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Lahoo Ki Lau

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25 मई 2020

झाड़ फूंक वाले बाबा के घर से 66 किलोग्राम डोडा पोस्त बरामद

गलत घर में घुसने के कारण घर को ताला लगा निकल भागा बाबा
आरोपित की तालाश के लिए सीआइए पुलिस की टीम का गठन
डबवाली(लहू की लौ) झाड़ फूंक करके लोगों के दु:ख दूर करने का दावा करने वाले पप्पू बाबा नामक शख्स के घर से पुलिस ने 66 किलोग्राम डोडा पोस्त बरामद किया है। मामला डबवाली के वार्ड नं. 7 के तहत आने वाले प्रेमनगर की गली नं. 5 का बताया जाता है। यहां सीआइए डबवाली के एसआइ राजपाल के नेतृत्व वाली टीम शनिवार रात करीब 8 पहुंची थी। मुखबरी थी कि पप्पू बाबा उर्फ राजकुमार बांसल के मकान में अफीम या पोस्त भंडारित है। पुलिस पहुंची तो ताला लगा हुआ था। ऐसे में डयूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार संजय चौधरी को बुलाया गया। तहसीलदार ने पार्षद अंजू बाला की मौजूदगी में ताला तुड़वा दिया। घर के पीछे बने पुराने कमरे में चार बैग बरामद हुए। उन्हें खोला गया तो डोडा पोस्त बरामद हुआ। पुलिस के अनुसार तीन बैग मे 20-20 किलोग्राम तथा एक बैग में छह किलोग्राम डोडा पोस्त मिला है। आरोपित राजकुमार बांसल उर्फ पप्पू बाबा के खिलाफ शहर थाना पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।

गलत घर में घुस गई पुलिस, आरोपित ताला लगाकर फरार
मुखबरी पाकर पुलिस प्रेमनगर में पहुंची थी। पुलिस गलती से किसी अन्य घर में घुस गई। जब तक पुलिस को गलती का अहसास होता, तब तक आरोपित घर को ताला लगाकर निकल गया। बाद में पुलिस ने घर की तालाशी लेने के लिए आरोपित को कॉल की तो उसने बताया कि वह सपरिवार चंडीगढ़ गया हुआ है। जबकि उसकी मोबाइल लोकेशन डबवाली की ही आ रही थी। ऐसे में डयूटी मजिस्ट्रेट ने ताला तोडऩे के आदेश दिए थे। घर में छापामारी की तो मुखबरी सही पाई गई थी।

66 किलोग्राम डोडा पोस्त बरामदगी के मामले में आरोपित राजकुमार उर्फ पप्पू बाबा के खिलाफ शहर थाना डबवाली में अभियोग अंकित किया गया है। आरोपित की तालाश में सीआइए डबवाली की टीम का गठन किया गया है। गिरफ्तारी के बाद महत्वपूर्ण खुलासा होने की संभावना है।
-कुलदीप सिंह बेनीवाल, डीएसपी डबवाली

17 सितंबर 2011

तांबा चोर कानून के मास्टर


सुबह साढ़े 5 बजे थाना सदर पर पड़ी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की रेड़
डबवाली (लहू की लौ) ट्रांसफार्मरों से तांबा चोरी करने वाला गैंग कानूनी किताब का भी मास्टर है। पुलिस का शिकंजा कसता देख पंजाब एण्ड हरियाणा हाईकोर्ट का सहारा लेकर शिकंजे से बाहर निकलने का प्रयास कर रहा है। गुरूवार को सुबह 5.30 बजे हाईकोर्ट के वारंट ऑफिसर ने सदर पुलिस डबवाली में रेड़ की।
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के मण्डल डबवाली के खेतों में लगे बिजली के करीब पचास ट्रांसफार्मर से तांबा और तेल चोरी हो चुका है। जिला की डबवाली, कालांवाली, रोड़ी तथा औढ़ां पुलिस ने अपना खुफिया तंत्र स्थापित करते हुए तांबा चोरी करने वाले गैंग के कुछ सदस्यों को काबू किया। उपरोक्त थानों की कार्यवाही के दौरान गैंग के आठ सदस्य पकड़े गए। पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस पूछताछ के दौरान अपने साथियों की पहचान करवाते हुए गैंग के संबंध में अहम खुलासे किए। दूसरी ओर अपने पर पुलिस का शिकंजा कसता देख गैंग ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली है। पुलिस पर नजायज हिरासत में रखने का आरोप लगाते हुए जस्टिस तेज प्रताप सिंह मान की अदालत में अर्जी दाखिल की। अर्जी पर कार्रवाई करते हुए जस्टिस ने हाईकोर्ट के वकील सुखविंद्र सिंह को वारंट ऑफिसर बनाकर भेजा। वारंट ऑफिसर ने गुरूवार को सुबह 5.30 बजे थाना सदर डबवाली में दस्तक दी। हाईकोर्ट की रेड़ से स्थानीय पुलिस के साथ-साथ जिला पुलिस में हड़कंप मच गया। लेकिन वारंट ऑफिसर को कोई सफलता नहीं मिली।
पुलिस से मिली जानकारी अनुसार पुलिस के हत्थे चढ़े इस गैंग में पंजाब, हरियाणा तथा राजस्थान के करीब 30 से 35 सदस्य हैं। सभी सदस्य एक समुदाय से संबंधित हैं और रिश्तेदार हैं। इनमें से कुछ बिजली के कार्य का काम जानते हैं। इस गैंग के पास पिकअप गाडिय़ां हैं। एक वारदात को 5 से 7 व्यक्ति अंजाम देते हैं। चोरी का माल बेचने के बाद मिले पैसों को आपस में मिल-बैठकर बांट लेते हैं। गैंग के कुछ सदस्य कानून के अच्छे जानकर हैं, तभी तो हाईकोर्ट को अपनी ढाल बनाकर पुलिस के कसते शिकंजे से बाहर निकलने का प्रयास कर रहे हैं।
डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि उपरोक्त गैंग के सभी सदस्य बावरिया समाज से संबंध रखते हैं। ये लोग आपस में रिश्तेदार हैं। लेकिन अब उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत चरितार्थ कर रहे हैं। पुलिस कार्रवाई को प्रभावित करने की मंशा से पुलिस पर आरोप लगाकर हाईकोर्ट के जरिए रेड करवा रहे हैं। अब तक थाना सदर डबवाली में दो बार तथा रोड़ी थाना में एक बार रेड़ डलवा चुके हैं। लेकिन पुलिस अपने काम में पूरी पारदर्शिता बरत रही है। पकड़े गए ट्रांसफार्मर चोरों ने गैंग के बाकी सदस्यों की पहचान करवाई है। जिन्हें जल्द काबू कर लिया जाएगा। डीएसपी के अनुसार गैंग के बाकी सदस्यों के काबू में आते ही जिला के विभिन्न थानों में हुई ट्रांसफार्मर से तांबा और ऑयल चोरी की गुत्थियां सुलझ जाएंगी।

23 अगस्त 2011

गांव की अपनी अदालत



-दोषी पाए जाने पर ना होगी अपील, ना होगी दलील, गांव के सामने मिलेगा दण्ड
-टीचर अगर लेट आया तो पूरे दिन की लगेगी गैर हाजिरी, लड़कियों को जल्दी होगी छुट्टी

