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Lahoo Ki Lau
12 सितंबर 2009
पायलट के खिलाफ कडी कानूनी कार्रवाई की जाएगी
अमृतसर 12,सितम्बर। पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के हैलीकॉप्टर की इमरजैंसी लैंडिग मामले में पंजाब सरकार डीजीसीए से शिकायत करने जा रही है। हेलीकॉप्टर में पायलट के साथ को-पायलट बैठी हुई थी यही नहीं, पायलट की महिला मित्र के पास लाइसेंस भी नही था। उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिह बादल ने इसे सुरक्षा में बडी चूक बताते हुए कहा कि हेलिकॉप्टर कम्पनी और पायलट के खिलाफ कडी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली से जलालाबाद के लिए उडे सुखबीर सिंह बादल को इमरजेंसी लैडिंग करनी पडी थी। यह घटना 30 अगस्त की है। उल्लेखनीय है कि राजशेखर रेड्डी का हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई मौत के लिए भी पायलट को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, रेड्डी के हेलीकॉप्टर के पायलट भाटिया अनुभवी पायलयट नहीं थे और उनकी लापरवाही के कारण ही हलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई।
अमृतसर 12,सितम्बर। पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के हैलीकॉप्टर की इमरजैंसी लैंडिग मामले में पंजाब सरकार डीजीसीए से शिकायत करने जा रही है। हेलीकॉप्टर में पायलट के साथ को-पायलट बैठी हुई थी यही नहीं, पायलट की महिला मित्र के पास लाइसेंस भी नही था। उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिह बादल ने इसे सुरक्षा में बडी चूक बताते हुए कहा कि हेलिकॉप्टर कम्पनी और पायलट के खिलाफ कडी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली से जलालाबाद के लिए उडे सुखबीर सिंह बादल को इमरजेंसी लैडिंग करनी पडी थी। यह घटना 30 अगस्त की है। उल्लेखनीय है कि राजशेखर रेड्डी का हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई मौत के लिए भी पायलट को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, रेड्डी के हेलीकॉप्टर के पायलट भाटिया अनुभवी पायलयट नहीं थे और उनकी लापरवाही के कारण ही हलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई।
छात्रों की गुन्डागर्दी से मची भगदड
नई दिल्ली 12,सितम्बर। दिल्ली में उच्च माघ्यमिक विद्यालय में पढने वाले लडको द्वारा छेड-छाड की गई थी तथा लडकियों के कपडे फाडे गये थे जिसकी वजह से स्कूल में भगदड मच गई थी और यह दहलाने वाला हादसा हुआ। यह लडके दूसरी पारी में पढने के लिए स्कूल में आते है। फिलहाल पुलिस और सरकार मुजरिमों की तलाश करने में जुटी है, स्कूल प्रबन्घन से छात्राओं ने कई बार शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन स्कूल प्रबन्घन उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नही की थी।
इस भगदड में मारी गई मुमताज की सहपाठी ने बताया कि वह दोनों एक साथ स्कूल गई थी। उनका अंग्रेजी का पेपर था। वे लोग स्कूल की ऊपरी मंजिल पर थे कि अचानक टीचर ने क्लास में बैठी लडकियों से कहा कि आप लोग नीचे जाओ, आपका पेपर नीचे के रूम में होगा। जब छात्रांए नीचे जाने लगी, तो लडको ने छेडछाड शुरू कर दी और उनके कपडे खींचने लगे। इसी बीच स्कूल के अन्य छात्र भी यहां आ गये और इन्होने भी छात्राओं से बदतमीजी शुरू कर दी। सभी लडकियां बहुत डरी हुई थी और बचाव के लिए चिल्ला रही थीं।
इस भगदड में मारी गई मुमताज की सहपाठी ने बताया कि वह दोनों एक साथ स्कूल गई थी। उनका अंग्रेजी का पेपर था। वे लोग स्कूल की ऊपरी मंजिल पर थे कि अचानक टीचर ने क्लास में बैठी लडकियों से कहा कि आप लोग नीचे जाओ, आपका पेपर नीचे के रूम में होगा। जब छात्रांए नीचे जाने लगी, तो लडको ने छेडछाड शुरू कर दी और उनके कपडे खींचने लगे। इसी बीच स्कूल के अन्य छात्र भी यहां आ गये और इन्होने भी छात्राओं से बदतमीजी शुरू कर दी। सभी लडकियां बहुत डरी हुई थी और बचाव के लिए चिल्ला रही थीं।
पाक ने की उकसावे की कार्रवाई, पंजाब में दागे रॉकेट
अमृतसर, 12 सितंबर। पंजाब के अमृतसर सेक्टर में शुक्रवार देर रात भारत-पाक सीमा से सटे दो गांवों में पाकिस्तान की तरफ से तीन रॉकेट गिरे। इसका जवाब सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने भी फायरिंग कर दिया। हालांकि इनसे किसी तरह की जान-माल के नुकसान की जानकारी नहीं मिली है।
सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक हिम्मतसिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि हाल के वर्षो में पहली बार भारतीय सीमा सुरक्षा बलों ने मशीन गनों से जवाबी कार्रवाई की है। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने भारतीय इलाके में अटारी क्षेत्र के बाघा सीमा से दो-ढाई किलोमीटर दूर स्थित मोदे गांव और लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित धनोए कलां गांव के खेतों में ये रॉकेट शुक्रवार रात करीब साढे दस बजे गिरे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इससे भयभीत गांव वाले अपने घरों से बाहर निकल आए और भोर तक उन्होंने रात बाहर ही बिताई। शनिवार सुबह से बीएसएफ के जवान इस इलाके में इस बात की पडताल में लगे हुए हैं कि कहीं भारतीय सीमा में और रॉकेट तो नहीं गिरे हैं। अमृतसर जिले के पुलिस प्रमुख कंवर विजय प्रताप सिंह के साथ साथ उपमहानिरीक्षक परमपाल सिंह सुद्धू और अन्य पुलिस अधिकारियों ने उस क्षेत्र की घेराबंदी कर ली है जहां रॉकेट गिरे हैं। इससे पहले गत पांच जुलाई को भी अमृतसर जिले में सीमा से सटे गांवों में तीन रॉकेट गिरे थे।
बीएसएफ ने शनिवार को इस मामले में पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बैठक कर अपना विरोध दर्ज कराया है। साथ ही, अपने जवानों को अलर्ट रहने को कहा है। लेकिन पाकिस्तान ने भारतीय इलाके में रॉकेट दागने की बात से इनकार कर दिया है। पाकिस्तानी रेंजर्स ने सफाई दी है कि उनकी तरफ से ऎसी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। बाघा सीमा से उनकी सेना की तरफ भारतीय इलाके में किसी तरह की गोलीबारी नहीं की गई है। हालांकि भारत ने पाकिस्तान की इस सफाई को ठुकरा दिया है।
सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक हिम्मतसिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि हाल के वर्षो में पहली बार भारतीय सीमा सुरक्षा बलों ने मशीन गनों से जवाबी कार्रवाई की है। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने भारतीय इलाके में अटारी क्षेत्र के बाघा सीमा से दो-ढाई किलोमीटर दूर स्थित मोदे गांव और लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित धनोए कलां गांव के खेतों में ये रॉकेट शुक्रवार रात करीब साढे दस बजे गिरे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इससे भयभीत गांव वाले अपने घरों से बाहर निकल आए और भोर तक उन्होंने रात बाहर ही बिताई। शनिवार सुबह से बीएसएफ के जवान इस इलाके में इस बात की पडताल में लगे हुए हैं कि कहीं भारतीय सीमा में और रॉकेट तो नहीं गिरे हैं। अमृतसर जिले के पुलिस प्रमुख कंवर विजय प्रताप सिंह के साथ साथ उपमहानिरीक्षक परमपाल सिंह सुद्धू और अन्य पुलिस अधिकारियों ने उस क्षेत्र की घेराबंदी कर ली है जहां रॉकेट गिरे हैं। इससे पहले गत पांच जुलाई को भी अमृतसर जिले में सीमा से सटे गांवों में तीन रॉकेट गिरे थे।
बीएसएफ ने शनिवार को इस मामले में पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बैठक कर अपना विरोध दर्ज कराया है। साथ ही, अपने जवानों को अलर्ट रहने को कहा है। लेकिन पाकिस्तान ने भारतीय इलाके में रॉकेट दागने की बात से इनकार कर दिया है। पाकिस्तानी रेंजर्स ने सफाई दी है कि उनकी तरफ से ऎसी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। बाघा सीमा से उनकी सेना की तरफ भारतीय इलाके में किसी तरह की गोलीबारी नहीं की गई है। हालांकि भारत ने पाकिस्तान की इस सफाई को ठुकरा दिया है।
अमृतसर, 12 सितंबर। पंजाब के अमृतसर सेक्टर में शुक्रवार देर रात भारत-पाक सीमा से सटे दो गांवों में पाकिस्तान की तरफ से तीन रॉकेट गिरे। इसका जवाब सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने भी फायरिंग कर दिया। हालांकि इनसे किसी तरह की जान-माल के नुकसान की जानकारी नहीं मिली है।
सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक हिम्मतसिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि हाल के वर्षो में पहली बार भारतीय सीमा सुरक्षा बलों ने मशीन गनों से जवाबी कार्रवाई की है। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने भारतीय इलाके में अटारी क्षेत्र के बाघा सीमा से दो-ढाई किलोमीटर दूर स्थित मोदे गांव और लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित धनोए कलां गांव के खेतों में ये रॉकेट शुक्रवार रात करीब साढे दस बजे गिरे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इससे भयभीत गांव वाले अपने घरों से बाहर निकल आए और भोर तक उन्होंने रात बाहर ही बिताई। शनिवार सुबह से बीएसएफ के जवान इस इलाके में इस बात की पडताल में लगे हुए हैं कि कहीं भारतीय सीमा में और रॉकेट तो नहीं गिरे हैं। अमृतसर जिले के पुलिस प्रमुख कंवर विजय प्रताप सिंह के साथ साथ उपमहानिरीक्षक परमपाल सिंह सुद्धू और अन्य पुलिस अधिकारियों ने उस क्षेत्र की घेराबंदी कर ली है जहां रॉकेट गिरे हैं। इससे पहले गत पांच जुलाई को भी अमृतसर जिले में सीमा से सटे गांवों में तीन रॉकेट गिरे थे।
