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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

24 मार्च 2011

वकील निकला गाड़ी चोर


दिल्ली पुलिस ने डबवाली में की रेड, बाप-बेटा दोनों करते थे गाड़ी चोरी
डबवाली (लहू की लौ) दिल्ली पुलिस के एंटी थेफ्ट स्कवेड ने रोहतक के एक नामी-गिरामी वकील को कार चोर गिरोह के सरगना के रूप में डबवाली से काबू करके चोरी की गई 10 कारें बरामद की हैं।
दिल्ली से चोरी हुई कारों की गुत्थी को सुलझाते हुए दिल्ली पुलिस के एंटी थेफ्ट सैल ने रोहतक निवासी संजय मित्तल को काबू किया था। पुलिस पूछताछ में संजय ने कार चोरी मामले में अपने पिता धनी राम मित्तल का नाम पुलिस को बताया था और यह भी बताया था कि वे दोनों बाप-बेटा मिलकर गाडिय़ां चुराते हैं। चोरी की गाडिय़ों को राजस्थान के अनूपगढ़ के रहने वाले जमींदार तेजा सिंह की मार्फत पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में बेचते हैं।
सैल के एसआई वेदप्रकाश ने बताया कि संजय से मिली जानकारी के आधार पर सैल ने अपना कार्य शुरू कर दिया। दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए। इसी दौरान सैल को मुखबरी मिली कि आरोपी धनी राम मित्तल तथा तेजा सिंह को डबवाली में देखा गया है। सूचना पाकर वे अपनी टीम के साथ डबवाली पहुंचे और यहां से धनी राम मित्तल और तेजा सिंह को दबोच लिया। पुलिस को तेजा सिंह की ढाणी से दिल्ली से चोरी की गई 10 गाडिय़ां बरामद हुई हैं। जिनमें अस्टीम, बलेरो तथा मारूति शामिल हैं।
एसआई के अनुसार पकड़ा गया आरोपी धनी राम मित्तल पेशे से वकील है। जोकि रोहतक (हरियाणा) का रहने वाला है। धनी राम मित्तल और उसका बेटा संजय मित्तल दोनों दिल्ली से गाडिय़ां चोरी किया करते थे। बाद में चोरी की गाडिय़ों को राजस्थान के अनूपगढ़ के रहने वाले तेजा सिंह के यहां ढाणी में खड़ी कर देते। तेजा सिंह दलाल के रूप में इन गाडिय़ों को साथ लगते राज्यों में बेचता था। उन्होंने यह भी बताया कि पकड़े गए आरोपी धनी राम मित्तल पर कई केस रजिस्टर्ड हैं।
यूं मिले आरोपी
एसआई वेदप्रकाश के अनुसार संजय मित्तल और तेजा सिंह पंजाब की एक जेल में बंद थे। वहीं वे एक-दूसरे के संपर्क में आए और उन लोगों ने अपना नेटवर्क तैयार किया।

12 मार्च 2011

गंडासा मारकर किसान की हत्या


महिला सहित चार पर हत्या का मामला दर्ज, आरोपियों को पकडऩे के लिए पांच टीमें गठित
डबवाली (लहू की लौ) गांव डबवाली के चश्मा साहिब गुरूद्वारा रोड़ पर रास्ते की मिट्टी को लेकर उपजे विवाद में शुक्रवार दोपहर को चार जनों ने एक किसान का बेरहमी से कतल कर दिया। हत्यारों में एक महिला भी शामिल है। पुलिस ने चार जनों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करके उनकी तालाश शुरू कर दी है। आरोपियों की तालाश के लिए पुलिस ने पांच टीमें गठित की हैं।
गांव डबवाली निवासी जसकरण सिंह (35) पुत्र नाजर सिंह चश्मा साहिब गुरूद्वारा रोड़ पर स्थित अपने खेत में कार्य कर रहा था। खेत में खुशकरण सिंह पुत्र नाहर सिंह, हरमंदर सिंह पुत्र बलजिन्द्र सिंह निवासी गांव डबवाली भी मौजूद थे। खेत में सब्जी की बिजाई के लिए कम्प्यूराईज्ड कराहा से समतल करने का कार्य चल रहा था। मिट्टी खेत के साथ जा रहे मार्ग में डाली जा रही थी। इस दौरान खेत के पास रह रहे जगसीर सिंह नामक व्यक्ति ने इस मार्ग पर मिट्टी डालने पर एतराज किया और इसको लेकर उनमें तकरार हो गई।
जोगिन्द्र सिंह (51) निवासी गांव डबवाली ने बताया कि जगसीर सिंह, राजविंद्र सिंह, खुशविंद्र सिंह पुत्रान जगसीर सिंह, बेअंत कौर पत्नी जगसीर सिंह घर से तेजधार हथियार उठा लाए और जसकरण पर हमला कर दिया। अपनी जान बचाकर भागता हुआ जसकरण वहीं गिर गया। आरोपियों ने तेजधार हथियारों से उस पर कई वार किए। जगसीर बगैरा तब तक वार करते रहे जब तक जसकरण ने दम नहीं तोड़ दिया।
हत्या की सूचना पाकर एसपी सिरसा सत्येंद्र गुप्ता, डीएसपी डबवाली बाबू लाल ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। मौका पर एसपी सत्येंद्र गुप्ता ने मामला दर्ज करके आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए अपने अधिनस्थ अधिकारियों को आदेश दिए।
डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि पुलिस ने जोगिन्द्र सिंह (51) पुत्र नरायण सिंह निवासी गांव डबवाली के ब्यान पर उसके भतीजे जसकरण उर्फ लीला की गंडासे मारकर हत्या करने के आरोप में जगसीर सिंह उर्फ जग्गा, बेअंत कौर पत्नी जगसीर सिंह, राजविंद्र सिंह, खुशविंद्र सिंह पुत्रान जगसीर सिंह के खिलाफ दफा 302/34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी गई है।
डीएसपी के अनुसार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें गठित की गई हैं। जिनका नेतृत्व थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू, सीआईए डबवाली प्रभारी एसआई हवा सिंह, एएसआई कृष्ण कुमार, एएसआई साधु राम, एएसआई राजकुमार कर रहे हैं।

11 मार्च 2011

मैं पापी तू बख्शन हार


समारोह : वैश्य महासम्मेलन ने सांसद नवीन जिन्दल के बर्थ-डे पर सम्मानित किए नेत्रदानी परिवार    डबवाली (लहू की लौ) अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन की ओर से सांसद नवीन जिन्दल के 41वें जन्मदिवस पर बुधवार शाम को हरियाणा पब्लिक स्कूल के प्रांगण में 'ओपी जिन्दल पुरस्कार वितरण एवं विशाल सांस्कृतिक कार्यक्रमÓ का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का आगाज सिरसा से आए कलाकार गुरप्रीत सिंह घुग्घी ने 'मैं पापी तू बख्शन हारÓ से किया। बस दा पंजाब एवं 'राहे-राहे जांदेआ नूं घुट पानी दी तूं पिला दे...Ó , 'आऊंदी कुडि़ए-जांदी कुडि़ए बाजार चो जूती ले आंवी...Ó  के बोल पर सग्गी गिद्दा, पंजाबी बोलियों की प्रस्तुति देकर कलाकारों ने दर्शकों को थिरकने पर मजबूर कर दिया। महासम्मेलन की ओर से मरणोपरांत नेत्रदान कर चुके स्व. विद्या देवी मित्तल, स्व. हंसराज गर्ग, स्व. मिठू राम सोनी, स्व. कमला देवी गर्ग, स्व. केदारनाथ भाटी एडवोकेट व रामकिशन ग्रोवर के परिवारों को ओपी जिन्दल पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के संरक्षक राम प्रकाश सेठी, रूप चन्द सेठी, योगेश गर्ग ने मरणोंपरांत शरीर दान करने की घोषणा की।
कार्यक्रम में एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल मुख्यातिथि के रूप में शरीक हुए। जबकि अध्यक्षता ज्योतिषी पं. लाल जी शास्त्री ने की। डबवाली शहरी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पवन गर्ग, संदीप चौधरी, सुशील बांसल, भगवान श्री कृष्ण कॉलेज एजुकेशन की प्रधानाचार्या डॉ. पूनम गुप्ता, गुरूनानक कॉलेज किलियांवाली की प्रधानाचार्या डॉ. इंदिरा अरोड़ा तथा दि आर्ट ऑफ लिविंग के प्रतिनिधि डॉ. प्रेम छाबड़ा विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए।
इस अवसर पर महासम्मेलन के राज्य उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंगला, शाखा अध्यक्ष प्रीतम बांसल, एडवोकेट सुरेश शर्मा, बहादर सिंह कूका, नगर पार्षद विनोद बांसल, पूर्व पार्षद पवन सेठी, सतीश जग्गा, केशव शर्मा, पूर्व प्रधानाचार्य आत्माराम अरोड़ा, चिमन लाल मिढ़ा, मोहन लाल कौशिक, कृष्ण सेतिया, एसके दूआ, प्रकाशचंद बांसल, रविंद्र छाबड़ा, पं. मुरारी लाल शर्मा, देवराज बांसल, रोहित बांसल व हंसराज गोयल आदि उपस्थित थे। इस मौके पर मंच का संचालन एचपीएस स्कूल के आचार्य रमेश सचदेवा ने बखूबी किया।

दो हादसों में 18 घायल


डबवाली (लहू की लौ) नेशनल हाईवे 10 पर बुधवार रात को हुई दो सड़क दुर्घटनाओं में 18 जनें घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली, लम्बी तथा गांव बादल स्थित सरकारी अस्पतालों में उपचार के लिए लेजाया गया। दोनों ही परिवार संस्कार के बाद अपने-अपने गंतव्य की ओर जा रहे थे।
किलियांवाली में अबोहर रोड़ कैचियां पर प्राईवेट बस के फीटर रेहड़ा से टकरा जाने से फीटर रेहड़ा चालक सहित 13 लोग घायल हो गये। जिन्हें गम्भीर हालत में लम्बी के सरकारी अस्पताल में डबवाली जन सहारा सेवा संस्था की एम्बुलैंस ने पहुंचाया। गांव बिदोवाली से रूप सिंह का परिवार फीटर रेहड़ा पर सवार होकर गांव डबवाली में काका सिंह के साडू सतनाम सिंह के संस्कार पर आये हुए थे और शाम 3 बजे संस्कार के बाद वापिस गांव लौट रहे थे। जैसे ही उनका फीटर रेहड़ा किलियांवाली में अबोहर कैंचियों के पास पहुंचा तो अबोहर साईड से आई प्राईवेट बस फीटर रेहड़ा से टकरा गई और फीटर रेहड़ा पलट गया। जिससे फीटर रेहड़ा चालक सहित 13 लोग घायल हो गये। घायलों में फीटर रेहड़ा चालक बिल्लू सिंह, सवारियां काकू सिंह, गुरदेव सिंह, सुखजीत कौर, गुलाब कौर, मनजीत कौर, महिन्द्र कौर, रानी कौर, सुरजीत कौर, श्रृंगारा सिंह, जंगीर कौर के नाम शामिल हैं। घायलों को लम्बी के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। घटना की सूचना पाकर किलियांवाली चौकी प्रभारी एएसआई कश्मीरी लाल मौका पर पहुंचे। चौकी प्रभारी ने बताया कि दुर्घटना करने वाली जनता बस सर्विस अबोहर की बस को काबू कर लिया गया है जबकि मौका से बस चालक फरार हो गया। घायलों के ब्यानों के बाद बस चालक के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।
मलोट रोड़ पर स्थित श्री हनुमान मंदिर के पास मिट्टी की भरी एक ट्राली से स्विफ्ट कार के टकरा जाने से कार में सवार 5 लोगों को चोटें आयीं। समालखां निवासी सुरेश कुमार (47) पुत्र बख्तावर मल खूंगर ने बताया कि वे बुधवार सुबह 8.30 बजे समालखां से अबोहर के लिए रवाना हुए थे। उसके साथ उसका छोटा भाई श्याम सुन्दर (45), पत्नी उषा रानी (40), बहन प्रेम लता (37) पत्नी प्रवीन कुमार, जीजा पवन कुमार पुत्र नन्द लाल था। अबोहर में बुआ की बेटी हरजीत  का संस्कार करवाने के बाद वह लोग शाम को 7.30 बजे समालखां के लिए अबोहर से रवाना हुए। लेकिन उनकी स्विफ्ट कार जैसे ही मलोट रोड़ पर किलियांवाली में स्थित हनुमान मंदिर के पास रात्रि 8.30 बजे पहुंची तो आगे जा रही मिट्टी की भरी ट्राली से जा टकराई। जिससे उस सहित कार में सवार सभी लोग घायल हो गये। कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। घायलों को डबवाली जन सहारा सेवा संस्था के चालक कुलवन्त सिंह ने सरकारी अस्पताल डबवाली में पहुंचाया। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद रोहतक रैफर कर दिया गया।
किलियांवाली चौकी के प्रभारी एएसआई कश्मीरी लाल ने बताया कि घायलों ने किसी पर भी कार्रवाई करवाने से इंकार कर दिया है।

09 मार्च 2011

बच्चे के पेट से निकला कीड़ों का ढ़ेर


डबवाली (लहू की लौ) चार वर्ष के बच्चे के पेट से एक-एक फुट लम्बे 50 कीड़े निकलने से बच्चे के अभिभावक हतप्रभ हैं।
किलियांवाली की भाटी कलोनी निवासी भरपूर राम ने बताया कि उसका 4 वर्षीय बेटा पवनदीप पहली कक्षा का छात्र है। पिछले तीन माह से वह मिट्टी खाने लगा था और उसके पेट में दर्द था, पेट फूल गया। उन्होंने अपने बेटे को एक प्राईवेट डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर की दवा से उसके पेट से ढेर सारे कीड़े निकले। अब पवनदीप राहत महसूस कर रहा है।
आरएमपी डॉ. नानक ने बताया कि उसके पास पवनदीप को पेट दर्द के चलते इलाज के लिए लाया गया था। उसे लगा कि जिस प्रकार से बच्चे के पेट में दर्द के लक्षण बताये गये हैं वह पेट में कीड़ों के कारण से हैं। इस पर उसने कीड़ों की दवा की दो शीशियां पीने को दीं। जिससे कीड़े पेट से बाहर निकल गये।

डीएसपी के खिलाफ नारेबाजी


डबवाली (लहू की लौ) गांव लोहगढ़ में विवाहिता कर्मजीत कौर की मौत के प्रकरण को लेकर थाना सदर में सोमवार को दोनों पक्षों के बीच चल रही बैठक के दौरान कहासुनी हो गई। लड़की के पक्षकारों ने बैठक का बहिष्कार करते हुए थाने का घेराव कर डाला। बैठक के अध्यक्ष डीएसपी पर आरोपी परिवार का पक्ष लेने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। इधर डीएसपी ने लड़की पक्ष पर जांच को प्रभावित करने का आरोप लगाया है।
बीते गुरूवार को गांव लोहगढ़ में विवाहिता कर्मजीत कौर की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी। कर्मजीत के भाई जगसीर सिंह के ब्यान पर पुलिस ने कर्मजीत के पति जगपाल सिंह, सास हरबंस कौर तथा देवर बग्घा निवासीगण लोहगढ़ के खिलाफ मरने के लिए मजबूर करने के आरोप में मामला दर्ज करके जगपाल को गिरफ्तार कर लिया था। इधर हरबंस कौर ने पुलिस कप्तान सिरसा सतेंद्र गुप्ता को एक दरखवास्त देकर स्वयं तथा अपने बेटे बग्घा सिंह को निर्दोष बताते हुए जांच की मांग की थी।
एसपी ने इस दरखवास्त के आधार पर जांच का कार्य डीएसपी डबवाली बाबू लाल को सौंप दिया। डीएसपी बाबू लाल ने जांच आरंभ करते हुए दोनों पक्षों को रविवार को थाना सदर में बुलाया। लेकिन किसी कारण पंचायत नहीं हुई। सोमवार को पुन: दोनों पक्ष थाना सदर में उपस्थित हुए। बैठक के दौरान किसी बात लेकर दोनों पक्षों में तकरार हो गई। मामला तूल पकड़ गया। लड़की पक्ष ने जांच पर संदेह करते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिया। थाने का घेराव करके नारेबाजी शुरू कर दी।
लड़की पक्ष के मेजर सिंह, जगसीर सिंह, गुरसेवक सिंह, हरदीप सिंह, हरभजन सिंह, लखवीर सिंह, मनदीप सिंह, अमरीक सिंह, बलदेव सिंह, जितेन्द्र सिंह निवासी घुकांवाली ने आरोप लगाया कि डीएसपी बाबू लाल उन पर कर्मजीत की सास हरबंस कौर तथा देवर बग्घा सिंह को केस से निकलवाने के लिए दबाव डाल रहा है। बैठक के दौरान डीएसपी उन्हें बार-बार दबाने का प्रयास कर रहा था और साथ में दुव्र्यवहार भी कर रहा था।
लड़का पक्ष के जगदेव सिंह निवासी कर्मगढ़ छत्तरां (बठिंडा), गांव लोहगढ़ के सरपंच प्रतिनिधि नछत्तर सिंह, हरबंस सिंह नंबरदार, कुलवंत सिंह पूर्व पंच, जसविंद्र सिंह, सुखपाल सिंह, अंग्रेज सिंह, साहिब सिंह निवासीगण लोहगढ़ ने बताया कि बैठक शांति से चल रही थी। लेकिन लड़का पक्ष ने दबाव की रणनीति के तहत बवाल खड़ा कर दिया और बैठक से उठकर चले गए। इन लोगों ने मांग की कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि उन पर लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं। एसपी सतेंद्र गुप्ता ने हरबंस कौर की याचिका पर सुनवाई करते हुए मामले की जांच उन्हें सौंपी थी। अभी जांच चल रही है। दोनों पक्षों को जांच के लिए थाना में बुलाया गया था। शांतिप्रिय माहौल में चल रही बैठक के दौरान लड़की पक्ष की ओर से आए एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी ने माहौल बिगाड़ दिया। लड़की पक्ष बैठक से उठकर चला गया। पुलिस पर दबाव बनाने तथा जांच प्रभावित करने के लिए इन लोगों ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी। डीएसपी के मुताबिक जांच के दौरान पूरी ईमानदारी से कार्य किया जा रहा है। किसी भी निर्दोष को बलि का बकरा नहीं बनने दिया जाएगा।

