सिरसा (लहू की लौ) खाद्य आपूर्ति विभाग के आईटीआई रोड स्थित गोदाम से गेहूं चोरी होने का मामला बढ़ गया है। विभाग ने गेहूं चोरी के इस मामले में विभाग के इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर की कथित लापरवाही को देखते हुए उनके तहत आने वाले सभी 9 गोदामों की जांच के आदेश दिए हैं।
जिला खाद्य आपूर्ति एवं नियंत्रक ने आज सुबह विभाग के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की बैठक ली। उन्होंने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया कि विभाग के इंस्पेक्टर अरुण दत्ता व सब इंस्पेक्टर महेश कुमार के अंडर में विभाग के शहर में 9 गोदाम है। इसलिए सभी गोदामों की जांच करके गेहूं के बैगों की गिनती की जाए। उनके आदेश के बाद अधिकारियों ने टीम बनाकर अलग-अलग गोदामों में भेज दी है और उम्मीद है कि शाम तक सभी गोदामों में लगे हुए स्टॉक की गिनती कर ली जाएगी। उल्लेखनीय है कि आईटीआई रोड स्थित विभाग के गोदाम में जांच के दौरान 150 गेहूं के बैग कम मिले थे। विभाग के अधिकारी अशोक बंसल ने उक्त गोदाम की जांच की थी। उस समय चौकीदारों ने कहा था कि गोदाम में चोरी हुई थी जबकि इंस्पेक्टर ने चोरी की बात से इनकार किया था। इसी कारण यह मामला पैचिदा हो गया है तथा उपायुक्त ने भी इस पूरे मामले की जांच कराने को कहा था।
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Lahoo Ki Lau
19 नवंबर 2009
पाइप लाइन से किसानों का नुकसान
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा बठिंडा में स्थित रिफाइनरी को जाने वाली आयल पाइपलाइन जो कांडला गुजरात से आती है ने अपने मार्ग में आती फसलों को तबाह कर दिया है तथा पाइप लाइन डालते समय किसानों की जो फसलें बरबाद हुई हैं उन्हें उनका पर्याप्त मुआवजा भी नहीं मिला है।
गांव घुकांवाली के किसान प्रेमचंद सोखल, मिठू सिंह, हरनेक सिंह, सुखदेव सिंह, देवी लाल, लाभ सिंह, सीता सिंह पंच व काला सिंह आदि किसानों ने बताया कि गेहूं की बीजाई का समय है और पाइप लाइन के कारण उनकी साठ से सत्तर फुट जगह खराब कर रखी है जो बीजाई के लिए उपयुक्त नहीं है। इसके कारण पक्के खाल टूट गए हैं और कच्चे खालों में पानी फसलों तक पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंचता। पाइप लाइन डाले जाने से पूर्व किसानों ने खरीफ की फसल जो वहां बो रखी थी उसे तो बरबाद कर ही दिया गया है लेकिन पाइप लाइन डालने के बाद पाइप लाइन के आसपास की भूमि को समतल भी नहीं किया गया जिसके कारण उबड़ खाबड़ जमीन पर किसान अगली फसल रबी की बीजाई भी नहीं कर पा रहे हैं इस प्रकार किसानों को डबल नुकसान झेलना पड़ रहा है।
किसानों ने कई बार अधिकारियों को इस विषय में बताया है लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। किसानों की मांग है कि पाइप लाइन के आसपास बने गड्ढों को भरवाया जाए, भूमि को समतल करवाया जाए और किसानों को उनके नुकसान का पर्याप्त मुआवजा दिलाया जाए नहीं तो किसान आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे।
गांव घुकांवाली के किसान प्रेमचंद सोखल, मिठू सिंह, हरनेक सिंह, सुखदेव सिंह, देवी लाल, लाभ सिंह, सीता सिंह पंच व काला सिंह आदि किसानों ने बताया कि गेहूं की बीजाई का समय है और पाइप लाइन के कारण उनकी साठ से सत्तर फुट जगह खराब कर रखी है जो बीजाई के लिए उपयुक्त नहीं है। इसके कारण पक्के खाल टूट गए हैं और कच्चे खालों में पानी फसलों तक पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंचता। पाइप लाइन डाले जाने से पूर्व किसानों ने खरीफ की फसल जो वहां बो रखी थी उसे तो बरबाद कर ही दिया गया है लेकिन पाइप लाइन डालने के बाद पाइप लाइन के आसपास की भूमि को समतल भी नहीं किया गया जिसके कारण उबड़ खाबड़ जमीन पर किसान अगली फसल रबी की बीजाई भी नहीं कर पा रहे हैं इस प्रकार किसानों को डबल नुकसान झेलना पड़ रहा है।
किसानों ने कई बार अधिकारियों को इस विषय में बताया है लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। किसानों की मांग है कि पाइप लाइन के आसपास बने गड्ढों को भरवाया जाए, भूमि को समतल करवाया जाए और किसानों को उनके नुकसान का पर्याप्त मुआवजा दिलाया जाए नहीं तो किसान आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे।
डकैती का तीसरा आरोपी काबू
ओढ़ां (जितेंद्र गर्ग) औढ़ां पुलिस ने डकैती के आरोपी मल सिंह निवासी कबरवाल जिला मुक्तसर को गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया और दो दिन के पुलिस रिमांड पर ले लिया है।
यह जानकारी देते हुए थाना प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि गत 24 जुलाई रात को गांव रोहिडांवाली के पास तीन युवकों ने एक ट्रक चालक को रोककर उससे पिस्तौल की नोक पर दो हजार रुपए की नकदी व एक मोबाइल छीन लिया था। ओढ़ां पुलिस ने ट्रक चालक गुरमीत सिंह निवासी कोटकपुरा की शिकायत पर तीन अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ डकैती व शस्त्र अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया था। हीरा सिंह ने आगे बताया कि इनमें से दो व्यक्तियों बलतेज सिंह पुत्र सोहन सिंह निवासी पंजावा और देवेंद्र सिंह उर्फ काका निवासी कंदुखेड़ा को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और तीसरे आरोपी को आज गिरफ्तार कर लिया है।
यह जानकारी देते हुए थाना प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि गत 24 जुलाई रात को गांव रोहिडांवाली के पास तीन युवकों ने एक ट्रक चालक को रोककर उससे पिस्तौल की नोक पर दो हजार रुपए की नकदी व एक मोबाइल छीन लिया था। ओढ़ां पुलिस ने ट्रक चालक गुरमीत सिंह निवासी कोटकपुरा की शिकायत पर तीन अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ डकैती व शस्त्र अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया था। हीरा सिंह ने आगे बताया कि इनमें से दो व्यक्तियों बलतेज सिंह पुत्र सोहन सिंह निवासी पंजावा और देवेंद्र सिंह उर्फ काका निवासी कंदुखेड़ा को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और तीसरे आरोपी को आज गिरफ्तार कर लिया है।
हांसी-बुटाना मुद्दे पर दलगत राजनीति को त्याग कर सभी एक मंच पर इक्ट्ठे हों-रवि चौटाला
सिरसा (लहू की लौ) भाखड़ा नहर बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक रवि चौटाला ने दो टूक कहा है कि हांसी बुटाना नहर का उद्घाटन किसी भी हालत में नहीं होने दिया जाएगा। अगर उन्हें इसके लिए अपनी जान की बाजी भी लगानी पड़ी तो वे पीछे नहीं हटेंगे।
वे बुधवार को होटल जयविलास में पत्रकारों से मुखातिब रवि चौटाला ने कहा कि हांसी-बुटाना नहर बनने से सबसे ज्यादा नुकसान सिरसा और फतेहाबाद के लोगों को होगा। उन्होंने बताया कि भाखड़ा शाखा माइनर से सिरसा और फतेहाबाद को 4200 क्यूसिक पानी की आपूर्ति होती है, जबकि इसी नहर से निकाली जा रही हांसी-बुटाना नहर को 2086 क्यूसिक पानी दिया जाएगा और इसी नहर को पानी के रिसाव से 200 क्यूसिक अतिरिक्त पानी मिलेगा। ऐसे में सिरसा जिला को केवल 1900 क्यूसिक पानी की आपूर्ति ही हो पाएगी। इससे जिला में पानी का संकट और गहरा जाएगा।
रवि चौटाला ने कहा कि जिला के विभिन्न गांवों में अभी से ही पानी की घोर किल्लत बनी हुई है। ग्रामीण 600 रुपए प्रति टैंकर खरीदने पर मजबूर हैं। हांसी-बुटाना नहर शुरू हो गई तो गांव तो क्या शहरवासी भी ट्यूब्वैल के पानी पर निर्भर हो जाएंगे। रवि चौटाला ने कहा कि हांसी-बुटाना नहर के निर्माण की खिलाफत वे राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए नहीं कर रहे हैं, बल्कि जिला वासियों के हित के लिए ही उन्होंने आवाज उठाई है। उन्होंने विभिन्न राजनैतिक दलों का आह्वान किया कि वे इस संवेदनशील मुद्दे पर दलगत राजनीति को त्याग कर एक मंच पर इक्_े हों, ताकि जिला वासियों को भूखों मरने की नौबत न आए।
रवि चौटाला ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि सरकार की मंशा ऐलनाबाद उपचुनाव के बाद हंासी-बुटाना नहर का रिबन काटने की है, लेकिन इधर मुख्यमंत्री नहर का रिबन काटेंगे और उधर वे नहर मेंं मिट्टी डलवाने का कार्य शुरू कर देंगे, चाहे इसका अंजाम कुछ भी हो।
रवि चौटाला ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर आगामी 6 दिसम्बर को डबवाली में विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा और एसडीएम को नहर का उद्घाटन न किए जाने की मंाग को लेकर ज्ञापन सौंपा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी दल अथवा नेता हांसी-बुटाना नहर निर्माण का समर्थन करेगा, भाखड़ा नहर बचाओ संघर्ष समिति उसका डटकर विरोध करेगी।
वे बुधवार को होटल जयविलास में पत्रकारों से मुखातिब रवि चौटाला ने कहा कि हांसी-बुटाना नहर बनने से सबसे ज्यादा नुकसान सिरसा और फतेहाबाद के लोगों को होगा। उन्होंने बताया कि भाखड़ा शाखा माइनर से सिरसा और फतेहाबाद को 4200 क्यूसिक पानी की आपूर्ति होती है, जबकि इसी नहर से निकाली जा रही हांसी-बुटाना नहर को 2086 क्यूसिक पानी दिया जाएगा और इसी नहर को पानी के रिसाव से 200 क्यूसिक अतिरिक्त पानी मिलेगा। ऐसे में सिरसा जिला को केवल 1900 क्यूसिक पानी की आपूर्ति ही हो पाएगी। इससे जिला में पानी का संकट और गहरा जाएगा।
