डबवाली (लहू की लौ) एसडीएम सतीश कुमार लोगों को स्वच्छता का संदेश दे रहे हैं। स्वयं झाडू लगाकर लोगों के लिये प्रेरणा बन रहे हैं। स्वच्छता के मामले में लोगों को शिकायत न रहे इसलिये डस्टबिन पर सीनेटरी इंस्पेक्टर अविनाश सिंगला का मोबाइल नं. 94683-88900 लिखवाया जा रहा है। ताकि लोग गंदगी से भरे डस्टबिन या फिर कूड़ा कर्कट को उठवाने के लिये सीधा सीनेटरी इंस्पेक्टर से संपर्क साधकर स्वच्छता की मुहिम को आगे बढ़ा सकें। अगर सीनेटरी इंस्पेक्टर शिकायत पर सुनवाई न करे तो आप सीधा एसडीएम सतीश कुमार के सरकारी मोबाइल नं. 98123-00903 पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।
कुष्ठ आश्रम में चला सफाई अभियान
स्वच्छता अभियान जारी है। सोमवार को एसडीएम सतीश कुमार ने कुष्ठ आश्रम में सफाई अभियान चलाया। उनका साथ नप सचिव ऋषिकेश चौधरी, सीनेटरी इंस्पेक्टर तथा वियोगी हरि शर्मा ने दिया। इस मौके पर एसडीएम ने आश्रम में रह रहे कुष्ठ रोगियों को साफ-सफाई रखने का आह्वान किया। उनकी समस्याएं भी सुनी।
गंदगी का आलम
स्वच्छता अभियान के बावजूद शहर में विभिन्न जगहों पर गंदगी का आलम है। कई-कई दिन गंदगी का उठान नहीं होता। ऐसे में शहरवासियों को भारी दिक्कत आ रही है। गंदगी की वजह से रोग पनपने का भी खतरा बना हुआ है।
करीब डेढ़ साल पूर्व नगर परिषद ने शहर के डस्टबिन से कूड़ा एकत्रित करने के लिये रिफ्यूज कंपेक्टर खरीदा था। तब से वह कम्युनिटी हाल में खड़ा हुआ कबाड़ हो रहा है। शहर की स्वच्छता से जुड़े इस महत्वपूर्ण उपकरण की ओर प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा। डस्टबिन खाली करने में यहां नगर परिषद कर्मी घंटों लगा देते हैं, वहीं इस कंपेक्टर की सहायता से वहीं कार्य मिनटों में हो सकता है।
कुष्ठ आश्रम में चला सफाई अभियान
स्वच्छता अभियान जारी है। सोमवार को एसडीएम सतीश कुमार ने कुष्ठ आश्रम में सफाई अभियान चलाया। उनका साथ नप सचिव ऋषिकेश चौधरी, सीनेटरी इंस्पेक्टर तथा वियोगी हरि शर्मा ने दिया। इस मौके पर एसडीएम ने आश्रम में रह रहे कुष्ठ रोगियों को साफ-सफाई रखने का आह्वान किया। उनकी समस्याएं भी सुनी।
गंदगी का आलम
स्वच्छता अभियान के बावजूद शहर में विभिन्न जगहों पर गंदगी का आलम है। कई-कई दिन गंदगी का उठान नहीं होता। ऐसे में शहरवासियों को भारी दिक्कत आ रही है। गंदगी की वजह से रोग पनपने का भी खतरा बना हुआ है।
करीब डेढ़ साल पूर्व नगर परिषद ने शहर के डस्टबिन से कूड़ा एकत्रित करने के लिये रिफ्यूज कंपेक्टर खरीदा था। तब से वह कम्युनिटी हाल में खड़ा हुआ कबाड़ हो रहा है। शहर की स्वच्छता से जुड़े इस महत्वपूर्ण उपकरण की ओर प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा। डस्टबिन खाली करने में यहां नगर परिषद कर्मी घंटों लगा देते हैं, वहीं इस कंपेक्टर की सहायता से वहीं कार्य मिनटों में हो सकता है।
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