प्रोपर्टी डीलर, नंबरदार, पार्षद प्रतिनिधि समेत सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करने की शिकायत दी
डबवाली (लहू की लौ) नगरपरिषद की फर्जी रिपोर्ट तैयार करके रजिस्टरी करवाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। राजफाश होने के बाद नायब तहसीलदार रवि को रजिस्टरी रद्द करनी पड़ी। वहीं फर्जी रिकार्ड तैयार करके रजिस्टरी करवाने वाले पार्षद प्रतिनिधि, नंबरदार, प्रोपर्टी डीलर समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई है।
यह है मामला
नायब तहसीलदार ने पुलिस को लिखे पत्र में कहा है कि 26 नवंबर को रजिस्टरी के लिए कागजात आए थे। प्रथम पक्ष डबवाली निवासी आत्मा राम, मोती राम था। दूसरा पक्ष डबवाली निवासी हेमराज तथा सुनील थे। रजिस्टरी के लिए नगरपरिषद डबवाली का पत्र दिया गया। जिसके अनुसार 99 वर्ग गज़ जमीन नगरपरिषद रकबे में होने की तसदीक की गई थी। पत्र पर संदेह हुआ तो सत्यापन करवाने के लिए उसे वाट्सएप के जरिए नगरपरिषद अधिकारियों को भेजा गया। नप कार्यालय ने उक्त पत्र फर्जी होने की रिपोर्ट दी। नायब तहसीलदार के अनुसार उक्त रजिस्टरी को रद्द किया गया।
नायब तहसीलदार ने शिकायत में स्पष्ट किया है कि रजिस्टरी करवाने के लिए 25 नवंबर की शाम को संजीव शर्मा उर्फ विक्की तथा नंबरदार गुरचरण सिंह पेश हुए थे। उन्हें बताया था कि वसीका में किल्ला नंबर का विवरण नहीं है। 26 नवंबर को खुद को पार्षद बताने वाला साहिल पेश हुआ। उसने नगरपरिषद का उक्त फर्जी पत्र पेश किया था।
फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत करके वसीका पंजीकरण करवाने पर डबवाली निवासी दो सगे भाईयों आत्मा राम, मोती राम, भूमि खरीदने वाले डबवाली निवासी हेमराज, सुनील, प्रोपर्टी डीलर संजीव शर्मा उर्फ विक्की, खुद को पार्षद बताने वाले साहिल तथा नंबरदार गुरचरण सिंह के विरुद्ध पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई है।
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मामला वार्ड नंबर 20 स्थित चौहान नगर का है। यहां जमीन लाल डोरे की है। उस जमीन का फर्जी तसदीक पत्र जारी करके रजिस्टरी करवाई गई है। नायब तहसीलदार ने रिपोर्ट मांगी थी। हमने जांच की तो तसदीक पत्र फर्जी मिला था।
-राकेश पूनिया, एक्सीयन नगरपरिषद डबवाली
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