Adsense

Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

30 जनवरी 2017

चौटाला डबल मर्डर मामला : कुख्यात छोटू भाट के नौकर से बरामद हुआ विदेशी असला

डबवाली (लहू की लौ) गांव चौटाला में इनेलो नेता पीके गोदारा के किन्नू प्लांट पर हुए डबल मर्डर की साजिश रचने के आरोप में पांच दिन के रिमांड पर चल रहे चौटाला निवासी महेंद्र उर्फ गंगाजल, कालू उर्फ मुखराम तथा सुखविंद्र उर्फ मिंडा की निशानदेही पर पुलिस ने एक रिवॉल्वर, एक पिस्तौल तथा रेकी में प्रयुक्त हुई कार तथा बाईक बरामद किया है।
सबसे खास बात यह है कि गंगाजल से बरामद हुआ 38 बोर रिवॉल्वर यूएसए निर्मित है। विदेशी असला के साथ पुलिस ने छह जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। कालू से बरामद हुआ 315 बोर देसी कट्टा है। दोनों कुख्यात छोटू भाट के घर की रखवाली करते थे। घर पर आए मेहमान को चाय-पानी परोसते थे। पुलिस पूछताछ में दोनों ने बताया कि घर की सुरक्षा के लिए छोटू भाट ने उपरोक्त असला दिया था। पुलिस के अनुसार घर के नौकरों के हाथ में विदेशी असला है तो कुख्यात छोटू भाट तथा उसके करीबियों के पास कैसा असला होगा। फिलहाल पुलिस तीनों आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है। दूसरी ओर सिरसा जेल से प्रॉडक्शन वारंट पर लिए गए करीवाला निवासी सुखदीप सिंह से भी पूछताछ चल रही है। सुखदीप तीन दिन के रिमांड पर है। पुलिस के अनुसार सुखदीप सिंह से अहम् जानकारियां मिलने की संभावना है। चूंकि डबल मर्डर के लिए छोटू भाट को पांच गैंगस्टर उसने ही उपलब्ध करवाए थे। पुलिस के अनुसार सुखदीप की निशानदेही पर हत्यारोपी गैंगस्टर के संदिग्ध ठिकानों पर रेड की जाएगी।

घर के नौकरों को दिए गए विदेशी हथियार कहां से आए? पुलिस मामले की जांच कर रही है। छोटू भाट की खोज में पुलिस छापेमारी जारी है।
-सुरजीत सहारण,
 पुलिस प्रवक्ता, सिरसा

पांच सड़कों के निर्माण के लिए 6.76 करोड़ मांगे


17 दिसंबर 2016 को डबवाली में सीएम ने घोषित की थी पांच सड़कें

काम                                  अनुमानित लागत
नीलियांवाली से खुईयांमलकाना टोल पलाजा (0 से 1.45 किमी) 112.00
नौरंग से पंजाब बॉर्डर तक (0 से 1.65 किमी)         128.78
लोहगढ़ से वडिंगखेड़ा पंजाब सीमा तक (0 से 1.60 किमी) 129.08
टिप्पी से मिठड़ी (0 से 1.75 किमी)                132.58
पिपली से असीर (0 से 2.85 किमी)                       174.10
कुल लागत                               676.54 लाख रुपए

डबवाली (लहू की लौ) सीएम मनोहर लाल की घोषणाओं पर काम शुरु हो गया है। लोक निर्माण विभाग (भवन एवं पथ) ने पांच सड़कों का अनुमानित अस्टीमेट बनाकर मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा है। जिन पर करीब 6.76 करोड़ रुपए खर्च होंगे। सीएम की घोषणाओं पर एक माह के भीतर काम शुरु होने की उम्मीद जताई जा रही है। सीएम मनोहर लाल ने 17 दिसंबर 2016 को विकास रैली के दौरान विधानसभा क्षेत्र डबवाली के लिए कई घोषणाएं की थी। जिस पर संबंधित महकमों ने काम शुरु करते हुए अस्टीमेट बनाकर मंजूरी के लिए भेजने शुरु कर दिए हैं। चूंकि सीएम ने रैली के दौरान कहा था कि वे प्रदेश की प्रत्येक विधानसभा में जाकर रैलियां कर रहे हैं। वहां घोषणाएं कर रहे हैं। करीब 90 विधानसभा क्षेत्रों में 3500 घोषणाएं की हैं। ज्यादातर घोषणाओं पर काम शुरु हो चुका है। वर्ष 2017 में सभी घोषणाएं पूरी करने का प्रयास रहेगा। ऐसे में सभी विभाग सीएम घोषणाओं को तुरंत निपटाने के लिए प्रयासरत दिख रहे हैं।

30 Jan. 2017





खाली मस्ट्रोल पर कर दी लाखों की पेमेंट, ऐसा करने वाले ग्राम सचिव को सरकार ने दी तरक्की


