रेल पटरी के नीचे से पुली बनाते समय रेलवे ने तोड़ी पेयजल पाईप, बीएसएनएल की केबल कटी
डबवाली (लहू की लौ) रेलवे ने अपनी पुरानी पुली को बदलने में यहां तीन घंटे लगाए। वहीं इस पुली के नीचे से गुजरने वाली बीएसएनएल की तार को काट देने से पुराना डबवाली क्षेत्र के करीब 1500 लैंडलाईन फोन तथा उनसे संबंधित इंटरनेट सरवर ठप्प हो गया। इससे व्यापारियों के साथ-साथ आम उपभोक्ता को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। पेयजल पाईप टूटने के कारण लोगों को पेयजल आपूर्ति में बाधा आई।
नई अनाज मण्डी रोड़ के साथ जा रही रेलवे लाईन के नीचे रामलीला ग्राऊंड के नजदीक एक पुली बनी हुई थी। जोकि रेलवे ट्रेक पर आने वाले बरसाती पानी को सड़क पर निकालने का काम करती थी। पुली की हालत खस्ता हो चुकी थी। बरसात के दिनों में रेलमार्ग को कोई नुक्सान न हो इसके दृष्टिगत शनिवार को उत्तर-पश्चिम रेलवे के बीकानेर डिविजन के इंजीनियरों द्वारा इसे बदलने का काम किया गया।
सुबह 7.15 पर पुली बदलने का काम शुरू हुआ। लेकिन इसको बदलते-बदलते रेलवे को मात्र तीन घंटे लगे। इस काम को बीकानेर से मण्डलीय अभियंता विशाल गुप्ता, इंस्पेक्टर ऑफ वक्र्स लक्ष्मण बाई, एडीजीएन घनश्याम दबे, एसएसई बठिंडा आनंद स्वरूप की देखरेख में अंजाम दिया गया। इस कार्य को भले ही निबटाने में बहुत कम समय लगा। लेकिन जेसीबी ने पुरानी पुली को उखाड़ते समय भारत दूरसंचार निगम लिमिटेड की केबल भी उखाड़ डाली। जिससे डबवाली का पुराना क्षेत्र प्रभावित हुआ। टेलीफोन से जुड़ा यह क्षेत्र मिनटों में ही एक्सचैंज से कट गया।
बीएसएनएल उपमण्डल डबवाली के एसडीई मनमोहन शर्मा ने बताया कि रेलवे ने बीएसएनएल को सूचना दिए बिना उपरोक्त कार्य किया। जिससे बीएसएनएल को लगभग दो लाख रूपए का नुक्सान हुआ है। उनके अनुसार क्षेत्र के करीब 1500 लैंडलाईन फोन तथा इंटरनेट सेवा प्रभावित हुई। रविवार तक सेवा बहाल कर दी जाएगी।
जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सतपाल ने बताया कि रेलवे विभाग द्वारा उन्हें कोई सूचना नहीं दी गई थी। इसके बावजूद कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर पाईप लाईन बिछी होने के बारे में रेलवे अधिकारियों को बताया था। लेकिन इसके बावजूद पेयजल पाईप तोड़ दी गइ्र। पाईप टूटने से एक साईड की पेयजल आपूर्ति बाधित हुई है। शीघ्र ही पाईप को ठीक किया जाएगा।
रेलवे के एसएसई बठिंडा आंनद स्वरूप ने बताया पुली की हालत खराब होने के कारण इसे बदला गया है। पुलिस के साथ होकर जाने वाली बीएसएनएल की केबल अनाधिकृत है। इस बारे में करीब छह माह पहले बीएसएनएल को पत्र लिखकर केबल हटाने का अनुरोध किया जा चुका है। लेकिन बीएसएनएल ने इस बारे में कोई कदम नहीं उठाया। अब भी बीएसएनएल को सूचना दी गई थी।
डबवाली (लहू की लौ) रेलवे ने अपनी पुरानी पुली को बदलने में यहां तीन घंटे लगाए। वहीं इस पुली के नीचे से गुजरने वाली बीएसएनएल की तार को काट देने से पुराना डबवाली क्षेत्र के करीब 1500 लैंडलाईन फोन तथा उनसे संबंधित इंटरनेट सरवर ठप्प हो गया। इससे व्यापारियों के साथ-साथ आम उपभोक्ता को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। पेयजल पाईप टूटने के कारण लोगों को पेयजल आपूर्ति में बाधा आई।
नई अनाज मण्डी रोड़ के साथ जा रही रेलवे लाईन के नीचे रामलीला ग्राऊंड के नजदीक एक पुली बनी हुई थी। जोकि रेलवे ट्रेक पर आने वाले बरसाती पानी को सड़क पर निकालने का काम करती थी। पुली की हालत खस्ता हो चुकी थी। बरसात के दिनों में रेलमार्ग को कोई नुक्सान न हो इसके दृष्टिगत शनिवार को उत्तर-पश्चिम रेलवे के बीकानेर डिविजन के इंजीनियरों द्वारा इसे बदलने का काम किया गया।
सुबह 7.15 पर पुली बदलने का काम शुरू हुआ। लेकिन इसको बदलते-बदलते रेलवे को मात्र तीन घंटे लगे। इस काम को बीकानेर से मण्डलीय अभियंता विशाल गुप्ता, इंस्पेक्टर ऑफ वक्र्स लक्ष्मण बाई, एडीजीएन घनश्याम दबे, एसएसई बठिंडा आनंद स्वरूप की देखरेख में अंजाम दिया गया। इस कार्य को भले ही निबटाने में बहुत कम समय लगा। लेकिन जेसीबी ने पुरानी पुली को उखाड़ते समय भारत दूरसंचार निगम लिमिटेड की केबल भी उखाड़ डाली। जिससे डबवाली का पुराना क्षेत्र प्रभावित हुआ। टेलीफोन से जुड़ा यह क्षेत्र मिनटों में ही एक्सचैंज से कट गया।
बीएसएनएल उपमण्डल डबवाली के एसडीई मनमोहन शर्मा ने बताया कि रेलवे ने बीएसएनएल को सूचना दिए बिना उपरोक्त कार्य किया। जिससे बीएसएनएल को लगभग दो लाख रूपए का नुक्सान हुआ है। उनके अनुसार क्षेत्र के करीब 1500 लैंडलाईन फोन तथा इंटरनेट सेवा प्रभावित हुई। रविवार तक सेवा बहाल कर दी जाएगी।
जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सतपाल ने बताया कि रेलवे विभाग द्वारा उन्हें कोई सूचना नहीं दी गई थी। इसके बावजूद कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर पाईप लाईन बिछी होने के बारे में रेलवे अधिकारियों को बताया था। लेकिन इसके बावजूद पेयजल पाईप तोड़ दी गइ्र। पाईप टूटने से एक साईड की पेयजल आपूर्ति बाधित हुई है। शीघ्र ही पाईप को ठीक किया जाएगा।
रेलवे के एसएसई बठिंडा आंनद स्वरूप ने बताया पुली की हालत खराब होने के कारण इसे बदला गया है। पुलिस के साथ होकर जाने वाली बीएसएनएल की केबल अनाधिकृत है। इस बारे में करीब छह माह पहले बीएसएनएल को पत्र लिखकर केबल हटाने का अनुरोध किया जा चुका है। लेकिन बीएसएनएल ने इस बारे में कोई कदम नहीं उठाया। अब भी बीएसएनएल को सूचना दी गई थी।
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