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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

28 जुलाई 2011

जण्डवाला-गंगा मार्ग पांच घंटे जाम


डबवाली (लहू की लौ) डबवाली क्षेत्र में खेत और लोग दोनों ही प्यासे हैं। करीब चार माह से 700 रूपए प्रति टैंकर के हिसाब से प्रति दिन पानी मोल लेकर थक चुके तीन गांवों के ग्रामीणों ने बुधवार को पांच घंटे तक यातायात को जाम करके अपना रोष प्रकट किया। नायब तहसीलदार के आश्वासन के बाद ग्रामीण रोड़ से हटे।
गांव गंगा, जण्डवाला बिश्नोईयां तथा कालूआना के ग्रामीण पिछले चार माह से नहरी और पीने के पानी की दिक्कत झेल रहे हैं। नहरी पानी की कमी के चलते खेतों में बोई फसल प्यास से दम तोड़ रही है। वहीं पेयजल की आपूर्ति न होने से ग्रामीणों का तन भी पानी के लिए तड़प रहा है। गुस्साए ग्रामीणों ने सुबह करीब 11 बजे अपने वाहनों को आडा-तिरछा करके सड़क पर खड़ा कर दिया। जण्डवाला बिश्नोईयां-गंगा रोड़ पर स्थित हनुमान मंदिर के सामने धरना देकर सिंचाई विभाग के खिलाफ जबर्दस्त नारेबाजी करने लगे। सूचना पाकर मौका पर थाना सदर प्रभारी एसआई रतन सिंह अपने दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। लेकिन ग्रामीणों ने उनकी एक न सुनी। बाद में मौके पर आए नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई ने मौजगढ़ हैड से माईनर में पानी छुड़वाकर ग्रामीणों को शांत कराया। ग्रामीणों ने करीब पांच घटे बाद जाम खोल दिया।
अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा, गांव जण्डवाला बिश्नोईयां के सरपंच मिट्ठू राम, भूप सिंह, पाला राम, विष्णु, महावीर सिंह, गंगा के किसान धर्मपाल, भूप सिंह, कालूआना के विजय कुमार, विनय कुमार, राजेंद्र भादू, कृष्ण कुमार ने बताया कि वे लोग भाखड़ा नहर के मौजगढ़ हैड से निकलने वाली जण्डवाला माईनर की टेल पर बसे हुए हैं। हैड से माईनर में करीब 2.20 गेज पानी छोड़ा जाता है, लेकिन इन दिनों मात्र 1.10 गेज से नीचे पानी छोड़ा जा रहा है। जोकि टेल पर नहीं पहुंचता। वे लोग इस बारे में सिंचाई विभाग को मौखिक तथा लिखित तौर पर शिकायत कर चुके हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पीने का पानी कुछ लोग 8 किलोमीटर दूर बहती राजस्थान कैनाल से भरकर लाते हैं। जिनसे वे लोग 700 रूपए प्रति टैंकर के हिसाब से खरीदकर अपनी प्यास बुझाते हैं। अगर उनकी समस्या का सुचारू रूप से हल नहीं हुआ तो वे पुन: रोड़ जाम कर देंगे।
नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई ने बताया कि माईनर में क्षमता से कम पानी छोड़ा जा रहा था, जिसे अब पूरा कर दिया गया है। ग्रामीणों को पीने के पानी की दिक्कत आ रही है। जो जल्द हल कर दी जाएगी।

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