बीएसएफ ने शनिवार को इस मामले में पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बैठक कर अपना विरोध दर्ज कराया है। साथ ही, अपने जवानों को अलर्ट रहने को कहा है। लेकिन पाकिस्तान ने भारतीय इलाके में रॉकेट दागने की बात से इनकार कर दिया है। पाकिस्तानी रेंजर्स ने सफाई दी है कि उनकी तरफ से ऎसी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। बाघा सीमा से उनकी सेना की तरफ भारतीय इलाके में किसी तरह की गोलीबारी नहीं की गई है। हालांकि भारत ने पाकिस्तान की इस सफाई को ठुकरा दिया है।
सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक हिम्मतसिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि हाल के वर्षो में पहली बार भारतीय सीमा सुरक्षा बलों ने मशीन गनों से जवाबी कार्रवाई की है। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने भारतीय इलाके में अटारी क्षेत्र के बाघा सीमा से दो-ढाई किलोमीटर दूर स्थित मोदे गांव और लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित धनोए कलां गांव के खेतों में ये रॉकेट शुक्रवार रात करीब साढे दस बजे गिरे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इससे भयभीत गांव वाले अपने घरों से बाहर निकल आए और भोर तक उन्होंने रात बाहर ही बिताई। शनिवार सुबह से बीएसएफ के जवान इस इलाके में इस बात की पडताल में लगे हुए हैं कि कहीं भारतीय सीमा में और रॉकेट तो नहीं गिरे हैं। अमृतसर जिले के पुलिस प्रमुख कंवर विजय प्रताप सिंह के साथ साथ उपमहानिरीक्षक परमपाल सिंह सुद्धू और अन्य पुलिस अधिकारियों ने उस क्षेत्र की घेराबंदी कर ली है जहां रॉकेट गिरे हैं। इससे पहले गत पांच जुलाई को भी अमृतसर जिले में सीमा से सटे गांवों में तीन रॉकेट गिरे थे।
बीएसएफ ने शनिवार को इस मामले में पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बैठक कर अपना विरोध दर्ज कराया है। साथ ही, अपने जवानों को अलर्ट रहने को कहा है। लेकिन पाकिस्तान ने भारतीय इलाके में रॉकेट दागने की बात से इनकार कर दिया है। पाकिस्तानी रेंजर्स ने सफाई दी है कि उनकी तरफ से ऎसी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। बाघा सीमा से उनकी सेना की तरफ भारतीय इलाके में किसी तरह की गोलीबारी नहीं की गई है। हालांकि भारत ने पाकिस्तान की इस सफाई को ठुकरा दिया है।
11 सितंबर 2009
सगे भाईयों ने अलग-अलग मनाया पिता का श्रद्धांजलि समारोह
डबवाली (लहू की लौ) बदलते समय के साथ-साथ यहां इंसान आसमान को छू चुका है और इंसान के जीवन की तह तक पहुंचने का प्रयास कर रहा है। वहीं इंसानी रिश्ते और सामाजिक ताना-बाना भी तार-तार हो रहा है। कभी बेटे बाप के लिए और बाप बेटों के लिए जान देता था। लेकिन अब यह रिश्ता भी बिखरने लगा है।
ऐसा ही कुछ डबवाली के इन्दिरा नगर में इस सप्ताह घटित हुआ। जब दो सगे भाईयों ने अपने पिता की मृत्यु के बाद रखे गये पाठ का भोग डालने की रस्म अलग-अलग की। वह भी एक दूसरे के आमने-सामने। जानकार सूत्रों के अनुसार इन्दिरा नगर में रहने वाले रमेश और ज्योति के पिता तीर्थ राम की इस माह अचानक मौत हो गई थी। पिता के पार्थिव शरीर का संस्कार कर दिया गया। लेकिन ज्योति ने अपने बड़े भाई रमेश को संस्कार के बाद होने वाले धार्मिक रीति-रिवाजों में नहीं बुलाया। जिसके चलते रमेश ने लोक-लाज के चलते अपने स्तर पर अपने पिता की स्मृति में अलग से पाठ रख लिया। एक ही तिथि और एक ही समय आमने-सामने टैंट लगाकर दोनों भाईयों ने अपने पिता का श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया।
ज्ञातव्य रहे यह पहला मौका है जब दो सगे भाईयों ने अपने-अपने घरों में वह भी एक-दूसरे के आमने-सामने अपने पिता का श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया। लेकिन भाईयों में विवाद का कारण क्या था, यह तो अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया। लेकिन यह सोचना जरूरी हो गया कि ऐसे मौकों पर ही सामाजिक ताने-बाने में एकता टूटने लगे तो उस समाज का क्या होगा।
एक शाम-अमर शहीदों के नाम 26 को
