डबवाली (लहू की लौ) घरों में गंदे पेयजल की आपूर्ति की शिकायत जनस्वास्थ्य विभाग और उपमंडल अधिकारी (ना.) को कई बार किए जाने के बावजूद भी इसका समाधान न निकलने पर आक्रोशित लोगों ने मंगलवार को जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय का घेराव कर डाला। मटका तोड़ प्रदर्शन किया। फिर भी जब अधिकारियों ने उनकी आवाज को नहीं सुना। लोग कार्यालय में जबर्दस्ती घुस गए। मौका पर पहुंची पुलिस ने बल प्रयोग करके प्रदर्शनकारियों को वहां से खदेड़ा।
वार्ड नं. 5 के लोग पिछले काफी समय से घरों में गंदे पेयजल की आपूर्ति होने और सीवरेज के पानी की निकासी न होने की शिकायत लेकर जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से लेकर एसडीएम तक को मिल चुके हैं। लेकिन जब उनकी बात को न सुना गया तो उनका संयम टूट गया। मंगलवार को वार्ड नं. 5 के बच्चे, महिलाएं, पुरूष और वृद्ध गंदे पेयजल की आपूर्ति का समाधान न किए जाने को लेकर जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यालय पर आ धमके। इन लोगों ने पहले हरियाणा सरकार तथा जनस्वास्थ्य विभाग के विरूद्ध नारेबाजी की, महिलाओं ने मटके फोड़कर अपना आक्रोश जताया। धरना देकर बैठे इन लोगों की जब सुनवाई विभाग और प्रशासन के अधिकारियों ने नहीं की, तो उनका धैर्य जवाब दे गया और गुस्सा आसमान को छूने लगा। लोग जबर्दस्ती कार्यालय में घुस गए और कुछ लोगों ने इस दौरान कार्यालय में तोडफ़ोड़ भी की। इसकी सूचना पाकर एएसआई साधु राम के नेतृत्व में पुलिस दल मौका पर पहुंचा। हल्का बल प्रयोग करते हुए पुलिस ने लोगों को वहां से खदेड़ा।
वार्ड नं. 5 के पूर्व पार्षद दाना राम, डॉ. संतोष अरोड़ा, बनारसी दास, वेदप्रकाश, अशोक कुमार, बूटा राम, दर्शना देवी, दयालो देवी, शिमला रानी, लक्ष्मी, सरोज, बिन्द्र महंत, चांदनी महंत, पायल महंत, निशा, बबली, बालक प्रीति, कोमल, राहुल, तनु, सिमरन, कोमल रानी, शक्ति, अजय, मोती ने बताया कि उनके घरों में पिछले छह माह से गंदे पेयजल की आपूर्ति हो रही है। इस संबंध में वे लोग कई बार जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारयों से मिलकर शिकायत कर चुके हैं, इसके बाद इस मामले को लेकर उपमंडलाधीश को भी मिल चुके हैं। एक सप्ताह से तो हालत इतनी खस्ता हो चुकी है कि सीवरेज युक्त काला और गंदा पेयजल उनके घरों में सप्लाई हो रहा है। वार्ड के लोग बुरी तरह से बीमारी का शिकार हो रहे हैं। लेकिन विभाग के कान पर इसके बावजूद भी जूं तक नहीं रेंगी। बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी जब उनकी सुनवाई नहीं हुई तो आज उन्हें इक्ट्ठे होकर जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय पर आकर प्रदर्शन की मार्फत अपना रोष प्रकट करने लगा।
मौका पर उपस्थित विभाग के जेई सतपाल ने बताया कि उन्हें लगातार गंदे पेयजल आपूर्ति की शिकायतें मिल रही हैं। सोमवार को डिस्पोजल से गंदा पानी निकालने का प्रयास किया तो पंजाब के किसानों ने पानी की निकासी नहीं होने दी। जिसके चलते डिस्पोजल का पानी वापिस शहर में आने लगा। यहां कहीं पेयजल पाईप लीक करती थी, उसमें मिक्स होकर घरों तक पहुंचने लगा। उन्होंने पंजाब के किसानों की इस हरकत से उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल को अवगत करवा दिया है।
मौका पर पहुंचे थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर बलवंत जस्सू ने बताया कि जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लिखित शिकायत मिलने पर डिस्पोजल के पानी में बाधा बनने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
नगर में गंदे पेयजल की आपूर्ति पर उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल से बातचीत की गई तो उन्होंने स्वीकार किया कि शहर में गंदे पानी की आपूर्ति की शिकायतें निरंतर मिल रही हैं। तहसीलदार राजेन्द्र कुमार को शहर का निरीक्षण करके रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। साथ में जनस्वास्थ्य विभाग को भी नगर में स्वच्छ पानी की आपूर्ति करने को कहा गया है।
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