डबवाली (लहू की लौ) पत्नी के घर आने से इंकार करने पर पति ने कीटनाशक गटक लिया। गंभीर अवस्था में उसे अस्पताल लेजाया गया। युवक ही हालत गंभीर बनी हुई है। घटना पंजाब के निकटवर्ती गांव डूमवाली की है।
गांव डूमवाली निवासी लाभ सिंह (20) की शादी एक वर्ष पूर्व गिदड़बाहा निवासी अमरीक सिंह की पुत्री सोनू से हुई थी। विवाह के कुछ समय बाद दोनों में अनबन रहने लगी। करीब एक सप्ताह पूर्व सोनू रूठकर अपने मायके चली गई। पत्नी के वियोग में तड़प रहा लाभ सिंह बार-बार उसे घर वापिस आने के लिए कहने लगा। लेकिन सोनू नहीं मानी। लाभ सिंह के पिता रोशन सिंह निवासी डूमवाली ने बताया कि पति-पत्नी में किसी बात को लेकर तकरार चलती रहती थी। उसने भी अनबन की वजह पता करने का प्रयास किया। लेकिन दोनों ने उसे कुछ भी नहीं बताया।
रोशन सिंह के अनुसार एक सप्ताह पूर्व सोनू की माता मनजीत कौर डूमवाली आई और सोनू को अपने साथ गिदड़बाहा ले गई। उसका बेटा लाभ मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा। पत्नी को घर वापिस लाने के लिए उसने काफी कोशिश की। लेकिन वह नहीं मानी। गुरूवार शाम को लाभ सिंह ने फिर फोन किया और सोनू को घर वापिस आने के लिए कहा। लेकिन वह नहीं मानी। गुस्साए लाभ सिंह ने कीटनाशक गटक लिया। इसका पता उसकी पत्नी इन्द्रजीत कौर को लगा और उसने शोर मचा दिया।
गंभीर अवस्था में लाभ सिंह को डबवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया। चिकित्सक ने उसे सिरसा रैफर कर दिया। लेकिन परिजन उसे बेहतर उपचार के लिए डबवाली के एक प्राईवेट अस्पताल में ले गए।
थाना संगत के प्रभारी इंस्पेक्टर संदीप सिंह भाटी ने कहा कि उनके पास मामला आया है लेकिन अभी ब्यान लेने बाकी हैं। उसके बाद ही अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
Adsense
Lahoo Ki Lau
31 जुलाई 2010
डबवाली में धूमधाम से मनेगा स्वतंत्रता दिवस
डबवाली (लहू की लौ) हर वर्ष की भान्ति इस बार भी जिला में 64वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा। स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियों बारे आज उपमंडल अधिकारी कार्यालय में उपमंडल अधिकारी (ना.) डॉ.मुनीश नागपाल की अध्यक्षता में अधिकारियों की बैठक बुलाई गई, जिसमें समारोह की तैयारियों बारे आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह चौ. दलबीर सिंह इण्डोर स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा।
नागपाल ने स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारी के लिए सभी सम्बन्धित अधिकारियों की जिम्मेवारी लगाते हुए बताया कि समारोह में पुलिस दलों, एन0सी0सी0 तथा स्काउट्स की टुकडिय़ों द्वारा शानदार मार्च पास्ट की सलामी दी जाएगी और स्कूली बच्चों द्वारा पी0टी0 शो का प्रदर्शन किया जाएगा। इन कार्यक्रमों की रिहर्सल 5, 10 व 13 अगस्त को चौ. दलबीर सिंह स्टेडियम में की जाएगी जिसमें पुलिस, एन0सी0सी0, स्काउट्स व स्कूली बच्चों द्वारा पी0टी0 शो की रिहर्सल की जाएगी । इसके बाद परेड व पी0टी0 शो की अन्तिम रिहर्सल स्टेडियम में ही 13 अगस्त को होगी ।
उपमंडल अधिकारी नागरिक ने बताया कि समारोह में विभिन्न स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे । इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में समूह गान, हरियाणावी समूह नृत्य तथा विभिन्न प्रदेशों की संस्कृति दर्शाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल किए जाएंगे । सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने वाली टीमों का चयन समिति द्वारा किया जाएगा । सांस्कृतिक टीमों का चयन करने से पूर्व विभिन्न स्कूलों की टीमों का प्रदर्शन देखा जाएगा। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह की परेड में भाग लेने वाली टुकडिय़ों मेंं प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहने वाली टुकडिय़ों को सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ-साथ इस कार्यक्रम में भाग लेने वाली सभी टीमों को सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के उपलक्ष्य में शहर के विभिन्न चौकों और मार्गो को सजाया जाएगा । स्वतंत्रता दिवस समारोह से पूर्व शहर की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त किया जाएगा उन्होंने बताया कि इस समारोह में स्वतंत्रता सेनानियों को भी सम्मानित किया जाएगा।
नागपाल ने स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारी के लिए सभी सम्बन्धित अधिकारियों की जिम्मेवारी लगाते हुए बताया कि समारोह में पुलिस दलों, एन0सी0सी0 तथा स्काउट्स की टुकडिय़ों द्वारा शानदार मार्च पास्ट की सलामी दी जाएगी और स्कूली बच्चों द्वारा पी0टी0 शो का प्रदर्शन किया जाएगा। इन कार्यक्रमों की रिहर्सल 5, 10 व 13 अगस्त को चौ. दलबीर सिंह स्टेडियम में की जाएगी जिसमें पुलिस, एन0सी0सी0, स्काउट्स व स्कूली बच्चों द्वारा पी0टी0 शो की रिहर्सल की जाएगी । इसके बाद परेड व पी0टी0 शो की अन्तिम रिहर्सल स्टेडियम में ही 13 अगस्त को होगी ।
उपमंडल अधिकारी नागरिक ने बताया कि समारोह में विभिन्न स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे । इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में समूह गान, हरियाणावी समूह नृत्य तथा विभिन्न प्रदेशों की संस्कृति दर्शाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल किए जाएंगे । सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने वाली टीमों का चयन समिति द्वारा किया जाएगा । सांस्कृतिक टीमों का चयन करने से पूर्व विभिन्न स्कूलों की टीमों का प्रदर्शन देखा जाएगा। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह की परेड में भाग लेने वाली टुकडिय़ों मेंं प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहने वाली टुकडिय़ों को सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ-साथ इस कार्यक्रम में भाग लेने वाली सभी टीमों को सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के उपलक्ष्य में शहर के विभिन्न चौकों और मार्गो को सजाया जाएगा । स्वतंत्रता दिवस समारोह से पूर्व शहर की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त किया जाएगा उन्होंने बताया कि इस समारोह में स्वतंत्रता सेनानियों को भी सम्मानित किया जाएगा।
लोगों के घरों में घुसा सीवरेज का गन्दा पानी
डबवाली। पूरे नगर की सीवरेज व्यवस्था चरमरा गई है। हालात दिन-प्रतिदिन खराब होते जा रहे हैं। सीवरेज का गन्दा पानी लोगों के घरों में घुसना शुरू हो गया है। आक्रोशित लोग जनस्वास्थ्य विभाग के विरूद्ध आंदोलन छेडऩे के मूड में हैं। जानकारी अनुसार पिछले करीब दो माह से नगर की सीवरेज व्यवस्था को ग्रहण लगा हुआ है। लोग समस्या के समाधान के लिए बार-बार जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय का दरवाजा खटखटा रहे हैं। लेकिन उन्हें निराशा हाथ लग रही हे। स्थिति इतनी भयानक हो चुकी है कि सीवरेज का गन्दा पानी लोगों के घरों में घुसना शुरू हो गया है। वार्ड नं. 19 की गली बराड़ों वाली के निवासी राकेश कुमार, थाना सिंह, दीप सिंह, डॉ. ललजीत गर्ग, कुलवंत राए, बग्घा सिंह आदि ने बताया कि उनकी गली के सीवरेज पिछले दो माह से बंद पड़े हुए हैं। बार-बार शिकायत करने के बावजूद जनस्वास्थ्य विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। शुक्रवार को सीवरेज का गन्दा पानी उनके घरों में घुस गया। इधर वार्ड नं. 13,14 व 15 में भी सीवरेज चॉक पड़े हुए हैं। शिकायत के बावजूद भी विभाग के अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। सम्बन्धित वार्डों के निवासियों ने बताया कि समस्या से निजात पाने के लिए उनके पास एकमात्र रास्ता संघर्ष बचा है। लोगों ने चेतावनी दी कि अगर समस्या का जल्द समाधान न हुआ तो वे जनस्वास्थ्य कार्यालय का घेराव करने को बाध्य होंगे।
सपना देखना बंद कर दे कांग्रेस-चौटाला
डबवाली (लहू की लौ) इनेलो के प्रधान महासचिव एवं हल्का डबवाली से विधायक डॉ. अजय सिंह चौटाला ने कहा कि डबवाली नगरपालिका का अध्यक्ष इनेलो का बनेगा। इंतजार केवल चुनाव की तारीख तय होने तक है। कांग्रेस अध्यक्ष पद का स्वप्न देखना बंद कर दे। वे गुरूवार को अनाज मण्डी स्थित इनेलो कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
इनेलो नेता ने कहा कि देश में राष्ट्रमण्डल खेल होने जा रहे हैं। लेकिन प्रदेश के खिलाडिय़ों को जरूरी सुविधाएं मुहैया नहीं करवाई जा रही। दुर्भाग्य तो इस बात का है कि हरियाणा स्टेट का स्पोट्र्स मिनिस्टर भी ऐसा है, जिसे यह मालूम नहीं कि ग्राऊण्ड क्या होता है। चौटाला ने आरोप लगाया कि सरकार जबर्दस्ती एक सरकारी अधिकारी को फर्जी तौर पर हरियाणा ओलंपिक संघ का अध्यक्ष बनाए हुए है। जबकि ओलंपिक एसोसिएशन अभय सिंह चौटाला को संघ का अध्यक्ष मानती है। डॉ. अजय चौटाला ने बिहार विधानसभा में विधायकों द्वारा चप्पलें फेंके जाने की निंदा की। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं प्रजातंत्र के लिए अच्छी नहीं है। जब जनता के चुने हुए प्रतिनिधि ऐसा आचरण करेंगे तो आम व्यक्ति पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।
इनेलो के प्रधान महासचिव ने कहा कि अम्बाला, सिरसा और प्रदेश के अन्य स्थानों पर सरकारी दफ्तरों में व्यापक भ्रष्टाचार हुआ है। फोरेस्ट, मनरेगा, शिवालिक तथा घग्घर के नाम पर खूब पैसा पीटा गया। मनमाफिक बिल बनाए गए। अपने कृत्यों को छीपाने के लिए सरकार ने प्रदेश को डूबो दिया गया। चौटाला के अनुसार उन्होंने अम्बाला फोरेस्ट का एक बिल देखा जिसमें एक ही दिन में 6 करोड़ 40 लाख रूपए ड्रा हुए हैं। चौटाला ने कहा कि वे आरटीआई कानून के तहत सरकार की रहनुमाई में सरकारी कार्यालयों में हो रहे भ्रष्टाचार की पोल खोलेंगे। इसके साथ कानूनी दायरे में वे दोषी व्यक्तियों को सजा दिलाने का काम करेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इनेलो की ओर से गठित कमेटी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे कर लिया है। बाढ़ प्रभावित छह जिलों में 4500 करोड़ रूपए का नुक्सान हुआ है। रिपोर्ट महामहिम राज्यपाल को सौंपी जा चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार ने ब्यानबाजी के सिवाए राहत का एक दाना भी बाढ़ पीडि़तों तक नहीं पहुंचाया। सरकार अब भी इन क्षेत्रों की सुध नहीं ले रही। जबकि क्षेत्रों में महामारी फैलने का भय बना हुआ है। चौटाला के अनुसार जननायक सेवादल का गठन हो चुका है। सेवादल के प्रथम चरण में पूरे प्रदेश से इक्कीस हजार कार्यकर्ताओं की भर्ती की जा रही है। आगामी 15 अगस्त तक सेवादल अपने पूर्ण रूप में होगा। इस अवसर पर डॉ. सीता राम, राधेराम गोदारा, रणवीर राणा, कुलदीप सिंह जम्मू, डॉ. गिरधारी लाल, संदीप सिंह सन्नी गंगा, सर्वजीत सिंह मसीतां, गुलजिन्द्र सोना, टेकचन्द छाबड़ा, गुरजीत सिंह, प्रहलाद राय, मलकीत सिंह सूच, केके सेठी, अजनीश कैनेडी, अनिल धारणियां आदि उपस्थित थे।
इनेलो नेता ने कहा कि देश में राष्ट्रमण्डल खेल होने जा रहे हैं। लेकिन प्रदेश के खिलाडिय़ों को जरूरी सुविधाएं मुहैया नहीं करवाई जा रही। दुर्भाग्य तो इस बात का है कि हरियाणा स्टेट का स्पोट्र्स मिनिस्टर भी ऐसा है, जिसे यह मालूम नहीं कि ग्राऊण्ड क्या होता है। चौटाला ने आरोप लगाया कि सरकार जबर्दस्ती एक सरकारी अधिकारी को फर्जी तौर पर हरियाणा ओलंपिक संघ का अध्यक्ष बनाए हुए है। जबकि ओलंपिक एसोसिएशन अभय सिंह चौटाला को संघ का अध्यक्ष मानती है। डॉ. अजय चौटाला ने बिहार विधानसभा में विधायकों द्वारा चप्पलें फेंके जाने की निंदा की। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं प्रजातंत्र के लिए अच्छी नहीं है। जब जनता के चुने हुए प्रतिनिधि ऐसा आचरण करेंगे तो आम व्यक्ति पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।
इनेलो के प्रधान महासचिव ने कहा कि अम्बाला, सिरसा और प्रदेश के अन्य स्थानों पर सरकारी दफ्तरों में व्यापक भ्रष्टाचार हुआ है। फोरेस्ट, मनरेगा, शिवालिक तथा घग्घर के नाम पर खूब पैसा पीटा गया। मनमाफिक बिल बनाए गए। अपने कृत्यों को छीपाने के लिए सरकार ने प्रदेश को डूबो दिया गया। चौटाला के अनुसार उन्होंने अम्बाला फोरेस्ट का एक बिल देखा जिसमें एक ही दिन में 6 करोड़ 40 लाख रूपए ड्रा हुए हैं। चौटाला ने कहा कि वे आरटीआई कानून के तहत सरकार की रहनुमाई में सरकारी कार्यालयों में हो रहे भ्रष्टाचार की पोल खोलेंगे। इसके साथ कानूनी दायरे में वे दोषी व्यक्तियों को सजा दिलाने का काम करेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इनेलो की ओर से गठित कमेटी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे कर लिया है। बाढ़ प्रभावित छह जिलों में 4500 करोड़ रूपए का नुक्सान हुआ है। रिपोर्ट महामहिम राज्यपाल को सौंपी जा चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार ने ब्यानबाजी के सिवाए राहत का एक दाना भी बाढ़ पीडि़तों तक नहीं पहुंचाया। सरकार अब भी इन क्षेत्रों की सुध नहीं ले रही। जबकि क्षेत्रों में महामारी फैलने का भय बना हुआ है। चौटाला के अनुसार जननायक सेवादल का गठन हो चुका है। सेवादल के प्रथम चरण में पूरे प्रदेश से इक्कीस हजार कार्यकर्ताओं की भर्ती की जा रही है। आगामी 15 अगस्त तक सेवादल अपने पूर्ण रूप में होगा। इस अवसर पर डॉ. सीता राम, राधेराम गोदारा, रणवीर राणा, कुलदीप सिंह जम्मू, डॉ. गिरधारी लाल, संदीप सिंह सन्नी गंगा, सर्वजीत सिंह मसीतां, गुलजिन्द्र सोना, टेकचन्द छाबड़ा, गुरजीत सिंह, प्रहलाद राय, मलकीत सिंह सूच, केके सेठी, अजनीश कैनेडी, अनिल धारणियां आदि उपस्थित थे।
डबवाली के कांग्रेसी नेता और उसके गनमैन को सम्मन जारी
डबवाली (लहू की लौ) न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी अमरजीत सिंह की अदालत ने बिल्लू उर्फ राजेश कुमार पुत्र कुन्दन लाल की याचिका पर कांग्रेसी नेता जग्गा ङ्क्षसह बराड़ और उसके गनमैन भंवर सिंह को धारा 323/325/356/148/149/506 आईपीसी के तहत 13-9-2010 को सम्मन भेज कर अदालत में तलब किया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार बिल्लू उर्फ राजेश कुमार पुत्र कुन्दन लाल निवासी वार्ड नं. 3, मंडी डबवाली ने 16-10-2006 को थाना शहर पुलिस में एक दरख्वास्त देकर कहा था कि सुबह करीब साढ़े 9-10 बजे वह लक्कड़ मंडी में बोली करवा रहा था कि एक बलेरो जिसको जग्गा सिंह बराड़ चला रहा था, एक मारूति कार जिसको सुरेन्द्र सेठी चला रहा था व अन्य हममश्विरा होकर वहां आये और आते ही ललकारा मारा और उसे महीना देने के लिए कहा। उसके इंकार करने पर जग्गा सिंह ने अपना पिस्तौल उसकी कनपटी पर लगा लिया तथा सरकारी गनमैन भंवर लाल ने कारवाईन उसकी तरफ तान दी और उसके गले में पहनी सोने की चैन छीन ली। इस पर उस समय पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था लेकिन पुलिस की जांच में जग्गा सिंह बराड़ और गनमैन भंवर सिंह को निर्दोष करार देते हुए इस केस से निकाल दिया था। शिकायतकर्ता ने 21-4-2009 को धारा 319 सीआरपीसी के तहत अदालत में एक याचिका लगा कर कहा था कि राजनैतिक प्रभाव के चलते जग्गा सिंह बराड़ और गनमैन भंवर लाल को पुलिस ने जानबूझ कर इस केस से निकाल दिया है, उन्हें भी तलब किया जाना चाहिए।
अदालत ने 20 जुलाई 2010 को मुद्दई की याचिका पर सुनवाई करते हुए जग्गा सिंह बराड़ और भंवर लाल को सम्मन जारी करके 13-9-2010 को अदालत में पेश होने के लिए कहा है।
प्राप्त जानकारी अनुसार बिल्लू उर्फ राजेश कुमार पुत्र कुन्दन लाल निवासी वार्ड नं. 3, मंडी डबवाली ने 16-10-2006 को थाना शहर पुलिस में एक दरख्वास्त देकर कहा था कि सुबह करीब साढ़े 9-10 बजे वह लक्कड़ मंडी में बोली करवा रहा था कि एक बलेरो जिसको जग्गा सिंह बराड़ चला रहा था, एक मारूति कार जिसको सुरेन्द्र सेठी चला रहा था व अन्य हममश्विरा होकर वहां आये और आते ही ललकारा मारा और उसे महीना देने के लिए कहा। उसके इंकार करने पर जग्गा सिंह ने अपना पिस्तौल उसकी कनपटी पर लगा लिया तथा सरकारी गनमैन भंवर लाल ने कारवाईन उसकी तरफ तान दी और उसके गले में पहनी सोने की चैन छीन ली। इस पर उस समय पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था लेकिन पुलिस की जांच में जग्गा सिंह बराड़ और गनमैन भंवर सिंह को निर्दोष करार देते हुए इस केस से निकाल दिया था। शिकायतकर्ता ने 21-4-2009 को धारा 319 सीआरपीसी के तहत अदालत में एक याचिका लगा कर कहा था कि राजनैतिक प्रभाव के चलते जग्गा सिंह बराड़ और गनमैन भंवर लाल को पुलिस ने जानबूझ कर इस केस से निकाल दिया है, उन्हें भी तलब किया जाना चाहिए।
अदालत ने 20 जुलाई 2010 को मुद्दई की याचिका पर सुनवाई करते हुए जग्गा सिंह बराड़ और भंवर लाल को सम्मन जारी करके 13-9-2010 को अदालत में पेश होने के लिए कहा है।
छह जनों को एक-एक वर्ष का कारावास
डबवाली (लहू की लौ) उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी महावीर सिंह की अदालत ने लड़ाई-झगड़े के एक केस की सुनवाई करते हुए छह जनों को एक वर्ष का कारावास और प्रत्येक को 500-500 रूपये अर्थदंड सुनाया।
प्राप्त जानकारी अनुसार कालांवाली पुलिस ने गांव तारूआना के सुखबीर सिंह पुत्र दलीप सिंह की शिकायत पर 2005 में उसके घर में घुस कर उससे मारपीट करने के आरोप में इसी गांव के भोला सिंह पुत्र सरजीत सिंह, जगजीत ङ्क्षसह पुत्र सरजीत सिंह, जसविन्द्र सिंह पुत्र नछतर सिंह, दर्शन सिंह पुत्र जसवन्त सिंह, परमित सिंह उर्फ पम्मी पुत्र गुरलाभ सिंह, नछतर सिंह पुत्र जसवन्त सिंह के खिलाफ धारा 452/324/323/34 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके मामले को अदालत में पेश कर दिया था।
अदालत ने वीरवार को दोनों पक्षों को सुनने, गवाहों के ब्यानों के मद्देनजर उपरोक्त को दोषी करार देते हुए प्रत्येक को धारा 452 के तहत एक वर्ष की कैद और 300 रूपये अर्थदंड, धारा 323 के तहत तीन माह की कैद और 200 रूपये अर्थदंड तथा धारा 324 आईपीसी के तहत एक वर्ष के कारवास की सजा सुनाई।
प्राप्त जानकारी अनुसार कालांवाली पुलिस ने गांव तारूआना के सुखबीर सिंह पुत्र दलीप सिंह की शिकायत पर 2005 में उसके घर में घुस कर उससे मारपीट करने के आरोप में इसी गांव के भोला सिंह पुत्र सरजीत सिंह, जगजीत ङ्क्षसह पुत्र सरजीत सिंह, जसविन्द्र सिंह पुत्र नछतर सिंह, दर्शन सिंह पुत्र जसवन्त सिंह, परमित सिंह उर्फ पम्मी पुत्र गुरलाभ सिंह, नछतर सिंह पुत्र जसवन्त सिंह के खिलाफ धारा 452/324/323/34 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके मामले को अदालत में पेश कर दिया था।
अदालत ने वीरवार को दोनों पक्षों को सुनने, गवाहों के ब्यानों के मद्देनजर उपरोक्त को दोषी करार देते हुए प्रत्येक को धारा 452 के तहत एक वर्ष की कैद और 300 रूपये अर्थदंड, धारा 323 के तहत तीन माह की कैद और 200 रूपये अर्थदंड तथा धारा 324 आईपीसी के तहत एक वर्ष के कारवास की सजा सुनाई।
29 जुलाई 2010
हवलदार का बेटा साथियों सहित लूट में काबू
डबवाली (लहू की लौ) लूट के मकसद से करनाल शहर से मंगलवार को किराये पर ली इनोवा कार (एचआर 05 यू 910) पडा़ेसी प्रांत राजस्थान के हनुमानगढ़ में मिली है। चालक से लूटकर भागते हुए पकड़े गये चारों युवक एक अंतर्राज्यीय लूट व मादक तस्करी गिरोह के सदस्य हैं तथा पंजाब के बठिंडा जिले के निवासी हैं। इनमें से एक का पिता बठिंडा ट्रैफिक पुलिस में हवलदार है। चारों को राजस्थान पुलिस ने पूछताछ के लिए 30 जुलाई तक रिमांड पर लिया है।
हनुमानगढ़ जंक्शन थाना प्रभारी संजय बोथरा ने बताया कि पकड़े गए लुटेरों में शामिल मनदीपसिंह उर्फ गौरखा पुत्र हरपालसिंह निवासी पथराला (बठिंडा) पूर्व में लगभग सवा किलो अफीम के साथ पकड़ा गया था तथा इन दिनों जमानत पर था। उन्होंने बताया कि मनदीपसिंह सहित पकड़े गये तीन अन्य सदस्य हरपालसिंह पुत्र चंदसिंह निवासी नरवाना, बठिंडा, बगडू उर्फ बलकौरसिंह पुत्र दलीपसिंह जटसिख और लखवीरसिंह उर्फ लखविंद्र उर्फ बोहड़सिंह पुत्र गुरदेवसिंह जटसिख निवासी पथराला के आपराधिक रिकॉर्ड का पता लगाने के लिए पुलिस दल को बठिंडा भेजा गया है। चारों युवक 19 से 25 वर्ष की आयु के हैं इन द्वारा कई वारदातें किये जाने की जानकारियां पुलिस को मिली हैं।
उन्होंने बताया कि हरपालसिंह का पिता चंदसिंह पंजाब पुलिस में हवलदार है और उसकी तैनाती बठिंडा ट्रैफिक पुलिस में है। इसके अलावा इनमें से एक के विरूद्ध तलवंडी साबो थाने में हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज होने की जानकारी मिली है। बलकौर उर्फ बगडू को पिछले वर्ष संगरिया थाना क्षेत्र के गांव नगराना के एक बैंक में पड़ी डकैती के मामले में पूछताछ के लिए पकड़ा गया था। हालांकि बगडू इस डकैती में शामिल नहीं था लेकिन डकैती डालने वालों में से कइयों को वह जानता है।
थानाप्रभारी संजय बोथरा ने बताया कि कार लूट में पकड़े गए युवकों ने बताया कि उनके यार-दोस्तों के पास महंगी-महंगी गाडिय़ां हैं। वे भी ऐसी ही कोई गाड़ी रखना चाहते थे। इसके लिए काफी रूपये चाहिये थे पेसौ का बंदोबस्त नहीं होने के कारण उन्होंने किराये पर गाड़ी लेकर चालक से लूट की योजना बनाई। उन्होंने कार चालक को कहा कि वे खिलाड़ी हैं व हनुमानगढ़ में खेलने के लिए जाना है। पुलिस ने बताया कि युवक चालक को राजस्थान में फैंककर पुन: पंजाब जाना चाहते थे ताकि हरियाणा व राजस्थान पुलिस माजरा न समझ सके। इन्होंने बहाने से इनोवा को नवां गांव के करीब कार को रूकवाया और चालक जयभगवान को चलती गाड़ी से सड़क पर फैंक दिया। इसी दौरान मोटरसाइकिल पर आ रहे दो युवकों ने यह हरकत देखी तो उन्होंने मोबाइल से हनुमानगढ़ पुलिस कंट्रोल रूम को फोन करते हुए पीछा किया। मानकसर गांव के पास इनोवा दो ट्रैक्टर ट्रॉलियों से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसमें सवार चारों जने खेतों की तरफ भागने लगे तो युवकों ने शोर मचाकर ग्रामीणों को एकत्रित किया तथा उनकी मदद से चारों को काबू कर लिया। बाद में वहां पहुंची पुलिस को यह चारों जने सौंप दिये। पुलिस ने बताया कि लूटने के बाद इनोवा को लखवीर उर्फ लखविंद्र चला रहा था। इन चारों के कोई चोट नहीं आई, लेकिन गाड़ी को काफी नुकसान पहुंचा। चालक जयभगवान के कुछ चोटें आई हैं। करनाल निवासी चालक जयभगवान पुत्र दारासिंह की शिकायत के आधार पर राजस्थान पुलिस ने इन चारों युवकों के विरूद्ध हत्या का प्रयास तथा लूट के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
हनुमानगढ़ जंक्शन थाना प्रभारी संजय बोथरा ने बताया कि पकड़े गए लुटेरों में शामिल मनदीपसिंह उर्फ गौरखा पुत्र हरपालसिंह निवासी पथराला (बठिंडा) पूर्व में लगभग सवा किलो अफीम के साथ पकड़ा गया था तथा इन दिनों जमानत पर था। उन्होंने बताया कि मनदीपसिंह सहित पकड़े गये तीन अन्य सदस्य हरपालसिंह पुत्र चंदसिंह निवासी नरवाना, बठिंडा, बगडू उर्फ बलकौरसिंह पुत्र दलीपसिंह जटसिख और लखवीरसिंह उर्फ लखविंद्र उर्फ बोहड़सिंह पुत्र गुरदेवसिंह जटसिख निवासी पथराला के आपराधिक रिकॉर्ड का पता लगाने के लिए पुलिस दल को बठिंडा भेजा गया है। चारों युवक 19 से 25 वर्ष की आयु के हैं इन द्वारा कई वारदातें किये जाने की जानकारियां पुलिस को मिली हैं।
उन्होंने बताया कि हरपालसिंह का पिता चंदसिंह पंजाब पुलिस में हवलदार है और उसकी तैनाती बठिंडा ट्रैफिक पुलिस में है। इसके अलावा इनमें से एक के विरूद्ध तलवंडी साबो थाने में हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज होने की जानकारी मिली है। बलकौर उर्फ बगडू को पिछले वर्ष संगरिया थाना क्षेत्र के गांव नगराना के एक बैंक में पड़ी डकैती के मामले में पूछताछ के लिए पकड़ा गया था। हालांकि बगडू इस डकैती में शामिल नहीं था लेकिन डकैती डालने वालों में से कइयों को वह जानता है।
थानाप्रभारी संजय बोथरा ने बताया कि कार लूट में पकड़े गए युवकों ने बताया कि उनके यार-दोस्तों के पास महंगी-महंगी गाडिय़ां हैं। वे भी ऐसी ही कोई गाड़ी रखना चाहते थे। इसके लिए काफी रूपये चाहिये थे पेसौ का बंदोबस्त नहीं होने के कारण उन्होंने किराये पर गाड़ी लेकर चालक से लूट की योजना बनाई। उन्होंने कार चालक को कहा कि वे खिलाड़ी हैं व हनुमानगढ़ में खेलने के लिए जाना है। पुलिस ने बताया कि युवक चालक को राजस्थान में फैंककर पुन: पंजाब जाना चाहते थे ताकि हरियाणा व राजस्थान पुलिस माजरा न समझ सके। इन्होंने बहाने से इनोवा को नवां गांव के करीब कार को रूकवाया और चालक जयभगवान को चलती गाड़ी से सड़क पर फैंक दिया। इसी दौरान मोटरसाइकिल पर आ रहे दो युवकों ने यह हरकत देखी तो उन्होंने मोबाइल से हनुमानगढ़ पुलिस कंट्रोल रूम को फोन करते हुए पीछा किया। मानकसर गांव के पास इनोवा दो ट्रैक्टर ट्रॉलियों से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसमें सवार चारों जने खेतों की तरफ भागने लगे तो युवकों ने शोर मचाकर ग्रामीणों को एकत्रित किया तथा उनकी मदद से चारों को काबू कर लिया। बाद में वहां पहुंची पुलिस को यह चारों जने सौंप दिये। पुलिस ने बताया कि लूटने के बाद इनोवा को लखवीर उर्फ लखविंद्र चला रहा था। इन चारों के कोई चोट नहीं आई, लेकिन गाड़ी को काफी नुकसान पहुंचा। चालक जयभगवान के कुछ चोटें आई हैं। करनाल निवासी चालक जयभगवान पुत्र दारासिंह की शिकायत के आधार पर राजस्थान पुलिस ने इन चारों युवकों के विरूद्ध हत्या का प्रयास तथा लूट के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
