डबवाली (लहू की लौ) शहर में गुंडागर्दी चरम सीमा पर पहुंच गई है। गुंडातत्व बौखलाहट में पत्रकारों पर भी कातिलाना हमला करके जनता की आवाज को दबाने का प्रयास करने लगे हैं। सोमवार रात को अज्ञात कार सवारों ने पत्रकार राजीव गोयल पर जानलेवा हमला करके उसकी हत्या करने का प्रयास किया। घायल अवस्था में वार्ड नं. 1 के पार्षद जगदीप सूर्या ने उन्हें उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में पहुंचाया।
पत्रकार राजीव गोयल सोमवार रात को करीब सवा नौ बजे दैनिक लहू की लौ कार्यालय से अपने घर के लिए अपनी एवीएटर पर निकले थे। कार्यालय से कुछ दूरी पर स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर के बैक साईड वाली गली में वे जैसे ही पहुंचे तो पीछे से एक फोर्ड फिगो गाड़ी आई और एवीएटर का रास्ता रोककर खड़ी हो गई। कार से दो युवक बाहर आए। जिनमें से एक ने मुंह कपड़े से ढांप रखा था। उन्होंने उसकी हत्या का प्रयास करते हुए बैसबॉल बैट से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। राजीव गोयल ने एवीएटर वहीं फेंककर अपनी जान बचाई और शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर घरों से निकले लोगों को देखकर गुण्डे भाग खड़े हुए।
राजीव गोयल ने बताया कि गुण्डों की संख्या चार से पांच हो सकती है। जिन लोगों ने कार से निकलकर उस पर हमला किया उनकी संख्या दो थी। बाकी कार के भीतर बैठे हुए थे।
क्या कारण हो सकता है
4 जून रात करीब सवा नौ बजे थाना शहर के बाहर दो युवकों ने गांव जण्डवाला जाटान के बीरबंत सिंह नामक व्यक्ति पर हमला करके उसके कपड़े फाड़ दिए थे। शिकायतकर्ता बीरबंत ने इसकी शिकायत लिखित रूप से थाना शहर में भी की थी। इस समाचार को न प्रकाशित किया जाए इसके लिए इसी रात को करीब 11 से 12.30 बजे के बीच दो कॉल राजीव गोयल के मोबाइल पर आई। जिसमें एक कॉल हैप्पी और दूसरी कॉल उसी मोबाइल नं. से काला ग्रोवर ने करके कहा था कि यह समाचार अखबार में प्रकाशित न किया जाए। अगर अखबार में प्रकाशित किया गया तो इसके गंभीर परिणाम निकलेंगे। साथ में यह भी कहा था कि आप नहीं जानते कि बीरबंत कौन है?
5 जून का दैनिक लहू की लौ का अंक रात्रि 9 बजे से पूर्व प्रकाशित हो चुका था। जिसके चलते 6 जून के अंक में उपरोक्त घटना का समाचार लहू की लौ सहित अन्य समाचार पत्रों में भी प्रकाशित हुआ।
हमले से पूर्व गुण्डों ने की रेकी
गुण्डों ने राजीव पर कातिलाना हमला करने से पूर्व 6 जून की रात को करीब 8 बजे दैनिक लहू की लौ कार्यालय के आस-पास रेकी की। इस रेकी के लिए दो गुण्डे दैनिक लहू की लौ कार्यालय में आए। उन्होंने अपने आपको गांव मांगेआना निवासी हरजीवन सिंह सिधू और अवतार सिंह सिधू के नाम से परिचित करवाते हुए कहा कि उन्होंने पिल्ले बिकाऊ का विज्ञापन अखबार में देना है। करीब आधा घण्टा तक कार्यालय में बैठे रहे। गांव मांगेआना में पता करने पर मालूम हुआ कि उक्त नाम के दोनों युवक गांव में है ही नहीं। इन युवकों द्वारा दिए गए मोबाइल नं. भी फेक पाए गए। इससे संदेह है कि इस हमले में ये दो युवक भी शामिल थे।
48 घंटे के भीतर गिरफ्तार हो आरोपी
घटना की सूचना पाकर मंगलवार सुबह हरियाणा पत्रकार संघ जिला सिरसा के अध्यक्ष लाजपुष्प राजीव गोयल का हालचाल जानने के लिए सरकारी अस्पताल डबवाली में पहुंचे। यहां डबवाली पत्रकार संघ के अध्यक्ष राजीव वढेरा, फतेह सिंह आजाद, विजय वढेरा, इकबाल सिंह शांत, महावीर सहारण, सुखपाल सिंह, डीडी गोयल, पवन कौशिक उपस्थित थे। इससे पूर्व रात को जयमुनी गोयल, रवि मोंगा, अशोक सेठी भी अस्पताल में पहुंचे। जबकि सुभाष सेठी ने फोन पर राजीव गोयल का हालचाल जाना। डबवाली के पत्रकारों ने पुलिस को चेतावनी दी है कि अगर 48 घंटे के भीतर पत्रकार राजीव गोयल पर जानलेवा हमला करने वाले गुण्डों को पकड़ा नहीं गया तो पूरे हरियाणा में पत्रकार संघर्ष का बिगुल बजा देंगे। जिसकी जिम्मेवारी पुलिस और प्रशासन की होगी।