डबवाली (लहू की लौ) यदि गुरू लेट आएंगे तो स्कूल पढऩे आने वाले बच्चों पर नियंत्रण कैसे रहेगा? विद्यालय में कर्मचारियों द्वारा जाम छलकाए जाएंगे तो इसका बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ेगा? स्कूल के गेट पर खड़े होकर सरेआम युवक मोबाइल पर भद्दे गाने लगाकर लड़कियों पर फब्तियां कसेंगे, तो लड़कियां स्कूल कैसे आ पाएंगी? अगर दोबारा किसी ने ऐसी गलती की तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा। यह किसी हिन्दी फीचर फिल्म में बॉबी देओल का डाईलॉग नहीं। बल्कि गांव मसीतां में शुरू हुई 'अदालतÓ  का फरमान है।
पिछले काफी समय से गांव मसीतां का माहौल ठीक नहीं था। गांव में सरकार की ओर से एक हाई स्कूल तथा दो प्राथमिक विद्यालय खोले गए हैं। लेकिन हाई स्कूल में पिछले काफी समय से अव्यवस्था का माहौल चल रहा है। गांव मौजिज व्यक्तियों ने इसकी शिकायत गांव की पंचायत तक पहुंचाई। पंचायत को अपनी शिकायत में कहा कि हाई स्कूल में तैनात कर्मचारी शराब के नशे में धुत्त रहते हैं। स्टाफ के सदस्य दो-दो घंटा लेट पहुंचते हैं। जिससे विद्यालय का अनुशासन भंग हो रहा है। बिगड़ैल युवा स्कूल के बाहर आकर मोबाइल से गंदे गाने बजाते हैं। आती-जाती लड़कियों पर फब्तियां कसते हैं। पंचायत ने गांव में मुनादी करवाकर ग्रामीणों को 'अदालतÓ में पहुंचने का आह्वान किया। अदालत का स्थान हाई स्कूल रखा गया। पूरे गांव के साथ-साथ तीनों स्कूलों के स्टाफ को वहां आमंत्रित किया गया।
शनिवार को गांव के सरपंच शिवराज सिंह की अध्यक्षता में 'अदालतÓ बैठी। जिसमें जिला परिषद के जोन नं. 6 के सदस्य के प्रतिनिधि सर्वजीत सिंह, मैम्बर जसवंत सिंह, मेजर सिंह, दर्शन सिंह, शमशेर सिंह, पप्पू सिंह मंचासीन हुए। इस मौके पर पूरा गांव उपस्थित था। 'अदालतÓ के अध्यक्ष ने गांव के लोगों से राय जानी। दो घंटे चली इस 'अदालतÓ में छह बिन्दुओं का एक प्रस्ताव पारित किया गया। जिसे पढ़कर सभी को सुनाया गया।
गांव के सरपंच शिवराज सिंह ने बताया कि उन्हें उपरोक्त संदर्भ में शिकायत मिली थी। ग्रामीणों की 'अदालतÓ लगने से पूर्व गांव में मुनादी करवाई गई थी। पहली दफा अपराध होने के कारण आरोपियों को माफी दी गई। लेकिन अब गांव में नियम बना दिए गए हैं। समय पर स्कूल न आने वाले टीचर के पूरे दिन की गैर हाजिरी लगेगी, विद्यालयों में लड़कियों को पंद्रह मिनट पहले छुट्टी दी जाएगी, मिड-डे मील चैक किया जाएगा, नशे में धुत्त मिलने वाले कर्मचारी या फिर स्कूल के बाहर मोबाइल पर गाना बजाते पकड़े जाने वाले युवक को पंचायत अपने तरीके से 'अदालतÓ लगाकर पूरे गांव के सामने आरोपी को दण्ड देगी। इस मसले को थाने या फिर संबंधित विभाग में नहीं लेजाया जाएगा। ऐसा गांव के बिगड़ते-माहौल को सुधारने के लिए किया गया है।

07 अगस्त 2011

बेटी को मारने वाले का हुक्का-पानी बंद करवा दो


उपमण्डलीय विधिक सेवा समिति के चेयरमैन डॉ. अतुल मडिया का बालंटियरों को आह्वान
डबवाली (लहू की लौ) आपके पास कोर्ट की स्पैशल पॉवर हैं, इसलिए आप घर में दुबक कर बैठे ना रहो। एक्टिव हो और अपने क्रियाकलापों को रजिस्टर में दर्ज करो। कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ पंचायत से प्रस्ताव पारित करवाओ। जिससे ऐसा घिनौना कार्य करने वाले परिवार का हुक्का-पानी बंद हो जाए।
गांवों में महिलाएं आज भी घरों में बंद हैं या फिर पर्दा प्रथा प्रचलित है। जिससे उन्हें अपने अधिकारों के बारे में मालूम नहीं। आप चौपाल पर बैठक करें। साथ में महिला पंच को लें। ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इक्ट्ठी हों और उन्हें कानून की जानकारी मिले। अपने डेली वर्क का रजिस्टर तैयार करें। रोजाना गांव के चार-पांच व्यक्तियों से मिलें। उनसे हुई बातचीत के अंश रजिस्टर में दर्ज करें। यहां कमी रह गई है, उसके बारे में लीगल सैल के वकील से बातचीत करें। गांव में किसी का राशन कार्ड नहीं बन रहा, विधवा पेंशन मिलने में दिक्कत आ रही है। इसकी जानकारी मिलने पर संबंधित अधिकारी से संपर्क करें। अगर आपकी सुनी नहीं जाती तो वकील या फिर मेरे से संपर्क करें। बस, आप घर पर खाली बैठकर टाईम पास न कीजिएगा। हफ्ते में केवल तीन दिन आपने काम कर लिया तो कुछ महीनों में आपको अपना गांव चेंज मिलेगा।
कृपा आप गांव या फिर आस-पास आने वाली समस्या को जानते हुए चुप न बैठें। उसका मुकाबला करें। गांव में बने विद्यालयों की छात्राओं तथा महिला अध्यापकों से छेड़छाड़ की घटनाओं में अनावश्यक वृद्धि हुई है, ग्रामीणों को साथ लेकर इन्हें रोंके। सुबह के समय स्कूल में जाएं तीन-चार साल के बच्चों को दहेज न लेंगे, दहेज न देंगे के नारे लगवाएं। शादी की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते यह नारा उसके मस्तिष्क में घर कर लेगा। जिससे दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराई खत्म हो सकती है। प्रदेश में महिला-पुरूष अनुपात कम हो रहा है। आप लोग अपने गांव में पता लगाएं कि कितनी महिलाएं गर्भवती हैं। एएनएम, महिला पंच की सहायता से उनकी सूची तैयार करें। डिलीवरी तकउन पर कड़ी नजर रखें। आपका अपना गांव हिंसा से मुक्त हो सकता है, खासकर घरेलू हिंसा से उपजने वाले बड़े झगड़ों से। आपका काम मात्र इतना है कि जिस घर में आपकों पति-पत्नी या पारिवारिक सदस्यों में झगड़ा सुनाई दे, उस घर का कुंडा खटखटा दें।
उपरोक्त शब्द उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी तथा उपमण्डलीय विधिक सेवा समिति डबवाली के चेयरमैन डॉ. अतुल मडिया के हैं। वे शनिवार को बार रूम में पेरालीगल वालंटियर को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने वालंटियर से सुझाव भी मांगे। गांव मौजगढ़ से आए युवक हरपाल ने गांव में सरेआम शराब की बिक्री पर कटाक्ष किया। वहीं अन्य वालंटियर ने गांवों में सफाई का हाल बेहाल होने की बात रखी। जिस पर तुंरत संज्ञान लेते हुए उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी ने एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल को एक पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने कहा है कि सरकार की ओर से ग्रामीण आंचल में सफाई व्यवस्था को दुरूस्त रखने के लिए मुलाजिम लगाए हुए हैं। लेकिन सरपंच इन मुलाजिमों  से अपने घर पर कार्य लेते हैं। ऐसे में गांव की सफाई नहीं हो पाती। जोकि जरूरी है। मुलाजिम सरकार से मिलने वाली तनख्वाह बैठे-बैठाए खा रहे हैं। आप संबंधित बीडीपीओ को निर्देश देकर सफाई कर्मियों से गांव में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करवाएं।
डॉ. अतुल मडिया ने वालंटियर से कहा कि आपकी एक बैठक आगामी 20 तारीख को दोबारा होगी। जिसमें आपकी गतिविधियों की समीक्षा की जाएगी। साथ में  उन्होंने बैठक में अनुपस्थित रहे वालंटियर को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आस-पास होने वाली घरेलू हिंसा या फिर अन्य समाज विरोधी गतिविधि की सूचना लोग उपमण्डल विधिक सेवा समिति के कोर्ट कम्पलैक्स में खोले गए कार्यालय के फोन नं. 231222 पर भी सुबह 9 से शाम 5 बजे तक दे सकते हैं।
इस अवसर पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र दंदीवाल, बलजीत सिंह, कुलदीप सिंह सिधू, युधीष्ठिर शर्मा, कुलवंत सिंह, इन्द्रजीत सिंह, कंवलजीत सिंह कंबोज, राजेश यादव, धर्मवीर कुलडिया आदि उपस्थित थे।

