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Lahoo Ki Lau
07 जून 2020
कोविड अस्पताल में उपचाराधीन अदालत के नाजर की दूसरी रिपोर्ट पॉजिटिव
पाठशाला इंचार्ज, केमिस्ट समेत चार की रिपोर्ट निगेटिव
डिस्चार्ज होने के बाद इंचार्ज बोले-हमारे वार्ड में मरीज टेबलेट नहीं खाता था, उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है, अब लिफाफे में टेबलेट डाल घर ले गया
डबवाली(लहू की लौ)शनिवार को डबवाली के लिए सुखद भरी खबर आई। पिछले दिनों कोरोना पॉजिटिव मिले चार लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कोविड अस्पताल से उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। जबकि डबवाली अदालत में नाजर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। डबवाली इलाके में एक्टिव मरीजों की संख्या दो रह गई है। नाजर के साथ गांव मौजगढ़ का एक युवक कोविड अस्पताल में उपचाराधीन है। वह कुवैत से वापिस लौटा है।
डिस्चार्ज के बाद बोले-व्यवस्था में सुधार की गुंजाइश, सवाल उठाए
गांव अलीकां की राजकीय प्राथमिक पाठशाला के इंचार्ज तथा उनकी पत्नी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अस्पताल से डिस्चार्ज होते समय उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं पर प्रश्न चिन्ह लगाए। उन्होंने बताया कि सुबह तीन तथा शाम को दो टेबलेट खाने को दी जाती थीं। वार्ड में एक मरीज ऐसा था, जो टेबलेट खाने की अपेक्षा लिफाफे में रख लेता। बिना गोली खाए उसकी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। डिस्चार्ज होकर घर जाते-जाते लिफाफे में गोलियां दिखाकर गया है। दंपती के अनुसार कोरोना संबंधी अब तक जो रिपोट्र्स हैं, वो मिथ्या नजर आती हैं। चूंकि अगर हम दोनों को कोरोना था, तो उनके संपर्क में चौबीस घंटे रहने वाले उनके बच्चों की रिपोर्ट निगेटिव कैसे आ गई? सवालों के जवाब स्वास्थ्य विभाग को देने चाहिए, ताकि आम जन मानस में कोरोना के प्रति फैली भ्रांतियां दूर हो सकें। इसके अतिरिक्त केमिस्ट तथा गुजरात से डबवाली लौटी महिला की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जबकि दोनों के संपर्क में आने वाले 8 लोगों की रिपोर्ट पहले ही निगेटिव आ गई थी।
नाजर की रिपोर्ट पॉजिटिव
इधर डबवाली अदालत में नाजर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। चंड़ीगढ के सेक्टर 20 का रहने वाले 27 वर्षीय युवक का सैंपल 29 मई को लिया गया था। 1 जून को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसलिए उसे कोविड अस्पताल सिरसा में शिफ्ट कर दिया गया था। उससे मिले लोगों की जांच के लिए सैंपल लिए गए थे। हालांकि उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। बता दें, नाजर 22 मई को मार्केट कमेटी डबवाली की गाड़ी में लिफ्ट लेकर पंचकूला गया था। 28 मई को पंचकूला से सिरसा आया था। वहां से लिफ्ट लेकर फिर डबवाली अपने घर पहुंचा था।
डिस्चार्ज होने के बाद इंचार्ज बोले-हमारे वार्ड में मरीज टेबलेट नहीं खाता था, उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है, अब लिफाफे में टेबलेट डाल घर ले गया
डबवाली(लहू की लौ)शनिवार को डबवाली के लिए सुखद भरी खबर आई। पिछले दिनों कोरोना पॉजिटिव मिले चार लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कोविड अस्पताल से उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। जबकि डबवाली अदालत में नाजर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। डबवाली इलाके में एक्टिव मरीजों की संख्या दो रह गई है। नाजर के साथ गांव मौजगढ़ का एक युवक कोविड अस्पताल में उपचाराधीन है। वह कुवैत से वापिस लौटा है।
डिस्चार्ज के बाद बोले-व्यवस्था में सुधार की गुंजाइश, सवाल उठाए