संदिग्ध परिस्थितियों में सिपाही की मौत
सिरसा। अपराध अन्वेंषण शाखा में कार्यरत एक सिपाही की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। सिपाही का शव जुलाना के अंतर्गत गांव खैराती में बरामद हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार अपराध अन्वेंषण शाखा सिरसा में रमेश कुमार नामक युवक बतौर सिपाही पद पर कार्यरत था। विगत दो दिनों से रमेश कुमार फतहबाद में डयूटी पर गया हुआ था। सूत्रों के मुताबिक रमेश का शव आज जुलाना के अंतर्गत गांव खैराती में मिला। वहां मौजूद लोगों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। सूत्रों के अनुसार रमेश की जेब से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। बताया जाता है कि इस सुसाइड नोट में रमेश ने सीआईए विभाग के उच्चाधिकारियों पर उसे परेशान करने का आरोप लगाया गया है। शव को सामान्य अस्पताल ले जाया गया। बताया जाता है कि रमेश ने कीटनाशी का सेवन किया, जिससे उसकी मौत हो गई। रमेश की मौत के मामले में जब अपराध अन्वेंषण शाख प्रभारी किशोरी लाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि रमेश की मौत का समाचार उन्हें मिला है। आगामी जांच के लिए विभाग के अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं। उनके आने के पश्चात ही मामले का पटाक्षेप होगा। सूत्रों के अनुसार रमेश कुमार विगत एक वर्ष से अपराध अन्वेंषण शाखा में कार्यरत था।
मिली जानकारी के अनुसार अपराध अन्वेंषण शाखा सिरसा में रमेश कुमार नामक युवक बतौर सिपाही पद पर कार्यरत था। विगत दो दिनों से रमेश कुमार फतहबाद में डयूटी पर गया हुआ था। सूत्रों के मुताबिक रमेश का शव आज जुलाना के अंतर्गत गांव खैराती में मिला। वहां मौजूद लोगों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। सूत्रों के अनुसार रमेश की जेब से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। बताया जाता है कि इस सुसाइड नोट में रमेश ने सीआईए विभाग के उच्चाधिकारियों पर उसे परेशान करने का आरोप लगाया गया है। शव को सामान्य अस्पताल ले जाया गया। बताया जाता है कि रमेश ने कीटनाशी का सेवन किया, जिससे उसकी मौत हो गई। रमेश की मौत के मामले में जब अपराध अन्वेंषण शाख प्रभारी किशोरी लाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि रमेश की मौत का समाचार उन्हें मिला है। आगामी जांच के लिए विभाग के अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं। उनके आने के पश्चात ही मामले का पटाक्षेप होगा। सूत्रों के अनुसार रमेश कुमार विगत एक वर्ष से अपराध अन्वेंषण शाखा में कार्यरत था।
बैटन क्वीन मशाल 26 सितम्बर को हरियाणा पहुंचेगी, सुरक्षा चाक चौबंद
सिरसा। हरियाणा के गृह, उद्योग एवं खेल राज्यमंत्री गोपाल कांडा ने कहा कि विभिन्न देशों से गुजर कर राष्ट्रमंडल खेलों की जलती हुई मशाल बैटन क्वींन 26 सितम्बर को हरियाणा में प्रवेश करेगी जिसका सिरसा के डबवाली में स्वागत किया जाएगा। सिरसा में मशाल के सदस्य रात्री विश्राम करेगें तथा शहीद भगत सिहं स्टेडियम में उनके सम्मान में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगा। मशाल राजस्थान के हनुमानगढ़ जिला के संगरिया कस्बा से हरियाणा में प्रवेश करेगी। प्रदेश के खेल राज्य मंत्री गोपाल कांडा 29 सितम्बर को इस मशाल को दिल्ली सरकार को सौंपेगे। श्री कांडा आज सिरसा में लोगों की शिकायतें सुनने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आगामी तीन अक्तूबर से दिल्ली में शुरु होने जा रहे राष्ट्रमंडल खेलों के लिए हरियाणा के खिलाड़ी बिल्कुल तैयार है और इन्हें पूरी तरह प्रशिक्षित किया गया है। उन्हें आशा है कि राष्ट्रमंडल खेलों में भारत की तरफ से जीतने वाले मैडलों में हरियाणा के खिलाडिय़ों के सर्वाधिक पदक होंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों में हरियाणा के बीजेंद्र सिंह और साइना नेहवाल को ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है। इन दोनों का संबंध चूंकि हरियाणा से है वे इन दोनों को खिलाडिय़ों को खेल विभाग की ओर से व प्रदेश की जनता की ओर बधाई देते है। उन्होंने कहा कि बीजेंद्र तो हरियाणा के रहने वाले और साइना नेहवाल का भी लंबे समय तक हरियाणा से संबंध रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेंद्र और साइना नेहवाला को ब्रांड एंबेसडर बनाने से प्रदेश के खिलाडिय़ों में और उत्साह होगा। उन्होंने कहा कि विदेशी मेहमानों की आवभगत करने के लिए हरियाणा पूरी तरह तैयार है और इसके लिए पर्यटन विभाग द्वारा आठ हजार के लगभग सैट तैयार किए गए है जहां विदेशी मेहमान रुक पाएंगे। उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से भी हरियाणा पुलिस विभाग द्वारा पुख्ता प्रबंध किए गए है और जो भी उपकरण राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार से मांगे गए थे वो सभी हरियाणा पुलिस को प्राप्त हो चुकेे है और इन उपकरणों के प्रयोग के लिए हरियाणा पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के जो खिलाडी देश की तरफ से राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेंगे उन्हें भी प्रशिक्षण शिविरों में पूरी तरह प्रशिक्षित किया गया है।
खेल राज्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए विशेष खेल नीति के तहत कई योजनाएं शुरु की है जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों में खेल स्टेडियमों का निर्माण करवाना और प्रदेश में स्पैट टेलेंट हंट योजना का शुरु किया जाना शामिल है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में 170 से भी अधिक खेल स्टेडियमों का निर्माण करवाया गया है। प्रत्येक स्टेडियम के निर्माण पर 50 से 70 लाख रुपए की राशि खर्च की गई है।
उन्होंने कहा कि आगामी तीन अक्तूबर से दिल्ली में शुरु होने जा रहे राष्ट्रमंडल खेलों के लिए हरियाणा के खिलाड़ी बिल्कुल तैयार है और इन्हें पूरी तरह प्रशिक्षित किया गया है। उन्हें आशा है कि राष्ट्रमंडल खेलों में भारत की तरफ से जीतने वाले मैडलों में हरियाणा के खिलाडिय़ों के सर्वाधिक पदक होंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों में हरियाणा के बीजेंद्र सिंह और साइना नेहवाल को ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है। इन दोनों का संबंध चूंकि हरियाणा से है वे इन दोनों को खिलाडिय़ों को खेल विभाग की ओर से व प्रदेश की जनता की ओर बधाई देते है। उन्होंने कहा कि बीजेंद्र तो हरियाणा के रहने वाले और साइना नेहवाल का भी लंबे समय तक हरियाणा से संबंध रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेंद्र और साइना नेहवाला को ब्रांड एंबेसडर बनाने से प्रदेश के खिलाडिय़ों में और उत्साह होगा। उन्होंने कहा कि विदेशी मेहमानों की आवभगत करने के लिए हरियाणा पूरी तरह तैयार है और इसके लिए पर्यटन विभाग द्वारा आठ हजार के लगभग सैट तैयार किए गए है जहां विदेशी मेहमान रुक पाएंगे। उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से भी हरियाणा पुलिस विभाग द्वारा पुख्ता प्रबंध किए गए है और जो भी उपकरण राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार से मांगे गए थे वो सभी हरियाणा पुलिस को प्राप्त हो चुकेे है और इन उपकरणों के प्रयोग के लिए हरियाणा पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के जो खिलाडी देश की तरफ से राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेंगे उन्हें भी प्रशिक्षण शिविरों में पूरी तरह प्रशिक्षित किया गया है।
खेल राज्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए विशेष खेल नीति के तहत कई योजनाएं शुरु की है जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों में खेल स्टेडियमों का निर्माण करवाना और प्रदेश में स्पैट टेलेंट हंट योजना का शुरु किया जाना शामिल है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में 170 से भी अधिक खेल स्टेडियमों का निर्माण करवाया गया है। प्रत्येक स्टेडियम के निर्माण पर 50 से 70 लाख रुपए की राशि खर्च की गई है।
हथियारों समेत लुटेरा गिरोह के तीन सदस्य काबू
सिरसा। जिला पुलिस ने एक लूट व डकैती करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को हथियारों समेत गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार किए गए युवकों में राजकुमार उर्फ राजू पुत्र सतबीर सिंह निवासी अस्थलबोहर रोहतक, हरपाल सिंह उर्फ हैप्पी पुत्र लाभ ङ्क्षसह ढाणी हिसार रोड़ दिल्ली पुल सिरसा तथा सतीश उर्फ सत्तु पुत्र औमप्रकाश निवासी जोधकां के नाम शामिल है। पुलिस ने युवकों के कब्जे से तीन पिस्तौल, आठ जिंदा कारतूस भी बरामद किए है। आरोपियों के विरूद्ध भादंसं की धारा 398, 401 के तहत थाना शहर सिरसा में अभियोग दर्ज किया गया है।
इस संबध में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक सिरसा सतेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि एंटी थेफ्ट स्टाफ का इंचार्ज उपनिरीक्षक औमप्रकाश पर आधारित पुलिस टीम शहर सिरसा क्षेत्र में रात्रि गश्त पर थी। उन्होने बताया कि इसी दौरान पुलिस पार्टी को किसी मुखबिर से सूचना मिली कि टी प्वाइंट खाजाखेड़ा रोड सिरसा क्षेत्र में कुछ हथियारों से लैस युवक आने जाने वाले राहगीरों को लूटने की वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस सूचना को पाकर पुलिस टीम ने उक्त स्थान पर दबिश देकर सभी युवकों को हथियारों सहित काबू कर लिया।
इस गिरोह का सरगना 22 वर्षीय राजकुमार उर्फ राजू है, जो कि एमए पास है, इसने रोहतक में झज्जर चुंगी रोड पर एसी व कुलर की दुकान कर रखी है, तथा वहां अपने दो नौकरों को रखा हुआ है। खुद अपने साथियों के साथ मिलकर अपराधिक वारदातों को अंजाम देता है। राजू ने पुलिस पुछताछ में बताया है कि उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर वर्ष 2009 व 10 की अवधि के दौरान दिल्ली में चार लूट व डकैती की वारदातें कर लाखों रूपये लूटे है तथा पुलिस से बचने के लिए फिलहाल सिरसा क्षेत्र में रह रहा था तथा अपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में था।
गिरफ्तार किए गए दूसरे आरोपी हरपाल ङ्क्षसह गिरोह के सरगना राजू के साथ बारहबीं कक्षा तक पढा हुआ है। जबकि तीसरा आरोपी सतीश हरपाल का नजदीकी दोस्त है। पुछताछ के दौरान तीनों आरोपियों में से एक आरोपी सतीश उर्फ सत्तू ने बताया कि उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर 18 अगस्त 2009 को सिरसा क्षेत्र में लूटपाट की वारदात की और 2 लाख 10 हजार रूपये लूटे। इसके अलावा उसने यह भी बताया कि थाना सदर के गंाव सलारपुर में जानलेवा हमला करने की एक वारदात में भी शामिल था।
पुलिस अधीक्षक सतेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि आरोपियों से पुछताछ के दौरान इस गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में व गिरोह द्वारा अंजाम दी गई अन्य अपराधिक वारदातों का खुलासा होने की संभावना से भी इंकार नही किया जा सकता। उन्होने बताया कि इस गिरोह का पर्दाफाश करने वाले सभी पुलिस कर्मियों को उचित ईनाम व प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया जाएगा।
इस संबध में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक सिरसा सतेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि एंटी थेफ्ट स्टाफ का इंचार्ज उपनिरीक्षक औमप्रकाश पर आधारित पुलिस टीम शहर सिरसा क्षेत्र में रात्रि गश्त पर थी। उन्होने बताया कि इसी दौरान पुलिस पार्टी को किसी मुखबिर से सूचना मिली कि टी प्वाइंट खाजाखेड़ा रोड सिरसा क्षेत्र में कुछ हथियारों से लैस युवक आने जाने वाले राहगीरों को लूटने की वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस सूचना को पाकर पुलिस टीम ने उक्त स्थान पर दबिश देकर सभी युवकों को हथियारों सहित काबू कर लिया।
इस गिरोह का सरगना 22 वर्षीय राजकुमार उर्फ राजू है, जो कि एमए पास है, इसने रोहतक में झज्जर चुंगी रोड पर एसी व कुलर की दुकान कर रखी है, तथा वहां अपने दो नौकरों को रखा हुआ है। खुद अपने साथियों के साथ मिलकर अपराधिक वारदातों को अंजाम देता है। राजू ने पुलिस पुछताछ में बताया है कि उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर वर्ष 2009 व 10 की अवधि के दौरान दिल्ली में चार लूट व डकैती की वारदातें कर लाखों रूपये लूटे है तथा पुलिस से बचने के लिए फिलहाल सिरसा क्षेत्र में रह रहा था तथा अपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में था।
गिरफ्तार किए गए दूसरे आरोपी हरपाल ङ्क्षसह गिरोह के सरगना राजू के साथ बारहबीं कक्षा तक पढा हुआ है। जबकि तीसरा आरोपी सतीश हरपाल का नजदीकी दोस्त है। पुछताछ के दौरान तीनों आरोपियों में से एक आरोपी सतीश उर्फ सत्तू ने बताया कि उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर 18 अगस्त 2009 को सिरसा क्षेत्र में लूटपाट की वारदात की और 2 लाख 10 हजार रूपये लूटे। इसके अलावा उसने यह भी बताया कि थाना सदर के गंाव सलारपुर में जानलेवा हमला करने की एक वारदात में भी शामिल था।
पुलिस अधीक्षक सतेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि आरोपियों से पुछताछ के दौरान इस गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में व गिरोह द्वारा अंजाम दी गई अन्य अपराधिक वारदातों का खुलासा होने की संभावना से भी इंकार नही किया जा सकता। उन्होने बताया कि इस गिरोह का पर्दाफाश करने वाले सभी पुलिस कर्मियों को उचित ईनाम व प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया जाएगा।
28 जुलाई 2010
अब की बार हरे कार्ड पर नहीं मिलेगा पीला सोना!
डबवाली (लहू की लौ) सरकार की घोषणा पर हरे कार्डों पर पीला सोना पाने वाले जिला सिरसा के लोगों को इस बार सोना नसीब नहीं होगा। इसका कारण एपीएल कार्ड पर दी जाने वाली गेहूं में गोलमाल होना बताया गया है। हालांकि दबी जुबान से अधिकारी इसे स्वीकारते हैं। फिलहाल एक-दूसरे पर आरोप लगाकर अधिकारी पल्ला झाड़ रहे हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार सरकार के निर्देशानुसार एपीएल कार्ड धारकों को 9.29 रूपए प्रति किलोग्राम की दर से 10 किलोग्राम गेहूं प्रति कार्ड दिया जाता है। लेकिन अब की बार सरकार की यह योजना जिला सिरसा में दम तोड़ रही है। योजना के अधीन जिला सिरसा के विभिन्न केन्द्रों पर एपीएल कार्ड धारकों को कुल 15530 क्विंटल गेहूं का वितरण होता है। जिसमें सिरसा में 4524, डबवाली में 2792, कालांवाली में 1246, ऐलनाबाद में 1533, रानियां में 847, जीवननगर में 809, खारियां में 332, औढ़ां में 549, रोड़ी में 402, नाथूसरी चौपटा में 987, सूचान कोटली में 387, डींग में 571 तथा मल्लेकां में 551 क्विंटल गेहूं का वितरण किया जाता है।इस संबंध में जब कन्फेड के जिला प्रबंधक महासिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि डीएफएससी सिरसा ने आरओ देने से इंकार कर दिया। जिसके कारण डिपुओं पर गेहूं की आपूर्ति नहीं हो पाई। भविष्य में भी एपीएल पर गेहूं मिलना मुश्किल है। चूंकि डीएफएससी सिरसा ने यह कहकर आरओ देने से इंकार किया है कि एपीएल में गेहूं का वितरण सही ढंग से नहीं होता। इसलिए इसे बंद किया जाता है। डीएफएससी सुल्तान सिंह ने बताया कि पूरे जिला में ही एपीएल गेहूं की आपूर्ति नहीं हो पाई है। चूंकि कन्फेड के जिला स्टोर कीपर की पांच दिन पूर्व मौत हो गई और इसके चलते आरओ में विलम्ब हुआ है। उनके अनुसार जिला का आरओ वहीं बनवाता था। उन्होंने कन्फेड के जिला प्रबंधक के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कन्फेड का कोई कर्मचारी उनके पास आरओ लेने नहीं आया। उन्होंने सवाल किया कि आरओ देने में उन्हें क्यों एतराज हो सकता है।
प्राप्त जानकारी अनुसार सरकार के निर्देशानुसार एपीएल कार्ड धारकों को 9.29 रूपए प्रति किलोग्राम की दर से 10 किलोग्राम गेहूं प्रति कार्ड दिया जाता है। लेकिन अब की बार सरकार की यह योजना जिला सिरसा में दम तोड़ रही है। योजना के अधीन जिला सिरसा के विभिन्न केन्द्रों पर एपीएल कार्ड धारकों को कुल 15530 क्विंटल गेहूं का वितरण होता है। जिसमें सिरसा में 4524, डबवाली में 2792, कालांवाली में 1246, ऐलनाबाद में 1533, रानियां में 847, जीवननगर में 809, खारियां में 332, औढ़ां में 549, रोड़ी में 402, नाथूसरी चौपटा में 987, सूचान कोटली में 387, डींग में 571 तथा मल्लेकां में 551 क्विंटल गेहूं का वितरण किया जाता है।इस संबंध में जब कन्फेड के जिला प्रबंधक महासिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि डीएफएससी सिरसा ने आरओ देने से इंकार कर दिया। जिसके कारण डिपुओं पर गेहूं की आपूर्ति नहीं हो पाई। भविष्य में भी एपीएल पर गेहूं मिलना मुश्किल है। चूंकि डीएफएससी सिरसा ने यह कहकर आरओ देने से इंकार किया है कि एपीएल में गेहूं का वितरण सही ढंग से नहीं होता। इसलिए इसे बंद किया जाता है। डीएफएससी सुल्तान सिंह ने बताया कि पूरे जिला में ही एपीएल गेहूं की आपूर्ति नहीं हो पाई है। चूंकि कन्फेड के जिला स्टोर कीपर की पांच दिन पूर्व मौत हो गई और इसके चलते आरओ में विलम्ब हुआ है। उनके अनुसार जिला का आरओ वहीं बनवाता था। उन्होंने कन्फेड के जिला प्रबंधक के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कन्फेड का कोई कर्मचारी उनके पास आरओ लेने नहीं आया। उन्होंने सवाल किया कि आरओ देने में उन्हें क्यों एतराज हो सकता है।
युवक का सिर फोड़ा
डबवाली (लहू की लौ) सैर करके घर लौट रहे एक युवक के सिर पर कांच की बोतल मार कर पांच अज्ञात नकाबपोश युवकों ने घायल कर दिया और फरार हो गए। घायल ललित बतरा (16) पुत्र अशोक बतरा निवासी वार्ड नं. 11, डबवाली ने बताया कि वह सोमवार रात को करीब 9.30 बजे रेलवे प्लेटफार्म से सैर करके अपने घर वापिस लौट रहा था कि मीना बाजार के बाहर उसके आगे मोटरसाईकिल लगा कर पांच अज्ञात नकाबपोश युवकों ने रोक लिया और उनमें से दो ने हाथ में रखी दारू की खाली बोतलें उसके सिर बारी-बारी से दे मारी और फरार हो गये। उसे घायल अवस्था में लोगों ने अस्पताल पहुंचाया।
बतरा ने बताया कि हमला करने वालों में शरीफ, राहूल, अमित के नाम शामिल हैं। जबकि दो अन्य की उसे पहचान नहीं है। लड़ाई का कारण करीब अढ़ाई माह पूर्व इन युवकों को लवकुश पार्क में शोर करने से रोकना था।
थाना शहर पुलिस के एएसआई तथा जांच अधिकारी कैलाश चन्द्र ने बताया कि घायल ललित के ब्यान पर उपरोक्त तीन व दो अन्य नामालूम के खिलाफ धारा 323 के तहत केस दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी है।
बतरा ने बताया कि हमला करने वालों में शरीफ, राहूल, अमित के नाम शामिल हैं। जबकि दो अन्य की उसे पहचान नहीं है। लड़ाई का कारण करीब अढ़ाई माह पूर्व इन युवकों को लवकुश पार्क में शोर करने से रोकना था।
थाना शहर पुलिस के एएसआई तथा जांच अधिकारी कैलाश चन्द्र ने बताया कि घायल ललित के ब्यान पर उपरोक्त तीन व दो अन्य नामालूम के खिलाफ धारा 323 के तहत केस दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी है।
कार-ट्रक टक्कर में दो घायल
डबवाली (लहू की लौ) किलियांवाली में नैशनल हाईवे नं. 10 पर एक कार और ट्रक के आपस में टकरा जाने से कार सवार दो लोगों के चोटें आयीं। जिन्हें इलाज के लिए लम्बी के सरकारी अस्पताल ले जाया गया।
घायल तेजा सिंह (35) पुत्र ज्ञान सिंह निवासी सिंघेवाला फतूहीवाला ने बताया कि वह रात को अपने गांव से डबवाली के लिए मारूति कार में उन्हीं के गांव के भूपिन्द्र सिंह ढिल्लों (40) पुत्र जोगिन्द्र सिंह के साथ जा रहे थे। इस कार को भूपिन्द्र सिंह चला रहा था। उनकी कार जैसे ही डबवाली-मलोट रोड़ किलियांवाली में स्थित ईंट-भट्ठा के पास पहुंची तो डबवाली साईड से आ रहे तेजगति ट्रक ने उनकी कार में टक्कर मार दी। जिससे उसके नाक पर चोट आयी है जबकि भूपिन्द्र के बाजू में फ्रेक्चरर आया है। गांव सिंघेवाला फतूहीवाला के बलविन्द्र सिंह ढिल्लों (35) पुत्र सुखदेव सिंह ने बताया कि जब उक्त घटना घटित हुई तो वह उस समय वह घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर था। उसी ने शोर मचा कर घायलों को लोगों के सहयोग से लम्बी के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया।उसके अनुसार प्राथमिक चिकित्सा के बाद घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें सिविल अस्पताल मुक्तसर रैफर कर दिया। किलियांवाली पुलिस चौकी के हवलदार तथा जांच अधिकारी गुरलाल सिंह ने बताया कि दोनो पक्षों में समझौता हो जाने पर मामले को फाईल कर दिया गया है।
घायल तेजा सिंह (35) पुत्र ज्ञान सिंह निवासी सिंघेवाला फतूहीवाला ने बताया कि वह रात को अपने गांव से डबवाली के लिए मारूति कार में उन्हीं के गांव के भूपिन्द्र सिंह ढिल्लों (40) पुत्र जोगिन्द्र सिंह के साथ जा रहे थे। इस कार को भूपिन्द्र सिंह चला रहा था। उनकी कार जैसे ही डबवाली-मलोट रोड़ किलियांवाली में स्थित ईंट-भट्ठा के पास पहुंची तो डबवाली साईड से आ रहे तेजगति ट्रक ने उनकी कार में टक्कर मार दी। जिससे उसके नाक पर चोट आयी है जबकि भूपिन्द्र के बाजू में फ्रेक्चरर आया है। गांव सिंघेवाला फतूहीवाला के बलविन्द्र सिंह ढिल्लों (35) पुत्र सुखदेव सिंह ने बताया कि जब उक्त घटना घटित हुई तो वह उस समय वह घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर था। उसी ने शोर मचा कर घायलों को लोगों के सहयोग से लम्बी के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया।उसके अनुसार प्राथमिक चिकित्सा के बाद घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें सिविल अस्पताल मुक्तसर रैफर कर दिया। किलियांवाली पुलिस चौकी के हवलदार तथा जांच अधिकारी गुरलाल सिंह ने बताया कि दोनो पक्षों में समझौता हो जाने पर मामले को फाईल कर दिया गया है।
विद्यार्थियों ने रोकी बसें
बनवाला (जसवन्त जाखड़) मंगलवार सुबह स्कूली छात्र-छात्राओं ने गांव बनवाला में शराब के ठेके के निकट स्थित बस अड्डे पर जाम लगाकर सिरसा से संगरिया जा रही बस को रोक लिया। जाम लगने की सूचना पाकर थाना औढ़ां से उपनिरीक्षक धर्मवीर दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और इतने में गांव के सरपंच भरत सिंह डुडी व अन्य गांववासी भी मौका पर आग गए। सुबह सात बजे लगाया गया जाम दो घंटे बाद नौ बजे खोला गया। छात्रा कमला, किरण, सरोज, कमलेश, पूनम, कमल, रूकमणी, छात्र सुनील, सतबीर, संदीप, अजय, गुरमीत व प्रेम आदि ने बताया कि वे 30 छात्र और 40 छात्राएं रिसालियाखेड़ा में कक्षा दस जमा एक और दो में पढ़ते हैं और कोई साधन न होने के कारण उन्हें प्रतिदिन पैदल जाना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि उनके लिए पहले सुबह सात बजे रिसालियाखेड़ा के लिए एक बस जाती थी जिसे छुट्टियों के दौरान बंद कर दिया गया है, छुट्टियां बीतने के बाद बस पुन: शुरू नहीं की गई है।
उन्होंने बताया कि इस बारे में पहले भी जाम लगाया था और जीएम ने मौके पर पहुंचकर बस शुरू करवा दी थी लेकिन वही बस अब छ़ट्टियों के बाद नहीं चलाई गई जिसके कारण उन्हें पैदल स्कूल जाना पड़ता है। अभिभावकों मनफूल, महेंद्र जाखड़, साहिब राम नंबरदार, छात्र नेता सुरेंद्र जाखड़ आदि ने विद्यार्थियों का समर्थन करते हुए कहा कि बस बंद हो जाने के कारण बच्चों को प्रतिदिन एक घंटा पहले जाना पड़ता है और वे एक घंटा बाद में आते हैं जिससे समय खराब होता है, उन्हें पैदल जाना पड़ता है, गर्मी का मौसम है बच्चे बीमार हो सकते हैं या किसी दुघर्टना के शिकार हो सकते हैं। जाम के दौरान विद्यार्थियों ने रोडवेज के खिलाफ नारेबाजी भी की। उपनिरीक्षक धर्मबीर और सरपंच भरत सिंह ने विद्यार्थियों को समझाया और आश्वासन दिया कि उनकी जायज समस्या को देखते हुए ग्राम पंचायत शीघ्र ही रोडवेज के जीएम से मिलेगी और विद्यार्थियों के लिए पहले वाली बस सेवा दोबारा शुरू करवा दी जाएगी। आश्वासन के बाद जाम खोल दिया गया।
उन्होंने बताया कि उनके लिए पहले सुबह सात बजे रिसालियाखेड़ा के लिए एक बस जाती थी जिसे छुट्टियों के दौरान बंद कर दिया गया है, छुट्टियां बीतने के बाद बस पुन: शुरू नहीं की गई है।