-सीएम विंडो पर शिकायत की जांच कर रहे पंचायती राज विभाग के एसडीई ने भेजी सात पन्नों की रिपोर्ट
-जांच में अधूरा मिला रिकॉर्ड, कागजात पर सरपंच की अकेली मुहर, हस्ताक्षर न होने के बावजूद ग्राम सचिव ने की पेमेंट

डबवाली (लहू की लौ) तत्कालीन सरकार के समय गांव लोहगढ़ के विकास के लिए आया पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। वर्तमान सरपंच के बेटे ने सीएम विंडो पर शिकायत दर्ज करवाई तो अधिकारियों ने रिकॉर्ड खंगाला। चौंकाने वाला सच सामने आया है कि मस्ट्रोल पर मजदूरों तथा मिस्त्रियों के नाम तक दर्ज नहीं। खाली मस्ट्रोल के आधार पर लाखों रुपए की अदायगी कर दी गई। यहीं नहीं स्टॉक रजिस्टर खाली पड़ा है। यहां तक कि एचआरडीएफ के नियमों को तोड़ते हुए गली निर्माण कार्यों में मिट्टी डाल दी गई। रिकॉर्ड पर सरपंच की मुहर लगी है, बिना हस्ताक्षर के ग्राम सचिव ने पेमेंट की अदायगी कर दी। कांग्रेस राज में भ्रष्टाचार करने वाले पंचायत सचिव को भाजपा राज में तरक्की मिल गई। संबंधित सचिव जिला सिरसा के एक ब्लाक में बतौर पंचायत अधिकारी के तौर पर कार्य कर रहा है।
इस बीच पंचायती राज विभाग डबवाली के एसडीई मुंशी राम जाखड़ ने पत्र के साथ-साथ सात पन्नों की रिपोर्ट सामने लाकर बवाल खड़ा कर दिया है। रिपोर्ट में एसडीई ने साफ लिखा है कि रिकॉर्ड अधूरा है। बिना जेई तथा एसडीई की वेरिफिकेशन के पेमेंट हुई। ऐसे में संबंधित ग्राम सचिव को तुरंत प्रभाव से निलंबित किया जाए। पंचायती राज विभाग के एसडीई ने सरकार को भेजी रिपोर्ट में यह भी लिखा है कि अधूरा रिकॉर्ड लेने पर पंचायत अधिकारी तथा बीडीपीओ भी दोषी हैं। दरअसल, गांव लोहगढ़ के मौजूदा सरपंच कीरत सिंह के बेटे गुरमीत सिंह ने 30 सितंबर 2016 को जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी सिरसा को शिकायत करके पूर्व सरपंच के समय गांव में हुए विकास कार्यों में घपला होने का शक जताया था। लेकिन शिकायत पर सुनवाई नहीं हुई। गुरमीत सिंह ने सीएम विंडो पर शिकायत दर्ज करवा दी। सरकार ने दिसंबर 2016 में उपायुक्त को मामले की जांच करवाने के लिए लिखा। बीडीपीओ ने कार्यों की असेंसमेंट करने के लिए पंचायती राज विभाग को लिख दिया। काफी देर तक मामला पत्रों में उलझा रहा। 17 जनवरी 2017 को पंचायती राज विभाग के एसडीई मुंशी राम ने उपरोक्त रिपोर्ट दे दी। रिपोर्ट में एसडीई ने बड़ा सवाल उठाया है कि बिना जेई की रिपोर्ट के एक ग्राम सचिव को कैसे पता कि कितने पैसे की अदायगी करनी है? जबकि मस्ट्रोल खाली पड़ा है। रिपोर्ट के बाद संबंधित ग्राम सचिव के खिलाफ सरकार फैसला लेगी।



शमशान भूमि का पैसा हड़प करने का आरोप
शिकायतकर्ता गुरमीत सिंह के अनुसार पूर्व सरपंच के समय बस स्टेंड-राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रोड़ के लिए 13 लाख 53 हजार रुपए की राशि मिली थी। इसके अतिरिक्त करीब 16 लाख रुपए अन्य गलियों के लिए सरकार ने जारी किए थे। इसके अतिरित शमशान भूमि में चारदीवारी व अन्य कार्य के लिए करीब 8 लाख रुपए आए थे। पूर्व सरपंच ने 5 लाख 40 हजार रुपए खर्च करके शमशान भूमि की चारदीवारी निकाल दी। शेष राशि खुद हड़प गया।

29 जनवरी 2017

पढ़ाई, खेल में जिला स्तर पर प्रथम आने वाली बेटी को पंचायत देगी 5100 रुपए

कोख में बेटी के कतल पर परिवार का सामाजिक बहिष्कार करेगी पंचायत


डबवाली (लहू की लौ) पढ़ाई, खेलों में जिला स्तर पर पहला स्थान पाने वाली बेटी को गांव कुरंगावाली की पंचायत 5100 रुपए का पुरस्कार देगी। अगर बेटी ब्लाक स्तर पर पहले स्थान पर रहती है तो उसे 2100 रुपए, गांव में प्रथम रहने पर 1100 रुपए का पुरस्कार देगी। बेटियों को सम्मान देने के निर्णय के साथ-साथ पंचायत ने बेटी को कोख में मारने वाले लोगों का सामाजिक बहिष्कार करने का ऐलान किया है।

सरपंच जसपाल सिंह उर्फ मक्खन ने शनिवार को गांव के राजकीय उच्च विद्यालय में मौजूद बेटियों तथा ग्रामीणों के सामने पंचायत के फैसले सुनाए। जिनका महिलाओं तथा बेटियों ने तालियां पीटकर स्वागत किया। इससे पहले डबवाली की सामाजिक संस्था अपने ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ विषय पर सेमिनार किया। गांव सांवतखेड़ा के पूर्व सरपंच रणजीत सिंह ने कहा कि स्कूलों में बच्चों को किताबों में पढ़ाया जाता है राम स्कूल जा, राधा पोछा लगा। हमारा शिक्षा विभाग बेटियों के प्रति ऐसी धारणा रखता है, जिससे कहीं न कहीं बेटियों के आत्म सम्मान को ठेस पहुंचती हैं। लंबे समय से कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे रणजीत सिंह ने अपने ही परिवार की कहानी ब्यां कर दी। उन्होंने कहा कि एक रिश्तेदार ने अपनी पत्नी के गर्भ की जांच करवाई। जब उसे पता चला कि बेटी पैदा होने वाली है तो वह वहीं बेहोश होकर गिर गया। उस घटना का जिक्र करते हुए सरपंच ने बेटियों का दर्द ब्यां करते हुए गीत लिख दिया कि बोझ मेरा बाबुला ना जाणी, रुक्खी-सुक्खी खा लूंगी, पाट्टे हण्डा लूंगी। 
कन्या भ्रूण हत्या पर कटाक्ष करते हुए रणजीत सिंह ने कहा कि वर्तमान जमाने से अच्छी सती प्रथा थी। उस समय किसी औरत का पति मर जाता, तो उसके साथ ही उसे भी जला दिया जाता था। आज के आधुनिक दौर में जन्म से पहले ही मार दिया जाता है। सेमिनार को कलाकार संजीव शाद तथा स्कूल के प्रिंसीपल वासदेव शर्मा ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर संस्था के प्रधान मथरा दास चलाना, नशा मुक्ति केंद्र कालांवाली के प्रॉजेक्ट कोर्डिनेटर शमशेर सिंह, एसआई छबील दास मौजूद थे। मंच का संचालन पंजाबी प्राध्यापक रछपाल सिंह ने किया।

अध्यापक ने छात्रा से की गंदी हरकत, पंचायत में जमकर छित्तर-परेड़

डबवाली (लहू की लौ) शनिवार को गांव लोहगढ़ के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में जेबीटी गुरजंट सिंह को धुनते हुए ग्रामीणों ने पुलिस के हवाले कर दिया। आरोप है कि पांच दिन पहले शिक्षक 12वीं की एक छात्रा को डबवाली के एक होटल में ले गया। वहां उसके साथ जबरदस्ती करते हुए अश्लील हरकतें की। बाद में उसे गांव में वापिस छोड़कर चला गया।
छात्रा के पिता हिमाचल प्रदेश में काम करते हैं। 27 जनवरी को वह घर लौटे तो बेटी ने टीचर की गंदी हरकत बता दी। पिता ने गांव के सरपंच को जानकारी दी। आज सुबह स्कूल में पंचायत बुलाई गई। प्रिंसीपल अमीर सिंह तथा स्टाफ के आगे जेबीटी गुरजंट सिंह बहानेबाजी करता रहा। भरी पंचायत में छात्रा ने बताया कि 23 जनवरी को उसके पेट में दर्द था। वह छुट्टी लेकर घर वापिस जा रही थी। टीचर गुरजंट ने कार को धीमें करते हुए उसके पीछे लगा लिया। कुछ दूरी पर जाकर उसे कार में बैठने के लिए कहा। जैसे ही वह बैठी तो कार को लॉक करके डबवाली ले गया। एक होटल में बने कमरे में लेजाकर उससे जबरदस्ती करते हुए अश्लील हरकतें की। करीब साढ़े 3 बजे के बाद वापिस उसे गांव में छोड़कर फरार हो गया। जेबीटी के गलती मानते ही पंचायत उस पर टूट पड़ी। पूरे स्टाफ के सामने उसकी खूब छित्तर-परेड़ की। सूचना मिलने पर चौटाला पुलिस मौका पर पहुंची। ग्रामीणों ने आरोपी जेबीटी गुरजंट सिंह को पुलिस को हवाले कर दिया। वहीं प्रिंसीपल तथा एसएमसी कमेटी ने प्रस्ताव पारित करके उपरोक्त टीचर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए शिक्षा विभाग को लिखा है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि एफआइआर दर्ज होने के बाद जेबीटी को निलंबित किया जाएगा।

