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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

03 जून 2025

शादी के नाम पर ठगी का सरगना रेशम सिंह हर शादी में बदलता था नाम, पुलिस जांच में जुटी


डबवाली (लहू की लौ) शादी के नाम पर लोगों से पैसे लूटने और ठगी करने वाले एक गिरोह का मुख्य सरगना रेशम सिंह डबवाली के सुंदर नगर निवासी को रविवार को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उस पर एक नया खुलासा हुआ है कि वह जहाँ भी शादी करवाता था, वहाँ उसका एक नया नाम होता था। यदि कोई केस भी दर्ज होता, तो पुलिस उस नाम के शख्स को ढूंढती रह जाती, लेकिन वह मिलता नहीं था। अब राजस्थान पुलिस ने दावा किया है कि रेशम सिंह के दो नाम तो उजागर हुए हैं, जिनमें रेशम सिंह उर्फ दर्शनसिंह उर्फ लक्ष्मणसिंह शामिल हैं। यहाँ डबवाली में शादी के समय पकड़े जाने पर उसका नाम चौथा और ही था, लेकिन कोई कार्यवाही न होने के चलते वह चौथा नाम छिप गया। पर दूल्हा पक्ष राजस्थान पुलिस के कारण लूटने से बच गया।

यह है मामला

राजस्थान की कोलायत पुलिस प्रभारी लखवीर सिंह के अनुसार, जब उनके पास यह मामला आया, तो वे मुख्य आरोपी को पकडऩे के लिए प्रयास करने लगे। यह मामला 27 मार्च 2024 को तब सामने आया, जब सुंदरगिरी ने शिकायत दर्ज कराई कि दर्शनसिंह ने उससे पैसे लेकर उसकी और उसके भाई की शादी दो लड़कियों से करवाई। बाद में, लड़कियों के कथित फर्जी माता-पिता पैसे और गहने हड़पने के लिए आए और विरोध करने पर बलात्कार का झूठा मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी।

पुलिस जांच में पता चला कि रेशमसिंह ही मुख्य साजिशकर्ता था, जिसने अपना नाम दर्शनसिंह बताया था। उसने फर्जी परिजनों को शामिल कर लोगों से धोखाधड़ी की। इस मामले में पहले ही चार अन्य आरोपी, जिनमें दो लड़कियां और दो फर्जी माता-पिता शामिल हैं, गिरफ्तार हो चुके हैं। अब पुलिस ने रेशम सिंह का पुलिस रिमांड लिया है वह हरियाणा , पंजाब , राजस्थान में कितनो को अपना निशाना बना चुका है। और इस गिरोह में कौन कौन अन्य लोग है उसका पता लगाया जायेगा। 

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राजस्थान के बीकानेर जिला स्थित कोलायत पुलिस ने रविवार को गांव डबवाली स्थित डेरा सच्चा सौदा कैंटीन से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस उसे करीब एक वर्ष से तलाश कर रही थी। गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ कि जो व्यक्ति पकड़ा गया है, वो उम्रदराज हो चुके अविवाहित लड़कों के परिवारों का फायदा उठाता था।ऐसे परिवारों को ढूंढने के लिए अखबारों में वर के विवाह संबंधी विज्ञापन देखता था। बाद में उनसे संपर्क स्थापित करता था। फिर तलाकशुदा लड़कियां तथा लड़कियों के फर्जी मां-बाप व रिश्तेदार बनाता। ऐसी लड़कियों की शादी उक्त लड़कों से करवाता। लड़के पक्ष से मोटी रकम वसूलता। शादी के अगले दिन लड़कियां वर पक्ष के जेवरात लेकर फरार हो जाती थी। गिरफ्तार व्यक्ति लड़कियों से जेवरात भी ले लेता था।आरोपित की पहचान दर्शन सिंह उर्फ रेशम सिंह के रूप में हुई है। जोकि बठिंडा जिले के गांव महराज का रहने वाला है। फिलहाल डबवाली के वार्ड नंबर छह स्थित सुंदर नगर में किराए के मकान में रहता था। राजस्थान पुलिस का दावा है कि उसने 10 से 12 फर्जी शादियां करवाई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार डेरा सच्चा सौदा कैंटीन पर जब आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो आरोपित से कई आधार कार्ड बरामद हुए। जिनके फर्जी होने का संदेह है।

पुलिस के अनुसार आरोपित रविवार को भी एक लड़के की शादी करवा रहा था। लड़का दिव्यांग है। उसकी बारात मोगा जिले के एक गांव से आई थी। लड़की खुद को बठिंडा निवासी तलाकशुदा बताती थी। शादी की सभी रस्में होने के बाद घराती-बाराती 12 लोगों को डेरा सच्चा सौदा कैंटीन पर भोजन के लिए ले जाया गया था। भोजन के बाद आरोपित बाहर निकल रहा था कि वहां कोलायत थाना प्रभारी लखवीर सिंह पहुंच गए। उसे गिरफ्तार कर लिया।

ताज्जुब तब हुआ, जब पता चला कि वह लड़की का पिता बना हुआ है। पुलिस ने लड़की का नाम पूछा तो बताया कि उसे मालूम नहीं। लड़की ने तपाक से जवाब दिया कि उसे 20 हजार रुपये देने का वादा किया गया था। लड़की की मां भी फर्जी निकली। उसे 5000 रुपये देने तय किए गए थे।
कोलायत पुलिस प्रभारी लखवीर सिंह ने बताया कि मार्च 2024 में आरोपित रेशम सिंह ने दर्शन सिंह बनकर कोलायत में दो भाईयों की शादी करवाई थी। नई दुल्हन शादी की एक रात के बाद सारा सामान लेकर फरार हो गई थीं। लड़कियों तथा उनके फर्जी स्वजन को गिरफ्तार कर लिया गया था। जबकि आरोपित रेशम सिंह उर्फ दर्शन सिंह फरार था। उसकी तलाश की जा रही थी। आरोपित ने लड़का पक्ष से साढ़े छह लाख रुपये ठगे थे।

कोलायत पुलिस ने डेरा सच्चा सौदा कैंटीन से एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। तब तक लड़का पक्ष ने आरोपित को एक लाख रुपये नहीं दिए थे। शादी के बाद रुपये देने की बात कही गई थी। मोगा जिले से आई बारात बैरंग लौट गई। वे लोग साथ में लड़की का लहंगा भी लेकर आए थे। वे भी वापस ले गए।-शैलेंद्र कुमार, प्रभारी, शहर थाना डबवाली

डबवाली बस स्टैंड से चोरी हुई बाइक, होमगार्ड जवानों ने पीछा कर दो चोरों को दबोचा


डबवाली (लहू की लौ) डबवाली बस स्टैंड से मोटरसाइकिल चोरी कर भाग रहे दो युवकों को पुलिस के होमगार्ड जवानों ने पीछा कर धर दबोचा। यह घटना सोमवार शाम की है, जब एक युवक लघुशंका के लिए गया था और उसकी बाइक चोरी हो गई। पकड़े गए युवकों को आगे की पूछताछ के लिए थाना शहर लाया गया है।

हरप्रीत सिंह पुत्र फुल्ला सिंह, निवासी सक्ताखेड़ा, जो डबवाली में एक फाइनेंस कंपनी में काम करते हैं, ने बताया कि सोमवार शाम करीब 5 बजे उन्होंने डबवाली बस स्टैंड पर अपनी स्प्लेंडर प्लस मोटरसाइकिल खड़ी की और लघुशंका के लिए गए। जब वह वापस लौटे, तो देखा कि दो युवक उनकी मोटरसाइकिल लेकर फरार हो रहे हैं।

उन्होंने तुरंत वहीं खड़े एक पुलिसकर्मी को इसकी सूचना दी। इसके बाद, हरप्रीत सिंह ने एक वाहन से लिफ्ट ली और चोरों का पीछा करने लगे। आगे जाकर, पुलिसकर्मियों ने दोनों चोरों को पकड़ लिया।

ट्रैफिक इंचार्ज सब-इंस्पेक्टर राजकुमार ने बताया कि चोरी की आवाज सुनकर वहां मौजूद होमगार्ड जवान महिंद्र सिंह एक अन्य वाहन से लिफ्ट लेकर चोरों का पीछा करते हुए गोल चौक पर पहुंचे। गोल चौक पर तैनात होमगार्ड जवान कुलवंत कुमार के साथ मिलकर उन्होंने युवकों को बठिंडा रोड से चोरी की मोटरसाइकिल सहित पकड़ लिया।

