कालांवाली (नरेश सिंगला) विद्युत निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण बी.पी.एल. परिवारों की प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई राजीव गांधी विद्युत योजना का लाभ मिलने की बजाये परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। निगम के अधिकारी लापरवाही की जिम्मेवारी एक-दूसरे पर डाल रहे हैं।
क्षेत्र के गांव खोखर के निवासी जगदेव सिंह, घोघर सिंह,रूपाली राम आदि ने बताया कि उन्होने उक्त योजना के तहत लगभग एक वर्ष पूर्व दस रूपये की रसीद कटवा कर बिजली का मोटर लगवाने के लिए आवेदन पत्र जमा करवाए थे। उन्होने बताया कि योजना के तहत गावो मे अनेक बीपीएल परिवार घरों मे मीटर लग चुके है परंतु उनके घरो मे आज तक मीटर नही लगा। जबकि विभाग ने उन्हे बिल अवश्य भेज दिया। उन्होंने बताया की जब निगम का कर्मचारी बिल देने आया तो वह हैरान रह गए की मीटर तो लगा नही और विभाग ने बिल कैसे भेज दिया।
उन्होने बताया कि उनके घरो मे मीटर न लगने के कारण उन्हे भीष्म गर्मी मे भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है। वे इस मामले को लेकर निगम के अधिकारियों मे भी मिल चुके है परंतु आज तक कोई समाधान नही हुआ।
गावं के सपंच मिटठू सिंह ने बताया की उक्त मामले को लेकर वह निगम के अधिकारियों से मिल चुके है। परंतु निगम ने इस बारे में कुछ नहीं किया।
इस सवंध मे विद्युत निगम कालांवाली के एसडीओ पंकज गण्डा ने बताया कि उक्त मामला उनके ध्यान मे है। यह गलती ठेकेदार की है कार्य की जांच के लिए उन्होंने कर्मचारियों की डयूटी लगाई है, शीघ्र ही समस्या का समाधान कर दिया जाएगा तथा जिसकी गलती होगी, उससे बिल की भरपाई की जाएगी।
योजना के जिला प्रभारी वरिष्ठ अभियन्ता एमआर सचदेवा ने बताया कि उन्होंने आवेदन पत्रों की जांच कर तैयार की सूची में शामिल परिवारों के घरों में मीटर लगाने के निर्देश दिये थे लेकिन ठेकेदार के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण मीटर लगाने में गडबड़ी हो गई। उन्होंने बताया कि मामले की जांच कर विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
ज्ञात रह ेकि इससे पूर्व भी निगम की लापरवाही के कारण गांव ख्योवाली व देसू खुर्द मे भी ऐसे मामले प्रकाश में आए थे, लेकिन इसके बावजूद भी निगम के अधिकारी सुध नहीं ले रहे और उपभोक्ताओं की परेशानी का सामना करना पड रहा है।
क्षेत्र के गांव खोखर के निवासी जगदेव सिंह, घोघर सिंह,रूपाली राम आदि ने बताया कि उन्होने उक्त योजना के तहत लगभग एक वर्ष पूर्व दस रूपये की रसीद कटवा कर बिजली का मोटर लगवाने के लिए आवेदन पत्र जमा करवाए थे। उन्होने बताया कि योजना के तहत गावो मे अनेक बीपीएल परिवार घरों मे मीटर लग चुके है परंतु उनके घरो मे आज तक मीटर नही लगा। जबकि विभाग ने उन्हे बिल अवश्य भेज दिया। उन्होंने बताया की जब निगम का कर्मचारी बिल देने आया तो वह हैरान रह गए की मीटर तो लगा नही और विभाग ने बिल कैसे भेज दिया।
उन्होने बताया कि उनके घरो मे मीटर न लगने के कारण उन्हे भीष्म गर्मी मे भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है। वे इस मामले को लेकर निगम के अधिकारियों मे भी मिल चुके है परंतु आज तक कोई समाधान नही हुआ।
गावं के सपंच मिटठू सिंह ने बताया की उक्त मामले को लेकर वह निगम के अधिकारियों से मिल चुके है। परंतु निगम ने इस बारे में कुछ नहीं किया।
इस सवंध मे विद्युत निगम कालांवाली के एसडीओ पंकज गण्डा ने बताया कि उक्त मामला उनके ध्यान मे है। यह गलती ठेकेदार की है कार्य की जांच के लिए उन्होंने कर्मचारियों की डयूटी लगाई है, शीघ्र ही समस्या का समाधान कर दिया जाएगा तथा जिसकी गलती होगी, उससे बिल की भरपाई की जाएगी।
योजना के जिला प्रभारी वरिष्ठ अभियन्ता एमआर सचदेवा ने बताया कि उन्होंने आवेदन पत्रों की जांच कर तैयार की सूची में शामिल परिवारों के घरों में मीटर लगाने के निर्देश दिये थे लेकिन ठेकेदार के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण मीटर लगाने में गडबड़ी हो गई। उन्होंने बताया कि मामले की जांच कर विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
ज्ञात रह ेकि इससे पूर्व भी निगम की लापरवाही के कारण गांव ख्योवाली व देसू खुर्द मे भी ऐसे मामले प्रकाश में आए थे, लेकिन इसके बावजूद भी निगम के अधिकारी सुध नहीं ले रहे और उपभोक्ताओं की परेशानी का सामना करना पड रहा है।
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