डबवाली (लहू की लौ) इलाके में चल रहे नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी के तहत सोमवार को ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने शहर के दो मेडीकोज पर छापा मारकर भारी मात्रा में नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां पकड़ी।
बठिंडा रोड़ पर स्थित सोनिया मेडीकोज पर ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने अचानक छापामारी करके मेडीकोज का रिकॉर्ड खंगाला। छापामारी के दौरान कंडोम के डिब्बों से नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाई मिली। यहां तक की मौका पर उपस्थित युवक दुकान का सेल-परचेज भी नहीं दिखा सका। मौका पर मिली दवाईयों के बिल भी प्रस्तुत नहीं कर सका। इसके बाद चौटाला रोड़ पर स्थित चावला मेडीकोज पर ड्रग इंस्पेक्टर ने दस्तक दी। वहां पर भी भारी मात्रा में नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां बरामद की।
ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने बताया कि ड्रग विभाग को पिछले कई दिनों से डबवाली में नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयों का धड़ल्ले से व्यापार होने की शिकायतें मिल रही थीं। इसी के मद्देनजर आज मेडीकल की दुकानों पर छापामारी की गई। उनके अनुसार सोनिया मेडीकोज से कंडोम के डिब्बों में छिपाकर रखी गई रेक्सकोफ की ११ बोतल, रेकोडेक्स की छह बोतल बरामद हुई। मौका पर फार्मासिस्ट नदारद मिला। मौका पर उपस्थित दीपक कुमार पकड़ी गई दवाईयों का सेल-परचेज का रिकॉर्ड भी नहीं दिखा सका।धानीवाल के अनुसार चावला मेडीकोज से छापामारी के दौरान नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां लोमोटिल के १९ डिब्बे, ११८ टेबलेट कैरीसोमा, अल्टो .५ के १० टेबलेट, एटी-टू २ एमजी के २० टेबलेट, यूनि जोलम.५ के १०० टेबलेट, माईक्रोलिट के १०० टेबलेट, ४५ टेबलेट ट्राईका .५ बरामद हुए। उन्होंने बताया कि दुकान मालिक फार्मासिस्ट राजेन्द्र कुमार संबंधित दवाईयों का सेल-परचेज रिकॉर्ड नहीं दिखा सका।
उनके अनुसार इन दुकानों का लाईसेंस कैंसल करने के लिए वे अपनी रिपोर्ट ड्रग कंट्रोलर हिसार एनके आहूजा को भेजेंगे। दुकानों से भरे गए सैम्पल को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजेंगे और इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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