मण्डी किलियांवाली (लहू की लौ) मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के हल्का लम्बी के गांव मण्डी किलियांवाली में पेंशन वितरण में घोटाला सामने आया है। पेंशनरों को 250 से 500 रूपए तक की पेंशन कम दी गई। मामला सामने आने के बाद फिनो कंपनी की एक टीम मण्डी किलियांवाली में पहुंची। जांच के बाद टीम ने पेंशन वितरण कर रहे कंपनी के कर्मचारी को हटा दिया। वहीं ब्लाक कॉर्डिनेटर पर लगे आरोपों की जांच शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के हल्का लम्बी के 10 हजार 664 बुढ़ापा, विधवा एवं विकलांग पेंशन धारकों के लिए 61 लाख 90 हजार रूपए की राशि पेंशन के रूप में जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा जारी की गई है। इनमें से मण्डी किलियांवाली के 515 पात्रों को दो लाख 98 हजार रूपए की राशि का वितरण शुक्रवार से शुरू हुआ था। करीब 129 पात्रों को पेंशन वितरित की गई थी। शनिवार सुबह पेंशन बांटने के लिए कंपनी का कर्मचारी अमर सिंह निवासी किलियांवाली महाशा मोहल्ला में पंच मंगत राय ग्रोवर के निवास पर पहुंचा। मौका पर पेंशन धारकों के साथ पहुंचे मण्डी किलियांवाली के सरपंच प्रतिनिधि अजय खरोड़, भाजपा नेता सतीश काला ने पेंशन कम दिए जाने का आरोप लगाते हुए उसे घेर लिया। इसकी शिकायत फिनो कंपनी के उच्च अधिकारियों को की।
मामले की जांच के लिए श्री मुक्तसर साहिब से फिनो कंपनी के अधिकारी रजनीश श्रीवास्तव, हरनेक सिंह तथा कंपनी के हल्का लम्बी के ब्लॉक कोर्डिनेटर प्रितपाल सिंह मौका पर पहुंचे। टीम की जांच के बाद घोटाला सामने आ गया। कंपनी के कर्मचारी अमर सिंह ने टीम लीडर रजनीश श्रीवास्तव के समक्ष स्वीकार किया कि उसने 250 से 500 रूपए की चपत पेंशनरों को लगाने का प्रयास किया है। लेकिन यह कार्य उसने कंपनी के ब्लॉक कोर्डिनेटर बलजीत सिंह के कहने पर किया।
कर्मचारी को हटाया
रजनीश श्रीवास्तव ने बताया कि पेंशनरों को 250 रूपए से लेकर 500 रूपए तक कम पेंशन दी गई है। उन्होंने अपने उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत करवाते हुए पेंशन वितरण करने पहुंचे अमर सिंह को हटा दिया गया है। वहीं ब्लॉक कोर्डिनेटर बलजीत पर लगे आरोपों की कंपनी जांच करेगी। उन्होंने बताया कि पेंशनरों को उनकी पूरी पेंशन दी जाएगी।
कैसे करता था घोटाला
श्रीवास्तव के अनुसार पेंशन बांटने वाले कर्मचारी को कंपनी की ओर से एक मशीन मुहैया करवाई हुई है। जिसमें पेंशनर का स्मार्ट कार्ड डालकर उसका फिंगर प्रिंट लेने के बाद उसे पेंशन दी जाती है। इस मशीन से एक स्लिप निकलती है। जिस पर पेंशनर को दी जाने वाली पेंशन राशि का जिक्र होता है। लेकिन अमर चालाकी से स्लिप को अपने पास जमा करता गया और मनमाने ढंग से पेंशन वितरण करता रहा।
स्मार्ट कार्ड के पैसे लिए थे
कंपनी अधिकारी के अनुसार पंजाब सरकार ने आईसीआईसीआई बैंक तथा मुंबई की फिनो कंपनी को पेंशन वितरण की जिम्मेवारी सौंपी है। अप्रैल-मई के दौरान कंपनी ने अपनी प्रक्रिया शुरू करते हुए पेंशनरों के स्मार्ट कार्ड बनाने शुरू कर दिए थे। कार्ड नि:शुल्क बनाए गए थे। उस दौरान भी कंपनी के उपरोक्त कर्मचारी ने 20-20 रूपए लेकर लोगों को स्मार्ट कार्ड जारी किए थे। उस समय कर्मचारी को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था।
मैं निर्दोष हूं
कर्मचारी अमर सिंह ने बताया कि ब्लॉक कोर्डिनेटर बलजीत सिंह के कहने पर ही उसने पेंशनरों को उनकी बनती पेंशन के 250 से 500 रूपए कम दिए हैं। बलजीत ने ही उसे बवाल खड़ा होने पर संभाल लेने की सलाह दी थी। वह निर्दोष है।
क्या बोला बलजीत
ब्लॉक कोर्डिनेटर बलजीत सिंह ने बताया कि उस पर लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं। उसने केवल इच्छुक पेंशनरों का बीमा करते हुए 100 रूपए लेने की सलाह अमर को दी थी।
मामला दर्ज करवाने की मांग
मण्डी किलियांवाली के सरपंच प्रतिनिधि अजय खरोड़, भाजपा नेता सतीश काला, पंच मंगत राय ग्रोवर ने मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से पेंशन वितरण में घोटाला करने वाले फिनो कर्मचारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।