उन्होंने बताया कि इस बारे में पहले भी जाम लगाया था और जीएम ने मौके पर पहुंचकर बस शुरू करवा दी थी लेकिन वही बस अब छ़ट्टियों के बाद नहीं चलाई गई जिसके कारण उन्हें पैदल स्कूल जाना पड़ता है। अभिभावकों मनफूल, महेंद्र जाखड़, साहिब राम नंबरदार, छात्र नेता सुरेंद्र जाखड़ आदि ने विद्यार्थियों का समर्थन करते हुए कहा कि बस बंद हो जाने के कारण बच्चों को प्रतिदिन एक घंटा पहले जाना पड़ता है और वे एक घंटा बाद में आते हैं जिससे समय खराब होता है, उन्हें पैदल जाना पड़ता है, गर्मी का मौसम है बच्चे बीमार हो सकते हैं या किसी दुघर्टना के शिकार हो सकते हैं। जाम के दौरान विद्यार्थियों ने रोडवेज के खिलाफ नारेबाजी भी की। उपनिरीक्षक धर्मबीर और सरपंच भरत सिंह ने विद्यार्थियों को समझाया और आश्वासन दिया कि उनकी जायज समस्या को देखते हुए ग्राम पंचायत शीघ्र ही रोडवेज के जीएम से मिलेगी और विद्यार्थियों के लिए पहले वाली बस सेवा दोबारा शुरू करवा दी जाएगी। आश्वासन के बाद जाम खोल दिया गया।
दो वर्षों से टयूब्बैल कनेक्शन के लिए धक्के खा रहा है किसान
डबवाली (लहू की लौ) टयूब्बैल कनेक्शन के लिए एक किसान पिछले दो सालों से बिजली निगम कार्यालयों के धक्के खा रहा है। हालांकि इसके लिए किसान ने बिजली निगम को सिक्योरिटी भी जमा करवा रखी है। किसान ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक पत्र भेजकर अपनी समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करवाया है।
गांव खुईयांमलकाना के किसान रघुवीर सिंह के पुत्र श्री कृष्ण ने मुख्यमंत्री को भेजे अपने पत्र में कहा है कि उनकी जमीन गांव मसीतां में है। जमीन में टयूब्बैल का कनेक्शन लेने लिए उसने 1500 रूपए दिनांक 15.03.2008 को सिक्योरिटी स्वरूप तथा 11.05.2009 को पोल के खर्चे के रूप में 21 हजार रूपए की राशि जमा करवा दी थी। इसके अतिरिक्त 11.05.2009 को ही ट्रांस्फार्मर के खर्चे के तौर पर 20,000 रूपए की राशि जमा करवाई। लेकिन अभी तक उसे टयूब्बैल का कनेक्शन नहीं मिला है। जबकि इसके लिए वह बिजली विभाग के अनगिनित चक्कर काट चुका है।
किसान के ने मुख्यमंत्री को भेजे अपने पत्र में आरोप लगाया है कि 42 हजार 500 रूपए की राशि विभाग के कार्यालय में जमा करवाए जाने और चक्कर लगाने के बावजूद भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। किसान ने सीएम से न्याय दिलाए जाने की मांग की है।
इस संबंध में दक्षिण हरियाणा विद्युत वितरण निगम के एसडीई गुलशन वधवा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि निगम ने 30-3-09 तक के सभी आवेदकों को टयूब्बैल कनेक्शन मुहैया करवा दिए हैं। अगले माह पुन: टैण्डर होंगे। आशा है कि निगम द्वारा शिकायतकर्ता का आवेदन पास कर लिया जाएगा।
गांव खुईयांमलकाना के किसान रघुवीर सिंह के पुत्र श्री कृष्ण ने मुख्यमंत्री को भेजे अपने पत्र में कहा है कि उनकी जमीन गांव मसीतां में है। जमीन में टयूब्बैल का कनेक्शन लेने लिए उसने 1500 रूपए दिनांक 15.03.2008 को सिक्योरिटी स्वरूप तथा 11.05.2009 को पोल के खर्चे के रूप में 21 हजार रूपए की राशि जमा करवा दी थी। इसके अतिरिक्त 11.05.2009 को ही ट्रांस्फार्मर के खर्चे के तौर पर 20,000 रूपए की राशि जमा करवाई। लेकिन अभी तक उसे टयूब्बैल का कनेक्शन नहीं मिला है। जबकि इसके लिए वह बिजली विभाग के अनगिनित चक्कर काट चुका है।
किसान के ने मुख्यमंत्री को भेजे अपने पत्र में आरोप लगाया है कि 42 हजार 500 रूपए की राशि विभाग के कार्यालय में जमा करवाए जाने और चक्कर लगाने के बावजूद भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। किसान ने सीएम से न्याय दिलाए जाने की मांग की है।
इस संबंध में दक्षिण हरियाणा विद्युत वितरण निगम के एसडीई गुलशन वधवा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि निगम ने 30-3-09 तक के सभी आवेदकों को टयूब्बैल कनेक्शन मुहैया करवा दिए हैं। अगले माह पुन: टैण्डर होंगे। आशा है कि निगम द्वारा शिकायतकर्ता का आवेदन पास कर लिया जाएगा।
27 जुलाई 2010
382 बाढ़ पीडि़त परिवार पहुंचे नथौर
रानियां (लहू की लौ) बाढ़ प्रभावित गांव बणी के जो परिवार आसपास के गांवों के स्कूलों व इधर उधर रह रहे थे उन सभी 382 परिवारों को जिला प्रशासन द्वारा नथौर गांव में बनाए गए शिविर में शिफट कर दिया है। इस शिविर में 300 से भी अधिक वाटर प्रफू तिरपाल टैंट लगाए गए है। जिसमें यह परिवार सुविधा पूर्वक रह रहे हैं। शिविर में जुटाई गई सभी सुविधाओं का आज उपायुक्त सीजी रजिंनी कांथन ने स्वय जाकर जायजा लिया और शिविर मे ंरह रहे परिवारों से बातचीत की और उनका हाल जाना। उन्होंने अधिकारियों को भी और अधिक सुविधाएं मुहेया करवाने के निर्देश दिए । इस शिविर में 382 परिवारों के हजार से अधिक व्यक्ति रह रहे हैं। इन सभी को जिला प्रशासन व स्वंय सेवी संस्थाओं के सहयोग से सभी प्रकार की खाद्य सामग्री जुटाई जा रही है। खाद्य सामग्री के लिए एक अलग टैंट लगाया गया है जिसमें 60 से भी अधिक बोरी आटा, चीनी, दाल, चाय पती बिस्कुट पैकेट मोमबती आदि रखे गए हैं। इस सारे समान का वितरण करने के लिए शिविर में रहे परिवारों की ही 11 सदस्यीय कमेटी द्वारा किया जा रहा है। इस कमेटी के सदस्य हैं सतबीर ङ्क्षसह, सतपाल, जसवंत ङ्क्षसह, प्रताप, राजाराम, सीताराम, लखबीर ङ्क्षसह जो शिविर में रह रहे परिवारों को उनके सदस्यों अनुसार राशन वितरित कर रहैं। जिला उपायुक्त रजिनी कांथन ने शिविर का दौरा करते हुए बताया कि इस शिविर में जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा सुलभ शौचालय आदि की व्यवस्था की जा रही है। स्वास्थ्य सेवाओं की दृष्टि से शिविर में रैफरल टार्सपोर्ट सिस्टम की एम्बूलैस को रखा गया है जिसमे एक प्रशिक्षित चिकित्सक,, फार्मासिस्ट व स्टाफ नर्स व अन्य मेडिकल स्टाफ को रखा गया है, जहां पर सभी प्रकार की दवाईयां है स्वास्थ्य सुविधाओं से संबंधित जरूरी उपकरण भी रखे गए हैं इसी प्रकार से शिविर में रह रहे परिवारों के पशुओं की बीमारियों से देखभाल के लिए पशु चिकित्सक की डयूटी लगाई गई, जो इन्ही टैंटों में रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि खाना आदि पकाने के लिए इन परिवारों के लिए मिट्टी का तेल व लकड़ी आदि की व्यवस्था की गई है। पशुओं के चारे की व्यवस्था भी की गई है। कांथन ने आगे बताया कि शिविर में रह रहे लोगों के लिए बिजली की सुविधा जरनेटर का भी प्रबंध किया गया है। इसी प्रकार से बिजली कें अलावा मोमबती और टार्च आदि भी दिए गए हैं। शिविर में रह रहे मंगतराम नामक व्यक्ति से उपायुक्त ने बातचीत की और उनके लिए प्रदान की गई सभी सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। जिस पर मंगतराम ने बताया कि उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा सभी सुविधाएं दी जा रही है। मंगतराम ने उपायुक्त के सामने मच्छरदानी उपलबध करवाने की मांग रखी जिस पर उपायुक्त रजिंनी कांथन ने तुरन्त जिला राजस्व अधिकारी और बाढ़़ बचाव कार्यों के लिए नियुक्त जिला नोडल अधिकारी को सभी परिवारों को मच्छरदानी उपलब्ध करवाने के आदेश दिए। उनहोंने बताया कि इस शिविर में दो नोडल अधिकारियों को भी यहां नियुक्त किया गया है जिनमें एक कंवर ङ्क्षसह मंडी सुपरवाईजर, अमर ङ्क्षसह जो निरंतर कैंप मे परिवारों के संपर्क मे रहते है तथा जरूरत अनुसार इन परिवारों को सुविधा मुहैया करवाते हैं। इसके साथ-साथ डबवाली के तहसीलदार राजेन्द्र कुमार को सैक्टर इंर्चाज भी लगाया है जो समय-समय पर इस शिविर का दौरा कर लोगों को मिल रहे है और उनका हाल चाल जान रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन और स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से सभी परिवारों को 20-20 किलोग्राम आटा व राशन के पैकेट एक एक राशन का पैकेट दिया गया है। इस राशन के पैकेट में चीनी, चाय पती, मोमबती व अन्य प्रकार की दाल, सुखे दूध का पैकेट रखा गया है इसी प्रकार से शिविर में अभी तक 60 क्विंटल से अधिक आटा पहुंचाया जा चुका है। शिविर में रह रहे सतबीर ङ्क्षसह, लखबीर ङ्क्षसह, सतपाल व राजा ने बताया कि उन्हें जिला प्रशासन द्वारा सभी तरह की सुविधाएं मुहैया करवाई जा रहे है उन्हें शिविर में किसी प्रकार की कोई कठिनाई नही है सिफ कठिनाई है तो उनके गांव बणी में पानी सूखने की कठिनाई। इस बारे उपायुक्त ने लोगों को आश्वासन दिया कि कृषि विभाग द्वारा बोर लगाए जा रहे है इन बोरों को माध्यम से पानी डिस्चार्ज हो सकेगा। इसके साथ-साथ उन्होंने किसानों से यह भी कहा है कि अपने-अपने टयूबबैलों के बोर खोलें ताकि ज्यादा से ज्यादा पानी जमीन में जा सके।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन और स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से सभी परिवारों को 20-20 किलोग्राम आटा व राशन के पैकेट एक एक राशन का पैकेट दिया गया है। इस राशन के पैकेट में चीनी, चाय पती, मोमबती व अन्य प्रकार की दाल, सुखे दूध का पैकेट रखा गया है इसी प्रकार से शिविर में अभी तक 60 क्विंटल से अधिक आटा पहुंचाया जा चुका है। शिविर में रह रहे सतबीर ङ्क्षसह, लखबीर ङ्क्षसह, सतपाल व राजा ने बताया कि उन्हें जिला प्रशासन द्वारा सभी तरह की सुविधाएं मुहैया करवाई जा रहे है उन्हें शिविर में किसी प्रकार की कोई कठिनाई नही है सिफ कठिनाई है तो उनके गांव बणी में पानी सूखने की कठिनाई। इस बारे उपायुक्त ने लोगों को आश्वासन दिया कि कृषि विभाग द्वारा बोर लगाए जा रहे है इन बोरों को माध्यम से पानी डिस्चार्ज हो सकेगा। इसके साथ-साथ उन्होंने किसानों से यह भी कहा है कि अपने-अपने टयूबबैलों के बोर खोलें ताकि ज्यादा से ज्यादा पानी जमीन में जा सके।
डायरिया रोग फैला, आक्रोशित लोग जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यालय पहुंचे
डबवाली (लहू की लौ) गन्दे पेयजल की आपूर्ति के कारण न्यू बस स्टैण्ड क्षेत्र की गली बाबा रामदेव वाली में डायरिया रोग फैल गया है। सोमवार को इस क्षेत्र के लोगों ने जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में पहुंचकर रोष प्रकट किया। विभाग के एसडीओ से आश्वासन पाने के बाद लोग शांत हुए।
कामरेड गणपत राम, सीता राम सिंगला, कृष्ण कनवाडिय़ा, प्रहलाद कुमार, तरसेम लाल, प्यारे लाल, रामदेवी, बबली, सारती, संतोष, इंदरो देवी आदि ने बताया कि उनके क्षेत्र में पिछले पांच दिनों से गन्दे पेयजल की आपूर्ति हो रही है। इस बारे में विभाग को बार-बार अवगत करवाए जाने के बावजूद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। गन्दे पेयजल के कारण क्षेत्र में डायरिया रोग ने पांव पसार लिए हैं।
गुस्साए लोगों ने गन्दे पानी को जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ कंवर लाल को भी दिखाया। एसडीओ ने समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन दिया। जिस पर लोग शांत हुए।
बाद में एसडीओ कंवर लाल ने बताया कि गन्दे पेयजल की आपूर्ति की समस्या लीकेज है। उन्होंने विभाग की पाईप को चैक करवाया है, लेकिन वह बिल्कुल सही है। लोगों द्वारा लिए गए पेयजल कनेक्शनों की पाईपें करीब 20-20 साल पुरानी हो चुकी हैं। कुछ पाईपें तो टूट चुकी हैं। जिसके कारण गन्दे पेयजल की समस्या सामने आ रही है। उन्होंने सम्बन्धित क्षेत्र के लोगों को अपनी पेयजल पाईप चैक करने के लिए कहा है।
कामरेड गणपत राम, सीता राम सिंगला, कृष्ण कनवाडिय़ा, प्रहलाद कुमार, तरसेम लाल, प्यारे लाल, रामदेवी, बबली, सारती, संतोष, इंदरो देवी आदि ने बताया कि उनके क्षेत्र में पिछले पांच दिनों से गन्दे पेयजल की आपूर्ति हो रही है। इस बारे में विभाग को बार-बार अवगत करवाए जाने के बावजूद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। गन्दे पेयजल के कारण क्षेत्र में डायरिया रोग ने पांव पसार लिए हैं।
गुस्साए लोगों ने गन्दे पानी को जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ कंवर लाल को भी दिखाया। एसडीओ ने समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन दिया। जिस पर लोग शांत हुए।
बाद में एसडीओ कंवर लाल ने बताया कि गन्दे पेयजल की आपूर्ति की समस्या लीकेज है। उन्होंने विभाग की पाईप को चैक करवाया है, लेकिन वह बिल्कुल सही है। लोगों द्वारा लिए गए पेयजल कनेक्शनों की पाईपें करीब 20-20 साल पुरानी हो चुकी हैं। कुछ पाईपें तो टूट चुकी हैं। जिसके कारण गन्दे पेयजल की समस्या सामने आ रही है। उन्होंने सम्बन्धित क्षेत्र के लोगों को अपनी पेयजल पाईप चैक करने के लिए कहा है।
25 जुलाई 2010
ब्रिटिश सांसद ने उठायी भारत को कोहिनूर लौटाने की मांग
लंदन | भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद कीथ वाज चाहते हैं कि कोहिनूर हीरे को भारत को लौटा दिया जाए। उन्होंने प्रधानमंत्री डेविड कैमरन से आग्रह किया है कि वह अगले सप्ताह अपनी भारत यात्रा के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा करें। वाज ने कहा, "मेरा मानना है कि कोहिनूर मुद्दे पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री के पास यह सही मौका है। जिस देश से 161 साल पहले यह कोहिनूर यहां आया था, उसे यह लौटा देना उपयुक्त होगा।" उन्होंने कहा कि इस बहुमूल्य रत्न को भारत को लौटाने से यह संदेश जाएगा कि नई गठबंधन सरकार भारत के साथ सहयोग के नए युग में प्रवेश करने की इच्छुक है। वाज ने कहा, "यह कदम भारत-ब्रिटेन संबंधों को निश्चित रूप से एक नए युग में पहुंचा देगा। कोहिनूर को भारत में प्रदर्शित करने या हमेशा के लिए लौटा देने पर यदि प्रधानमंत्री चर्चा के लिए तैयार हैं तो वह निश्चित रूप से सभी भारतीयों का दिल जीत लेंगे।" वर्ष 1849 में पंजाब क्षेत्र के शासक दलीप सिह की हार के बाद कोहिनूर को इंग्लैण्ड ले जाया गया था। लाहौर समझौता संधि के रूप में इस रत्न को महारानी विक्टोरिया को समर्पित कर दिया गया था। आजादी के बाद इसे भारत लौटाने के लिए कई बार आग्रह किया गया। सबसे हालिया आग्रह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने पिछले महीने किया। इसके लिए यूनेस्को और इस क्षेत्र के अन्य देशों के समर्थन से एक संयुक्त अभियान चलाने की भी योजना है। ब्रिटिश सरकार ने हालांकि इस मांग को खारिज करते हुए तर्क दिया है कि इस हीरे को 'वैध तरीके से अधिग्रहित' किया गया था। इसके पक्ष में ब्रिटिश संग्रहालय अधिनियम 1963 का उल्लेख किया जाता है, जो सरकार को इसे वापस करने से रोकती है। |
मुझ पर लगे सभी आरोप झूठे : शाह
अहमदाबाद, 25 जुलाई | सोहराबुद्दीन कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा आरोप पत्र दाखिल किए जाने के बाद गुजरात के पूर्व गृह राज्यमंत्री अमित शाह रविवार दोपहर अचानक मीडिया के सामने उपस्थित हुए। उन्होंने कहा कि वह सीधे सीबीआई कार्यालय जाएंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप गलत, मनगढ़ंत और राजनीति से प्रेरित हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के निर्देश पर सीबीआई ने उनके खिलाफ आरोप-पत्र तैयार किया है।शाह ने सीबीआई को दिए जाने वाले अपने बयान की वीडियो रिकार्डिग कराने और उसे आवश्यकता होने पर न्यायालय में पेश किए जाने की मांग की।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि न्यायपालिक में उनका पूरा भरोसा है और सीबीआई ने अगर उन्हें गिरफ्तार किया तो उनके लिए सभी कानूनी रास्ते खुले हैं।
शाह ने मीडिया को तथ्यों की पड़ताल के बाद रिपोर्टिग करने की सलाह देते हुए कहा कि जिन पुलिसकर्मियों को फर्जी मुठभेड़ का आरोपी बनाकर जेल भेजा गया है, उन्होंने आतंकवादी गतिविधियों में शामिल करीब 400 लोगों को पकड़कर जेल भेजा है। मीडिया ने इस तथ्य की अनदेखी की।
शाह ने आरोप लगाया कि उनसे पूछताछ से पहले ही सीबीआई ने उनके खिलाफ आरोप पत्र तैयार कर लिया था। उन्होंने कहा कि वह जनता के बीच अपनी बात रखेंगे। शाह ने गुजरात की जनता के नाम एक पत्र भी जारी किया।
जुआरियों ने पुलिस को पीटा
डबवाली (लहू की लौ) गांव चौटाला में एक ढाणी पर जुआ खेल रहे लोगों को पकडऩे गई आईजी स्टाफ तथा जिला सिरसा की स्पेशल स्टाफ पुलिस पर ढाणी के निवासियों और जुआ खेल रहे लोगों ने हमला कर दिया। जिसके चलते पुलिस को अपनी जान-बचाकर वहां से भागना पड़ा। लेकिन इसके बावजूद भी पांच जुआरी पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
जिला सिरसा की स्पेशल स्टाफ पुलिस के प्रभारी एसआई अमित बैनीवाल ने बताया कि शुक्रवार को पुलिस को मुखबरी मिली थी कि गांव चौटाला की ढाणी झण्डू राम में शाम को हर रोज हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के जुआरी जुआ खेलते हैं। जिसमें लाखों रूपए के दांव लगाए जाते हैं। ये लोग असर-रसूख वाले हैं। ढाणी का मालिक झण्डू राम जुआ खेलाने की एवज में जुआरियों से मोटी रकम वसूलता है। मुखबरी के आधार पर उनके नेतृत्व में आईजी स्टाफ तथा जिला सिरसा की स्पेशल स्टाफ पुलिस ने दल-बल के साथ शुक्रवार की शाम को झण्डू राम की ढाणी पर दबिश दी और मौका पर करीब 14 लोगों को ताश पर जुआ खेलते हुए पाया।
एसआई ने आगे बताया कि पुलिस को देखकर जुआ खेल रहे लोगों में भगदड़ मच गई। इस दौरान पुलिस ने जुआ खेल रहे लोगों को हिरासत में लेकर उनकी तालाशी लेनी शुरू कर दी। मौका पर पुलिस को ताश और 39 हजार 900 रूपए प्राप्त हुए। पुलिस का तालाशी अभियान चल रही रहा था कि जुआरियों ने पुलिस दल पर हल्ला बोल दिया। पुलिस आने की सूचना पाकर ढाणी के अन्य लोग भी लाठियों और तेजधार हथियारों से लैस होकर वहां आ गए। उन्होंने भी हमला कर रहे जुआरियों का साथ देते हुए पकड़े गए पांच साथियों को पुलिस से छुड़वाने का प्रयास किया।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों ने अपनी पहचान बलदेव (32) पुत्र मनोहर लाल वार्ड नंबर 18, संगरिया (राजस्थान), सतपाल (38) पुत्र बाबू लाल निवासी पिपली, इन्द्रपाल (45) पुत्र लीलाधर निवासी चौटाला, गोरीशंकर (40) पुत्र दीनानाथ निवासी पिपली व सुरजीत (32) पुत्र ठाकर सिंह निवासी संगरिया राजस्थान के रूप करवाई। इन लोगों पर थाना सदर पुलिस डबवाली ने एसआई बैनीवाल की शिकायत पर जुआ अधिनियम के तहत केस दर्ज करके शनिवार को डबवाली की अदालत में पेश किया।
इधर पुलिस ने पुलिस पार्टी से हाथापाई करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने और जान से मारने की धमकी देने आदि धाराओं के तहत ढाणी मालिक झण्डू राम पुत्र वीरू राम, तारा चन्द पुत्र वीरू राम, राजू पुत्र झण्डू राम, रणजीत पुत्र झण्डू राम, लाल चन्द पुत्र झण्डू राम, झण्डू राम की पत्नी व दो-तीन अन्य नामालूम महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके अतिरिक्त मौका पर जुआ खेल रहे और पुलिस पार्टी पर हमला करने के बाद फरार हो गए राजू पुत्र बनवारी लाल निवासी चौटाला, काली पुत्र ट्टिटी अरोड़ा निवासी चौटाला, स्वर्ण बिश्नोई निवासी जण्डवाला बिश्नोईयां, बिट्टू निवासी सिक्खवाली, प्रधान गट्टू यूनियन मटीली, दाना राम उपसरपंच नीलांवाली, तारा चन्द, मास्टर जी कुरंगावाली, सुरेन्द्र पूनियां निवासी अबूबशहर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
जिला सिरसा की स्पेशल स्टाफ पुलिस के प्रभारी एसआई अमित बैनीवाल ने बताया कि शुक्रवार को पुलिस को मुखबरी मिली थी कि गांव चौटाला की ढाणी झण्डू राम में शाम को हर रोज हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के जुआरी जुआ खेलते हैं। जिसमें लाखों रूपए के दांव लगाए जाते हैं। ये लोग असर-रसूख वाले हैं। ढाणी का मालिक झण्डू राम जुआ खेलाने की एवज में जुआरियों से मोटी रकम वसूलता है। मुखबरी के आधार पर उनके नेतृत्व में आईजी स्टाफ तथा जिला सिरसा की स्पेशल स्टाफ पुलिस ने दल-बल के साथ शुक्रवार की शाम को झण्डू राम की ढाणी पर दबिश दी और मौका पर करीब 14 लोगों को ताश पर जुआ खेलते हुए पाया।
एसआई ने आगे बताया कि पुलिस को देखकर जुआ खेल रहे लोगों में भगदड़ मच गई। इस दौरान पुलिस ने जुआ खेल रहे लोगों को हिरासत में लेकर उनकी तालाशी लेनी शुरू कर दी। मौका पर पुलिस को ताश और 39 हजार 900 रूपए प्राप्त हुए। पुलिस का तालाशी अभियान चल रही रहा था कि जुआरियों ने पुलिस दल पर हल्ला बोल दिया। पुलिस आने की सूचना पाकर ढाणी के अन्य लोग भी लाठियों और तेजधार हथियारों से लैस होकर वहां आ गए। उन्होंने भी हमला कर रहे जुआरियों का साथ देते हुए पकड़े गए पांच साथियों को पुलिस से छुड़वाने का प्रयास किया।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों ने अपनी पहचान बलदेव (32) पुत्र मनोहर लाल वार्ड नंबर 18, संगरिया (राजस्थान), सतपाल (38) पुत्र बाबू लाल निवासी पिपली, इन्द्रपाल (45) पुत्र लीलाधर निवासी चौटाला, गोरीशंकर (40) पुत्र दीनानाथ निवासी पिपली व सुरजीत (32) पुत्र ठाकर सिंह निवासी संगरिया राजस्थान के रूप करवाई। इन लोगों पर थाना सदर पुलिस डबवाली ने एसआई बैनीवाल की शिकायत पर जुआ अधिनियम के तहत केस दर्ज करके शनिवार को डबवाली की अदालत में पेश किया।
इधर पुलिस ने पुलिस पार्टी से हाथापाई करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने और जान से मारने की धमकी देने आदि धाराओं के तहत ढाणी मालिक झण्डू राम पुत्र वीरू राम, तारा चन्द पुत्र वीरू राम, राजू पुत्र झण्डू राम, रणजीत पुत्र झण्डू राम, लाल चन्द पुत्र झण्डू राम, झण्डू राम की पत्नी व दो-तीन अन्य नामालूम महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके अतिरिक्त मौका पर जुआ खेल रहे और पुलिस पार्टी पर हमला करने के बाद फरार हो गए राजू पुत्र बनवारी लाल निवासी चौटाला, काली पुत्र ट्टिटी अरोड़ा निवासी चौटाला, स्वर्ण बिश्नोई निवासी जण्डवाला बिश्नोईयां, बिट्टू निवासी सिक्खवाली, प्रधान गट्टू यूनियन मटीली, दाना राम उपसरपंच नीलांवाली, तारा चन्द, मास्टर जी कुरंगावाली, सुरेन्द्र पूनियां निवासी अबूबशहर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
बाढ़ पीडि़त महिला से बलात्कार करने के आरोपी गिरफ्तार
डबवाली (लहू की लौ) बाढ़ पीडि़त महिला से बलात्कार करने के आरोपी दो भाईयों को थाना शहर पुलिस ने शनिवार शाम को गिरफ्तार कर लिया। इधर अदालत ने पीडि़त महिला के 164 सीआरपीसी के तहत ब्यान भी दर्ज कर लिए।
थाना शहर डबवाली के प्रभारी एसआई विक्रम नेहरा ने बताया कि पीडि़त सिरसा की प्रेम सिंह ढाणी से बाढ़ के कारण उजड़ कर आए परमिन्द्र सिंह के मजदूर परिवार को गांव शेरगढ़ में पिरथी सिंह ने शरण दी थी। लेकिन उसके दो बेटों ने शरण को कलंकित करते हुए परमिन्द्र सिंह की पत्नी रजनी की अस्मत लूट ली और रजनी ने ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस तक अपनी पहुंच बनाई। पुलिस ने पीडि़ता के ब्यान पर शुक्रवार को मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी थी। आज शाम को आरोपी हरदीप सिंह तथा सोनू पुत्रान पिरथी सिंह निवासी शेरगढ़ को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने यह भी बताया कि पीडि़ता ने अदालत में प्रस्तुत होकर 164सीआरपीसी के तहत उसके साथ हुए बलात्कार के ब्यान भी कलमबद्ध करवाए।
थाना शहर डबवाली के प्रभारी एसआई विक्रम नेहरा ने बताया कि पीडि़त सिरसा की प्रेम सिंह ढाणी से बाढ़ के कारण उजड़ कर आए परमिन्द्र सिंह के मजदूर परिवार को गांव शेरगढ़ में पिरथी सिंह ने शरण दी थी। लेकिन उसके दो बेटों ने शरण को कलंकित करते हुए परमिन्द्र सिंह की पत्नी रजनी की अस्मत लूट ली और रजनी ने ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस तक अपनी पहुंच बनाई। पुलिस ने पीडि़ता के ब्यान पर शुक्रवार को मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी थी। आज शाम को आरोपी हरदीप सिंह तथा सोनू पुत्रान पिरथी सिंह निवासी शेरगढ़ को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने यह भी बताया कि पीडि़ता ने अदालत में प्रस्तुत होकर 164सीआरपीसी के तहत उसके साथ हुए बलात्कार के ब्यान भी कलमबद्ध करवाए।
अब तक पकड़े 11 भगौड़े
डबवाली। जिला पुलिस द्वारा माह जुलाई की अवधि के दौरान उद्घोषित अपराधियों, पैरोल जम्परों, पुलिस हिरासत से भगौड़ों तथा बेलजम्परों के विरुद्ध जोरदार अभियान चलाया गया। इस अवधि के दौरान जिला पुलिस को सार्थक परिणाम मिले। जिला पुलिस द्वारा जुलाई माह की अवधि में अब तक के दौरान 11 भगौड़ों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गये 11 भगौड़ों में से दो पुलिस हिरासत से भागे भगौड़े भी शामिल हैं, जिनको महत्वपूर्ण सुराग जुटाकर गिरफ्तार कर संबंधित अदालतों में पेश कर पुन: जेल भेजा गया। इस अवधि के दौरान तीन उद्घोषित अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया, जिनमें से एक कुख्यात तस्कर मेजर सिंह पुत्र जगतार सिंह निवासी बुर्ज कर्मगढ़ जिला सिरसा का नाम भी शामिल है। जुलाई माह में अब तक की अवधि के दौरान जिला जेल से पैरोल छुट्टी बीत जाने के बाद फरार हुए तीन लोगों को जिला पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है, जिनमें जिला के गांव अरनियांवाली का रामचन्द्र, रघुआना का अवतार सिंह तथा मिठनपुरा के अंग्रेज सिंह का नाम शामिल है। इस अवधि के दौरान जिला पुलिस द्वारा अपने मुखबिरों का जाल फैलाकर पांच बेलजम्परों को भी गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार किये गये 11 भगौड़ों के विरुद्ध जिला के विभिन्न थानों में विभिन्न अपराधिक धाराओं के तहत अभियोग दर्ज थे तथा इनके नाम जिला की उद्घोषित व बेलजम्पर सूची में शामिल थे।
ग्रामीण लोक अदालत आयोजित
