डबवाली (लहू की लौ) मंगलवार गांव गंगा के एक परिवार के लिए अमंगल साबित हुआ। सुबह की खुशियां शाम ढलते-ढलते मातम में बदल गई। घर में गूंजती किलकारी सदा के लिए खामोश हो गई।
गांव गंगा का 22 वर्षीय जसविंद्र सिंह मंगलवार को अपने खेत में कार्यरत था। घर पर उसकी पत्नी मनप्रीत कौर तथा डेढ़ वर्षीय बेटा गुरविंद्र सिंह था। शाम करीब 5.30 बजे मनप्रीत कौर रसोई में काम में व्यस्त थी। इसी दौरान गुरविंद्र खेलता हुआ 3 फुट चौड़ी तथा 2 फुट गहरी डिग्गी (पशुओं की खेल) के पास आ गया। डिग्गी में करीब पौने दो फुट पानी था। यहां खेलते-खेलते वह डिग्गी में गिर गया। कुछ समय बाद मनप्रीत कौर रसोई से बाहर आई तो उसने गुरविंद्र की तालाश आरंभ की। बेटे की तालाश में वह कभी इधर तो कभी उधर दौड़ी। इसकी जानकारी उसने पड़ौसियों को भी दी। करीब डेढ़ घंटा तक ग्रामीण दौड़ धूप करते रहे। अचानक मनप्रीत का ध्यान डिग्गी की ओर गया। डेढ़ वर्षीय गुरविंद्र डिग्गी में डूबा हुआ था। पड़ौस में रहने वाले गुरमेल सिंह ने इसकी जानकारी जसविंद्र सिंह को दी। गुरविंद्र को शाम करीब 8 बजे इलाज के लिए तुरंत डबवाली के एक निजी अस्पताल में लाया गया। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। जसविंद्र सिंह का यही एक बेटा था।
मामले के जांच अधिकारी गोरीवाला पुलिस चौकी के एएसआई गोपाल राम ने बताया कि मृतक गुरविंद्र के पिता जसविंद्र सिंह ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि उसके डेढ़ वर्षीय बेटे की मृत्यु पानी में डूबने से हुई है। जसविंद्र के ब्यान के आधार पर पुलिस ने इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई करते हुए शव का डबवाली के सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।
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