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13 नवंबर 2024
एचडीएफसी बैंक में सॉयरन बजने से पुलिस में मचा हड़कंप मौके पर नहीं था कोई गार्ड या कर्मचारी
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डबवाली (लहू की लौ) मंगलवार रात को एचडीएफसी बैंक की शाखा-2 में सॉयरन बजने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। सॉयरन की आवाज सुनते ही थाना शहर प्रभारी, गोल बाजार पुलिस और अन्य पुलिस गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और सॉयरन बजने के कारण की जांच शुरू की।
यह घटना रात करीब 10:20 बजे हुई, जब अचानक बैंक का सॉयरन तेज आवाज में बजने लगा। करीब आधे घंटे तक लगातार सॉयरन की आवाज सुनाई देती रही, जिसके बाद गोल बाजार पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने देखा कि बैंक का गेट बंद था और कोई कर्मचारी भी मौके पर मौजूद नहीं था, जिससे सॉयरन बजने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया।
एएसआई अशोक कुमार ने ने बैंक की शाखा-2 के मैनेजर सौरभ महेता से संपर्क किया और उन्हें घटना की जानकारी दी। इसके बाद, बैंक की चौटाला रोड शाखा के डिप्टी मैनेजर संदीप कुमार मौके पर पहुंचे। कुछ ही समय बाद, सुरक्षा गार्ड रविंद्र और दीपक भी घटनास्थल पर पहुंचे। गार्ड ने बैंक का शटर खोलकर अंदर का निरीक्षण किया, लेकिन सब कुछ सामान्य पाया। इसके बाद, सॉयरन को बंद कर दिया गया
थाना शहर प्रभारी शैलेंद्र कुमार, 112 नंबर गाड़ी के डयूटी पर तैनात एसआई कुलवीर सिंह और अन्य पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंचे। सॉयरन बजने के दौरान उस क्षेत्र के लोग भी बैंक के पास जमा हो गए थे। पुलिस की मौजूदगी में करीब एक घंटे में सॉयरन तीन से चार बार फिर से बजा।
सुरक्षा गार्ड रविंद्र कुमार ने बताया कि सॉयरन बजने का कारण धुंआ होना बताया, जिसके कारण बार- बार सॉयरन बज रहा था।
22 प्रतिशत नमी वाले धान से भरे जा रहे बैग, देसूजोधा मंडी में किसानों का हंगामा
किसान बोले-मार्केट कमेटी तथा प्रशासनिक अधिकारी सूचना के बावजूद मौके पर नहीं पहुंचे
बुधवार सुबह देसूजोधा मंडी में जुटेंगे किसान
डबवाली(लहू की लौ)मंगलवार शाम को देसूजोधा खरीद केंद्र पर बवाल हो गया। जब किसानों ने 22 प्रतिशत नमी वाले धान से बैग भर रहे एक व्यापारी को पकड़ लिया। किसानों के विरोध के बाद व्यापारी अपनी लेबर लेकर फुर्र हो गया। किसानों का आरोप है कि मार्केट कमेटी तथा एसडीएम कार्यालय में शिकायत देने के बावजूद कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। जिससे किसानों में रोष फैल गया। किसानों ने प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करके रोष जताया। किसानों के अनुसार बुधवार सुबह मंडी में मामले की जांच करवाई जाएगी।
किसान जसवीर सिंह भाटी शेरगढ़, हरबंस सिंह देसूजोधा, मनदीप ढिल्लों, सुंदरपाल, जसवंत सिंह, भूपिंद्र सिंह भोला, प्रितपाल सिंह, परमजीत च_ा, बलवीर सिंह, भजन सिंह, हरमंदर सिंह, गुरप्रेम सिंह देसूजोधा आदि ने बताया कि किसान करीब 15-15 दिनों से 17 प्रतिशत नमी वाला धान लेकर बैठे हैं। उनका धान खरीद नहीं किया जा रहा है, न ही तौल किया जा रहा है। जबकि 22 प्रतिशत नमी वाला धान तौला जा रहा है। सरेआम बैग भरे जा रहे हैं। यह सब सरकारी खरीद एजेसियों, राइस मिलर तथा मार्केट कमेटी की मिलीभगत से हो रहा है। इसके पीछे काट है। मनदीप ढिल्लों के अनुसार उनके पास साक्ष्य हैं, जिसके अनुसार 19 प्रतिशत नमी वाली धान को प्रति क्विंटल 13 से 15 किलोग्राम कटौती पर लिया जा रहा है। जबकि नियम 17 प्रतिशत नमी का है। किसान जगदेव सिंह ने इस संबंध में सारे साक्ष्य पेश किए हैं। लेकिन मार्केट कमेटी तथा अन्य प्रशासनिक अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे।
पंजाब के धान से भरी मंडी
किसान नेता जसवीरर सिंह भाटी, मनदीप सिंह ढिल्लों ने आरोप लगाया कि देसूजोधा मंडी पंजाब के धान से भरी पड़ी है। इस वजह से अनाज सड़ रहा है। मार्केट कमेटी की मिलीभगत से पड़ौसी सूबे का धान मंडी में पहुंचा है। अब उस धान को आढ़ती ठिकाने लगाने में जोर-शोर से जुटे हुए हैं। किसान नेता ने विजिलेंस जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि किसान को बुलाकर जांच की जाए, इससे बड़े मामले की खुलासा होगा।
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खरीद एजेंसी नमी की जांच करती है। एजेंसी के कहने पर धान से बैग भरे जाते हैं। हमारा कोई कसूर नहीं है। मार्केट कमेटी ने नमी की जांच की है और धान में 22 प्रतिशत नमी मिली है तो हमें इसकी जानकारी नहीं है।
-मोहित गोयल, आढ़ती, गोयल ट्रेडिंग कंपनी, देसूजोधा
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देसूजोधा मंडी में बैग में गीला धान भरा जा रहा है तो उसका कसूरवार आढ़ती है। एजेंसी का इसमें कोई लेनादेना नहीं है। मार्केट कमेटी को संबंधित आढ़ती के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। कार्रवाई का अधिकार मार्केट कमेटी का है। एजेंसी सरकार की हिदायतों के अनुसार खरीद करती है।
-बलकरण सिंह, निरीक्षक, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग डबवाली