प्रेमी जोड़े ने थाना में रचाई शादी


डेढ़ साल पहले ऋषिकेश में एसटीडी पीसीओ पर मिले थे दोनों
डबवाली (लहू की लौ) करीब डेढ़ साल पहले धार्मिक नगरी ऋषिकेश के एक एसटीडी पीसीओ पर फोन करने गए एक युवक की पीसीओ ऑपरेटर एक युवती से मित्रता हो गई। बाद में यह मित्रता प्रेम में तबदील हो गई। दोनों ने विवाह रचाकर घर बसाने का मन बनाया। लेकिन दोनों के प्यार में जाति आड़े आ रही थी। अपने प्यार को परवान चढ़ाने के लिए प्रेमी जोड़ा घर से भाग गया। जाति की सीमाओं को लांघते हुए दोनों परिवारों ने युवक-युवती की शादी कर दी।
डबवाली के वार्ड नं. 10 का निवासी पवन कुमार (21) पुत्र सुरेन्द्र कुमार डेढ़ वर्ष पूर्व ऋषिकेश में अपने नौनिहाल गया हुआ था। वहां रेलवे रोड़ पर स्थित एक एसटीडी पर फोन करने के लिए गया तो वहां की ऑपरेटर आरती शर्मा से उसकी आंखे चार हो गई। धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे के प्यार में बंध गए। पवन का वहां आना-जाना शुरू हो गया। उन दोनों ने शादी करवाने का फैसला लिया। 2 मार्च को शादी करवाने के लिए दोनो ऋषिकेश से बिना कुछ बताए भाग कर डबवाली आ गए।
आरती (19) पुत्री दिनेश कुमार शर्मा निवासी कृष्ण नगर कलोनी, नजदीक आईडीपीएल ऋषिकेश ने बताया कि डेढ़ वर्ष पूर्व उसका पवन से प्यार हुआ था। वह इन्टर पास है, एसटीडी पीसीओ पर बतौर ऑपरेटर काम करती थी। एक दिन पवन एसटीडी में टेलीफोन करने के लिए आया और वह उसकी हो गई। उसने बताया कि इस प्रेम प्रसंग के संबंध में उसने अपने माता-पिता से कभी बात नहीं की। लेकिन उसकी बहनों को इसकी जानकारी थी। 2 मार्च को वह ऋषिकेश से हरिद्वार आए और हरिद्वार से बठिंडा पहुंच गए। वहां से फिर वह 5 मार्च को बठिंडा से डबवाली आ गए। लेकिन शाम को जब वापिस हरिद्वार वाली गाड़ी से ऋषिकेश लौट रहे थे, तो जीआरपी ने रेलवे स्टेशन पर उन्हें दबोच लिया।
पवन (21) निवासी डबवाली ने बताया कि वह डीजे में काम करता है। वह पिछले पांच सालों से ऋषिकेश में अपने नौनिहाल में आता-जाता है। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व ऋषिकेश में एक पीसीओ पर वह फोन कर रहा था। वहीं आरती से उसके प्रेम संबंध हो गए। उसने आरती को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया है और उसे पाकर वह खुश है।
जीआरपी डबवाली के एएसआई इकबाल सिंह ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर एक युवक और युवती बैठे हुए थे। उन्हें संदेह हुआ कि यह जोड़ी भागकर आई है। पूछताछ करने पर दोनों ने सही बात बता दी। युवती ने अपना नाम आरती शर्मा और युवक ने अपना नाम पवन बताया। दोनों के परिजनों को टेलीफोन से जानकारी दी। 7 मार्च को जीआरपी में आरती का पिता ऋषिकेश से दिनेश कुमार शर्मा (65) पहुंचा। उधर पवन का दादा रेशम कुमार अरोड़ा (65)   निवासी डबवाली अपने वार्ड के पार्षद टेकचंद छाबड़ा के साथ चौकी पहुंचा। अपने परिजनों के समक्ष लड़का-लड़की ने शादी की इच्छा जताई। अलग-अलग जाति से संबंधित होने के बावजूद दोनों परिवारों ने लड़का और लड़की को रंजामंदी दे दी। लड़का और लड़की ने जीआरपी चौकी में ही एक-दूसरे के गले में मालाएं डालकर शादी रचा ली। दोनों पक्षों ने पुलिस को लिखकर दे दिया है कि दोनों परिवार इस शादी से सहमत हैं और वे इस संबंध में किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करवाना चाहते।
आरती के पिता ऋषिकेश निवासी दिनेश कुमार शर्मा सेवानिवृत हवलदार आर्मी ने बताया कि उसे आरती और पवन के बीच प्रेम संबंधों के बारे में 2 मार्च से पूर्व कोई जानकारी नहीं थी। जब ये लोग ऋषिकेश से भागे तो उसे पता चला। इस संबंध में जब उसने अपने घर में बातचीत की तो आरती की बहनों ने बताया कि उसके पास एक लड़का आता-जाता था। शर्मा के अनुसार उसने अपनी बेटी की इच्छा के मुताबिक उसकी शादी पवन से करवा दी।
इधर पवन के दादा रेशम अरोड़ा निवासी डबवाली ने बताया कि उसने अपने पोते की इच्छा को रखते हुए उसकी शादी आरती से करवा दी।

05 मार्च 2011

सीबीआई जांच की मांग


गुरदेव कौर हत्या मामले ने तूल पकड़ा, गांव में पुलिस फोर्स तैनात
डबवाली (लहू की लौ) गांव सांवतखेड़ा में 11 फरवरी को 73 साल की वृद्धा गुरदेव कौर की हत्या का मामला तूल पकड़ गया है। हत्या के आरोप में पकड़े गए युवक के परिजनों ने युवक को मामले में झूठा फंसाए जाने का आरोप पुलिस पर लगाया है। वहीं मामले की जांच सीबीआई से करवाए जाने की मांग भी उठने लगी है। उधर आरोपी परिवार के बहिष्कार करने की अफवाह के चलते गांव में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
11 फरवरी को गांव सांवतखेड़ा में गुरदेव कौर (73) की हत्या कर दी गई थी। उसका शव सरसों के खेत में आपत्तिजनक हालत में मिला था। वृद्धा की हत्या के आरोप में पुलिस ने गांव के ही गुरदीप उर्फ बोला उर्फ निक्का को काबू किया था। लेकिन गुरूवार शाम को आरोपी के परिवार का सामाजिक बहिष्कार करने की अफवाह ने बवाल खड़ा कर दिया। इस अफवाह ने पुलिस के भी हाथ-पांव फूला दिए। किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए शुक्रवार सुबह ही भारी संख्या में पुलिस दलबल गांव में पहुंच गया।
एक दलित परिवार के सामाजिक बहिष्कार की अफवाह की सूचना पाकर इंडियन बहुजन संदेश पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष करनैल सिंह औढ़ां पीडि़त परिवार के घर पहुंचे। यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए करनैल सिंह औढ़ां ने कहा कि देश के संविधान में किसी भी जाति विशेष का बहिष्कार करने का किसी को अधिकार नहीं है। अगर कोई ऐसा करता है, तो उसके विरूद्ध भारतीय दण्ड संहिता के तहत कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वृद्धा की हत्या का अपराधी पकड़ा जाना चाहिए। लेकिन किसी बेकसूर को पकडऩा न्याय संगत नहीं है। उन्होंने इस मामले की सीबीआई जांच करवाए जाने की मांग की।
इधर हत्या के आरोप में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए गुरदीप उर्फ बोला उर्फ निक्का के पिता बंता सिंह, माता तेज कौर, भाई जगसीर सिंह, पत्नी हरजिन्द्र कौर तथा बहन कर्मजीत कौर ने गुरदीप को निर्दोष बताते हुए कहा कि उसे गांव के सरपंच रणजीत सिंह ने रंजिश के चलते झूठा फंसाया है। उन्होंने पुलिस पर भी आरोप लगाया कि पुलिस ने बिना जांच किए गुरदीप उर्फ बोला को प्रताडि़त किया और फंसाया। उन्होंने यह भी बताया कि गुरदीप सिंह ने कभी भी वृद्धा के परिवार में नौकरी नहीं की। जबकि पुलिस गुरदीप को मृतका के परिवार का नौकर बता रही है।
गांव के सरपंच रणजीत सिंह ने निक्का के परिवार द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इस मामले में उसका कोई हस्तक्षेप नहीं है। पुलिस ने अपनी जांच के बाद ही वृद्धा की हत्या का आरोपी निक्का को पाया। उसने यह भी कहा कि उसकी निक्का से कोई पुरानी रंजिश नहीं है। सरपंच ने निक्का के परिवार के बहिष्कार को झूठी अफवाह करार देते हुए कहा कि इस संबंध में कहीं भी मुनादी नहीं हुई है और न ही पंचायत ने इस संदर्भ में कोई प्रस्ताव पारित किया है।
मृतक वृद्धा के भाई जय सिंह ने कहा कि उनके घर पर गुरूवार को किसी तरह की कोई महापंचायत नहीं हुई। बल्कि बहिष्कार का शगूफा शरारती तत्वों की कपोल कल्पना है। किसी ने भी गांव में किसी परिवार का कोई बहिष्कार नहीं किया। हत्या के आरोप में पकड़े गए गुरदीप उर्फ निक्का के परिवार से उनकी कोई रंजिश नहीं है और न ही उनके परिवार का कोई व्यक्ति उनके पास नौकरी करता रहा है। उसकी बहन गुरदेव कौर की हत्या की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और हत्यारा पकड़ा जाना चाहिए। इसके लिए सरकार सीबीआई की जांच करवाए।
एसपी सिरसा सत्येंद्र गुप्ता ने बताया कि एतिहात के तौर पर गांव सांवतखेड़ा में फोर्स तैनात की गई है। ताकि असामाजिक तत्व अफवाह फैलाकर गांव का माहौल न बिगाड़ें।

ससुरालियों के लालच ने ली कर्मजीत की जान


डबवाली (लहू की लौ)  जमीन के लालच में पति, देवर और सास ने मिलकर एक विवाहिता की जान ले ली। पुलिस ने मृतका के भाई की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
गांव घुकांवाली के जगसीर सिंह (35) पुत्र बारू सिंह ने बताया कि वर्ष 2000 में उसकी छोटी बहन कर्मजीत कौर की शादी गांव लोहगढ़ में जगपाल सिंह पुत्र गुरचरण सिंह के साथ हुई थी। शादी में हैसियत से बढ़कर उन्होंने अपनी बहन को दान-दहेज दिया था। इस दौरान कर्मजीत कौर के बेटा हुआ। जिसका नाम अर्शदीप है। अब उसकी आयु करीब 9 साल है। गुरूवार शाम को गांव लोहगढ़ के बलविंद्र सिंह पटवारी ने उसे सूचना दी कि कर्मजीत कौर की मौत हो गई है। उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में रखा गया है। इसकी सूचना पाकर वह मौका पर पहुंचा। उसने देखा कि उसकी बहन के गले पर निशान हैं और मुंह से खून की लार बह रही है। उसकी बहन को मरने के लिए मजबूर किया गया है या फिर उसे मारा गया है। उसके अनुसार उसकी तीन अन्य बहनें भी हैं। वीरां और रानी उससे बड़ी हैं जबकि कर्मजीत कौर उससे छोटी थी और जसप्रीत कौर भी उससे छोटी है। उनके पास कुल 26 किल्ले जमीन है। 7 माह पूर्व उसके पिता बारू सिंह की मौत हो गई थी। इसके बाद जमीन को 6 हिस्सों में बांट दिया गया। उसकी चारों बहनों ने अपने हिस्से की जमीन उसे देना तय कर लिया। तीन माह पूर्व उन्होंने अपनी जमीन उसके नाम करवा दी।
कर्मजीत कौर का पति जगपाल सिंह पुत्र गुरचरण सिंह, देवर बग्गा सिंह तथा सास हरबन्स कौर को यह बात बर्दाश्त नहीं हुई और वह लोग उससे ज्यादा मारपीट करने लगे। वे चाहते थे कि कर्मजीत कौर के हिस्से आने वाली करीब 4 एकड़ जमीन जगसीर सिंह के नाम न करके  उनके नाम कर दी जाये। इसको लेकर उसकी बहन कर्मजीत कौर के ससुराली उसे परेशान करते थे। 10 दिन पूर्व उसकी बहन का फोन उसके पास आया और वह कहने लगी कि जमीन उनके नाम न करवाये जाने पर उसके ससुराली उसे मारने की धमकी दे रहे हैं और परेशान कर रहे हैं। बहन का फोन आने वह गांव के ही बलदेव सिंह, गुरसेवक सिंह, मनजीत सिंह के साथ लोहगढ़ गया और उन्हें समझाया, साथ में दो लाख रूपये देकर उन्हें कहा कि इसके बाद वे उसकी बहन को तंग व परेशान न करें।
सरकारी अस्पताल डबवाली के डॉक्टर एमके भादू ने बताया कि अस्पताल में वीरवार रात को लगभग 8.30 बजे कर्मजीत कौर को मृत अवस्था में लाया गया था। उसके गले पर रस्सी का निशान था। शुक्रवार को चौटाला पुलिस चौकी की कार्यवाही के बाद उन्होंने अपने साथी डॉ. बलेश बांसल के  साथ शव का पोस्टमार्टम करना था। लेकिन लड़की पक्ष के लोग पोस्टमार्टम सिरसा में करवाना चाहते थे। इसलिए लाश को पोस्टमार्टम के लिए सिरसा रैफर कर दिया गया।  थाना सदर पुलिस प्रभारी उपनिरीक्षक रतन सिंह ने बताया कि जगसीर सिंह निवासी घुकांवाली के ब्यान पर उसकी बहन कर्मजीत कौर को मरने के लिए मजबूर करने के आरोप में गांव लोहगढ़ के जगपाल सिंह, बग्घा सिंह तथा हरबन्स कौर के खिलाफ धारा 306/34 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके लाश का पोस्टमार्टम सिरसा के सिविल अस्पताल से करवाने के बाद बिसरे को जांच के लिए प्रयोगशाला मधुबन भेज दिया गया है। मामले की जांच चौटाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई जीत सिंह कर रहे हैं।

फिल्मों में प्रवेश करने के लिए मॉडलिंग इजी-वे


डबवाली (लहू की लौ) मॉडलिंग फिल्मों में प्रवेश करने का इजी वे है। लेकिन मेहनत और लगन के बिना मॉडलिंग भी आसान नहीं। यह कहना है प्रसिद्ध पंजाबी फिल्म हश्र के विलन विक्टर जॉन का।
वे गुरूवार को मण्डी किलियांवाली के नीलकंठ मैरिज पैलेस में एक पंजाबी एलबम की शूटिंग के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 2001 में उन्होंने पंजाबी गीत रस भीनी-भीनी बहा जोगिया.. से मॉडलिंग की दुनियां में प्रवेश किया था। उसके बाद उनके मॉडलिंग में शूट किए गए गीत नैण नैला नाल मिला लीं, बाजी मार गया बठिंडा वाला गबरू काफी हिट हुए। उन्होंने बताया कि मॉडलिंग में युवाओं के लिए आपार संभावनाएं हैं। लेकिन भारतीय समाज मॉडलिंग को पश्चिमी कल्चर की संज्ञा देता है, जबकि ऐसा नहीं है। उनके अनुसार एक मॉडल भारतीय संस्कृति में रहकर भी बुलंदियों को छू सकता है।
प्रसिद्ध पंजाबी फिल्म मिट्टी तथा हश्र में भूमिका निभा चुके विक्टर जॉन जल्द आ रही पंजाबी फिल्म मित्रां दा ना चलदा में मुख्य किरदार की भूमिका में रूपहले पर्दे पर नजर आएंगे।

विलन की भूमिका में पुलिस वाला


डबवाली (लहू की लौ) फिल्म इंडस्ट्री में बॉम्बे नागपुर शर्मा के नाम से मशहूर कलाकार बीएन शर्मा ने कहा कि अब पंजाबी फिल्मों का स्तर काफी ऊंचा हुआ है। जिसके चलते हिन्दी फिल्मों के कलाकार भी अब पंजाबी फिल्मों में भाग लेने लगे हैं। यहीं नहीं पंजाबी फिल्में अच्छा कारोबार करने लगी हैं। 30-40 लाख रूपए में बनकर तैयार होने वाली पंजाबी फिल्म में जान फूंकने के लिए अब 5-6 करोड़ रूपए खर्च किए जाने लगे हैं।
वे गुरूवार को मण्डी किलियांवाली स्थित नीलकंठ पैलेस में एक एलबम की शूटिंग के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पहले पंजाबी फिल्में जट्ट और जमीन के इर्द-गिर्द घूमती थी। इसलिए फिल्मों के नाम भी जट्ट दी मुच्छ, जट्ट दी गंडासी या जट्ट दी जमीन के इर्द-गिर्द घूमते थे। लेकिन अब इसमें परिवर्तन आया है। पंजाबी फिल्मों ने इससे बाहर आकर अपने स्तर को सुधारा है।
उन्होंने कहा कि समाज की मांग के अनुसार ही फिल्में तैयार होती है। कभी जमाना था कि फिल्म में महिला अदाकार की बाजू पकडऩे पर बवाल खड़ा हो जाता था। इसे सैक्स सिंबल कहा जाता था। अब जबकि महिला अदाकार का बाजू पकडऩे पर कोई हो-हल्ला नहीं होता। बल्कि समाज इस प्रकार के दृश्यों की मांग कर रहा है।
उसे फिल्मों में विलन की भूमिका पसंद है। उसके भाग्य में विलन की भूमिका ही लिखी हुई है। उन्होंने मजाक करते हुए कहा कि अक्सर उसकी 85 वर्षीय माता सुभद्रा भी उससे यही प्रश्न करती है कि पुत जदो तूं छोटा सी ओदों भी छित्तर खांदा सी, ते हुण तूं फिल्म दे शुरू तो ले के खत्म होण तक छित्तर खाई जांदा रहदां, ते छित्तर पैणे कदों हटनगे।
बीएन शर्मा ने बताया कि देश के कई राज्यों ने कलाकारों को एक प्लेटफार्म तैयार करके दिया है। लेकिन पंजाब अभी इसमें पिछड़ा हुआ है। उनके अनुसार उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की ओर से पंजाब में फिल्म सिटी के निर्माण की घोषणा से कुछ आस बंधी है। उन्होंने यह भी बताया कि वे हरभजन मान की जल्द आने वाली फिल्म यारा ओ दिलदारा के साथ-साथ जी ने मेरा दिल लुटेया में जीपी ग्रेवाल के साथ नजर आएंगे।
1985 में पंजाबी फिल्म बैसाखी में विलन की भूमिका से अपने कैरियर का आगाज करने वाले बीएन शर्मा अब तक हिन्दी तथा पंजाबी की सैंकड़ों फिल्मों में विलन के तौर पर कार्य कर चुके हैं। उन्होंने हिन्दी फिल्म गदर-एक प्रेम कथा, अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो, प्रायश्चित, लेडी डकैत, आज का बंदोबस्त में अपनी अदाकारी दिखाकर दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी। अदाकार होने के साथ-साथ बीएन शर्मा पंजाब पुलिस के सैक्टर-9 चण्डीगढ़ में स्थित पुलिस हैडक्र्वाटर में बतौर सुपरिडेण्ट तैनात हैं।