रवि चौटाला ने कहा कि जिला के विभिन्न गांवों में अभी से ही पानी की घोर किल्लत बनी हुई है। ग्रामीण 600 रुपए प्रति टैंकर खरीदने पर मजबूर हैं। हांसी-बुटाना नहर शुरू हो गई तो गांव तो क्या शहरवासी भी ट्यूब्वैल के पानी पर निर्भर हो जाएंगे। रवि चौटाला ने कहा कि हांसी-बुटाना नहर के निर्माण की खिलाफत वे राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए नहीं कर रहे हैं, बल्कि जिला वासियों के हित के लिए ही उन्होंने आवाज उठाई है। उन्होंने विभिन्न राजनैतिक दलों का आह्वान किया कि वे इस संवेदनशील मुद्दे पर दलगत राजनीति को त्याग कर एक मंच पर इक्_े हों, ताकि जिला वासियों को भूखों मरने की नौबत न आए।
रवि चौटाला ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि सरकार की मंशा ऐलनाबाद उपचुनाव के बाद हंासी-बुटाना नहर का रिबन काटने की है, लेकिन इधर मुख्यमंत्री नहर का रिबन काटेंगे और उधर वे नहर मेंं मिट्टी डलवाने का कार्य शुरू कर देंगे, चाहे इसका अंजाम कुछ भी हो।
रवि चौटाला ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर आगामी 6 दिसम्बर को डबवाली में विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा और एसडीएम को नहर का उद्घाटन न किए जाने की मंाग को लेकर ज्ञापन सौंपा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी दल अथवा नेता हांसी-बुटाना नहर निर्माण का समर्थन करेगा, भाखड़ा नहर बचाओ संघर्ष समिति उसका डटकर विरोध करेगी।
पीटीसी के चालक और परिचालक की पिटाई
सिरसा (लहू की लौ) बस को न रोकने से गुस्साए छात्रों ने आज सुबह पंजाब रोडवेज की बस के चालक व परिचालक की पिटाई कर दी। इस मारपीट में परिचालक को काफी चोटें आई। उसे सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस घटना के रोष स्वरूप रोडवेज गेट के बाहर कुछ देर के लिए चालकों व परिचालकों ने जाम लगा दिया।
बताया गया है कि पुलिस ने इस मामले में आरोपी दो छात्रों को काबू कर लिया है। मामले के अनुसार पंजाब रोडवेज की लुधियाना से वाया बरनाला होकर सिरसा की ओर आने वाली बस आज सुबह गांव फरवाईं पहुंची। यहां सिरसा के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में पढऩे वाले कई छात्र खड़े थे। उन्होंने बस को रूकने का इशारा किया लेकिन चालक ने बस नहीं रोकी और सिरसा आ गया। चालक द्वारा बस न रोके जाने से छात्र बिफर गए और किसी अन्य बस में सवार होकर सिरसा बस अड्डे पहुंच गए।
बताया गया है कि छात्रों ने बस न रोकने वाले चालक रिछपाल पुत्र कुलवंत व परिचालक विक्रम पुत्र महेन्द्र को पकड़ लिया और दोनों की बुरी तरह पिटाई कर दी। मारपीट में परिचालक विक्रम को गंभीर चोटें आई। इस घटना का सिरसा रोडवेज के कर्मचारियों को पता चला तो वे मारपीट के शिकार चालक व परिचालक के समर्थन में उतर आए। सभी ने मिलकर कुछ देर के लिए डिपो गेट के बाहर यातायात अवरूद्ध कर दिया।