29 जुलाई 2011

मुश्किल में फंसे डबवाली के बीडीपीओ


डबवाली (लहू की लौ) गांव मसीतां के स्टेडियम निर्माण में हुए घपले के मामले में फंसे बीडीपीओ डबवाली की मुश्किलें कम नहीं हुई है। बल्कि बढ़ती जा रही हैं। ग्राम पंचायत ने जांच रिपोर्टों के बाद अब इस मामले को पुलिस के सुपुर्द उठाते हुए बीडीपीओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
एसपी सिरसा को दी शिकायत में ग्राम पंचायत मसीतां के सरपंच शिवराज सिंह ने कहा है कि गांव में स्टेडियम के निर्माण के लिए सरकार ने 20 लाख से अधिक की अनुदान राशि स्वीकार की थी। जिससे स्टेडियम में हाल कमरा बनाया जाना था। सरकार ने पहली किश्त के रूप में इस अनुदान राशि मे ंसे 10 लाख 32 हजार रूपए की राशि बीडीपीओ डबवाली रामसिंह को भेजी थी। जिसमें से बीडीपीओ ने 3 लाख 74 हजार 333 रूपए निकालकर इस राशि से घटिया स्तर की जोडिय़ां खरीदी। इसकी जांच की मांग को लेकर उन्होंने उपायुक्त सिरसा को एक शिकायत दी थी।
उपायुक्त ने शिकायत की जांच करवाने का अधिकार उपमण्डलाधीश डबवाली डॉ. मुनीश नागपाल को देते हुए उसकी शिकायत को उपमण्डलाधीश के पास भेज दिया था। उपमण्डलाधीश के अनुरोध पर एसडीओ पंचायती राज ने जांच की। जिसमें 99703 रूपए निर्माण सामग्री पर बाजार मूल्य से अधिक खर्च पाए गए। इसी जांच रिपोर्ट को उपमण्डलाधीश डबवाली ने अपने पत्र क्रमांक 481, दिनांक 26.4.2011 को उपायुक्त सिरसा को भेज दिया।
सरपंच के अनुसार इसके बाद दूसरी बार उपायुक्त सिरसा ने एक्सीयन पीडब्ल्यूडी डिविजन नं. 1, सिरसा से इसकी जांच करवाई। एक्सीयन पीडब्ल्यूडी बीएण्डआर ने अपनी जांच रिपोर्ट में एक लाख एक हजार 247 रूपए की राशि का गबन पाया। एक्सीयन ने अपनी जांच रिपोर्ट को पत्र क्रमांक 2178, दिनांक 27 जून 2011 को उपायुक्त सिरसा को सौंप दिया।
सरपंच ने एसपी से पंचायत की ओर से अनुरोध किया है कि उपायुक्त सिरसा को दो अधिकारियों द्वारा भेजी गई जांच रिपोर्ट के बावजूद भी रामसिंह बीडीपीओ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। हालांकि बीडीपीओ ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए पंचायत की राशि को निकाला तथा उसमें भी अनियमितता की। पंचायत ने एसपी से अनुरोध किया है कि बीडीपीओ के खिलाफ केस दर्ज करके गांव को न्याय दिलाया जाए तथा सरकार की राशि का दुरूपयोग करने वाले को अवश्यक सजा दिलाई जाए।
एसपी सतिंद्र गुप्ता ने उपरोक्त शिकायत मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जांच के लिए ग्राम पंचायत मसीतां की शिकायत को थाना शहर डबवाली को भेजा गया है।

28 जुलाई 2011

बिजली के लिए कर्मियों से मारपीट


छह गांवों के लोगों ने बिजलीघर को ताला जड़ा, डबवाली-संगरिया मार्ग रखा जा                          डबवाली (लहू की लौ) बिजली न मिलने से गुस्साए छह गांवों के लोगों ने आसाखेड़ा बिजलीघर के कर्मचारियों को मारपीट करके बिजलीघर से बाहर निकाल दिया। सबस्टेशन से होने वाली बिजली आपूर्ति बंद कर दी। बिजलीघर पर ताला जड़कर कर्मचारियों को साथ लेकर डबवाली-संगरिया मार्ग जाम कर दिया। करीब दो घंटे तक मार्ग जाम रहने से दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। बिजली निगम के मण्डल अभियंता से बिजली मिलने का आश्वासन पाकर जाम खोला।
गांव लोहगढ़, राजपुरा, जोतांवाली, अबूबशहर तथा सुकेराखेड़ा, चौटाला की सिक्खवाली ढाणी के सैंकड़ों ग्रामीण बुधवार दोपहर करीब 12 बजे आसाखेड़ा स्थित बिजलीघर में आ धमके। कार्यालय में बैठे एसडीओ धीरज कुमार तथा अन्य कर्मचारियों को बाहर निकालकर कार्यालय पर ताला जड़ दिया। गुस्साई भीड़ सबस्टेशन में चली गई। सबस्टेशन के फोन को धरती पर पटक दिया। वहां बैठै जीएसओ शशि मोहन, एएलएम शीशपाल तथा एएलएम भीम सिंह से मारपीट करते हुए उन्हें सबस्टेशन से निकाल दिया। बिजली आपूर्ति ठप्प कर देने के बाद सबस्टेशन को ताला जड़ दिया। यह भीड़ कर्मचारियों को अपने साथ डबवाली-संगरिया मार्ग पर ले गई और मार्ग जाम कर दिया। सड़क पर सैंकड़ों की संख्या जमा ग्रामीणों ने बिजली निगम के खिलाफ नारेबाजी करके प्रदर्शन शुरू कर दिया। जाम की सूचना पाकर चौटाला पुलिस चौकी इंचार्ज जीत सिंह अपने दलबल के साथ मौका पर पहुंचे। उन्होंने जाम लगाए बैठे लोगों से सड़क से हटने का अनुरोध किया। लेकिन ग्रामीण टस से मस नहीं हुए। दोपहर बाद डेढ़ बजे दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के मण्डल अभियंता वीके रंजन, एचपीपीएनएल के एक्सीयन रूपेश खैरा, एसडीई धीरज कुमार मौका पर पहुंचे। ग्रामीणों ने उन्हें खूब खरी-खोटी सुनाई। बाद में उनके आश्वासन देने पर ग्रामीण सड़क मार्ग से हट गए और उनसे बातचीत करने के लिए बिजलीघर में जमा हो गए।
करीब सवा दो बजे तक चली बातचीत के दौरान मण्डल अभियंता ने ग्रामीणों को आश्वासन दिलाया कि उन्हें शैड्यूल अनुसार बिजली आपूर्ति होगी। जिसमें कोई बिजली कट नहीं होगा। शैड्यूल आज से ही बदला जाएगा। आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए।
ग्रामीण राजा राम, निरजा राम, विनोद, राजकुमार, कृष्ण, संजय, भुवनेश, रमेश, अश्विनी मैहता, भूपिंद्र सिंह, इकबाल सिंह, मालविंद्र सिंह, सुनील, आत्मप्रकाश, लालचंद, हीरा लाल, अर्जुन सिंह, गुरमीत सिंह ने बताया कि उनके गांवों को बिजली आपूर्ति करने के लिए निगम ने शैड्यूल बनाया हुआ है। लेकिन शैड्यूल के मुताबिक भी उन्हें बिजली नहीं दी जा रही। 24 घंटे के दौरान मुश्किल से दो घंटे बिजली मिलती है। इसमें भी एक घंटे के दौरान बीस बार कट लगता है।  ग्रामीणों के अनुसार आगामी दिनों में उन्हें शैड्यूल के अनुसार बिजली नहीं मिलती है, तो वे दोबारा बिजलीघर का घेराव करेंगे।
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम मण्डल डबवाली के अभियंता वीके रंजन ने बताया कि उपरोक्त गांवों को होने वाली बिजली आपूर्ति का शैड्यूल बदला जा रहा है। ट्रिपिंग की समस्या को दूर करने के लिए पुरानी तारों को बदला जाएगा।  ग्रामीणों को बिना किसी रूकावट के शैड्यूल अनुसार बिजली दी जाएगी। बिजली कर्मचारियों से हुई मारपीट के बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है। अधिकारियों के निर्देश पर उचित कार्रवाई की जाएगी

