डबवाली (लहू की लौ) गांव मसीता में एक महिला ने संतान - न होने के चलते अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मनजिंदर कौर पत्नी सुखदीप सिंह ने 27 मई को कीटनाशक (स्प्रे) पी ली थी।
मनजिंदर कौर के भाई तलवंडी भाईके निवासी लवप्रीत और प्रीतपाल पुत्र श्रवण सिंह के अनुसार उनकी बहन बच्चा न होने के कारण मानसिक रूप से बहुत परेशान रहती थी। इसी परेशानी के चलते उसने 27 मई को कीटनाशक पी लिया। उसे तुरंत एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन हालत गंभीर होने के कारण उसे बठिंडा के एक और निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां मनजिंदर कौर ने दम तोड़ दिया।
डबवाली थाना शहर पुलिस ने दोनों भाइयों के बयानों के आधार पर आकस्मिक मौत की कार्रवाई की है। शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया गया।
डबवाली (लहू की लौ) गांव मसीतां में हुए गुरसेवक मर्डर मामले में डबवाली पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट मृतक का परिवार अब न्याय की मांग को लेकर एसपी कार्यालय पर सोमवार को 11 से 3 बजे तक एक दिवसीय सांकेतिक धरना देगा। मृतक गुरसेवक की बहन सतबीर कौर ने आरोप लगाया है कि डबवाली पुलिस ने मामले के कथित मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार नहीं किया है, जिससे परिवार में गहरा असंतोष है। सतबीर कौर ने बताया कि सांकेतिक धरने के बाद भी यदि पुलिस प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है, तो आगामी रणनीति बनाई जाएगी।
डीजीपी कार्यालय पहुंचा मामला : परिवार का आरोप है कि गुरसेवक
की हत्या जमीनी विवाद में संजय कटारिया ने साजिश रच कर करवाई है, लेकिन पुलिस उसकी गिरफ्तारी नहीं कर रही है। परिवार ने कहा की पुलिस ने कई गिरफ्तारियां कि है। अब में वास्तव में कटारिया को बाहर निकालने की पुलिस साजिश कर रही है।
अपनी शिकायत लेकर परिवार शुक्रवार को डीजीपी कार्यालय पहुंचा, जहां उन्होंने अपनी शिकायत दर्ज करवाई और संबंधित कागजात भी प्रस्तुत किए। सतबीर कौर के अनुसार, डीजीपी कार्यालय में उन्हें एक आईपीसी अधिकारी से मुलाकात करवाई गई, जिन्होंने करीब आधा घंटे तक उनकी बात सुनी। परिवार का दावा है कि डीजीपी कार्यालय की ओर से डबवाली पुलिस से इस मामले की पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। उन्हें यह भी उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें डीजीपी शत्रुजीत कपूर से भी मुलाकात का समय दिया जा सकता है।
बेटी की शादी के लिए जोड़ी थी राशी, घर का दृश्य देख परिवार चकराया
डबवाली (लहू की लौ)मंडी किलियांवाली के एक मकान में चोरों ने एक धोबी के घर को निशाना बनाते हुए लाखों रुपये की नकदी और सोने-चांदी के आभूषणों पर हाथ साफ कर दिया। चोरी की इस वारदात को तब अंजाम दिया गया, जब परिवार एक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपने गांव गया हुआ था। परिवार ने वापस लौटते ही पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई।
क्या है पूरी वारदात?