उन्होंने चालक व परिचालक पर हमला करने वाले आरोपी छात्रों को तत्काल गिरफ्तार किए जाने की मांग की। जाम की सूचना मिलने पर पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्हें आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी का आश्वासन देकर जाम खुलवाया। बताया गया है कि पुलिस ने आरोपी छात्रों मेें से दो को दबोच लिया है। जबकि शहर थाना प्रभारी हंसराज ने इसकी पुष्टि नहीं की। साथ ही उन्होंने कहा कि मारपीट में घायल हुए परिचालक विक्रम को सामान्य अस्पताल में उपचार दिया जा रहा है। अभी तक उसके बयान नहीं लिए गए है। बयान लेने के बाद ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बताया गया है कि पुलिस ने इस मामले में आरोपी दो छात्रों को काबू कर लिया है। मामले के अनुसार पंजाब रोडवेज की लुधियाना से वाया बरनाला होकर सिरसा की ओर आने वाली बस आज सुबह गांव फरवाईं पहुंची। यहां सिरसा के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में पढऩे वाले कई छात्र खड़े थे। उन्होंने बस को रूकने का इशारा किया लेकिन चालक ने बस नहीं रोकी और सिरसा आ गया। चालक द्वारा बस न रोके जाने से छात्र बिफर गए और किसी अन्य बस में सवार होकर सिरसा बस अड्डे पहुंच गए।
बताया गया है कि छात्रों ने बस न रोकने वाले चालक रिछपाल पुत्र कुलवंत व परिचालक विक्रम पुत्र महेन्द्र को पकड़ लिया और दोनों की बुरी तरह पिटाई कर दी। मारपीट में परिचालक विक्रम को गंभीर चोटें आई। इस घटना का सिरसा रोडवेज के कर्मचारियों को पता चला तो वे मारपीट के शिकार चालक व परिचालक के समर्थन में उतर आए। सभी ने मिलकर कुछ देर के लिए डिपो गेट के बाहर यातायात अवरूद्ध कर दिया।
उन्होंने चालक व परिचालक पर हमला करने वाले आरोपी छात्रों को तत्काल गिरफ्तार किए जाने की मांग की। जाम की सूचना मिलने पर पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्हें आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी का आश्वासन देकर जाम खुलवाया। बताया गया है कि पुलिस ने आरोपी छात्रों मेें से दो को दबोच लिया है। जबकि शहर थाना प्रभारी हंसराज ने इसकी पुष्टि नहीं की। साथ ही उन्होंने कहा कि मारपीट में घायल हुए परिचालक विक्रम को सामान्य अस्पताल में उपचार दिया जा रहा है। अभी तक उसके बयान नहीं लिए गए है। बयान लेने के बाद ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वर्ष 2010 के दौरान होने वाले सार्वजनिक अवकाश घोषित
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा सरकार ने अपने कार्यालयों में वर्ष 2010 के दौरान होने वाले सार्वजनिक अवकाश अधिसूचित किये हैं।
सभी शनिवार और रविवार। अन्य दूसरे अवकाशों में गुरु गोबिन्द सिंह जयन्ती (5 जनवरी), सर छोटू राम जयन्ती एवं बसन्त पंचमी (20 जनवरी), गणतंत्र दिवस (26 जनवरी), , महर्षि दयानन्द सरस्वती जयन्ती (8 फरवरी), महाशिवरात्रि (12 फरवरी), होली (1 मार्च), रामनवमी (24मार्च), वैसाखी (14 अप्रैल), डॉ0 बी. आर. अम्बेदकर जयन्ती (14 अप्रैल), महाराणा प्रताप जयन्ती (15 जून), तीज (12 अगस्त), जन्माष्टïमी (2 सितम्बर), हरियाणा वीर एवं शहीदी दिवस (23 सितम्बर) महाराजा अग्रसेन जयंती (8 अक्तूबर), महर्षि वाल्मीकि जयन्ती (22 अक्तूबर), हरियाणा दिवस (1 नवम्बर), दिवाली (5 नवम्बर), ईद-उल-जूहा (बकरीद) (17 नवम्बर)शामिल हैं।