डबवाली (लहू की लौ)भारत की जनवादी नौजवान सभा ने गांव भारूखेड़ा में एक बैठक करके 26 सितम्बर को शहीदे आजम भगत सिंह के जन्म दिवस पर सिरसा में एक शाम-अमर शहीदों के नाम का आयोजन करने का निर्णय लिया है। यह जानकारी देते हुए जिला प्रधान टोनी सागू ने बताया कि इस कार्यक्रम में देश के प्रसिद्ध रंगकर्मी गुरशरण सिंह उर्फ भाई मना सिंह की नाटक टीम बुत जाग पया, तमाशा मोटयां दा, सरपंचनी आदि नाटकों का मंचन व कारियोग्राफी प्रस्तुत की जायेगी। इस बैठक में डीवाईएफआई की अस्थाई कमेटी का सर्वसम्मति से चुनाव किया गया जिसमें सुनिल, राजपाल, मनसुख, रमेश, संजय, विनोद, अजय, राजेन्द्र, प्रवीण,सोनू, रवि, अनिल, अमित, मांगेराम, रजनीश, विजय, पवन, मुकेश आदि शामिल किये गये।
हजकां ने की 26 विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों की घोषणा
डबवाली (लहू की लौ) काफी समय तक गठबंधन के फेर में उलझे रहे हरियाणा जनहित कांग्रेस ने सभी उम्मीदें ध्वस्त होने के बाद आज आखिरकार प्रदेश की 26 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। हजकां के अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई ने आज गुडग़ांव में हुई एक बैठक के दौरान यह घोषणा की। कुलदीप ने जहां स्वयं आदमपुर से चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा की है, वहीं सिरसा की हॉट सीट के लिए हजकां के एकमात्र दावेदार वीरभान मेहता को चांस दिया गया है। मेहता ने कुलदीप के इस निर्णय को जनता की आवाज करार देते हुए स्वागत किया है। इसके अलावा प्रदेश के इंद्री विधानसभा क्षेत्र से राकेश कम्बोज, गन्नौर से निर्मल चौधरी, तोशाम से कमल सिंह,अटेली से प्रो. रोशन लाल, समालखा से धर्मसिंह छोकर, उकलाना से राजबाला धानक, हांसी से विनोद भयाना, बाढड़ा से रणसिंह, कैथल से सुरेंद्र मदान, नांगल चौधरी से मूलाराम, चरखी दादरी से सतपाल सांगवान, बल्लभगढ़ से चंद्रभाटिया, जींद से बृजमोहन सिंगला, पानीपत ग्रामीण से बिजेंद्र सिंह कादियान, नारनौल से राव नरेंद्र सिंह, हथीन से शक्तिसिंह रावत, रतिया से मंगतराम, बरवाला से सुभाष टांक, फिरोजपुर झिरका से अमन अहमद, थानेसर से बलकार सिंह, अम्बाला शहर से पूर्णप्रकाश सैनी, बहादुरगढ़ से पंडित राज सिंह, नारायणगढ़ से भूपसिंह राणा को उम्मीदवार बनाया गया है।
सीबाआई टीम के डेरा पहुंचने पर डेरा प्रेमियों में हड़कम्प
सिरसा (लहू की लौ) डेरा सच्चा सौदा के पूर्व प्रबंधक फकीरचंद की हत्या मामले की जांच में जुटी सीबीआई टीम आज फिर सिरसा पहुंची। टीम के सिरसा पहुंचने पर डेरा प्रेमियों में हडकंप मच गया। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो के डीएसपी सतीश डागर के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम आज फकीरचंद हत्याकांड मामले की छानबीन में सिरसा पहुंची है। ज्ञातव्य हो कि गंगा निवासी रामकुमार बिश्रोई द्वारा डेरा सच्चा सौदा के पूर्व प्रबंधक फकीर चंद के लापता होने के पीछे हत्या का संदेह जताया गया था। बिश्रोई ने मामले की सीबीआई जांच करवाने के लिए पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने याचिका लगाई थी। न्यायालय ने मामला सीबीआई को सौंप दिया।
सीबाआई टीम के डेरा पहुंचने पर डेरा प्रेमियों में हड़कम्प
सिरसा (लहू की लौ) डेरा सच्चा सौदा के पूर्व प्रबंधक फकीरचंद की हत्या मामले की जांच में जुटी सीबीआई टीम आज फिर सिरसा पहुंची। टीम के सिरसा पहुंचने पर डेरा प्रेमियों में हडकंप मच गया। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो के डीएसपी सतीश डागर के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम आज फकीरचंद हत्याकांड मामले की छानबीन में सिरसा पहुंची है। ज्ञातव्य हो कि गंगा निवासी रामकुमार बिश्रोई द्वारा डेरा सच्चा सौदा के पूर्व प्रबंधक फकीर चंद के लापता होने के पीछे हत्या का संदेह जताया गया था। बिश्रोई ने मामले की सीबीआई जांच करवाने के लिए पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने याचिका लगाई थी। न्यायालय ने मामला सीबीआई को सौंप दिया।
राजकीय बहुतकनीकि महाविद्यालय पर छात्रों ने जड़ा ताला
डबवाली (लहू की लौ) विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार को छात्र संगठन आल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन (एआईएसएफ) के कार्यकर्ताओं ने राजकीय बहुतकनीकि महाविद्यालय पर प्रदर्शन कर सरकार के विरूद्ध जमकर नारेबाजी की और मुख्यद्वार पर ताला डाल दिया। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर सोमवार तक उनकी मांगों पर विचार न किया गया तो प्रदेश भर में आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
एआईएसएफ के कार्यकर्ता शुक्रवार को राजकीय बहुतकनीकि महाविद्यालय पहुंचे और मुख्य द्वार पर धरना देकर बैठ गए। छात्रों ने विभिन्न मांगों को लेकर सरकार के विरूद्ध नारेबाजी की और मुख्यद्वार पर ताला डाल दिया। इस मौके पर उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के प्रदेश संंयोजक रोशन लाल सूचान ने कहा कि प्रदेश सरकार की तानाशाही के चलते प्रदेश के हजारों विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि पिछले एक माह से शिक्षक हड़ताल पर है और विद्यार्थियों की एक भी कक्षा नहीं लगी है। उन्होंने कहा कि अगर सोमवार तक सरकार ने प्राध्यपकों की समस्या का समाधान न किया तो सोमवार से प्रदेश भर में उनके संगठन की ओर से आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
एआईएसएफ के जिला अध्यक्ष अजीत ङ्क्षसह ने कहा कि प्राध्यापकों की हड़ताल के कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही है ऐसे में सरकार को चाहिए कि सबसे पहले वह पढ़ाई को बहाल करे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के महाविद्यालयों में प्राध्यापकों के रिक्त पदों पर निुयक्तियां की जाए। महाविद्यालय शाखा के प्रधान जगतीत सिंह सचिव तेजेंद्र जीत ङ्क्षसह ने कहा कि सोमवार तक कक्षाएं बहाल न हुई तो आंदोलन तेज कर दिया जाएगा। इस मौके पर छात्र नेता विदुर, विक्रांत राठी, तेजेंद्र कुमार, पवन कुमार, सचिन कुमार, अंकुर, वीरेंद्र सिंह, रोहित कुमार आदि ने विचार व्यक्त किए।
बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह तैयार
अम्बाला (लहू की लौ) अम्बाला जिला प्रशासन, बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिये पूरी तरह तैयार है और बाढ सम्बन्धी सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिये पहले से ही नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गये हैं। इन नियंत्रण कक्षों पर 24 घंटे कर्मचारी तैनात किये गये हैं जो अधिक पानी होने की स्थिति में तुरंत ब्लाक, तहसील, उपमंडल और जिला स्तर पर गठित किये गये नियंत्रण कक्षों को सूचित करेगें।
जिला उपायुक्त श्री समीर पाल सरो ने सिंचाई, जनस्वास्थ्य, राजस्व और स्थानीय निकाय के अधिकारियों के साथ जिला के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर पिछले तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण पानी की स्थिति का जायजा लिया और कहा कि अभी तक जिला में बाढ जैसी कोई स्थिति नही है। जिला प्रशासन घग्गर, टांगरी और सतलुज-यमुना लिंक नहर में चल रहे पानी के जल स्तर पर भी निरंतर निगरानी रखे हुए है ताकि अधिक पानी आने की स्थिति में तुरंत आवश्यक कदम उठाए जा सकें।
उन्होंने कहा कि हर वर्ष नग्गल ऐरिया में नहर टूटने के कारण होने वाले नुकसान से बचने के लिये जिला प्रशासन द्वारा विशेष कार्य योजना तैयार की गई है। इस योजना के तहत सतलुज-यमुना लिंक नहर की पंजाब सीमा के 0 बिन्दु से जनसुई हैड तक प्रत्येक आधे किलोमीटर पर रेत से भरे हुए एक हजार से 1500 थैले रखे गये हैं और इन स्थानों पर पत्थर इत्यादि का प्रबन्ध भी पहले से किया गया है। उन्होने कहा कि 11 किलोमीटर क्षेत्र में दो टै्रक्टर-ट्राली और प्रत्येक टै्रक्टर-ट्राली के साथ पांच व्यक्तियों को तैनात किया है ताकि जैसे ही किसी स्थान पर पानी के रिसाव की सूचना मिले तो तुरंत रेत और पत्थर उस स्थान तक पहुंचाया जा सके। उन्होने सिंचाई, जनस्वास्थ्य एवं स्थानीय निकाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वह पानी भराव वाले स्थानों पर पानी निकासी के लिये लगाये गये पम्पों को निरंतर चालू रखें और जहां अतिरिक्त पम्प लगाने की आवश्कता है उसका भी तुरंत प्रबन्ध करें। उन्होने कहा कि सतलुज-यमुना लिंक नहर पर पहली बार इलैक्ट्रिक गेट लगाये गये हैं ताकि पंजाब की ओर से अधिक पानी आने की स्थिति में इन गेटों को तुरंत उठाकर फालतू पानी को आगे निकाला जा सके और नहर टूटने के कारण नग्गल ऐरिया में आने वाली बाढ से बचा जा सके।
उन्होने बताया कि जिला मुख्यालय पर जिला राजस्व अधिकारी के कार्यालय में मुख्य नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है और यह नियंत्रण कक्ष राजस्व अधिकारी की देखरेख में कार्य कर रहा है। इस नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नम्बर 0171-2530401 तथा 2631599 है। इसी प्रकार उपमंडल अम्बाला स्तर पर स्थापित किये गये नियंत्रण कक्ष पर बाढ सम्बन्धित सूचना दूरभाष नम्बर 0171-2530350 पर तथा तहसील स्तर के नियंंत्रण कक्ष में मोबाईल नम्बर 92153-89242 पर दी जा सकती है। नारायणगढ क्षेत्र से सम्बन्धित ऐसी कोई भी सूचना उपमंडल स्तर के नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नम्बर 01734-284008 पर तथा तहसील कार्यालय नारायणगढ के दूरभाष नम्बर 01734-284002 पर दी जा सकती है। बराड़ा क्षेत्र के लिये उपमंडल स्तर के नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नम्बर 01731-286711 अथवा तहसील कार्यालय बराड़ा के दूरभाष नम्बर 01731-283271 पर दी जा सकती है।