डबवाली (लहू की लौ) शनिवार को गांव मौजगढ़ के राजकीय विद्यालय में ग्रामीण लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी तथा उपमण्डलीय विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष महावीर सिंह तथा न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी एवं सचिव उपमण्डलीय विधिक सेवा समिति अमरजीत सिंह ने की।
इस मौके पर महावीर सिंह की अदालत के कुल 54 केस प्रस्तुत हुए। जिसमें से 31 का मौका पर निपटारा कर दिया गया। जबकि अमरजीत सिंह की अदालत के 56 केस प्रस्तुत हुए जिसमें से 30 का निपटारा कर दिया गया। इस मौके पर राजेन्द्र कुमार तहसीलदार की प्रशासनिक अदालत में कुल 34 इंतकाल प्रस्तुत हुए। सभी को मौका पर निपटारा कर दिया गया।
एडवोकेट कुलवन्त सिंह, सुखबीर बराड़ ने उपस्थित ग्रामीणों को लोक अदालतों के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एडवोकेट एसके गर्ग ने घरेलू हिंसा से स्त्रियों की सुरक्षा अधिनियम 2005 तथा मनरेगा के बारे में अपने विचार रखे। इस मौके पर मंच का संचालन एडवोकेअ युधीष्ठिर शर्मा, इन्द्रपाल बिश्नोइ्र, हंसा सिंह कानूनगो, हरमेश पटवारी, रामसरूप मैहता, जितेन्द्र दंदीवाल, महिपाल सिंह, ओपी गांधी, विनोद बिश्नोई, बलजीत सिंह, रमेश बिश्नोई, इन्द्रजीत, गुरप्रीत बराड़, बीएस सूर्या, राजेश यादव, चरणजीत सिधू, कंवलजीत कम्बोज, जसविन्द्र सिंह, राधेश्याम, एससी शर्मा, वाईके शर्मा, शविन्द्र सिंह, गांव मौजगढ़ के हनुमान नम्बरदार, हरदम पटवारी, अमरीक बैनीवाल आदि उपस्थित थे।
इस मौके पर महावीर सिंह की अदालत के कुल 54 केस प्रस्तुत हुए। जिसमें से 31 का मौका पर निपटारा कर दिया गया। जबकि अमरजीत सिंह की अदालत के 56 केस प्रस्तुत हुए जिसमें से 30 का निपटारा कर दिया गया। इस मौके पर राजेन्द्र कुमार तहसीलदार की प्रशासनिक अदालत में कुल 34 इंतकाल प्रस्तुत हुए। सभी को मौका पर निपटारा कर दिया गया।
एडवोकेट कुलवन्त सिंह, सुखबीर बराड़ ने उपस्थित ग्रामीणों को लोक अदालतों के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एडवोकेट एसके गर्ग ने घरेलू हिंसा से स्त्रियों की सुरक्षा अधिनियम 2005 तथा मनरेगा के बारे में अपने विचार रखे। इस मौके पर मंच का संचालन एडवोकेअ युधीष्ठिर शर्मा, इन्द्रपाल बिश्नोइ्र, हंसा सिंह कानूनगो, हरमेश पटवारी, रामसरूप मैहता, जितेन्द्र दंदीवाल, महिपाल सिंह, ओपी गांधी, विनोद बिश्नोई, बलजीत सिंह, रमेश बिश्नोई, इन्द्रजीत, गुरप्रीत बराड़, बीएस सूर्या, राजेश यादव, चरणजीत सिधू, कंवलजीत कम्बोज, जसविन्द्र सिंह, राधेश्याम, एससी शर्मा, वाईके शर्मा, शविन्द्र सिंह, गांव मौजगढ़ के हनुमान नम्बरदार, हरदम पटवारी, अमरीक बैनीवाल आदि उपस्थित थे।
लूट की योजना बनाते तीन गिरफ्तार
सिरसा। जिला की सीआईए सिरसा पुलिस ने गत रात्रि सदर थाना के खाजाखेड़ा गांव क्षेत्र से लूट की योजना बनाते तीन युवकों को हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार किये गये युवकों की पहचान मोहित पुत्र देवेन्द्र कुमार, मोनू पुत्र रूड़की सिंह व ललित पुत्र हरी चंद निवासी हरनाथपुर जिला गाजियाबाद (यूपी) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक 38 बोर का रिवाल्वर तथा एक कारतूस, एक लोहे की पाईप, एक लोहे की राड़ व एक बैटरी भी बरामद की है। आरोपियों के विरुद्ध थाना सदर सिरसा में भादसं की धारा 398/401 के तहत अभियोग दर्ज कर दिया गया है।
सीआईए सिरसा के प्रभारी निरीक्षक किशोरी लाल ने बताया कि रात्रि गश्त के दौरान सीआईए सिरसा की एक पुलिस टीम जिसमें सहायक उपनिरीक्षक रमेश, ओमप्रकाश, रणसिंह, त्रिलोक सिंह व सिपाही रतन सिंह शहर के रानियां रोड क्षेत्र में मौजूद थे। इसी दौरान सीआईए की टीम को किसी मुखबिर ने सूचना दी कि कुछ युवक रात के अंधेरे में खाजाखेड़ा क्षेत्र में सड़क के किनारे बने एक मकान के पास खड़े होकर आने-जाने वाले वाहनों को लूटने की फिराक में हैं। उन्होंने बताया कि इसी आधार पर सीआईए की पुलिस टीम ने उक्त स्थान पर दबिश देकर आरोपियों को हथियारों समेत काबू कर लिया। सीआईए प्रभारी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है तथा उनसे पूछताछ के दौरान चोरी की कई अन्य वारदातों की परतें खुलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
गिरफ्तार किये गये युवकों की पहचान मोहित पुत्र देवेन्द्र कुमार, मोनू पुत्र रूड़की सिंह व ललित पुत्र हरी चंद निवासी हरनाथपुर जिला गाजियाबाद (यूपी) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक 38 बोर का रिवाल्वर तथा एक कारतूस, एक लोहे की पाईप, एक लोहे की राड़ व एक बैटरी भी बरामद की है। आरोपियों के विरुद्ध थाना सदर सिरसा में भादसं की धारा 398/401 के तहत अभियोग दर्ज कर दिया गया है।
सीआईए सिरसा के प्रभारी निरीक्षक किशोरी लाल ने बताया कि रात्रि गश्त के दौरान सीआईए सिरसा की एक पुलिस टीम जिसमें सहायक उपनिरीक्षक रमेश, ओमप्रकाश, रणसिंह, त्रिलोक सिंह व सिपाही रतन सिंह शहर के रानियां रोड क्षेत्र में मौजूद थे। इसी दौरान सीआईए की टीम को किसी मुखबिर ने सूचना दी कि कुछ युवक रात के अंधेरे में खाजाखेड़ा क्षेत्र में सड़क के किनारे बने एक मकान के पास खड़े होकर आने-जाने वाले वाहनों को लूटने की फिराक में हैं। उन्होंने बताया कि इसी आधार पर सीआईए की पुलिस टीम ने उक्त स्थान पर दबिश देकर आरोपियों को हथियारों समेत काबू कर लिया। सीआईए प्रभारी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है तथा उनसे पूछताछ के दौरान चोरी की कई अन्य वारदातों की परतें खुलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
24 जुलाई 2010
सद्भावनानगर गोलियों से गूंजा, हिस्ट्रीशीटर माणासिंह घायल
दिनदहाड़े बदमाशों में गोलीबारी से दहशत
श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर का सद्भावनानगर आज दोपहर एकाएक गोलियों की आवाजों से गूंज उठा, जब दो बदमाश आमने-सामने हो गए। इनमें कुख्यात अपराधी एवं हिस्ट्रीशीटर माणासिंह गोलियों के छर्रे लगने से जख्मी हो गया, जबकि उस पर गोलियां चलाने वाला बदमाश प्रवृत्ति का गुरचरणसिंह व उसका एक साथी माणासिंह का मोटरसाइकिल लेकर ही फरार हो गए। इन दोनों को पकडऩे के लिए पूरे शहर में तत्काल नाकाबंदी करवा दी गई। घायल माणासिंह के बयान के आधार पर कोतवाली पुलिस हत्या का प्रयास किए जाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार माणासिंह पुत्र सज्जनसिंह दोपहर करीब एक बजे मोटरसाइकिल (आरजे 13 एसबी 1653) पर सवार होकर अपने घर सद्भावनानगर जा रहा था। घर के समीप वह ताराचंद की दुकान के पास पहुंचा ही था कि इतने में स्कूटर पर आए गुरचरणसिंह व उसके एक साथी ने माणासिंह को रोक लिया। इन तीनों में हाथापाई हुई। तभी गुरचरणसिंह व उसके साथी ने देसी कट्टे निकाल लिए। तब माणासिंह भाग खड़ा हुआ। वह अपने घर की तरफ भागा। उस पर गुरचरणसिंह और उसके साथी ने दो-तीन फायर कर दिए। हालांकि अपुष्ट सूत्रों के अनुसार माणासिंह के पास भी कोई हथियार था। उसने इसका उपयोग किया या नहीं, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई। पुलिस सूत्र बताते हैं कि भागते हुए माणासिंह को अपना बचाव करने का मौका ही नहीं मिला। उधर गुरचरणसिंह व उसका साथी स्कूटर छोड़कर माणासिंह द्वारा वहीं छोड़े गए मोटरसाइकिल को लेकर भाग गए।
दिनदहाड़े गोलियां चलने की आवाजों से सद्भावनानगर में दहशत फैल गई। कुछ ही देर में पुलिस की गाडिय़ां दनदनाते हुए पहुंचीं। घटनाक्रम की जानकारी लेकर शहर की नाकाबंदी करवा दी गई। बताया गया कि दोनों हमलावर किस नंबर के मोटरसाइकिल पर सवार हैं। इसी बीच माणासिंह को अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके एक कान तथा पेट पर गोलियों के छर्रे लगे हैं। उसकी हालत खतरे से बाहर है। सेतिया कॉलोनी पुलिस चौकी प्रभारी गुरूभूपेन्द्र सिंह ने बताया कि माणासिंह ने बयान दर्ज करवा दिए हैं, जिसमें उसने अपने ऊपर हुए हमले का कोई कारण नहीं बताया। इस बारे में तफ्तीश करने पर ही पता चलेगा। हमलावरों पर हत्या का प्रयास करने के आरोप में धारा 307 और आम्र्स एक्ट में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
कुख्यात अपराधी माणासिंह पर हत्या, लूटपाट, डकैती, मादक पदार्थों की तस्करी, छीना-झपटी और मारपीट के अनगिनत मामले हैं। वर्ष 2008 के बहुचर्चित बाबा निर्वाण कुटिया के एचएस दुखिया हत्याकाण्ड में माणासिंह के गिरफ्तार होने पर उसके घर से काफी मात्रा में मादक पदार्थ भी बरामद हुए थे। अभी कुछ दिन पहले ही माणासिंह मादक पदार्थ रखने के इस मामले में पुलिस अनुसंधान में कमियों के चलते अदालत से बरी हो गया था। एचएस दुखिया हत्याकाण्ड में वह हाल ही जमानत पर रिहा हुआ था।
श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर का सद्भावनानगर आज दोपहर एकाएक गोलियों की आवाजों से गूंज उठा, जब दो बदमाश आमने-सामने हो गए। इनमें कुख्यात अपराधी एवं हिस्ट्रीशीटर माणासिंह गोलियों के छर्रे लगने से जख्मी हो गया, जबकि उस पर गोलियां चलाने वाला बदमाश प्रवृत्ति का गुरचरणसिंह व उसका एक साथी माणासिंह का मोटरसाइकिल लेकर ही फरार हो गए। इन दोनों को पकडऩे के लिए पूरे शहर में तत्काल नाकाबंदी करवा दी गई। घायल माणासिंह के बयान के आधार पर कोतवाली पुलिस हत्या का प्रयास किए जाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार माणासिंह पुत्र सज्जनसिंह दोपहर करीब एक बजे मोटरसाइकिल (आरजे 13 एसबी 1653) पर सवार होकर अपने घर सद्भावनानगर जा रहा था। घर के समीप वह ताराचंद की दुकान के पास पहुंचा ही था कि इतने में स्कूटर पर आए गुरचरणसिंह व उसके एक साथी ने माणासिंह को रोक लिया। इन तीनों में हाथापाई हुई। तभी गुरचरणसिंह व उसके साथी ने देसी कट्टे निकाल लिए। तब माणासिंह भाग खड़ा हुआ। वह अपने घर की तरफ भागा। उस पर गुरचरणसिंह और उसके साथी ने दो-तीन फायर कर दिए। हालांकि अपुष्ट सूत्रों के अनुसार माणासिंह के पास भी कोई हथियार था। उसने इसका उपयोग किया या नहीं, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई। पुलिस सूत्र बताते हैं कि भागते हुए माणासिंह को अपना बचाव करने का मौका ही नहीं मिला। उधर गुरचरणसिंह व उसका साथी स्कूटर छोड़कर माणासिंह द्वारा वहीं छोड़े गए मोटरसाइकिल को लेकर भाग गए।
दिनदहाड़े गोलियां चलने की आवाजों से सद्भावनानगर में दहशत फैल गई। कुछ ही देर में पुलिस की गाडिय़ां दनदनाते हुए पहुंचीं। घटनाक्रम की जानकारी लेकर शहर की नाकाबंदी करवा दी गई। बताया गया कि दोनों हमलावर किस नंबर के मोटरसाइकिल पर सवार हैं। इसी बीच माणासिंह को अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके एक कान तथा पेट पर गोलियों के छर्रे लगे हैं। उसकी हालत खतरे से बाहर है। सेतिया कॉलोनी पुलिस चौकी प्रभारी गुरूभूपेन्द्र सिंह ने बताया कि माणासिंह ने बयान दर्ज करवा दिए हैं, जिसमें उसने अपने ऊपर हुए हमले का कोई कारण नहीं बताया। इस बारे में तफ्तीश करने पर ही पता चलेगा। हमलावरों पर हत्या का प्रयास करने के आरोप में धारा 307 और आम्र्स एक्ट में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
कुख्यात अपराधी माणासिंह पर हत्या, लूटपाट, डकैती, मादक पदार्थों की तस्करी, छीना-झपटी और मारपीट के अनगिनत मामले हैं। वर्ष 2008 के बहुचर्चित बाबा निर्वाण कुटिया के एचएस दुखिया हत्याकाण्ड में माणासिंह के गिरफ्तार होने पर उसके घर से काफी मात्रा में मादक पदार्थ भी बरामद हुए थे। अभी कुछ दिन पहले ही माणासिंह मादक पदार्थ रखने के इस मामले में पुलिस अनुसंधान में कमियों के चलते अदालत से बरी हो गया था। एचएस दुखिया हत्याकाण्ड में वह हाल ही जमानत पर रिहा हुआ था।
अपहृत पिता की हत्या, लाश सड़क पर फैंकी
हत्यारे पुत्रों, भतीजे व अन्यों अपहरणकर्ताओं की तलाश में छापे
श्रीगंगानगर। घरेलू विवाद के चलते अपहृत किए गए अधेड़ की हत्या कर दी गई है। इस अधेड़ की लाश आज सुबह जिले के श्रीबिजयनगर थानांतर्गत जैतसर मार्ग पर चक 22 जीबी में तिराहे से चक 13 जीबी को जाने वाली रोड पर पड़ी हुई मिली। इस अधेड़ का शुक्रवार को दिनदहाड़े उसकी पहली पत्नी के दो पुत्रों, भतीजों व अन्य जनों ने अपहरण कर लिया था। तभी से पुलिस इस अधेड़ को सकुशल बरामद करने के लिए भाग-दौड़ कर रही थी। आज सुबह लाश मिलने पर अपहरण के इस मामले में हत्या की धारा भी लगा दी गई है। अधेड़ के शरीर पर चोटों के अनगिनत निशान हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सुबह 7.30 बजे किसी व्यक्ति ने श्रीबिजयनगर थाना प्रभारी पुष्पेन्द्र सिंह को बताया कि एक व्यक्ति की चौटिल अवस्था में लाश चक 13 जीबी को जाने वाले मार्ग पर एक साइड में पड़ी है। थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। पुलिस को एक अधेड़ व्यक्ति की पहले से ही तलाश थी। संदेह होने पर थाना प्रभारी पुष्पेन्द्र सिंह ने मटीली राठान थाना प्रभारी महावीर को इस लाश के बारे में बताया। कुछ ही देर में महावीर दलबल सहित तथा अपहृत किए गए गुरचरण सिंह जटसिख (55) की दूसरी पत्नी व अन्य परिचितों को लेकर चक 13 जीबी पहुंच गए। वहां लाश की शिनाख्त गुरचरण सिंह के रूप में हुई। थाना प्रभारी ने बताया कि मौके पर पंचनामा की कार्रवाई कर लाश को पोस्टमार्टम के लिए दोपहर को श्रीगंगानगर के जिला अस्पताल में लाया गया है। यहां मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है।
थाना प्रभारी ने बताया कि शुक्रवार दोपहर को चक 18 जैड से गुरचरण सिंह को अगुवा कर लिए जाने के बाद से ही पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी। आज जब लाश मिली, तो उसके शरीर पर चोटों के काफी निशान थे। उसे लाठियों से बेतहाशा पीटा गया। उन्होंने बताया कि गुरचरण सिंह की दूसरी पत्नी जसवीर कौर ने शुक्रवार देर शाम को मटीली राठान थाने में रिपोर्ट देते हुए पहली पत्नी के दो पुत्रों अमरजीत सिंह व इन्द्रजीत सिंह, गुरचरण सिंह के भाई हरबंस सिंह व उसके पुत्र कुलदीप सिंह के अलावा मीता सिंह संतपुरा, कांता सिंह व जगतार सिंह दलियांवाली आदि पर अपहरण का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया था। धारा 364, 323, 447, 147, 148 व 149 में यह मामला दर्ज किया गया। रात को भी गुरचरण सिंह और इन आरोपितों की तलाश की जाती रही, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। गुरचरणसिंह का मोबाइल फोन बंद आ रहा था, जबकि आरोपितों के मोबाइल फोन भी बंद थे। टावर लॉकेशन से इनका पीछा किया गया और कई गांवों में छापे भी मारे गए।
घात-प्रतिघात
श्रीगंगानगर। अपहरण करके नृशंसतापूर्वक मौत के घाट उतारे गए किसान गुरचरणसिंह जटसिख का अपनी पहली पत्नी के पुत्रों और अपने भाई-भतीजों के साथ पिछले एक-डेढ़ वर्ष से घात-प्रतिघात की आंख-मिचौली चल रही थी। मटीली राठान थाना प्रभारी के अनुसार दोनों ही पक्ष एक-दूसरे की ताक में थे कि कब उन्हें मौका मिले और किसी को सलटा दिया जाए। पहले मौका पहली पत्नी के पुत्रों को कल शुक्रवार को मिल गया, जब उन्होंने अकेले चक 18 जैड आए हुए पिता को दबोच लिया। अन्यथा दोनों ही पक्षों का कोई भी सदस्य अकेले कहीं भी नहीं जाता था। हमेशा दो-तीन आदमी उनके साथ चलते थे। दूसरी पत्नी के साथ श्रीगंगानगर की चक 3 ई छोटी की गली नंबर 4 में रह रहा गुरचरण सिंह शुक्रवार सुबह 10-10.30 बजे अपनी जीप लेकर अकेले चक 18 जैड जमीन संभालने के लिए गया था। वहां उसे पहली पत्नी के पुत्रों, भाई, भतीजे और इनके साथियों ने घेर लिया। अधमरा तो गुरचरण सिंह को इन दोनों नहीं वहीं लाठियों से पीट-पीटकर कर दिया था। गुरचरण सिंह की जीप वहीं रह गई। अपहरणकर्ता उसे हरियाणा के नंबरों वाली अपनी जीप में डालकर ले गए। उसे न जाने कहां-कहां घूमाते रहे। चोटें लगी हुई थीं और इलाज न हो पाने के कारण गुरचरण की मौत हो गई।
पंचायत में हुआ था फैसला
श्रीगंगानगर। गुरचरण सिंह पहली पत्नी के साथ रहेगा या दूसरी पत्नी के साथ, इसका फैसला एक-डेढ़ वर्ष पहले दोनों पक्षों द्वारा बुलाई गई बिरादरी की एक बड़ी पंचायत में हुआ था। तब भी इन दोनों पक्षों के बीच चल रही तनातनी का मामला तत्कालीन डीएसपी (ग्रामीण) राजेश मील के समक्ष पहुंचा। उन्होंने ही पंचायत के जरिए विवाद सुलझाने का सुझाव दिया। तब बड़ी पंचायत बुलाई गई। इसमें गुरचरण सिंह को समझाया-बुझाया गया, लेकिन उसने दो टूक शब्दों में कहा दिया कि वह पहली पत्नी और उसके बच्चों को छोडऩे के लिए तैयार है। दूसरी पत्नी के साथ ही रहेगा। गुरचरण सिंह के पास कुल 39 बीघा कृषि भूमि थी। मटीली राठान थाना प्रभारी महावीर ने यह जानकारी देते हुए बताया कि 9 बीघा भूमि गुरचरण सिंह ने बेच दी थी। शेष 30 बीघा जमीन में से 6 बीघा जमीन उसने अपने पास रख ली। बाकी भूमि पहली पत्नी और उससे हुए बच्चों के नाम कर दी। दूसरी पत्नी जसवीर कौर से गुरचरण सिंह की जान-पहचान काफी समय से थी, लेकिन अब एक-डेढ़ वर्ष से वह जसवीर कौर के साथ यहां 3 ई छोटी में रह रहा था। दूसरी तरफ पहली पत्नी के पुत्र, भाई व भतीजे दिल में रड़क रखे हुए थे कि गुरचरण सिंह ने दूसरी औरत के लिए अपने घर-परिवार को छोड़ दिया। इनकी रंजिश लगातार बढ़ती ही चली गई। नतीजतन गुरचरण सिंह की हत्या हो गई। उन्होंने बताया कि आरोपितों को पकडऩे के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि इनमें से गुरचरण सिंह का भाई हरबंस को पुलिस ने कल ही चक 18 जैड से पकड़ लिया था। उसी से पता चला था कि गुरचरण सिंह को जीप में डालकर ले जाने वालों में कौन-कौन हैं।
श्रीगंगानगर। घरेलू विवाद के चलते अपहृत किए गए अधेड़ की हत्या कर दी गई है। इस अधेड़ की लाश आज सुबह जिले के श्रीबिजयनगर थानांतर्गत जैतसर मार्ग पर चक 22 जीबी में तिराहे से चक 13 जीबी को जाने वाली रोड पर पड़ी हुई मिली। इस अधेड़ का शुक्रवार को दिनदहाड़े उसकी पहली पत्नी के दो पुत्रों, भतीजों व अन्य जनों ने अपहरण कर लिया था। तभी से पुलिस इस अधेड़ को सकुशल बरामद करने के लिए भाग-दौड़ कर रही थी। आज सुबह लाश मिलने पर अपहरण के इस मामले में हत्या की धारा भी लगा दी गई है। अधेड़ के शरीर पर चोटों के अनगिनत निशान हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सुबह 7.30 बजे किसी व्यक्ति ने श्रीबिजयनगर थाना प्रभारी पुष्पेन्द्र सिंह को बताया कि एक व्यक्ति की चौटिल अवस्था में लाश चक 13 जीबी को जाने वाले मार्ग पर एक साइड में पड़ी है। थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। पुलिस को एक अधेड़ व्यक्ति की पहले से ही तलाश थी। संदेह होने पर थाना प्रभारी पुष्पेन्द्र सिंह ने मटीली राठान थाना प्रभारी महावीर को इस लाश के बारे में बताया। कुछ ही देर में महावीर दलबल सहित तथा अपहृत किए गए गुरचरण सिंह जटसिख (55) की दूसरी पत्नी व अन्य परिचितों को लेकर चक 13 जीबी पहुंच गए। वहां लाश की शिनाख्त गुरचरण सिंह के रूप में हुई। थाना प्रभारी ने बताया कि मौके पर पंचनामा की कार्रवाई कर लाश को पोस्टमार्टम के लिए दोपहर को श्रीगंगानगर के जिला अस्पताल में लाया गया है। यहां मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है।
थाना प्रभारी ने बताया कि शुक्रवार दोपहर को चक 18 जैड से गुरचरण सिंह को अगुवा कर लिए जाने के बाद से ही पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी। आज जब लाश मिली, तो उसके शरीर पर चोटों के काफी निशान थे। उसे लाठियों से बेतहाशा पीटा गया। उन्होंने बताया कि गुरचरण सिंह की दूसरी पत्नी जसवीर कौर ने शुक्रवार देर शाम को मटीली राठान थाने में रिपोर्ट देते हुए पहली पत्नी के दो पुत्रों अमरजीत सिंह व इन्द्रजीत सिंह, गुरचरण सिंह के भाई हरबंस सिंह व उसके पुत्र कुलदीप सिंह के अलावा मीता सिंह संतपुरा, कांता सिंह व जगतार सिंह दलियांवाली आदि पर अपहरण का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया था। धारा 364, 323, 447, 147, 148 व 149 में यह मामला दर्ज किया गया। रात को भी गुरचरण सिंह और इन आरोपितों की तलाश की जाती रही, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। गुरचरणसिंह का मोबाइल फोन बंद आ रहा था, जबकि आरोपितों के मोबाइल फोन भी बंद थे। टावर लॉकेशन से इनका पीछा किया गया और कई गांवों में छापे भी मारे गए।
घात-प्रतिघात
श्रीगंगानगर। अपहरण करके नृशंसतापूर्वक मौत के घाट उतारे गए किसान गुरचरणसिंह जटसिख का अपनी पहली पत्नी के पुत्रों और अपने भाई-भतीजों के साथ पिछले एक-डेढ़ वर्ष से घात-प्रतिघात की आंख-मिचौली चल रही थी। मटीली राठान थाना प्रभारी के अनुसार दोनों ही पक्ष एक-दूसरे की ताक में थे कि कब उन्हें मौका मिले और किसी को सलटा दिया जाए। पहले मौका पहली पत्नी के पुत्रों को कल शुक्रवार को मिल गया, जब उन्होंने अकेले चक 18 जैड आए हुए पिता को दबोच लिया। अन्यथा दोनों ही पक्षों का कोई भी सदस्य अकेले कहीं भी नहीं जाता था। हमेशा दो-तीन आदमी उनके साथ चलते थे। दूसरी पत्नी के साथ श्रीगंगानगर की चक 3 ई छोटी की गली नंबर 4 में रह रहा गुरचरण सिंह शुक्रवार सुबह 10-10.30 बजे अपनी जीप लेकर अकेले चक 18 जैड जमीन संभालने के लिए गया था। वहां उसे पहली पत्नी के पुत्रों, भाई, भतीजे और इनके साथियों ने घेर लिया। अधमरा तो गुरचरण सिंह को इन दोनों नहीं वहीं लाठियों से पीट-पीटकर कर दिया था। गुरचरण सिंह की जीप वहीं रह गई। अपहरणकर्ता उसे हरियाणा के नंबरों वाली अपनी जीप में डालकर ले गए। उसे न जाने कहां-कहां घूमाते रहे। चोटें लगी हुई थीं और इलाज न हो पाने के कारण गुरचरण की मौत हो गई।
पंचायत में हुआ था फैसला
श्रीगंगानगर। गुरचरण सिंह पहली पत्नी के साथ रहेगा या दूसरी पत्नी के साथ, इसका फैसला एक-डेढ़ वर्ष पहले दोनों पक्षों द्वारा बुलाई गई बिरादरी की एक बड़ी पंचायत में हुआ था। तब भी इन दोनों पक्षों के बीच चल रही तनातनी का मामला तत्कालीन डीएसपी (ग्रामीण) राजेश मील के समक्ष पहुंचा। उन्होंने ही पंचायत के जरिए विवाद सुलझाने का सुझाव दिया। तब बड़ी पंचायत बुलाई गई। इसमें गुरचरण सिंह को समझाया-बुझाया गया, लेकिन उसने दो टूक शब्दों में कहा दिया कि वह पहली पत्नी और उसके बच्चों को छोडऩे के लिए तैयार है। दूसरी पत्नी के साथ ही रहेगा। गुरचरण सिंह के पास कुल 39 बीघा कृषि भूमि थी। मटीली राठान थाना प्रभारी महावीर ने यह जानकारी देते हुए बताया कि 9 बीघा भूमि गुरचरण सिंह ने बेच दी थी। शेष 30 बीघा जमीन में से 6 बीघा जमीन उसने अपने पास रख ली। बाकी भूमि पहली पत्नी और उससे हुए बच्चों के नाम कर दी। दूसरी पत्नी जसवीर कौर से गुरचरण सिंह की जान-पहचान काफी समय से थी, लेकिन अब एक-डेढ़ वर्ष से वह जसवीर कौर के साथ यहां 3 ई छोटी में रह रहा था। दूसरी तरफ पहली पत्नी के पुत्र, भाई व भतीजे दिल में रड़क रखे हुए थे कि गुरचरण सिंह ने दूसरी औरत के लिए अपने घर-परिवार को छोड़ दिया। इनकी रंजिश लगातार बढ़ती ही चली गई। नतीजतन गुरचरण सिंह की हत्या हो गई। उन्होंने बताया कि आरोपितों को पकडऩे के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि इनमें से गुरचरण सिंह का भाई हरबंस को पुलिस ने कल ही चक 18 जैड से पकड़ लिया था। उसी से पता चला था कि गुरचरण सिंह को जीप में डालकर ले जाने वालों में कौन-कौन हैं।
बाढ़ पीडि़त महिला से रेप
बाप ने शरण दी, बेटों ने लूट ली अस्मत
डबवाली (लहू की लौ) बाढ़ पीडि़त दम्पत्ति को आश्रय देने वाले एक व्यक्ति के बेटों ने आश्रय पाने वाले परिवार की महिला की अस्मत लूट ली। पुलिस ने पीडि़त महिला की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ रेप का मामला दर्ज करके उनकी तालाश शुरू कर दी है।
बलात्कार की शिकार महिला रजनी (23) के पति परमिन्द्र सिंह (25) पुत्र रीठा सिंह निवासी सिवियां (कोटकपूरा) हाल ढाणी प्रेम सिंह, सिरसा ने बताया कि करीब दो वर्ष पूर्व वह अपनी पत्नी रजनी, साले गोरा तथा भाभी भिन्द्र कौर पत्नी गोरा के साथ गांव सिवियां तह. कोटकपूरा (पंजाब) से सिरसा में रोजगार की तालाश में आया था। सिरसा से कुछ दूरी पर स्थित ढाणी प्रेम सिंह में उसे एक जमींदार के खेत में काम मिल गया। वह दिहाड़ी-मजदूरी करके अपना तथा अपने परिवार का पेट पालने लगा।
पिछले दिनों आई बाढ़ के कारण ढाणी में पानी भर गया। उसका बसा-बसाया आशियाना भी बाढ़ के पानी में बह गया। वह घर से बेघर हो गया। उसके साले का परिवार भी उससे बिछड़ गया। अपना तथा अपने परिवार का पेट पालने की खातिर काम की तालाश में अपनी पत्नी और एक वर्षीय बच्चे के साथ मारा-मारा घूमने लगा। बुधवार शाम को वह डबवाली पहुंचा। उसने उपमण्डल डबवाली के गांव लखुआना जाना था। बस द्वारा वह अपने परिवार सहित गांव शेरगढ़ पहुंचा। यहां से वह पैदल ही लखुआना के लिए चल दिया। शाम के करीब 7.30 बजे मार्ग में उसे गांव शेरगढ़ निवासी पिरथी सिंह मिला।
परमिन्द्र सिंह के अनुसार पिरथी सिंह ने उसके परिवार पर दया दिखाते हुए अपने घर पर रूकने के लिए कहा। गांव में काम दिलाए जाने की गारंटी ली। अनुरोध करने पर वह पिरथी सिंह के घर पर रूक गया। गुरूवार सुबह पिरथी सिंह उसे अपने साथ काम पर ले गया। दोपहर बाद करीब डेढ़ बजे उसकी पत्नी रजनी उसके पास आई और उसे आप-बीती बताई। उसने इस मामले को थाना शहर डबवाली पुलिस के समक्ष रखा।
मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के प्रभारी एसआई विक्रम सिंह ने बताया कि पुलिस को दिए ब्यान में परमिन्द्र सिंह की पत्नी रजनी ने कहा है कि उसको घर में अपने एक वर्षीय बच्चे के साथ अकेला पाकर पिरथी सिंह के बेटे हरदीप सिंह ने उससे मुंह काला किया और सोनू ने अपने भाई का इस काम में साथ दिया। उसने आरोपियों के चंगुल से छूटकर इसकी जानकारी अपने पति को दी। वह ग्रामीणों के सहयोग से उसे न्याय के लिए थाना ले आया। रजनी के ब्यान पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 376/120-बी आईपीसी के तहत केस दर्ज करके उनकी तालाश शुरू कर दी है।
डबवाली (लहू की लौ) बाढ़ पीडि़त दम्पत्ति को आश्रय देने वाले एक व्यक्ति के बेटों ने आश्रय पाने वाले परिवार की महिला की अस्मत लूट ली। पुलिस ने पीडि़त महिला की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ रेप का मामला दर्ज करके उनकी तालाश शुरू कर दी है।
बलात्कार की शिकार महिला रजनी (23) के पति परमिन्द्र सिंह (25) पुत्र रीठा सिंह निवासी सिवियां (कोटकपूरा) हाल ढाणी प्रेम सिंह, सिरसा ने बताया कि करीब दो वर्ष पूर्व वह अपनी पत्नी रजनी, साले गोरा तथा भाभी भिन्द्र कौर पत्नी गोरा के साथ गांव सिवियां तह. कोटकपूरा (पंजाब) से सिरसा में रोजगार की तालाश में आया था। सिरसा से कुछ दूरी पर स्थित ढाणी प्रेम सिंह में उसे एक जमींदार के खेत में काम मिल गया। वह दिहाड़ी-मजदूरी करके अपना तथा अपने परिवार का पेट पालने लगा।
पिछले दिनों आई बाढ़ के कारण ढाणी में पानी भर गया। उसका बसा-बसाया आशियाना भी बाढ़ के पानी में बह गया। वह घर से बेघर हो गया। उसके साले का परिवार भी उससे बिछड़ गया। अपना तथा अपने परिवार का पेट पालने की खातिर काम की तालाश में अपनी पत्नी और एक वर्षीय बच्चे के साथ मारा-मारा घूमने लगा। बुधवार शाम को वह डबवाली पहुंचा। उसने उपमण्डल डबवाली के गांव लखुआना जाना था। बस द्वारा वह अपने परिवार सहित गांव शेरगढ़ पहुंचा। यहां से वह पैदल ही लखुआना के लिए चल दिया। शाम के करीब 7.30 बजे मार्ग में उसे गांव शेरगढ़ निवासी पिरथी सिंह मिला।
परमिन्द्र सिंह के अनुसार पिरथी सिंह ने उसके परिवार पर दया दिखाते हुए अपने घर पर रूकने के लिए कहा। गांव में काम दिलाए जाने की गारंटी ली। अनुरोध करने पर वह पिरथी सिंह के घर पर रूक गया। गुरूवार सुबह पिरथी सिंह उसे अपने साथ काम पर ले गया। दोपहर बाद करीब डेढ़ बजे उसकी पत्नी रजनी उसके पास आई और उसे आप-बीती बताई। उसने इस मामले को थाना शहर डबवाली पुलिस के समक्ष रखा।
मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के प्रभारी एसआई विक्रम सिंह ने बताया कि पुलिस को दिए ब्यान में परमिन्द्र सिंह की पत्नी रजनी ने कहा है कि उसको घर में अपने एक वर्षीय बच्चे के साथ अकेला पाकर पिरथी सिंह के बेटे हरदीप सिंह ने उससे मुंह काला किया और सोनू ने अपने भाई का इस काम में साथ दिया। उसने आरोपियों के चंगुल से छूटकर इसकी जानकारी अपने पति को दी। वह ग्रामीणों के सहयोग से उसे न्याय के लिए थाना ले आया। रजनी के ब्यान पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 376/120-बी आईपीसी के तहत केस दर्ज करके उनकी तालाश शुरू कर दी है।
23 जुलाई 2010
लूट की वारदात का चौथा आरोपी गिरफ्तार
सिरसा। जिला की सीआईए सिरसा पुलिस ने 31 जनवरी 2010 को शहर के पालिका बाजार में हुई लूट की घटना के चौथे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान तरसेम पुत्र सतीश कुमार निवासी गली नंबर 7 पटेल नगर मलोट पंजाब के रूप में हुई है। इस संबंध में जानकारी देते हुए सीआईए सिरसा के प्रभारी निरीक्षक किशोरी लाल ने बताया कि शहर के पालिका बाजार में स्थित बूट हाऊस के संचालक सुरेन्द्र पुत्र जगदीश के साथ बीती 31 जनवरी को लूट की वारदात हुई, जिसमें आरोपियों ने सुरेन्द्र से 40 हजार रुपये की नकदी व मोबाईल लूट लिया। उन्होंने बताया कि इस संबंध में शहर थाना सिरसा में अभियोग दर्ज कर जांच का जिम्मा सीआईए स्टाफ सिरसा को सौंपा गया। प्रभारी ने बताया कि गुत्थी को सुलझाने के लिए स्टाफ की कई टीमों का गठन किया गया। सहायक उपनिरीक्षक रणसिंह पर आधारित पुलिस टीम ने महत्वपूर्ण सुराग जुटाते हुए 31 मई व 1 जून को घटना के तीन आरोपियों बलविन्द्र निवासी शमशाबाद पट्टी, हरजिन्द्र निवासी भंभूर, नानक सिंह निवासी झोरडऩाली को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने पूछताछ कर उनकी निशानदेही पर लूटी गई 12 हजार रुपये की राशि व एक मोबाईल फोन बरामद किया था।
उन्होंने बताया कि कल सीआईए के सहायक उपनिरीक्षक रणसिंह ने घटना के चौथे आरोपी तरसेम को शहर सिरसा क्षेत्र से काबू कर लिया तथा पूछताछ कर उसकी निशानदेही पर लूटी गई 6 हजार रुपये की राशि बरामद कर ली है। प्रभारी ने बताया कि इस घटना के पांचवें आरोपी की भी पहचान कर ली गई है।
गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान तरसेम पुत्र सतीश कुमार निवासी गली नंबर 7 पटेल नगर मलोट पंजाब के रूप में हुई है। इस संबंध में जानकारी देते हुए सीआईए सिरसा के प्रभारी निरीक्षक किशोरी लाल ने बताया कि शहर के पालिका बाजार में स्थित बूट हाऊस के संचालक सुरेन्द्र पुत्र जगदीश के साथ बीती 31 जनवरी को लूट की वारदात हुई, जिसमें आरोपियों ने सुरेन्द्र से 40 हजार रुपये की नकदी व मोबाईल लूट लिया। उन्होंने बताया कि इस संबंध में शहर थाना सिरसा में अभियोग दर्ज कर जांच का जिम्मा सीआईए स्टाफ सिरसा को सौंपा गया। प्रभारी ने बताया कि गुत्थी को सुलझाने के लिए स्टाफ की कई टीमों का गठन किया गया। सहायक उपनिरीक्षक रणसिंह पर आधारित पुलिस टीम ने महत्वपूर्ण सुराग जुटाते हुए 31 मई व 1 जून को घटना के तीन आरोपियों बलविन्द्र निवासी शमशाबाद पट्टी, हरजिन्द्र निवासी भंभूर, नानक सिंह निवासी झोरडऩाली को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने पूछताछ कर उनकी निशानदेही पर लूटी गई 12 हजार रुपये की राशि व एक मोबाईल फोन बरामद किया था।
उन्होंने बताया कि कल सीआईए के सहायक उपनिरीक्षक रणसिंह ने घटना के चौथे आरोपी तरसेम को शहर सिरसा क्षेत्र से काबू कर लिया तथा पूछताछ कर उसकी निशानदेही पर लूटी गई 6 हजार रुपये की राशि बरामद कर ली है। प्रभारी ने बताया कि इस घटना के पांचवें आरोपी की भी पहचान कर ली गई है।
फरार हुआ कैदी गिरफ्तार
डबवाली। जिला की बडागुढ़ पुलिस ने पैरोल छुट्टी बीत जाने के बाद फरार हुए कैदी को पुन: गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गये कैदी जग्गी उर्फ करतार सिंह पुत्र गुरदीप सिंह गांव रघुआना का निवासी है। आरोपी को आज सिरसा अदालत में पेश किया जाएगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए बडागुढ़ा के थाना प्रभारी उपनिरीक्षक रामकिशन ने बताया कि जग्गी उर्फ अवतार सिंह निवासी रघुआना के विरुद्ध 20 मई 1996 को सदर डबवाली थाना में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज हुआ था तथा आरोपी को सन 2005 में 15 साल की कैद की सजा सुनाई गई। उन्होंने बताया कि अवतार सिंह 18 मई 2010 को सिरसा जेल से 6 सप्ताह की पैरोल छुट्टी पर गांव रघुआना में आया तथा उसको 30 जून 2010 को सिरसा जेल वापिस जाना था। परंतु वह जेल न जाकर फरार हो गया।
थाना प्रभारी ने बताया कि जेल अधीक्षक सिरसा ने इस संबंध में अवतार सिंह के खिलाफ जेल न पहुंचने के संबंध में शिकायत दर्ज करवाई, जिस पर अवतार सिंह के विरुद्ध थाना बडागुढ़ा में अभियोग दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी गई। बडागुढ़ा थाना प्रभारी ने बताया कि अभियोग दर्ज करने के बाद अवतार सिंह की लगातार तलाश की जा रही थी तथा उसके छुपने के संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही थी।
उन्होंने बताया कि कल उन्हें सूचना मिली कि जग्गी उर्फ अवतार सिंह गांव झोरडऱोही में विवाहित अपनी बेटी सुरजीत कौर के घर आया हुआ है। सूचना को पाकर उन्होंने पुलिस पार्टी के साथ गांव झोरडऱोही में दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी को आज सिरसा अदालत में पेश कर पुन: जेल भेजा जाएगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए बडागुढ़ा के थाना प्रभारी उपनिरीक्षक रामकिशन ने बताया कि जग्गी उर्फ अवतार सिंह निवासी रघुआना के विरुद्ध 20 मई 1996 को सदर डबवाली थाना में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज हुआ था तथा आरोपी को सन 2005 में 15 साल की कैद की सजा सुनाई गई। उन्होंने बताया कि अवतार सिंह 18 मई 2010 को सिरसा जेल से 6 सप्ताह की पैरोल छुट्टी पर गांव रघुआना में आया तथा उसको 30 जून 2010 को सिरसा जेल वापिस जाना था। परंतु वह जेल न जाकर फरार हो गया।
थाना प्रभारी ने बताया कि जेल अधीक्षक सिरसा ने इस संबंध में अवतार सिंह के खिलाफ जेल न पहुंचने के संबंध में शिकायत दर्ज करवाई, जिस पर अवतार सिंह के विरुद्ध थाना बडागुढ़ा में अभियोग दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी गई। बडागुढ़ा थाना प्रभारी ने बताया कि अभियोग दर्ज करने के बाद अवतार सिंह की लगातार तलाश की जा रही थी तथा उसके छुपने के संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही थी।
उन्होंने बताया कि कल उन्हें सूचना मिली कि जग्गी उर्फ अवतार सिंह गांव झोरडऱोही में विवाहित अपनी बेटी सुरजीत कौर के घर आया हुआ है। सूचना को पाकर उन्होंने पुलिस पार्टी के साथ गांव झोरडऱोही में दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी को आज सिरसा अदालत में पेश कर पुन: जेल भेजा जाएगा।
आज से शुरू होगा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे
सिरसा। जिला प्रशासन द्वारा कल से जिला के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के नुकसान का सर्वे करवाया जाएगा। सभी अधिकारी अपने-अपने विभागों से संबंधित नुकसान व कृषि क्षेत्र व मकानों में हुए नुकसान की रिपोर्ट आगामी 31 जुलाई तक उपायुक्त कार्यालय में सौंप देंगे। इस संबंध में अधिकारियों की बैठक आयोजित कर जिला उपायुक्त सी.जी रजिनीकांथन ने निर्देश दिए कि वे ईमानदारी व निष्पक्षता से बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे करे और प्रतिदिन सर्वे की रिपोर्ट संबंधित उपमंडल अधिकारी नागरिक और उनके कार्यालय में भिजवाएं ताकि सर्वे किए गए क्षेत्रों में अगले दिन वरिष्ठ अधिकारी सर्वे कर निरीक्षण कर सके। उन्होंने बताया कि जिला में हजारों की संख्या में मकान बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए है। प्रत्येक गांव में मकानों का सर्वे करने के लिए छह सदस्यीय टीम बनाई गई है। इस टीम में एक जूनियर इंजीनियर, ग्राम सचिव, सरपंच, सामान्य जाति का नंबरदार, पिछड़ा वर्ग का नंबरदार और अनुसूचित जाति का नंबरदार शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों को सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार सर्वे करने के भी निर्देश दिए गए है। सभी गांवों में किए गए सर्वे का प्रतिदिन संबंधित बीडीपीओ, उपमंडल अधिकारी नागरिक द्वारा निरीक्षण भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्पैशल गिरदावरी करने का कार्य भी कल से शुरु कर दिया जाएगा। कृषि, खेती में हुए नुकसान के सर्वे के लिए पटवारी अपने साथ सरपंच, नंबरदार व जमीन के मालिकों को साथ रखेंगे ताकि सर्वे का काम पूरी तरह पारदर्शिता से किया जा सके। उन्होंने बताया कि सभी खंडों में सर्वे का निरीक्षण करने के लिए नायब तहसीलदारों को इंचार्ज बनाया गया है।
गृह मंत्री ने जाना बाढ़ पीडि़तों का दर्द
सिरसा। गृह राज्यमंत्री गोपाल कांडा ने आज जिले के बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया और बाढ़ पीडि़तों का दर्द सुना। स्थानीय लोक निर्माण विश्राम गृह से अधिकारियों के दल के साथ गृह राज्यमंत्री गोपाल कांडा सबसे पहले डिंग मंडी के लिए रवाना हुए। डिंग मंडी में पिछले दो दिनों में हुई बरसात से सबसे अधिक नुकसान हुआ। इस क्षेत्र में अनेक मकान क्षतिग्रस्त हो गए और पूरा कसबा पानी से लबालब भर गया। श्री कांडा ने यहां पहुंचते ही बाढ़ पीडि़त लोगों को एक-एक करके सुना और उनकी हर संभव मदद के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। इस मौके पर गृह राज्यमंत्री श्री कांडा ने स्वयं निजी कोष से 10 लाख रुपए की सहायता देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि यह धन उन लोगों पर खर्च किया जाए जिनके मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। श्री कांडा ने अधिकारियों से कहा कि पूरे क्षेत्र का सर्वे करवाया जाए और जिन लोगों के मकान गिरे हैं उन्हें मरम्मत के लिए इस राशि में से धन उपलब्ध करवाया जाए। लोगों ने श्री कांडा को अपनी शिकायतें बताते हुए कहा कि बरसात से आई बाढ़ के कारण लोगों के घर डूब गए। कारोबार ठप हो गए और खेती-बाड़ी नष्ट हो गई। लोगों ने जिला प्रशासन की भी शिकायत की और कहा कि उन्हें मदद देने के लिए कोई अधिकारी नहीं आया। इस पर श्री कांडा ने अधिकारियों को आड़े हाथों लिया। डिंग के अलावा गृह राज्यमंत्री ने जोधकां, कुक्कड़थाना, बाजेकां, नेजाडेलां और झोंपड़ा में भी बाढ़ ग्रस्त इलाकों का जायजा लिया। कुक्कड़ थाना में श्री कांडा ने बाढ़ पीडि़तों की मदद के लिए 2.5 लाख व जोधकां में 5 लाख की राशि दी। इससे पहले गृह राज्यमंत्री ने मुख्यमंत्री के साथ भी यहां के हालात का जायजा लिया था और मुख्यमंत्री को यहां के लोगों को मदद देने की अपील की थी। श्री कांडा ने बताया कि राज्य सरकार ने विशेष गिरदावरी के आदेश दे रखें है जिस पर कार्रवाई की जा रही है और केंद्र सरकार की ओर से गठित कमेटी भी अपना सर्वे पूरा कर चुकी है। उन्होंने बताया कि जल्द ही केंद्र की ओर से भी बाढ़ पीडि़तों को पूरी मदद दी जाएगी। उनके साथ इस दौरे में अतिरिक्त उपायुक्त पंकज चौधरी, उपमंडल अधिकारी नागरिक एस.के जैन, कांग्रेस नेता गोबिंद कांडा, कांग्रेस नेत्री श्रीमती कृष्णा पूनियां, सूरत सैनी, हेतराम, राजेंद्र मकानी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उनके साथ थे।
सर्वे पूरी पारदर्शिता से करें अधिकारी-तंवर
सिरसा। सिरसा के सांसद श्री अशोक तंवर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बाढ़ से प्रभावित मकानों और फसलों का सर्वे पूरी पारदर्शिता से करे ताकि कोई भी व्यक्ति बाढ़ के नुकसान के मुआवजे से वंचित न रहे। श्री तंवर आज वार्ड नंबर-19 में खालसा स्कूल के निकट ट्यूबवैल का उद्घाटन करने के पश्चात लोगों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सिरसा जिला में कल बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे शुरु किया जा रहा है। इसलिए जिस भी व्यक्ति की फसल, मकान, ट्यूबवैल व अन्य संपत्ति बाढ़ से नष्ट हुई है वे सर्वे टीम के अधिकारियों से मिलकर अपनी रिपोर्ट दर्ज करवाए। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से भी कहा है कि वे इस सर्वे के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों का सहयोग करे। उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों का भी आह़वान किया कि वे स्वयं सर्वे टीम के साथ जाकर सर्वे करवाए ताकि प्रत्येक जरुरतमंद व्यक्ति को बाढ़ से हुए नुकसान का मुआवजा मिल सके और प्रशासन द्वारा राहत भी जुटाई जा सके।
उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को ये भी निर्देश दिए कि जो गांव बाढ़ से प्रभावित हुए है उनमें गलियां, सड़कों व अन्य रास्तों की मरम्मत प्राथमिकता के आधार पर करवाए ताकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो। उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यो में और ज्यादा तीव्रता लाई जाएगी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शहरी क्षेत्रों में 110 लीटर प्रतिदिन प्रति व्यक्ति शुद्व पेयजल मुहैया करवाया जा रहा है और ग्रामीणों व शहरी क्षेत्रों में किसी भी प्रकार की पेयजल संबंधी कठिनाई नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल स्त्रोतों में क्लोरीनेशन अवश्य करना चाहिए। इसके साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी यह भी सुनिश्चित करे कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसी प्रकार की महामारी न फैले। उन्होंने इस अवसर पर शहरवासियोंकी विभिन्न विभागों से संबंधित शिकायतें सुनी और उन्हें दूर करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष होशियारी लाल शर्मा, ब्लॉक प्रधान भूपेश मेहता, कांग्रेस के प्रदेश महासचिव नवीन केडिय़ा, कांग्रेस नेता आनंद बियानी, राजकुमार शर्मा, तिलक राज चंदेल व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को ये भी निर्देश दिए कि जो गांव बाढ़ से प्रभावित हुए है उनमें गलियां, सड़कों व अन्य रास्तों की मरम्मत प्राथमिकता के आधार पर करवाए ताकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो। उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यो में और ज्यादा तीव्रता लाई जाएगी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शहरी क्षेत्रों में 110 लीटर प्रतिदिन प्रति व्यक्ति शुद्व पेयजल मुहैया करवाया जा रहा है और ग्रामीणों व शहरी क्षेत्रों में किसी भी प्रकार की पेयजल संबंधी कठिनाई नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल स्त्रोतों में क्लोरीनेशन अवश्य करना चाहिए। इसके साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी यह भी सुनिश्चित करे कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसी प्रकार की महामारी न फैले। उन्होंने इस अवसर पर शहरवासियोंकी विभिन्न विभागों से संबंधित शिकायतें सुनी और उन्हें दूर करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष होशियारी लाल शर्मा, ब्लॉक प्रधान भूपेश मेहता, कांग्रेस के प्रदेश महासचिव नवीन केडिय़ा, कांग्रेस नेता आनंद बियानी, राजकुमार शर्मा, तिलक राज चंदेल व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
गन्दे पेयजल की आपूर्ति से उल्टी-दस्त रोग फैला
डबवाली (लहू की लौ) वार्ड नं. 13 की गली विक्रमादित्य अस्पताल वाली के लोग पिछले छह माह से सीवरेजयुक्त पानी की आपूर्ति को लेकर उल्टी दस्त रोग का शिकार हो रहे हैं।
यह जानकारी देते हुए गली निवासी राजेश जिन्दल ने बताया कि उनकी गली में पिछले छह माह से गन्दे पेयजल की आपूर्ति को लेकर वह लोग जनस्वास्थ्य विभाग के पास अपनी शिकायत दर्ज करवाते आ रहे हैं लेकिन कोई ध्यान न दिये जाने से अब हालत यह हो गई है कि उनके गली के लोग उल्टी दस्त रोग के शिकार हो गये हैं। उनके अनुसार गन्दे पेयजल के कारण उनकी गली के निवासी आशू धींगड़ा, बन्नू बतरा के साथ-साथ उसका पिता हरबिलास निरंकारी, भाई दीपक जिन्दल पिछले एक सप्ताह से उल्टी-दस्त का शिकार हैं। प्राईवेट अस्पतालों से उनका इलाज चल रहा है। इस संबंध में जनस्वास्थ्य विभाग डबवाली के जेई सतपाल से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बरसात के दिनों में अक्सर ऐसी समस्याएं आ जाती हैं। इस समस्या को हल करवा दिया जायेगा।
इधर दर्पण सिनेमा के पीछे भी पिछले तीन दिनों से गन्दे पेयजल की आपूर्ति हो रही है। यह जानकारी एडवोकेट जगदीप सिंह ने दी।
यह जानकारी देते हुए गली निवासी राजेश जिन्दल ने बताया कि उनकी गली में पिछले छह माह से गन्दे पेयजल की आपूर्ति को लेकर वह लोग जनस्वास्थ्य विभाग के पास अपनी शिकायत दर्ज करवाते आ रहे हैं लेकिन कोई ध्यान न दिये जाने से अब हालत यह हो गई है कि उनके गली के लोग उल्टी दस्त रोग के शिकार हो गये हैं। उनके अनुसार गन्दे पेयजल के कारण उनकी गली के निवासी आशू धींगड़ा, बन्नू बतरा के साथ-साथ उसका पिता हरबिलास निरंकारी, भाई दीपक जिन्दल पिछले एक सप्ताह से उल्टी-दस्त का शिकार हैं। प्राईवेट अस्पतालों से उनका इलाज चल रहा है। इस संबंध में जनस्वास्थ्य विभाग डबवाली के जेई सतपाल से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बरसात के दिनों में अक्सर ऐसी समस्याएं आ जाती हैं। इस समस्या को हल करवा दिया जायेगा।
इधर दर्पण सिनेमा के पीछे भी पिछले तीन दिनों से गन्दे पेयजल की आपूर्ति हो रही है। यह जानकारी एडवोकेट जगदीप सिंह ने दी।
विक्रम नेहरा डबवाली के थाना प्रभारी नियुक्त
डबवाली (लहू की लौ) पुलिस प्रशासन को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए पुलिस अधीक्षक सतिन्द्र गुप्ता द्वारा आज अधिकारियों को इधर-उधर किया गया है। अधिकारियों के किए गए तबादले की पुष्टि पुलिस प्रवक्ता ने की।
मिली जानकारी के अनुसार नाथूसरी चौपटा थाना प्रभारी विक्रम नेहरा का तबादला कर दिया गया है। उन्हें शहर थाना डबवाली का कार्यभारी सौंपा गया है। वहां तैनात इंस्पेक्टर विरेंद्र सिंह को डिटैक्टिव ब्रांच का कार्यभार दिया गया। इस ब्रांच में कार्यरत धर्मवीर को नाथूसरी चौपटा थाना में भेजा गया है। वे यहां थाना प्रभारी की कमान संभालेेंगे।
इसी प्रकार कुछ और अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। पुलिस अधीक्षक सतींद्र गुप्ता द्वारा किए गए इन तबादलों की पुष्टि करते हुए पुलिस प्रवक्ता सुरजीत सहारण ने बताया कि गौरीवाला चौकी प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक कृष्ण कुमार को डबवाली मंडी स्थित गोल बाजार चौकी का प्रभारी नियुक्त किया गया है। यहां तैनात रमेश चंद्र को कृष्ण कुमार के स्थान पर गौरीवाला चौकी प्रभारी बनाया गया है।
इसके अतिरिक्त मुख्य सिपाही व सिपाही पदों पर तैनात कर्मचारियों को भी जिला में इधर-उधर किया गया है। प्रवक्ता ने बताया कि प्रशासन को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए फेरबदल किया जाना अति आवश्यक है। इसी के तहत उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार नाथूसरी चौपटा थाना प्रभारी विक्रम नेहरा का तबादला कर दिया गया है। उन्हें शहर थाना डबवाली का कार्यभारी सौंपा गया है। वहां तैनात इंस्पेक्टर विरेंद्र सिंह को डिटैक्टिव ब्रांच का कार्यभार दिया गया। इस ब्रांच में कार्यरत धर्मवीर को नाथूसरी चौपटा थाना में भेजा गया है। वे यहां थाना प्रभारी की कमान संभालेेंगे।
इसी प्रकार कुछ और अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। पुलिस अधीक्षक सतींद्र गुप्ता द्वारा किए गए इन तबादलों की पुष्टि करते हुए पुलिस प्रवक्ता सुरजीत सहारण ने बताया कि गौरीवाला चौकी प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक कृष्ण कुमार को डबवाली मंडी स्थित गोल बाजार चौकी का प्रभारी नियुक्त किया गया है। यहां तैनात रमेश चंद्र को कृष्ण कुमार के स्थान पर गौरीवाला चौकी प्रभारी बनाया गया है।
इसके अतिरिक्त मुख्य सिपाही व सिपाही पदों पर तैनात कर्मचारियों को भी जिला में इधर-उधर किया गया है। प्रवक्ता ने बताया कि प्रशासन को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए फेरबदल किया जाना अति आवश्यक है। इसी के तहत उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया गया है।
करंट से चार झुलसे
डबवाली (लहू की लौ) यहां की कबीर बस्ती में करंट लगने से एक मासूम बच्ची सहित चार जनें झुलस गए। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के राजकीय अस्पताल में लाया गया। गुरूवार सुबह कबीर बस्ती निवासी दीवान चन्द की पत्नी कस्तूरी देवी (62) घर में झाडू लगा रही थी। इसी दौरान अचानक टेबल फैन उसके ऊपर आ गिरा और उसे करंट लग गया। शोर सुनकर कस्तूरी देवी की बेटियां रेखा (32) तथा सोनू (27) दौड़ीं। अपनी माता को करंट से बचाने की कोशिश की। इसी बीच उन्हें भी करंट ने अपने आगोश में ले लिया। वहीं खेल रही मानसी (5) को भी करंट लग गया। मां-बेटियों का शोर सुनकर आस-पड़ौस के लोग इक्ट्ठे हो गए। पड़ौसी ओमबती, कृष्णा रानी, ओमप्रकाश, महेशी आदि ने बस्ती को जाती लाईट कट करके करंट से झुलस रही मां-बेटियों को निकाला। घायलों को तत्काल उपचार के लिए डबवाली के राजकीय अस्पताल में पहुंचाया।
बैंक और पाठशाला में चोरों की दस्तक
डबवाली (लहू की लौ) बुधवार रात को अज्ञात चोरों ने भारतीय स्टेट बैंक में लगी एटीएम मशीन में तोडफ़ोड़ की। वहीं एक राजकीय प्राथमिक पाठशाला से बैंक की कापियों सहित हजारों रूपए कीमत का सामान चुरा ले गए। गुरूवार सुबह पुलिस ने दोनों जगहों का निरीक्षण करके अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
चौटाला रोड़ पर स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में लगी एटीएम मशीन में बुधवार रात को अज्ञात व्यक्तियों ने तोडफ़ोड़ की। मशीन में लगे कैश काऊंटर का कवरिंग गेट तोडऩे का प्रयास किया। लेकिन चोरों के हाथ कैश काऊंटर तक नहीं पहुंच सके। शाखा के मुख्य प्रबंधक बीएस सरपाल ने बताया कि गुरूवार सुबह उन्हें सूचना मिली कि एटीएम मशीन के कैश काऊंटर का कवरिंग गेट टूटा हुआ है। वे तुरन्त मौका पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। सरपाल के अनुसार लगता है कि अज्ञात चोरों ने कैश काऊंटर तक पहुंचने के प्रयास में कवरिंग गेट को तोड़ा। सूचना पाकर थाना शहर पुलिस भी मौका पर पहुंची और एटीएम रूम का निरीक्षण किया। जांच अधिकारी थाना शहर पुलिस के एसआई कैलाश चन्द्र ने बताया कि मौका का निरीक्षण करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
