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20 जुलाई 2011

कैसे हुई मेरे बेटे की मौत, मुझे बताओ

15 जून 2011 को खेत के खाल में मिला था अध्यापक गुरमीत सिंह का शव, पिता की गुहार पर केस रीओपन

डबवाली (लहू की लौ) जिला बठिंडा के गांव कालझराणी के सरकारी स्कूल के अध्यापक गुरमीत सिंह की रहस्यमय मौत की फाईल रीओपन हो गई है। अध्यापक का शव संदिग्ध हालतों में गत माह की 15 तारीख को अलीकां रोड़ पर स्थित एक खेत में मिला था। सिटी थाना के नवनियुक्त प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह ने एक माह बाद शनिवार को घटनास्थल का जायजा लिया। वहीं पुलिस ने रविवार को मृतक के पिता मोहर सिंह के ब्यान कलमबद्ध किए।
अध्यापक गुरमीत सिंह आठ सालों से अपनी पत्नी राजेंद्र कौर के साथ वार्ड नं. 7 के प्रेमनगर में स्थित अपनी ससुराल में रह रहा था। 15 जून 2011 को घर से करीब दो किलोमीटर दूर संदिग्ध परिस्थितियों में उसका शव पुलिस ने बरामद किया था। 16 जून को पुलिस ने मृतक के भाई हरदीप सिंह के ब्यान पर दफा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई करते हुए शव का सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाया था। बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किए जाने के बावजूद भी मौत का कारण उजागर नहीं हो पाया। चिकित्सकों के बोर्ड ने मृतक के विसरे को प्रयोगशाला में भेज दिया। जिसकी अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है।
मृतक के पिता मोहर सिंह निवासी गांव कालझराणी ने बताया कि उसके बेटे गुरमीत की शादी करीब बारह साल पूर्व डबवाली निवासी राजेंद्र कौर के साथ हुई थी। शादी के कुछ दिनों बाद ही राजेंद्र कौर उस पर डबवाली में रहने के लिए दबाव डालने लगी थी। झगड़ा करके डबवाली अपने मायके आ गई। उन पर दहेज प्रताडऩा का आरोप लगाते हुए झूठा केस दर्ज करवा दिया। उसका बेटा अपने ससुरालियों के दबाव में आ गया और उनकी शर्तों के अनुसार राजेंद्र कौर के साथ डबवाली में आकर रहने लगा। इसी दौरान शर्तों में ससुरालियों ने उनसे यह भी लिखवा लिया कि अगर यहां उसकी मौत हो जाती है, तो उसके जिम्मेवार वे लोग नहीं होंगे।
हाल ही के दिनों में उसके बेटे ने डबवाली में एक प्लाट खरीदा था। जिसकी कीमत करीब 5 लाख रूपए थी। उसके बेटे के ससुराल के लोग इस प्लाट को उनके नाम कर देने के लिए दबाव डाल रहे थे। इसके लिए वे उसे प्रताडि़त करते। 15 जून को उसके बेटे गुरमीत सिंह ने उसे फोन करके बताया कि उसे परेशान किया जा रहा है। फिर उनके एक रिश्तेदार को भी फोन करके गुरमीत ने अपनी दास्तां सुनाई। कुछ देर बाद ही उनके पास गुरमीत के लापता होने का फोन भी आ गया। शाम को उसके बेटे का शव अलीकां रोड़ पर एक खेत के खाल में मिला। मौका पर जाकर देखा कि उसके शरीर पर चोटों के निशान के नील पड़े हुए थे। गुरमीत के कान से लेकर गले तक खून निकला हुआ था। आंखों से भी खून निकल रहा था।
पुलिस को दिए ब्यान में शिकायतकर्ता ने अपने बेटे की हत्या या फिर टॉर्चर करके आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।
मोहर सिंह के एडवोकेट ओपी गांधी ने बताया कि गुरमीत की मौत नेचुअरल नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गुरमीत के शरीर पर कई भागों पर चोट के निशान दर्शाए गए हैं। साथ में कान से गले तक खून बहता हुआ दिखाया गया है।
सिटी थाना प्रभारी महा सिंह ने बताया कि शनिवार को उन्होंने घटना स्थल का निरीक्षण किया था। गांव कालझराणी निवासी मोहर सिंह के ब्यान कलमबद्ध किए गए हैं। शिकायतकर्ता को पूरा इंसाफ दिलाने का प्रयास किया जाएगा। फिलहाल पुलिस एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार कर रही है|

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