27 जुलाई 2011

मां के दूध पर भारी नशा


नशे के कारण दौला निवासी युवक की सगाई टूटी, बाद में नौकरी भी गई
डीडी गोयल (093567-22045)
डबवाली। पड़ौसी सूबे पंजाब में मां के दूध पर डबवाली शहर के मेडिकल स्टोरों पर मिल रही नशे की शीशी भारी पड़ रही है। विवाह के लिए सगाई होने के बावजूद नशे की शीशी रिश्ते तुड़वा रही है। यही नहीं नशे की यह शीशी नौकरी भी छुड़वा रही है। नौकरी जाने के बाद नशे में डूबे युवा नशे की तलब मिटाने के लिए चोर बनते जा रहे हैं।
मेडिकल नशा करने के लिए दो युवाओं ने जिला श्री मुक्तसर साहिब के नगर गिदड़बाहा के एक पार्क के पास खड़ा बाईक उड़ा लिया। बाईक को बेचने की मंशा से दोनों डबवाली आ गए। यहां आते-जाते बाईक को चैक कर रही सिटी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पुलिस ने युवाओं से बाईक संबंधी कागजात की मांग की। लेकिन वे लोग कागज नहीं दिखा पाए। युवाओं ने बताया कि ये बाईक चोरी का है। इसे बेचकर मिलने वाले पैसे से उन्होंने नशा खरीदना था। पुलिस ने दोनों को काबू कर लिया। दोनों ने अपनी पहचान अमरीक सिंह निवासी दौला (थाना गिदड़बाहा), गुरप्रीत सिंह निवासी कोटभाई (थाना कोटभाई) के रूप में करवाई। दोनों ही युवक ट्रक चालक हैं।
बाईक चोरी में पकड़ा गया 30 वर्षीय अमरीक सिंह चार बहनों का इकलौता भाई है। उसके पिता गुरचरण का निधन करीब पंद्रह साल पूर्व हो चुका है। 65 साल की विधवा माता सुरजीत कौर ने बड़े लाड़ प्यार से उसे पाला। लेकिन उसने अपनी मां के दूध का कर्ज नशे की शीशी में उतार दिया। सुरजीत कौर ने लोगों के घरों में काम करके अपनी चार बेटियों पाल कौर, कुलविंद्र कौर, कालों तथा जसविंद्र का विवाह किया।
चार बहनों का मंझला भाई अमरीक ट्रक चालक है। वह पिछले चार सालों से मेडिकल नशा कर रहा है। डेढ़ साल पूर्व उसकी सगाई पंजाब के फरीदकोट के एक गांव की युवती से हुई थी। विवाह की तारीख नजदीक थी। लेकिन नशे की वजह से लड़की वालों ने विवाह के ऐन मौके पर जवाब दे दिया। यहीं नहीं अन्य चार बहनों के विवाह में भी अमरीक के नशे ने रूकावट डाली।
अमरीक ने बताया कि चार साल पूर्व एक मित्र ने उसे नशे की शीशी पिला दी। उसके बाद वह मेडिकल नशे का आदि हो गया। नशा मुक्ति केंद्रों में भी वह गया। लेकिन नशा छूटने का नाम नहीं लेता। चार दिन शीशी न पीने से उसे दस्त लग जाते हैं। उनके क्षेत्र के करीब 300 युवा हर रोज नशा लेने के लिए डबवाली आ रहे हैं। वह ट्रक ड्राईवर है। नशे की वजह से ट्रक मालिक ने उसे नौकरी से निकाल दिया। उसके साथी गुरप्रीत सिंह को भी इसी वजह से नौकरी से निकाल दिया गया। सोमवार को उनके पास मात्र 110 रूपए थे। नशे की तलब पूरी करने के लिए उन्होंने गिदड़बाहा शहर में पार्क के बाहर खड़ा एक बाईक चोरी कर लिया।
गुरप्रीत भी अपने दोस्त अमरीक सिंह की राह पर चलते हुए मेडिकल नशे करने का आदि है।  वह विवाहित है और उसके एक बेटी है। दोनों बताते हैं कि यूं तो उन्हें बीडी का भी वैल नहीं, लेकिन शीशी के बगैर वे नहीं रह सकते।

20 जुलाई 2011

डीएसपी साहब! इन लोगों पर कार्रवाई करो

डबवाली (लहू की लौ) कबीर बस्ती के लोगों ने एक महिला और पुरूष के खिलाफ आरोप लगाया है कि दोनों उनके मोहल्ले में लड़ाई-झगड़ा करके मोहल्ले की शांति को भंग करते हैं।
कबीर बस्ती निवासी अपने वार्ड पार्षद ओमप्रकाश बागड़ी, विक्रम चोरा, किशोरी डाबला, विजय खनगवाल, गीता देवी, राज रानी, राजा पेंटर, पुष्पा दैड़ान, शकुंतला, विद्या देवी, सुखदेव कौर के नेतृत्व में डीएसपी डबवाली बाबू लाल से मिले और उन्हें शिकायत सौंपी। शिकायत में इन लोगों ने कहा है कि सिरसा के रहने वाले एक व्यक्ति ने मोहल्ले में रहने वाली एक महिला से विवाह रचाया हुआ है। उपरोक्त व्यक्ति कभी-कभार ही डबवाली आता है। लेकिन जब भी आता है, तो शराब पीकर गाली-गलौज करता है। बस्ती की महिलाएं काफी दफा उपरोक्त महिला को भी समझा चुकी हैं। लेकिन महिला उनके गल पड़ जाती है।अपनी शिकायत में बस्ती के लोगों ने उपेराक्त महिला-पुरूष को आपराधिक किस्म का बताया है। पुलिस से बस्ती में अमन-शांति का माहौल कायम रखने के लिए दोनों पर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि सिटी थाना प्रभारी को जांच करके उपरोक्त शिकायत पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

सड़क धंसने से पेयजल पाईप टूटी

डबवाली (लहू की लौ) रविवार को तेज बरसात के बीच रेलवे डिग्गियों के पीछे सड़क धंसने से पेयजल आपूर्ति की पाईप तथा बीएसएनएल की केबल टूट गई। जिसके चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। नगरपालिका ने इस सड़क को आवागमन के लिए डेंजर रोड़ घोषित कर दिया है।
रविवार दोपहर बाद आंधी के साथ घंटा भर आई मूसलाधार बरसात के चलते रेलवे डिग्गी की दीवार के साथ खड़ा एक भारी भरकम पेड़ गिर गया। जिससे डिग्गी की दीवार के साथ-साथ जा रही सड़क बुरी तरह से धंस गई। इसकी जानकारी पाकर नगरपालिका के सुपरीडेण्ट रामनिवास शर्मा, जेई सतपाल, पार्षद विनोद बांसल, पवन गर्ग मौके पर पहुंचे। ढलान की वजह से जीटी रोड़ पर खड़ा बरसाती पानी डिग्गी की ओर आ गया। जिससे हालत और भी खस्ता हो गए। पानी के बहाव के कारण सड़क का बैड खिसक गया। दूसरा पेयजल आपूर्ति की 8 ईंच की पाईप तथा बीएसएनएल की केबल भी टूट गई।
जनस्वास्थ्य विभाग तथा नगरपालिका के जेई सतपाल ने बताया कि सड़क धंसने के कारण 8 ईंच की पेयजल पाईप को नुक्सान पहुंचा। जिससे क्षेत्र की पेयजल आपूर्ति में बाधा आई। मंगलवार तक इसे ठीक कर दिया जाएगा। यहीं नहीं अब यह मार्ग आवागमन के लिए खतरनाक है। चूंकि इस सड़क का बैड बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है, कोई भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है। इसके लिए मार्ग को बंद कर दिया गया है।
बीएसएनएल डबवाली उपमण्डल के एसडीई मनमोहन शर्मा ने बताया कि उन्हें केबल क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली है। जल्द ही इसे ठीक करने के प्रयास शुरू किए जाएंगे।

