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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

27 नवंबर 2024

27 Nov. 2024





 

एन.एम. कॉन्वेंट पब्लिक स्कूल में एक दिवसीय 10वें वार्षिक स्पोटर््स मीट का आयोजन

खेल हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है : प्रो. गणेशी लाल


डबवाली(लहू की लौ)उपमंडल के गांव अलीकां में स्थित एन.एम. कॉन्वेंट पब्लिक स्कूल के प्रांगण में एक दिवसीय 10वें वार्षिक स्पोटर््स मीट का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्यातिथि के तौर पर उड़ीसा के पूर्व राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज करवाई। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता हरियाणा बीज विकास निगम के चेयरमैन देव कुमार शर्मा ने की। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि मुनीष सिंगला प्रधान हारे का सहारा चैरीटेबल ट्रस्ट, लक्ष्मण दास खंड शिक्षा अधिकारी डबवाली, सतीश जग्गा संयोजक लॉयंस क्लब, विजय वधवा समाजसेवी, डॉ. रमेश कुमार हड्डी रोग विशेषज्ञ, आचार्य रमेश सचदेवा निदेशक ऐजू स्टेप फाऊंडेशन, पंकज सिड़ाना जिला अध्यक्ष प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन रहे। मुख्यातिथि प्रो. गणेशी लाल के स्कूल प्रांगण में पहुंचने पर स्कूल प्रबंधक समिति के निदेशक विजयंत शर्मा, प्रिंसिपल जिन्नी अरोड़ा एवं छात्राओं ने तिलक लगाकर व पुष्पवर्षा करके उनका भव्य अभिनंदन किया। प्रो. गणेशी लाल ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष ज्योति प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम की शुरुआत की। 

इस मौके अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि खेल हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इससे जहां मनुष्य का शरीर स्वस्थ रहता है, वहीं कोई बीमारी भी पास नहीं आती। खेलों से जुडक़र युवा नशों से दूर रह सकते हैं। खेलों में हार-जीत कोई मायने नहीं रखती बल्कि खेलों में हिस्सा लेते हुए प्रत्येक खिलाड़ी को खेल की भावना से ही खेलना चाहिए। इस मौके विद्यालय के खिलाडिय़ों ने हर्डल रेस, थ्रो बाल, बाल फन एक्टीविटी, लेमन-स्पून रेस, बैलून गेम्स, रिंग रेस, डिस्क थ्रो, बाल पुट इन बॉस्केट, लांग जंप, वन लेग रेस, थ्री-लेग रेस, रस्सा-कसी, बैडमिंटन, शॉट पुट, कबड्डी आदि प्रतियोगिताओं में बढ़-चढक़र हिस्सा लिया और पुरस्कार जीते। निर्णायक की भूमिका नीतू, दीक्षा, अनु, सिमरन, रजनी, जसपाल कौर, सुमन, अर्श, सपना जग्गा, सिमरन मैहता, सोनिया, अर्श गुप्ता, सुनीला बिश्नोई, सिमरन मिढ़ा, डिंपल, कनिका, सिमरन बराड़, रचना, सपना मसीतां, चरण सिंगला, वीरपाल, ज्योति, शालू, ममता आर्य, सरोज, परमजीत कौर विजेता खिलाडिय़ों को प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। शिक्षक निखिल कुमार व जसप्रीत सिंह ने लडक़ों तथा सरोज व परमजीत कौर ने लड़कियों के खेल में रैफरी व टाईमर की भूमिका निष्पक्षता से निभाई। इसके अलावा बीएड कॉलेज की अनेक प्रतिभागी छात्राओं को भी पुरस्कृत किया गया। इस मौके नेहरू सीनियर सैकेंडरी स्कूल के निदेशक हरि प्रकार शर्मा, प्रिंसिपल जीवन सिंगला, सुषमा शर्मा, वाईस प्रिंसिपल किरण सिंगला, कृष्ण कुमार कामरा संस्थापक निष्काम, दर्शन सिंह सरां, कृष्ण कीनिया, बीएड कॉलेज की कार्यकारी प्रिंसिपल परमजीत कौर, लाईब्रेरियन ममता आर्य सहित विद्यालय का अन्य स्टॉफ सदस्य मौजूद रहे।

हरियाणा ने लगातार तीसरी बार जीता राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार

सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान स्वदेशी मवेशी/भैंस नस्लों की श्रेणी में मिला पुरस्कार

झज्जर की रेणु को मिला वर्ष 2024 का पुरस्कार

चंडीगढ़, 26 नवंबर - हरियाणा ने सर्वश्रेष्ठ स्वदेशी मवेशी/भैंस नस्ल पालने वाले डेयरी किसान की श्रेणी में लगातार तीन वर्षों (2022, 2023 और 2024) के लिए प्रतिष्ठित राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार हासिल करके पशुधन और डेयरी विकास में अपने अग्रणी होने की एक बार फिर छाप छोड़ी है। यह असाधारण उपलब्धि स्वदेशी नस्लों के संरक्षण के प्रति राज्य सरकार की अटूट प्रतिबद्धता तथा पशुपालन और डेयरी के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण साबित होगी ।

पशुपालन एवं डेयरी विभाग के प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2024 के लिए झज्जर की श्रीमती रेणु को यह पुरस्कार मिला हैजिसमें 5 लाख रूपये का नकद पुरस्कारयोग्यता प्रमाण पत्र और एक स्मृति चिन्ह शामिल है। यह पुरस्कार  नई दिल्ली में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में दौरान केंद्रीय मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने प्रदान किया है।

उन्होंने बताया कि इसी तरहवर्ष 2023 मेंकरनाल के श्री राम सिंह को असम के गुवाहाटी में आयोजित एक समारोह में इसी पुरस्कार से सम्मानित किया गया तथा वर्ष 2022 मेंयह पुरस्कार कर्नाटक के बेंगलुरु में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस समारोह के दौरान फतेहाबाद के श्री जितेंद्र सिंह को प्रदान किया गया। प्रदेश के पशुपालकों को मिल रही यह निरंतर उपलब्धि पशुधन और डेयरी क्षेत्र के विकास के लिए हरियाणा के नेतृत्व और प्रतिबद्धता को उजागर करती है। ये उपलब्धियाँ देशी गाय और भैंस की नस्लों के विकास और संरक्षण में हरियाणा के निरंतर प्रयासों को भी रेखांकित करती हैं।

रेणु को पुरस्कार मिलने पर हरियाणा के पशुपालन और डेयरी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. राजा शेखर वुंडरू और  महानिदेशक डॉ. एल.सी.रंगा ने उस को हार्दिक बधाई दी है। उन्होंने कहा कि रेणु की यह उल्लेखनीय सफलता हरियाणा के मजबूत पशुधन क्षेत्र का प्रतिबिंब है। उन्होंने पशुपालन और डेयरी फार्मिंग में टिकाऊ और नवीन प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार के कार्यों पर मुहर लगाई है।

  भारत के छोटे राज्यों में से एक होने के बावजूददेश के भौगोलिक क्षेत्र का केवल 1.3 प्रतिशत हिस्सा कवर करने के बावजूद भी हरियाणा भारत के पशुधन मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान रखता है। इसकी पशुपालन गतिविधियाँ ग्रामीण आजीविका का अभिन्न अंग हैंजो आय सृजनसामाजिक-आर्थिक उत्थानरोजगार के अवसरों और दूधअंडे और मांस जैसे पशुधन उत्पादों के माध्यम से बेहतर पोषण में योगदान देती हैं।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार पशुपालन और डेयरी क्षेत्र में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक हैंजो भारत सरकार के मत्स्य पालनपशुपालन और डेयरी मंत्रालय के पशुपालन और डेयरी विभाग द्वारा प्रदान किए जाते हैं। इन पुरस्कारों का उद्देश्य स्वदेशी गोजातीय नस्लों और डेयरी विकास के संरक्षण और संवर्धन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों और संगठनों को सम्मानित करना है। पुरस्कार तीन श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं। जिसमें स्वदेशी मवेशी/भैंस की नस्ल पालने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान‘, ‘सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी)‘ और सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी/दूध उत्पादक कंपनी/डेयरी किसान उत्पादक संगठन शामिल है। वर्ष 2024 मेंक्षेत्र में डेयरी विकास को प्रोत्साहित करने के लिए उत्तर पूर्वी क्षेत्र (एनईआर) के लिए एक अतिरिक्त श्रेणी शुरू की गई थी।