अबूबशहर के मनरेगा मजदूर बिफरे


डबवाली (लहू की लौ) नियमित रूप से काम न मिलने और किए गए काम के बदले वेतन न मिलने पर गुस्साए गांव अबूबशहर के मनरेगा मजदूरों ने उपमण्डलाधीश कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन कर नारेबाजी की।
गुरूवार दोपहर को गांव अबूबशहर के मनरेगा मजदूर अचानक उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल के कार्यालय के समक्ष पहुंचे और कार्यालय के आगे धरना देकर बैठ गए। इस दौरान मजदूरों ने अपनी मांगों के समर्थन में हरियाणा सरकार के विरूद्ध जोरदार नारेबाजी करके भड़ास निकाली। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व सुंदर लाल, आत्मा राम, बिन्द्र, विजय, कुलदीप, गजानंद, सोमा रानी, पुष्पा देवी, रजनी, प्रेमो देवी, कलावती, नसीब कौर, परमेश्वरी, जसपाल कौर, निहाल सिंह आदि कर रहे थे।
इन लोगों ने बताया कि छह माह पूर्व उन्होंने गांव में बने वाटर वक्र्स तथा उसकी डिग्गी की सफाई की थी। लेकिन काम के बदले आज तक उन्हें मजदूरी नहीं मिली है। इसके बाद जनवरी माह में काम मिलने पर कुछ मजदूरों ने जोहड़ की खुदाई की। चार-पांच दिन कार्य करने के बाद उन्हें हटा दिया गया। इस कार्य की मजदूरी भी उन्हें आज तक नहीं मिली है। इस मौके पर मजदूरों ने अपनी मांगों के समर्थन में उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल को ज्ञापन सौंपा। एसडीएम से कार्रवाई किए जाने का आश्वासन मिलने के बाद मनरेगा मजदूर शांत हुए।
बाद में एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि मनरेगा मजदूरों के साथ न्याय होगा। मामले की जांच करने के आदेश बीडीपीओ डबवाली राम सिंह को दे दिए गए हैं। मनरेगा मजदूरों की मांगों के संबंध में वे उपायुक्त सिरसा युद्धवीर सिंह ख्यालिया से भी बात करेंगे।
बीडीपीओ राम सिंह से जब इस संदर्भ में बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पैसे की कोई कमी नहीं है। पैसे मनरेगा मजदूरों के खाते में जमा होते हैं। कुछ मजदूरों ने बैंक में अपने खाते नहीं खुलवाएं हैं। बिना खाता वे किसी मजदूर को पैसे नहीं दे सकते। यहां तक कार्य का सवाल है, पंचायत जो भी डिमांड करती है, उसके अनुसार पैसा उसे उपलब्ध करवा दिया जाता है। फिर भी वे मामले की जांच करेंगे।

वृद्धा का हत्यारा जेल भेजा


डबवाली (लहू की लौ) गांव सांवतखेड़ा में वृद्धा गुरदेव कौर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार निक्का उर्फ बोला को एक दिन के पुलिस रिमांड के बाद मंगलवार को उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिये।
रिमांड के दौरान हत्या आरोपी निक्का ने पुलिस को बताया कि मृतका गुरदेव कौर के भाई जय सिंह स्वामी के पास दिहाड़ी करता था। वह काली का उपासक है। जब भी किसी महिला को देखता है उसे कुछ हो जाता है।  11 फरवरी को खेत से चारा लेने के लिए जा रहा था और उसके आगे जा रही गुरदेव कौर को देख कर उसे कुछ हुआ और उसने धक्का देकर गुरदेव कौर को गिरा दिया।
थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर बलवन्त जस्सू ने बताया कि बेहोश गुरदेव कौर को निक्का घसीट कर सरसों के खेत में ले गया। उसका इरादा नेक नहीं था। लेकिन रोड़ पर यातायात को देख कर वह भयभीत हो गया। अंगूठे से गला दबा कर गुरदेव कौर की हत्या कर दी और फरार हो गया। पुलिस के अनुसार हत्यारोपी निक्का इससे पहले भी गांव की औरतों से छेड़छाड़ कर चुका है, लेकिन मामला इज्जत का होने के कारण मामलों को गांव में ही निपटा दिया गया। जस्सू ने बताया कि इसका सुराग भी नाटकीय ढंग से लगा जब बार-बार पुलिस दबिश पाकर आरोपी मृतका के भतीजे छिन्द्र सिंह के पास पहुंचा और उससे कहने लगा कि उसने गुरदेव कौर की हत्या करके भूल की है। उसकी इस गलती को किसी प्रकार माफ करवाया जाये और वह अपना अपराध स्वीकार करने को तैयार है। इस पर पुलिस ने निक्का को दबोच लिया और पूछताछ करने के बाद पुलिस के समक्ष उसने अपना आरोप भी स्वीकार कर लिया।
इधर आरोपी निक्का ने इस संवाददाता से बातचीत के दौरान बताया कि दो वर्ष उसकी शादी संगरिया की हरजिन्द्र कौर (20) के साथ हुई। वह पिछले डेढ़ वर्ष से काली माता की उपासना कर रहा है। जब उसमें माता की शक्ति महसूस होती है तो अपनी सुध-बुध खो देता है और उसके पास जो भी आता है उसे धक्का देकर गिरा देता है। ऐसा ही उसने गुरदेव कौर के साथ किया। लेकिन उसका नीयत लूटपाट या बलात्कार की नहीं थी। उसने यह तो स्वीकार किया कि गांव की महिला से छेड़छाड़ का आरोप लगा था, जो झूठा था।

गैस बैल्डिंग टैंकी फटने से लोगों में दहशत


डबवाली (लहू की लौ) वार्ड नं. 3 की गली पुन्नू लाल वाली में मंगलवार शाम को गैस बैल्डिंग टैंकी फटने से लोगों में दहशत फैल गई और टैंकी के टुकड़े आसपास के घरों में जा गिरे।
गली वासी भगवान दास (40), प्रशोत्तम दास (37) पुत्रान रघुवीर सिंह ने बताया कि उनके घर के साथ ही सुदर्शन मित्तल ने अलमारियां बनाने की फैक्टरी लगा रखी है। इस फैक्टरी में शाम को धमाका हुआ और बैल्डिंग टैंकी फट गई। टैंकी का मलबा उनके घर पर आकर गिरा। संयोग से घर में कोई नहीं था, इसलिए हादसा टल गया। अन्य गली वासी सुशील कुमार (57), सुनीता गर्ग (47), सीमा रानी (38), सरिता गर्ग (35), रजनी गोयल (30) ने बताया कि धमाका इतने जोर का था कि उन्हें लगा कि किसी मकान की छत गिर गई है।
फैक्टरी में काम करने वाले मिस्त्री सुदर्शन कुमार (32) पुत्र जवाहर लाल निवासी गोरखपुर ने बताया कि अलमारी को बैल्डिंग करने का काम चल रहा था और अचानक धमाका के साथ टैंकी फट गई। मिस्त्री के अनुसार वह लोग टंकी से 8 फुट दूर थे नहीं तो उन्हें भी चोट लग सकती थी। मै. गिरधारी लाल सुदर्शन कुमार फर्म के मालिक सुदर्शन मित्तल के बेटे ऋषि मित्तल ने भी स्वीकार किया कि उनकी फैक्टरी में टंकी फटी है लेकिन मिस्त्री का परिवार भी वहीं रहता है, यह कोई बड़ी घटना नहीं है। अचानक बैल्डिंग के दौरान ऐसा हुआ।

पब्लिक हेल्थ कार्यालय में तोडफ़ोड़


डबवाली (लहू की लौ) घरों में गंदे पेयजल की आपूर्ति की शिकायत जनस्वास्थ्य विभाग और उपमंडल अधिकारी (ना.) को कई बार किए जाने के बावजूद भी इसका समाधान न निकलने पर आक्रोशित लोगों ने मंगलवार को जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय का घेराव कर डाला। मटका तोड़ प्रदर्शन किया। फिर भी जब अधिकारियों ने उनकी आवाज को नहीं सुना। लोग कार्यालय में जबर्दस्ती घुस गए। मौका पर पहुंची पुलिस ने बल प्रयोग करके प्रदर्शनकारियों को वहां से खदेड़ा।
वार्ड नं. 5 के लोग पिछले काफी समय से घरों में गंदे पेयजल की आपूर्ति होने और सीवरेज के पानी की निकासी न होने की शिकायत लेकर जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से लेकर एसडीएम तक को मिल चुके हैं। लेकिन जब उनकी बात को न सुना गया तो उनका संयम टूट गया। मंगलवार को वार्ड नं. 5 के बच्चे, महिलाएं, पुरूष और वृद्ध गंदे पेयजल की आपूर्ति का समाधान न किए जाने को लेकर जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यालय पर आ धमके। इन लोगों ने पहले हरियाणा सरकार तथा जनस्वास्थ्य विभाग के विरूद्ध नारेबाजी की, महिलाओं ने मटके फोड़कर अपना आक्रोश जताया। धरना देकर बैठे इन लोगों की जब सुनवाई विभाग और प्रशासन के अधिकारियों ने नहीं की, तो उनका धैर्य जवाब दे गया और गुस्सा आसमान को छूने लगा। लोग जबर्दस्ती कार्यालय में घुस गए और कुछ लोगों ने इस दौरान कार्यालय में तोडफ़ोड़ भी की। इसकी सूचना पाकर एएसआई साधु राम के नेतृत्व में पुलिस दल मौका पर पहुंचा। हल्का बल प्रयोग करते हुए पुलिस ने लोगों को वहां से खदेड़ा।
वार्ड नं. 5 के पूर्व पार्षद दाना राम, डॉ. संतोष अरोड़ा, बनारसी दास, वेदप्रकाश, अशोक कुमार, बूटा राम, दर्शना देवी, दयालो देवी, शिमला रानी, लक्ष्मी, सरोज, बिन्द्र महंत, चांदनी महंत, पायल महंत, निशा, बबली, बालक प्रीति, कोमल, राहुल, तनु, सिमरन, कोमल रानी, शक्ति, अजय, मोती ने बताया कि उनके घरों में पिछले छह माह से गंदे पेयजल की आपूर्ति हो रही है। इस संबंध में वे लोग कई बार जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारयों से मिलकर शिकायत कर चुके हैं, इसके बाद इस मामले को लेकर उपमंडलाधीश को भी मिल चुके हैं। एक सप्ताह से तो हालत इतनी खस्ता हो चुकी है कि सीवरेज युक्त काला और गंदा पेयजल उनके घरों में सप्लाई हो रहा है। वार्ड के लोग बुरी तरह से बीमारी का शिकार हो रहे हैं। लेकिन विभाग के कान पर इसके बावजूद भी जूं तक नहीं रेंगी। बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी जब उनकी सुनवाई नहीं हुई तो आज उन्हें इक्ट्ठे होकर जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय पर आकर प्रदर्शन की मार्फत अपना रोष प्रकट करने लगा।
मौका पर उपस्थित विभाग के जेई सतपाल ने बताया कि उन्हें लगातार गंदे पेयजल आपूर्ति की शिकायतें मिल रही हैं। सोमवार को डिस्पोजल से गंदा पानी निकालने का प्रयास किया तो पंजाब के किसानों ने पानी की निकासी नहीं होने दी। जिसके चलते डिस्पोजल का पानी वापिस शहर में आने लगा। यहां कहीं पेयजल पाईप लीक करती थी, उसमें मिक्स होकर घरों तक पहुंचने लगा। उन्होंने पंजाब के किसानों की इस हरकत से उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल को अवगत करवा दिया है।
मौका पर पहुंचे थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर बलवंत जस्सू ने बताया कि जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लिखित शिकायत मिलने पर डिस्पोजल के पानी में बाधा बनने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
नगर में गंदे पेयजल की आपूर्ति पर उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल से बातचीत की गई तो उन्होंने स्वीकार किया कि शहर में गंदे पानी की आपूर्ति की शिकायतें निरंतर मिल रही हैं। तहसीलदार राजेन्द्र कुमार को शहर का निरीक्षण करके रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। साथ में जनस्वास्थ्य विभाग को भी नगर में स्वच्छ पानी की आपूर्ति करने को कहा गया है।

संदिग्ध परिस्थितियों में किसान की मौत


डबवाली (लहू की लौ) पंजाब की तहसील मलोट के गांव बुर्ज सिंधवा के एक किसान की मंगलवार शाम को रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई।
गांव बुर्ज सिंधवा का किसान गुरभजन सिंह (56) अपनी पांच एकड़ जमीन के लिए बीटी कॉटन का बीज खरीदने के लिए शुक्रवार शाम को गुजरात रवाना हुआ था। उसके बाद वापिस घर नहीं लौटा। मंगलवार शाम करीब 5 बजे किसान डबवाली की नई अनाज मण्डी रोड़ पर स्थित पीरखाना के पास बेहोश पड़ा मिला। सूचना पाकर मौका पर पहुंचे डबवाली जन सहारा सेवा संस्था के सदस्य कुलवंत सिंह उसे उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। यहां कुछ समय बाद किसान ने दम तोड़ दिया।
गुरभजन सिंह के बेटे जगमीत सिंह (22) निवासी गांव बुर्ज सिंधवा ने बताया कि उसका पिता हार्ट का रोगी था। गुजरात में बीज के साथ-साथ वह हार्ट की दवा लेने के लिए गया था। लेकिन घर वापिस नहीं लौटा। मंगलवार रात करीब 8.30 बजे उसके भाई पवनदीप के पास फोन आया कि डबवाली के सरकारी अस्पताल में एक मृत व्यक्ति की जेब से उसका नंबर मिला है। वे फोरी तौर पर डबवाली पहुंचे। यहां उन्हें उपरोक्त जानकारी मिली। संभव है कि उसके पिता गुरभजन सिंह की मौत हार्ट फेल होने के कारण हुई। जगमीत के अनुसार उसके पिता के पास 10-15 हजार रूपए की नकदी तथा कपड़ों का बैग भी था। जिसका कोई अता-पता नहीं चल पा रहा है।
मामले की जांच कर रहे गोल बाजार पुलिस चौकी के एएसआई सुभाष चन्द्र ने बताया कि जगमीत के ब्यान पर पुलिस ने फिलहाल इतफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई है। गुरभजन सिंह के शव का बुधवार को डबवाली के सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया गया। वहीं विसरे को जांच के लिए मधुबन स्थित प्रयोगशाला में भेजा गया है।
डबवाली के सरकारी अस्पताल में तैनात डॉ. सरवन बांसल ने बताया कि जब गुरभजन सिंह के शव को लाया गया था, उस समय उसमें कुछ सांसें शेष थी। कुछ देर बाद ही गुरभजन सिंह ने दम तोड़ दिया।
गुरभजन सिंह के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद डॉ. एमके भादू ने बताया कि प्रथम दृष्टि से मौत का कारण हार्ट फेल होना हो सकता है। चूंकि मृतक के शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं है। फिर भी विसरे को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया है।
कैसे हुई किसान की मौत?
1. क्या किसान गुरभजन सिंह गुजरात गया था?
2. अगर वह गुजरात गया था तो वहां से खरीदा गया कॉटन बीज व उसका सामान कहां है?
3. अपने गांव जाने की अपेक्षा गुरभजन सिंह डबवाली के पीरखाना के पास कैसे पहुंचा?
4. जब उसे अस्पताल लाया गया, उस समय उसकी जेब से 400 रूपए मिले, बाकी के पैसे कहां गए?