श्री सरो ने बताया कि सभी खण्ड मुख्यालयों पर भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गये हैं। उन्होने बताया कि अम्बाला प्रथम विकास खण्ड से सम्बन्धित बाढ सम्बन्धी सूचना दूरभाष नम्बर 0171-2530550 अथवा मोबाईल नम्बर 9215389288 पर, अम्बाला द्वितीय विकास खण्ड से सम्बन्धित सूचना मोबाईल नम्बर 9215389289 पर, बराड़ा से सम्बन्धित सूचना 01731-283021 तथा मोबाईल नम्बर 9215389287, नारायणगढ से सम्बन्धित सूचना 01734-284022, शहजादपुर के लिये मोबाईल नम्बर 9215389293 तथा साहा से सम्बन्धित सूचना दूरभाष नम्बर 9215389290 पर दी जा सकती है। उन्न्होने जिला की जनता से भी अनुरोध किया कि अधिक वर्षा की इस स्थिति में वह संयम बनाये रखें और प्रशासन को अपना पूर्ण सहयोग दें। उन्होने यह भी कहा कि किसी भी क्षेत्र में अधिक पानी आने की स्थिति में तुरंत जिला प्रशासन को सूचित करें और नालियों व नालों में पोलिथीन, कुडा-कर्कट व गोबर इत्यादि न डालें क्योंकि पानी निकासी के नाले बाधित होने के कारण भी जल भराव की समस्या उत्पन्न होती है।
पार्टी के प्रति समर्पित कार्यकर्ता को ही बनाया जाएगा उम्मीदवार-पर्यवेक्षक
सिरसा (लहू की लौ) कांग्रेस पार्टी ने संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने और पार्टी के प्रति समर्पित रहने वाले कार्यकर्ताओं को उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है और आज यही तलाश करने के लिए पार्टी पर्यवेक्षक यहां आए है। ये कहना है कांग्रेस पर्यवेक्षक पवन गोदारा और कुलदीप नंदा का। वे आज यहां कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वे जमीन से जुड़े हुए कार्यकर्ताओं की सूचि बना कर हाईकमान को सौंप देंगे तथा बाद में शेष कार्य हाई कमान खुद करेगा। उन्होंने कहा कि पार्टी निष्ठावान कार्यकर्ताओं को उम्मीदवार बनाएगी और प्रदेश में कांग्रेस की लहर चल रही है। आज उमड़े जम सैलाब से साफ हो गया है कि राज्य में कांग्रेस अभूतपूर्व जीत की ओर बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि यह कार्यकर्ताओं का जोश है तथा यह चुनाव में चमत्कार दिखाएगा।
पर्यवेक्षकों के समाने कांग्रेसियों में धक्का-मुक्की
सिरसा (लहू की लौ) कांग्रेस की टिकट के सही उम्मीदवार की तलाश में आए पार्टी के पर्यवेक्षकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कांग्रेस भवन में टिकटार्थियों और उनके समर्थकों के भारी हंगामें के कारण व्यवस्था बिगड़ गई और दिनभर तनाव की स्थिति बनी रही। गोल डिग्गी पर जाम लगा रहा और यातायात को नियंत्रित करने में पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी। बरसात ने भी टिकटार्थियों और व्यवस्थापकों के प्रयासों में खूब विघन पैदा किया। आज कांग्रेस पार्टी के दो पर्यवेक्षक राजस्थान युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष पवन गोदारा और पंजाब कांग्रेस के महासचिव कुलदीप नंदा के पहुंचते ही कांग्रेस भवन जनसैलाब में डूब गया तथा लोगों ने कांग्रेस के साथ-साथ अपने दावेदारों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। पर्यवेक्षकों ने सबसे पहले पत्रकारों से बात की और बाद में उम्मीदवरों को आमंत्रित किया। इस बीच जो हंगामा हुआ उसे देखकर पर्यवेक्षक भयभीत हो गए और सुरक्षा कर्मियों को कई बार लोगों से दो-चार होना पड़ा। हालात इतने खराब होते चले गए कि लोग एक-दूसरे के ऊपर से होकर आगे निकलने की होड़ करते रहे। हंगामे के कारण व्यवस्था चरमरा गई और शहरवासियों को इसका शिकार होना पड़ा। कांगे्रस भवन के आसपास वाहनों का जमघट परशुराम चौक तक पहुंच गया और यह रास्ता पूरी तरह जाम हो गया। एक-एक हल्के से 20-20 दावेदार अपने समर्थकों के साथ आए तथा एक-दूसरे से उलझते रहे। हालात बिगड़ते देखकर पर्यवेक्षकों को कांग्रेस भवन के ऊपरी तल पर बैठाया गया। इसके बावजूद हंगामा कम नहीं हुआ।
महिला प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
