डबवाली (लहू की लौ) अपराधियों, नशीले पदार्थों की तस्करी की मुखबरी मिलने पर हरियाणा, पंजाब तथा राजस्थान पुलिस एक साथ कार्य करेगी। सूचना मिलते ही तीनों राज्यों की सीमाएं सील करके नाकाबंदी कर दी जाएगी। इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए तीनों राज्यों के सीमावर्ती जिलों में एसपी रैंक का एक-एक नोडल अफसर नियुक्त किया जाएगा।
यह योजना मंगलवार को गांव बादल (पंजाब) के रैस्ट हाऊस में हरियाणा, पंजाब तथा राजस्थान के पुलिस अधिकारियों की इंटर स्टेट बैठक में बनी। बैठक बठिंडा जोन के आईजी निर्मल सिंह ढिल्लों की अध्यक्षता में हुई। जिसमें बठिंडा जोन के डीआईजी प्रमोद भान, फिरोजपुर जोन के डीआईजी परमराज सिंह उमरा नंगल, जिला श्री मुक्तसर साहिब के एसएसपी इन्द्रमोहन सिंह, एसएसपी बठिंडा सुखचैन सिंह गिल, एसएसपी मानसा नरेन्द्र भार्गव, एसएसपी फिरोजपुर वीरेन्द्र सिंह, एसएसपी फाजिल्कां अमर चहल, एसपी सिरसा दविन्द्र यादव, एसपी फतेहाबाद सतीन्द्र गुप्ता, एसपी गंगानगर संतोष चालकी, एसपी हनुमानगढ़ रवि सभ्रवाल उपस्थित हुए। बैठक से पूर्व उपरोक्त पुलिस अधिकारियों ने तीनों राज्यों की सीमाओं पर कंदूखेड़ा-हरीपुरा, भुल्लरवाला-जोतांवाली, फत्ताकेरा-लोहगढ़, वंडिंगखेड़ा-शेरगढ़ मार्गों का निरीक्षण किया। नशे के तस्कर अधिकतर इन्हीं मार्गों का प्रयोग करते हैं।
कंदूखेड़ा सबसे महत्वपूर्ण
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए आईजी निर्मल सिंह ढिल्लों ने कहा कि कंदूखेड़ा मार्ग सबसे महत्वपूर्ण है। चूंकि इस जगह पर आकर हरियाणा, पंजाब तथा राजस्थान मिलते हैं। आसानी से अपराधिक तत्व तथा तस्कर भाग निकलते हैं। इसके अतिरिक्त बच निकलने वाले अन्य पॉईंटों की भी पहचान की गई है। तीनों प्रदेशों के पुलिस अधिकारियों ने एक सांझी योजना तैयार की है। योजना के तहत सूचना मिलने पर एक ही समय तीनों प्रदेशों की पुलिस सीमाएं सील करेगी। सीमावर्ती जिलों में नोडल अफसर भी लगाए जाएंगे।
गैंग उठाते हैं लाभ
आईजी ढिल्लों के अनुसार अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने वाले गैंग सीमावर्ती क्षेत्रों का फायदा उठाकर आसानी से दूसरे राज्यों में भाग निकलते हैं। ऐसी वारदातें करने वाला शेरा गैंग ट्रेस आऊट हुआ है। जिसने हरियाणा के फतेहाबाद के साथ-साथ पंजाब तथा राजस्थान में अपनी अपराधिक गतिविधियां चलाई हुई हैं। ऐसे गैंग पंजाब में भी हैं।
तीन माह बाद होगी बैठक
ढिल्लों के अनुसार बैठक में पुलिस अधिकारियों ने मूवमेंट करने वाले अपराधियों तथा भगौड़ों की सूची का आदान-प्रदान किया। उनके अनुसार हर तीन माह के बाद अधिकारियों की इंटर स्टेट बैठक हुआ करेगी। इसके साथ ही अलग से सीमावर्ती क्षेत्रों के थाना प्रभारियों की बैठक करके उनसे भी उनकी समस्याएं पूछकर उनका समाधान किया जाएगा।
उनके अनुसार बठिंडा जोन की पुलिस ने अब तक 45 किलो हेरोईन, 225 किलो अफीम, 40 हजार किलो चूरा पोस्त, 7 किलो स्मैक तथा मेडिकल नशे की भारी खेप पकड़ी है। तीनों राज्यों की पुलिस के सहयोग से ही नशे पर रोक संभव है।
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