25 फ़रवरी 2011

जुआ राशि सहित चार दबोचे


डबवाली (लहू की लौ) गांव रिसालियाखेड़ा में बड़े पैमाने पर ताश पर खेले जा रहे जुए की राशि सहित पुलिस ने चार युवकों को दबोच लिया।
गोरीवाला पुलिस चौकी प्रभारी रमेश कुमार को मुखबरी मिली थी कि गांव रिसालियाखेड़ा के सुभाष के खेत में बने कोठे में ताश पर जुआ चल रहा है। दांव पर हजारों रूपये लगाये जा रहे हैं। मौका पर भारी राशि सहित जुआ खेलने वालों को काबू किया जा सकता है।
पुलिस ने दल बल के साथ मुखबरी के आधार पर बताये गये स्थान पर छापामारी की और मौका से चार युवकों को भारी राशि सहित दबोच लिया। चौकी प्रभारी एसआई रमेश कुमार ने बताया कि मौका से पुलिस को 36 हजार 820 रूपये की राशि और ताश बरामद हुई है। पकड़े गये युवकों ने अपनी पहचान सुभाष (29) पुत्र सही राम, विनोद (25) पुत्र प्रभु राम, राजेन्द्र (23) पुत्र लेखराम निवासीगण रिसालियाखेड़ा तथा संदीप (27) पुत्र विश्वामित्र निवासी बनवाला के रूप में करवाई है।

अधिकारियों की मौजूदगी में निपटाई लोगों की शिकायतें


डबवाली (लहू की लौ) एसडीएम कार्यालय में गुरूवार को खुला दरबार आयोजित किया गया। जिसकी अध्यक्षता एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल ने की। दरबार में 25 शिकायतें आई। जिनका मौके पर निपटारा कर दिया गया।
खुले दरबार में उपमण्डल डबवाली के विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने इन विभागों के अधिकारियों की बैठक ली और अन्तरविभागीय निर्देश दिए। इस मौके पर उन्होंने विभागीय कार्यप्रणाली की समीक्षा की और इस संदर्भ में लंबित पड़ी समस्याओं को समय पर निपटान के निर्देश दिए। विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि विभाग में जो भी कोई शिकायत लोगों की ओर से आए, उसका समय पर निपटारा किया जाए और लोगों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए।
उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि खुले दरबार में कुल 25 शिकायतें प्रस्तुत हुई। जिनमें सर्वाधिक शिकायतें नगरपालिका से संबंधित थी। जिनकी संख्या 8 थी। नपा से संबंधित ये समस्याएं सफाई और स्ट्रीट लाईट को लेकर थी। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग से संबंधित दो शिकायतें आई, जोकि विवाह समारोह में गैस सिलेंडर न मिलने संबंधी थी। कुछ शिकायतें पीले कार्ड को लेकर थी। उन्होंने बताया कि सभी समस्याओं का मौका पर निपटारा कर दिया गया।
खुले दरबार में तहसीलदार राजेन्द्र कुमार, जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीई कंवर लाल, जेई सतपाल, स्वास्थ्य विभाग से डॉ. एमके भादू, दक्षिण हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम से एक्सीयन वीके रंजन, एसडीई गुलशन वधवा, एसडीई एग्रीकल्चर विजेन्द्र पाल, जगदीश चन्द्र, रामनिवास शर्मा सचिव नपा, भीम सिंह एसएस हरियाणा रोड़वेज, विजय कुमार इंस्पेक्टर हरियाणा रोड़वेज, डॉ. दर्शना सिंह सीडीपीओ डबवाली, मंदरूप सिंह एसआई थाना शहर डबवाली, अरविंद पूनियां इंस्पेक्टर फूड एण्ड सप्लाई ऑफिस, राज रानी क्लर्क एआर डबवाली, सुरिंद्र पाल कौर सुपरवाईजर औढ़ां, सुमित ढांडा बीआई डबवाली, अमरीक सिंह बीडीपीओ ऑफिस डबवाली, राजवीर सिंह जेई हुड्डा सिरसा, डॉ. लोकेश्वर दत्त, वीरेन्द्र कुमार कार्यकारी सचिव मार्किट कमेटी, दीदार सिंह कोच, रघुवीर सिंह एचडीओ डबवाली, शीशकरण बिनोई एसडीओ पंचायती राज डबवाली, सुशील कुमार एईटीओ सिरसा, राजेन्द्र कुमार ईटी सिरसा आदि उपस्थित थे।

पैसे दोगुणा करने के आरोपी जेल गए


डबवाली (लहू की लौ) ऑनलाईन बिजनेस के तहत रूपए दोगुणे करने का झांसा देकर लाखों रूपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार डबवाली निवासी बलविंद्र सिंह तथा माखा निवासी अंग्रेज सिंह को दो दिन के पुलिस रिमांड के बाद थाना शहर पुलिस ने गुरूवार को उपमंडल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश किया और अदालत ने उन्हें 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए।
मामले की जांच कर रहे थाना शहर के एएसआई सतबीर सिंह ने बताया कि रिमांड के दौरान आरोपी बलविंद्र सिंह ने स्वीकार किया है कि उसने डबवाली निवासी जसविंद्र सिंह राणा से मिलकर एक योजना के तहत गुरनाम सिंह से नगद और चैक द्वारा मैक्स फोरेक्स कंपनी में पैसा लगाने के नाम पर राशि ली थी। जोकि गुरनाम सिंह ने नकद और चैक द्वारा दी। उसने बीस प्रतिशत के हिसाब से अपना कमीशन काटकर बाकी राशि कंपनी को दे दी।
आरोपी ने यह भी बताया कि मैक्स फोरेक्स कंपनी के सीनियर एजेंट मास्टर बलविंद्र सिंह पुत्र तेजा सिंह निवासी गांव डबवाली, अविनाश खालसा पुत्र अजमेर सिंह निवासी गांव डबवाली तथा कुलदीप सिंह निवासी गंगानगर है।
दूसरी ओर अंग्रेज सिंह ने पुलिस को बताया कि मास्टर गुरनाम सिंह से उसकी मुलाकात जसविंद्र सिंह राणा ने करवाई थी। उसने फोरेक्स मैजिक कंपनी के लिए दो लाख रूपए गुरनाम सिंह से लिए थे। 20 प्रतिशत कमीशन काटकर यह राशि अपने सीनियर एजेंट मुकेश कुमार पुत्र शाम लाल निवासी कालांवाली के पास जमा करवा दी।
जांच अधिकारी ने बताया कि मामले की तह तक पहुंचने के लिए इंवेस्टीगेशन जारी है। जिनके नाम लिए गए हैं, उन्हें पुलिस पूछताछ के लिए बुलाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि कमीशन की काटी गई राशि में से बलविंद्र सिंह से छह हजार रूपए और अंग्रेज सिंह से चार हजार रूपए की नकदी बरामद हुई है।

।संदीप मिस्टर, सोनम मिस एनपीएस चुने गए



डबवाली (लहू की लौ) नव प्रगति सीनियर सैकेण्डरी स्कूल स्कूल में दस जमा दो के विद्यार्थियों को जूनियर द्धारा रंगारंग कार्यक्रम पेश कर विदाई दी गई। जिसमें एनपीएस के निदेशक वेद भारती ने मुख्यातिथि के तौर पर शिरकत की। मुख्यातिथि ने विद्यार्थियों को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
कार्यक्रम का आगाज विद्यालय की प्राचार्या चन्द्रकांता भारती तथा मुख्यातिथि वेदप्रकाश भारती ने मां सरस्वती के समक्ष ज्योति प्रज्जवलित करके किया। कार्यक्रम की शुरूआत में भारतीय संस्कृति से रूबरू करवाते हुए दस जमा एक के विद्यार्थियों ने सीनियर्स व अध्यापकों को तिलक लगाए। ये जंग नहीं आसां के टाईटल पर दस जमा दो के विद्यार्थियों ने मॉडलिंग की। मॉडलिंग के आधार पर कॉमर्स ग्रुप के संदीप मिस्टर एनपीएस व सोनम मिस एनपीएस का खिताब से नवाजे गए। जबकि कॉमर्स की जश्नदीप कौर, आर्टस की संदीप कौर एनपीएस सर्वश्रेष्ठ छात्रा, सुषमा बेस्ट सोशल वर्कर, दीक्षा सिम्पलीसिटी अवार्ड, राजवीर  बेस्ट डांसर, अमनदीप कौर बैस्ट ओबीडिएंट स्टूडेंट चुने गए।
इस मौके पर राजनीतिक शास्त्र प्रवक्ता बलजिन्द्र कौर व हिन्दी प्रवक्ता नवनीत कौर ने निर्णायक की भूमिका निभाई। प्राचार्या चन्द्रकांता ने विदा हो रहे विद्यार्थियों को नसीहत देते हुए कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, कड़े परिश्रम से सफलता का मार्ग खुलता है। उन्होंने बच्चों को देश और समाज के प्रति अपने दायित्व व कर्तव्यों का निर्वाहन करने के लिए प्रेरित किया। मंच का संचालन कक्षा दस जमा एक की हरप्रीत, मनप्रीत कौर तथा कंप्यूटर इंस्ट्रक्टर रविन्द्र सिंह ने बखूबी किया

युवती ने लगाया मारपीट का आरोप


डबवाली (लहू की लौ) अढ़ाई साल पूर्व सामूहिक शादी कार्यक्रम में वैवाहिक बंधन में बंधे जोड़े में मामूली बात को लेकर तकरार पैदा होने से परिवार टूटने की नौबत आ गई है।
यहां की इंदिरा कलोनी में रहने वाले सुखदेव सिंह की 20 वर्षीय बेटी गुरमीत कौर की शादी ढाई साल पूर्व डबवाली में सामूहिक शादियां कार्यक्रम के दौरान गांव तिगड़ी निवासी बलवीर सिंह के बेटे तरसेम सिंह से हुई थी। दोनों का एक साल का बेटा भी है। बुधवार रात को दोनों पति-पत्नी में किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। जिसमें गुरमीत घायल हो गई। उपचार के लिए उसके माता-पिता उसे डबवाली ले आए और यहां के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया।
गुरमीत कौर (20) ने बताया कि उसका पति तरसेम सिंह (22) निवासी तिगड़ी उसे मायके जाने से रोकता है। बुधवार रात को पहले तरसेम ने उससे मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया। बाद में बस अड्डा से जबर्दस्ती उसे घसीटते हुए घर ले आया। घर में उससे मारपीट की। जिसमें तरसेम का सहयोग उसके पिता बलवीर सिंह तथा माता निकम्मी देवी ने किया। यहीं नहीं उसकी शादी में संस्था द्वारा दिया गया सामान भी तोड़ दिया।
इधर तरसेम के पिता बलवीर सिंह ने बताया कि गुरमीत कौर तीन-चार दिनों बाद ही अपना बैग उठाकर डबवाली की ओर मुंह कर लेती है। जब उसे समझाया जाता है, तो वह झगड़े पर उतारू हो जाती है। बुधवार रात को भी कुछ ऐसा ही हुआ। तैश में आई गुरमीत कौर ने शादी में मिला सामान तोड़ दिया।

छीनने पड़ते हैं अधिकार


गुरूनानक कॉलेज किलियांवाली में राष्ट्रीय स्तरीय सेमिनार आयोजित, वक्ता बोले
डबवाली (लहू की लौ) गुरूनानक कॉलेज किलियांवाली में बुधवार को राष्ट्रीय स्तरीय सेमिनार आयोजित किया गया। जिसका विषय था मानव अधिकारों की परिभाषा : परिप्रेक्ष्य, चुनौतियां और मौके। इस अवसर पर वक्ताओं ने मानव अधिकारों पर विस्तार से प्रकाश डाला और उपस्थित लोगों को इसके प्रति जागरूक किया। वहीं श्रोताओं द्वारा पूछे प्रश्नों के उत्तर दिए।
हम कमजोर राष्ट्र हैं?
सेमिनार के मुख्यातिथि पंजाब विश्वविद्यालय चण्डीगढ़ के एसोसिएट रीडर (कानूनी विभाग) डॉ. दविंद्र सिंह ने कहा कि हमें प्रारंभ से ही यह पढ़ाया जाता है कि हम कमजोर राष्ट्र हैं। हमारी जनता कमजोर, लाचार और गरीब है। जबकि यह बात कहने वाले स्वयं कमजोर नहीं है। इससे मानवाधिकारों की बात बेमानी हो जाती है। कागजों में मानवाधिकारों की बात तो की जाती है, लेकिन वास्तविकता में उन्हें लागू नहीं किया जाता। जिसके चलते मानव को किसी भी क्षेत्र में समानता के अवसर नहीं मिल पा रहे। जोकि मानव अधिकार का उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि एक मजदूर आठ घंटे काम करता है और उसे सौ रूपए दिहाड़ी मिलती है। जबकि एक व्यक्ति को उसके ही विपरीत इतने ही समय की नौकरी करने पर डेढ़ लाख रूपए मिलता है। मानवाधिकारों के होते हुए यह असमानता क्यों? इसी प्रकार अध्यापक को पठन पाठन का कार्य शिक्षा के अधिकार के तहत सौंपा गया। लेकिन उसे जनगणना, चुनाव करवाने जैसे कार्य भी सौंप दिए गए। इसके चलते अध्यापक बच्चों के साथ शिक्षा के क्षेत्र में न्याय नहीं कर पाता। चूंकि उसे शिक्षा देने का समय ही कहां बचता है।
मांगो मत छीनो
सेमिनार के गेस्ट ऑफ ऑनर डॉ. मुकेश अरोड़ा सीनेटर पंजाब यूनिवर्सिटी चण्डीगढ़ ने कहा कि अधिकार मांगने से नहीं, छीनने से मिलते है। हम मानव अधिकारों की बात तो करते हैं, लेकिन ये अधिकार हमें मिले कब हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि उसका मोबाइल पांच व्यक्ति छीनकर ले गए। इसकी रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए जब वे थाने में गए तो पुलिस ने उससे कहा कि आप से बात तभी की जाएगी, जब आप रिपोर्ट मोबाइल छीनने की नहीं, गुम होने की दर्ज करवाओगे। उनके अनुसार पुलिस कर्मी ने यह भी कहा कि अगर हम छीनने की रिपोर्ट दर्ज करते हैं, तो कागजों में क्राईम बढ़ा हुआ आएगा। जिससे उनकी प्रमोशन रूक सकती है। उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज करवाने का अधिकार तो हमें मिल गया है, लेकिन सच्चाई दर्ज करवाने का अधिकार हमारे पास नहीं है।
कंट्रोलर ऑफ इग्जामिनेशन पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला डॉ. पवन कुमार सिंगला ने कहा कि हमारे देश की संस्कृति और व्यवस्था ही ऐसी रही है कि हमने समूह मानव की खुशहाली की बात कही है। हमारी सभ्यता में हमेशा ही मानवाधिकारों की बात होती रही है। लेकिन जब हम गुलाम हुए तब हमारी आजादी छिन गई, हमारे अधिकार छिन गए और जब हमने अधिकार मांगे तो हमें लाठी और गोली मिली। उन्होंने कहा कि आज जो देश (इंग्लैंड) मानवाधिकारों का अपने आपको सबसे बड़ा अलंबरदार कहता है, इसी देश ने हमें डेढ़ सौ वर्ष तक गुलाम बनाकर हमारे अधिकार छीने और जब हमने अधिकार मांगे तो हमें दबाया गया। उन्होंने कहा कि आज हम ब्रिटिश साम्राज्य से धरोहर के रूप में मिली शिक्षा और कानून को लागू किए हुए हैं। जिसके चलते हमें आज मानवाधिकारों की बात करनी पड़ रही है। आज अपने आपको बदलने की जरूरत है, विद्यार्थियों का भविष्य और चरित्र बनाकर उसे मानव बनाने की जरूरत है। व्यवस्था बदलने की आवश्यकता है।
सीनियर सीनेटर पंजाब विश्वविद्यालय चण्डीगढ़ डॉ. जगपाल सिंह ने कहा कि इस समय मानव अधिकारों की बात कब हुई यह कहने की बात नहीं है। बल्कि आम आदमी को उसी की भाषा में उसके के अधिकारों और कत्र्तव्यों की बात समझाने की जरूरत है। उनके अनुसार मानव अधिकार हमारे जन्मसिद्ध अधिकार हैं। जोकि समय के अनुसार बदलते रहे हैं। आज हमें उपभोक्ता कानून और आरटीए के अधिकार मिले हैं, जो कारगर साबित हो रहे हैं।
नवांशहर से आए डॉ. विनय सोफत ने कहा कि जब तक मानव के पास अपने विशेषाधिकार हैं और वह दूसरों के अधिकारों को नहीं समझता, तब तक मानव अधिकारों की बात नहीं की जा सकती। चूंकि एक अधिकार पाने के लिए दूसरों के अधिकार को कुचलता आया है। उन्होंने इस मौके पर स्वामी विवेकानंद के शब्दों को उदृत करते हुए कहा कि महिलाओं को किसी से अधिकार मांगने की जरूरत नहीं। अगर महिलाओं को पढ़ा-लिखाकर अपने फैसले खुद लेने के काबिल बना दिया जाए, तो महिलाएं अपना अधिकार स्वयं ले लेंगी।
मीडिया भी ध्यान दे
हिसार से आए डॉ. दिनेश चहल ने महिला अधिकारों पर सटीक बात कहकर खूब तालियां बटोरी। उन्होंने व्यंग्यत्मक शैली में कहा कि शीला और मुन्नी को ही बदनाम किया जाता है, लेकिन इसके लिए राम और शाम लाल को दोषी नहीं ठहराया जाता। मीडिया पर हम दोष देते हैं लेकिन जो समाज चाहता है, मीडिया वही परोसता है। यदि मानव अधिकारों की बात करनी है, तो समाज को अपना नजरिया बदलना होगा और मीडिया को अपनी सोच बदलनी होगी। इस अवसर पर डॉ. प्रितपाल कौर आरएनएनयूएल पटियाला, डॉ. आदिती शर्मा पीयूआरसी लुधियाना, डॉ. आशुतोष शर्मा एडवोकेट पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट चण्डीगढ़, डॉ. संजीव, डॉ. प्रमोद, डॉ. सुखजीत, डॉ. जसपाल सिंह होशियारपुर, डॉ. संजीव डाबर नवांशहर ने भी मानव अधिकारों पर अपने विचार रखे। मंच का संचालन प्रियतोष ने बखूबी निभाया। इस मौके पर मेजर भूपिंद्र सिंह ढिल्लों ओएसडी सीएम पंजाब, कॉलेज प्राचार्या डॉ. इंदिरा अरोड़ा, डॉ. आशा गर्ग प्रिंसीपल एमपी कॉलेज, प्रिंसिपल एसएम देवगुण, आयोजक डॉ. भारत भूषण, प्रेम गुप्ता शाखा प्रबंधक स्टेट बैंक ऑफ पटियाला किलियांवाली, मास्टर दीदार सिंह, केशव शर्मा, पवन गर्ग, हरीश सेठी रिंका आदि उपस्थित थे।

नाके पर तैनात कर्मियों पर उठी अंगुली!



डबवाली (लहू की लौ) मलोट रोड़ नाका के पास बुधवार सुबह करीब 4 बजे एक ट्रक की टक्कर से डिवाईडर पर लगा खंबा टूट गया। खंबा क्या टूटा नाके पर तैनात पुलिस कर्मियों की बांछे खिल गई। कर्मियों ने झट से ट्रक ड्राईवर से ट्रक के कागज जब्त कर लिए और ट्रक को पास ही बनी एक मार्किट में लगा दिया।
ट्रक चालक बहादुरगढ़ निवासी दलीप कुमार (28) ने बताया कि वह साईट कटिंग लेकर ट्रक क्लीनर अखिलेश निवासी बहादुरगढ़ के साथ मुक्तसर (पंजाब) के लिए रवाना हुआ था। बुधवार सुबह करीब 4 बजे वह मलोट रोड़ पर नाका के पास पहुंचा। बैरियर समझकर वह जब ट्रक को साईड में लगाने लगा तो उसका ट्रक डिवाईडर पर लगे बिजली के खम्बे से टकरा गया। नाका पर तैनात कर्मचारियों उससे ट्रक के कागज छीन लिए और ट्रक को एक तरफ लगवा दिया।
हैरानी जनक तथ्य तो यह है कि घटना को करीब छह घंटे बीतने के बावजूद वहां तैनात कर्मियों ने इसकी सूचना किसी को नहीं दी। बल्कि यह बताते रहे कि एक अज्ञात ट्रक खम्बा में टक्कर मारकर सिरसा की ओर फरार हो गया है।
सूचना पाकर मौका पर पहुंचे पत्रकारों को नाका पर तैनात एएसआई सागर राम तथा हवलदार राजेन्द्र कुमार ने बताया कि मलोट साईड से आया एक ट्रक खम्बे में टक्कर मारकर फरार हो गया है। उन्होंने पीछा भी किया लेकिन फाटक खुला होने का लाभ पाकर चालक ट्रक को भगा ले गया। पत्रकारों ने पास की मार्किट में खड़े एक ट्रक के बारे में जब उपरोक्त पुलिस कर्मियों से पूछा तो पुलिसकर्मी हड़बड़ा गए। ब्यान पलटते हुए बोले कि ट्रक वही है। उन्होनें स्वीकार किया कि ट्रक के कागज कब्जे में लिए गए हैं।
सूत्रों की माने तो ट्रक को साईड में लगा पुलिस कर्मचारी पैसे बनाने के चक्कर में थे। लेकिन ट्रक चालक के साथ उनका सौदा पट नहीं रहा था।
वार्ड नं. 1 के पार्षद जगदीप सूर्या ने बताया कि ट्रक चालक से नगरपालिका ने नुक्सान के 1700 रूपए भरवा लिए गए हैं।
संदेह में खाकी!
ट्रक को एक साईड में खड़ा करके मीडिया कर्मियों से झूठ क्यों बोल रहे थे पुलिस कर्मचारी? घटना को हुए छह घंटे बाद भी किसी को सूचना क्यों नहीं दी? पत्रकारों के पहुंचने पर ही पुलिस कर्मियों ने नगरपालिका में सूचना क्यों दी, उससे पूर्व सूचना क्यों नहीं दी?

