एएनसी स्टॉफ प्रभारी ने आरोपों को किया खारिज
डबवाली(लहू की लौ)गांव मलिकपुरा निवासी जसवीर सिंह ने एएनसी (एंटी-नारकोटिक्स सेल) स्टाफ पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके नाबालिग बच्चों को डराया गया, जिससे बच्चे मानसिक तनाव में आ गए और उन्होंने तीन दिन से खाना-पीना छोड़ दिया है। इस संबंध में उन्होंने डबवाली के एसपी सिद्धांत जैन को एक वीडियो समेत शिकायत दी है।
क्या है मामला?
जसवीर सिंह के अनुसार, 16 नवंबर को उनके बच्चे गांव से डबवाली किताबें खरीदने और सैलून जाने के लिए कार पर निकले थे। रास्ते में कॉलोनी रोड़ पर बिना वर्दी में तीन-चार लोग आए और गाड़ी के शीशे जोर-जोर से खटखटाने लगे। जब बच्चों ने दरवाजा खोला, तो उनमें से एक व्यक्ति गाड़ी में बैठ गया बच्चों को पुलिस लिखी जगह पर ले गया।
उनका आरोप है कि उनसे पूछताछ की गई और काला सिंह के बारे में जानकारी मांगी गई। बच्चों ने डर के मारे अपने पिता को फोन किया और रोते हुए घटना की जानकारी दी। जसवीर सिंह का कहना है कि पुलिस ने उनके बच्चों को बेवजह परेशान किया और धमकी दी। उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
एएनसी स्टाफ का पक्ष
एएनसी स्टाफ के प्रभारी एसआई सुरेश कुमार ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि इलाके में नशे की तस्करी हो रही है। इसी आधार पर गाड़ी को रोका गया और भीड़ से अलग हटकर चेकिंग की गई। हालांकि, गाड़ी में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
एसआई सुरेश ने कहा कि जसवीर सिंह के आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मलिकपुरा निवासी जसवीर सिंह के खिलाफ पहले से ही एनडीपीएस एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं।
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