अवकाश के दिन आने वाले जिन त्यौहारों को इस सूची में शामिल नहीं किया गया है, वे इस प्रकार हैं-गुरु रविदास जयन्ती (30 जनवरी), महावीर जयन्ती (28 मार्च), भगवान परशुराम जयंती (16 मई), संत कबीर जयंती (26 जून), स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त), ईद-उल-फितर (11 सितम्बर), महात्मा गांधी जयन्ती (2अक्तूबर) विश्वकर्मा दिवस (6 नवम्बर), गुरूनानक जयंती (21 नवम्बर), क्रिसमिस दिवस (25 दिसम्बर) तथा शहीद उधम सिंह जयंती (26 दिसम्बर)शामिल हैं।
कर्मचारी निम्न प्रतिबन्धित अवकाशों में से कोई दो अवकाश ले सकते हैं। ईद-ए-मिलाद/मिलाद-उल-नबी (27 फरवरी), गुड फ्राईडे (2 अप्रैल), बुद्घ पूर्णिमा (27 मई), गुरु अर्जुन देव शहीदी दिवस (16 जून), शहीद उधम सिंह शहीदी दिवस (31 जुलाई), रक्षा बंधन (24 अगस्त), करवा चौथ (26 अक्तूबर), गोवर्धन पूजा (6 नवम्बर), गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस (24 नवम्बर) तथा मुहर्रम (17 दिसम्बर)।
निम्न दिवसों पर परक्राम्य लिखित अधिनियम 1881 की धारा 25 के तहत अवकाश रहेगा। सरकार ने राज्य में वर्ष 2010 के लिए परक्राम्य लिखित अधिनियम 1881 की धारा 25 के तहत (न्यायिक अदालतों को छोड़कर) भी सार्वजनिक अवकाश अधिसूचित किए हैं, वे इस प्रकार हैं:- सभी रविवार, गणतंत्र दिवस (26 जनवरी), गुरु रविदास जयन्ती (30 जनवरी), महाशिवरात्रि (12 फरवरी), होली (1 मार्च), महावीर जयन्ती (28 मार्च), बैंक अवकाश (1 अप्रैल), डॉ0 बी. आर. अम्बेदकर जयन्ती (14 अप्रैल), स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त), जन्माष्टमïी (2 सितम्बर), ईद-उल-फितर (11 सितम्बर), अद्र्घवार्षिक बैंक अवकाश (30 सितम्बर), महात्मा गांधी जयंती (2 अक्तूबर), दशहरा (17 अक्तूबर), महर्षि वाल्मीकि जयन्ती (22 अक्तूबर), दीवाली (5 नवम्बर), गुरु नानक देव जयन्ती (21 नवम्बर) तथा क्रिसमस दिवस (25 दिसम्बर)।
सभी शनिवार और रविवार। अन्य दूसरे अवकाशों में गुरु गोबिन्द सिंह जयन्ती (5 जनवरी), सर छोटू राम जयन्ती एवं बसन्त पंचमी (20 जनवरी), गणतंत्र दिवस (26 जनवरी), , महर्षि दयानन्द सरस्वती जयन्ती (8 फरवरी), महाशिवरात्रि (12 फरवरी), होली (1 मार्च), रामनवमी (24मार्च), वैसाखी (14 अप्रैल), डॉ0 बी. आर. अम्बेदकर जयन्ती (14 अप्रैल), महाराणा प्रताप जयन्ती (15 जून), तीज (12 अगस्त), जन्माष्टïमी (2 सितम्बर), हरियाणा वीर एवं शहीदी दिवस (23 सितम्बर) महाराजा अग्रसेन जयंती (8 अक्तूबर), महर्षि वाल्मीकि जयन्ती (22 अक्तूबर), हरियाणा दिवस (1 नवम्बर), दिवाली (5 नवम्बर), ईद-उल-जूहा (बकरीद) (17 नवम्बर)शामिल हैं।