पकड़े गए युवकों को थाना शहर पुलिस के हवाले कर दिया गया है। युवकों ने खुद को पंजाब के गोनियाना निवासी बताया है। पुलिस मामले में आगे की पूछताछ कर रही है।

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रेलवे क्वार्टर में 24 वर्षीय युवती की रहस्यमय मौत, परिजन बोले- करंट लगा

बहन की मौत से लगा सदमा भाई बेहोश


डबवाली (लहू की लौ) डबवाली के रेलवे क्वार्टर में एक 24 वर्षीय युवती की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों ने उसकी मौत का कारण करंट लगना बताया है। जबकि उसका भाई इस सदमें में बेहोश हो गया।

रेलवे में ट्रैक मेंटेनर के पद पर कार्यरत जुगनू की 24 वर्षीय बेटी शिवानी सोमवार रात करीब 8:10 बजे अचेत अवस्था में मिली। उस समय उसके पिता और माता सब्जी लेने के लिए बाजार गए हुए थे। जब जुगनू और उनकी पत्नी घर लौटे, तो उन्होंने देखा कि उनकी बेटी इनवर्टर के पास बेहोश पड़ी है।

यह देखकर दोनों ने शोर मचाया। इसी बीच, पिछले कमरे में ही बैठे सागर भी बाहर आया और अचानक उसकी भी तबीयत बिगड़ गई।  और बेहोश हो गया। दोनों को तुरंत सरकारी अस्पताल ले जाया गया,जहां डॉक्टरों ने शिवानी को मृत घोषित कर दिया। 

युवती की मौत की सूचना के बाद रेलवे कॉलोनी में मातम छा गया और बड़ी संख्या में लोग अस्पताल में जमा हो गए। 

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3 June 2025





 




गिरफ्तारी के लिए पुलिस को दिया दस दिन का अल्टीमेटम, सबूतों के साथ दोबारा डीजीपी से मिलेगा पीडि़त परिवार

 मृतक गुरसेवक के परिजनों ने दिया डबवाली एसपी कार्यालय में धरना


सिरसा (लहू की लौ) गांव मसीतां में हुए गुरसेवक हत्याकांड में पुलिस पर लचीली कार्रवाई का आरोप लगाते हुए मृतक के परिजनों ने सोमवार को डबवाली एसपी कार्यालय में सांकेतिक धरना दिया। मृतक गुरसेवक की बहन सतबीर कौर ने इस मामले के मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को दस दिनों का समय दिया है। अगर पुलिस दस दिनों में गिरफ्तार नहीं करती है तो परिजनों को मजबूरन आगामी आंदोलन की रणनीति बनानी पड़ेगी, जिसके लिए पुलिस प्रशासन जिम्मेवार होगा।

धरने पर बैठी मृतक गुरसेवक की बहन सतबीर कौर ने बताया कि संजय कटारिया एक ट्रांसपोर्ट कंपनी चलाता है, जिसकी अनेक बार शिकायतें भी हो चुकी हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सब शून्य है। उसने बताया कि इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता व आरोपी कटारिया ही है। कुलदीप भाऊ, अर्श बराड़, लवली, कटारिया का लडक़़ा सन्नी, मणी की रोजाना पार्क में मुलाकात होती थी। ये सभी कटारिया के फार्म हाऊस पर रोजाना बैठते थे। सतबीर कौर ने बताया कि वह इस मामले को लेकर आईजी व डीजीपी से भी मिल चुकी है। लेकिन डबवाली पुलिस कटारिया को गिरफ्तार नहीं कर रही और एक ही जवाब होता है कि पुलिस छापेमारी कर रही है। दो दिन पूर्व संजय कटारिया अपनी ट्रांसपोर्ट कंपनी में आया था और उसने पुलिस को बकायदा इस बारे सूचित किया था। पीडि़ता ने कहा कि उसे डबवाली पुलिस से कोई उम्मीद नहीं है। अब तक की पुलिस की कार्यप्रणाली से नहीं लगता कि उसके भाई को इंसाफ मिलेगा। इसलिए वह दोबारा सबूतों के साथ डीजीपी से मिलेगी। वहीं मृतक की बहन ने गांव मौजगढ़ निवासी करणवीर सिंह उर्फ मानी की हत्या के मामले की भी दोबारा से जांच करवाए जाने की मांग की। 