प्रशासन के खिलाफ सड़कों पर रिक्शा चालक

डबवाली (लहू की लौ) सवारी उठाने को लेकर रिक्शा चालकों तथा थ्री व्हीलर चालकों में पनपा विवाद गंभीर होता जा रहा है। शहर में चल रही अवैध जीपों तथा थ्री व्हीलरों पर प्रशासन को आगाह करने के बावजूद कोई कार्रवाई न करने से आक्रोश में आए रिक्शा चालकों ने सोमवार को प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जलूस निकाला। अपनी मांगों के समर्थन में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। अवैध वाहनों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद ही रिक्शा चालक शांत हुए।
रिक्शा चालक सिटी थाना के सामने यूनियन के अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह तथा कामरेड गणपत राम के नेतृत्व में रिक्शा स्टैण्ड पर एकत्रित हुए। जलूस की शक्ल में प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जीटी रोड़, रेलवे फाटक, पिंक मार्किट, मेन बाजार, गांधी चौक, कलोनी रोड़ रेलवे फाटक, नई अनाज मण्डी रोड़, कबीर चौक, बिश्नोई मार्किट, चौटाला रोड़ से होते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे। वहां प्रदर्शनकारी एसडीएम कार्यालय के आगे धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। प्रदर्शनकारियों को समझाने-बुझाने पहुंचे एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल को रिक्शा चालक यूनियन के अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह तथा रिक्शा चालक राजकुमार, बलवीर सिंह, इसराइल खान, कुलवंत सिंह, निर्मल सिंह, नायब सिंह, राजू, बिहारी, धर्मपाल, राजवीर ने बताया कि शहर में बड़ी संख्या में अवैध वाहन सवारियां ढोह रहे हैं। इससे सरकार को चूना लग रहा है, वहीं इसका प्रभाव उनकी मजदूरी पर पड़ रहा है। यहीं नहीं सवारी लेकर जा रहे रिक्शा चालकों से अवैध वाहन चालक मारपीट तक करते हैं। इस बारे में कुछ दिन पूर्व भी प्रशासन को आगाह किया था। लेकिन प्रशासन ने उनकी बात को अनसुना कर दिया। उल्टा प्रशासनिक अधिकारी उन पर ही दबाव की रणनीति अख्तियार किए हुए हैं। जो बर्दाश्त नहीं की जाएगी। रिक्शा चालकों की चेतावनी सुनकर एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल ने तुरंत सिटी थाना प्रभारी, जीएम रोड़वेज सिरसा, आरटीओ सिरसा को अवैध वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए। एसडीएम से कार्रवाई किए जाने का आश्वासन मिलने के बाद आक्रोशित रिक्शा चालक शांत हुए। बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उपमण्डलाधीश ने बताया कि रिक्शा चालकों के ज्ञापन को आगामी आवश्यक कार्रवाई के लिए हरियाणा रोड़वेज सिरसा के जीएम, आरटीए सिरसा तथा एसएचओ सिटी थाना डबवाली के पास भेजा गया है। नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

नशे के खिलाफ सत्कार सभा का हल्ला बोल

डबवाली (लहू की लौ) श्री गुरूग्रंथ साहिब सत्कार सभा के अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह खालसा ने कहा कि सभा अगले सप्ताह से हरियाणा राज्य में नशे के खिलाफ हल्ला बोल अभियान छेडऩे जा रही है। जिसके तहत मेडिकल नशे से लेकर पोस्त, अफीम तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।
वे सोमवार को गुरूद्वारा बाबा विश्वकर्मा मंदिर में डेरा-सिक्ख विवाद में मारे गए हरमंदर सिंह की तीसरी बरसी पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नशे ने भावी पीढ़ी को बर्बाद कर दिया है। अब मौका है कि नशे के खिलाफ हल्ला बोल अभियान चलाकर नशे व नशे की जड़ों को पोषण देने वाले लोगों के खिलाफ अभियान चलाने का। इस अभियान के तहत नशा बेचने वाले लोगों के घरों और दुकानों के आगे सत्कार सभा द्वारा धरना दिया जाएगा। इस मौके पर डेरावाद को आड़े हाथों लिया। साथ में डेरे की मदद करने वाले अकाली नेताओं को खूब कोसा।
इससे पूर्व कथा वाचक धर्मवीर सिंह ने संगतों को सिक्ख इतिहास सुनाकर निहाल किया। इस अवसर पर पहुंचे बाबा अमृतपाल सिंह गोलूवाला वाले, बाबू सिंह, विचित्र सिंह हाकूवाला, प्रदीप सिंह अकलियां, परमजीत सिंह अहरवां ने भी विचार प्रकट किए। इस मौके पर अमरीक सिंह अजनाला, प्रीतम सिंह मलड़ी, बलकरण खालसा, सुखविंद्र सिंह प्रधान, धन्ना सिंह, ठाना सिंह, कंवलजीत सिंह आदि उपस्थित थे। इस मौके पर रक्तदान शिविर भी आयोजित किया गया। जिसमें सिक्ख संगतों ने बढ़चढ़कर भाग लिया।
श्रद्धांजलि समारोह के मद्देनजर प्रशासन भी चौकस रहा। किसी भी परिस्थिति से निबटने के लिए आयोजन स्थल पर एएसआई तुलसी राम के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात था। इस मौके पर खुफिया तंत्र भी अलर्ट रहा।

