22 जून 2011

प्रदेश में दलितों पर बढ़ रहे अत्याचारों के विरोध में दलितों ने निकाला मौन रोष मार्च


डबवाली (लहू की लौ) हिसार में वाल्मीकियों पर पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में मंगलवार को डबवाली के दलितों ने भारतीय वाल्मीकि समाज बचाओ संघर्ष समिति के नेतृत्व में मंगलवार को मौन जुलूस निकाला। तहसीलदार को राज्यपाल हरियाणा के नाम ज्ञापन भी सौंपा।
इससे पूर्व दलित न्यू बस स्टैण्ड रोड़ पर स्थित वाल्मीकि मंदिर में इक्ट्ठे हुए। बैठक के बाद हाथों में दलित समाज पर अत्याचार के संदर्भ में सलोगन लिखित तख्तियां उठाए ये लोग बस स्टैण्ड, चौटाला रोड़, बिश्नोई मंदिर मार्किट से होते हुए उपमण्डलाधीश कार्यालय पर पहुंचे। इस दौरान समाज के लोगों ने मौन धारण किया हुआ था। मौन रखकर इन लोगों ने सरकार का विरोध जताया।
प्रदर्शन का नेतृत्व अखिल वाल्मीकि समाज न्याय मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश गोगा, संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष साहब राम, राजकुमार, गोपाल बिट्टू, शिव कुमार खाराखेड़ा, जसवंत, श्योपत आदि कर रहे थे। सुरेश गोगा ने कहा कि हरियाणा में दलित समाज पर आए दिन अत्याचार हो रहे हैं। कभी दुलीना काण्ड, कभी गोहाना अग्निकांड, गोहाना में लारा हत्याकांड, मिर्चपुर में आगजनी एवं हत्याकांड, बणी में मुखराम हत्याकांड, कर्म सिंह एवं चमेल सिंह हत्याकांड इसके मुख्य उदाहरण हैं। गोगा के अनुसार हिसार में मिर्चपुर काण्ड के पीडि़त परिवारों पर लाठीचार्ज व सिरसा में दलित समाज के लोगों पर झूठे मुकद्दमें बनाकर सरकार और हरियाणा पुलिस उनकी आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। जिसे दलित समाज कभी सहन नहीं करेगा।
उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल की अनुपस्थिति में दलित समाज ने अपनी मांगों के समर्थन में तहसीलदार राजेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंपा।
पुलिस रही चौकस
दलित समाज के प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिस प्रशासन चौकस रहा। वाल्मीकि मंदिर से प्रारंभ हुए प्रदर्शन के साथ-साथ पुलिस पीसीआर चल रही थीं। किसी भी अप्रिय घटना से निबटने के लिए उपमण्डलाधीश कार्यालय में थाना शहर प्रभारी एसआई महावीर सिंह, थाना सदर प्रभारी एसआई रतन सिंह अपने दलबल सहित मोर्चा संभाले हुए थे।

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