डबवाली (लहू की लौ) वरच्युस क्लब के स्थापना दिवस पर सोमवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में नशे के कारण, निवारण और परिणाम पर स्कूली बच्चों की भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें छह विद्यालयों के आठ बच्चों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्यातिथि पूर्व प्रिंसीपल आत्मा राम अरोड़ा ने कहा कि नशा काम का होना चाहिए, न कि दवाईयों से शरीर खराब करने का नशा। विद्यालय के प्रिंसीपल बलजिन्द्र सिंह भंगू ने कहा कि युवा पीढ़ी के समक्ष इस समस्या सबसे बड़ी समस्या नशे की है। युवा पीढ़ी को नशे छोड़कर देश के रचनात्मक विकास की ओर ध्यान देना चाहिए।
इस मौके पर क्लब के संस्थापक केशव शर्मा ने क्लब के 28वें स्थापना दिवस पर पिछले सताईस सालों के कार्यों की जानकारी दी और आगामी प्रोजेक्टस के संबंध में बताया। मंच का संचालन नरेश शर्मा ने किया।
प्रतियोगिता में नव प्रगति सीनियर सैकेण्डरी स्कूल की जपिंदर गिन्नी प्रथम,क्राईस्ट मिशन स्कूल की छात्रा अलका ने दूसरा, सरस्वती विद्या मंदिर विद्यालय की शालिनीे ने तीसरा स्थान पाया। जबकि राजकीय वरिष्ठ माध्मिक विद्यालय के छात्र तर्किश को प्रोत्साहन पुरस्कार दिया गया। निर्णायक मण्डल की भूमिका संजीव शाद, परमजीत कोचर तथा नवजोत शर्मा ने निभाई।
इस अवसर पर गेस्ट आईटम के तौर पर नवप्रगति सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के बच्चों ने नशे पर चोट करने वाली कोरियाग्राफी देश होया परदेस पेश करके उपस्थित युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहने का आह्वान किया। कोरियाग्राफी के माध्यम से कलाकारों ने प्रत्येक व्यक्ति को इसे सांझी समस्या मानकर नशे की लत में फंसे युवा को बाहर निकालने के लिए भी प्रेरित किया।
इस अवसर पर जितेन्द्र शर्मा, वीरचन्द गुप्ता, मथरा दास चलाना, प्रवीण सिंगला, वेद कालडा, तरसेम जिन्दल,
दीदार सिंह, सुमित भारती आदि उपस्थित थे।
तीक्ष्ण,राजकीय सीनियर सैकेण्डरी स्कूल
लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए कल्याणकारी संस्थाओं को आगे आना होगा।
मंजू, खालसा सीनियर सैकेण्डरी स्कूल
नशा घर तबाह कर देता है। वर्तमान दौर में युवा पीढ़ी सबसे ज्यादा प्रभावित है। देश को बचाने के लिए युवा पीढ़ी को इससे बचाना होगा।
मीनू,राजकीय सीनियर सैकेण्डरी स्कूल (गल्र्स)
नशा दीमक की भांति खोखला करता जा रहा है। नशीले पदार्थों की बिक्री हर गली की नुक्कड़ पर की जा रही है।
शालिनी,सरस्वती विद्या मंदिर विद्यालय
नशे से सदा भयभीत रहना, यह पाप तथा अनाचार की जननी है। महात्मा गांधी ने भी कहा था कि वे देश में शराबी देखने की बजाए अनपढ़ देखना पंसद करेंगे।
लक्ष्मण,राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय
घर में नशा, घर की दुर्दशा। नशे को जड़ से मिटाना होगा, स्वच्छ समाज बनाना होगा।
जपिंदर गिन्नी,नवप्रगति सीनियर सैकेण्डरी स्कूल
देसां में देस हरियाणा, यहां दूध-दही है खाना। लेकिन आज यहां जाम छिड़के जाते हैं। नशा स्टेटस का सिम्बल माना जाता है। पंजाब को पंज दरियांओं वाला राज्य कहा जाता था। लेकिन आज वहां 6वां दरिया नशे का है।
अलका,क्राईस्ट मिशन सीनियर सैकेण्डरी स्कूल
नशा व्यक्ति को अंदर से खोखला कर देता है। नशा करने वाले व्यक्ति का किसी काम में मन नहीं लगता। उसकी जिन्दगी नरक हो जाती है। हमें इस बुराई का खात्मा करना होगा।
रजनी,अरोड़वंश आदर्श हाई स्कूल
आज समाज के सामने सबसे बड़ी समस्या नशा आन पड़ी है। हम सबको मिलकर इसका मुकाबला करना होगा। वरना नशा हमारी युवा पीढ़ी को तहस-नहस करके रख देगा।
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