गांव अलीकां की राजकीय प्राथमिक पाठशाला के इंचार्ज तथा उनकी पत्नी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अस्पताल से डिस्चार्ज होते समय उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं पर प्रश्न चिन्ह लगाए। उन्होंने बताया कि सुबह तीन तथा शाम को दो टेबलेट खाने को दी जाती थीं। वार्ड में एक मरीज ऐसा था, जो टेबलेट खाने की अपेक्षा लिफाफे में रख लेता। बिना गोली खाए उसकी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। डिस्चार्ज होकर घर जाते-जाते लिफाफे में गोलियां दिखाकर गया है। दंपती के अनुसार कोरोना संबंधी अब तक जो रिपोट्र्स हैं, वो मिथ्या नजर आती हैं। चूंकि अगर हम दोनों को कोरोना था, तो उनके संपर्क में चौबीस घंटे रहने वाले उनके बच्चों की रिपोर्ट निगेटिव कैसे आ गई? सवालों के जवाब स्वास्थ्य विभाग को देने चाहिए, ताकि आम जन मानस में कोरोना के प्रति फैली भ्रांतियां दूर हो सकें। इसके अतिरिक्त केमिस्ट तथा गुजरात से डबवाली लौटी महिला की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जबकि दोनों के संपर्क में आने वाले 8 लोगों की रिपोर्ट पहले ही निगेटिव आ गई थी।
नाजर की रिपोर्ट पॉजिटिव
इधर डबवाली अदालत में नाजर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। चंड़ीगढ के सेक्टर 20 का रहने वाले 27 वर्षीय युवक का सैंपल 29 मई को लिया गया था। 1 जून को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसलिए उसे कोविड अस्पताल सिरसा में शिफ्ट कर दिया गया था। उससे मिले लोगों की जांच के लिए सैंपल लिए गए थे। हालांकि उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। बता दें, नाजर 22 मई को मार्केट कमेटी डबवाली की गाड़ी में लिफ्ट लेकर पंचकूला गया था। 28 मई को पंचकूला से सिरसा आया था। वहां से लिफ्ट लेकर फिर डबवाली अपने घर पहुंचा था।
सीसीटीवी फुटेज से पकड़े गए सरसों चोर, केस दर्ज
डबवाली(लहू की लौ)गांव मटदादू में सरसों चोरी का मामला सामने आया है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हुई पहचान के बाद पुलिस ने दोनों चोरों को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी अनुसार गांव मटदादू निवासी जसवीर सिंह वर्तमान में गिदड़बाहा (पंजाब) के नजदीक स्थित फकरसर गांव में रहते हैं। बृहस्पतिवार को गांव डबवाली निवासी बिट्टू खान तथा विपिन पंडित ने मटदादू स्थित सूने घर के ताले को आरी से काटकर भीतर प्रवेश किया। घर में ढेरी सरसों को दो गट्टों में भरकर फरार हो गए। जसवीर सिंह की जमीन हिस्से पर काश्त करने वाले को चोरी का पता चला तो गांव में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखनी शुरु की गई। पता चला कि चोर बाइक पर सवार होकर आए थे।
बताया जाता है कि शुक्रवार शाम करीब 3 बजे उपरोक्त दोनों चोर पुन: बाइक पर चोरी करने गांव में आ गए। इधर ग्रामीण सीसीटीवी फुटेज के आधार पर युवकों की पहचान कर रहे थे कि उन्हें दोनों दिखाई पड़ गए। आरोपितों को धर दबोचा गया। सूचना पाकर पुलिस मौका पर पहुंच गई। आरोपितों ने बताया कि वे सरसों को बेच आए हैं। बताया जाता है कि पुलिस ने चोरी की गई सरसों बरामद कर ली है। जसवीर सिंह की शिकायत पर आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
जांच अधिकारी ईश्वर सिंह ने बताया कि बिट्टू खान तथा विपिन पंडित को शनिवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने दोनों को जेल भेजने के आदेश दिए।
बताया जाता है कि शुक्रवार शाम करीब 3 बजे उपरोक्त दोनों चोर पुन: बाइक पर चोरी करने गांव में आ गए। इधर ग्रामीण सीसीटीवी फुटेज के आधार पर युवकों की पहचान कर रहे थे कि उन्हें दोनों दिखाई पड़ गए। आरोपितों को धर दबोचा गया। सूचना पाकर पुलिस मौका पर पहुंच गई। आरोपितों ने बताया कि वे सरसों को बेच आए हैं। बताया जाता है कि पुलिस ने चोरी की गई सरसों बरामद कर ली है। जसवीर सिंह की शिकायत पर आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