इधर राजकीय प्राथमिक पाठशाला नं. 2 में भी चोरों ने जमकर उत्पात मचाया। चोर पाठशाला से हजारों रूपए कीमत का सामान चुरा ले गए। पाठशाला की मुख्याध्यापिका सुखदेव कौर ने बताया कि गुरूवार सुबह वह चोरी की सूचना पाकर मौका पर पहुंची। चोरों ने पाठशाला के ऑफिस में प्रवेश कर कमरें में पड़ी तीन गोदरेज की अलमारी के ताले तोड़ दिए और पाठशाला का रिकॉर्ड बिखेर दिया। चोर अलमारी में पड़ी स्टील की सौ प्लेट, दो जग, दो दरी तथा एक भारत्तोलक मशीन चुरा ले गए। जिसकी कुल कीमत करीब दस हजार रूपए है। चोर स्कूल के नाम बनी दो ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स तथा एक एसबीआई की पास बुक भी चुरा ले गए।
पाठशाला में चोरी की सूचना पाकर गोल बाजार पुलिस चौकी के कर्मचारियों ने घटना का निरीक्षण किया।
चौटाला रोड़ पर स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में लगी एटीएम मशीन में बुधवार रात को अज्ञात व्यक्तियों ने तोडफ़ोड़ की। मशीन में लगे कैश काऊंटर का कवरिंग गेट तोडऩे का प्रयास किया। लेकिन चोरों के हाथ कैश काऊंटर तक नहीं पहुंच सके। शाखा के मुख्य प्रबंधक बीएस सरपाल ने बताया कि गुरूवार सुबह उन्हें सूचना मिली कि एटीएम मशीन के कैश काऊंटर का कवरिंग गेट टूटा हुआ है। वे तुरन्त मौका पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। सरपाल के अनुसार लगता है कि अज्ञात चोरों ने कैश काऊंटर तक पहुंचने के प्रयास में कवरिंग गेट को तोड़ा। सूचना पाकर थाना शहर पुलिस भी मौका पर पहुंची और एटीएम रूम का निरीक्षण किया। जांच अधिकारी थाना शहर पुलिस के एसआई कैलाश चन्द्र ने बताया कि मौका का निरीक्षण करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
इधर राजकीय प्राथमिक पाठशाला नं. 2 में भी चोरों ने जमकर उत्पात मचाया। चोर पाठशाला से हजारों रूपए कीमत का सामान चुरा ले गए। पाठशाला की मुख्याध्यापिका सुखदेव कौर ने बताया कि गुरूवार सुबह वह चोरी की सूचना पाकर मौका पर पहुंची। चोरों ने पाठशाला के ऑफिस में प्रवेश कर कमरें में पड़ी तीन गोदरेज की अलमारी के ताले तोड़ दिए और पाठशाला का रिकॉर्ड बिखेर दिया। चोर अलमारी में पड़ी स्टील की सौ प्लेट, दो जग, दो दरी तथा एक भारत्तोलक मशीन चुरा ले गए। जिसकी कुल कीमत करीब दस हजार रूपए है। चोर स्कूल के नाम बनी दो ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स तथा एक एसबीआई की पास बुक भी चुरा ले गए।
पाठशाला में चोरी की सूचना पाकर गोल बाजार पुलिस चौकी के कर्मचारियों ने घटना का निरीक्षण किया।
22 जुलाई 2010
दूसरी में पढऩे वाले ने सहपाठी का गला दबाया
डबवाली | टेलीविजन के नाटकों और फिल्मों में हिंसा के दृश्यों का प्रभाव बच्चों की मानसिकता पर भी पड़ रहा है। बच्चों का छोटी छोटी बातों में गुस्सा हो जाना आज आम बात हो गई है, लेकिन बच्चे किसी की जान लेने की कोशिश करें, ऐसा कम ही होता है। बुधवार को राजकीय प्राथमिक स्कूल नंबर 3 में पढऩे वाले कक्षा दो के एक छात्र ने ज्योमेट्री बॉक्स को लेकर झगड़े में अपनी सहपाठी छात्रा का गला दबा दिया जिससे वह बेसुध हो गई। छात्रा का डबवाली के राजकीय अस्पताल में इलाज चल रहा है।
आधी छुट्टी में की लड़ाई
दो में पढऩे वाली ममता (8) पुत्री काला राम निवासी चौटाला रोड डबवाली ने बताया कि स्कूल में आधी छुट्टी हो गई थी। इस दौरान उसके सहपाठी मनप्रीत उर्फ भालू (9) ने उसका ज्योमेट्री बॉक्स चुरा लिया। इस पर उसने एतराज किया और मनप्रीत से ज्योमेट्री बॉक्स छीन लिया। इस बात पर गुस्साए मनप्रीत ने उसका गला दबा दिया। ममता का गला दबाए जाने की सूचना पाकर स्टाफ रूम में बैठे स्कूल के मुख्याध्यापक राजेंद्र सिंह के अलावा अध्यापक संजीव भारद्वाज, शेषपाल, वीरपाल कौर तथा सीमा रानी मौके पर पहुंचे।
उन्होंने बेसुध अवस्था में पड़ी ममता को एक निजी अस्पताल में पहुंचाया। यहां से डॉक्टर ने उसे राजकीय अस्पताल में भेज दिया। डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद ममता की हालत खतरे से बाहर घोषित कर दी।
अभिभावकों को तलब किया
स्कूल के मुख्यध्यापक राजेंद्र सिंह ने बताया कि इस मामले में छात्र मनप्रीत को घर भेजकर उसके अभिभावकों को स्कूल में तलब किया गया है।
उधर इस बारे में थाना शहर पुलिस के कार्यकारी प्रभारी एसआई मंदरूप सिंह ने बताया कि पुलिस के पास इस मामले को लेकर कोई शिकायत नहीं आई है। शिकायत आने के बाद ही कार्यवाई की जाएगी।
आधी छुट्टी में की लड़ाई
दो में पढऩे वाली ममता (8) पुत्री काला राम निवासी चौटाला रोड डबवाली ने बताया कि स्कूल में आधी छुट्टी हो गई थी। इस दौरान उसके सहपाठी मनप्रीत उर्फ भालू (9) ने उसका ज्योमेट्री बॉक्स चुरा लिया। इस पर उसने एतराज किया और मनप्रीत से ज्योमेट्री बॉक्स छीन लिया। इस बात पर गुस्साए मनप्रीत ने उसका गला दबा दिया। ममता का गला दबाए जाने की सूचना पाकर स्टाफ रूम में बैठे स्कूल के मुख्याध्यापक राजेंद्र सिंह के अलावा अध्यापक संजीव भारद्वाज, शेषपाल, वीरपाल कौर तथा सीमा रानी मौके पर पहुंचे।
उन्होंने बेसुध अवस्था में पड़ी ममता को एक निजी अस्पताल में पहुंचाया। यहां से डॉक्टर ने उसे राजकीय अस्पताल में भेज दिया। डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद ममता की हालत खतरे से बाहर घोषित कर दी।
अभिभावकों को तलब किया
स्कूल के मुख्यध्यापक राजेंद्र सिंह ने बताया कि इस मामले में छात्र मनप्रीत को घर भेजकर उसके अभिभावकों को स्कूल में तलब किया गया है।
उधर इस बारे में थाना शहर पुलिस के कार्यकारी प्रभारी एसआई मंदरूप सिंह ने बताया कि पुलिस के पास इस मामले को लेकर कोई शिकायत नहीं आई है। शिकायत आने के बाद ही कार्यवाई की जाएगी।
19 जुलाई 2010
प्रेमी जोड़े ने जहर निगला
डबवाली (लहू की लौ) गांव बांडी में एक विवाहित प्रेमी जोड़े ने जहरीला पदार्थ निगल कर अपनी इहलीला समाप्त कर ली।
थाना संगत के एएसआई तथा जांच अधिकारी सुबेग सिंह ने बताया कि गांव बांडी का मुकेश कुमार (30) पुत्र हीरा लाल धोबियाना मुहल्ला बठिंडा में पूजा रानी पुत्री वजेन्द्र कुमार से विवाहित था और इधर गांव भागीबंदर की पूजा रानी (30) इसी मुहल्ले के राजेन्द्र कुमार पुत्र हरी राम के साथ विवाहिता थी।
उनके अनुसार दो वर्ष पूर्व मुकेश बांडी तथा पूजा भागीबंदर के बीच प्रेम संबंध पैदा हो गये और दोनों एक साथ रहने लगे। जिस पर दोनों के ही अभिभावकों ने ऐतराज जताया और इस संबंध में एक बार तलबंडी साबो थाना में पंचायत भी हुई और उस पंचायत में यह तय हुआ कि यह दोनों एक-दूसरे से नहीं मिलेंगे।
लेकिन पिछले 10 दिनों से मुकेश और पूजा फिर एक-दूसरे से मिलने लगे और शुक्रवार शाम को गांव बांडी के खेतों में जाकर दोनों ने जहर निगल लिया। मुकेश के पिता हीरा लाल पुत्र मंगत राम बांडी ने पुलिस को दिये ब्यान में बताया कि जहरीला पदार्थ निगलने के बाद यह दोनों घर आ गये और कहने लगे कि उन्होंने तो जहरीला पदार्थ निगल कर जीवन लीला समाप्त कर ली है। दोनों को गंभीर हालत में जब अस्पताल ले जाया जा रहा था तो मार्ग में ही दोनों ने दम तोड़ दिया।
दम्पत्ति झुलसा, महिला की मौत
डबवाली (लहू की लौ) थाना संगत के अन्तर्गत आने वाले गांव मशाना में शुक्रवार की रात को अपने घर पर स्टोव पर खाना बनाते समय आग लग जाने से दम्पत्ति झुलस गया। जबकि महिला की मौत हो गई।
थाना संगत प्रभारी इंस्पेक्टर संदीप सिंह भाटी ने बताया कि गांव मशाना में जोगिन्द्र कौर उर्फ कुलदीप कौर (40) पत्नी दर्शन सिंह शुक्रवार की रात को करीब 8 बजे अपने घर में स्टोव पर खाना बना रही थी कि अचानक उसके कपड़ों को आग लग गई। उसके शोर करने पर उसके बचाव के लिए जैसे ही दर्शन सिंह आग बुझाने का प्रयास करने लगा तो आग ने उसे भी दबोच लिया।
जोगिन्द्र कौर की मौका पर ही मौत हो गई। जबकि उसका पति दर्शन सिंह अभी भी सिविल अस्पताल बठिंडा में जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है।
18 जुलाई 2010
सरकार की नजर में इंसाफ मांगने वाला नक्सली-हिमांशु
डबवाली (लहू की लौ) गांधी आश्रम दांतेवाड़ा (छत्तीसगढ़) के संचालक हिमांशु कुमार ने कहा कि सरकार विदेशी कम्पनियों से सौदेबाजी करके देश के धन को लूटा रही है। माईनिंग के लिए सेना और पुलिस के बल पर गरीब लोगों की जमीन हथियाई जा रही है। इंसाफ मांगने वाले को नक्सली करार देकर उसकी हत्या कर दी जाती है।
वे शनिवार को ऑप्रेशन ग्रीन हंट के विरोध में अपने भारत भ्रमण के दौरान डबवाली में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्र 5वें अनुसूचित जाति एरिया में आते हैं। क्षेत्र में कानून पेसा लागू होता है। बिना ग्राम सभा की मंजूरी के लिए इस क्षेत्र में पुलिस भी प्रवेश नहीं कर सकती। विदेशी कम्पनियां रूठ न जाएं इसके लिए सरकार कानून को धत्ता बताते हुए जबरन इन क्षेत्रों में प्रवेश करती है। माईनिंग के उद्देश्य से लोगों की जमीनों पर कब्जे करती है। विरोध करने वालों को नक्सली कहकर गोली मरवा दी जाती है।
उन्होंने कहा कि 1 अक्तूबर 2009 को दांतेवाड़ा के गांव गोमपाक में एक दो साल के बच्चे मुकेश की सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन ने बाएं हाथ की तीन अंगुलियां काट दी। इतना ही नहीं बल्कि मुकेश की मां, नाना-नानी को भी मौत के घाट उतार दिया। गांव के अन्य 9 लोगों को मारा गया। साथ लगते गांव के भी 17 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया।
महात्मा गांधी और बिनोवा भावे के साथी प्रकाश भाई के बेटे हिमांशु ने कहा कि 18 वर्षों से वह अपने एक हजार साथियों के साथ दांतेवाड़ा के कंवल नार गांव में बनवासी चेतना आश्रम चला रहा था। जिसमें बच्चों को फ्री शिक्षा और ग्रामीणों उपचार किया जाता था। लेकिन सरकार ने उसे नक्सलियों के साथ जोड़कर आश्रम पर बुल्डोजर चलवा दिया। सरकार द्वारा नक्सलियों के खिलाफ छेड़ी गई मुहिम में अब तक एक भी नक्सली नहीं मारा गया। मारे तो केवल आम लोग गए हैं। उनके अनुसार यह मार-धाड़ बिना जांच किए ही चल रही है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे नक्सली नहीं है और न ही नक्सलियों की किसी संस्था से सम्बन्ध रखते हैं। अपने मतलब के लिए हिंसा फैलाकर देश में अशांति स्थापित करने वाले कांग्रेसियों और भाजपाईयों को नक्सली नहीं कहा जाता। जबकि अपना हक मांगने वाले गरीब लोगों को नक्सली कहा जा रहा है। हिमांशु कुमार ने कहा कि ऑप्रेशन ग्रीन हंट से पहले सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ सलवायुडू नामक एक ऑप्रेशन चलाया था। ऑप्रेशन के दौरान नागा बटालियन ने दांतेवाड़ा के 644 गांवों को खाली करवाकर आग लगा दी। जिससे 4 लाख लोग विस्थापित हो गए। कुछ लोगों ने आंध्र प्रदेश में शरण ली और कुछ ने दूर-दराज के गांवों में। जबकि कुछ लोग जंगलों में भाग लिए। जंगलों में छुपे हुए लोगों को नक्सली कहकर सरकार ऑप्रेशन ग्रीन हंट चला रही है।
उन्होंने कहा कि ये सरकारें न्यायालय के आदेशों की भी अवहेलना करती हैं। कोर्ट के आदेश के बावजूद भी उजाड़े गए आदिवासियों को सरकारों ने नहीं बसाया है। उन्होंने सरकार को चेताया कि जुल्म से हिंसा फैलती है और अशांति भी। इसलिए सरकार संयम से काम ले और जो लोग अधिकार मांग रहे हैं, उन्हें उनके जायज अधिकार दे।
हिमांशु के अनुसार वे अपने साथी अभय के साथ 27 जून को दिल्ली से ऑप्रेशन ग्रीन हंट के विरोध में देश की साईकिल यात्रा पर निकले हैं। इस अवसर पर उनके साथ शहीद भगत सिंह विचार मंच डबवाली के बलजीत सिंह, अश्विनी शर्मा उपस्थित थे।
वे शनिवार को ऑप्रेशन ग्रीन हंट के विरोध में अपने भारत भ्रमण के दौरान डबवाली में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्र 5वें अनुसूचित जाति एरिया में आते हैं। क्षेत्र में कानून पेसा लागू होता है। बिना ग्राम सभा की मंजूरी के लिए इस क्षेत्र में पुलिस भी प्रवेश नहीं कर सकती। विदेशी कम्पनियां रूठ न जाएं इसके लिए सरकार कानून को धत्ता बताते हुए जबरन इन क्षेत्रों में प्रवेश करती है। माईनिंग के उद्देश्य से लोगों की जमीनों पर कब्जे करती है। विरोध करने वालों को नक्सली कहकर गोली मरवा दी जाती है।
उन्होंने कहा कि 1 अक्तूबर 2009 को दांतेवाड़ा के गांव गोमपाक में एक दो साल के बच्चे मुकेश की सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन ने बाएं हाथ की तीन अंगुलियां काट दी। इतना ही नहीं बल्कि मुकेश की मां, नाना-नानी को भी मौत के घाट उतार दिया। गांव के अन्य 9 लोगों को मारा गया। साथ लगते गांव के भी 17 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया।
महात्मा गांधी और बिनोवा भावे के साथी प्रकाश भाई के बेटे हिमांशु ने कहा कि 18 वर्षों से वह अपने एक हजार साथियों के साथ दांतेवाड़ा के कंवल नार गांव में बनवासी चेतना आश्रम चला रहा था। जिसमें बच्चों को फ्री शिक्षा और ग्रामीणों उपचार किया जाता था। लेकिन सरकार ने उसे नक्सलियों के साथ जोड़कर आश्रम पर बुल्डोजर चलवा दिया। सरकार द्वारा नक्सलियों के खिलाफ छेड़ी गई मुहिम में अब तक एक भी नक्सली नहीं मारा गया। मारे तो केवल आम लोग गए हैं। उनके अनुसार यह मार-धाड़ बिना जांच किए ही चल रही है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे नक्सली नहीं है और न ही नक्सलियों की किसी संस्था से सम्बन्ध रखते हैं। अपने मतलब के लिए हिंसा फैलाकर देश में अशांति स्थापित करने वाले कांग्रेसियों और भाजपाईयों को नक्सली नहीं कहा जाता। जबकि अपना हक मांगने वाले गरीब लोगों को नक्सली कहा जा रहा है। हिमांशु कुमार ने कहा कि ऑप्रेशन ग्रीन हंट से पहले सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ सलवायुडू नामक एक ऑप्रेशन चलाया था। ऑप्रेशन के दौरान नागा बटालियन ने दांतेवाड़ा के 644 गांवों को खाली करवाकर आग लगा दी। जिससे 4 लाख लोग विस्थापित हो गए। कुछ लोगों ने आंध्र प्रदेश में शरण ली और कुछ ने दूर-दराज के गांवों में। जबकि कुछ लोग जंगलों में भाग लिए। जंगलों में छुपे हुए लोगों को नक्सली कहकर सरकार ऑप्रेशन ग्रीन हंट चला रही है।
उन्होंने कहा कि ये सरकारें न्यायालय के आदेशों की भी अवहेलना करती हैं। कोर्ट के आदेश के बावजूद भी उजाड़े गए आदिवासियों को सरकारों ने नहीं बसाया है। उन्होंने सरकार को चेताया कि जुल्म से हिंसा फैलती है और अशांति भी। इसलिए सरकार संयम से काम ले और जो लोग अधिकार मांग रहे हैं, उन्हें उनके जायज अधिकार दे।
हिमांशु के अनुसार वे अपने साथी अभय के साथ 27 जून को दिल्ली से ऑप्रेशन ग्रीन हंट के विरोध में देश की साईकिल यात्रा पर निकले हैं। इस अवसर पर उनके साथ शहीद भगत सिंह विचार मंच डबवाली के बलजीत सिंह, अश्विनी शर्मा उपस्थित थे।
08 जुलाई 2010
दलित परिवार ने निगला जहर, पांच की मौत
डबवाली (लहू की लौ) चाय में जहरीला पदार्थ निगल कर गांव चौटाला में एक दलित परिवार के 5 लोगों ने जान दे दी जबकि एक जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहा है।
गांव चौटाला के वार्ड नं. 8 की निवासी तथा आंगनवाड़ी वर्कर बिमला (50) पत्नी भजन लाल मेघवाल ने बताया कि उसकेबेटे कालू राम ने गांव के ही जमींदार ओमप्रकाश की चौथ पर ली हुई है। बुधवार को वह जमीन पर काम करके जल्दी ही घर लौट आया। जबकि वह दोपहर 12 बजे आंगनवाड़ी में खाना बनाने के लिए चली गई। लेकिन शाम को जब घर वापिस लौटी तो परिवार के सभी सदस्य इधर-उधर गिर रहे थे। इसका कारण पूछने पर कालू राम ने उसे बताया कि उन लोगों ने चाय में डाल कर गेहूं में डालने वाली गोली निगल ली है।
वह तत्काल लोगों के सहयोग से उसके बेटे कालू राम (35), पुत्रवधू राममूर्ति (30), पौत्रे गोबिन्द (5) सोमा (9), पौत्रियां सलीन रानी (10), कविता रानी (8) को चौटाला के सिविल अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया। लेकिन उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टर ने उन्हें डबवाली रैफर कर दिया।
डबवाली सिविल अस्पताल में आने के कुछ समय बाद चिकित्सक ने राममूर्ति, गोबिन्द, सलीन रानी, कविता रानी को मृत घोषित कर दिया। जबकि कालू राम तथा सोमा को प्राथमिक चिकित्सा के बाद गंभीर हालत को देखते हुए सिरसा रैफर कर दिया। लेकिन गांव पन्नीवाला मोटा के पास सोमा ने भी दम तोड़ दिया।
बिमला से जब जहर निगलने का कारण पूछा गया तो उसने कहा कि वह भी नहीं जानती कि आखिर कालू राम व उसके परिवार ने जहर क्यों निगला। जबकि उन सब में आपस में लड़ाई-झगड़ा भी नहीं हुआ।
इधर इस मामले की जांच कर रहे चौटाला पुलिस चौकी के प्रभारी एसआई जीत सिंह ने बताया कि वह स्वयं घटनास्थल का निरीक्षण करके इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि जहर किस चीज में मिला हुआ था और कालू राम परिवार ने जहर क्यों निगला।
गांव चौटाला के वार्ड नं. 8 की निवासी तथा आंगनवाड़ी वर्कर बिमला (50) पत्नी भजन लाल मेघवाल ने बताया कि उसकेबेटे कालू राम ने गांव के ही जमींदार ओमप्रकाश की चौथ पर ली हुई है। बुधवार को वह जमीन पर काम करके जल्दी ही घर लौट आया। जबकि वह दोपहर 12 बजे आंगनवाड़ी में खाना बनाने के लिए चली गई। लेकिन शाम को जब घर वापिस लौटी तो परिवार के सभी सदस्य इधर-उधर गिर रहे थे। इसका कारण पूछने पर कालू राम ने उसे बताया कि उन लोगों ने चाय में डाल कर गेहूं में डालने वाली गोली निगल ली है।
वह तत्काल लोगों के सहयोग से उसके बेटे कालू राम (35), पुत्रवधू राममूर्ति (30), पौत्रे गोबिन्द (5) सोमा (9), पौत्रियां सलीन रानी (10), कविता रानी (8) को चौटाला के सिविल अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया। लेकिन उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टर ने उन्हें डबवाली रैफर कर दिया।
डबवाली सिविल अस्पताल में आने के कुछ समय बाद चिकित्सक ने राममूर्ति, गोबिन्द, सलीन रानी, कविता रानी को मृत घोषित कर दिया। जबकि कालू राम तथा सोमा को प्राथमिक चिकित्सा के बाद गंभीर हालत को देखते हुए सिरसा रैफर कर दिया। लेकिन गांव पन्नीवाला मोटा के पास सोमा ने भी दम तोड़ दिया।
बिमला से जब जहर निगलने का कारण पूछा गया तो उसने कहा कि वह भी नहीं जानती कि आखिर कालू राम व उसके परिवार ने जहर क्यों निगला। जबकि उन सब में आपस में लड़ाई-झगड़ा भी नहीं हुआ।
इधर इस मामले की जांच कर रहे चौटाला पुलिस चौकी के प्रभारी एसआई जीत सिंह ने बताया कि वह स्वयं घटनास्थल का निरीक्षण करके इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि जहर किस चीज में मिला हुआ था और कालू राम परिवार ने जहर क्यों निगला।
07 जुलाई 2010
चलती बस से युवक को फेंका, मौत
डबवाली (लहू की लौ) पुरानी रंजिश को लेकर गांव जण्डवाला के दो युवकों में बस में हुए झगड़े में एक युवक ने दूसरे युवक को चलती बस से धक्का देकर उसकी हत्या कर दी।
थाना सदर डबवाली के कार्यकारी प्रभारी रतन सिंह ने बताया कि गांव जण्डवाला बिश्नोइयां के सोनू (15) पुत्र सत्यनारायण ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि उसका भाई प्रहलाद (18) उसे उसके ननिहाल सूरतगढ़ छोडऩे के लिए हरियाणा रोड़वेज की बस से गांव जण्डवाला बिश्नोइयां से संगरिया के लिए जा रहा था। गांव से ही इस बस में उनके गांव का विष्णु पुत्र रामसरूप सवार हुआ।
शिकायतकर्ता के अनुसार जैसे ही बस गांव आसाखेड़ा के पास पहुंची तो विष्णु पुरानी रंजिश को लेकर उसके भाई प्रहलाद से झगडऩे लगा। इसी दौरान विष्णु ने बस का दरवाजा खोल कर चलती बस से प्रहलाद को धक्का दे दिया। प्रहलाद की मौका पर ही मौत हो गई। पुलिस के अनुसार सोनू ने बताया कि 31 मार्च को प्रहलाद व विष्णु में किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था और इस संबंध में प्रहलाद बगैरा के खिलाफ 325 आईपीसी के तहत मामला दर्ज हुआ था। तभी से विष्णु उसके भाई से रंजिश रखता आ रहा है।
थाना प्रभारी ने बताया कि सोनू की शिकायत पर विष्णु के खिलाफ धारा 302 आईपीसी के तहत मामला दर्ज करके लाश को कब्जे में लेकर आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
थाना सदर डबवाली के कार्यकारी प्रभारी रतन सिंह ने बताया कि गांव जण्डवाला बिश्नोइयां के सोनू (15) पुत्र सत्यनारायण ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि उसका भाई प्रहलाद (18) उसे उसके ननिहाल सूरतगढ़ छोडऩे के लिए हरियाणा रोड़वेज की बस से गांव जण्डवाला बिश्नोइयां से संगरिया के लिए जा रहा था। गांव से ही इस बस में उनके गांव का विष्णु पुत्र रामसरूप सवार हुआ।
शिकायतकर्ता के अनुसार जैसे ही बस गांव आसाखेड़ा के पास पहुंची तो विष्णु पुरानी रंजिश को लेकर उसके भाई प्रहलाद से झगडऩे लगा। इसी दौरान विष्णु ने बस का दरवाजा खोल कर चलती बस से प्रहलाद को धक्का दे दिया। प्रहलाद की मौका पर ही मौत हो गई। पुलिस के अनुसार सोनू ने बताया कि 31 मार्च को प्रहलाद व विष्णु में किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था और इस संबंध में प्रहलाद बगैरा के खिलाफ 325 आईपीसी के तहत मामला दर्ज हुआ था। तभी से विष्णु उसके भाई से रंजिश रखता आ रहा है।
थाना प्रभारी ने बताया कि सोनू की शिकायत पर विष्णु के खिलाफ धारा 302 आईपीसी के तहत मामला दर्ज करके लाश को कब्जे में लेकर आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
पुत्र मोह में रचाई दूसरी शादी, पहली पत्नी को घर से निकाला
डबवाली (लहू की लौ) भले ही इंसान चन्द्र और मंगल लोक पर पहुंच गया है और महिलाओं को पुरूषों के बराबर संवैधानिक अधिकार मिल गए हैं। लेकिन फिर भी पुरूष प्रधान समाज की मानसिकता में कोई बदलाव नहीं आया। जिसके चलते आज भी अपना वंश चलाए रखने के लिए बेटा न होने पर पत्नी को घर से निकालने से भी पुरूष नहीं चूकता। उपमण्डल डबवाली के गांव सकताखेड़ा की एक महिला ने इसी प्रसंग को लेकर अदालत की शरण ली है।
महिला ने लड़का पैदा न होने के चलते मानसिक व शारीरिक तौर पर प्रताडि़त करने और पहली के जीवित रहते नई शादी रचाने के आरोप में अपने पति सहित 9 जनों पर एक इस्तगासा दायर करके न्याय की गुहार लगाई है। जिस पर सुनवाई करते हुए न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी अमरजीत सिंह की अदालत ने धारा 156 (3) सीआरपीसी के तहत डबवाली पुलिस को पति सहित 9 जनों के खिलाफ धारा 406/498ए/494/504/506, 120बी आईपीसी के तहत केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
दायर इस्तगासा में जसवीर कौर (38) पत्नी दर्शन सिंह पुत्र कर्म सिंह निवासी गांव ढाबां तहसील संगरिया हाल पुत्री मुख्तियार सिंह पुत्र दलीप सिंह गांव सकताखेड़ा ने आरोप लगाया है कि मार्च 1992 में हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार उसकी शादी दर्शन सिंह पुत्र कर्म सिंह के साथ सम्पन्न हुई थी। जिसमें उसके माता-पिता ने अपनी हैसियत से बढ़कर दान दहेज दिया। उसके 4-2-1993 को दर्शन सिंह के सहयोग से एक लड़की शरणदीप कौर का जन्म हुआ। वह अभी तक भी दर्शन सिंह की विवाहिता पत्नी है और उसके मध्य में आज तक कानूनी तौर पर कोई तलाक नहीं हुआ है। लेकिन उसके कोई लड़का पैदा न होने से दर्शन सिंह और उसका ससुर बलकौर सिंह निवासी ढाबां, रानी उर्फ लखवीर कौर पत्नी बलदेव सिंह, बलदेव सिंह पुत्र जीत सिंह निवासी सिरियांवाली जिला बठिण्डा उसे मानसिक रूप से व शारीरिक रूप से प्रताडि़त करने लगे और आरोपियों ने मारपीट करके तलाक हेतू कागजों पर हस्ताक्षर करवाने की कोशिश की। लेकिन उसने ऐसा नहीं होने दिया और धमकी देने लगे कि वे उसे घर पर नहीं बसाएंगे तथा दर्शन सिंह की दूसरी शादी बिना तलाक लिए ही करवा लेंगे।
इस पर वह रोती हुई अपने मायके आई। सारी बात मायके वालों को बताने पर उसकी माता इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर सकी और उसकी मौत हो गई। इसके बाद कई बार पंचायतें हुई। लेकिन आरोपी आश्वासन ही देते रहे। जून 2009 में उसे बताया गया कि उसके पति दर्शन सिंह की दूसरी शादी सुखपाल कौर के साथ बजरिया आनन्द कारज गांव जलाल जिला बठिण्डा में हो गई है। जिसमें बिचौले के रूप में रानी व उसके पति बलदेव सिंह ने भूमिका अदा की है।
इस पूरे मामले में शिकायतकात्री ने दर्शन सिंह की माता जसमेल कौर, दर्शन सिंह की दूसरी पत्नी सुखपाल कौर पुत्री मलकीत सिंह निवासी जलाल, मलकीत सिंह, अक्को पत्नी मलकीत सिंह निवासीगण जलाल, रानी उर्फ लखवीर कौर पत्नी बलदेव सिंह, बलदेव सिंह पुत्र जीत सिंह निवासीगण सिरियांवाली जिला बठिण्डा, हरदीप सिंह पुत्र नन्द सिंह सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी निवासी ढाबां को आरोपी बनाते हुए अदालत से न्याय की गुहार लगाई है। शनिवार को अदालत ने इस मामले की सुनवाई करते हुए थाना सदर पुलिस डबवाली को उपरोक्त धाराओं के तहत केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
महिला ने लड़का पैदा न होने के चलते मानसिक व शारीरिक तौर पर प्रताडि़त करने और पहली के जीवित रहते नई शादी रचाने के आरोप में अपने पति सहित 9 जनों पर एक इस्तगासा दायर करके न्याय की गुहार लगाई है। जिस पर सुनवाई करते हुए न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी अमरजीत सिंह की अदालत ने धारा 156 (3) सीआरपीसी के तहत डबवाली पुलिस को पति सहित 9 जनों के खिलाफ धारा 406/498ए/494/504/506, 120बी आईपीसी के तहत केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
दायर इस्तगासा में जसवीर कौर (38) पत्नी दर्शन सिंह पुत्र कर्म सिंह निवासी गांव ढाबां तहसील संगरिया हाल पुत्री मुख्तियार सिंह पुत्र दलीप सिंह गांव सकताखेड़ा ने आरोप लगाया है कि मार्च 1992 में हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार उसकी शादी दर्शन सिंह पुत्र कर्म सिंह के साथ सम्पन्न हुई थी। जिसमें उसके माता-पिता ने अपनी हैसियत से बढ़कर दान दहेज दिया। उसके 4-2-1993 को दर्शन सिंह के सहयोग से एक लड़की शरणदीप कौर का जन्म हुआ। वह अभी तक भी दर्शन सिंह की विवाहिता पत्नी है और उसके मध्य में आज तक कानूनी तौर पर कोई तलाक नहीं हुआ है। लेकिन उसके कोई लड़का पैदा न होने से दर्शन सिंह और उसका ससुर बलकौर सिंह निवासी ढाबां, रानी उर्फ लखवीर कौर पत्नी बलदेव सिंह, बलदेव सिंह पुत्र जीत सिंह निवासी सिरियांवाली जिला बठिण्डा उसे मानसिक रूप से व शारीरिक रूप से प्रताडि़त करने लगे और आरोपियों ने मारपीट करके तलाक हेतू कागजों पर हस्ताक्षर करवाने की कोशिश की। लेकिन उसने ऐसा नहीं होने दिया और धमकी देने लगे कि वे उसे घर पर नहीं बसाएंगे तथा दर्शन सिंह की दूसरी शादी बिना तलाक लिए ही करवा लेंगे।
इस पर वह रोती हुई अपने मायके आई। सारी बात मायके वालों को बताने पर उसकी माता इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर सकी और उसकी मौत हो गई। इसके बाद कई बार पंचायतें हुई। लेकिन आरोपी आश्वासन ही देते रहे। जून 2009 में उसे बताया गया कि उसके पति दर्शन सिंह की दूसरी शादी सुखपाल कौर के साथ बजरिया आनन्द कारज गांव जलाल जिला बठिण्डा में हो गई है। जिसमें बिचौले के रूप में रानी व उसके पति बलदेव सिंह ने भूमिका अदा की है।
इस पूरे मामले में शिकायतकात्री ने दर्शन सिंह की माता जसमेल कौर, दर्शन सिंह की दूसरी पत्नी सुखपाल कौर पुत्री मलकीत सिंह निवासी जलाल, मलकीत सिंह, अक्को पत्नी मलकीत सिंह निवासीगण जलाल, रानी उर्फ लखवीर कौर पत्नी बलदेव सिंह, बलदेव सिंह पुत्र जीत सिंह निवासीगण सिरियांवाली जिला बठिण्डा, हरदीप सिंह पुत्र नन्द सिंह सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी निवासी ढाबां को आरोपी बनाते हुए अदालत से न्याय की गुहार लगाई है। शनिवार को अदालत ने इस मामले की सुनवाई करते हुए थाना सदर पुलिस डबवाली को उपरोक्त धाराओं के तहत केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
......अब पछतावा
डबवाली (लहू की लौ) पिस्तौल की नोक पर लाखों रूपये का सोना लूटने वाले गिरोह के डबवाली पुलिस द्वारा पकड़े गये लुटेरे अब अपनी करनी पर पछतावा कर रहे हैं।
लूट के मामले में गिरफ्तार हवलदार तथा डीसी फरीदकोट के गनमैन गुरजीत सिंह (48)पुत्र बलदेव सिंह निवासी सुन्दर नगर, फरीदकोट ने इस संवाददाता से बातचीत करते हुए पुलिस कस्टडी में स्वीकार किया है कि उसने लूट की वारदात में शामिल होकर गलती की है। वह पंजाब पुलिस के डीजीपी कार्यालय चण्डीगढ़ में बतौर ड्राईवर भी तैनात रहा है। 23 जुलाई 1985 में वह पुलिस में भर्ती हुआ था, उसका बैल्ट नं. 754 है।
उसने बताया कि वह किस प्रकार से इस सरगना के मुखिया सुरजीत सिंह निवासी बरनाला के चंगुल में फंसा। उसके अनुसार सुरजीत सिंह पंजाब पुलिस से निलम्बित कर्मचारी है। उसकी मुलाकात फरीदकोट में अक्सर सुरजीत सिंह उस समय होती रहती थी जब वह पेशी भुगतने के लिए अदालत में आता था। उसे यह मालूम था कि वह इतना बड़ा शातिर है। अगर गुरजीत सिंह की मानें तो उसके अनुसार इस लूट की वारदात में अभी तक उसे हिस्सा नहीं मिला है। लेकिन हिस्सा बंटने से पूर्व ही हरियाणा पुलिस ने उसे दबोच लिया।
उसने यह भी बताया कि 26 जून को उसे सुरजीत सिंह ने फोन करके डबवाली पहुंचने के लिए कहा और वह तुरन्त जगजीत सिंह उर्फ जग्गा को साथ लेकर डबवाली के बठिंडा चौक में पहुंच गया और 26 जून की वारदात को अंजाम दिया। उसने यह भी बताया कि उनका एक साथी राम भी उनके साथ था। उनके अनुसार लूटपाट के बाद वह लोग तो फरीदकोट चले गये जबकि उनके दो अन्य साथी बठिंडा की ओर।
इधर पता चला है कि अन्य अभियुक्तों को पकडऩे के लिए पुलिस ने कई संदिग्ध स्थानों पर पकड़े गये आरोपियों की निशानदेही पर छापामारी भी की। लेकिन अभी तक पुलिस को सफलता नहीं मिली। इस संबंध थाना शहर डबवाली प्रभारी वीरेन्द्र सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अन्य आरोपी शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिये जायेंगे।
लूट के मामले में गिरफ्तार हवलदार तथा डीसी फरीदकोट के गनमैन गुरजीत सिंह (48)पुत्र बलदेव सिंह निवासी सुन्दर नगर, फरीदकोट ने इस संवाददाता से बातचीत करते हुए पुलिस कस्टडी में स्वीकार किया है कि उसने लूट की वारदात में शामिल होकर गलती की है। वह पंजाब पुलिस के डीजीपी कार्यालय चण्डीगढ़ में बतौर ड्राईवर भी तैनात रहा है। 23 जुलाई 1985 में वह पुलिस में भर्ती हुआ था, उसका बैल्ट नं. 754 है।
उसने बताया कि वह किस प्रकार से इस सरगना के मुखिया सुरजीत सिंह निवासी बरनाला के चंगुल में फंसा। उसके अनुसार सुरजीत सिंह पंजाब पुलिस से निलम्बित कर्मचारी है। उसकी मुलाकात फरीदकोट में अक्सर सुरजीत सिंह उस समय होती रहती थी जब वह पेशी भुगतने के लिए अदालत में आता था। उसे यह मालूम था कि वह इतना बड़ा शातिर है। अगर गुरजीत सिंह की मानें तो उसके अनुसार इस लूट की वारदात में अभी तक उसे हिस्सा नहीं मिला है। लेकिन हिस्सा बंटने से पूर्व ही हरियाणा पुलिस ने उसे दबोच लिया।
उसने यह भी बताया कि 26 जून को उसे सुरजीत सिंह ने फोन करके डबवाली पहुंचने के लिए कहा और वह तुरन्त जगजीत सिंह उर्फ जग्गा को साथ लेकर डबवाली के बठिंडा चौक में पहुंच गया और 26 जून की वारदात को अंजाम दिया। उसने यह भी बताया कि उनका एक साथी राम भी उनके साथ था। उनके अनुसार लूटपाट के बाद वह लोग तो फरीदकोट चले गये जबकि उनके दो अन्य साथी बठिंडा की ओर।
इधर पता चला है कि अन्य अभियुक्तों को पकडऩे के लिए पुलिस ने कई संदिग्ध स्थानों पर पकड़े गये आरोपियों की निशानदेही पर छापामारी भी की। लेकिन अभी तक पुलिस को सफलता नहीं मिली। इस संबंध थाना शहर डबवाली प्रभारी वीरेन्द्र सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अन्य आरोपी शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिये जायेंगे।
डबवाली में पिटा काऊंटर इंटेलिजंस अधिकारी
डबवाली (लहू की लौ) यहां के बठिंडा चौक से एक कार चालक की कनपटी पर पिस्तौल लगा कर अपहरण करने का प्रयास कर रहे तीन जनों में से एक को लोगों ने दबोच लिया और उसकी अच्छी खातिरदारी की। लोगों का शिकार बने व्यक्ति ने पुलिस के समक्ष अपनी पहचान काऊंटर इंटेलिजंस पटियाला जोन पंजाब के एसआई के रूप में करवाई।
गुरतेज सिंह (40) पुत्र सुखमन्दर सिंह निवासी मुक्तसर ने बताया कि वह मुक्तसर में बाबा सन्त सिंह रोड़ पर हरमन ज्वैलर्स के नाम पर ज्वैलरी का काम करता है। रविवार को उसने कालांवाली अपनी बुआ को मिलने के लिए जाना था। उसने डबवाली में अपने बुआ के बेटे कुलदीप सिंह तथा सांडू कौर सिंह को इसकी सूचना फोन पहले देकर गोल चौक पर आने के लिए कह दिया था।
वह रविवार को सुबह लगभग 7.30 बजे बठिंडा चौक डबवाली में पहुुंच गया। कुलदीप सिंह पहले ही वहां मौजूद था। जबकि वह दोनों कौर सिंह के आने का इंतजार करने लगे। इसी दौरान वहां पर तीन व्यक्ति आये और उनमें से एक कार की पिछली सीट पर सवार हो गया और दूसरे ने उसकी कार की चाबी निकाल कर मोबाइल छीन लिया। तीसरा कार के दूसरी साईड पर खड़ा हो गया। पिछली सीट पर बैठे व्यक्ति ने उनकी कनपटी पर पिस्तौल लगा लिया और बाहर खड़े व्यक्ति को आदेश दिया कि वह उसे बाहर निकाल कर स्वयं कार का स्टेयरिंग संभाल ले।
शिकायतकर्ता के अनुसार वह उन व्यक्तियों से अपना कसूर पूछ रहा है और वह कौन व्यक्ति हैं जानने का प्रयास कर रहा था। तभी वहां पर कौर सिंह भी अपने बेटे वीरेन्द्र सिंह के साथ आ गया। उन्होंने संबंधित व्यक्तियों द्वारा कोई जवाब न देेने पर शोर मचा दिया। शोर सुन कर आसपास के लोगों ने उन तीन अज्ञात व्यक्तियों को घेर लिया और कनपटी पर पिस्तौल लगाने वाले को दबोच लिया। जबकि दो अन्य लोगों को चकमा देकर फरार हो गये।
लोगों ने पहले तो दबोचे गये व्यक्ति की अच्छी खातिरदारी की और बाद में उसे पुलिस को सौंप दिया। लूटपाट की घटना इसी चौक में 26 जून को पहले ही घटित हुई थी और लोग चौकन्ने थे। इस घटना की सूचना पाकर नगर के काफी लोग मौका पर पहुंच गये। जिसमें एडवोकेट रणजीत सिंह, एडवोकेट सुखबीर सिंह बराड़, एडवोकेट जितेन्द्र खैरा, वाईन ठेकेदार बिल्ला आदि शाामिल हैं। मौका पर पहुंचे इस संवाददाता को लोगों द्वारा दबोचे गये व्यक्ति ने अपना नाम पंकज कुमार निवासी रामपुरा बताया और कहा कि वह बरनाला के एक प्राईवेट कॉलेज में प्रोफेसर लगा हुआ है। थाना शहर डबवाली के प्रभारी वीरेन्द्र सिंह से जब इस सन्दर्भ में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पकड़े गये व्यक्ति ने पुलिस को अपनी पहचान स्वर्ण गांधी एसआई काउंटर इंटेलीजेेंस पटियाला जोन पंजाब बताया। उसने यह भी बताया कि वह अपने स्टाफ सदस्यों के साथ मलोट से किसी कार का पीछा कर रहा था। लेकिन गलती से बठिंडा चौक डबवाली में यह लोग उनके हत्थे चढ़ गये। उसने इस प्रकरण के लिए कार सवारों से लिखित में खेद भी प्रकट किया है।
ज्ञातव्य रहे डबवाली पुलिस को गहरी छानबीन के दौरान लोगों द्वारा पुलिस के सुपुर्द किये गये पंजाब पुलिस के इस अधिकारी ने अपने मिशन के बारे में कुछ भी नहीं बताया। सिर्फ इतना ही कहा कि मामला पूरी तरह सिक्रेट है और वह इसे बताने के लिए बाध्य नहीं हैं।
गुरतेज सिंह (40) पुत्र सुखमन्दर सिंह निवासी मुक्तसर ने बताया कि वह मुक्तसर में बाबा सन्त सिंह रोड़ पर हरमन ज्वैलर्स के नाम पर ज्वैलरी का काम करता है। रविवार को उसने कालांवाली अपनी बुआ को मिलने के लिए जाना था। उसने डबवाली में अपने बुआ के बेटे कुलदीप सिंह तथा सांडू कौर सिंह को इसकी सूचना फोन पहले देकर गोल चौक पर आने के लिए कह दिया था।
वह रविवार को सुबह लगभग 7.30 बजे बठिंडा चौक डबवाली में पहुुंच गया। कुलदीप सिंह पहले ही वहां मौजूद था। जबकि वह दोनों कौर सिंह के आने का इंतजार करने लगे। इसी दौरान वहां पर तीन व्यक्ति आये और उनमें से एक कार की पिछली सीट पर सवार हो गया और दूसरे ने उसकी कार की चाबी निकाल कर मोबाइल छीन लिया। तीसरा कार के दूसरी साईड पर खड़ा हो गया। पिछली सीट पर बैठे व्यक्ति ने उनकी कनपटी पर पिस्तौल लगा लिया और बाहर खड़े व्यक्ति को आदेश दिया कि वह उसे बाहर निकाल कर स्वयं कार का स्टेयरिंग संभाल ले।
शिकायतकर्ता के अनुसार वह उन व्यक्तियों से अपना कसूर पूछ रहा है और वह कौन व्यक्ति हैं जानने का प्रयास कर रहा था। तभी वहां पर कौर सिंह भी अपने बेटे वीरेन्द्र सिंह के साथ आ गया। उन्होंने संबंधित व्यक्तियों द्वारा कोई जवाब न देेने पर शोर मचा दिया। शोर सुन कर आसपास के लोगों ने उन तीन अज्ञात व्यक्तियों को घेर लिया और कनपटी पर पिस्तौल लगाने वाले को दबोच लिया। जबकि दो अन्य लोगों को चकमा देकर फरार हो गये।
लोगों ने पहले तो दबोचे गये व्यक्ति की अच्छी खातिरदारी की और बाद में उसे पुलिस को सौंप दिया। लूटपाट की घटना इसी चौक में 26 जून को पहले ही घटित हुई थी और लोग चौकन्ने थे। इस घटना की सूचना पाकर नगर के काफी लोग मौका पर पहुंच गये। जिसमें एडवोकेट रणजीत सिंह, एडवोकेट सुखबीर सिंह बराड़, एडवोकेट जितेन्द्र खैरा, वाईन ठेकेदार बिल्ला आदि शाामिल हैं। मौका पर पहुंचे इस संवाददाता को लोगों द्वारा दबोचे गये व्यक्ति ने अपना नाम पंकज कुमार निवासी रामपुरा बताया और कहा कि वह बरनाला के एक प्राईवेट कॉलेज में प्रोफेसर लगा हुआ है। थाना शहर डबवाली के प्रभारी वीरेन्द्र सिंह से जब इस सन्दर्भ में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पकड़े गये व्यक्ति ने पुलिस को अपनी पहचान स्वर्ण गांधी एसआई काउंटर इंटेलीजेेंस पटियाला जोन पंजाब बताया। उसने यह भी बताया कि वह अपने स्टाफ सदस्यों के साथ मलोट से किसी कार का पीछा कर रहा था। लेकिन गलती से बठिंडा चौक डबवाली में यह लोग उनके हत्थे चढ़ गये। उसने इस प्रकरण के लिए कार सवारों से लिखित में खेद भी प्रकट किया है।
ज्ञातव्य रहे डबवाली पुलिस को गहरी छानबीन के दौरान लोगों द्वारा पुलिस के सुपुर्द किये गये पंजाब पुलिस के इस अधिकारी ने अपने मिशन के बारे में कुछ भी नहीं बताया। सिर्फ इतना ही कहा कि मामला पूरी तरह सिक्रेट है और वह इसे बताने के लिए बाध्य नहीं हैं।
04 जुलाई 2010
उपायुक्त की सिक्योरिटी में तैनात गार्ड निकला लुटेरा
डबवाली (लहू की लौ) पिस्तौल की नोक पर लाखों रूपये का सोना लूटने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो सदस्यों को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार करके बड़ी सफलता अर्जित की है। लुटेरों में पंजाब के एक डीसी का सिक्योरिटी गार्ड भी शामिल है।
थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर वीरेन्द्र सिंह के अनुसार दिल्ली से गंगानगर जा रही जमींदारा ट्रांस्पोर्ट की एक बस जब 26 जून को सुबह डबवाली पहुंची तो उसमें सवार अबोहर निवासी सौरभ शर्मा (23) पुत्र नरेन्द्र शर्मा को चार अज्ञात कार सवारों ने बस से अपहरण करके एक इंडिको कार में मंडी किलियांवाली के डीकासर गुरूद्वारा के पास ले जाकर पिस्तौल की नोक पर उसके अंडरवीयर में छुपाये 950 ग्राम सोना बिस्कुट और जेवरात लूट लिये थे। शिकायतकर्ता ने पुलिस को यह भी बताया था कि लुटेरों में से एक पंजाब पुलिस की वर्दी में भी था।
सौरभ शर्मा ने उस समय पुलिस को दिये ब्यान में बताया था कि वह गंगानगर की जवाहर मार्किट में स्थित कन्हैया लाल की दुकान पर सोने-चांदी का काम करता है और गंगानगर के कन्हैया लाल का 250 ग्राम, अशोक कुमार का 550 ग्राम और दौलत राम का 150 ग्राम सोना दिल्ली से 15 लाख रूपये में खरीद कर गंगानगर जमींदारा ट्रांस्पोर्ट से ले जा रहा था।
जिला सिरसा पुलिस ने एसपी सतिन्द्र गुप्ता के दिशा निर्देश पर आरोपियों की तालाश शुरू करते हुए सौरभ शर्मा द्वारा बताई गई पहचान के आधार पर तीन स्कैच तैयार किये थे। इन स्कैच को एसआई कैलाश चन्द्र ने स्वयं सीआईए बठिंडा के साथ-साथ मलोट, गिदड़बाहा, संगत, बरनाला, फरीदकोट, मुक्तसर के थानों में जाकर पुलिस को दिये और सहयोग मांगा। पुलिस को इस अभियान में शुक्रवार शाम को उस समय भारी सफलता मिली जब मुखबरी के आधार पर बठिंडा के बस स्टैंड के सामने सौरभ शर्मा की शिनाख्त पर लूटेरा गिरोह के दो लोगों को दबोच लिया। दबोचे गये लोगों ने पुलिस को अपनी पहचान गुरजीत सिंह (48)पुत्र बलदेव सिंह तथा जगजीत सिंह उर्फ जग्गा (43) पुत्र मुख्तियार सिंह निवासीगण फरीदकोट (पंजाब) के रूप में करवाई।
थाना प्रभारी के अनुसार पकड़े गये गुरजीत सिंह ने अपनी पहचान को विस्तार से बताते हुए बताया कि वह पंजाब पुलिस में हवलदार के पद पर है और इन दिनों फरीदकोट के उपायुक्त की गार्द में बतौर सुरक्षा गार्ड तैनात है।
पुलिस ने उपरोक्त दोनों आरोपियों को न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी अमरजीत सिंह की अदालत में पेश करके अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने, लूट में प्रयुक्त की गई कार, लूटा गया सोना बरामद करने के लिए 5 दिन का पुलिस रिमांड मांगा। लेकिन अदालत ने पुलिस की याचिका को स्वीकार करते हुए आरोपियों का तीन दिन का पुलिस रिमांड दे दिया।
थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर वीरेन्द्र सिंह के अनुसार दिल्ली से गंगानगर जा रही जमींदारा ट्रांस्पोर्ट की एक बस जब 26 जून को सुबह डबवाली पहुंची तो उसमें सवार अबोहर निवासी सौरभ शर्मा (23) पुत्र नरेन्द्र शर्मा को चार अज्ञात कार सवारों ने बस से अपहरण करके एक इंडिको कार में मंडी किलियांवाली के डीकासर गुरूद्वारा के पास ले जाकर पिस्तौल की नोक पर उसके अंडरवीयर में छुपाये 950 ग्राम सोना बिस्कुट और जेवरात लूट लिये थे। शिकायतकर्ता ने पुलिस को यह भी बताया था कि लुटेरों में से एक पंजाब पुलिस की वर्दी में भी था।
सौरभ शर्मा ने उस समय पुलिस को दिये ब्यान में बताया था कि वह गंगानगर की जवाहर मार्किट में स्थित कन्हैया लाल की दुकान पर सोने-चांदी का काम करता है और गंगानगर के कन्हैया लाल का 250 ग्राम, अशोक कुमार का 550 ग्राम और दौलत राम का 150 ग्राम सोना दिल्ली से 15 लाख रूपये में खरीद कर गंगानगर जमींदारा ट्रांस्पोर्ट से ले जा रहा था।
जिला सिरसा पुलिस ने एसपी सतिन्द्र गुप्ता के दिशा निर्देश पर आरोपियों की तालाश शुरू करते हुए सौरभ शर्मा द्वारा बताई गई पहचान के आधार पर तीन स्कैच तैयार किये थे। इन स्कैच को एसआई कैलाश चन्द्र ने स्वयं सीआईए बठिंडा के साथ-साथ मलोट, गिदड़बाहा, संगत, बरनाला, फरीदकोट, मुक्तसर के थानों में जाकर पुलिस को दिये और सहयोग मांगा। पुलिस को इस अभियान में शुक्रवार शाम को उस समय भारी सफलता मिली जब मुखबरी के आधार पर बठिंडा के बस स्टैंड के सामने सौरभ शर्मा की शिनाख्त पर लूटेरा गिरोह के दो लोगों को दबोच लिया। दबोचे गये लोगों ने पुलिस को अपनी पहचान गुरजीत सिंह (48)पुत्र बलदेव सिंह तथा जगजीत सिंह उर्फ जग्गा (43) पुत्र मुख्तियार सिंह निवासीगण फरीदकोट (पंजाब) के रूप में करवाई।
थाना प्रभारी के अनुसार पकड़े गये गुरजीत सिंह ने अपनी पहचान को विस्तार से बताते हुए बताया कि वह पंजाब पुलिस में हवलदार के पद पर है और इन दिनों फरीदकोट के उपायुक्त की गार्द में बतौर सुरक्षा गार्ड तैनात है।
पुलिस ने उपरोक्त दोनों आरोपियों को न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी अमरजीत सिंह की अदालत में पेश करके अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने, लूट में प्रयुक्त की गई कार, लूटा गया सोना बरामद करने के लिए 5 दिन का पुलिस रिमांड मांगा। लेकिन अदालत ने पुलिस की याचिका को स्वीकार करते हुए आरोपियों का तीन दिन का पुलिस रिमांड दे दिया।
02 जुलाई 2010
पालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन अविश्वास मत हारी
डबवाली (लहू की लौ) नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन और उपाध्यक्ष हरनेक सिंह के खिलाफ उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल की अध्यक्षता में गुरूवार को आयोजित पार्षदों की बैठक में दो तिहाई बहुमत से अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया। बैठक में अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में 14 और विरोध में दो मत पड़े। जबकि सिम्पा जैन के साथ चट्टान की तरह खड़े चार अन्य पार्षद बैठक में उपस्थित ही नहीं हुए।
प्राप्त जानकारी अनुसार निर्धारित समय सुबह 11.00 बजे नगरपालिका में उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल पहुंच गए और उपस्थित पार्षदों की बैठक शुरू हो गई। बैठक में अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में आए सभी 13 पार्षद सहित हल्का डबवाली के विधायक डॉ. अजय सिंह चौटाला उपस्थित थे। इस मौके पर उपमण्डलाधीश ने हाथ खड़े करके अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में या विरोध में मतदान करने का पार्षदों से अनुरोध किया। जिस पर अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में 13 पार्षदों सहित विधायक का हाथ भी उठा। प्रस्ताव का समर्थन करने वालों में कांग्रेस के चार विद्रोही पार्षद वार्ड नं. 1 से जगदीप सूर्या, वार्ड नं. 12 से रमेश बागड़ी, वार्ड नं. 14 से विनोद बांसल, वार्ड नं. 17 से गीता चौहान और इनेलो तथा भाजपा के वार्ड नं. 2 से सरला गुप्ता, वार्ड नं. 3 से सुभाष मित्तल, वार्ड नं. 8 से कृष्णा छाबड़ा, वार्ड नं. 9 से सरोज सेठी, वार्ड नं. 10 से टेकचन्द छाबड़ा, वार्ड नं. 11 से नीलकान्त मैहता, वार्ड नं. 16 से गुरजीत सिंह, वार्ड नं. 18 सुखविन्द्र सरां, वार्ड नं. 19 सुरेन्द्र छिन्दा शामिल थे। जबकि प्रस्ताव के विरोध में केवल नगरपालिका अध्यक्षा एवं वार्ड नं. 4 से पार्षद सिम्पा जैन और उपाध्यक्ष एवं वार्ड नं. 7 से पार्षद हरनेक सिंह वहां अलग-थलग पड़े रहे। पालिका अध्यक्षा ने कांग्रेस समर्थित वार्ड नं. 5 से पार्षद बिन्दिया महन्त, वार्ड नं. 6 से ओमप्रकाश बागड़ी, वार्ड नं. 13 से मधु बागड़ी, वार्ड नं. 15 से सुरजीत चावला को अपने साथ चट्टान की तरह खड़े होने का दावा किया था, लेकिन इनमें से एक भी पार्षद प्रस्ताव के विरोध में बैठक में उपस्थित नहीं हुआ।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि आज 1 जुलाई 2010 को डबवाली के विधायक अजय सिंह चौटाला की उपस्थिति में नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन तथा उपाध्यक्ष हरनेक सिंह के खिलाफ 13 पार्षदों द्वारा दिए गए शपथ-पत्रों पर अविश्वास प्रस्ताव बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में विधायक सहित सभी 13 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन किया और इस अविश्वास प्रस्ताव को पारित घोषित किया गया। उन्होंने बताया कि अब इस प्रस्ताव को आगामी कार्रवाई के लिए उपायुक्त सिरसा के पास भेजा जा रहा है।
इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि इस बैठक के द्वारा प्रजातंत्र की निष्पक्षता को कायम रखा गया है। प्रशासन ने निष्पक्षता के मामले में पूरी पारदर्शिता बरती है।
इधर अविश्वास प्रस्ताव हारने के बाद सिम्पा जैन ने पहले तो इस सम्बन्ध में कोई भी प्रतिक्रिया करने से इंकार कर दिया। लेकिन बाद में कहा कि जो हुआ अच्छा ही हुआ। लेकिन पार्षदों ने अच्छा नहीं किया। कांग्रेस से सम्बन्धित पार्षदों ने अविश्वास का समर्थन करके केवल कांग्रेस पार्टी को ही बदनाम नहीं किया। बल्कि कांग्रेस पार्टी के नेता डॉ. केवी सिंह को भी बदनाम किया। जिन्होंने अविश्वास प्रस्ताव न आए, इसके लिए काफी प्रयास किया था।
हल्का डबवाली से विधायक तथा इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला ने अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पार्षदों ने प्रजातांत्रिक तरीके से अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में मतदान करके काफी समय से पालिका अध्यक्षा और उपाध्यक्ष को हटाने के सम्बन्ध में चलाए गए अभियान को सफल बना दिया। उन्होंने कहा कि पालिका अध्यक्षा और उपाध्यक्ष दोनों ही पार्षदों का विश्वास खो चुके थे और प्रशासन के साथ मिलकर मनमानी कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन से मिलकर पिछली बैठक स्थगित करवा दी गई थी। यहां तक की पार्षदों की खरीद-फरोख्त का भी प्रयास किया गया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इनेलो के पार्षद किसी भी कीमत पर खरीदे नहीं जा सकते, यह उन्होंने आज की बैठक में भी सिद्ध कर दिया। उन्होनें यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन जल्दी ही चुनाव की तिथि घोषित करके प्रधान और उपप्रधान पद के लिए पार्षदों की बैठक आमंत्रित करेगा, ताकि डबवाली के रूके हुए विकास कार्य गति पा सकें। उन्होंने पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि आगामी चुनाव प्रजातंत्र तरीके से मिल-बैठकर ही होंगे। 5 जुलाई के भारत बन्द के सम्बन्ध में बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार भी हरियाणा में पूर्ण बन्द होगा और इनेलो इस बन्द में जोर-शोर से भाग ले रही है। इधर नगरपालिका में अविश्वास प्रस्ताव पर बुलाई गई बैठक के समय पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था थी और डीएसपी बाबू लाल स्वयं सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाले हुए थे। प्रशासन द्वारा बैठक की कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी करवाई गई।
प्राप्त जानकारी अनुसार निर्धारित समय सुबह 11.00 बजे नगरपालिका में उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल पहुंच गए और उपस्थित पार्षदों की बैठक शुरू हो गई। बैठक में अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में आए सभी 13 पार्षद सहित हल्का डबवाली के विधायक डॉ. अजय सिंह चौटाला उपस्थित थे। इस मौके पर उपमण्डलाधीश ने हाथ खड़े करके अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में या विरोध में मतदान करने का पार्षदों से अनुरोध किया। जिस पर अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में 13 पार्षदों सहित विधायक का हाथ भी उठा। प्रस्ताव का समर्थन करने वालों में कांग्रेस के चार विद्रोही पार्षद वार्ड नं. 1 से जगदीप सूर्या, वार्ड नं. 12 से रमेश बागड़ी, वार्ड नं. 14 से विनोद बांसल, वार्ड नं. 17 से गीता चौहान और इनेलो तथा भाजपा के वार्ड नं. 2 से सरला गुप्ता, वार्ड नं. 3 से सुभाष मित्तल, वार्ड नं. 8 से कृष्णा छाबड़ा, वार्ड नं. 9 से सरोज सेठी, वार्ड नं. 10 से टेकचन्द छाबड़ा, वार्ड नं. 11 से नीलकान्त मैहता, वार्ड नं. 16 से गुरजीत सिंह, वार्ड नं. 18 सुखविन्द्र सरां, वार्ड नं. 19 सुरेन्द्र छिन्दा शामिल थे। जबकि प्रस्ताव के विरोध में केवल नगरपालिका अध्यक्षा एवं वार्ड नं. 4 से पार्षद सिम्पा जैन और उपाध्यक्ष एवं वार्ड नं. 7 से पार्षद हरनेक सिंह वहां अलग-थलग पड़े रहे। पालिका अध्यक्षा ने कांग्रेस समर्थित वार्ड नं. 5 से पार्षद बिन्दिया महन्त, वार्ड नं. 6 से ओमप्रकाश बागड़ी, वार्ड नं. 13 से मधु बागड़ी, वार्ड नं. 15 से सुरजीत चावला को अपने साथ चट्टान की तरह खड़े होने का दावा किया था, लेकिन इनमें से एक भी पार्षद प्रस्ताव के विरोध में बैठक में उपस्थित नहीं हुआ।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि आज 1 जुलाई 2010 को डबवाली के विधायक अजय सिंह चौटाला की उपस्थिति में नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन तथा उपाध्यक्ष हरनेक सिंह के खिलाफ 13 पार्षदों द्वारा दिए गए शपथ-पत्रों पर अविश्वास प्रस्ताव बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में विधायक सहित सभी 13 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन किया और इस अविश्वास प्रस्ताव को पारित घोषित किया गया। उन्होंने बताया कि अब इस प्रस्ताव को आगामी कार्रवाई के लिए उपायुक्त सिरसा के पास भेजा जा रहा है।
इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि इस बैठक के द्वारा प्रजातंत्र की निष्पक्षता को कायम रखा गया है। प्रशासन ने निष्पक्षता के मामले में पूरी पारदर्शिता बरती है।
इधर अविश्वास प्रस्ताव हारने के बाद सिम्पा जैन ने पहले तो इस सम्बन्ध में कोई भी प्रतिक्रिया करने से इंकार कर दिया। लेकिन बाद में कहा कि जो हुआ अच्छा ही हुआ। लेकिन पार्षदों ने अच्छा नहीं किया। कांग्रेस से सम्बन्धित पार्षदों ने अविश्वास का समर्थन करके केवल कांग्रेस पार्टी को ही बदनाम नहीं किया। बल्कि कांग्रेस पार्टी के नेता डॉ. केवी सिंह को भी बदनाम किया। जिन्होंने अविश्वास प्रस्ताव न आए, इसके लिए काफी प्रयास किया था।
हल्का डबवाली से विधायक तथा इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला ने अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पार्षदों ने प्रजातांत्रिक तरीके से अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में मतदान करके काफी समय से पालिका अध्यक्षा और उपाध्यक्ष को हटाने के सम्बन्ध में चलाए गए अभियान को सफल बना दिया। उन्होंने कहा कि पालिका अध्यक्षा और उपाध्यक्ष दोनों ही पार्षदों का विश्वास खो चुके थे और प्रशासन के साथ मिलकर मनमानी कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन से मिलकर पिछली बैठक स्थगित करवा दी गई थी। यहां तक की पार्षदों की खरीद-फरोख्त का भी प्रयास किया गया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इनेलो के पार्षद किसी भी कीमत पर खरीदे नहीं जा सकते, यह उन्होंने आज की बैठक में भी सिद्ध कर दिया। उन्होनें यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन जल्दी ही चुनाव की तिथि घोषित करके प्रधान और उपप्रधान पद के लिए पार्षदों की बैठक आमंत्रित करेगा, ताकि डबवाली के रूके हुए विकास कार्य गति पा सकें। उन्होंने पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि आगामी चुनाव प्रजातंत्र तरीके से मिल-बैठकर ही होंगे। 5 जुलाई के भारत बन्द के सम्बन्ध में बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार भी हरियाणा में पूर्ण बन्द होगा और इनेलो इस बन्द में जोर-शोर से भाग ले रही है। इधर नगरपालिका में अविश्वास प्रस्ताव पर बुलाई गई बैठक के समय पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था थी और डीएसपी बाबू लाल स्वयं सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाले हुए थे। प्रशासन द्वारा बैठक की कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी करवाई गई।
ऐलनाबाद में इनेलो ने कांग्रेस को दिखाया ठेंगा
ऐलनाबाद। यहां नगर पालिका पर इनेलो ने अप्रत्याशित बहुमत हासिल किया। दो आजाद उम्मीदवारों तथा एक कांग्रेस के विद्रोही का साथ पाकर इनेलो ने पालिका फतह की। इनेलो ने साथ ही साथ ही अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष पदों पर भी नियुक्ति कर दी।
उल्लेखनीय है कि विगत मई माह में नगर निकाय के चुनाव हुए थे। सिरसा तथा रानियां में इनेलो को पूर्ण बहुमत हासिल हुआ था जबकि कालांवाली तथा एलनाबाद में स्थिति उहापोह की थी। कालांवाली में स्थिति पहले ही स्पष्ट हो चुकी थी। यहां कुल 13 सीटों में से इनेलो तथा कांग्रेस 6-6 पर काबिज हुए थे। एक आजाद उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी। कुछ दिन पूर्व आजाद उम्मीदवार के इनेलो को समर्थन देने के फैसले के साथ ही यहां की पालिका पर संशय समाप्त हो गया था।
ऐलनाबाद में नगरपालिका की कुल 17 सीटों पर मतदान हुआ था। इनमें से 9 पर कांग्रेस तथा 6 पर इनेलो समर्थित उम्मीदवारों ने विजय पताका लहराई थी। वहीं दो आजाद उम्मीदवार जीते थे। आजाद उम्मीदवारों के समर्थन के बावजूद भी इनेलो की स्थिति डांवांडोल दिखाई दे रही थी। इस प्रकार कांग्रेस को ही पालिका पर काबिज माना जा रहा था।
आज दोनों पार्टियों को बहुमत साबित करना था। इनेलो के विधायक अभय सिंह चौटाला मौके पर पहुंचे। बहुमत साबित करने की प्रक्रिया शुरू की गई तो सब भौचक्के रह गए। आजाद उम्मीदवारों ने तो इनेलो को समर्थन दिया ही, इसके अलावा कांग्रेस के एक पार्षद ने भी विद्रोह भावना दिखाते हुए इनेलो के पक्ष में मतदान कर दिया। एक मत विधायक अभय सिंह चौटाला का था। इस प्रकार इनेलो ने बहुमत हासिल कर पालिका पर अपना कब्जा जमाया। चट मंगनी पट ब्याह की कहावत सिद्ध करते हुए तुरंत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष भी मनोनीत कर दिए गए। खास बात यह है कि दोनों ही पद आजाद उम्मीदवारों को सौंपे गए हैं। रघुबीर जांगड़ा को प्रधान तथा धर्मपाल गुंबर को उपप्रधान बनाया गया है। जिक्रयोग है कि गुंबर इससे पूर्व इसी पद पर कांग्रेस की ओर से भी कमान संभाल चुके हैं। तत्पश्चात विधायक चौटाला ने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को गोपनीयता की शपथ दिलाई। इनेलो द्वारा नगरपालिका पर कब्जा जमाने के बाद शहर में इनेलो समर्थकों ने विजय जुलूस निकाला।
उल्लेखनीय है कि विगत मई माह में नगर निकाय के चुनाव हुए थे। सिरसा तथा रानियां में इनेलो को पूर्ण बहुमत हासिल हुआ था जबकि कालांवाली तथा एलनाबाद में स्थिति उहापोह की थी। कालांवाली में स्थिति पहले ही स्पष्ट हो चुकी थी। यहां कुल 13 सीटों में से इनेलो तथा कांग्रेस 6-6 पर काबिज हुए थे। एक आजाद उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी। कुछ दिन पूर्व आजाद उम्मीदवार के इनेलो को समर्थन देने के फैसले के साथ ही यहां की पालिका पर संशय समाप्त हो गया था।
ऐलनाबाद में नगरपालिका की कुल 17 सीटों पर मतदान हुआ था। इनमें से 9 पर कांग्रेस तथा 6 पर इनेलो समर्थित उम्मीदवारों ने विजय पताका लहराई थी। वहीं दो आजाद उम्मीदवार जीते थे। आजाद उम्मीदवारों के समर्थन के बावजूद भी इनेलो की स्थिति डांवांडोल दिखाई दे रही थी। इस प्रकार कांग्रेस को ही पालिका पर काबिज माना जा रहा था।
आज दोनों पार्टियों को बहुमत साबित करना था। इनेलो के विधायक अभय सिंह चौटाला मौके पर पहुंचे। बहुमत साबित करने की प्रक्रिया शुरू की गई तो सब भौचक्के रह गए। आजाद उम्मीदवारों ने तो इनेलो को समर्थन दिया ही, इसके अलावा कांग्रेस के एक पार्षद ने भी विद्रोह भावना दिखाते हुए इनेलो के पक्ष में मतदान कर दिया। एक मत विधायक अभय सिंह चौटाला का था। इस प्रकार इनेलो ने बहुमत हासिल कर पालिका पर अपना कब्जा जमाया। चट मंगनी पट ब्याह की कहावत सिद्ध करते हुए तुरंत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष भी मनोनीत कर दिए गए। खास बात यह है कि दोनों ही पद आजाद उम्मीदवारों को सौंपे गए हैं। रघुबीर जांगड़ा को प्रधान तथा धर्मपाल गुंबर को उपप्रधान बनाया गया है। जिक्रयोग है कि गुंबर इससे पूर्व इसी पद पर कांग्रेस की ओर से भी कमान संभाल चुके हैं। तत्पश्चात विधायक चौटाला ने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को गोपनीयता की शपथ दिलाई। इनेलो द्वारा नगरपालिका पर कब्जा जमाने के बाद शहर में इनेलो समर्थकों ने विजय जुलूस निकाला।
20 मानव रहित स्टेशनों पर कर्मचारी नियुक्त होंगे-मीणा
डबवाली (लहू की लौ) मानव रहित रेलवे फाटकों पर बढ़ रहे हादसों से रेलवे मंत्रालय के माथे पर चिंता की रेखाएं खिंच गई है। मंत्रालय ने इसे गंभीरता से लेते हुए लोगों को जागरूक करने की ठानी है। इसी संदर्भ में सबडीविजन हनुमानगढ़ के एडीईएम ने सबडिविजन के अन्तर्गत पडऩे वाले मानव रहित रेलवे फाटकों का दौरा किया। पेट्रोल पम्पस, ढाबों तथा चौपालों पर जाकर वाहन चालकों को जागरूक किया।
प्राप्त जानकारी अनुसार पिछले कुछ समय से देश में बने मानव रहित रेलवे फाटकों पर काफी हादसे हुए हैं। इन हादसों में न जाने कितने लोग मौत का शिकार हुए हैं। लोगों की जान-माल की सुरक्षा के लिए रेलवे मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण पग उठाया है। वाहन चालकों को जागरूक किया जा रहा है। व्यक्तिगत तौर पर जानकारी देकर वाहन चालकों को रेल यातायात सम्बन्धी सचेत करवाया जा रहा है। यहीं नहीं लोगों को रेल अधिनियम तथा मोटर वाहन कानून से भी अवगत करवाया जा रहा है।
इसी सिलसिले में संरक्षा संगठन उत्तर-पश्चिम रेलवे बीकानेर मण्डल के आह्वान पर हनुमानगढ़ सबडीििवजन के एडीईएम ए.के.मीणा, एसके मदान एसएसई बठिण्डा, रमेश यादव एएसआई आरपीएफ डबवाली के प्लेटफार्म पर पहुंचे। इस संवाददाता से बातचीत करते हुए एडीईएम एके मीणा ने रेल मंत्रालय के उपरोक्त पग की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हनुमानगढ़ रेलवे उपमण्डल के अन्तर्गत 35 मानव रहित रेलवे फाटक आते हैं। वर्ष 2010-11 में इनमें से 20 रेलवे फाटकों पर कर्मचारी नियुक्त करने की योजना है। जबकि इससे पूर्व 2009-10 में 6 मानव रहित रेलवे फाटकों पर कर्मचारियों की नियुक्ति की जा चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि मोटर वाहन कानून 1988 के तहत मानव रहित रेलवे फाटक पर लापरवाही बरतना कानूनी अपराध है। इसके साथ ही रेलवे लाईन को क्रॉस करना भी एक अपराध है। इसके बाद रेलवे उपमण्डल हनुमानगढ़ के एडीईएम ए.के.मीणा ने वाहन चालकों को डूमवाली स्थित पेट्रोल पम्पस, जस्सी बागवाली स्थित एक ढाबे पर वाहनों को रोककर मानव रहित रेलवे फाटक को पार करने से पहले रूकने, दाएं-बाएं रेलवे लाइन पर आने वाली संभावित रेल गाड़ी को देखने के दोरान गाड़ी न आने की सूरत में ही फाटक को क्रॉस करने के लिए कहा। उन्होंने वाहन चालकों को बताया कि रेलगाड़ी प्रति सैकेण्ड 30 मीटर की गति से बढ़ती है, इसलिए फाटक को पार करने की भूल कदापि न करें। ऐसा करना मोटर वाहन कानून 1988 की धारा 131 के अधीन अपराध हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार पिछले कुछ समय से देश में बने मानव रहित रेलवे फाटकों पर काफी हादसे हुए हैं। इन हादसों में न जाने कितने लोग मौत का शिकार हुए हैं। लोगों की जान-माल की सुरक्षा के लिए रेलवे मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण पग उठाया है। वाहन चालकों को जागरूक किया जा रहा है। व्यक्तिगत तौर पर जानकारी देकर वाहन चालकों को रेल यातायात सम्बन्धी सचेत करवाया जा रहा है। यहीं नहीं लोगों को रेल अधिनियम तथा मोटर वाहन कानून से भी अवगत करवाया जा रहा है।
इसी सिलसिले में संरक्षा संगठन उत्तर-पश्चिम रेलवे बीकानेर मण्डल के आह्वान पर हनुमानगढ़ सबडीििवजन के एडीईएम ए.के.मीणा, एसके मदान एसएसई बठिण्डा, रमेश यादव एएसआई आरपीएफ डबवाली के प्लेटफार्म पर पहुंचे। इस संवाददाता से बातचीत करते हुए एडीईएम एके मीणा ने रेल मंत्रालय के उपरोक्त पग की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हनुमानगढ़ रेलवे उपमण्डल के अन्तर्गत 35 मानव रहित रेलवे फाटक आते हैं। वर्ष 2010-11 में इनमें से 20 रेलवे फाटकों पर कर्मचारी नियुक्त करने की योजना है। जबकि इससे पूर्व 2009-10 में 6 मानव रहित रेलवे फाटकों पर कर्मचारियों की नियुक्ति की जा चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि मोटर वाहन कानून 1988 के तहत मानव रहित रेलवे फाटक पर लापरवाही बरतना कानूनी अपराध है। इसके साथ ही रेलवे लाईन को क्रॉस करना भी एक अपराध है। इसके बाद रेलवे उपमण्डल हनुमानगढ़ के एडीईएम ए.के.मीणा ने वाहन चालकों को डूमवाली स्थित पेट्रोल पम्पस, जस्सी बागवाली स्थित एक ढाबे पर वाहनों को रोककर मानव रहित रेलवे फाटक को पार करने से पहले रूकने, दाएं-बाएं रेलवे लाइन पर आने वाली संभावित रेल गाड़ी को देखने के दोरान गाड़ी न आने की सूरत में ही फाटक को क्रॉस करने के लिए कहा। उन्होंने वाहन चालकों को बताया कि रेलगाड़ी प्रति सैकेण्ड 30 मीटर की गति से बढ़ती है, इसलिए फाटक को पार करने की भूल कदापि न करें। ऐसा करना मोटर वाहन कानून 1988 की धारा 131 के अधीन अपराध हैं।
सीएम को धौंस भरा ई-मेल भेजने का आरोपी अदालत में पेश
मुझे षडयंत्र के तहत फंसाया जा रहा है-नवदीप
डबवाली (लहू की लौ) फर्जी ई-मेल आईडी बनाकर हरियाणा के मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव को धौंस भरा मेल भेजने के आरोप में गिरफ्तार किए गए चौ. देवीलाल मैमोरियल इंजीनियरिंग कॉलेज के इलेक्ट्रोनिक्स विभाग के प्रवक्ता नवदीप को डबवाली के डयूटी मजिस्ट्रेट तथा उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने 10 हजार रूपए के निजी मुचलके पर आरोपी को जमानत दे दी।
चौधरी देवीलाल इंजीनियरिंग कॉलेज, पन्नीवाला मोटा के डायरेक्टर डॉ. डीएस मोर के पास चंडीगढ़ से शिक्षा विभाग के निदेशक का एक पत्र आया। इस पत्र के जरिए विभागीय स्तर पर डॉ. मोर से टिप्पणी मांगी गई कि आपने विभाग के पास अपनी ईमेल आईडी से जो मैसेज भेजे हैं उस संदर्भ में आप का क्या कहना है? निदेशक का पत्र मिलने के बाद डॉ. मोर सकते में आ गए और उन्होंने तत्काल इस बात की जांच करवाई तो मालूम हुआ कि उनके नाम पर फजी ईमेल आईडी तैयार की गई है और इसी के जरिए यह संदेश भेजा गया है। डॉ. मोर ने इस मामले की शिकायत सिरसा के एसपी से की। एसपी सतेंद्र कुमार गुप्ता ने मामले की जांच का जिम्मा डबवाली के डीएसपी बाबूलाल को सौंपा।
डीएसपी बाबूलाल ने बताया कि फर्जी ई-मेल आईडी डीएसमोर.कॉम.डीईडीएसएम एटदरेट याहू.कॉम के नाम से बनाई गई और उससे जो मैसेज भेजा गया है वह मैं डॉ. मोर इंजीनियिरिंग कॉलेज का डायरेक्टर हूं और यहां का सर्वेसर्वा हूं, जो इच्छा होती है वही करता हूं, मुझे कोई टोकने या पूछने वाला नहीं।Ó इसके अलावा भी कुछ और मैसेज भी इस ईमेल के जरिए भेजे गए थे।
मामले की जांच कर रहे डीएसपी बाबूलाल ने बताया कि डॉ. मोर की शिकायत पर ओढ़ां थाना पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इनमें से एक हिसार के लघुसचिवालय परिसर में रहने वाली महिला तथा हिसार में सहायक कृषि अधिकारी कविता है। जबकि दूसरा आरोपी हिसार के आदर्श नगर कॉलोनी का रहने वाला सतीश है। जोकि हिसारं में कम्प्यूटर सैन्टर चलाता है। इनके खिलाफ आईपीसी 469 के तहत केस दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने बीएसएनएल कार्यालय से ईमेल की डिटेल निकलवाई तो मालूम हुआ कि उक्त आरोपियों ने हिसार से डॉ. मोर के नाम पर फर्जी ईमेल आईडी बनाकर मेल किए थे। ये मेल 13 मार्च 2010 और 9 अप्रैल 2010 को मैसेज भेजे गए थे। जांच के दौरान शक की सूई कॉलेज में ही इलेक्ट्रोनिक्स विभाग के प्रवक्ता नवदीप पर आकर अटक गई। जोकि कविता के पति हैं।
डीएसपी बाबू लाल स्वयं हिसार गए और उन्होंने नवदीप को दबोच लिया। मंगलवार को आरोपी नवदीप को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी एवं डयूटी मजिस्ट्रेट डबवाली महावीर सिंह की अदालत में पेश किया। अदालत ने नवदीप को 10,000 रूपए के निजी मुचलके पर जमानत पर रिहा कर दिया।
जमानत पर रिहा होने के बाद इस संवाददाता से बातचीत करते हुए लेक्चरर नवदीप ने बताया कि उस पर किसी षडयंत्र के तहत उपरोक्त झूठा केस बनाया गया है। उसने अपना तर्क देते हुए कहा कि उसके घर 14 अप्रैल को बीएसएनएल ब्रॉडबैंड का इंटरनेट कनेक्शन लगा है। जबकि उस पर आरोप 13 मार्च तथा 9 अप्रैल को ई-मेल भेजने का है। उन्होंने कॉलेज के डायरेक्टर/प्रिंसीपल डॉ. डीएस मोर के खफा होने के सम्बन्ध में बताया कि वह अन्य कॉलेज प्रवक्ताओं के साथ मिलकर अपने अधिकारों के लिए संघर्षरत है। कॉलेज का डायरेक्टर तानाशाही नीति अपनाकर उस पर यह झूठा केस बनवाकर उनकी आवाज को दबाना चाहता है। लेक्चरार ने यह भी बताया कि वह पिछले सात वर्षों से इसी कॉलेज में लेक्चरार है। इससे पूर्व उस पर कोई भी दाग नहीं है। लेकिन दो वर्ष पूर्व कॉलेज का कार्यभार डॉ. डीएस मोर ने संभाला और वह तभी से उसके साथ-साथ अन्य लेक्चरार से भी खार खाता है।
चौधरी देवीलाल इंजीनियरिंग कॉलेज, पन्नीवाला मोटा के डायरेक्टर डीएस मोर ने उपरोक्त आरोपों पर कोई भी टिप्पणी करने से साफ इंकार किया।
डबवाली (लहू की लौ) फर्जी ई-मेल आईडी बनाकर हरियाणा के मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव को धौंस भरा मेल भेजने के आरोप में गिरफ्तार किए गए चौ. देवीलाल मैमोरियल इंजीनियरिंग कॉलेज के इलेक्ट्रोनिक्स विभाग के प्रवक्ता नवदीप को डबवाली के डयूटी मजिस्ट्रेट तथा उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने 10 हजार रूपए के निजी मुचलके पर आरोपी को जमानत दे दी।
चौधरी देवीलाल इंजीनियरिंग कॉलेज, पन्नीवाला मोटा के डायरेक्टर डॉ. डीएस मोर के पास चंडीगढ़ से शिक्षा विभाग के निदेशक का एक पत्र आया। इस पत्र के जरिए विभागीय स्तर पर डॉ. मोर से टिप्पणी मांगी गई कि आपने विभाग के पास अपनी ईमेल आईडी से जो मैसेज भेजे हैं उस संदर्भ में आप का क्या कहना है? निदेशक का पत्र मिलने के बाद डॉ. मोर सकते में आ गए और उन्होंने तत्काल इस बात की जांच करवाई तो मालूम हुआ कि उनके नाम पर फजी ईमेल आईडी तैयार की गई है और इसी के जरिए यह संदेश भेजा गया है। डॉ. मोर ने इस मामले की शिकायत सिरसा के एसपी से की। एसपी सतेंद्र कुमार गुप्ता ने मामले की जांच का जिम्मा डबवाली के डीएसपी बाबूलाल को सौंपा।
डीएसपी बाबूलाल ने बताया कि फर्जी ई-मेल आईडी डीएसमोर.कॉम.डीईडीएसएम एटदरेट याहू.कॉम के नाम से बनाई गई और उससे जो मैसेज भेजा गया है वह मैं डॉ. मोर इंजीनियिरिंग कॉलेज का डायरेक्टर हूं और यहां का सर्वेसर्वा हूं, जो इच्छा होती है वही करता हूं, मुझे कोई टोकने या पूछने वाला नहीं।Ó इसके अलावा भी कुछ और मैसेज भी इस ईमेल के जरिए भेजे गए थे।
मामले की जांच कर रहे डीएसपी बाबूलाल ने बताया कि डॉ. मोर की शिकायत पर ओढ़ां थाना पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इनमें से एक हिसार के लघुसचिवालय परिसर में रहने वाली महिला तथा हिसार में सहायक कृषि अधिकारी कविता है। जबकि दूसरा आरोपी हिसार के आदर्श नगर कॉलोनी का रहने वाला सतीश है। जोकि हिसारं में कम्प्यूटर सैन्टर चलाता है। इनके खिलाफ आईपीसी 469 के तहत केस दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने बीएसएनएल कार्यालय से ईमेल की डिटेल निकलवाई तो मालूम हुआ कि उक्त आरोपियों ने हिसार से डॉ. मोर के नाम पर फर्जी ईमेल आईडी बनाकर मेल किए थे। ये मेल 13 मार्च 2010 और 9 अप्रैल 2010 को मैसेज भेजे गए थे। जांच के दौरान शक की सूई कॉलेज में ही इलेक्ट्रोनिक्स विभाग के प्रवक्ता नवदीप पर आकर अटक गई। जोकि कविता के पति हैं।
डीएसपी बाबू लाल स्वयं हिसार गए और उन्होंने नवदीप को दबोच लिया। मंगलवार को आरोपी नवदीप को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी एवं डयूटी मजिस्ट्रेट डबवाली महावीर सिंह की अदालत में पेश किया। अदालत ने नवदीप को 10,000 रूपए के निजी मुचलके पर जमानत पर रिहा कर दिया।
जमानत पर रिहा होने के बाद इस संवाददाता से बातचीत करते हुए लेक्चरर नवदीप ने बताया कि उस पर किसी षडयंत्र के तहत उपरोक्त झूठा केस बनाया गया है। उसने अपना तर्क देते हुए कहा कि उसके घर 14 अप्रैल को बीएसएनएल ब्रॉडबैंड का इंटरनेट कनेक्शन लगा है। जबकि उस पर आरोप 13 मार्च तथा 9 अप्रैल को ई-मेल भेजने का है। उन्होंने कॉलेज के डायरेक्टर/प्रिंसीपल डॉ. डीएस मोर के खफा होने के सम्बन्ध में बताया कि वह अन्य कॉलेज प्रवक्ताओं के साथ मिलकर अपने अधिकारों के लिए संघर्षरत है। कॉलेज का डायरेक्टर तानाशाही नीति अपनाकर उस पर यह झूठा केस बनवाकर उनकी आवाज को दबाना चाहता है। लेक्चरार ने यह भी बताया कि वह पिछले सात वर्षों से इसी कॉलेज में लेक्चरार है। इससे पूर्व उस पर कोई भी दाग नहीं है। लेकिन दो वर्ष पूर्व कॉलेज का कार्यभार डॉ. डीएस मोर ने संभाला और वह तभी से उसके साथ-साथ अन्य लेक्चरार से भी खार खाता है।
चौधरी देवीलाल इंजीनियरिंग कॉलेज, पन्नीवाला मोटा के डायरेक्टर डीएस मोर ने उपरोक्त आरोपों पर कोई भी टिप्पणी करने से साफ इंकार किया।
रिएक्टर के कारण जाम हुए नेशनल हाईवे
डबवाली (लहू की लौ) हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड तथा मित्तल एनर्जी लिमिटेड के बैनर तले पंजाब की रामा मंडी और खनकवाल के बीच निर्माणाधीन गुरू गोविन्द सिंह रिफाइनरी में रिएक्टर बॉयलर लेकर जा रहे तीन ट्रॉले बुधवार को डबवाली पहुंचे। इन ट्रालों को देखने के लिए पूरा शहर उमड़ पड़ा। वहीं इसकी वजह से बुधवार को नेशनल हाईवे नं. 10, नेशनल हाईवे नं. 64 जाम हो गए।
रिएक्टर लदे ट्रालों के डबवाली पहुंचते हुए पूरा शहर इन्हें देखने के लिए गोल चौक पर जमा हो गया। पुरूष-महिलाएं, बच्चे-बूढ़े रिएक्टरों को देखने के लिए सब कतार में खड़े हो गए। जिससे गोल चौक पर जाम की स्थित उत्पन्न हो गई। बठिण्डा, संगरिया, मलोट तथा सिरसा रोड़ पर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। मौका पर जिला यातायात प्रभारी कृष्णा यादव, डीएसपी डबवाली बाबू लाल के नेतृत्व में पहुंची पुलिस ने लोगों को मार्ग से हटाया और यातायात सामान्य करवाया। यहां लोगों में रिएक्टरों को देखने के लिए उत्सकुता थी, वहीं परेशानी भी रही। सुबह गुल हुई बत्ती देर शाम तक नहीं जगी थी।
रिएक्टर लदे ट्राले मंगलवार शाम को ही गांव डबवाली पहुंच गए थे और बुधवार सुबह 8 बजे अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए। सेमनाला पुल के पास भारी-भरकम ट्रालों के गुजरने के लिए अलग रास्ता तैयार किया गया था। डबवाली का गोल चौक क्रॉस करने के बाद उक्त ट्राले गुरू गोविन्द सिंह रिफाईनरी की ओर रवाना हुए।
5 मार्च को कांडलापुर गुजरात से चले थे ट्राले
इस ट्रॉले के साथ चल रहे रिफाइनरी के एक अधिकारी चितरंजन पाण्डे ने बताया कि 388, 368 और 368 पहियों वाले तीन ट्रॉले रिएक्टर बॉयलर लेकर करीब चार माह पूर्व बीती 5 मार्च को गुजरात के कांडलापुर से चले थे। इनमें से 388 पहियों वाले ट्राले सहित रिएक्टर का भार करीब 850 टन तथा 368 पहियों वाले ट्रालों सहित रिएक्टरों का भार करीब 1500 टन है। मुम्बई की एक ट्रांस्पोर्ट कम्पनी ने रिएक्टरों को रिफाईनर में पहुंचाने का ठेका लिया है। पिछले चार महीनों से इन तीन ट्रालों के साथ 100 आदमी चल रहे हैं।
रिएक्टर लदे ट्रालों के डबवाली पहुंचते हुए पूरा शहर इन्हें देखने के लिए गोल चौक पर जमा हो गया। पुरूष-महिलाएं, बच्चे-बूढ़े रिएक्टरों को देखने के लिए सब कतार में खड़े हो गए। जिससे गोल चौक पर जाम की स्थित उत्पन्न हो गई। बठिण्डा, संगरिया, मलोट तथा सिरसा रोड़ पर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। मौका पर जिला यातायात प्रभारी कृष्णा यादव, डीएसपी डबवाली बाबू लाल के नेतृत्व में पहुंची पुलिस ने लोगों को मार्ग से हटाया और यातायात सामान्य करवाया। यहां लोगों में रिएक्टरों को देखने के लिए उत्सकुता थी, वहीं परेशानी भी रही। सुबह गुल हुई बत्ती देर शाम तक नहीं जगी थी।
रिएक्टर लदे ट्राले मंगलवार शाम को ही गांव डबवाली पहुंच गए थे और बुधवार सुबह 8 बजे अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए। सेमनाला पुल के पास भारी-भरकम ट्रालों के गुजरने के लिए अलग रास्ता तैयार किया गया था। डबवाली का गोल चौक क्रॉस करने के बाद उक्त ट्राले गुरू गोविन्द सिंह रिफाईनरी की ओर रवाना हुए।
5 मार्च को कांडलापुर गुजरात से चले थे ट्राले
इस ट्रॉले के साथ चल रहे रिफाइनरी के एक अधिकारी चितरंजन पाण्डे ने बताया कि 388, 368 और 368 पहियों वाले तीन ट्रॉले रिएक्टर बॉयलर लेकर करीब चार माह पूर्व बीती 5 मार्च को गुजरात के कांडलापुर से चले थे। इनमें से 388 पहियों वाले ट्राले सहित रिएक्टर का भार करीब 850 टन तथा 368 पहियों वाले ट्रालों सहित रिएक्टरों का भार करीब 1500 टन है। मुम्बई की एक ट्रांस्पोर्ट कम्पनी ने रिएक्टरों को रिफाईनर में पहुंचाने का ठेका लिया है। पिछले चार महीनों से इन तीन ट्रालों के साथ 100 आदमी चल रहे हैं।
सदस्यता लें
संदेश (Atom)