अवकाश के दिन आने वाले जिन त्यौहारों को इस सूची में शामिल नहीं किया गया है, वे इस प्रकार हैं-गुरु रविदास जयन्ती (30 जनवरी), महावीर जयन्ती (28 मार्च), भगवान परशुराम जयंती (16 मई), संत कबीर जयंती (26 जून), स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त), ईद-उल-फितर (11 सितम्बर), महात्मा गांधी जयन्ती (2अक्तूबर) विश्वकर्मा दिवस (6 नवम्बर), गुरूनानक जयंती (21 नवम्बर), क्रिसमिस दिवस (25 दिसम्बर) तथा शहीद उधम सिंह जयंती (26 दिसम्बर)शामिल हैं।
कर्मचारी निम्न प्रतिबन्धित अवकाशों में से कोई दो अवकाश ले सकते हैं। ईद-ए-मिलाद/मिलाद-उल-नबी (27 फरवरी), गुड फ्राईडे (2 अप्रैल), बुद्घ पूर्णिमा (27 मई), गुरु अर्जुन देव शहीदी दिवस (16 जून), शहीद उधम सिंह शहीदी दिवस (31 जुलाई), रक्षा बंधन (24 अगस्त), करवा चौथ (26 अक्तूबर), गोवर्धन पूजा (6 नवम्बर), गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस (24 नवम्बर) तथा मुहर्रम (17 दिसम्बर)।
निम्न दिवसों पर परक्राम्य लिखित अधिनियम 1881 की धारा 25 के तहत अवकाश रहेगा। सरकार ने राज्य में वर्ष 2010 के लिए परक्राम्य लिखित अधिनियम 1881 की धारा 25 के तहत (न्यायिक अदालतों को छोड़कर) भी सार्वजनिक अवकाश अधिसूचित किए हैं, वे इस प्रकार हैं:- सभी रविवार, गणतंत्र दिवस (26 जनवरी), गुरु रविदास जयन्ती (30 जनवरी), महाशिवरात्रि (12 फरवरी), होली (1 मार्च), महावीर जयन्ती (28 मार्च), बैंक अवकाश (1 अप्रैल), डॉ0 बी. आर. अम्बेदकर जयन्ती (14 अप्रैल), स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त), जन्माष्टमïी (2 सितम्बर), ईद-उल-फितर (11 सितम्बर), अद्र्घवार्षिक बैंक अवकाश (30 सितम्बर), महात्मा गांधी जयंती (2 अक्तूबर), दशहरा (17 अक्तूबर), महर्षि वाल्मीकि जयन्ती (22 अक्तूबर), दीवाली (5 नवम्बर), गुरु नानक देव जयन्ती (21 नवम्बर) तथा क्रिसमस दिवस (25 दिसम्बर)।
निर्माण सामग्री में अनियमितताएं बरतने का आरोप
डबवाली (लहू की लौ) यहां के वार्ड नं. 16 में नगर सुधार मंडल पार्क के सामने वाली समाध वाली गली में गली वासियों ने ठेकेदार पर गली की साईडों का पलस्तर करते समय निर्माण सामग्री में अनियमितताएं बरतने का आरोप लगा कर गली को रूकवा दिया।
गली वासी गुरचरण सिंह तथा अकाली नेता बलकरण सिंह ने आरोप लगाया कि गली की साइडों के पलस्तर में सरकार द्वारा निर्धारित सीमेंट और बरेती के अनुपात की अवहेलना करते हुए ठेकेदार द्वारा बरेती अधिक प्रयोग में लायी जा रही है। इसकी शिकायत नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन को भी की गई। उसने तुरन्त कार्यवाही करते हुए ठेकेदार अनिल को मौका पर भेजा।
ठेकेदार ने गली में पहुंच कर बरेती और सीमेंट की रेशो ठीक करवाई। तब जाकर गली वासी सन्तुष्ट हुए।
गली वासी गुरचरण सिंह तथा अकाली नेता बलकरण सिंह ने आरोप लगाया कि गली की साइडों के पलस्तर में सरकार द्वारा निर्धारित सीमेंट और बरेती के अनुपात की अवहेलना करते हुए ठेकेदार द्वारा बरेती अधिक प्रयोग में लायी जा रही है। इसकी शिकायत नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन को भी की गई। उसने तुरन्त कार्यवाही करते हुए ठेकेदार अनिल को मौका पर भेजा।
