डबवाली (लहू की लौ) राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 10 पर स्थित गांव सांवतखेड़ा में मंगलवार दोपहर बाद सड़क किनारे गाड़ी खड़ी करके कुछ लोगों द्वारा शराब बेचने की सूचना पाकर गांव की महिलाओं ने हल्ला बोल दिया। हाथों में ईंटें लिए सैंकड़ों महिलाएं गाड़ी की ओर कूच कर गई। गाड़ी में रखी शराब को सड़क पर पटक दिया। गांव में खुले शराब ठेके के विरोध में एनएच जाम कर दिया। मौका पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत किया।
सोमवार शाम करीब 6.30 बजे कुछ लोगों ने गांव के निकट सड़क पर गाड़ी लगाकर शराब की बिक्री की और निकल लिए। मंगलवार को पुन: कुछ लोग गांव के निकट आए और सरेआम शराब बेचने लगे। यह खबर गांव में आग की तरह फैल गई। गांव की महिलाएं एकजुट होने लगी। चूल्हा-बर्तन छोड़ हाथों में ईंटें थाम ली और गाड़ी की ओर कूच कर गई। शराब बेच रहे लोगों तथा महिलाओं के बीच बहस चल ही रही थी कि कुछ देर बाद दो गाडिय़ों में सवार होकर कुछ युवक मौका पर आ धमके और महिलाओं से गाली-गलौज करने लगे। महिलाओं का धैर्य भी जवाब दे गया। ग्रामीण महिलाओं ने आव देखा ना ताव गाड़ी में रखी शराब की पेटियां उठाकर सड़क पर पटक दी। महिलाओं ने शराब से लदी गाड़ी पर ईंटें फेंकनी शुरू कर दी। इस बीच दो युवक शराब से लदी गाड़ी लेकर भाग खड़े हुए। बाद में शराब की अवैध बिक्री को लेकर महिलाओं ने एनएच जाम कर दिया। जिससे दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। एनएच जाम होने की सूचना पाकर मौका पर थाना शहर प्रभारी एसआई महावीर सिंह, एएसआई रामनिवास दलबल सहित मौके पर पहुंचे।
गांव सांवतखेड़ा निवासी निर्मला देवी, लाजवंती देवी, राज रानी, पार्वती देवी, रवीना रानी, अमरजीत कौर, वीरपाल कौर आदि ने पुलिस को बताया कि उनके मर्द काम के लिए गांव से बाहर जाते हैं। घर पर वे तथा उनकी बेटियां अकेली होती हैं। सोमवार से कुछ लोग उनके घरों के नजदीक सड़क पर गाड़ी लगाकर सरेआम शराब बेच रहे हैं। ये लोग गांव में खुल रहे शराब ठेका के करिंदे हैं। उन्होंने मांग की कि उनके गांव से शराब ठेके को उठाया जाए और शराब की अवैध बिक्री पर रोक लगाई जाए। गांव के सरपंच रणजीत सिंह सांवतखेड़ा ने बताया कि गांव में खुल रहे शराब ठेका को बंद कराने के लिए वे रेजूलेशन डालकर उपायुक्त सिरसा युद्धवीर सिंह ख्यालिया से मिल चुके हैं। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने स्पष्ट किया कि पंचायत गांव में शराब का ठेका हरगिज बर्दाश्त नहीं करेगी। थाना शहर प्रभारी एसआई महावीर सिंह ने बताया कि गांव की पंचायत ने गांव में शराब ठेका खोलने पर नराजगी जताई है। ठेका उठाने के लिए ग्रामीणों ने लिखित रूप से भी शिकायत की है। वे मामले को उच्च अधिकारियों के समक्ष रखेंगे। कानून के दायरे में रहकर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
सोमवार शाम करीब 6.30 बजे कुछ लोगों ने गांव के निकट सड़क पर गाड़ी लगाकर शराब की बिक्री की और निकल लिए। मंगलवार को पुन: कुछ लोग गांव के निकट आए और सरेआम शराब बेचने लगे। यह खबर गांव में आग की तरह फैल गई। गांव की महिलाएं एकजुट होने लगी। चूल्हा-बर्तन छोड़ हाथों में ईंटें थाम ली और गाड़ी की ओर कूच कर गई। शराब बेच रहे लोगों तथा महिलाओं के बीच बहस चल ही रही थी कि कुछ देर बाद दो गाडिय़ों में सवार होकर कुछ युवक मौका पर आ धमके और महिलाओं से गाली-गलौज करने लगे। महिलाओं का धैर्य भी जवाब दे गया। ग्रामीण महिलाओं ने आव देखा ना ताव गाड़ी में रखी शराब की पेटियां उठाकर सड़क पर पटक दी। महिलाओं ने शराब से लदी गाड़ी पर ईंटें फेंकनी शुरू कर दी। इस बीच दो युवक शराब से लदी गाड़ी लेकर भाग खड़े हुए। बाद में शराब की अवैध बिक्री को लेकर महिलाओं ने एनएच जाम कर दिया। जिससे दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। एनएच जाम होने की सूचना पाकर मौका पर थाना शहर प्रभारी एसआई महावीर सिंह, एएसआई रामनिवास दलबल सहित मौके पर पहुंचे।
गांव सांवतखेड़ा निवासी निर्मला देवी, लाजवंती देवी, राज रानी, पार्वती देवी, रवीना रानी, अमरजीत कौर, वीरपाल कौर आदि ने पुलिस को बताया कि उनके मर्द काम के लिए गांव से बाहर जाते हैं। घर पर वे तथा उनकी बेटियां अकेली होती हैं। सोमवार से कुछ लोग उनके घरों के नजदीक सड़क पर गाड़ी लगाकर सरेआम शराब बेच रहे हैं। ये लोग गांव में खुल रहे शराब ठेका के करिंदे हैं। उन्होंने मांग की कि उनके गांव से शराब ठेके को उठाया जाए और शराब की अवैध बिक्री पर रोक लगाई जाए। गांव के सरपंच रणजीत सिंह सांवतखेड़ा ने बताया कि गांव में खुल रहे शराब ठेका को बंद कराने के लिए वे रेजूलेशन डालकर उपायुक्त सिरसा युद्धवीर सिंह ख्यालिया से मिल चुके हैं। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने स्पष्ट किया कि पंचायत गांव में शराब का ठेका हरगिज बर्दाश्त नहीं करेगी। थाना शहर प्रभारी एसआई महावीर सिंह ने बताया कि गांव की पंचायत ने गांव में शराब ठेका खोलने पर नराजगी जताई है। ठेका उठाने के लिए ग्रामीणों ने लिखित रूप से भी शिकायत की है। वे मामले को उच्च अधिकारियों के समक्ष रखेंगे। कानून के दायरे में रहकर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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