मकान मालिक तुलसी राम पुत्र इतवारी लाल, निवासी दशमेश नगर, मंडी किलियांवाली ने बताया कि वह और उनका परिवार 4 मई को अपने रिश्तेदारी में एक शादी समारोह में भाग लेने के लिए उत्तर प्रदेश गए थे और घर को ताला लगाकर गए थे। जब वे 27 मई की सुबह वापस लौटे और मुख्य गेट का ताला खोलकर अंदर घुसे, तो आखिरी कमरे का दृश्य देखकर हैरान रह गए।
तुलसी राम के अनुसार, कमरे पर ताला तो लगा हुआ था, लेकिन किसी चीज से दरवाजा तोड़ रखा था। जब वे कमरे के अंदर घुसे, तो वहां कपड़े बिस्तर पर बिखरे पड़े थे और अलमारी का ताला तोडक़र उसे किसी भारी चीज से खोला गया था। अंदर स्टोर में रखी संदूक का ताला तोडक़र उसे कमरे में रखा गया था। उस संदूक में उनकी बच्चियों की शादी के लिए इक_ा की गई करीब 2 लाख 70 हजार की नकदी और साथ में उनकी पत्नी की सोने की शॉप, टॉप्स तथा एक जोड़ी बालियां और उनकी बेटी की चांदी की पाजेब गायब थीं। यदि इनकी कीमत आंकी जाए तो करीब 2 लाख की ज्वेलरी चोरी हुई है।
मंडी किलियांवाली पुलिस का कहना है कि सूचना मिलने पर वे मौके पर गए थे। उन्होंने शक के आधार पर दो लोगों से पूछताछ भी की है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि परिवार 4 मई से गया हुआ था, और आसपास के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं।
बच्चों की गुल्लक भी नहीं छोड़ीं
तुलसी राम ने बताया कि चोरों ने चोरी की वारदात को अंजाम देते हुए बच्चों द्वारा लोगों के घरों में झाड़ू-पोछा करके इक_े किए गए पैसे, जो वे अपनी गुल्लकों में डालते थे, उन्हें भी नहीं बख्शा। मिट्टी की बनी तीनों गुल्लकें तोडक़र वे पैसे भी निकाल ले गए।
छत के रास्ते घर में घुसे चोर
तुलसी राम के अनुसार, चोर छत की मुंडेर पर छोड़े गए कुछ खाली हिस्से के जरिए पड़ोसियों की दीवार फांदकर घर में घुसे हैं। इस दौरान चोरों के हाथ और पांव के निशान भी मुंडेर की दीवार पर साफ दिख रहे हैं।
यह घटना डबवाली के मंडी किलियांवाली क्षेत्र में हुई एक बड़ी चोरी की है, जिसमें बेटी की शादी के लिए जोड़ी गई नकदी और आभूषण चोरों द्वारा चुरा लिए गए। इस घटना को सोशल मीडिया पर साझा करने के लिए आप निम्नलिखित हैशटैग्स का उपयोग कर सकते हैं:
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली के कॉलोनी रोड़ पर स्थित एक मनी ट्रांसफर संचालक ने एक भोली-भाली ग्रामीण महिला को अपनी ठगी का शिकार बना लिया। महिला के बैंक खाते से 5,000/ की राशि निकाल ली गई, जिसे देखकर वृद्धा और उसके परिवार के होश उड़ गए।
यह है पूरा मामला
गांव शेरगढ़ की सीमा देवी पत्नी देवीलाल, जो स्कूल में मिड-डे मील का काम करती है, ने बताया कि 10 मई को उन्हें कुछ पैसों की ज़रूरत थी। बेटे के कहने पर वह कॉलोनी रोड़ पर स्थित मनी ट्रांसफर संचालक प्रेम कुमार के पास गईं। सीमा देवी के अनुसार, प्रेम कुमार ने उनसे दो बार अंगूठा लगवाया और उन्हें 2,500 रूपये दिए। बाद में, जब कुछ दिन बाद वह अपने बेटे संदीप कुमार के साथ एक सीएससी पर बिल भरने गए, तो पता चला कि उनके खाते में राशि कम है।
सीमा देवी ने बताया कि इसके बाद वह अपने बेटे संदीप के साथ डबवाली के पीएनबी बैंक गईं और अपनी पासबुक अपडेट करवाई। बैंक अधिकारियों से खाते से 5,000/- रूपये गायब होने के बारे में पूछने पर उन्हें बताया गया कि 10 मई को एक साथ दो बार पैसे निकाले गए थे। इस पर वह और उनका बेटा वापस मनी ट्रांसफर के कार्यालय में प्रेम कुमार के पास गए। प्रेम कुमार ने पहले तो कोई भी अतिरिक्त पैसा न निकालने की बात कही, लेकिन जब उन्हें सबूत दिखाए गए तो वह चेकिंग करने का बहाना बनाने लगा।
संदीप के अनुसार, प्रेम कुमार ने उन्हें तीन दिन तक चक्कर कटवाए। शुक्रवार को जब वे दोबारा आए, तो उसने फिर झूठ बोला कि वह उन्हें फोन करने की कोशिश कर रहा था। जब सीमा देवी और संदीप ने मीडिया और पुलिस में जाने की धमकी दी, तब प्रेम कुमार ने अपनी गलती मानते हुए उनके 5,000/- रूपये वापस लौटा दिए। संदीप ने कहा कि उनकी मां अनपढ़ और सीधी-सादी हैं, और संचालक ने जानबूझकर उनके खाते से पैसे निकाले। उन्होंने ऐसे कार्य करने वालों के खिलाफ प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
ज्वाइंट वेंचर मनी ट्रांसफर के संचालक प्रेम कुमार ने इस संबंध में कहा कि जब उन्होंने जांच की थी, तो खाते में अधिक पैसे पाए गए थे, जो उन्होंने शुक्रवार को लौटा दिए। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने अपने मोबाइल पर फोन करके सूचना देने का प्रयास भी किया था, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया।