मास्टर गुरमीत सिंह आत्महत्या प्रकरण, विसरा की रिपोर्ट के लिए रिमाईंडर भेजा
डबवाली (लहू की लौ) एसएस मास्टर गुरमीत सिंह को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में शहर पुलिस ने तीन माह बाद चार जनों पर दफा 306 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं। वहीं विसरे की रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए पुलिस ने संबंधित लैब को दूसरी दफा रिमाईंडर भेजा है।
डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि गांव कालझराणी के सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले एसएस मास्टर गुरमीत सिंह का शव संदिग्ध परिस्थितियों में 15 जून को अलीकां रोड़ पर खेतों में पड़ा मिला था। इसकी जांच का जिम्मा शहर थाना प्रभारी डबवाली महा सिंह रंगा को सौंपा। करीब दो माह तक चली जांच के बाद शहर प्रभारी ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी। रिपोर्ट में शहर प्रभारी महा सिंह रंगा ने कहा है कि गुरमीत सिंह की शादी अबूबशहर की राजेंद्र कौर के साथ हुई थी। इस दौरान राजेंद्र कौर का परिवार डबवाली के प्रेमनगर में आ बसा। शादी के कुछ देर बाद ही वह गुरमीत पर डबवाली में रहने का दबाव डालने लगी। लेकिन गुरमीत अपने माता-पिता तथा भाई-बहनों के साथ रहने का इच्छुक था। लेकिन राजेंद्र कौर ने गुरमीत तथा उसके परिजनों पर दहेज प्रताडऩा का आरोप लगाकर मामला दर्ज करवा दिया। अपने परिवार को बचाने के लिए गुरमीत डबवाली बसने पर राजी हो गया। जिसके तुरंत बाद राजेंद्र कौर ने केस वापिस ले लिया।
रिपोर्ट के अनुसार मास्टर अपने ससुराल घर के नजदीक प्रेमनगर में ही मकान बनाकर रहने लगा। इस मकान पर उसने पैसा लगाया। लेकिन राजेंद्र कौर ने मकान अपने नाम करवा लिया। गुरमीत गांव कालझराणी में रहकर अपने माता-पिता की सेवा करने के साथ-साथ भाई-बहनों को पढ़ाना-लिखाना चाहता था। लेकिन यह बात उसके ससुरालियों को अखरती थी। 15 जून 2011 से पूर्व मृतक ने एक प्लॉट का सौदा किया था। वह प्लॉट को अपने नाम करवाना चाहता था। लेकिन उसकी पत्नी राजेंद्र कौर तथा सास जसपाल कौर प्लाट को अपने नाम करवाना चाहती थी। इसके लिए ससुराली उसे मानसिक रूप से प्रताडि़त करने लगे। ससुरालियों द्वारा मजबूर करने पर ही गुरमीत ने आत्महत्या की। डीएसपी के अनुसार जांच रिपोर्ट के आधार पर मृतक गुरमीत सिंह की पत्नी राजेंद्र कौर, सास जसपाल कौर, ससुर बलवीर सिंह तथा साले बेअंत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। डीएसपी के अनुसार विसरे की रिपोर्ट के लिए पहले भी रोहतक तथा करनाल स्थित लैबों को लिखा गया था। अब पुन: रिमाईंडर निकाला गया है।
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