डबवाली (लहू की लौ) छोटे-छोटे अपराधों में जेल जाने वाले बहुत कम लोग सुधरते हैं। जेलों में ही इन ये लोग बंद शातिर अपराधियों से अपराध का क ख ग सीखते हैं। बाहर आने के बाद एशो आराम की जिन्दगी जीने के लिए अपने उस्तादों के साथ मिलकर बड़ी वारदातों को अंजाम देते हैं।
यह खुलासा पुलिस के समक्ष ट्रांस्फार्मर चोरी में पकड़े गए सिरसा के थेहड़ मोहल्ला निवासी पम्मा उर्फ पम्मी ने पूछताछ के दौरान किया है। थाना सदर पुलिस ने पम्मा को हाल ही में डबवाली क्षेत्र में ट्रांस्फार्मर चोरी की घटनाओं में काबू किया था। दो दिन का पुलिस रिमांड लेकर पम्मा से जब पूछताछ की तो उसने अपने अपराधी बनने का नुस्खा पुलिस के समक्ष खोल दिया। जिसे सुनकर पुलिस भी हैरत में पड़ गई। पम्मा ने पुलिस को बताया कि वह एक निजी स्कूल की बस चलाया करता था। करीब पांच साल पूर्व उससे एक सड़क दुर्घटना हो गई। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हुई। इसी मामले में उसे सिरसा जेल में जाना पड़ा। वहां उसकी मुलाकात ट्रांस्फार्मर चोरी में पहले से बंद बेअंत सिंह निवासी भाटी कालोनी, किलियांवाली, नोनिहाल सिंह सकताखेड़ा, जसकरण उर्फ जानी खुड्डियां गुलाब सिंहवाला से हुई। इन लोगों ने उसे बताया कि किस प्रकार वे दिनों में ही अमीर बनकर अपनी किस्मत का दरवाजा खोल सकता है। संयोग से जेल में ही जसकरण उर्फ जानी की मां उसकी घरवाली की मौसी निकल गई। जिससे जेल से बाहर आने के बाद उनका एक-दूसरे के घर में आना-जाना शुरू हो गया। इन लोगों ने जेल से बाहर आने के बाद जल्द अमीर बनने के लिए अपना गिरोह तैयार किया।
पम्मा के अनुसार उन्होंने चारों ने मिलकर जिला बठिंडा, श्री मुक्तसर साहिब तथा हरियाणा के जिला सिरसा में ट्रांस्फार्मर चोरी की घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया। पांच माह तक ये लोग इक्ट्ठे रहे। आपस में बांटकर खूब चोरी की मलाई खाई। मलाई के बंटवारे को लेकर ही उनकी गैंग में दरार पड़ गई। इससे पूर्व वह गैंग में शामिल बिजली मैकेनिक जानी से ट्रांस्फार्मर चोरी का काम सीख चुका था। आपस में बिगडऩे के बाद उसने गैंग से किनारा कर लिया और अपनी पत्नी कर्मजीत कौर को साथ लेकर ट्रांस्फार्मर चोरी करना शुरू कर दिया। पम्मा ने बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ एक वर्ष से ट्रांस्फार्मर चोरी को अंजाम देता आ रहा है। अब तक वे दोनों पति-पत्नी जिला सिरसा में कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। जिसमें केवल थाना सदर डबवाली के अंतर्गत आने वाले 13 ट्रांस्फार्मरों को चुरा चुके हैं। पुलिस के समक्ष पम्मा ने स्वीकार किया कि वह 10 तथा 16 केवी के ट्रांस्फार्मर के चार नट खोल देता और उसे गिरा देता। बाकी का काम उसकी पत्नी करती। यदि मार्ग में उन्हें कोई मिल जाता तो वे स्वयं को पोस्ती बताकर निकल जाते।
थाना सदर प्रभारी एसआई रतन सिंह ने बताया कि दो दिन के पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी पम्मा से 13 ट्रांस्फार्मरों से चुराए गई 22 किलो कॉपर वायर बरामद हुई है। उसकी पत्नी कर्मजीत कौर की तालाश जारी है। गुरूवार को पम्मा को डबवाली की अदालत में पेश किया गया। चौटाला पुलिस की याचिका पर अदालत ने आरोपी को एक दिन के पुलिस रिमांड पर चौटाला पुलिस को सौंप दिया।
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