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14 जून 2020

पंजाब-राजस्थान ने सील की सीमा, हरियाणा के सीमावर्ती इलाके की मुश्किलें बढ़ी


पंजाब-राजस्थान ने सीमा सील करके हरियााणा के सीमावर्ती इलाकों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। हालात यह हो गई है कि राजस्थान में आसानी से प्रवेश मिल जाएगा, लेकिन वापिस आने के लिए ई-पास लेना होगा। जो आसानी से नहीं मिलेगा। कुछ ऐसे ही हालात पंजाब ने पैदा कर दिए हैं। वीकेंड पर पंजाब खुला होगा, पर सीमाएं सील होंगी। ऐसे में जिला सिरसा खासकर डबवाली इलाके के कामकाजी लोग भी पंजाब में प्रवेश नहीं कर पा रहे। पंजाब सरकार ने साफ कर दिया है कि जरुरी होने पर ही ई-पास दिया जाएगा। ऐसे में आने वाले दिनों में सीमावर्ती इलाके के लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

डबवाली(लहू की लौ)राजस्थान के बाद दूसरे पड़ौसी सूबे पंजाब ने भी सीमाएं सील कर दी हैं। पंजाब में वीकेंड पर शनिवार तथा रविवार को यह व्यवस्था लागू रहेगी। नई व्यवस्था के मुताबिक अंतरराजीय तथा अंतरजिला आवाजाही के लिए ई-पास जरुरी कर दिया गया है। इस दौरान मेडिकल इमरजेंसी में आने-जाने के लिए छूट तय की गई है। शनिवार को पहले दिन डबवाली से सटे पंजाब के जिला श्री मुक्तसर साहिब तथा बठिंडा की सीमा पर पुलिस तैनात रही। हरियाणा के लोगों की एंट्री नहीं मिली। ऐसे में लोगों ने बठिंडा या श्री मुक्तसर साहिब जाने के लिए चोर रास्तों का सहारा लिया। इधर राजस्थान की सीमा भी सील रही। लेकिन पंजाब की तरह सख्ती नहीं बरती गई। बाहरी व्यक्तियों को स्क्रीनिंग के बाद प्रवेश करने दिया जा रहा था। राजस्थान से वापिस लौटने के लिए ई-पास जरुरी किया गया है।
शनिवार को बठिंडा रोड पर एएसआइ जरनैल सिंह के नेतृत्व में पुलिस तैनात थी। किसी को सीमा पार नहीं करने दी जा रही थी। डबवाली के गांव मटदादू से कार पर जा रहे छह लोगों को पुलिस ने रोक लिया। पुलिस उनका चालान काटने को तैयार हो गई। ग्रामीणों ने जब बताया कि वे किसी के अंतिम संस्कार में शरीक होने जा रहे हैं तो पुलिस ने उन्हें जाने दिया। इधर मलोट रोड पर एएसआइ गुरदीप सिंह के नेतृत्व में पुलिस नाका लगाए हुए थी। यहां जाम जैसी स्थिति दिखाई दी। ई-पास देखकर ही पुलिस ने लोगों को जाने दिया। अन्य गाड़ी चालकों को वापिस भेज दिया।

गजटिड छुट्टियों वाले दिन आवाजाही के लिए ई-पास जरुरी कर दिया गया है। शेष पांच दिनों के लिए पुरानी व्यवस्था ही रहेगी।
-जिला मजिस्ट्रेट
बी. श्रीनिवासन, बठिंडा (पंजाब)

राजस्थान में इंट्री के लिए ई-पास की जरुरत नहीं। प्रदेश से वापिस लौटने या प्रदेश के नागरिक को बाहर जाने के लिए ई-पास जरुरी है।
-एसडीएम मांगी लाल सुथार, संगरिया (राजस्थान)

12 जून 2020

राजस्थान सीमा से लाइव राजस्थान ने शहरी क्षेत्र में प्रवेश रोका, बाइपास से इंट्री कर सकते हैं हरियाणा-पंजाब के लोग