डबवाली (लहू की लौ) इफको ने गांव सांवतखेड़ा में महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से महिला प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन गांव सांवतखेड़ा के सरकारी स्कूल में किया। जिसमें गांव सांवतखेड़ा व नीलियांवाली की 150 महिलाओं ने भाग लिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मंच का संचालन रणजीत सिंह सांवतखेड़ा ने किया।
इस मौके पर आर.एस. नान्दल क्षेत्रीय प्रबन्धक इफको डबवाली ने उपस्थित भागीदारों व लोगों को इफको द्वारा किसानों एवं ग्रामीणों के हित में चलाई जा रही इफको की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। इस अवसर पर डॉ. अमरदीप कौर ने महिलाओं को अपने स्वास्थ्य को किस प्रकार से ठीक रखें विशेषकर गर्भधारण के समय, के सम्बन्ध में जानकारी दी।
कार्यक्रम की मुख्यातिथि धनपति मलिक जिला परियोजना अधिकारी ने कहा कि महिलाओं को अपने व अपने बच्चों के शारीरिक विकास के लिए संतुलित पोषाहार पर ध्यान देना चाहिए ताकि परिवार का स्वास्थ्य ठीक रह सकें।
इस अवसर पर उपस्थित विभिन्न प्रतियोगिताएं भी करवाई गई। बेबी शो में गांव सांवतखेड़ा के पारसमणी पुत्र सुखपाल सिंह, देव कुमार पुत्र रामचरण, गुरसिमरन पुत्र मुखदान, रेस्पीज में विद्या देवी सांवतखेड़ा, परमजीत कौर नीलियांवाली, जसविन्द्र कौर नीलियांवाली, क्विज में सांवतखेड़ा की सलोचना, सुनीता, पुष्पा, मलकीत कौर ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर सरोज कम्बोज बाल विकास एवं परियोजना अधिकारी भी उपस्थित थीं।
न्यायाधीश ने लगाई कसाब को फटकार
मुंबई : मुंबई आतंकी हमलों के मामले में सुनवाई कर रहे विशेष न्यायाधीश एमएल टाहिलियानी ने मामले में एक मात्र गिरफ्तार जीवित आंतकवादी अजमल कसाब को अदालत में सह आरोपी से बातचीत करने पर फटकार लगाई। विशेष सरकारी वकील उज्ज्वल निकम ने शिकायत की थी कि कसाब सह आरोपी फहीम अंसारी से बात कर रहा है, जिसके बाद न्यायाधीश टाहिलियानी ने कहा कि क्या बात कर रहे हो? कसाब ने इस पर कहा, 'कुछ नहीं हुजूर।' न्यायाधीश ने कहा कि अदालत में ठीक से बैठो। कसाब तब बेंच पर बैठ गया और कुछ भी नहीं बोला। निकम ने देखा था कि कसाब पुलिस कांस्टेबल की बात नहीं मान रहा है, जिसने उसे फहीम से बात नहीं करने के लिए इशारा किया था। इसके बाद निकम ने अदालत से शिकायत की। कसाब पर दो भारतीयों फहीम अंसारी और सबाउद्दीन अहमद के साथ मुकदमा चल रहा है। उन पर पिछले साल 26 नवंबर को आतंकी हमले की कथित तौर पर साजिश रचने में और 166 लोगों की जान लेने में शामिल होने का आरोप है।
मायावती को सुप्रीम कोर्ट का तगडा झटका
नई दिल्ली, 11 सितंबर। सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती को तगडा झटका देते हुए राज्य में चल रहे सभी तरह के पार्को के निर्माण को तुरंत प्रभाव से बंद करने और छह घंटे में उन स्थानों को खाली करने के आदेश दिए हैं। साथ ही मुख्य सचिव, बसपा नेता एवं सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता सतीश मिश्रा को नोटिस जारी कर पूछा है कि इन स्थानों पर 8 सितंबर के बाद भी कार्य कैसे चलाया गयाक् सुप्रीम कोर्ट ने यह सख्त कदम पार्को में चल रहे कार्यो की मीडिया रिपोट्स सामने आने के बाद उठाया है। सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश में अंबेडकर पार्को में मूर्तियां लगाने से संबंधित याचिका पर गत मंगलवार को सुनवाई करते हुए वहां तुरंत प्रभाव से कार्य रोकने के निर्देश दिए थे। सर्वोच्चा अदालत ने उत्तर प्रदेश में कांशीराम, मायावती और अन्य दलित नेताओं की प्रतिमाओं पर 2600 करोड रूपए की भारी भरकम राशि खर्च करने पर सरकार को लताड लगाते हुए कहा था कि करदाताओं के पैसे का मनमाना उपयोग नहीं किया जा सकता। न्यायाधीश बीएन अग्रवाल और न्यायाधीश आफताब आलम की खंडपीठ ने बेहद तल्ख लहजे में पूछा था कि जब देश के सबसे बडे राज्य की जीडीपी महज दो फीसदी से स्तर पर है, तो ऎसे में इतनी भारी-भरकम राशि मूर्तियों पर कैसे खर्च की जा सकती है। साथ ही खंडपीठ ने निर्देश दिया था कि लखनऊ के उन विभिन्न स्थलों पर और कोई निर्माण न किया जाए जिनको लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है।
निठारी कांड : कोर्ट के फैसले से गुस्साए लोगों ने किया पथराव
