बीपीएल परिवारों के लिए आई लाखों रूपए कीमत की बिजली कनेक्शन किटें गायब
डबवाली। प्रदेश में गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले लोगों को सरकार ने सस्ती दर पर कनेक्शन देकर बिजली का सपना दिखाया। लेकिन यह सपना जिला सिरसा में बीपीएल परिवारों तक पहुंचते-पहुंचते क्रिकेट मैच की तरह 'फिक्सÓ हो गया। फिक्सिंग के चलते गरीब परिवारों के घरों के लिए आई लाखों रूपए की किटें गायब कर दी गई। निगम के उच्च अधिकारी भी दबी जुबान से इस योजना में 'फिक्सिंगÓ होने की बात कबूलते हैं।
योजना इस प्रकार
हरियाणा सरकार ने कुछ समय पूर्व प्रदेश में बीपीएल कार्ड धारकों के घरों तक रोशनी पहुंचाने के लिए एक योजना तैयार की थी। जिसके तहत मात्र 10 रूपए में उनके घरों पर मीटर लगाकर बिजली का कनेक्शन देना था। जिला सिरसा में उस समय बीपीएल परिवारों की संख्या 47 हजार 600 थी। जिनमें से योजना के तहत बिजली कनेक्शन देने के लिए 19 हजार 247 परिवारों को चुना गया था। चयनित बीपीएल परिवारों के घरों तक बिजली पहुंचाने और मीटर लगाने का ठेका बिजली निगम ने दिल्ली की फर्म अरावली इंफरा पॉवर लि. को दिया था। इस निजी फर्म ने अपना काम शुरू करते हुए जिला सिरसा में बीपीएल परिवारों के घरों में मीटर लगाने शुरू कर दिए और जिन घरों में मीटर लगाए गए उनकी रिपोर्ट निगम को प्रेषित कर दी।
शिकायत से खुला राज
प्राईवेट फर्म का कार्य पूरा होने की रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद निगम ने बीपीएल परिवारों से निर्धारित बिल लेने के लिए अपनी कवायद शुरू कर दी। जिसके तहत बिल भी संबंधित परिवारों को भेज दिए गए। लेकिन बिल पहुंचते ही जिन बीपीएल परिवारों को यह सुविधा नहीं मिली थी, उन परिवारों ने लम्बे-चौड़े बिल देखकर इस मामले को निगम के अधिकारियों के समक्ष उठाया। शिकायत मिलने पर निगम के उच्च अधिकारियों की आंख खुली। शिकायतों की फेहरिस्त लम्बी होती देख निगम ने सर्वे करानी की ठानी। सर्वे में जो रिपोर्ट मिली, उसने उच्च अधिकारियों को चौंका दिया। सर्वे में पाया कि करीब 450 बीपीएल परिवारों तक यह योजना पहुंची ही नहीं।
क्या रहा कारण
सरकार की योजना को अमलीजामा पहनाने और गरीब परिवारों तक शीघ्र इस सुविधा को पहुंचाने के लिए बिजली निगम अधिकारियों ने आनन-फानन में ठेकेदार फर्म की मार्फत इसके लिए बिचौलिए तैयार किए। इन बिचौलियों के माध्यम से ही गरीब परिवारों को बिजली कनेक्शन की किटें वितरित की गई। जिला सिरसा के 19 हजार 247 बीपीएल परिवारों के लिए आई किटों में से 450 गरीब परिवारों तक ये पहुंची ही नहीं। बल्कि बिल जरूर पहुंच गए।
सर्वे से खुलासा, जांच जारी
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम हिसार के एसई (निर्माण) आरके सोढ़ा ने स्वीकार किया बीपीएल परिवारों के लिए बिजली कनेक्शन के आई करीब 450 किटें गायब मिली हैं। निगम को शिकायत मिली थी कि बिना कनेक्शन के ही बीपीएल परिवारों को बिल भेजे जा रहे हैं। इस पर सर्वे करवाया गया। सर्वे में किटें गायब होने का खुलासा हुआ। उनके अनुसार किटें बिचौलियों के जरिए जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचाई गई थी। फिलहाल जांच की जा रही है ये किटें मार्ग में कहां गायब हुई हैं। उनके अनुसार कनेक्शन के लिए एक किट करीब 2500 रूपए की है। उन्होंने कहा कि अगर किटें नहीं मिलती तो संबंधित ठेकेदार फर्म से इसकी राशि वसूली जाएगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें