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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

02 जुलाई 2010

रिएक्टर के कारण जाम हुए नेशनल हाईवे

डबवाली (लहू की लौ) हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड तथा मित्तल एनर्जी लिमिटेड के बैनर तले पंजाब की रामा मंडी और खनकवाल के बीच निर्माणाधीन गुरू गोविन्द सिंह रिफाइनरी में रिएक्टर बॉयलर लेकर जा रहे तीन ट्रॉले बुधवार को डबवाली पहुंचे। इन ट्रालों को देखने के लिए पूरा शहर उमड़ पड़ा। वहीं इसकी वजह से बुधवार को नेशनल हाईवे नं. 10, नेशनल हाईवे नं. 64 जाम हो गए।
रिएक्टर लदे ट्रालों के डबवाली पहुंचते हुए पूरा शहर इन्हें देखने के लिए गोल चौक पर जमा हो गया। पुरूष-महिलाएं, बच्चे-बूढ़े रिएक्टरों को देखने के लिए सब कतार में खड़े हो गए। जिससे गोल चौक पर जाम की स्थित उत्पन्न हो गई। बठिण्डा, संगरिया, मलोट  तथा सिरसा रोड़ पर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। मौका पर जिला यातायात प्रभारी कृष्णा यादव, डीएसपी डबवाली बाबू लाल के नेतृत्व में पहुंची पुलिस ने लोगों को मार्ग से हटाया और यातायात सामान्य करवाया। यहां लोगों में रिएक्टरों को देखने के लिए उत्सकुता थी, वहीं परेशानी भी रही। सुबह गुल हुई बत्ती देर शाम तक नहीं जगी थी।
रिएक्टर लदे ट्राले मंगलवार शाम को ही गांव डबवाली पहुंच गए थे और बुधवार सुबह 8 बजे अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए। सेमनाला पुल के पास भारी-भरकम ट्रालों के गुजरने के लिए अलग रास्ता तैयार किया गया था। डबवाली का गोल चौक क्रॉस करने के बाद उक्त ट्राले गुरू गोविन्द सिंह रिफाईनरी की ओर रवाना हुए।
5 मार्च को कांडलापुर गुजरात से चले थे ट्राले
इस ट्रॉले के साथ चल रहे रिफाइनरी के एक अधिकारी चितरंजन पाण्डे ने बताया कि 388, 368 और 368 पहियों वाले तीन ट्रॉले रिएक्टर बॉयलर लेकर करीब चार माह पूर्व बीती 5 मार्च को गुजरात के कांडलापुर से चले थे। इनमें से 388 पहियों वाले ट्राले सहित रिएक्टर का भार करीब 850 टन तथा 368 पहियों वाले ट्रालों सहित रिएक्टरों का भार करीब 1500 टन है। मुम्बई की एक ट्रांस्पोर्ट कम्पनी ने रिएक्टरों को रिफाईनर में पहुंचाने का ठेका लिया है। पिछले चार महीनों से इन तीन ट्रालों के साथ 100 आदमी चल रहे हैं।

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