लोगों के टैक्स का पैसा फिजूल बहाया जा रहा
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली में नगर परिषद की लचर सफाई व्यवस्था व सफाई के नाम पर शहर के गली-चौराहों में लगाए जा रहे कूड़े के ढेर अब असहनीय हो रहे हैं। शहर में अब नगर परिषद चेयरमैन, ईओ व सैनिटरी इंस्पेक्टर को कानूनी कार्यवाही के चेतावनी नोटिस के भेजने के बाद गली मोहल्लों की सफाई संभव हो रही है।
बता दें कि समूचे शहर की तरह नगर सुधार मंडल पार्क कॉलोनी, (वार्ड 15) में कई-कई सप्ताह तक सफाई कर्मचारी नहीं पहुंच रहे। वहीं नगर परिषद ने कॉलोनी के मुख्य द्वार व नगर सुधार मण्डल पार्क के आगे कूड़े का डंप लगवा रखा है। जिससे नगर सुधार मण्डल डबवाली द्वारा काटी हुई रिहायशी कॉलोनी में मच्छर-मक्खियों व गन्दगी की भरमार है। शहर व कॉलोनी में दयनीय सफाई व्यवस्था के चलते हुए स्वतन्त्रता सेनानी गुरदेव सिंह शांत के बेटे इकबाल सिंह शांत ने नगर परिषद चेयरमैन, ईओ और सैनेटरी इंस्पेक्टर को ईमेल व व्हाट्सएप से कानूनी कार्यवाही हेतु जमीनी हकीकत की तस्वीरों सहित अग्रिम चेतावनी नोटिस भेज दिया। जिसमें उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सात दिनों सफाई व्यवस्था सुचारू नहीं हुई तो वे संबंधित अधिकारियों के खिलाफ वाईनेम न्यायालय में केस दायर करेंगे।
मसला सिर्फ कॉलोनी में सफाई व्यवस्था का नहीं हैं। शहर में सफाई व्यवस्था पर नगर परिषद द्वारा प्रति माह लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद सफाई की स्थिति जीरो है। सफाई के नाम पर सौ फीसदी ड्रामेबाजी हो रही है। सफाई व्यवस्था के जरिये सरकार को लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा है। उन्होंने नगर परिषद को विकास को सफाई के नाम पर कथित भ्रष्टाचार व गैर योजनाबद्ध विकास का अड्डा है। नगर परिषद की कमान ग़ैरकाबिल हाथों में है। जिसके चलते चंद अधिकारी खुद को शहर का मालिक होने का भ्रम पाले हुए हैं। नगर परिषद अधिकारी महज अपने कार्यालय तक सीमित हैं। जबकि बाहर शहर में अतिक्रमण व सफाई की व्यवस्था लगातार बिगड़ रही है। कोई देखने वाला नहीं है। ऐसे घटिया हालात अब असहनीय हो रहे हैं। डबवाली शहर के लोगों का टैक्स का पैसा बेफिजूल बहाया जा रहा है। शहर के लोगों को बिना किसी राजनीति के जागरूकता व एकजुटता से आगे आना चाहिये।
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