बदहाल सीवरेज व्यवस्था डीसी को घेरेंगे प्रेमनगर वासी


डबवाली (लहू की लौ) पिछले एक माह से बदहाल सीवरेज व्यवस्था का सामना कर रहे प्रेमनगर के लोगों ने 24 फरवरी को खुला दरबार आयोजित करने आ रहे डीसी के घेराव की चेतावनी दी है।
शहर के वार्ड नं. 7 के अंतर्गत आने वाले इस इलाके में सीवरेज चॉक पड़े हुए हैं। गंदा पानी गलियों में बह रहा है। हालात इतने बदत्तर हो गए हैं कि सीवरेज का पानी लोगों के घरों में घुस रहा है। इलाके के लोग कई दफा जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय के चक्कर लगाकर समस्या का हल करवाने का अनुरोध कर चुके हैं। प्रेमनगर के रहने वाले एडवोकेट शविंद्र सिंह, जगतार सिंह मास्टर, कुलजीत सिंह, हरिराम, बलजीत कौर, रामलाल, आशा रानी, बिकर सिंह फौजी, सुखदेव सिंह आदि ने बताया कि वे एक माह से बदहाल सीवरेज व्यवस्था के बीच अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। विभाग के कार्यालय के रजिस्टर में कई बार शिकायत दर्ज करवा चुके हैं। लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बरकरार है। अब सीवरेज का गंदा पानी उनके घरों में प्रवेश करने लगा है।
कर्मचारियों के चक्कर में कॉलेज से ली छुट्टी
प्रेमनगर में रह रहा कुलदीप एमएससी (आईटी) का स्टूडेंट है। इसने भी उपरोक्त समस्या को लेकर विभाग कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। शायद शिकायत पर कार्रवाई हो जाए इसी चक्कर में इसने मंगलवार को कॉलेज से छुट्टी लेकर पूरा दिन विभाग के कर्मचारियों की इंतजार में बिता दिया। लेकिन कर्मचारी नहीं आए।
घेराव की चेतावनी
इलाके के लोगों ने चेतावनी दी कि अगर 24 फरवरी को खुला दरबार लगने से पूर्व इलाके की सीवरेज व्यवस्था ठीक नहीं हुई तो वे डीसी युद्धवीर सिंह ख्यालिया का घेराव करेंगे।
जल्द होगा समाधान
इधर जब इस संबंध में जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सुभाष से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि वार्ड नं. 7 के अंतर्गत आने वाले प्रेमनगर की मेन सीवरेज पाईप बंद पड़ी हुई है। जिसे खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही इलाके में सीवरेज व्यवस्था दुरूस्त कर दी जाएगी।

एसडीएम की पहल से टिप-टॉप होगा शहर


डबवाली (लहू की लौ) नगर की सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए नगरपालिका ने इसके लिए आवश्यक सामान खरीदने का निर्णय लिया है।
बुधवार को सिटी मैजिस्ट्रेट सिरसा कार्यालय में डबवाली के उपमंडलाधीश तथा प्रचेज कमेटी के चेयरमैन डॉ. मुनीश नागपाल की अध्यक्षता में प्रचेज कमेटी सदस्यों की एक बैठक हुई। जिसमें एक रिफ्यूज कम्पेक्टर, 2 ट्रेक्टर-ट्राली, एक ट्रेक्टर माऊंटेड जेसीवी, 150 नग डस्टबीन एक क्यूबिक क्षमता वाले खरीदने का प्रस्ताव पारित किया गया।
उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि इस सामान सरकार की मंजूरशुदा एजेंसी की मार्फत और टैंडर मांग कर खरीदा जायेगा। उनके अनुसार इस सामान के नगरपालिका डबवाली में आने से डबवाली नगर की सफाई व्यवस्था में बड़े पैमाने पर सुधार होगा। नगर के सौंदर्यकरण में प्रशासन को मदद मिलेगी। पालिका के पास विकास कार्यों के लिए 69.71 लाख रूपये की राशि आई हुई है। इसी में से उपरोक्त सामान खरीदा जाना है।
इस बैठक में प्रचेज कमेटी सदस्य मनोज शर्मा वर्क मैनेजर हरियाणा रोड़वेज सिरसा, एनके गोयल महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र सिरसा, कुलदीप मलिक सचिव नगरपालिका डबवाली, एमई रमेश कम्बोज नगर सुधार मंडल डबवाली उपस्थित थे।

कालूआना में बनेगा ईबीबी मॉडल स्कूल


डबवाली (लहू की लौ) केन्द्र सरकार की योजना के अधीन 11वीं पंचवर्षीय योजना के प्रथम चरण में माध्यमिक शिक्षा को उच्चतम स्तर व गुणवत्ता से परिपूर्ण बनाने के लिए देशभर में 2500 मॉडल स्कूल ईबीबी (एजूकेशनली बैकवर्ड ब्लॉकस) में खोले जा रहे हैं जिसमें गांव कालूआना में भी एक विद्यालय खोला जाना है।
यह जानकारी देते हुए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कालूआना के प्रिंसीपल सन्त कुमार ने बताया कि विद्यालय में इस सन्दर्भ में आज उनकी अध्यक्षता में एक बैठक हुई जिसमें गांव गंगा, मुन्नांवाली, दारेवाला, गोदीकां, बिज्जूवाली के प्रधानाचार्य व उच्च विद्यालय तथा ग्राम कालूआना विद्यालय प्रबंधन समिति और अध्यापक-अभिभावक संघ के पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में केन्द्रीय विद्यालय संगठन की पद्धति पर अंग्रेजी माध्यम सहशिक्षा के ईबीबी मॉडल स्कूल सीनियर सैकेंडरी स्तर के खोले जाने संबंधी जानकारी देते हुए बताया गया कि इन विद्यालयों में ग्रामीण बच्चे जो शहरों के अच्छे स्कूलों में महंगी शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकते, दाखिला ले सकेंगे। लड़कियों के आधुनिक सुविधायुक्त 100 सीट का हॉस्टल, आधुनिक कंप्यूटर लैब, इंटरनेट सुविधा, विशाल सभागार, आवागमन सुविधा, पुस्तकालय, कला व संगीत शिक्षक, भाषा लैब, स्वास्थ्य परीक्षण सुविधा और बेहतर स्तर की खेल सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उनके अनुसार विद्यालय के बच्चों के लिए शैक्षणिक भ्रमण, शिक्षाप्रद मेलों, प्रदर्शनियों में भ्रमण का भी प्रावधान होगा। शिक्षा का मुख्य जोर लड़कियों, एससी तथा एसटी वर्ग के लड़कों की विज्ञान, वाणिज्य व व्यवसायिक शिक्षा पर होगा। विज्ञान, गणित व अंग्रेजी पर विशेष ध्यान दिया जायेगा।
विद्यालय प्राचार्य ने बताया कि इस विद्यालय के लिए राज्य सरकार द्वारा केन्द्र सरकार की सहायता से ग्राम कालूआना में लगभग तीन करोड़ 2 लाख रूपये की राशि से उच्च स्तरीय भवन का निर्माण करने की प्रक्रिया जारी है। इस विद्यालय की प्रबंधन समिति के चेयरमैन जिला उपायुक्त होंगे। लेकिन विद्यालय हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी से संबंंधित होगा और इसी अप्रैल माह से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कालूआना में इसकी कक्षाएं भी शुरू हो जायेंगी।

22 फ़रवरी 2011

लिव इन रिलेशन में सुसाईड


डबवाली (लहू की लौ) सोमवार सुबह गांव खुइयांमलकाना में अपनी पत्नी के जीवित रहते अन्य दो महिलाओं के साथ लिव इन रिलेशन के चलते एक राज मिस्त्री ने लोक लाज के भय से अपनी प्रेमिका के साथ जहरीला पदार्थ निगल कर जान दे दी।
राजमिस्त्री महिन्द्र सिंह (48) निवासी रानिया हाल खुइयांमलकाना की शादी 27 वर्ष पूर्व शीलाबाई पुत्री खान सिंह निवासी अबोहर के साथ हुई थी। लेकिन 15 वर्ष पूर्व उसकी जिन्दगी में पालो नामक महिला आई। वह अपनी पहली पत्नी को रानिया छोड़ कर यहां भी कहीं कोठियों का ठेका लेता तो वहां अपनी प्रेमिका के साथ रहता। एक वर्ष पूर्व ही इसकी जिन्दगी में संतोष नामक महिला भी आयी और अब वह संतोष के साथ डबवाली, सिरसा रहने लगा।  लेकिन बीच में अपनी पत्नी और अपनी पहली प्रेमिका के पास भी आता-जाता रहा।
इसी दौरान पालो ने 15 फरवरी को थाना सदर पुलिस में एक शिकायत देकर कहा कि उसका पति महिन्द्र सिंह अपनी पे्रमिका संतोष के साथ सिरसा रहने लग गया है। उसे गुजारा भत्ता दिलवाया जाये। इस संबंध में सोमवार को दोनों पक्षों को बुलाया गया था।
शीलाबाई (47) पत्नी महिन्द्र ङ्क्षसह ने बताया कि उसके 3 लड़के और तीन लड़कियां हैं। जिसमें दो लड़कियां भोली (25) तथा परमजीत कौर (20) की शादी हो चुकी है। भोली के एक लड़का तथा परमजीत कौर के एक लड़का और लड़की हैं। जबकि योगराज (22), गुलाब (16), अंग्रेज (14), संदीप कौर (10) उसके साथ रहे हैं। महिन्द्र सिंह कोठियों के ठेके लेता था और अक्सर एक माह बाद घर आता था। उसे पता चला कि उसके पति का संबंध उसके साथ मजदूरी करने वाली गांव डबवाली निवासी पालो के साथ हो गये हैं। इस पर उसने ऐतराज किया तो महिन्द्र ने उसे विश्वास दिलाया कि उसके बच्चों की शादी वह करेगा, इस पर उसने महिन्द्र को ज्यादा कुछ नहीं कहा। वह तीन वर्ष पूर्व लखुआना में और अब 4 माह पूर्व खुइयांमलकाना में रहने लगे। महिन्द्र ने इसी दौरान खुइयांमलकाना में उसके मकान में से पालो को भी कुछ हिस्सा दे दिया था।
शीला ने बताया कि सोमवार सुबह 10 बजे उसने देखा कि पालो के घर का गेट खुला पड़ा है तो वह अन्दर गई तो उसने देखा कि महिन्द्र और संतोष वहां पर बेहोशी की हालत में पड़े हुए हैं और उनके मुंह से झाग निकल रही है। उसने बाहर आकर शोर मचा दिया। मौका पर संतोष की लड़कियां वीरपाल, पूजा पहुंच गईं और इसकी सूचना महिन्द्र के छोटे भाई गुरदीप सिंह लखुआना को दी गई और दोनों को उपचार के लिए डबवाली के सामान्य अस्पताल में लाया गया।
मृतक के भाई गुरदीप सिंह (30) पुत्र राजा सिंह लखुआना ने बताया कि उसके भतीजे योगराज ने उसे फोन पर बताया कि उसके पिता महिन्द्र सिंह ने कोई जहरीला पदार्थ निगल लिया है जिस पर वह खुइयांमलकाना पहुंचा और जीप से महिन्द्र व संतोष को अस्पताल लेकर आया।
मृतका संतोष की पुत्री पूजा (15) ने बताया कि वह उस सहित पांच बहन-भाई हैं। जिसमें वीरपाल (22), सुमन (20), रजनी (18), गुरप्रीत (10) हैं। उसका पिता सुखदयाल सिंह पहले हलवाई का काम करता था लेकिन पिछले कुछ वर्षों से दमें का मरीज बन जाने के कारण कोई काम नहीं कर रहा था। उसकी माता घरों का काम करके और मजदूरी करके परिवार का लालन पालन कर रही थी। उसकी बहन वीरपाल और सुमन की शादी हो चुकी है। उसके अनुसार पालो अक्सर मां को ताने मेहने देती कि वह महिन्द्र के साथ गलत है। इस बात को लेकर उनके घर में क्लेश रहता। इसी क्लेश के चलते उसकी माता डबवाली आकर उसके मामा मिट्ठू सिंह के पास आकर रहने लगी। इसी दौरान उसका मामा मानसा चला गया। अब उसकी मां महिन्द्र सिंह के साथ रह रही थी। उसने आरोप लगाया कि पालो के ताने मेहनों से तंग आकर उसकी मां ने लोक लाज के चलते जहरीला पदार्थ निगल कर अपनी जान दे दी।
सामान्य अस्पताल के चिकित्सक डॉ. बलेश बांसल ने बताया कि महिला और पुरूष ने किसी जहरीले पदार्थ का सेवन किया हुआ था। जब दोनों को अस्पताल लाया गया तो उनके मुंह से झाग निकल रहा था। अस्पताल लाने से पूर्व महेन्द्र दम तोड़ चुका था। जबकि संतोष में कुछ सांसे बाकी थी। प्राथमिक उपचार के बाद सिरसा रैफर करते समय उसने भी दम तोड़ दिया।
थाना सदर के एएसआई आत्मा राम ने बताया कि शीलाबाई के ब्यान पर धारा 174 सीआरपीसी के तहत कार्यवाही करते हुए शवों का अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद शवों को उनके वारिसों को सौंप दिया।

महकमे के लोगों को टूटी सड़क पर पैदल चलाया


एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल ने सरकारी अमले के साथ किया नगर का दौरा
डबवाली (लहू की लौ) सोमवार शाम को उपमंडलाधीश कार्यालय में उपायुक्त सिरसा युद्धवीर सिंह ख्यालिया की अध्यक्षता में 24 फरवरी को सुबह 11 बजे प्रस्तावित खुले दरबार के संबंध में उपमंडलाधीश डॉ. मुनीष नागपाल ने उपमंडल के सभी अधिकारियों की एक बैठक ली और उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये।
बैठक में उपमंडलाधीश ने उपमंडल के सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि अपने स्तर पर अपने-अपने विभागों की जनसमस्याओं को निपटा कर मंगलवार शाम तक उन्हें रिपोर्ट दें और जो समस्याएं न सुलझ पायें उन्हें खुले दरबार में प्रस्तुत करें। बैठक सचिव नगरपालिका को आदेश दिये कि वह नगर में अवैध कब्जों को हटवाने के लिए एरिया वाईज लोगों की बैठक बुलाये और लोगों के सहयोग से अतिक्रमण को हटाये। नैशनल हाईवे तथा बीएण्डआर के अधिकारियों को खस्ता सड़कों की सुध ले। बैठक के बाद उपमंडलाधीश स्वयं अधिकारियों का नेतृत्व करते हुए गोल चौक में पहुंचे और उन्हें खस्ता हाल सड़कों की स्थिति अवगत करवाते हुए उन्हें पैदल चलाया ताकि वह लोगों की समस्याओं से रूबरू हो सकें। इस मौके पर पचंायती राज विभाग के एसडीओ शेषकरण बिश्नोई, नैशनल हाईवे के जेई बुधराम, बीएण्डआर के जेई प्रेम सिंह, जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सतपाल, नगरपालिका सचिव कुलदीप मलिक, नगर सुधार मंडल सचिव रामनिवास शर्मा, मार्किट कमेटी सचिव अजय संधू उपस्थित थे। इसी दौरान इस संवाददाता से बातचीत करते हुए उपमंडलाधीश डॉ. मुनीष नागपाल ने कहा कि संबंधित विभागों को खस्ता हाल सड़कों का अस्टीमेट बना कर सड़कों की शीघ्र रिपेयर करवाने, अवैध कब्जों को हटाने के आदेश जारी किये गये हैं।

