डबवाली (लहू की लौ) चौटाला पैक्स के आसाखेड़ा सेल्ज प्वाईंट से सैंकड़ों गट्टे इधर-उधर होने का मामला सामने आया है। इस मामले को गांव आसाखेड़ा के ग्रामीणों ने एसडीएम के समक्ष उठाया है। एसडीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
गांव आसाखेड़ा निवासी मनी राम, राजू राम पंच, श्री राम पंच, जीत राम, शीशपाल, कर्म सिंह शुक्रवार को खेत मजदूर यूनियन सिरसा के अध्यक्ष भाला राम भारूखेड़ा के नेतृत्व में एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल से मिले और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। एसडीएम को दिए ज्ञापन में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पैक्स चौटाला के आसाखेड़ा सेल्ज प्वाईंट पर एक सप्ताह पूर्व डीएपी खाद के छह सौ गट्टे उतारे गए थे। गुरूवार को वे खाद लेने के लिए कतार में लगे हुए थे। लेकिन वहां अचानक दो ट्रेक्टर-ट्रालियां आई। वहां तैनात सेल्जमैन ने वहां खड़े किसानों को डीएपी देने की अपेक्षा 400 गट्टा उनमें भरकर गांव चौटाला की ओर भेज दिया।
एसडीएम को दी शिकायत में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि डीएपी का प्रति गट्टा करीब 700 रूपए का है। जो ब्लैक में 900 से 1000 रूपए तक में मिल रहा है। किसानों को डीएपी देने की अपेक्षा अवैध तरीके से डीएपी बेची जा रही है।
एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि मामले की जांच के लिए एसडीओ कृषि विभाग, डबवाली को लिखा गया है। दोषी पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
पैक्स चौटाला के क्लर्क सुदेश कुमार ने बताया कि आसाखेड़ा सेल्ज प्वाईंट पर कई दिनों से डीएपी के गट्टे पड़े हुए थे। वहां इसकी डिमांड लगभग खत्म हो चुकी थी। चौटाला के एक किसान को डीएपी की आवश्यकता थी। इसलिए स्टॉक में से 100 गट्टे उन्हें दिए गए हैं। सेल्ज प्वाईंट के कर्मचारियों पर लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं।
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