16 जुलाई 2011

पीएचसी पर ताला जड़कर ग्रामीणों ने मांगा डॉक्टर का तबादला

डबवाली (लहू की लौ) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देसूजोधा के प्रभारी डॉ. गुरजीत सिंह के पीछे लगा एएनएम से छेड़छाड़ का भूत उनका पीछा नहीं छोड़ रहा है। डेपूटेशन से वापिस पीएचसी में ज्वाईन करवाने पर गांव के लोग भड़क उठे और उन्होंने शुक्रवार को पीएचसी पर ताला जड़ दिया। बाद में डबवाली के सरकारी अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ से आश्वासन पाने के बाद ग्रामीणों ने ताला खोल दिया।
बीते मई माह में पीएचसी देसूजोधा के प्रभारी डॉ. गुरजीत सिंह पर गांव मांगेआना स्थित सबसैंटर में तैनात एएनएम ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। यह मामला पुलिस से लेकर एएनएम एसोसिएशन तक पहुंचा। कई दिन तक यह मामला ज्वलंत बना रहा। आखिर में डॉ. गुरजीत सिंह का वहां से तबादला और माफी मांगने पर मामला ठंडा पड़ गया था। स्वास्थ्य विभाग के आदेश पर डॉ. गुरजीत सिंह तथा पीएचसी में ही कार्यरत उनकी धर्मपत्नी डॉ. अमनदीप कौर को डेपूटेशन पर दड़बा कलां भेज दिया गया था। लेकिन वहां से लौटते ही गांव देसूजोधा के ग्रामीणों ने बवाल खड़ा कर दिया। ग्रामीणों की मांग पर एकबारगी फिर डॉक्टर दम्पत्ति को डेपूटेशन पर भेज दिया गया। इसके बाद पीएचसी में चिकित्सक का पद रिक्त रहा। इस पद को भरने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टर दम्पत्ति को पुन: देसूजोधा पीएचसी में भेज दिया। उन्होंने 4 जुलाई को ज्वाईन कर लिया। लेकिन गुरूवार से यह डॉक्टर दम्पत्ति छुट्टी पर है। जिससे पीएचसी में आने वाले मरीजों को परेशान का सामना करना पड़ रहा है।
ब्लाक समिति डबवाली के वाईस चेयरमैन कुलदीप सिंह, अमी चंद पंच, दर्शन सिंह, यादविंद्र सिंह, काला सिंह, गुरप्रीत सिंह, गुरप्रेम सिंह प्रधान गुरूद्वारा साहिब देसूजोधा, संतोख सिंह, करतार सिंह, हरफूल सिंह, अंग्रेज सिंह, गुरमीत सिंह, बीरबल सिंह, लखबीर ढिल्लों ने बताया कि उपरोक्त डॉ. गुरजीत सिंह तथा उनकी पत्नी डॉ. अमनदीप कौर दो दिन से छुट्टी पर चल रहे हैं। जिससे पीएचसी में इलाज कराने आने वालों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार सुबह करीब 5.30 बजे गांव देसूजोधा के दर्शन सिंह की भतीजी बिट्टू को डिलीवरी के लिए लाया गया था। लेकिन चिकित्सक न होने के कारण उसे जरूरी उपचार नहीं दिया गया। वहीं गांव फुल्लो में हुए एक झगड़े में घायल जसविंद्र कौर पीएचसी में इलाज के लिए तड़पती रही। जिससे गांव में रोष पनप गया। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि एएनएम से छेड़छाड़ के आरोपों में घिरे डॉक्टर को वे पीएचसी में नहीं रखना चाहते। डेपूटेशन होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें पुन: देसूजोधा में भेज दिया। पीएचसी में काफी समय तक उपरोक्त ग्रामीणों की अस्पताल में तैनात फार्मासिस्ट तरसेम चंद से नोंक-झोंक होती रही। फार्मासिस्ट ने सीएमओ से भी मोबाइल पर उनकी बात करवाई। लेकिन बात नहीं बनी। ग्रामीण डॉक्टर के तबादले तथा पीएचसी में व्यवस्था सुधार पर अड़े रहे। सिविल अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके भादू ने भी मोबाइल पर ग्रामीणों से बातचीत की। उन्हें समझाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण अपनी जिद्द पर काबिज रहे। उन्होंने पीएचसी के मुख्य गेट पर ताला जड़कर स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। लेकिन पीएचसी में डिलीवरी के लिए आई गांव की महिला के स्वास्थ्य तथा डॉ. एमके भादू से सोमवार तक कार्रवाई करने का आश्वासन पाने के बाद पंद्रह मिनट बाद ताला खोल दिया।
इस संबंध में डबवाली के सरकारी अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके भादू ने बताया कि पीएचसी में चिकित्सक न होने के कारण उपरोक्त डॉक्टर की नियुक्ति की गई थी। गुरूवार को डॉ. गुरजीत सिंह ने कहा था कि उनके प्रति गांव में माहौल खराब है। इसके चलते उन्हें छुट्टी पर जाने की सलाह दी गई थी। भादू के अनुसार चिकित्सक के तबादले के लिए स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को पहले ही सिफारिश भेजी जा चुकी है।

14 जुलाई 2011

भुजिया टेस्टी न लगने पर सालों ने जीजा पर किया हमला

डबवाली (लहू की लौ) लालपरी के साथ रखा गया भुजिया पसंद न आने पर कुछ लोग अपने जीजा के गल पड़ गए। गाली-गलौज होने के बाद मामला झगड़े तक जा पहुंचा। इन लोगों ने अपने जीजा पर हमला कर दिया। बीच में आए पिता-पुत्र अपना सिर फुटवा बैठे। जिन्हें घायल अवस्था में सरकारी अस्पताल में लाया गया। झगड़ा मंगलवार रात करीब 9.30 बजे कबीर बस्ती में हुआ।
कबीर बस्ती में रह रहे लाला राम भाट (30) ने बताया कि पीपेरन हाल गांव शेरगढ़ में रह रहे उसके साले राज, कृष्ण, प्रताप तथा ठाकर मंगलवार को उसके यहां आए हुए थे। उनके लिए उसने शराब का बंदोबस्त किया हुआ था। शराब के साथ उसने भुजिया भी रख दिया। लेकिन उसके सालों को भुजिया पसंद नहीं आया। वे लोग उससे गाली-गलौज करने लगे। उसने भी गाली निकाल दी। तैश में आए उपरोक्त चारों ने उसे पकड़कर पीटना शुरू कर दिया। उसके पिता बल्लू राम (70) तथा भाई राजू (22) ने उसे उनसे छुड़वाने का प्रयास किया। लेकिन उनकी एक न चली। आरोपियों ने वहां पड़ा तेजधार हथियार उठा लिया उसे बचा रहे उसके पिता बल्लू राम के सिर पर दे मारा। उसके भाई से भी मारपीट की। उसने भागकर अपनी जान बचाई।
सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि पुलिस के पास एमएलआर आई है। घायलों के ब्यानों के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

पानी दा टैंकर तीन सौ रूपए विच..

डबवाली (लहू की लौ) पानी दा टैंकर तीन सौ रूपए विच, लेना ए ता ले लो। जी हां! गांव सांवतखेड़ा में पीने के पानी पर बोली लग रही है। गांव के चौराहे पर कुछ लोग पानी के टैंकर लेकर आते हैं और फिर पानी की बोली लगाते हैं, जो 250 रूपए से शुरू होकर 350 तक पहुंच जाती है।
जनस्वास्थ्य विभाग के गांव मांगेआना में स्थित जलघर से मांगेआना और गांव सांवतखेड़ा को पेयजल की आपूर्ति होती है। लेकिन पिछले एक सप्ताह से यह आपूर्ति बंद पड़ी है। जिसके चलते गांव मांगेआना तथा गांव सांवतखेड़ा में पानी के लिए हाहाकार मची हुई है। लोग मोल लेकर पानी पीने को मजबूर हैं। गांव सांवतखेड़ा में तो हालत यहां तक है कि लोग पानी की बोली देकर खरीद रहे हैं।
गांव सांवतखेड़ा के सरपंच रणजीत सिंह ने बताया कि मांगेआना स्थित जलघर में बने दो वाटर स्टोरेज टैंकों का बैड खराब हो गया है। जिसके कारण स्टोरेज के लिए जो भी पानी टैंकों में डाला जाता है, वह धरती में बह जाता है। जिसके चलते उनके गांव को पानी नहीं मिल रहा। उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि गांव में बोली पर पानी बिक रहा है। वाटर टैंक लेकर कुछ लोग गांव की चौपाल में आते हैं और बोली पर पानी बेच जाते हैं। जोकि 250 से लेकर 350 रूपए प्रति टैंक के हिसाब से बिक रहा है। सरपंच ने कहा कि हरिजन बस्ती में पानी की कमी को पूरा करने के लिए वह खर्चे पर टैंक मंगवाकर पेयजल की आपूर्ति करेगा।
गांव मांगेआना के सरपंच जगसीर सिंह ने बताया कि उनके गांव में भी वाटर स्टोरेज टैंक का बैड खराब हो जाने से पेयजल की दिक्कत आ रही है। लेकिन फिर भी गांव में तीसरे दिन कुछ सप्लाई हो जाने से राहत महसूस की जा रही है। लेकिन पानी की दिक्कत बनी हुई है।
जनस्वास्थ्य विभाग के कनिष्ठ अभियंता हरभजन सिंह ने बताया कि मनरेगा के तहत हाल ही में उक्त वाटर स्टोरेज टैंकों की सफाई करवाई गई थी। इस दौरान एक टैंक के बैड को नुक्सान पहुंचा था। इस टैंक के बैड के टूट जाने से पानी जमीन में जा रहा है। जबकि दूसरा स्टोरेज टैंक भी रिस रहा है। लेकिन उसकी गति कम है। टैंक की रिपेयर के लिए विभाग के पास बजट नहीं है। फिर भी पानी की कमी को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।

