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18 दिसंबर 2009

अध्यापक ने मुख्याध्यापक के जड़ा तमाचा

सिरसा। गांव अरनियांवाली स्थित सरकारी स्कूल के एक अध्यापक ने मुख्याध्यापक के मुंह पर तमाचा जड़ दिया। इसको लेकर आज स्कूल में काफी बवाल मचा। ग्रामीणों ने अध्यापक की इस हरकत से क्षुब्ध होकर मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया और जोरदार प्रदर्शन किया। जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी द्वारा काफी समझाने के बावजूद ग्रामीणों ने ताला नहीं खोला। वे अध्यापक को निलम्बित किए जाने अथवा तबादला किए जाने की मांग पर अड़े हुए थे। बताया गया है कि गांव अरनियांवाली के सरकारी स्कूल में कार्यरत्त अध्यापक राजेश का बीते दिवस प्रिंसीपल भीम सैन के साथ झगड़ा हो गया। इस दौरान राजेश ने मुख्याध्यापक को तमाचा जड़ दिया। ग्रामीणों को जब इस बात का पता चला तो वे अध्यापक राजेश के खिलाफ लामबंद हो गए। गांव के शहीद भगत सिंह युवा क्लब के सदस्यों ने आज सैंकड़ों ग्रामीणों के नेतृत्व में स्कूल में जाकर अध्यापक राजेश के खिलाफ खूब नारेबाजी की और स्कूल के मुख्य द्वार को ताला लगा दिया। गांव वासियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि अध्यापक राजेश की कार्यप्रणाली जरा भी ठीक नहीं है। वह अकसर स्कूल के अन्य अध्यापकों के साथ झगड़ा करता है।
इस बात को लेकर पहले भी उसकी डेपुटेशन करवाई, लेकिन अपने राजनैतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर उसने 24 घंटे में डेपुटेशन कैंसल करवा ली। गांव वासियों ने कहा कि बीते दिवस स्कूल के मुख्याध्यापक के साथ झगड़ा कर अध्यापक राजेश ने नैतिकता की सारी सीमाएं लांघ दी है। उसके इस रवैये के कारण स्कूल में पढऩे वाले बच्चों पर गलत प्रभाव पड़ रहा है, वहीं उनकी पढ़ाई भी बाधित हो रही है।
स्कूल पर ताला जड़े जाने की सूचना मिलने पर जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी शेर सिंह खीचड़ मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे आरोपी अध्यापक राजेश को डेपुटेशन पर भेज सकते हैं, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। उन्होंने आरोपी अध्यापक का तबादला करने अथवा उसे निलम्बित किए जाने की मांग की। इस पर जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि तबादला अथवा निलम्बित करना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है। यह जवाब सुनकर गुस्साए ग्रामीणों ने स्कूल का ताला खोलने से मना कर दिया।
जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी ने ग्रामीणों को काफी समझाया, लेकिन वे अपनी मांग पूरी होने तक ताला खोलने पर राजी नहीं हुए। ग्रामीणों ने जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी को बैरंग लौटने पर मजबूर कर दिया। समाचार लिखे जाने तक स्कूल पर ताला लगा हुआ था और ग्रामीण नारेबाजी कर रहे थे। उधर, स्कूल के अन्य अध्यापकों ने भी आरोपी अध्यापक राजेश का तबादला अथवा निलंबन न होने तक स्कूल में काम करने से मना कर दिया है। अध्यापकों ने कहा कि जब स्कूल का मुख्याध्यापक ही सुरक्षित नहीं तो वे कैसे सुरक्षित रह सकते है।

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