 थाना शहर डबवाली प्रभारी शैलेंद्र कुमार का कहना है कि पुलिस इस मामले की बारीकि से जांच कर रही है, इस मामले में कोई भी दोषी होगा, पुलिस से बचेगा नहीं। और कटारिया के एक खातों की डिटेल मांगी गई है। 

डबवाली की पुरानी सब्जी मंडी में रातों-रात रखा गया रहस्यमय खोखा, दुकानदारों में भारी आक्रोश, दुकानदारों ने मांगी बराबर जगह


डबवाली (लहू की लौ): डबवाली की पुरानी सब्जी मंडी में चार दिन पहले रातों-रात एक खोखा रखे जाने से स्थानीय दुकानदारों में गहरा आक्रोश फैल गया है। लाख कोशिशों के बावजूद, दुकानदार यह पता नहीं लगा पाए हैं कि यह खोखा किसका है और इसे किसने रखवाया है। जब दुकानदारों ने इस बारे में नगर परिषद के चेयरमैन, ईओ, जेई और एक्सीयन से जानकारी मांगी, तो सभी ने खोखे के बारे में अनभिज्ञता जताई।

अतिक्रमण पर नगर परिषद की चुप्पी पर सवाल

दुकानदारों ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 11 बजे कुछ लोग लड़कियों के स्कूल के पीछे और बीज की दुकान के मध्य खाली जगह पर यह खोखा रख गए थे। सोमवार को इसे पक्का करने के लिए ईंटें भी आ गईं। दुकानदार ओमप्रकाश, सुरेश अंगी, राज बतरा और पार्षद सुमीत अनेजा ने आरोप लगाया कि एक तरफ नगर परिषद रेहड़ी व फड़ी लगाने वालों का सामान तक उठा लेती है और दुकानों के आगे पड़े सामान को भी जब्त कर लेती है, वहीं रातों-रात रखे गए इस खोखे का पता न चल पाना नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। उन्होंने इसे नगर परिषद की मिलीभगत बताते हुए कहा कि यह सीधे तौर पर अतिक्रमण है, जिस पर कार्रवाई न करना नगर परिषद की भूमिका को संदिग्ध बनाता है।


दुकानदारों ने दी आंदोलन की चेतावनी

दुकानदारों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि जब रेहड़ी-फड़ी वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई होती है, तो इस खोखे पर चार दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? इससे साफ लगता है कि खोखे को रखवाने में नगर परिषद की संलिप्तता है। उन्होंने पूछा कि अगर नगर परिषद अतिक्रमण वाली जगहों पर खोखे लगवाने में कोई आपत्ति नहीं करती, तो फिर रेहड़ी-फड़ी वालों पर कार्रवाई क्यों की जाती है?दुकानदारों ने दो टूक शब्दों में मांग की है कि नगर परिषद बिना किसी देरी के इस अवैध खोखे को तुरंत हटवाए, अन्यथा वे आगामी रणनीति अख्तियार करने के लिए विवश होंगे और बड़ा विरोध प्रदर्शन करेंगे।


दुकानदारों ने मांगी बराबर जगह

दुकानदारों का यह भी कहना है कि यदि नगर परिषद इस खोखे को वैध मानती है और इसकी पर्ची काटी जाती है, तो उन्हें भी उतनी ही जगह दी जाए। सभी दुकानदार अपनी दुकानों के लिए नियमानुसार पर्ची कटवाने को तैयार हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी सुनवाई नहीं होती, तो वे इसका कड़ा विरोध करेंगे। दुकानदारों ने यह भी याद दिलाया कि रेहड़ी वालों के खिलाफ मामला पहले से ही हाईकोर्ट में चल रहा है, फिर भी नगर परिषद की नाक के नीचे सरेआम यह अतिक्रमण हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह किसकी शह पर हो रहा है, यह तो वक्त आने पर ही पता चलेगा।