....सासू मां इसकी इजाजत नहीं देती

डबवाली (लहू की लौ) भले ही 21वीं सदी विज्ञान का युग कहलाती है, लेकिन फिर भी भारतीय समाज से एक बच्चे के बाद दूसरे बच्चे की इच्छा भय के कारण या फिर लड़की बाद लड़के की इच्छा जनसंख्या वृद्धि का कारण बन रही है। यह बात परिवार नियोजन सेवा व सहायता काऊंटर पर सामने आई है।
बढ़ती आबादी पर नियंत्रण के लिए लोगों को प्रेरित करने हेतू प्रदेश भर में जनंसख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया जा रहा है। पखवाड़े के तहत सरकारी अस्पतालों में परिवार नियोजन सेवा व सहायता काऊंटर खोले गए हैं। इन काऊंटरों पर आने वाले दम्पत्ति काऊंटर प्रभारी से कई प्रकार के क्रॉस प्रश्न करते हैं। डबवाली के सरकारी अस्पताल में चल रहे काऊंटर पर परिवार नियोजन के संबंध में जानकारी दे रही स्वास्थ्य कर्मी से एक दम्पत्ति ने सवाल किया कि उनके एक बच्चा है, हम आगे और बच्चा नहीं चाहते। इसके लिए हम क्या करें? स्वास्थ्य कर्मी ने उन्हें नलबंदी या नसबंदी की सलाह दी। लेकिन दम्पत्ति ने कहा कि सासू मां उन्हें इसकी इजाजत नहीं देती। वे कहती हैं कि एक बच्चा होने पर न जाने कब क्या घटित हो जाए, तो फिर आगे का वंश कैसे चलेगा। इस पर स्वास्थ्य कर्मी ने महिला को कॉपर टी लगवाने या माला डी का विकल्प सुझाया। लेकिन दम्पत्ति ने इसे भी बहाना बनाकर टाल दिया।
इधर कबीर बस्ती की एक दम्पत्ति ने स्वास्थ्य कर्मी ने कहा कि उसके एक बेटा और दो बेटियां हैं। उसने कहा कि दो बेटियां भी एक और लड़के की इच्छा के चलते ही हुई हैं। इसलिए वे चाहते हैं कि अब विराम लगे और उनका ऑप्रेशन हो। कबीर बस्ती निवासी पिंटू तथा वीणा के अनुसार अब उन्हें समझ में आया है कि लड़कों की इच्छा के चलते जनसंख्या वृद्धि नहीं होनी चाहिए। इस पर नियंत्रण जरूरी है।
दम्पत्ति का यही डर बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए सरकार द्वारा दिए जा रहे हम एक-हमारा एक के नारे पर भारी दिख रहा है। हम एक-हमारा एक को स्थापित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को समाज के भीतर फैली उपरोक्त विचाराधारा का तोड़ निकालना होगा। फिलहाल जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के दौरान स्वास्थ्य कर्मी इस डर से जूझते दिख रहे हैं।
अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ एमके भादू ने बताया कि परिवार नियोजन सेवा व सहायता काऊंटर से दम्पत्ति लाभ उठा रहे हैं। काऊंटर प्रभारी राज वर्मा दम्पत्ति का उचित मार्गदर्शन कर रही हैं। काऊंटर पर परामर्श के लिए आ रहे दम्पत्ति में एक संतान के प्रति अजीबोगरीब डर देखा जा रहा है। दम्पत्ति से विचार-विमर्श करने के बाद साफ जाहिर है कि इसी डर की वजह से वे दूसरा बच्चा पैदा करने की चाह रखते हैं। स्वास्थ्य कर्मी दम्पत्ति के डर को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं।

50 हजार के लालच में रिक्शा चालक ने तीन हजार गंवाए

डबवाली (लहू की लौ) यहां की एक ट्रांस्पोर्ट में कार्यरत रिक्शा चालक 50 हजार रूपए पाने के लालच में आकर अपने तीन हजार रूपये तथा मोबाइल खो बैठा।
जीटी रोड़ पर स्थित एक ट्रांस्पोर्ट में कार्यरत रिक्शा चालक शंकर (25) को मंगलवार को तीन हजार रूपए वेतन के रूप में प्राप्त हुए थे। वह इस राशि को जमा करवाने के लिए भारतीय स्टेट बैंक में चला गया। वहां पर उसे दो लड़के मिले। जिन्होंने स्वयं को अमृतसर का बताते हुए कहा कि उनके पास एक लाख रूपए है। वे इस राशि को इक्ट्ठा जमा नहीं करवा सकते। अगर वे इसमें उनकी मदद करे तो वे उसके शुक्रगुजार होंगे। इसी दौरान इन युवकों से उससे कहा कि वह तीन हजार रूपए की राशि जमा करवाने के लिए बैंक में आया है। एक युवक ने शंकर को लालच देते हुए कहा कि उसकी तीन हजार रूपए की राशि उसके साथी को जमा करवाने के लिए दे देते हैं और वे दोनों एक लाख रूपए की राशि को आपस में बांट लेंगे। शंकर युवक के लालच में आ गया और तीन हजार रूपए की राशि उसने दे दी।
तीनों शंकर की रिक्शा में एक गेस्ट हाऊस पर आए और वहां चाय पीने के बहाने बैठ गए। इसी दौरान उन्होंने एक युवक को राशि जमा करवाने के लिए भेज दिया और दूसरे युवक ने रूमाल में लिपटी हुई एक लाख रूपए की राशि शंकर को यह कहकर थमा दी कि वह भी अभी थोड़ी देर में आया। वह जाता हुआ शंकर का मोबाइल भी ले गया। लेकिन बाद में नहीं लौटा। इधर रूमाल में लिपटी राशि जब शंकर ने खोली तो वह यह देखकर हैरान रह गया कि उसमें केवल कागज ही थे, नोट एक भी नहीं।
सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि उनके पास शिकायत नहीं आई है। शिकायत आने पर कार्रवाई की जाएगी।

12 जुलाई 2011

गंगा में विवाहिता ने चूहे मार दवा निगली

डबवाली (लहू की लौ) सोमवार सुबह गांव गंगा में एक विवाहिता ने चूहे मार दवा निगल कर अपनी जान देने की कोशिश की। जिसे गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल लाया गया।
गंभीर हालत में सरकारी अस्पताल में दाखिल सर्वजीत कौर (25) पत्नी बबला  निवासी गंगा ने बताया कि उसने गुस्से में आज सुबह दवाई के भ्रम में चूहे मार दवा खा ली और गंभीर हालत में शोर मचाने पर उसका पति उसे इलाज के लिए पहले गोरीवाला के सरकारी अस्पताल में ले गया। वहां से रैफर होने पर उसे डबवाली लाया गया। मौका पर अस्पताल में उपस्थित सर्वजीत कौर की मां अमरजीत कौर निवासी गुरूसर सैहनेवाला जिला बठिंडा ने बताया कि उसकी बेटी के तीन बच्चे हैं। उसकी गंभीर हालत की सूचना पाकर वह यहां पहुंची है। लेकिन डाक्टर ने उसे फिलहाल खतरे से बाहर घोषित कर दिया है।