नोएडा, 11 सितंबर। बहुचर्चित निठारी कांड के मुख्य आरोपी के इलाहाबाद हाईर्को से बरी होने पर गुस्साए पीडितों ने शुक्रवार को खूनी कोठी पर जमकर पथराव किया। गौरतलब है कि पूर्व गाजियाबाद की सीबीआई कोर्ट ने निम्पा हलधर नाम की युवती के अपहरण, बलात्कार और हत्या के मामले में में निठारी कांड के मुख्य अभियुक्त मनिंदर सिंह पंढेर और उसके नौकर सुरेंद्र कोली को फांसी की सजा सुनाई थी, लेकिन इलाहाबाद हाईकोर्ट ने शुक्रवार को मनिंदर सिंह को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया और सुरेंद्र की सजा बरकरार रखा। अदालत के इस फैसले के बाद मतका के माता-पिता और निठारी कांड के अन्य पीडितों का गुस्सा फूट पडा। वे खूनी कोठी पर जमा हो गए और जमकर पथराव किया। रिम्पा के पिता अनिल हलधर ने कोर्ट के फैसले को गलत बताते हुए इसे गरीबों के साथ अन्याय बताया। उत्तेजित निठारी पीडितों ने मीडिया वाहनों और मौके पर पहुंची पुलिस पर भी पथराव किया। मनिंदर के खिलाफ रिम्पा हलधर मामले के अलावा 17 और आपराधिक मामले दर्ज हैं।
23 हजार परमाणु बमों पर सवार दुनिया
वाशिंगटन, 11 सितंबर। शीत युद्ध का काल बीते डेढ दशक हो गया है पर दुनिया में परमाणु हथियारों की होड खत्म होने के बजाय बढती जा रही है। विश्व में अब तक 23,000 परमाणु घोषित रूप से बनाए जा चुके हैं। इनमें से 8100 से ज्यादा बम कभी भी दागे जाने की स्थिति में हैं।
फैडरेशन ऑफ अमरीकन सीइंटिस्ट (एफएएस) द्वारा जारी एक रिपोर्ट में विश्व में सभी देशों के पास परमाणु हथियारों की विस्तृत जानकारी दी गई है, जिसके मुताबिक विश्व के नौ देशों के पास कुल 23,375 परमाणु आयुध हैं। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की संख्या अब भारत के परमाणु भण्डार से अधिक पहुंच गई है।
एफएएस ने ये आंकडे 28 अगस्त, 2009 को जारी किए थे। आंकडों के मुताबिक रूस का परमाणु जखीरा 13 हजार बमों के साथ सबसे बडा है जबकि अमरीका 9,400 हथियारों के साथ दूसरे स्थान पर हैं। रूसी जखीरे में 2790 हथियार रणनीतिक, 2050 गैर रणनीतिक तथा 4840 ऑपरेशनल हथियार हैं। इसके विपरीत अमरीका के पास 2126 रणनीतिक, 500 गैर रणनीतिक और 2623 ऑपरेशनल हथियार हैं। रूस के पास 1991 में गैर रणनीतिक मुखास्त्र की संख्या 15 हजार थी, जो अब मात्र 5390 रह गई है। लगभग 200 मुखास्त्र निष्क्रिय अवस्था में यूरोपीय भाग में तैनात हैं तथा अतिरिक्त 2500 मुखास्त्र आरक्षित हैं।
इस सूची में चीन 300 परमाणु बमों के साथ तीसरे, 240 बमों के साथ फ्रांस चौथे तथा 185 बमों के साथ ब्रिटेन पांचवें पायदान पर है। इस तरह सुरक्षा परिषद के पांच स्थाई सदस्यों के पास कुल 23,125 परमाणु हथियार हैं जो विश्व के कुल परमाणु आयुधों का 98.5 प्रतिशत से ज्यादा हैं। अन्य घोषित परमाणु शक्तियों में पाकिस्तान का परमाणु जखीरा इजरायल और भारत की तुलना में कहीं अधिक हो गया है। भारत और पाकिस्तान के पास रणनीतिक हथियार 60-60 है लेकिन कुल हथियारों की संख्या के मामले में भारत के 60 से 80 के मुकाबले पाकिस्तान के पास 70 से 90 तक परमाणु आयुध हैं, जो इजरायल के कुल आयुधों (80) से भी ज्यादा हो सकते हैं। इस प्रकार दक्षिण और पश्चिम एशिया में पाकिस्तान सबसे बडी परमाणु शक्ति हो सकता है।
ताजा परमाणु शक्ति बने उत्तर कोरिया के पास परमाणु हथियारों का ब्यौरा यूं तो किसी के पास नहीं है, लेकिन तमाम सूचनाओं के आधार पर रिपोर्ट में बताया गया है कि उसके पास दस से अधिक परमाणु बम हैं। उत्तर कोरिया ने अब तक दो परमाणु परीक्षण किए हैं।
रिपोर्ट में इजरायल, पाकिस्तान, भारत और उत्तर कोरिया के पास गैर रणनीतिक एवं ऑपरेशनल यानि दागने के लिए तैयार हथियारों की संख्या अनुलब्ध बताई गई है।
स्वाइन फ्लू से देहरादून स्कूल की कक्षाएं स्थगित
देहरादून, 10 सितंबर। उत्तराखंड में स्वाइन फ्लू के मरीजों की लगातार बढती संख्या के बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त दून स्कूल की कक्षाओं को अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। स्कूल में सामूहिक रूप से एकत्र होने, समूह में घूमने तथा अन्य सामूहिक गतिविघियों पर रोक भी लगा दी गई है। स्कूल के सूत्रों के अनुसार संस्थान के कुछ छात्रों की स्वाइन फ्लू के लिए जांच करने पर रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई जिसके बाद यह कदम उठाया गया है। आवासीय विद्यालय होने के चलते हालांकि स्कूल को अभी तक बंद करने का फैसला नहीं किया गया है। अभिभावकों को यह अनुमति दे दी गई है कि वे चाहें तो अपने बच्चाों को घर ल जा सकते हैं। राज्य के स्वाइन फ्लू के नोडल अघिकारी डा. पंकज जैन ने आज यहां बताया कि स्कूल में पांच कर्मचारियों सहित कुल 15 छात्रों के रक्त और थूक के नमूने जांच के लिए भेजे गए थे जिनमें से नौ छात्रों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। एहतियात के तौर पर स्कूल में 50 बिस्तरों वाला आइसोलेशन वार्ड खोल दिया गया है। इसमें 26 छात्रों का इलाज भी किया जा रहा है।
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