मेडिकल पर छापे, नशे का जखीरा मिला


डबवाली (लहू की लौ) जिला औषधि निरीक्षक ने सोमवार को पुलिस दल-बल के साथ नगर के दो मेडिकल स्टोरों पर अचानक दबिश देकर भारी मात्रा में नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां पकड़ी।
सीआईए डबवाली प्रभारी एसआई हवा सिंह, गोल बाजार पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई कृष्ण कुमार के साथ जिला औषधि निरीक्षक सिरसा रजनीश धानीवाल दोपहर को अचानक मलोट रोड़ पर स्थित अक्स मेडिकल स्टोर पर पहुंचे। स्टोर पर मौका पर संदीप सिंह बैठा हुआ था। जबकि फार्मासिस्ट गायब था। इस टीम ने स्टोर का पूरा रिकॉर्ड खंगाला और साथ में उपलब्ध दवाईयों का निरीक्षण किया। जबकि इसी टीम ने मलोट रोड़ पर स्थित राजेश मेडिकोज पर भी छापामारी की। मौका पर दुकान मालिक और फार्मासिस्ट राजेश उपस्थित था।
जिला औषधि निरीक्षक रजनीश धानीवाल ने बताया कि अक्स मेडिकल स्टोर पर निरीक्षण के दौरान नशे प्रयुक्त होने वाली दवाई बी-कॉम 265 टेबलेट, केरीसोमा 78 टेबलेट, सपाजमोसिप 24 कैप्सूल, केरीसोमा टेबलेट के 30 खाली पत्ते, एक स्पाजमोसिप का खाली पत्ता, दो खाली रेक्सकोफ शीशी, एक कोरेक्स की बोतल मिली है। जबकि राजेश मेडिकोज पर निरीक्षण के दौरान एनाजिटिल 12 हजार 500 टेबलेट, प्रोक्सीवोन 108 कैप्सूल, सपाजमो प्रोक्सीवोन 72 कैप्सूल, पारवोन 200 कैप्सूल, एलपिक्स (.5) 900 टेबलेट, रोजीपाम 250 टेबलेट, टरेनेक्स 250 टेबलेट, पराजोलम 250 टेबलेट, ऐलनोक 230 टेबलेट, इक्यू ब्रोन 290 टेबलेट, केरीसोमा 124 टेबलेट, प्लेनोकफ सिरप 12 बोतल, एक्सट्रेंट 11 बोतल के अतिरिक्त रेक्सकोफ की 96 बोतल यूज की हुई बरामद हुई। जांच अधिकारी ने बताया कि उपरोक्त दोनों मेडिकलों से मिली सभी दवाईयां शैड्यूल एच की दवाईयां हैं। बिना डॉक्टर की पर्ची के इन्हें बेचा नहीं जा सकता। लेकिन दोनों मेडिकल नियमों के विपरीत कार्य करते हुए धड़ल्ले से इन्हें बेच रहे हैं। दुकान मालिक इन दवाईयों से संबंधित खरीद-बेच का रिकॉर्ड नहीं दिखा सके। वे दोनों शॉप का लाईसेंस कैंसल करने की मांग सीनियर ड्रग कंट्रोल एनके आहूजा से करेंगे।
इधर राजेश मेडिकोज के मालिक राजेश कुमार ने बताया कि शॉप से मिली उक्त दवाईयों को बेच सकता है। रिटेल और होलसेल दोनों लाईसेंस उसके पास हैं। उसने इन दवाईयों को सिरसा मेडिकल एजेंसी, सिरसा से खरीदा था। वह इन दवाईयों की खरीद-बेच का रिकॉर्ड विभाग के समक्ष प्रस्तुत कर देगा।

20 फ़रवरी 2011

डेरा प्रेमियों और सिक्खों के वारंट जारी


डबवाली (लहू की लौ) गांव घुकांवाली में जुलाई 2008 में डेरा प्रेमियों और सिखों के बीच हुए झगड़े में दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर पुलिस द्वारा दर्ज किए गए केस में वांछित 33 लोगों के अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी करके 15 अप्रैल 2011 तक आरोपियों को अदालत में पेश करने के आदेश औढ़ां पुलिस को दिए हैं।
औढ़ां पुलिस ने 19 जुलाई 2008 को मुकद्दमा नं. 88 के तहत धमिन्द्र सिंह पुत्र सुरजीत सिंह निवासी घुकांवाली की शिकायत पर गांव के कई लोगों के खिलाफ धारा 323/324/188/149/285/435/436/427/452 आईपीसी तथा 25/54/59 शस्त्र अधिनियम के तहत केस दर्ज किया था। जिसमें धमेन्द्र पुत्र सुरजीत सिंह ने दिए ब्यान में कहा था कि 18.7.08 को डेरा सच्चा सौदा घुकांवाली में मौजूद था। उसके साथ डेरा प्रेमी वेदप्रकाश, देवीलाल, झण्डा राम, गुरदास, गुरलाल, बलजीत, हरनेक, पाला राम भी मौजूद थे। इतनी देर में गांव के काफी लोग जिनमें मेजर सिंह पुत्र महेन्द्र सिंह बगैरा थे, ने लाठियों, डंडों व तलवारों और बंदूक, पिस्तोल आदि से डेरा पर हमला करके डेरा की चारदीवारी गिरा दी। डेरा के गेट और इमारत को आग लगा दी। जब उन्होंने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्हें चोटें मारी गई।
शिकायत के आधार पर पुलिस ने अभियोग अंकित करके तफ्तीश तत्कालीन थाना प्रभारी रणवीर सिंह को सौंप दी। दर्ज केस के आधार पर राजा सिंह पुत्र जीत सिंह, गुरदीप सिंह पुत्र हरदेव सिंह घुकांवाली का पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। लेकिन अन्य आरोपी गिरफ्तारी से बच गए थे। पुलिस ने 14.12.2010 को आरोपियों को पकडऩे के लिए अदालत से गिरफ्तारी वारंट जारी करवा लिए। लेकिन आरोपी न पकड़े जाने पर पुलिस ने 24 जनवरी 2011 को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत के समक्ष पेश होकर पुन: आरोपियों के गिरफ्तारी वारंट की याचिका दायर की। इस याचिका पर अदालत ने 19 लोगों के गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए उन्हें पंद्रह अप्रैल तक गिरफ्तार करके अदालत में पेश करने के आदेश दिए। अदालत ने जिनके गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं उनमें मेजर सिंह, गुरशरण सिंह, जगतार सिंह उर्फ बगदू, सूरत सिंह, गुरदीप सिंह, दर्शन सिंह, हरनेक सिंह, बलकरण उर्फ जसकरण, सुखदेव सिंह उर्फ बनिया, जगराज सिंह, भगवाल सिंह, मेवा सिंह, जगरूप सिंह, जस्सा सिंह, हरबंस सिंह, जसवीर सिंह, सुखराज सिंह, हरनेक सिंह निवासीगण घुकांवाली और भोला सिंह आरेवाला औढ़ां के नाम शामिल हैं।
इसी तिथि को पुलिस ने दर्शन सिंह पुत्र संपूर्ण सिंह निवासी घुकांवाली की शिकायत पर 14 डेरा प्रेमियों के खिलाफ दफा 323/148/149/307 आईपीसी और 25/54/59 शस्त्र अधिनियम के तहत क्रॉस केस दर्ज किया था। जिसमें शिकायतकर्ता ने कहा था कि 18.7.08 को वह अपने काम से फारिग होकर खाना खाने की तैयारी कर रहा था, कि उनका मकान डेरा घुकांवाली के पास होने के कारण डेरा का दरवाजा के पास से गंदी-गंदी गालियों की आवाज सुनाई दी। उसने देखा कि डेरा प्रेमी डेरे के गेट के ऊपर खड़े गालियां दे रहे हैं। इतनी देर में आस-पड़ौस के दर्शन सिंह बगैरा मौका पर आ गए और उन्होंने गंदी गालियां देने से रोका, तो आरोपियों ने कहा कि डबवाली में तुमने हमारी दुकानों में आग लगाई है, उसका आज बदला लेंगे। जिस पर मंदर सिंह ने अपने हाथ में लिए पिस्तोल से सीधा फायर उसके ऊपर किया, जो उसकी गर्दन के पास लगा और वह गिर गया। जसवीर सिंह ने उसे उठाने की कोशिश की तो पप्पू और जग्गा सिंह के कहने पर मंदर ने एक ओर फायर किया। जो जस्सा सिंह की कमर में लगा। इसके बाद प्रेमियों ने उन पर ईंट-रोड़ मारने शुरू कर दिए। सिख समुदाय के लोगों के चोटें लगी। जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इस केस में पुलिस ने 14 लोगों को नामजद किया। जिनके 14-12-2010 को अदालत से गिरफ्तारी वारंट भी जारी करवाए। लेकिन आरोपी पुलिस के हाथ नहीं आए। पुलिस ने अब 24 जनवरी 2011 को उपमंडल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में याचिका दायर करके आरोपियों के फिर से गिरफ्तारी वारंट की मांग की। जिस पर अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए 15 अप्रैल तक आरोपियों को पकड़कर अदालत में पेश करने के आदेश दिए। जिनके गिरफ्तारी वारंट जारी हुए उनमें प्रेमी जग्गा सिंह, मंदर सिंह, गुरदास सिंह, बग्घड़ सिंह, बलजीत सिंह, ओमप्रकाश, इन्द्राज, धर्मेन्द्र सिंह, वेदप्रकाश, देवीलाल, झण्डा सिंह, हरनेक सिंह, पाला राम, गुरलाल निवासीगण घुकांवाली के नाम शामिल हैं।

कांग्रेस नेता और आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष को धक्के मारे


डबवाली (लहू की लौ) सीवरेज के गंदे पानी की निकासी के समाधान को लेकर मार्किट कमेटी कार्यालय में गए कांग्रेसी नेता तथा कच्चा आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान प्रकाश चन्द बांसल कर्मचारियों से उलझ गए। आरोप है कि बांसल को धक्के मारकर ऑफिस से बाहर निकाल दिया गया। कच्चा आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान तथा कांग्रेसी नेता प्रकाश चन्द बांसल ने आरोप लगाया कि मार्किट कमेटी के मेन गेट के पास लगभग एक माह से ऊपर सीवरेज का गंदा पानी निकल रहा है। गेट के चारों और फेल जाने के कारण आने-जाने वाले को मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में वे कई बार मार्किट कमेटी सचिव से मिल चुका है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। मार्किटिंग बोर्ड पब्लिक हैल्थ के जेई कश्मीरा सिंह डबवाली आए हुए थे। उन्होंने उससे गंदे पानी की निकासी की बात कही। मौका पर उपस्थित मार्किट कमेटी के सचिव अजय कुमार उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अस्टीमेट बन रहा है, शीघ्र ही उनकी समस्या का समाधान हो जाएगा। लेकिन जेई ने कहा कि वे मेन होल के बीच में प्रवेश करके इसकी सफाई थोड़ी करेगा। उसे धक्के मारकर बाहर निकालने के जेई और सचिव ने आदेश दिए।
इस संदर्भ में मार्किट कमेटी के सचिव अजय कुमार से बातचीत की गई तो उन्होंने आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान को यही कहा गया था कि अस्टीमेट बनाया जा रहा है, गंदे पानी की समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। लेकिन प्रकाश चन्द बांसल मार्किटिंग बोर्ड के जेई कश्मीरा सिंह से अनावश्यक रूप से उलझ गए और वे कांग्रेसी नेता तथा आढ़ती एसोसिएशन का प्रधान होने का रौब झाडऩे लगे। उन्होंने कहा कि उसकी इसमें कोई भूमिका नहीं थी। जेई और बांसल के बीच में ही खटपट हुई है। उन्होंने केवल प्रकाश चन्द बांसल को आराम से बैठकर बात करने को कहा था। इधर मार्किटिंग बोर्ड पब्लिक हैल्थ सिरसा के जेई कश्मीरा सिंह ने उन पर लगे आरोपों को खारिज करते हुए बताया कि गुरूवार को वे डबवाली आए थे। इस दौरान वे मार्किट कमेटी कार्यालय में सचिव अजय कुमार से बिगड़ी सीवरेज व्यवस्था के संबंध में बातचीत कर रहे थे। अचानक वहां कांग्रेसी नेता तथा आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रकाश चन्द बांसल आ धमके और सीवरेज व्यवस्था को दुरूस्त करने का कहते हुए रौब झाडऩे लगे। जब उन्होंने मेन होल की सफाई संबंधी तैयार किए गए विभाग के अस्टीमेट से उन्हें अवगत करवाया तो वे अनाप-शनाप बोलने लगे। इस दौरान मार्किट कमेटी सचिव ने प्रकाश चन्द बांसल को आराम से बात करने के लिए कहा। लेकिन वे धमकियां देते हुए कार्यालय से बाहर चले गए।

कबाड़ व्यापारी लूटा


डबवाली (लहू की लौ) दिल्ली और डबवाली के बीच अज्ञात लुटेरों ने चलती बस में एक कबाड़ व्यापारी को लूट लिया। व्यापारी अद्र्धबेहोशी की हालत में शनिवार सुबह गोल चौक के पास पड़ा मिला। उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद के गढग़ंगा निवासी मोहम्मद यासिन (60) पुत्र अब्दुल्ला हफिज ने बताया कि शुक्रवार रात को करीब 10 बजे वह दिल्ली से डबवाली के लिए हरियाणा रोड़वेज की बस में सवार हुआ था। दिल्ली से ही उसके साथ सीट पर दो व्यक्ति बैठ गए। रास्ते में उन लोगों ने उसे पीने के लिए पेप्सी कहते हुए पाईप लगा एक डिब्बा दिया। उसे पीते ही वह अपनी सुध-बुध खो बैठा। इसके बाद उसके साथ क्या हुआ, उसे कुछ मालूम नहीं। यासिन ने बताया कि उसकी जेब में दस हजार रूपए की नकदी थी। एक मोबाइल भी था। साथ में 32 किलो चावल भी थे। लेकिन उसे नहीं मालूम की यह सामान किसने उठा लिया और उसकी जेब में रखी नकदी और मोबाइल किसने निकाल लिए।
डबवाली के गोल चौक के पास फ्रिज रिपेयर का काम करने वाले मिस्त्री नरेश कुमार ने यासिन को अर्धबेहोशी की हालत में पुलिस एम्बुलैंस चालक सतीश कुमार तथा हवलदार जयप्रकाश के सहयोग से डबवाली के सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल करवाया। नरेश कुमार के अनुसार यासिन कबाड़ का व्यापारी है। वह पिछले 5-7 साल से डबवाली से कबाड़ खरीदकर अपने साथ लेजाता आ रहा है। यासिन कुछ दिन यहां रूकता है, इसलिए खाने-पीने का सामान भी अक्सर पीछे से अपने साथ लाता है। थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू ने बताया कि इस घटना का स्थान स्पष्ट नहीं है। फिलहाल पुलिस ने रपट लिख ली है।

17 फ़रवरी 2011

मेंढक बना पांच सौ मीटर दौड़ाया


बाल मंदिर सीनियर सैकेंडरी स्कूल मंडी किलियांवाली के बच्चों को कक्षा से बाहर आने की मिली सजा
डबवाली (लहू की लौ) मंगलवार को बाल मंदिर सीनियर सैकेंडरी स्कूल मंडी किलियांवाली के डीपीई द्वारा विद्यार्थियों को प्रताडि़त करने के आरोप में बुधवार सुबह विद्यालय के बाहर अभिभावकों ने हो-हल्ला किया तथा प्रिंसीपल के समक्ष अपना रोष जताया।
मंगलवार को 7वीं कक्षा के ए सैक्शन का अंग्रेजी का प्रथम पीरियड लगा हुआ था। अंग्रेजी की अध्यापिका पिंकी मैहता को लगा कि अगले पीरियड के लिए घंटी बज चुकी है, अध्यापिका ने कक्षा को छोड़ दिया। विद्यार्थी कक्षा से बाहर आ गये। प्रिंसीपल ने विद्यार्थियों का शोरगुल सुन कर उनको कार्यालय में बुला लिया और डीपीई मनमोहन सिंह को सौंप दिया।
अभिभावक मनीष गर्ग, राजीना, रोजी, रवि बांसल ने बताया कि उनके बच्चे असीम गर्ग, ललित, गुरजोत, निखिल ने मंगलवार शाम को छुट्टी के बाद घर आकर बताया कि डीपीई मनमोहन सिंह ने उन्हें आज बुरी तरह से प्रताडि़त किया। प्रताडऩा के तौर पर उन्हें मेंढ़क बना कर 500 मीटर दौड़ाया, 100 बार उठ-बैठ करवाई, 15 मिनट तक मुर्गा बना कर पिछले बच्चे से आगे वाले बच्चे के हाथ खिंचवाये। इसके बाद हाथ खड़े करवा कर डंडों से भी पीटा।
अभिभावकों ने बताया कि उनके बच्चों का कोई कसूर नहीं था। इसके बावजूद भी उन्हें प्रताडि़त किया गया। इतनी बुरी सजा के चलते उनके बच्चे रात भर सो नहीं सके। इस मामले को लेकर बुधवार को वह स्कूल प्रिंसीपल से मिलने के आये। लेकिन पिं्रसीपल के स्कूल में न होने पर उन्होंने रोष स्वरूप स्कूल के गेट के आगे रोष प्रकट किया। इसके चलते पिं्रसीपल एमएस देवगुण भी पहुंच गये। उन्होंने उनसे इस संबंध में अपना रोष जताया। डीपीई के खिलाफ उचित कार्यवाही की मांग की।
डीपीई मनमोहन ङ्क्षसह ने माना कि उसने बच्चों को 300 मीटर मेंढक रेस लगवाई, 10-10 पुशअप करवाये और एक-एक डंडा भी मारा। लेकिन उसने तो बच्चों को सुधारने के लिए यह पग उठाया था। अध्यापिका पिंकी मैहता ने बताया कि उसका अंग्रेजी का पीरियड था और कक्षा की घड़ी पर 10.05 होने पर उसे लगा कि अगला पीरियड शुरू हो चुका है इसलिए 3-4 बच्चे कक्षा से बाहर आ गये थे।
इस संबंध में स्कूल पिं्रसीपल एमएस देवगुण ने कहा कि बच्चों के कक्षा से बाहर आने पर अनुशासन भंग हुआ और उनके शोर से अन्य कक्षाएं प्रभावित हुईं, जो ठीक नहीं था। लेकिन डीपीई द्वारा बच्चों को शारीरिक सजा देना भी गुनाह है। इसकी पुनरावृत्ति न हो उन्होंने डीपीई से लिखित रूप में लेकर अन्य अध्यापकों के पास भी सर्कुलेट भेजा है कि वह किसी भी बच्चे को प्रताडि़त न करें। उन्होंने कहा कि बच्चों को अभिभावकों द्वारा दिये जाने वाला ओवरप्रोटक्शन भी बच्चे के विकास में बाधा है। उनके अनुसार टीवी और कंप्यूटर बच्चों को शारीरिक रूप से दब्बू बना रहा है, बच्चों को शारीरिक एक्सरसाईज करवाई जानी जरूरी है इसके लिए विद्यालय में अलग से शारीरिक शिक्षा देकर बच्चों को फिट बनाया जायेगा।

