डबवाली (लहू की लौ) गली नई बननी थी। ठेकेदार ने पत्थर गिराने के बाद उसे मिट्टी से ढक दिया था। आज ढाई माह से ज्यादा का समय हो गया है, गली जस की तस है। अब तो रिश्तेदार भी कमेंट करने लगे हैं। पूछते हैं गली बन गई या फिर वैसी ही है।
यह कहना है फ्रेंडस कलोनी की गली नं. 5 के लोगों का। गली वासी सुरेंद्र सचदेवा, सुरजीत सिंह, राजेंद्र सेठी, संजीव पाल कौर, भूप सिंह, दर्शन सिंह, सुमन रानी ने बताया कि 9 सितंबर 2014 को उनकी गली में जेसीबी से उनके घरों के आगे बने थेहड़े तोडऩे के बाद पत्थर बिछा दी गई थी। पत्थर के ऊपर मिट्ठी गिरा दी गई। लेकिन अभी तक गली का निर्माण शुरू नहीं हुआ है। गली में धार्मिक तथा वैवाहिक कार्यक्रम होने हैं। लेकिन उनके घरों के टूटे थेहड़े तथा गली का निर्माण न होने के कारण उन्हें भारी परेशानी आ रही है।
रोलर आते ही शुरू होगा काम
डबवाली में सरकारी या निजी तौर पर रोड़ रोलर की सुविधा नहीं है। रोलर को बाहर से लाना पड़ता है। एक-दो दिन में रोलर आने के बाद गली का निर्माण शुरू कर दिया जायेगा। टाईल संबंधी कोई दिक्कत नहीं है। इंतजाम पूरे हैं।
-मनीष जैन, ठेकेदार
अभी टाईल में नमी है
सर्दी शुरू होने के कारण टाईल में नमी है। इसके प्रयोग से गली कुछ ही दिनों में बिखर जायेगी। टाईल सूखते ही निर्माण शुरू करवा दिया जायेगा।
-जयवीर डुडी, एमई नगर परिषद, डबवाली
कौन सच्चा, कौन झूठा
गली कब बननी शुरू होगी, इस सवाल का जवाब ठेकेदार तथा नगर परिषद एमई अलग-अलग जवाब दे रहे हैं। ठेकेदार का कहना है रोड़ रोलर की वजह से गली अटकी है। जबकि एमई का कहना है टाईल में नमी है। सवाल उठ रहा है कि आखिर दोनों में से सच कौन बोल रहा है?
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