ठेकेदार ने गली में पहुंच कर बरेती और सीमेंट की रेशो ठीक करवाई। तब जाकर गली वासी सन्तुष्ट हुए।
निर्माण सामग्री में अनियमितताएं बरतने का आरोप
डबवाली (लहू की लौ) यहां के वार्ड नं. 16 में नगर सुधार मंडल पार्क के सामने वाली समाध वाली गली में गली वासियों ने ठेकेदार पर गली की साईडों का पलस्तर करते समय निर्माण सामग्री में अनियमितताएं बरतने का आरोप लगा कर गली को रूकवा दिया।
गली वासी गुरचरण सिंह तथा अकाली नेता बलकरण सिंह ने आरोप लगाया कि गली की साइडों के पलस्तर में सरकार द्वारा निर्धारित सीमेंट और बरेती के अनुपात की अवहेलना करते हुए ठेकेदार द्वारा बरेती अधिक प्रयोग में लायी जा रही है। इसकी शिकायत नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन को भी की गई। उसने तुरन्त कार्यवाही करते हुए ठेकेदार अनिल को मौका पर भेजा।
ठेकेदार ने गली में पहुंच कर बरेती और सीमेंट की रेशो ठीक करवाई। तब जाकर गली वासी सन्तुष्ट हुए।
गली वासी गुरचरण सिंह तथा अकाली नेता बलकरण सिंह ने आरोप लगाया कि गली की साइडों के पलस्तर में सरकार द्वारा निर्धारित सीमेंट और बरेती के अनुपात की अवहेलना करते हुए ठेकेदार द्वारा बरेती अधिक प्रयोग में लायी जा रही है। इसकी शिकायत नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन को भी की गई। उसने तुरन्त कार्यवाही करते हुए ठेकेदार अनिल को मौका पर भेजा।
ठेकेदार ने गली में पहुंच कर बरेती और सीमेंट की रेशो ठीक करवाई। तब जाकर गली वासी सन्तुष्ट हुए।
पुरानी रंजिश को लेकर हुए झगड़े में महिला सहित दो घायल
डबवाली (लहू की लौ) गांव पन्नीवाला मोरिका में पुरानी रंजिश को लेकर हुए झगड़े में एक महिला और पुरूष को चोट आई। जिसे घायल अवस्था में अस्पताल लाया गया।
घायल परमजीत कौर के पति सतनाम सिंह ने बताया कि उसका छोटा भाई मनदीप उसके साला ज्ञान सिंह के साथ मंगलवार की रात को घर आ रहा था कि अचानक लाठियों से लैस उनके पड़ौसी हरदीप पुत्र छिन्दो मक्खन पुत्र जग्गा, नछत्तर पुत्र जग्गा और छिन्दो पत्नी रेशम ने उन पर हमला कर दिया और उनका शोर सुनकर छुड़वाने के लिए उसकी पत्नी परमजीत कौर बाहर निकली तो उसे भी लाठियों से आरोपियों ने पीटा, जिसके चलते ज्ञान सिंह जोकि अंगहीन है, के चोटें आई और गर्भवती परमजीत कौर को भी चोटें आई। सतनाम सिंह ने झगड़े का कारण पुरानी रंजिश बताया।
घायल परमजीत कौर के पति सतनाम सिंह ने बताया कि उसका छोटा भाई मनदीप उसके साला ज्ञान सिंह के साथ मंगलवार की रात को घर आ रहा था कि अचानक लाठियों से लैस उनके पड़ौसी हरदीप पुत्र छिन्दो मक्खन पुत्र जग्गा, नछत्तर पुत्र जग्गा और छिन्दो पत्नी रेशम ने उन पर हमला कर दिया और उनका शोर सुनकर छुड़वाने के लिए उसकी पत्नी परमजीत कौर बाहर निकली तो उसे भी लाठियों से आरोपियों ने पीटा, जिसके चलते ज्ञान सिंह जोकि अंगहीन है, के चोटें आई और गर्भवती परमजीत कौर को भी चोटें आई। सतनाम सिंह ने झगड़े का कारण पुरानी रंजिश बताया।
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