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Lahoo Ki Lau

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14 जुलाई 2011

तस्करी करता गुरूद्वारा का सेवादार काबू

डबवाली (लहू की लौ) सदर डबवाली पुलिस ने चूरा पोस्त तस्करी में उपमण्डल में स्थित एक गुरूद्वारा के सेवादार तथा उसके साथी को काबू किया है। दोनों राजस्थान के हनुमानगढ़ से 14 किलोग्राम चूरा पोस्त लेकर हीरो होंडा स्पलेण्डर बाईक पर डबवाली की ओर आ रहे थे। आरोपियों को बुधवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए।
थाना सदर डबवाली के सहायक उपनिरीक्षक आत्मा राम मंगलवार शाम को गश्त पर थे। इसी दौरान उन्हें मुखबरी मिली कि बाईक सवार दो व्यक्ति संगरिया की ओर से डबवाली की ओर जा रहे हैं। उनके पास चूरा पोस्त है। मुखबर की सूचना पर सहायक उपनिरीक्षक ने अपनी टीम के साथ गांव अबूबशहर के पास नाका लगा लिया और वाहनों पर नजर बढ़ा दी। जांच अधिकारी सहायक उपनिरीक्षक आत्मा राम ने बताया कि इसी दौरान पुलिस टीम को संगरिया साईड से एक बाईक आता हुआ दिखाई दिया। उसे रूकने का इशारा किया गया। लेकिन पुलिस को देखकर चालक ने बाईक को वापिस मोडऩा चाहा। शक के आधार पर पुलिस ने बाईक सवारों की तालाशी ली। तलाशी के दौरान पुलिस को बाईक पर रखे प्लास्टिक बैग से चूरा पोस्त बरामद हुई। बाईक सवारों को चूरा पोस्त तथा बाईक सहित काबू कर लिया गया।
जांच अधिकारी के अनुसार आरोपियों के खिलाफ मादक पदार्थ तस्करी अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज किया गया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान बूटा सिंह (21) पुत्र राजू  उर्फ हरबंस सिंह निवासी रामां तथा बलवीर सिंह (55) पुत्र गुरदित्ता सिंह निवासी तरखानवाला (पंजाब) हाल गांव फुल्लों के रूप में हुई है।
सहायक उपनिरीक्षक आत्मा राम के अनुसार बलवीर सिंह उपमण्डल के गांव फुल्लो में स्थित गुरूद्वारा में सेवादार है। जबकि बूटा सिंह दिहाड़ीदार मजदूर है। दोनों काफी समय से चूरा पोस्त तस्करी में संलिप्त है। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि वे राजस्थान से 800 रूपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से चूरा पोस्त लाते हैं और आगे उसे 1000  से 1200 रूपए प्रति किलोग्राम से बेचते हैं। पकड़ी गई 14 किलोग्राम चूरा पोस्त को उन्होंने हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन के पास एक अज्ञात व्यक्ति से खरीदा था।
बुधवार को पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों को उनसे बरामद हुए बाईक, चूरापोस्त के साथ उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत में पेश किया। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

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