पेंशन न मिलने पर वृद्ध ने जल त्यागा

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा सरकार की लापरवाही के चलते पेंशन धारकों को पिछले चार माह से पेंशन न मिलने से आ रही परेशानी से आहत इनेलो पेंशनधारकों के साथ सोमवार को सड़कों पर उतर आई और कलोनी रोड़ पर साढ़े तीन घंटे तक सड़क पर धरना देकर रोष प्रकट किया।  एक वृद्ध पेेंशनधारक अनजल त्याग कर अनशन पर लेट गया।
सोमवार को निर्धारित स्थानों पर हरियाणा सरकार द्वारा फिेनो कम्पनी की मार्फत बुढ़ापा, विधवा और विकलांग पेंशन धारकों को पेंशन का वितरण करना था। लेकिन फिनो कम्पनी के कर्मचारी निर्धारित स्थानों पर नहीं पहुंचे। जबकि पेंशन धारक निर्धारित स्थानों पर पहुंच गये। करीब डेढ़ घंटे तक पेंशन धारकों ने कम्पनी कर्मचारियों का इंंतजार किया। पेंशन धारक पिछले दो दिनों से कम्पनी के कर्मचारियों द्वारा पेंशन के लिए उन्हें बुला कर पेंशन न देने से खफा थे और स्वयं को अपमानित महसूस कर रहे थे। आज फिर इंतजार के बावजूद भी पेंशन का वितरण न होने से पेंशन धारक रोषस्वरूप सड़कों पर उतर आये। इसकी सूचना पाकर इनेलो नेता रणवीर सिंह राणा, पार्षद टेक चन्द छाबड़ा, पार्षद सुभाष मित्तल, पार्षद नीलकांत मैहता के नेतृत्व में इनेलो कार्यकर्ता दीपक बागड़ी, लभू सेठी, दर्शन मोंगा, काली मिढ़ा, भगवान दास आरेवाला, अमन चुघ, विपिन मोंगा, मुनीश शर्मा, रामकिशन ग्रोवर, अमरनाथ बागड़ी, अमनदीप, सुनील बांसल, शलेन्द्र जौड़ा भी मौका पर पहुंचे और पेंशनधारकों के समर्थन सड़क पर ही धरने पर बैठ गये। इसी के साथ ही पेंशन लेने पहुंचा वृद्ध ओमप्रकाश डांग अनजल त्याग कर तपती धूप में सड़क पर लेट गया।
पेंशनधारकों तथा इनेलो कार्यकर्ताओं ने हुड्डा सरकार तथा जिला प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी की।  इसकी भनक पाकर प्रशासन के हाथ-पैर फूल गये। समाधान के लिए नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई धरनास्थल पर पहुंचे। लेकिन उसकी बातचीत से धरनाकारी संतुष्ट नहीं हुए। इसके बाद उपायुक्त सिरसा से बातचीत करके उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल वहां पहुंचे और उन्होंने धरनाकारियों को शुक्रवार से पेंशन वितरण का आश्वासन दिया। जिससे पेंशनधारक सहमत हो गये। इसके बाद उपमंडलाधीश ने वृद्ध ओमप्रकाश को जल पिला कर उसका अनशन तोड़ा।
इनेलो के जिला प्रधान महासचिव रणवीर सिंह राणा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि अगर प्रशासन शुक्रवार के पेंशन वितरण के आश्वासन पर खरा नहीं उतरा तो सोमवार से इनेलो लोकतांत्रिक तरीके से पेंशनधारकों के साथ आंदोलन छेड़ देगी।

10 जुलाई 2011

सरकारी कर्मचारी तंबाकू के धुएं में उड़ा रहे हैं कानून

हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के एक पत्र से प्रदेश भर के सरकारी महकमों के कर्मचारियों में खलबली
डबवाली (लहू की लौ) धूम्रपान के लिए बनाया गया कानून, सरकार के कर्मचारी खुद तोड़ते हैं। यह हम नहीं कह रहे। बल्कि यह स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा द्वारा राज्य के सभी सरकारी विभागों के प्रमुखों को जारी एक पत्र कह रहा है। स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा ने राज्य को धूम्रपान और तंबाकू मुक्त जोन बनाने के लिए कमर कस ली है। महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा पंचकूला ने इस संदर्भ में राज्य के सभी सिविल सर्जन को एक पत्र भेजकर उन्हें निर्देश दिए हैं कि वे अपने जिला के तहत आने वाले सरकारी विभागों के जिला प्रमुखों को इस संबंधी जागरूक करें। महानिदेशक के निर्देशों पर राज्य के सभी सिविल सर्जन ने पुलिस अधीक्षकों, महाप्रबंधकों, जिला शिक्षा अधिकारियों, जिला प्राईमरी शिक्षा अधिकारियों, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों/चिकित्सा अधिकारियों/प्रभारी, सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, ब्लाक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को निर्देश जारी करके कहा है कि धूम्रपान रोकने के लिए कानून बना हुआ है। लेकिन बड़े खेद की बात है कि उनके अंतर्गत आने वाले कर्मी खुद ही सिगरेट के धुएं को हवा में उड़ाकर...धूम्रपान संबंधी बने कानून को तोड़ते हैं।
इसकी पुष्टि करते हुए उप सिविल सर्जन (स्वास्थ्य) सिरसा डॉ. आरूष अरोड़ा ने बताया कि जिला सिरसा में भी सिविल सर्जन सिरसा ने धूम्रपान निषेध संबंधी बने कानून की पालना के लिए सरकारी विभागों के जिला प्रमुखों को पत्र जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि उनके कार्यालय में कर्मचारी, अधिकारी, चालक एवं परिचालक, अध्यापक तथा पुलिस कर्मचारी खुद धूम्रपान निषेध कानून तोड़ते हैं। उनसे भविष्य में जुर्माना वसूला जाए या कानूनी कार्रवाई की जाए। उनके अधिनस्थ आने वाली सार्वजनिक संस्थाओं/सरकारी संस्थाओं/स्कूलों में 100 वर्ग मी. के अंदर धूम्रपान एवं तंबाकू मुक्त जोन के अंदर कोई भी  दुकानदार/व्यक्ति तंबाकू एवं धूम्रपान संबंधी सामग्री न बेचता हो। अगर उनके परिसर में धूम्रपान निषेध नियम का कोई व्यक्ति उल्लंघन करता है, तो उनके विरूद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए। साथ में यह भी दिशा निर्देश दिए गए हैं कि संबंधित विभागों के परिसरों के बाहर और भीतर धूम्रपान निषेध के साईन बोर्ड लगाए जाएं।

धर्म लोगों को जोड़ता है तोड़ता नहीं-निराला बाबा

कालांवाली (संजीव सिंगला) संतों का काम लोगों को सही मार्ग पर चलने का संदेश देना है। संत किसी भी धर्म या समाज को नहीं मानते। यह बात ओजस्वी प्रखर वक्ता क्रांतिकारी आचार्य दिव्यानंद विजय महाराज निराले बाबा ने शनिवार को मॉडल टाऊन में इंद्रजीत गोयल के निवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हमें धीरे-धीरे अपनी पुरानी रूढ़ीवादी सोच को बदलना होगा। लोगों को साथ जोडऩे व जुडऩे के लिए समाजिक कार्यक्रता बनना होगा। उन्होंने कहा कि उनका मुख्य उद्ेश्य सभी धर्म व वर्ग के लोगों को साथ जोडऩा है और समाजिक कार्यों के लिए जागरूक करना ताकि समाज सेवा के माध्यम से लोक भलाई के कार्य हो सके।
उन्होंने बताया कि उनकी प्रेरणा से व लोगों के सहयोग से विभिन्न स्थानों पर 12 गोशालाएं स्थापित हुई हैं। एक स्कूल स्थापित किया है जिसमें बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाती है। उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा कालांवाली मण्डी में कई ऐसे सामाजिक कार्य करने की है जिससे लोगों को फायदा हो। निराले बाबा ने बताया कि हरियाणा में उनका प्रथम चतुर्मास है, जबकि वह पंजाब में 11 व राजस्थान में चतुर्मास कर चुके हैं। इससे पूर्व निराले बाबा का निवास स्थान पहुंचने पर इंद्रजीत गर्ग, अग्रवाल वैश्य समाज के हल्का प्रधान सुरेश गर्ग (बंटू), अशोक टोनी आदि ने उनका स्वागत किया। उनका रविवार को मंडी में चतुर्मास के लिए भव्य नगर प्रवेश होगा।