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Lahoo Ki Lau

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17 सितंबर 2011

हरियाणा रोड़वेज ने किया चौटाला रोड़ का बहिष्कार!


डबवाली (लहू की लौ) बेमौसमी बरसात की मार झेल रहे डबवाली-संगरिया मार्ग पर पड़ते गांवों का शहर से संपर्क टूटता जा रहा है। अब अपनी दशा के लिए सुर्खियों में रहने वाली डबवाली-संगरिया रोड़ का हरियाणा रोड़वेज के साथ-साथ निजी बस ऑपरेटरों ने बहिष्कार कर दिया है। पिछले चार दिनों से एक-आध बस को छोड़कर कोई बस इस रोड़ से नहीं गुजरी है।
बेमौसमी बरसात ने यहां गांव चौटाला, अबूबशहर, सुकेराखेड़ा को डूबोकर रख दिया है। वहीं डबवाली-संगरिया मार्ग पर बड़े-बड़े खड्डे बन गए हैं। पांच दिनों की बारिश की वजह से छोटे खड्डों ने बड़ा रूप ले लिया है। जिसके चलते वाहन चालक इस रोड़ से गुजरने से कतराने लगे हैं। हरियाणा रोड़वेज तथा निजी बस ऑपरेटरों ने तो रोड़ का बहिष्कार करके अलग रोड़ से अपनी बसें गुजरानी शुरू कर दी हैं। ऐसे में पहले से बरसात की मार झेल रहे इस मार्ग के गांवों की स्थिति और भी दयनीय हो गई है। मार्ग पर स्थित गांव शेरगढ़, सकताखेड़ा, सुकेराखेड़ा, अबूबशहर, राजपुरा माजरा, तेजाखेड़ा सहित कई अन्य गांवों के ग्रामीण तथा छात्र परिवहन सेवा के अभाव से शहर से कट गए हैं। वहीं इस रोड़ पर डबवाली तथा राजस्थान से चलने वाली बसों का फेरा भी बढ़ गया है। यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में दिक्कत आ रही है। डबवाली से चलने वाली बस संगरिया पहुंचने के लिए 40 मिनट की बजाए दो घंटे लेने लगी है।
हरियाणा रोड़वेज सबडिपू डबवाली के प्रभारी विजय कुमार ने बताया कि डबवाली-संगरिया के बीच रोड़वेज के करीब 30 टाईम है। इसके अतिरिक्त राजस्थान रोड़वेज तथा निजी बसों का भी समय है। इस रोड़ पर खड्डों की वजह से रोड़वेज को भारी नुक्सान उठाना पड़ रहा है। कुछ दिन पूर्व आई बरसात से खड्डों का आकार बढ़ा दिया है। नुक्सान से बचने के लिए बसे गोरीवाला, आसाखेड़ा के मार्ग पर चलकर संगरिया पहुंच रही हैं। विजय कुमार के अनुसार 40 मिनट में संगरिया पहुंचने वाली बस दो से ढाई घंटे का समय ले रही है।
दि हरियाणा सहकारी परिवहन समितियां वेल्फेयर एसोसिएशन डबवाली के अध्यक्ष जगतार सिंह मिठड़ी ने बताया कि रोड़ की हालत को देखते हुए उस पर वाहन लेजाना खतरे से खाली नहीं है। ऑपरेटरों को भारी नुक्सान हो रहा है। जिसके चलते मजबूरीवश निजी बस ऑपरेटर मार्ग बदलकर गंतव्य तक पहुंच रहे हैं।

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