बाइपास पर पहचान पत्र दिखाकर स्क्रीनिंग के बाद राजस्थान दे रहा प्रवेश

पड़ौसी सूबे के मूल निवासियों को अधिक परेशानी, बाहर जाने के लिए अनुमति जरुरी हुई


डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा-पंजाब के लोगों के लिए राजस्थान में इंट्री बैन नहीं है। स्क्रीनिंग के बाद उन्हें प्रवेश दिया जा रहा है। सीमा पर उन्हें पहचान पत्र दिखाना होता है, वे कहां जा रहे हैं, सिर्फ यहीं बताना होता है। पड़ौसी सूबे ने स्थानीय नागरिकों के लिए सीमा सील की है। स्थानीय नागरिक बिना पास राजस्थान से बाहर नहीं जा सकते।
लाइव रिपोर्ट :
हरियाणा के आखिरी छोर पर स्थित गांव चौटाला से करीब चार किलोमीटर की दूरी पर राजस्थान पुलिस ने स्वामी केशवानंद महाविद्यालय ग्रामोत्थान के सामने सीमा सील कर रखी है। किसी को संगरिया शहर में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा। राजस्थान पुलिस के 8-10 जवानों के साथ-साथ भारत स्काऊटस के वॉलंटियर्स योगेश के नेतृत्व में डयूटी कर रहे हैं। हरियाणा, पंजाब के अतिरिक्त राजस्थान के मूल निवासी को भी इस गेट से इंट्री नहीं दी जा रही। लोग राजस्थान के मूल निवासी होने के प्रमाण पत्र तक दिखा रहे हैं, सभी को संगरिया बाइपास के रास्ते से आने के लिए कहा जा रहा है। यह गेट केवल उनके लिए ही खोला जा रहा है, जिनके पास सूबे से बाहर जाने के लिए राजस्थान सरकार की अनुमति है। संगरिया के मूल निवासी हरप्रीत को गेट पर रोका गया है। कार में उसके साथ उसकी पत्नी तथा बच्चा है। तीनों चौटाला से वापिस घर जा रहे हैं। उन्हें आगे नहीं बढऩे दिया जा रहा। बाइक पर पत्नी, बच्चे संग बठिंडा से लौटा संगरिया का रमेश कुमार भी जाम में फंसा हुआ है। उसका कहना है कि वह ससुराल गया था। पंजाब, हरियाणा सीमा क्रॉस करने में मुझे कोई परेशानी नहीं आई। अपने सूबे पहुंचा हूं तो सीमा पर रोक लिया गया। कहते हैं कि संगरिया बाइपास के रास्ते आओ।

राजस्थान से बाहर जाने वालों को परमिशन जरुरी है। अन्य प्रदेशों से आने वालों को शहर की सीमा पर रोका जा रहा है। उन्हें संगरिया बाइपास से आने के लिए कहा जा रहा है। क्योंकि वहां स्क्रीनिंग हो रही है। राजस्थान में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति से पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। हां, बसें तो पूरी तरह से बंद हैं।
-अनिल कुमार
(संगरिया शहर की सीमा पर तैनात राजस्थान का अध्यापक)

राजस्थान को सुरक्षित रखने के लिए हम वालंटियर्स सेवारत हैं। हमारा कार्य लोगों को जागरुक करना है। संगरिया शहर के प्रवेश द्वार को बंद किया गया है। यहां से किसी को इंट्री नहीं दी जा रही।
-योगेश कुमार, भारत स्काऊट

11 जून 2020

एक हफ्ते के लिए राजस्थान सीमा सील, हरियाणा रोड़वेज को नो एंट्री

सीमाएं सील होते ही लगा जाम, वापिस भेजे वाहन
नाके लगाकर नियंत्रित होगा यातायात, जांच व स्वीकृति के बाद होगा आवागमन

डबवाली(लहू की लौ)राजस्थान में कोरोना महामारी मामलों में वृद्धि होने से बुधवार को हरियाणा व पंजाब सीमाएं बंद होने के साथ नाकाबंदी दौरान गहनता से छानबीन करने व बिना स्वीकृति वाहनों को वापिस भेजने का दौर शुरु हो गया। दोपहर में संशोधित आदेश के बाद आवागमन को पूरी तरह नियंत्रण में ले लिया। हरियाणा सीमा से सटे इलाके रतनपुरा तिराहे से हरियाणा, दिल्ली व पंजाब की ओर, ग्रामोत्थान कॉलेज के पास हरियाणा ढाबां व हरिपुरा के पास से पंजाब व हरियाणा तथा माला रामपुरा में पंजाब सीमाओं पर अंतरराज्यीय आवागमन को पुलिस चैक पोस्ट लगा कर यातायात को पूरी तरह नियंत्रण में ले लिया है। बिना अनुमति-पत्र के राजस्थान में अन्य राज्य के लोगों को प्रवेश नहीं दिया। राज्य से बाहर जाने वालों को बिना पास जाने की अनुमति नहीं दी गई। अचानक आए आदेश के चलते मानवीय दृष्टिकोण से विशेष परिस्थितियों में  कुछ देर राहत दी गई। कॉलेज नाके पर अध्यापक अनिल व जोगेंद्र, हवलदार गुरतेज सिंह तथा दो आरएसी जवान तैनात हैं। यहां नाकाबंदी होने के साथ दोनों ओर तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई। हरियाणा रोड़वेज, कुछ निजी वाहनों समेत इधर से हरियाणा की ओर जा रही बसों को वापिस भेज दिया। नाकाबंदी की व्यवस्था सात दिनों के लिए प्रारंभिक तौर पर लागू की गई है।

विफलता छिपाने के लिए सीमाएं सील करना है औचित्यहीन
उधर झोरड़ खाप ने राजस्थान की सीमाओं को सील करने को औचित्यहीन बताया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद झोरड़ ने कहा कि राजस्थान सरकार ने अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए ऐसा निर्णय लिया है। प्रदेश में बढ़ती कोरोना संक्रमितों की संख्या चिंता पैदा करती है लेकिन एकाएक निर्णय से पहले लोगों की परेशानियों की अनदेखी की गई। श्रीगंगानगर, सूरतगढ़, रावतसर, हनुमानगढ़, संगरिया में कोरोना संक्रमितों की संख्या ना के बराबर है।

हरियाणा में कोई रोक टोक नहीं
इधर राजस्थान सीमा से सटी हरियाणा सीमा आवाजाही के लिए खुली हुई है। कोई रोक टोक नहीं है। चौटाला सीमा पर तैनात डयूटी मजिस्ट्रेट सुनील जोशी ने बताया कि राजस्थान में सख्ती बरती जा रही है। हरियाणा सरकार की ओर से सीमा सील सम्बन्धी कोई आदेश पारित नहीं है।

राजस्थान के अधिकारी बोले-हरियाणा रोड़वेज पुन: ना आएं
हरियाणा रोड़वेज की बस दोपहर को डबवाली से हनुमानगढ़ के लिए चली थी। दोपहर बाद करीब 1 बजे संगरिया बायपास पर रोक लिया गया। बस को बिट्टू सिंह चला रहा था, जबकि परिचालक रणबीर सिंह तैनात था। बस में करीब 22 सवारियां मौजूद थी। राजस्थान के अधिकारी ने कहा कि बस को पुन: ना लाया जाए। हालांकि उन्होंने रोड़वेज में सवारियों होने के कारण बस को जाने दिया। डबवाली सबडिपो के अधिकारी सुच्चा सिंह ने कहा कि राजस्थान में बस को रोका गया है। उच्च अधिकारियों से विचार विमर्श के बाद ही वीरवार को बस रवाना होगी।