14 फ़रवरी 2011

भाखड़ा में मिला साहिल


डबवाली (लहू की लौ) थाना सदर पुलिस को गांव खुईयांमलकाना में बहती भाखड़ा नहर से एक युवक का शव मिला है। जिसकी पहचान पटियाला निवासी साहिल गर्ग (22) पुत्र भूषण गर्ग के रूप में हुई है।
पटियाला के उपकार नगर निवासी भूषण गर्ग का बेटा साहिल 6 फरवरी 2011 को अचानक घर से लापता हो गया था। परिजनों को उसकी बाईक पटियाला से बहने वाली पीसी नहर (भाखड़ा) की पटरी पर मिला था। साहिल के चाचा नरेन्द्र पाल निवासी पटियाला ने बताया कि वह अपने भतीजे तथा साहिल के भाई दीपक गर्ग के साथ साहिल को ढूंढते हुए रविवार को खुईयांमलकाना पहुंचे। पुल के नीचे एक युवक का शव तैरता हुआ मिला। इसकी सूचना उन्होंने थाना सदर डबवाली पुलिस को दी। पुलिस ने मौका पर पहुंचकर शव को बाहर निकाला, तो उसकी पहचान साहिल के रूप में हुई। उनके अनुसार संभव है कि पैर फिसलने से साहिल नहर में गिर गया होगा। मामले की जांच कर रहे थाना सदर पुलिस के एएसआई आत्मा राम ने बताया कि पुलिस को जो शव मिला वह पूर्णतय नग्न अवस्था में था। पुलिस ने नरेन्द्र पाल के उपरोक्त ब्यान दर्ज करते हुए इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई है। शव का डबवाली के सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने के बाद दफा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई करते हुए शव को नरेन्द्र पाल तथा दीपक गर्ग के सुपुर्द कर दिया।
खाल में गिरने से मरा
डबवाली (लहू की लौ) गांव डबवाली में ऐलनाबाद रोड़ पर स्थित खेत में पानी लगा रहा एक खेत मजदूर खाल में पानी देखने गया और पैर फिसल जाने से खाल में गिर गया। करीब एक घंटा तक खाल में पड़ा रहने की वजह से उसकी मौत हो गई।
गांव डबवाली निवासी जसविंद्र सिंह (32) ने बताया कि उसका भाई लक्ष्मण सिंह उर्फ लच्छा (20) दिहाड़ी मजदूरी करता था। शनिवार को वह गांव के किसान बेअंत सिंह के ऐलनाबाद रोड़ पर स्थित खेत में पानी लगाने के लिए गया था। लक्ष्मण खेत में पानी लगा रहा था। इसी बीच खेत से कुछ दूरी पर बने खाल में पानी देखने के लिए गया तो वहां पर पैर फिसल जाने से वह खाल में गिर गया। इधर खेतों में चारा लेने जा रहे तरसेम सिंह तथा हरविंद्र सिंह निवासी डबवाली की दृष्टि खाल पर पड़ी, तो उन्होंने देखा कि खाल में कोई व्यक्ति पड़ा हुआ है। उन्होंने खाल से युवक को बाहर निकाला। मामले की जांच कर रहे थाना शहर के एसआई मंदरूप सिंह ने बताया कि जसविंद्र के उपरोक्त ब्यान के आधार पर पुलिस ने दफा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई करते हुए शव का रविवार को सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।
बुजुर्ग का शव मिला
डबवाली (लहू की लौ) रविवार सुबह गोरीवाला पुलिस चौकी को मुन्नांवाली गांव के पास बहने वाली माईनर से एक व्यक्ति का अर्धनग्न अवस्था में शव मिला है। फिलहाल इसकी पहचान नहीं हो पायी है। लेकिन शव को पहचान के लिए डबवाली के डैड हाऊस में रखा गया है।
गांव गोरीवाला का सतबीर सिंह (19) पुत्र आत्मा राम रविवार सुबह अपने खेत में पानी लगाने के लिए गया। वह जैसे ही मुन्नांवाली माईनर के पास पहुंचा तो उसने देखा कि पानी में एक व्यक्ति की लाश तैर रही थी। इसकी सूचना उसने पुलिस को दी। मौका पर गोरीवाला पुलिस चौकी के एएसआई गोपाल चन्द पहुंचे।
एएसआई गोपाल चन्द ने बताया कि मृत व्यक्ति की उम्र 60 वर्ष, रंग गेहुंआ, दाढ़ी व सिर के आधे बाल सफेद तथा आधे काले, कद साढ़े पांच फुट, दाहिने हाथ पर ओम छपा हुआ, सलेटी रंग की शर्ट तथा काले रंग की बनियान पहनी हुई है। पुलिस के अनुसार लाश 5 दिन पुरानी लगती है और संभव है कि मौत डूबने से हुई हो।

सीनियर सिटीजन ने दिखाया दमखम


डबवाली (लहू की लौ) चौ. गोपी राम वरिष्ठ नागरिक खेल मेला रविवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आयोजित हुआ। जिसमें 85 वरिष्ठ नागरिकों ने भाग लिया।
रिमझिम फुहारों के बीच प्रतिभागी वरिष्ठ नागरिकों ने अपना दमखम दिखाया। आयु वर्ग के मुताबिक प्रतिभागियों में छह खेल करवाए गए। 200 मी. दौड़ में वेदप्रकाश ने पहला, अमर सिंह ने दूसरा तथा सुमित जैन ने तीसरा, 150 मी. दौड़ में रमेश चन्द्र ने पहला, वेदप्रकाश ने दूसरा तथा गोरीशंकर ने तीसरा, 100 मी. दौड़ में गोबिंद राम बांसल ने पहला, भारत भूषण ने दूसरा तथा चिमन लाल ने तीसरा, 50 मी. दौड़ में रामलाल बागड़ी ने प्रथम, नत्थू राम ने द्वितीय तथा राजा राम प्रभाकर ने तृतीय स्थान अर्जित किया।
20 मी. स्लो साईकलिंग (आयु वर्ग 60-65 साल) में कृष्ण बांसल ने प्रथम, किरण कुमार ने द्वितीय तथा अमर सिंह तृतीय, 20मी. स्लो साईकलिंग (आयु वर्ग 66-70 साल) में रमेश चन्द्र शर्मा, राम सिंह, गौरीशंकर, 15 मी. (आयु वर्ग 71-75 साल) में हरनेक सिंह गरचा, ओमप्रकाश सचदेवा, भगत शाम लाल, 15 मी. (आयु वर्ग 76 साल से ऊपर) स्लो साईकलिंग में रामलाल बागड़ी, राजा राम प्रभारक ने क्रमश: प्रथम, दूसरा एवं तृतीय स्थान अर्जित किया।
1000 मी. साईकिल रेस में कृष्ण लाल बांसल, कृष्ण चावला, सुखमंदर, 800 मी. में गोरीशंकर, राम सिंह, रमेश चन्द्र शर्मा, 500 मी. में हरनेक सिंह, सुरजीत, भली राम ने क्रमश: पहला, दूसरा तथा तीसरा स्थान प्राप्त किया। उल्टी दौड़ 50 मी. में सुमित जैन, संतोष दुआ, सुखमंदर सिंह, 40 मी. में राम सिंह, रमेश शर्मा, गोरीशंकर, 30 मी. में गोबिंद राम, भगत शाम लाल, चिमन लाल सिंगला, 20 मी. में रामलाल बागड़ी, राजा राम प्रभारक क्रमश: पहले, दूसरे तथा तीसरे नंबर पर रहे।
जबकि लॉंग जम्प आयु वर्ग 60-65 साल में सुमित जैन (2.78 मी.), एसके दुआ (2.73 मी.), वेदप्रकाश (2.52 मी.), आयु वर्ग 66-70 साल में  राम सिंह (2.66 मी.), वेदप्रकाश (2.53मी.), गोरीशंकर (2.36 मी.), आयु वर्ग 71-75 साल गोबिंद राम (1.86 मी.), ओमप्रकाश (1.55 मी.), भली राम (1.14 मी.), आयु वर्ग 76 साल से ऊपर राम लाल बागड़ी (2.44 मी.), राजा राम (1.70 मी.) क्रमश: पहले, दूसरे तथा तीसरे स्थान पर रहे। रूक-रूकर हो रही बूंदाबांदी में वरिष्ठ नागरिकों ने रस्सा कस्सी में भी हाथ अजमाए। जिसमें राम सिंह सरां की पार्टी ने हरनेक सिंह गरचा की पार्टी को शिकस्त दी। प्रतियोगिता के दौरान निर्णायक की भूमिका कुलदीप सिंह डीपीई, राजन कुमार पीटीआई तथा राकेश शर्मा डीपीई ने निभाई।
इससे पूर्व श्री महावीर जैन संस्थान ट्रस्ट द्वारा चौ. गोपी मल जैन की याद में सरदार गुलाब सिंह को समर्पित इस खेल मेले का शुभारंभ सुरेन्द्र गुप्ता ने किया। जबकि पुरस्कार वितरण कच्चा आढ़तिया एसोसिएशन डबवाली के अध्यक्ष प्रकाश चन्द बांसल तथा आत्मा राम अरोड़ा ने किया।

13 फ़रवरी 2011

इंडिका से मिली अफीम


डबवाली (लहू की लौ) राजस्थान के जोधपुर से एक इंडिका कार में डबवाली लाई जा रही भारी मात्रा में अफीम पुलिस ने मुखबरी के आधार पर पकड़कर एक बहुत बड़ी सफलता अर्जित की है।
थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू को मुखबरी मिली थी कि जोधपुर से एक इंडिका कार में अफीम लेकर एक व्यक्ति डबवाली आ रहा है। मुखबरी के आधार पर चौटाला रोड़ पर पुलिस ने संदिग्ध कार को रूकने का इशारा किया। कार के रूकने पर उसकी तालाशी ली गई। कार की पिछली सीट के नीचे पॉलीथीन में छुपाई हुई अफीम बरामद हुई। मौका पर डयूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार राजेन्द्र कुमार को बुलाया गया।
थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू ने बताया कि अफीम का वजन कराने पर साढ़े छह किलो निकला। आरोपी ने अपनी पहचान नरपतदान (40) पुत्र भंवर दान निवासी सहंदा थाना शेरगढ़ जिला जोधपुर (राजस्थान) के रूप में करवाई है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह इस अफीम को 60 हजार रूपए प्रति किलो के हिसाब से जोधपुर से खरीदकर लाया है। उसने इसे एक लाख रूपए के हिसाब से डबवाली में सप्लाई करना था। वह पिछले दो सालों से इस काम में संलिप्त है। थाना शहर प्रभारी के अनुसार आरोपी को अदालत में पेश करके उसका रिमांड हासिल किया जाएगा।

रेप के बाद वृद्धा की हत्या


डबवाली (लहू की लौ) गांव सांवतखेड़ा में 73 साल की गुरदेव कौर के हत्या के आरोप में थाना शहर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या और बलात्कार का मामला दर्ज करने के बाद हत्यारे की खोज के प्रयास तेज कर दिए हैं। इधर शव का शनिवार को पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव को उसके परिजनों को सौंप दिया।
गांव सांवतखेड़ा के हरमीक सिंह (32) पुत्र छिन्द्र सिंह ने बताया कि उसके दादा मग्घर सिंह की बहन गुरदेव कौर (73) पिछले पंद्रह सालों से उनके पास रह रही थी। वह एसीडीटी की रोगी थी और डॉक्टर ने उसे सैर करने के लिए कहा हुआ था। जिस पर वह अक्सर सैर के लिए उनके मसीतां रोड़ पर स्थित खेतों तक जाया करती थी। शुक्रवार दोपहर बाद वह सैर को गई थी। लेकिन वापिस नहीं लौटी। काफी इंतजार के बाद उसने अपने भाई हरजीत सिंह (30), दादा जय सिंह, ग्रामीण महेन्द्र सिंह, बिन्द्र सिंह, मलकीत सिंह आदि के साथ करीब 4.15 बजे उसकी तालाश शुरू कर दी।
हरमीक के अनुसार खोजते समय उसे सरसों के एक खेत की बलियां टूटी दिखाई दी। जिस पर उसका माथा ठनका। उन्होंने खेत में जाकर देखा तो वहां पर गुरदेव कौर के हाथ उसकी सलवार से बांधकर सलवार को गले में डाला हुआ था, जबकि पैर लोई से बांधे हुए थे। वे तुरंत उसे इलाज के लिए डबवाली के एक प्राईवेट अस्पताल में ले आए, वहां पर चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि हरमीक सिंह के ब्यान पर थाना शहर पुलिस डबवाली ने दफा 302/376 आईपीसी के तहत अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू को सौंपी गई है। उनके अनुसार आरोपी को ढूंढने के लिए पांच टीमें गठित की गई हैं। जिन्होंने अपना कार्य शुरू कर दिया  है। इन टीमों का नेतृत्व थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू के साथ-साथ सीआईए सिरसा प्रभारी किशोरी लाल, सीआईए डबवाली प्रभारी हवा सिंह, एसआई मंदरूप सिंह, एएसआई जगदीश चन्द्र कर रहे हैं। साथ में साईबर सैल, सीन ऑन क्राईम तथा डॉग स्कवॉयड की मदद ली जा रही है। शनिवार को शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे उसके वारिसों को सौंप दिया गया।
यह है पोस्टमार्टम रिपोर्ट
मृतक गुरदेव कौर (73) का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के दो सदस्यीय पैनल ने किया। जिसमें डॉ. सुखवंत सिंह तथा लेडी डॉक्टर अमरदीप जस्सी शामिल थे। पोस्टमार्टम के बाद डॉ. सुखवंत सिंह ने बताया कि गुरदेव कौर की हत्या गला दबाने से हुई है। उसके गले पर हाथ की अंगुलियों के निशान पाए गए हैं।
इधर डॉ. अमरदीप जस्सी ने बताया कि वृद्ध महिला गुरदेव कौर की हत्या गला दबाने से हुई है। बलात्कार की पुष्टि के लिए दो स्वैब तैयार करके मधुबन स्थित प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
डॉग स्कवॉयड का क्या कहना
डॉग स्कवॉयड की टीम ने शनिवार को उक्त खेत का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद टीम के प्रभारी राममेहर ने बताया कि खेत में दो पैरों के निशान मिले हैं। जिनमें से एक पैर के कुछ नहीं पहना हुआ है, जबकि एक के जूते पहने हुए हैं। टीम के खोजी कुत्ते ने पैरों के दोनों निशानों को टोहा। खोजी कुत्ता सड़क से खेत की ओर करीब 40 कदम तक गया। खेत के इर्द-गिर्द दो दिशाओं में ही घूमता रहा। आशंका है कि वारदात को दो लोगों ने अंजाम दिया। यह भी अनुमान लगाया जा सकता है कि वारदात के बाद दोनों अलग-अलग दिशाओं में फरार हुए।
घटना की सूचना पाकर सीन ऑफ क्राईम के जिला प्रभारी डॉ. जोगिन्द्र सिंह के अनुसार घटना स्थल से टीम को कान की बाली तथा बाल बरामद हुए हैं। ऐसा लगता है जैसे मृतका को घसीटा गया हो। यह पूर्णतय ब्लाईंड मर्डर है।

06 फ़रवरी 2011

केंद्रीय मंत्री के पीएसओ को धमकाने के आरोपी संदेह के लाभ में बरी


डबवाली (लहू की लौ) उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत ने 2005 में दर्ज एक केस में एक केन्द्रीय मंत्री के पीएसओ को गांव चौटाला में हथियार दिखाकर धमकाने के दो आरोपियों को संदेह का लाभ देते हुए बरी करने के आदेश दिए हैं।
3 फरवरी 2005 को केन्द्रीय मंत्री कुमारी शैलजा के तत्कालीन पर्सनल सिक्योरिटी गार्ड रंगनाथन और धर्मवीर की शिकायत पर चौटाला पुलिस चौकी ने गांव चौटाला के कुलदीप पुत्र जगदीश, अश्विनी पुत्र अजीत व 4-5 अन्य के खिलाफ एफआईआर नं. 10 के अन्तर्गत धारा 506 आईपीसी तथा 25/54/59 आर्मज एक्ट तथा प्रतिनिधि एक्ट 1961 की धारा 131 के अन्तर्गत केस दर्ज किया था।
शिकातयकर्ता पीएसओ रंगनाथन ने अपनी शिकायत में कहा था कि  3 फरवरी 2005 को 9.45 पर केन्द्रीय मंत्री कुमारी शैलजा डबवाली विधानसभा का राऊंड ले रही थी और वह और उनका साथी पीएसओ धर्मवीर उनके साथ डयूटी पर थे। राऊंड लेते हुए जब वे गांव चौटाला में हरिजन चौपाल के बूथ नं. 109 पर पहुंची तो दो वाहनों पर सवार होकर  कुलदीप पुत्र जगदीश तथा अश्विनी पुत्र अजीत व 4-5 अन्य वहां आये। जोकि पोलिंग स्टेशन के 10 मीटर के घेरे में थे और उनके पास नाजायज असला था। उन्होंने नाजायज असला उन्हें दिखाया और धमकाया। जिस पर उन्होंने (पीसीओ) ने पीछा किया।  पुलिस ने तफ्तीश के दौरान आरोपियों के खिलाफ कार्य क्षेत्र में बाधा डालने के आरोप में धारा 188 भी जोड़ दी थी। पुलिस ने केस को अदालत में प्रस्तुत कर दिया था।
बुधवार को अदालत ने दोनो पक्षों को सुनने और प्रोशिक्यूशन के सभी 8 गवाहों के ब्यान दर्ज करने के बाद आरोपियों को संदेह का लाभ देते हुए बरी करने का आदेश दिया।

शॉप में सेंध, कार उठा ले गए चोर


डबवाली (लहू की लौ) अज्ञात चोरों ने गुरूवार रात को नगर में दो अलग-अलग स्थानों पर चोरियों को अंजाम दिया। वहीं शुक्रवार सुबह-सवेरे एक कार चुरा ले गए।
बठिंडा रोड़ पर सेंट जोसफ हाई स्कूल के सामने स्थित अरूण वरायटी स्टोर के मालिक अरूण कुमार (30) निवासी बठिंडा रोड़, डबवाली ने बताया कि शुक्रवार सुबह जब वह दुकान पर आया तो देखा कि दुकान के ताले टूटे हुए हैं। जबकि शट्टर नीचे गिरा हुआ है। शट्टर खोलकर देखा गया तो दुकान के भीतर से गोलक तथा तीन गैस सिलेण्डर गायब थे। दो गैस सिलेण्डर भरे हुए, जबकि एक खाली था। गोलक में करीब 6200 रूपए की रेजगारी थी। सूचना पाकर मौका पर आए थाना शहर पुलिस के एएसआई जीत राम ने घटना स्थल का निरीक्षण किया।
इधर शुक्रवार सुबह करीब 6 बजे सब्जी मण्डी के बाहर खड़ी एक मारूति कार को अज्ञात व्यक्ति चुरा ले गए। गांव क्खांवाली  (लम्बी) जिला मुक्तसर निवासी जगसीर सिंह (30) ने बताया कि वह गांव में सब्जी बेचने का कार्य करता है। वह सुबह करीब 5.30 बजे अपनी सफेद रंग की मारूति कार को सब्जी मण्डी के बाहर खड़ा करके सब्जी खरीदने के लिए गया था। करीब पंद्रह मिनट बाद जब वापिस लौटा तो मारूति कार गायब थी। उसने इसकी सूचना गोल बाजार पुलिस को दे दी है। गोल बाजार पुलिस चौकी के एएसआई सुभाष ने बताया कि पुलिस को मारूति कार चोरी होने की सूचना मिली है।
गोल बाजार के पास स्थित अंग्रेजी शराब के ठेका के पार्टनर राजू पुत्र कृष्ण लाल ने बताया कि ठेका के ऊपर उसके पार्टनर विजय कुमार के पिता हरि नारायण का निवास स्थान है। रात को करीब तीन बजे एक कार पर चार लोग आए और उन्होंने ठेका के शट्टर के ताले तोड़ दिए। ताले तोडऩे की आवाज सुनकर जब हरि नारायण ने ललकार लगाई तो वे व्यक्ति भाग गए। जिससे अज्ञात व्यक्ति वारदात को अंजाम देने में नाकाम रहे।

