोशिश की गई है। अजय चौटाला ने कहा कि कांग्रेस का चुनाव घोषणा पत्र देखने से यह बात पूरी तरह से साफ हो जाती है कि कांग्रेस ने अपने पिछले चुनाव घोषणा पत्र का एक भी वादा पूरा नहीं किया है और अब कांग्रेस एक बार फिर खोखली घोषणाओं से लोगों को मूर्ख बनाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पांच साल सरकार चलाने के बावजूद आज फि र उन्हीं वायदों को दोहरा रही है जिन्हें उसने पांच साल में पूरा नहीं किया। पिछले पांच वर्ष की विफलताओं व झूठी घोषणाओं की पोल खुलने के बाद जनता कांग्रेस को पांच साल तक सत्ता में बने रहने के दौरान लोगों के साथ किए गए विश्वासघात और धोखे की सजा जरूर देगी। उन्होंने कहा कि पिछले घोषणा पत्र में कांग्रेस ने अल्पसंख्यक समुदाय के वोट हासिल करने के लिए उनसे अलग गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी का झुठा वायदा किया और सरकार जाने के समय कह दिया कि पहली नवम्बर को अलग कमेटी बनाएगें और आज उस मामले पर यू-टर्न लेते हुए मुख्यमंत्री यह कह रहे हैं कि उन्होंने ऐसा कोई वायदा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि इससे सिक्ख समाज के साथ कांग्रेस पार्टी द्वारा किया गया धोखा व विश्वासघात खुलकर सामने आ गया है। इनेलो के प्रधान महासचिव ने कहा कि कांग्रेस ने 2005 के चुनाव घोषणा पत्र में कांग्रेस ने प्रदेश में अल्पसंख्यक आयोग, मानवाधिकार आयोग, सफाई मजदूर आयोग, अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग, अल्पसंख्यक वित्तीय और विकास निगम जैसे आठ आयोग व निगम बनाने का वायदा किया था लेकिन आज तक उन वायदों पर कोई कार्य नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से मुख्यमन्त्री निरन्तर यह दावे कर रहे हैं कि सरकार ने पिछले चुनाव के समय लोगों से किए सभी वायदे पूरे कर दिए हैं और वायदों से भी ज्यादा काम किया है। इसके अलावा कांग्रेस ने अपने पिछले घोषणा पत्र में विकास परिषद के गठन, पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए नए विभाग का गठन, उत्तरी हरियाणा में पीजीआई चंडीगढ़ की तर्ज पर स्नातकोत्तर संस्थान, वैट की समाप्ति, हिमाचल प्रदेश के साथ सांझा पन-बिजली परियोजनाएं लगाने और गैस पर आधारित बड़े संयंत्र लगाने की बातें कही थी लेकिन दुख का विषय है कि किसी भी मामले पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई और आज पांच साल के बाद बिना किसी शर्म के एक नया घोषणा पत्र जारी कर दिया गया है। मुख्यमन्त्री को इनेलो पहले भी किसी भी सार्वजनिक मंच पर सार्वजनिक बहस के लिए आमन्त्रित कर चुकी है लेकिन वे केवल झूठ व छलावे के आधार पर सत्ता हासिल करना चाहते हैं।

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