जांच अधिकारी ईश्वर सिंह ने बताया कि बिट्टू खान तथा विपिन पंडित को शनिवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने दोनों को जेल भेजने के आदेश दिए।
कालांवाली में खालिस्तान के पोस्टर लगाने वाले दो गिरफ्तार

उल्लेखनीय है कि बीते दिवस कालांवाली गुरूद्वारे, मंदिर सहित अनेक जगहों पर खालिस्तान जिंदाबाद लिखे पोस्टर चस्पा कर दिए गए थे। जिससे शहरवासी हक्के-बक्के रह गए। तुरंत घटना के बारे में पुलिस को इतला किया गया। पुलिस अधीक्षक डॉ. अरुण नेहरा ने घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को पूरे मामले का जल्द से जल्द पर्दाफाश करने के निर्देश दिए। सिरसा के डीएसपी राजेश चेची को भी कालांवाली भेजा गया। डीएसपी कालांवाली थाना पहुंचे और पोस्टर वाली जगहों से कुछ लोगों से पूछताछ भी की है। इसके साथ पोस्टर चस्पा किए गए स्थानों के आस पास लगे सीसीटीवी कैमरों को भी पुलिस खगालने में जुट गई है। पुलिस अधीक्षक डॉ. अरुण नेहरा ने बताया कि पोस्टर लगाने की घटना में शामिल दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि तीसरे की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। पुलिस पूछताछ में युवकों ने खुलासा किया कि उन्होंने एक यू ट्यूब चैनल पर इस तरह के पोस्टर लगाने जैसी न्यूज देखकर घटना को अंजाम दिया। बताया जाता है कि एक पेट्रोल पंप पर रखे प्रिंटर से ये पोस्टर निकाले गए थे। पुलिस अधीक्षक डॉ. नेहरा ने कहा कि जिला में किसी भी असामाजिक तत्वों को अशांति फैलाने की कतई अनुमति नहीं दी जाएगी।
शहीदी सदैव हमें जुल्म से लडऩे की प्रेरणा देगी
तीन साल पहले मध्यप्रदेश में मारे गए छह किसानों की याद में शहीदी दिवस मनाया
डबवाली(लहू की लौ)वर्ष 2017 में मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने शांतमयी तरीके से हक मांग रहे किसानों पर अंधाधुंध लाठीचार्ज तथा गोलियां चला दी थी। सरकार के इस बर्बरतापूर्ण अत्याचार से छह किसानों की जान चली गई थी, तो वहीं सैंकड़ों किसान घायल हुए थे। तीन साल पहले सरकार के अत्याचार में मारे गए किसानों को शहीद का दर्जा देते हुए राष्ट्रीय किसान संगठन ने शनिवार को डबवाली में शहीदी दिवस मनाया। किसानों ने दो मिनट का मौन रखते हुए शौक जताया और श्रद्धासुमन अर्पित किए। किसानों ने कहा कि मध्य प्रदेश के छह साथियों की शहीदी हमें जुल्म से लडऩे के लिए हमेशा प्रेरित करती रहेगी। साथ ही किसानों की मांगे न मानने पर सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया।
संगठन के प्रदेशाध्यक्ष जसवीर सिंह भाटी ने कहा कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी किसानों से वायदा करके सत्ता में आई थी। न तो सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू की न ही किसानों का कर्ज माफ किया। किसानों ने हक पाने के लिए आंदोलन शुरु किए तो सरकार ने आंदोलन को दबाने की कोशिशें शुरु कर दी। इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए सरकार ने छह किसानों को मौत के घाट उतार दिया था। इस मौके पर देवेंद्र भोभिया, लाभ सिंह मटदादू, वेदपाल डांगी, बलवीर सिंह चट्ठा, सुरेश पूनियां, राकेश नेहरा, मलकीत सिंह मौजूद थे।

संगठन के प्रदेशाध्यक्ष जसवीर सिंह भाटी ने कहा कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी किसानों से वायदा करके सत्ता में आई थी। न तो सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू की न ही किसानों का कर्ज माफ किया। किसानों ने हक पाने के लिए आंदोलन शुरु किए तो सरकार ने आंदोलन को दबाने की कोशिशें शुरु कर दी। इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए सरकार ने छह किसानों को मौत के घाट उतार दिया था। इस मौके पर देवेंद्र भोभिया, लाभ सिंह मटदादू, वेदपाल डांगी, बलवीर सिंह चट्ठा, सुरेश पूनियां, राकेश नेहरा, मलकीत सिंह मौजूद थे।
सचिव से मारपीट के विरोध में लगाए काले बिल्ले

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