चौटाला बंधुओं ने हल करवाया गली विवाद


डबवाली (लहू की लौ) हल्का डबवाली से इनेलो विधायक अजय सिंह चौटाला ने डबवाली के वार्ड नं. 7 के निवासियों को उस समय बड़ी राहत प्रदान की जब उन्होंने लम्बे समय से कानूनी पेचीदगी मे उलझेे गली विवाद का सोहार्द पूर्ण तरीके से निपटारा करवा दिया।
चौटाला रोड़ पर कचहरी के सामनेे वार्ड नं. 7 की घनी आबादी को जाने वाला रास्ता जमीन मालिक वरिष्ठ अधिवक्ता दीपक कौशल द्वारा चारदीवारी कर लेने के कारण बंद हो गया था, जिसके चलते इस प्रकरण पर गहरा विवाद खड़ा हो गया था तथा मामले की फौजदारी अदालत में कानूनी प्रक्रिया आरम्भ हो गई थी, दोनों पक्ष इस मामले को लेकर विधायक डॉ. अजय सिंह चौटाला से मिले। उन्होंने दोनों पक्षों को कानूनी प्रक्रिया में न पड़ कर भाईचारे द्वारा इस सारे विवाद को निपटाने का आग्रह किया तथा तेजाखेड़ा स्थित फ ार्म हाऊस पर दोनों पक्षों की बात सुनकर डॉ. अजय सिंह ने आखिरकार गली खोलने बारे सहमति बना दी तथा सभी प्रकार की मुकदमें भी नियमानुसार वापस लेने बारे भी दोनों पक्ष सहमत हो गए।
इस अवसर पर ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला इस समझौते में अपना सहयोग बनाए हुए थे। इस अवसर पर जगरूप सिंह सकताखेड़ा, राधेराम गोदारा, डॉ. गिरधारी लाल, रणवीर राणा, टेकचंद छाबड़ा, संदीप गंगा, केके सेठी, दर्शन मोंगा, सुरेन्द्र छिन्दा, सुखविन्द्र सरां, रामस्वरूप मैहता एडवोकेट, कुलदीप सिधू एडवोकट, कैशो राम गुप्ता, नसीब गार्गी, काली मिढ़ा, हरभगवान मैहता, अजनीश बिश्नोई, प्रैस प्रवक्ता लवली मैहता व कार्यालय प्रभारी प्रहलाद राय मौजूद थे।
विवाद हल होने की बात एडवोकेट दीपक कौशल ने भी स्वीकार की और उन्होंने बताया कि समझौते के अनुसार उसने अपनी 11 फुट जगह गली वासियों को वाजिब रेट पर देना तय किया है।

बाईकर्स को पकडऩे के लिए चार टीमें गठित


डबवाली (लहू की लौ) गुरूवार शाम को बाईक सवार गांव गोरीवाला में स्थित एक पेट्रोल पम्प के करिंदे को मारपीट कर उससे 5208 रूपये की राशि छीन ले गये। पुलिस ने मामला दर्ज करके लुटेरों की धरपकड़ के लिए चार टीमों का गठन करके संदिग्ध स्थानों पर छापामारी शुरू कर दी है।
गांव गोरीवाला में स्थित एचपी के पेट्रोल पम्प रिएबल फ्यूल पर तैनात सेल्जमैन रणजीत शर्मा (27) निवासी चुरू ने बताया कि वह वीरवार को पम्प पर तैनात था। शाम को करीब 4.30 बजे एक काले रंग के मोटरसाईकिल पर दो युवक आये और उन्होंने 200 रूपये का तेल डलवाने के बाद उससे कहा कि उनके पास 70 रूपए हैं, बाकी के 130 रूपए लेने के लिए वह उसके साथ आ जाए, वे गोरीवाला चौक से उसे पैसे दिलवा देते हैं। इस पर वह अपना कार्य पम्प के दूसरे सेल्जमैन रतन कुमार को संभाल कर उनके साथ मोटरसाईकिल पर बैठ गया। सेल्जमैन के अनुसार गोरीवाला चौक पर जाकर उन्होंने कहा कि उनका साथी यहां नहीं है और वह उसे रामपुरा बिश्नोइयां जाकर पैसे देंगे। लेकिन रामपुरा बिश्नोइयां  जाकर उन्होंने मोटरसाईकिल को जण्डवाला जाटान की ओर मोड़ लिया। नहर के पास जाकर उसे मोटरसाईकिल से उतार लिया और उसकी थप्पड़-मुक्कों से पिटाई शुरू कर दी। उसकी जेब में रखी 5208 रूपये की नकदी निकालकर फरार हो गये। इसकी सूचना उसने राह चलते एक व्यक्ति से मोबाइल लेकर पम्प आपरेटर भूप सिंह कुलरिया गोरीवाला को दी।
भूप सिंह कुलरिया ने बताया कि रणजीत की सूचना के बाद उन्होंने उन लुटेरों का पीछा भी किया लेकिन वह नहीं मिले। इस दौरान उन्होंने थाना सदर पुलिस डबवाली को भी इस घटना की जानकारी दी।
घटना की सूचना पाकर मौका पर डीएसपी बाबू लाल, सीआईए प्रभारी हवा सिंह, थाना सदर प्रभारी एसआई रतन लाल, गोरीवाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई रमेश कुमार मौका पहुंचे और घटना का निरीक्षण किया। सेल्जमैन से इस सन्दर्भ में पूछताछ की।
डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि सेल्जमैन रणजीत शर्मा मोटरसाईकिल पर लिखे नम्बर को नहीं पढ़ पाया। लेकिन उसने लुटेरों की आयु 25-27 वर्ष के बीच बताते हुए कहा कि मोटरसाईकिल चालक ने काली पेंट, खाकी रंग की शर्ट पहनी थी। रंग गोरा तथा ऊपर का होंठ कटा हुआ था। जबकि लुटेरे के दूसरे साथी का रंग सांवला, नीली पेंट और रंगदार स्वेटर पहना था। दोनों ही बागड़ी बोलते थे। रणजीत शर्मा पुत्र लक्ष्मी नायारण निवासी चुरू (राजस्थान) के ब्यान पर अज्ञात लुटेरों के खिलाफ धारा 356/379 आईपीसी के तहत मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी है।
लुटेरों को धरपकड़ के लिए प्रयास तेज कर दिये गये हैं। इसके लिए चार टीमों का गठन किया गया है जिसमें सीआईए प्रभारी हवा सिंह, थाना सदर प्रभारी एसआई रतन सिंह, गोरीवाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई रमेश कुमार तथा चौटाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई जीत सिंह के नेतृत्व में टीमों ने संदिग्ध स्थानों पर छापामारी शुरू करके लुटेरों की तालाश शुरू कर दी है। सेल्जमैन रणजीत शर्मा को पुलिस के पास उपलब्ध अपराधियों का रिकॉर्ड दिखा कर अपराधियों की पहचान करवाई जायेगी। यदि लुटेरों के चित्र रिकॉर्ड  में नहीं मिलते तो अपराधियों का स्कैच तैयार करवाया जायेगा।

11केवी की लाईन बदलते करंट लगा, दो घायल


डबवाली (लहू की लौ) मलोट रोड़ पर स्थित डबवाली ट्रांस्पोर्ट कंपनी की वर्कशॉप के पास बिजली की तारें बदलते समय अचानक आए करंट से दो युवक झुलस गए। जिन्हें गंभीर अवस्था में एक निजी अस्पताल में लेजाया गया।
पंजाब बिजली बोर्ड राज्य में सबस्टेशन से पांच किलोमीटर दूरी तक बिजली की तारों को बदल रहा है। ताकि राज्य के किसानों को निर्बाध रूप से बिजली मिल सके। इसी के तहत किलियांवाली स्थित 66केवी सबस्टेशन से पांच किलोमीटर दायरे में 11केवी लाईन को बदलने का कार्य बुधवार को शुरू हुआ था। इस कार्य के लिए गांव माना निवासी गुरसेवक सिंह (28), बिन्द्र सिंह (35), राजू (21), फत्ता सिंह (32), भिन्द्र सिंह (20), अमन (18), बग्घा सिंह (28), गुरप्यार (18), लक्खा (30), राजविंद्र (22) लगे हुए थे। शाम को करीब 6.30 बजे अचानक लाईन में करंट आ गया। करंट की चपेट में आकर गुरसेवक सिंह तथा बिन्द्र सिंह घायल हो गए। घायल गुरसेवक सिंह ने बताया कि किलियांवाली स्थित पंजाब बिजली बोर्ड के 66केवी सबस्टेशन में तैनात जेई लक्ष्मण सिंह की देखरेख में लौहारा फीडर की 11केवी की पुरानी लाईन को बदलने का कार्य चल रहा था। उन्होंने सबस्टेशन से स्विच काटने के बाद कार्य शुरू किया। कार्य पूरा होने में कुछ समय शेष था। वे लोग अंतिम पोल पर तारों को बांध रहे थे। अचानक सबस्टेशन से किसी ने स्विच ऑन कर दी।
पंजाब बिजली बोर्ड के किलियांवाली स्थित 66केवी सबस्टेशन के कनिष्ठ अभियंता लक्ष्मण सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लौहारा फीडर की 11केवी लाईन को बदला जा रहा था। इस कार्य पर लगे लोगों ने बिना परमिट लिए और बिजली कट का लाभ उठाते हुए कार्य शुरू किया था। कार्य के दौरान ही सबस्टेशन में से किसी ने स्विच ऑन कर दी। जिसके चलते उपरोक्त हादसा घटा। उन्होंने बताया कि घायल गुरसेवक तथा बिन्द्र को बेहतर इलाज के लिए गांव बादल स्थित सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।

तेरे नूर से रोशन हर जर्रा...


डबवाली (लहू की लौ) चिल्ड्रन मैमोरियल डीएवी पब्लिक स्कूल में गुरूवार को यज्ञोत्सव के दौरान विज्ञान और अध्यात्मिकता का अनूठा संगम देखने को मिला। इस मौके पर डीएवी कॉलेज नई दिल्ली के सचिव मोहन लाल ने सरला चौपड़ा विज्ञान ब्लाक और शकुंतला देवी यज्ञशाला का उद्घाटन अपने कर कमलों से किया।
इस मौके पर डीएवी स्कूल में बनाए गए श्रीमती शकुंतला देवी यज्ञशाला का उद्घाटन हवन यज्ञ के साथ किया गया। जिसमें डीएवी कॉलेज प्रबंधक कमेटी नई दिल्ली के सचिव मोहन लाल और परम विशिष्ठ अतिथि विलायती राम गुप्ता, डॉ. बीबी शर्मा क्षेत्रीय निदेशक तथा स्वामी सूर्य देव ने यजमान के रूप में यज्ञ में पूर्णाहुति दी। इसके अतिरिक्त इस मौके पर 11 कुंडी यज्ञ का भी आयोजन किया गया। जिसमें यजमान के रूप में राजकुमार आर्य सीए कालांवाली एवं पंकज रानी, कौर चन्द तथा शानू गर्ग, आर्य समाज के अध्यक्ष भारत मित्र छाबड़ा तथा सरप्रस्त विरसा सिंह, डॉ. प्रेम छाबड़ा और सुनील गोयल, रमेश मक्कड़ सीनियर मैनेजर पंजाब नेशनल बैंक तथा डॉ. पीके अग्रवाल, डॉ. विनोद कुमार महिपाल एसएमओ डबवाली तथा प्रेम भूषण मैनेजर ओबीसी डबवाली, सुरेश शर्मा एडवोकेट और सेवानिवृत्त इंजीनियर मदन लाल  बांसल, डॉ. डीपी सिंह जीवी कॉलेज ऑफ एजूकेशन संगरिया तथा प्रिंसीपल जीएन कॉलेज डॉ. इंदिरा अरोड़ा यजमान के रूप में शामिल हुए।
यज्ञोत्सव के दौरान स्वामी सूर्य देव ने उपस्थित यजमानों को वेद मंत्रों के आशीर्वाद दिया। यज्ञ के दौरान विद्यालय के नौ बच्चों ने यज्ञ को पूर्ण विधि-विधान के साथ संपन्न करवाया।
यज्ञ उत्सव के बाद मुख्यातिथि मोहन लाल ने श्रीमती सरला चौपड़ा विज्ञान ब्लाक का उद्घाटन किया। इस मौके पर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करके उपस्थित अतिथियों का मन मोह लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने महर्षि दयानंद के जीवन पर आधारित एक लघु नाटिका उद्बोधन प्रस्तुत की। जिसमें विद्यार्थियों ने स्वामी दयानंद के जन्म से लेकर प्रचार तक के सफर को बड़े ही मार्मिक ढंग से प्रस्तुत किया। इस मौके पर उन्होंने दिखाया कि स्वामी दयानंद ने नारी और शिक्षा को उच्च स्थान दिलाने के लिए संघर्ष करते हुए समाज सुधार की लहर का नेतृत्व किया और ओइ्म तथा योग के झंडे को पूरे विश्व में फहराया। विद्यार्थियों ने वेद मंत्रों पर नृत्य प्रस्तुत करके भारतीय संस्कृति को प्रचारित किया। साथ में कव्वाली तेरे नूर से रोशन हर जर्रा....प्रस्तुत करके ईश्वर की वंदना की।
मुख्यातिथि मोहन लाल ने कहा कि 1888 में डीएवी संस्थान की स्थापना करते हुए लाला लाजपतराय, गुरदत्त विद्यार्थी तथा महात्मा हंसराज ने जो सपना संजोया था। उसी सपने को साकार करते हुए डबवाली के डीएवी स्कूल में आज विज्ञान तथा अध्यात्मिकता का अनूठा संगम प्रस्तुत किया गया है। एक तरफ विज्ञान भवन का उद्घाटन हुआ है, तो दूसरी ओर यज्ञ के माध्यम से भारतीय संस्कृति को फिर से पुनर्जीवित करने का प्रयास किया गया है।
इस मौके पर मुख्यातिथि ने कहा कि 1995 में जो दुर्घटना घटित हुई, उसे कभी नहीं भूलाया जा सकता। लेकिन वर्तमान समय में आगे बढऩे के लिए हमें उसे भूलाना होगा और बच्चों की याद में खड़े किए गए शिक्षा के इस मंदिर को आगे बढ़ाने के लिए सभी को सहयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि डीएवी संस्थान तो भवन बनाने के लिए सहयोग कर सकती है, वह सहयोग किया गया है। लेकिन डीएवी स्कूल डबवाली के लोगों का है, डबवाली के लोगों ने ही इसे आगे बढ़ाना है। डबवाली के लोगों की कर्मठता और मेहनत से यह स्कूल बुलंदिया छू रहा है। यदि डबवाली के लोगों का सहयोग इसी प्रकार जारी रहा तो यह स्कूल और आगे बढ़ेगा। उन्होंने इस मौके पर उपस्थित लोगों से अपील की कि वे धन और सेवा के रूप में स्कूल का सहयोग करें तथा स्कूल के स्टाफ को प्रोत्साहित करें। ताकि उनके बच्चे बिना कोटा गए आईटी और मेडिकल में आगे बढ़ सकें और स्कूल का उच्च स्तर बरकरार रह सके।
इसी मौके पर स्वामी सूर्यदेव ने यज्ञ की परिभाषा बताई और साथ में कहा कि डीएवी संस्थान का उद्देश्य बच्चों को ऐसे संस्कार देना है, जिससे बच्चे बड़े होकर देश और समाज की सेवा कर सकें। उन्होंने कहा कि डीएवी स्कूल से पढ़े हुए बच्चे किसी भी परिस्थितियां हो, उन परिस्थितियों में रहकर काम कर सकते हैं। उनके अनुसार डीएवी संस्थान में पढ़े हुए बच्चों ने हमेशा कमाल किया है और धमाल किया है। कभी निराश और हाताश नहीं हुए।
स्कूल की प्रिंसिपल सरिता गोयल ने आए हुए मेहमानों का स्वागत करने के बाद डीएवी की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की और बताया कि यज्ञशाला का निर्माण विलायती राम चेयरमैन लोकल बॉडी डीएवी द्वारा दी गई तीन लाख रूपए की राशि से हुआ है। जबकि डीएवी संस्थान द्वारा दी गई 60 लाख रूपए की राशि से विज्ञान भवन का निर्माण हुआ है। उन्होंने कहा कि डीएवी के संचालकों ने 1988 में जो सपना डबवाली में क्वालिटी एजूकेशन देने का संजोया था, आज उसी सपने को डीएवी कॉलेज नई दिल्ली के प्रधान जीपी चौपड़ा और सचिव मोहन लाल के आशीर्वाद और प्रेरणा से पूरा कर पाए हैं। उनका निरंतर सहयोग इस स्कूल पर बना रहेगा। विज्ञान भवन में विद्यार्थियों के लिए हाईटेक फिजिक्स लैब, अल्ट्रा मॉडर्न कैमिस्ट्री लैब, उच्च स्तरीय पुस्तकों से सुसज्जित लाइब्रेरी, 40 कंप्यूटरयुक्त कंप्यूटर लैब, बहुउद्देश्यीय हाल होगा।
इस अवसर पर बिजली निगम के एसडीई गुलशन वधवा, एमपी कॉलेज की प्राचार्या डॉ. आशा गर्ग, राजकीय महाविद्यालय के प्रिंसिपल पवन गर्ग, डॉ. अश्विनी बत्तरा, अग्रवाल सभा के अध्यक्ष सोमनाथ गर्ग, रविंद्र ग्रोवर आदि उपस्थित थे।