पत्रकार राजीव गोयल सोमवार रात को करीब सवा नौ बजे दैनिक लहू की लौ कार्यालय से अपने घर के लिए अपनी एवीएटर पर निकले थे। कार्यालय से कुछ दूरी पर स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर के बैक साईड वाली गली में वे जैसे ही पहुंचे तो पीछे से एक फोर्ड फिगो गाड़ी आई और एवीएटर का रास्ता रोककर खड़ी हो गई। कार से दो युवक बाहर आए। जिनमें से एक ने मुंह कपड़े से ढांप रखा था। उन्होंने उसकी हत्या का प्रयास करते हुए बैसबॉल बैट से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। राजीव गोयल ने एवीएटर वहीं फेंककर अपनी जान बचाई और शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर घरों से निकले लोगों को देखकर गुण्डे भाग खड़े हुए।
राजीव गोयल ने बताया कि गुण्डों की संख्या चार से पांच हो सकती है। जिन लोगों ने कार से निकलकर उस पर हमला किया उनकी संख्या दो थी। बाकी कार के भीतर बैठे हुए थे।
क्या कारण हो सकता है
4 जून रात करीब सवा नौ बजे थाना शहर के बाहर दो युवकों ने गांव जण्डवाला जाटान के बीरबंत सिंह नामक व्यक्ति पर हमला करके उसके कपड़े फाड़ दिए थे। शिकायतकर्ता बीरबंत ने इसकी शिकायत लिखित रूप से थाना शहर में भी की थी। इस समाचार को न प्रकाशित किया जाए इसके लिए इसी रात को करीब 11 से 12.30 बजे के बीच दो कॉल राजीव गोयल के मोबाइल पर आई। जिसमें एक कॉल हैप्पी और दूसरी कॉल उसी मोबाइल नं. से काला ग्रोवर ने करके कहा था कि यह समाचार अखबार में प्रकाशित न किया जाए। अगर अखबार में प्रकाशित किया गया तो इसके गंभीर परिणाम निकलेंगे। साथ में यह भी कहा था कि आप नहीं जानते कि बीरबंत कौन है?
5 जून का दैनिक लहू की लौ का अंक रात्रि 9 बजे से पूर्व प्रकाशित हो चुका था। जिसके चलते 6 जून के अंक में उपरोक्त घटना का समाचार लहू की लौ सहित अन्य समाचार पत्रों में भी प्रकाशित हुआ।
हमले से पूर्व गुण्डों ने की रेकी
गुण्डों ने राजीव पर कातिलाना हमला करने से पूर्व 6 जून की रात को करीब 8 बजे दैनिक लहू की लौ कार्यालय के आस-पास रेकी की। इस रेकी के लिए दो गुण्डे दैनिक लहू की लौ कार्यालय में आए। उन्होंने अपने आपको गांव मांगेआना निवासी हरजीवन सिंह सिधू और अवतार सिंह सिधू के नाम से परिचित करवाते हुए कहा कि उन्होंने पिल्ले बिकाऊ का विज्ञापन अखबार में देना है। करीब आधा घण्टा तक कार्यालय में बैठे रहे। गांव मांगेआना में पता करने पर मालूम हुआ कि उक्त नाम के दोनों युवक गांव में है ही नहीं। इन युवकों द्वारा दिए गए मोबाइल नं. भी फेक पाए गए। इससे संदेह है कि इस हमले में ये दो युवक भी शामिल थे।
48 घंटे के भीतर गिरफ्तार हो आरोपी
घटना की सूचना पाकर मंगलवार सुबह हरियाणा पत्रकार संघ जिला सिरसा के अध्यक्ष लाजपुष्प राजीव गोयल का हालचाल जानने के लिए सरकारी अस्पताल डबवाली में पहुंचे। यहां डबवाली पत्रकार संघ के अध्यक्ष राजीव वढेरा, फतेह सिंह आजाद, विजय वढेरा, इकबाल सिंह शांत, महावीर सहारण, सुखपाल सिंह, डीडी गोयल, पवन कौशिक उपस्थित थे। इससे पूर्व रात को जयमुनी गोयल, रवि मोंगा, अशोक सेठी भी अस्पताल में पहुंचे। जबकि सुभाष सेठी ने फोन पर राजीव गोयल का हालचाल जाना। डबवाली के पत्रकारों ने पुलिस को चेतावनी दी है कि अगर 48 घंटे के भीतर पत्रकार राजीव गोयल पर जानलेवा हमला करने वाले गुण्डों को पकड़ा नहीं गया तो पूरे हरियाणा में पत्रकार संघर्ष का बिगुल बजा देंगे। जिसकी जिम्मेवारी पुलिस और प्रशासन की होगी।
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