डबवाली। पुराना कचहरी रोड़ पर बुधवार शाम को बाईक सवार युवकों के कापों का शिकार होकर दम तोड़ गए मण्डी किलियांवाली के 18 साल के युवक जसवीर सिंह उर्फ जस्सी के शव का गुरूवार को डबवाली के सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम हुआ। लेकिन आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग को लेकर जसवीर के परिजनों ने शव उठाने से इंकार कर दिया। स्थिति तनावपूर्ण होती देख मौका पर पहुंचे डबवाली के डीएसपी के समझाने-बुझाने पर शव उठाने को अभिभावक सहमत हो गए।
मण्डी किलियांवाली निवासी जसवीर प्रजापत उर्फ जस्सी की बुधवार शाम को बाईक सवार चार युवकों ने कापों से वार करके हत्या कर दी थी। जबकि जसवीर के साथ रिक्शा पर जा रहे उसके मित्र रवि कम्बोज निवासी अबूबशहर ने भागकर अपनी जान बचाई थी। गुरूवार को सरकारी अस्पताल के डॉ. एमके भादू तथा डॉ. सुखवंत पर आधारित टीम ने जसवीर के शव का पोस्टमार्टम किया। लेकिन पोस्टमार्टम के बाद अभिभावकों ने शव को उठाने से इंकार कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव करीब चार घण्टे तक मोर्चरी में पड़ा रहा।
जस्सी के अभिभावक दर्शन सिंह, चरणजीत सिंह तथा पूर्व पार्षद दाना राम, अमरनाथ बागड़ी, दर्शन कुमार, खुम्भा राम सेठी, गणपत राम ने कहा कि घटना बुधवार शाम की है। लेकिन अभी तक जस्सी के हत्यारोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर चल रहे हैं। जब तक पुलिस जस्सी के हत्यारोपियों को गिरफ्तार नहीं करती तब तक वे शव को नहीं उठाएंगे। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही शव का संस्कार किया जाएगा।
अस्पताल में स्थिति गंभीर होने की सूचना पाकर डीएसपी बाबू लाल अपने दलबल सहित मौका पर पहुंचे। उन्होंने शव न उठाने पर अड़े लोगों को समझाया-बुझाया। उन्होंने बताया कि जसवीर उर्फ जस्सी निवासी मण्डी किलियांवाली की हत्या करने के आरोप में जस्सी के मामा दर्शन सिंह निवासी मण्डी किलियांवाली के ब्यान पर विनोद निवासी रविदास नगर तथा मोनू निवासी प्रेम नगर, डबवाली व अन्य दो नामालूम के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। आरोपी दो दिनों के भीतर पुलिस की गिरफ्त में होंगे। डीएसपी से आश्वासन मिलने के बाद लोग शांत हुए और शव को उठाने पर सहमत हुए।
गवाह को पुलिस सुरक्षा की मांग
इस मौके पर लोगों ने जस्सी हत्या प्रकरण में मुख्य गवाह रवि कम्बोज निवासी अबूबशहर पर भी आरोपियों के हमले की आशंका जताई और पुलिस सुरक्षा दिए जाने की मांग की। डीएसपी बाबू लाल ने रवि को पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि विनोद बगैरा की धरपकड़ के लिए पुलिस ने तीन टीमों का गठन किया है। साथ में साईबर क्राईम की मदद भी ली जा रही है। 48 घण्टों के अंदर आरोपी पुलिस गिरफ्त में होंगे।
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