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30 जुलाई 2011

सड़क रोककर मांगी बस


पांच किलोमीटर पैदल जाते हैं पढ़ाई करने, जाम के दौरान बस को जलाने का प्रयास
बनवाला (जसवंत जाखड़) हरियाणा सरकार भले ही ग्रामीण आंचल में शिक्षा देने के कसीदे गढ़ रही हो, लेकिन हकीकत है कि शिक्षा के लिए आज भी ग्रामीण आंचल के बच्चे कई किलोमीटर पैदल यात्रा कर रहे हैं। बनवाला से पांच किलोमीटर पैदल चलकर रिसालियाखेड़ा जाने वाले स्कूली विद्यार्थियों ने बस की मांग को लेकर शुक्रवार को हाथों में मिट्टी तेल की बोतलें और पत्थर लेकर सिरसा-संगरिया मार्ग जाम कर दिया। संगरिया से सिरसा जा रही हरियाणा रोड़वेज की बस को जलाने का भी प्रयास किया। चार घंटे बाद मौका पर पहुंचे रोड़वेज के टीएम से बस शुरू होने का आश्वासन पाने के बाद विद्यार्थी सड़क से हटे।
गांव बनवाला की 30 लड़कियां तथा 25 लड़के गांव से करीब पांच किलोमीटर दूर स्थित गांव रिसालियाखेड़ा के सरकारी स्कूल में 11वीं तथा 12वीं में पढ़ते हैं। इन 55 विद्यार्थियों को पैदल रिसालियाखेड़ा जाना पड़ता है। स्कूल में पहुंचने से कुछ मिनट लेट होने पर इन्हें बाहर निकाल दिया जाता है। क्लास अटेंड न होने से उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इसी वजह से आज इन छात्र-छात्राओं ने सुबह करीब सात बजे गांव बनवाला के प्रथम बस अड्डा के समीप तथा गीता भवन के निकट दो अलग-अलग जगहों पर जाम लगाकर सिरसा-संगरिया मार्ग अवरूद्ध कर दिया। जिससे वाहनों की लम्बी कतारें लग गई।
इसी दौरान करीब 7.30 बजे संगरिया से आई हरियाणा रोड़वेज की एक बस को विद्यार्थियों ने घेर लिया।  विद्यार्थियों के हाथों में मिट्टी तेल की बोतलें तथा पत्थर पकड़े हुए देखकर बस के चालक तथा परिचालक ने खचाखच भरी बस को खाली करवा दिया। बस पर मिट्टी तेल छिड़कर कर आग लगाई जाती इससे पूर्व ही मौका पर गांव के सरपंच भरत सिंह डुडी तथा गांव के लूना राम, सरवन कुमार, टेकचंद, काशी राम, भूप सिंह, महावीर सिंह, प्रभु राम, ललित कुमार, मोहन लाल आ गए। उन्होंने विद्यार्थियों को ऐसा करने से रोक लिया। सरपंच ने तनावपूर्ण स्थिति की जानकारी तुरंत एसडीएम डबवाली डॉ. मुनीश नागपाल को दी। एसडीएम के आदेश पर रोड़वेज के टीएम महावीर प्रसाद तथा थाना औढ़ां के प्रभारी हवा सिंह मौका पर पहुंचे। उन्होंने विद्यार्थियों को आश्वासन दिया कि सोमवार से इस रूट पर बस शुरू कर दी जाएगी। आश्वासन मिलने के बाद 11 बजे स्टूडेंट सड़क से हटे।
स्टूडेंट अनिता, सुमन, रेखा, माया, कोमल, कमलेश, कांता, किरण, पूनम देवी, सुरेंद्र, विक्रम, विकास, राजेंद्र, संदीप, पृथ्वी राज, हरपाल ने बताया कि वे शिक्षा प्राप्ति के लिए हर रोज पांच किलोमीटर पैदल चलकर गांव रिसालियाखेड़ा जाते हैं। जिसके लिए उन्हें सुबह करीब 5.30 बजे घर से निकलना पड़ता है। समय पर न पहुंचने के कारण उनकी गैरहाजिरी लगती है, साथ में उन्हें कक्षा में भी बैठने नहीं दिया जाता। इन परेशानियों से गुजरने के बाद अपने भविष्य को ध्यान में रखते हुए मजबूरी में उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। विद्यार्थियों ने चेतावनी दी कि अगर सोमवार से इस रूट पर बस शुरू नहीं की जाती, तो वे लोग पुन: मार्ग अवरूद्ध कर देंगे।
एसडीएम डबवाली डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि उन्हें उपरोक्त स्थिति की जानकारी मिली थी। रोड़वेज के टीएम महावीर प्रसाद को मौका पर भेजा था। उनसे आश्वासन मिलने के बाद विद्यार्थियों ने जाम खोल दिया। उनके अनुसार बनवाला-रिसालियाखेड़ा के बीच सोमवार से रोड़वेज की बस सेवा बहाल कर दी जाएगी।

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