12वीं को इंग्लिश पढ़ाता था जेबीटी
जेबीटी ने 20 सितंबर 2016 को लोहगढ़ में सरकारी स्कूल ज्वाइन किया था। खुद को एमए इंग्लिश बताता था। स्टाफ की कमी होने के कारण एक माह पहले उसे 12वीं को इंग्लिश पढ़ाने के लिए लगाया गया था। गुरजंट सिंह ने ओच्छी हरकत करके विद्यालय का नाम खराब किया है। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए विभाग को लिखा गया है।
-अमीर सिंह, प्रिंसीपल, 
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, लोहगढ़

हिरासत में 
अध्यापक को हिरासत में लिया गया है। छात्रा के ब्यान दर्ज करवाने के लिए सिरसा लेजाया गया है। ब्यानों के बाद एफआइआर की जाएगी। उसके अदालत में ब्यान दर्ज करवाए जाएंगे। अभी कार्रवाई की जा रही है।
-बलवीर सिंह, प्रभारी
पुलिस चौकी, चौटाला

मामले की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी गई है। एफआइआर होने के बाद टीचर को निंलबित किया जाएगा।
-बलजिंद्र सिंह भंगू, बीईओ, डबवाली


29 Jan. 2017





26 जनवरी 2017

सिरसा जेल में रहकर छोटू भाट ने रची थी हत्याकांड की साजिश

डबवाली (लहू की लौ) चौटाला डबल हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस ने कांड के 14वें दिन बड़ा खुलासा करते हुए साफ कर दिया है कि हत्याकांड की साजिश सिरसा जेल में रची गई, कई संगीन मामलों में अपराधी छोटू भाट साजिश का मुख्य रचेता है। बुधवार को पुलिस अधीक्षक सतेंद्र गुप्ता ने पत्रकार वार्ता करके कहा कि हत्याकांड को अंजाम देने वाले शूटरों के लिए रेकी करने वाले गांव चौटाला के तीन युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
11 जनवरी को रात करीब 9 बजे गांव चौटाला स्थित इनेलो नेता प्रदीप गोदारा के किन्नू प्लांट में बने ऑफिस में घुसकर अज्ञात बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की। जिसमें गांव चौटाला निवासी जमींदार सतबीर पूनियां और अमित सहारण की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए एएसपी हिमांशु गर्ग के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया। जिसमें सीआईए, स्पेशल स्टाफ, साइबर सैल, सदर डबवाली, चौटाला चौकी पुलिस, सीआईए डबवाली की टीमें शामिल थीं। एसपी के अनुसार छोटू भाट पर डबवाली कोर्ट में जिन शूटरों ने गोलियां चलार्इं उन शूटरों को चौटाला डबल हत्याकांड में मरने वाले अमित सहारण ने कई दिनों तक शरण दी थी। इसी कारण छोटू भाट अमित सहारण से बदला लेना चाहता था। जेल में कैद रहे छोटू भाट ने अपने शराब कारोबारी साथी गांव चौटाला निवासी गंगाजल उर्फ महेंद्र, कालू उर्फ मुखराम और मिंडा उर्फ सुखविंद्र के जरिए संदेश भिजवाकर साजिश को अमलीजामा पहनाने की जिम्मेदारी सौंपी।
ये तीनों अमित साहरण की रेकी करने में जुट गए। अमित सहारण की प्रदीप गोदारा के साथ अच्छी दोस्ती थी इसलिए वो किन्नू प्लांट के ऑफिस में हर रोज आता था। रेकी का काम पूरा करने के बाद पांच शूटरों को सुपारी दी गई। जिन्होंने 11 जनवरी की रात को प्रदीप गोदारा के ऑफिस में फायरिंग की जिसमें अमित सहारण व उसके साथ बैठे सतबीर पूनियां की मौत हो गई।
एसपी के अनुसार हत्याकांड की पूरी प्लानिंग जेल के साथ-साथ गांव चौटाला में रची गई थी। इसमें 7-8 अन्य लोग भी शामिल हैं। जिनकी पहचान कर ली गई है। उनको गिरफ्तार करने के लिए टीमें लगातार छापामारी कर रही हैं। छोटू भाट की तालाश में दबिश दी जा रही है।

26 Jan.2017