डबवाली (लहू की लौ) गांव मसीतां के स्टेडियम निर्माण में हुए घपले के मामले में फंसे बीडीपीओ डबवाली की मुश्किलें कम नहीं हुई है। बल्कि बढ़ती जा रही हैं। ग्राम पंचायत ने जांच रिपोर्टों के बाद अब इस मामले को पुलिस के सुपुर्द उठाते हुए बीडीपीओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
एसपी सिरसा को दी शिकायत में ग्राम पंचायत मसीतां के सरपंच शिवराज सिंह ने कहा है कि गांव में स्टेडियम के निर्माण के लिए सरकार ने 20 लाख से अधिक की अनुदान राशि स्वीकार की थी। जिससे स्टेडियम में हाल कमरा बनाया जाना था। सरकार ने पहली किश्त के रूप में इस अनुदान राशि मे ंसे 10 लाख 32 हजार रूपए की राशि बीडीपीओ डबवाली रामसिंह को भेजी थी। जिसमें से बीडीपीओ ने 3 लाख 74 हजार 333 रूपए निकालकर इस राशि से घटिया स्तर की जोडिय़ां खरीदी। इसकी जांच की मांग को लेकर उन्होंने उपायुक्त सिरसा को एक शिकायत दी थी।
उपायुक्त ने शिकायत की जांच करवाने का अधिकार उपमण्डलाधीश डबवाली डॉ. मुनीश नागपाल को देते हुए उसकी शिकायत को उपमण्डलाधीश के पास भेज दिया था। उपमण्डलाधीश के अनुरोध पर एसडीओ पंचायती राज ने जांच की। जिसमें 99703 रूपए निर्माण सामग्री पर बाजार मूल्य से अधिक खर्च पाए गए। इसी जांच रिपोर्ट को उपमण्डलाधीश डबवाली ने अपने पत्र क्रमांक 481, दिनांक 26.4.2011 को उपायुक्त सिरसा को भेज दिया।
सरपंच के अनुसार इसके बाद दूसरी बार उपायुक्त सिरसा ने एक्सीयन पीडब्ल्यूडी डिविजन नं. 1, सिरसा से इसकी जांच करवाई। एक्सीयन पीडब्ल्यूडी बीएण्डआर ने अपनी जांच रिपोर्ट में एक लाख एक हजार 247 रूपए की राशि का गबन पाया। एक्सीयन ने अपनी जांच रिपोर्ट को पत्र क्रमांक 2178, दिनांक 27 जून 2011 को उपायुक्त सिरसा को सौंप दिया।
सरपंच ने एसपी से पंचायत की ओर से अनुरोध किया है कि उपायुक्त सिरसा को दो अधिकारियों द्वारा भेजी गई जांच रिपोर्ट के बावजूद भी रामसिंह बीडीपीओ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। हालांकि बीडीपीओ ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए पंचायत की राशि को निकाला तथा उसमें भी अनियमितता की। पंचायत ने एसपी से अनुरोध किया है कि बीडीपीओ के खिलाफ केस दर्ज करके गांव को न्याय दिलाया जाए तथा सरकार की राशि का दुरूपयोग करने वाले को अवश्यक सजा दिलाई जाए।
एसपी सतिंद्र गुप्ता ने उपरोक्त शिकायत मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जांच के लिए ग्राम पंचायत मसीतां की शिकायत को थाना शहर डबवाली को भेजा गया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें