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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

25 नवंबर 2014

शेक्सपियर : फादर ऑफ कंपोजिट थियेटर की धूम

कुछ ही दिनों में 120 देशों में पहुंची एसएम देवगण की पुस्तक

डबवाली (लहू की लौ) 65 वर्षीय भारतीय की अंग्रेज नाटककार पर लिखी पुस्तक को विश्व में वर्ष 2014 की सर्वश्रेष्ठ पुस्तकों में स्थान मिला है। शेक्सपियर : फादर ऑफ कंपोजिट थियेटर नाम की यह पुस्तक विश्वभर में सराही जा रही है। पुस्तक का प्रकाशन लंदन की एक निजी कंपनी ने किया है। चार भाषाओं में प्रकाशित हो चुकी यह पुस्तक अब तक विश्व के 120 देशों में पहुंच चुकी है।
क्या है पुस्तक में
इस पुस्तक को मंडी किलियांवाली निवासी डॉ. एसएम देवगण ने लिखा है। लेखक ने अपनी पुस्तक में करीब चार सौ साल पहले के अंग्रेजी नाटककार शेक्सपियर के लिखे नाटकों की तुलना भारतीय नाट्य शास्त्र, ग्रीक थियेटर, रशिया के पियोर थियेटर तथा जापान के कंबोकी जैसे थियेटर से की है। लेखक ने अपनी किताब में लिखा है कि जो नाटक आज से चार शताब्दी पूर्व लिखे गये थे, आज भी विश्व में मंचित होने वाले नाटकों पर उनका गहरा प्रभाव है। शेक्सपियर के नाटक मन, दिमाग पर असर करके व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले होते थे। आज भी नाटक उसी पद्धति पर चल रहे हैं। नाटक मनुष्य की मानसिकता में परिवर्तन करने का दम रखते हैं।
2002 में लिखी थी पुस्तक
इस संवाददाता से बातचीत करते हुये एसएम देवगण ने कहा कि शेक्सपियर पर उपरोक्त पुस्तक उन्होंने वर्ष 2002 में लिखी थी। लंबे समय के बाद उनके बेटे तिपेशवर ने पुस्तक की रूपरेखा को लंदन की एक पुस्तक प्रकाशन कंपनी के पास भेजा। पुस्तक की समरी लेने के बाद कंपनी ने पुस्तक को मंगवा लिया। प्रकाशन के बाद इसको विश्वभर में रिलीज किया है। उनकी पुस्तक का प्रकाशन लंदन, भारत, अमेरिका तथा कनाडा में अलग-अलग भाषाओं में किया जा चुका है। विश्व भर में जितनी पुस्तकें बिकेंगी उनका 25 प्रतिशत हिस्सा कंपनी उसे देगी।
यूं प्राप्त किया ज्ञान
पढ़ाने के साथ-साथ लेखक खुद भी पढ़ते रहे हैं। पढ़ाने के साथ-साथ देवगण ने बीएड, एमएड, पीएचडी के साथ-साथ लॉ की डिग्री प्राप्त की। पीएचडी के दौरान ही उन्हें स्टेज क्राफ्ट ऑफ शेक्सिपयर विषय पर शोध करने का मौका मिला। इस दौरान वे नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, नई दिल्ली के साथ-साथ बनारस तथा सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ बॉम्बे में गये। भारतीय नाटक शैली के साथ विश्व भर में प्रचलित अन्य शैलियों के अध्ययन करने का मौका मिला। जिसके बाद उन्होंने उपरोक्त विषय पर किताब लिखी।

पिता की कहानी ने दी मंजिल
विभाजन के समय लाहौर के गांव लक्खो को छोड़कर डॉ. एसएम देवगण का परिवार भारत में बसा था। उनके पिता हरबंस लाल पंजाब पुलिस में इंस्पेक्टर थे। उनके पिता को किताबें पढऩे का शौंक था। पिता से कहानी या कविता सुने बिना नींद नहीं आती थी। पिता से मिली किताबें पढऩे की आदत ने देवगण को विश्व भर में ख्याति दी है।


नाम : सुरिंद्र मोहन देवगण
(एसएम देवगण)
जन्म : 3 अप्रैल 1949
स्थान : जीरा (फिरोजपुर)
परिचय : राजकीय हाई स्कूल में मेट्रिक करने के बाद मोगा स्थित डीएम कॉलेज में बीए ऑनर की। पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस चंडीगढ़ से एमए (अंग्रेजी) की। इसके साथ ही खालसा कॉलेज अमृतसर में लेक्चरशिप ली। करीब 11 साल बीताने के बाद उन्होंने डीएवी कॉलेज जलालाबाद में वाईस प्रिंसीपल के रूप में नौकरी की। चार साल रहने के बाद डीएवी कॉलेज के शताब्दी समारोह में सीनियर लेक्चरर को प्रिंसीपल बना दिया गया। जिसके आधार पर वे पहली बार कल्याण (मुंबई) में डीएवी पब्लिक स्कूल के बतौर प्रिंसीपल नियुक्त हुये। इसके साथ ही वे गुजरात तथा महराष्ट्र स्थित डीएवी स्कूलों के डिप्टी रीजनल डायरेक्टर बनाये गये। बाद में पटियाला स्थित डीएवी संस्थान में नौकरी की। इसके बाद मंडी किलियांवाली स्थित बाल मंदिर स्कूल में प्रिंसीपल के रूप में करीब छह साल बिताये। प्रिंसीपल के रूप में मंडी किलियांवाली आने के बाद वे यहीं पर रहकर यहीं के हो गये।


सोशल साईंटस पर 40 लाख लोगों ने सराहा

सपोंसर कर रही कंपनी ने देवगण की किताब को सोशल नेटवर्किंग साईटस पर भी बिक्री के लिये उतारा है। ब्रीफ में दिये किताब के आंकलन पर विश्वभर में तेजी से लाईक किये जा रहे हैं। अब तक करीब 40 लाख लोगों ने लाईक किया है। देवगण के अनुसार दुनिया के 120 मुल्कों में किताब की बिक्री से होने वाली आमदन का 25 प्रतिशत हिस्सा उन्हें मिला। हालांकि किताब संबंधी बिक्री का पूरा कंट्रोल विश्व स्तरीय कंपनी के हाथों में है।

शेक्सपियर ने लिखे थे 38 नाटक

एसएम देवगण के अनुसार शेक्सपियर विश्व के सबसे बड़े नाटककार हुये हैं। अपनी जिंदगी में उन्होंने 38 नाटक लिखे। जोकि हास्यरस, दुखांत तथा इतिहास पर आधारित हैं। इन नाटकों में 154 गीत भी शामिल हैं।


अंतर्राष्ट्रीय मार्किट में किताब की कीमत

लंदन 8 पाऊं

भारत 849/- (बाऊंड)
377/- (पेपर बाऊंड)
अमेरिका 18 डॉलर
कनाडा 16 डॉलर

सफाई नहीं हो रही, डस्टबिन भरा पड़ा है तो डायल करें 94683-88900

डबवाली (लहू की लौ) एसडीएम सतीश कुमार लोगों को स्वच्छता का संदेश दे रहे हैं। स्वयं झाडू लगाकर लोगों के लिये प्रेरणा बन रहे हैं। स्वच्छता के मामले में लोगों को शिकायत न रहे इसलिये डस्टबिन पर सीनेटरी इंस्पेक्टर अविनाश सिंगला का मोबाइल नं. 94683-88900 लिखवाया जा रहा है। ताकि लोग गंदगी से भरे डस्टबिन या फिर कूड़ा कर्कट को उठवाने के लिये सीधा सीनेटरी इंस्पेक्टर से संपर्क साधकर स्वच्छता की मुहिम को आगे बढ़ा सकें। अगर सीनेटरी इंस्पेक्टर शिकायत पर सुनवाई न करे तो आप सीधा एसडीएम सतीश कुमार के सरकारी मोबाइल नं. 98123-00903 पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।

कुष्ठ आश्रम में चला सफाई अभियान
स्वच्छता अभियान जारी है। सोमवार को एसडीएम सतीश कुमार ने कुष्ठ आश्रम में सफाई अभियान चलाया। उनका साथ नप सचिव ऋषिकेश चौधरी, सीनेटरी इंस्पेक्टर तथा वियोगी हरि शर्मा ने दिया। इस मौके पर एसडीएम ने आश्रम में रह रहे कुष्ठ रोगियों को साफ-सफाई रखने का आह्वान किया। उनकी समस्याएं भी सुनी।

गंदगी का आलम
स्वच्छता अभियान के बावजूद शहर में विभिन्न जगहों पर गंदगी का आलम है। कई-कई दिन गंदगी का उठान नहीं होता। ऐसे में शहरवासियों को भारी दिक्कत आ रही है। गंदगी की वजह से रोग पनपने का भी खतरा बना हुआ है।


करीब डेढ़ साल पूर्व नगर परिषद ने शहर के डस्टबिन से कूड़ा एकत्रित करने के लिये रिफ्यूज कंपेक्टर खरीदा था। तब से वह कम्युनिटी हाल में खड़ा हुआ कबाड़ हो रहा है। शहर की स्वच्छता से जुड़े इस महत्वपूर्ण उपकरण की ओर प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा। डस्टबिन खाली करने में यहां नगर परिषद कर्मी घंटों लगा देते हैं, वहीं इस कंपेक्टर की सहायता से वहीं कार्य मिनटों में हो सकता है।

बूथ लेवल अधिकारियों की बैठक 26 को

डबवाली(लहू की लौ)आगामी 26 नवम्बर को उपमण्डल के सभी बूथ लेवल अधिकारियों की मीटिंग तहसील कार्यालय  में प्रात:  11 बजे और बाद दोपहर 2 बजे होनी निश्चित हुई है।
यह जानकारी देते हुए उपमण्डल अधिकारी (ना.) सतीश कुमार ने बताया कि इस प्रस्तावित मीटिंग में सभी बूथ लेवल अधिकारियों को नए वोट बनाना, नाम इत्यादि का शुद्धिकरण करना एवं वोटर लिस्ट से, जो स्थान छोड़ गये, जिन की मृत्यु हो गई इत्यदि वोटरों के नाम काटने बारे प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये सभी बूथ लेवल अधिकारी 7 दिसम्बर व 14 दिसम्बर को अपने-अपने मतदान केन्द्र पर उपस्थित रहेंगे। 

सुबह बनाई, रात को गिराई



डबवाली (लहू की लौ) रेलवे बीकानेर मंडल की डीआरएम मंजू गुप्ता के आदेश पर रेलवे क्षेत्र में जा रहे मार्गों को बंद करने की कवायद शुरू हो गई है। इसी कड़ी में रविवार को सब्जी मंडी के नजदीक मार्ग को बंद कर दिया गया। लेकिन सोमवार सुबह ही बंद मार्ग खुला मिला। किसी असामाजिक तत्व ने रास्ता बंद करने के लिये लगाई गई ईंटें उखाड़ फेंकी। गौरतलब है कि कुछ समय पूर्व डीआरएम मंजू गुप्ता ने डबवाली रेलवे स्टेशन का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने रेलवे क्षेत्र में गंदगी के अंबार होने पर आपत्ति दर्ज की थी। स्टेशन अधीक्षक महेश सरीन ने गंदगी रेलवे बाऊंड्री पार से आने की बात कही थी। जिस पर डीआरएम ने बाजार से रेलवे स्टेशन की ओर आने वाले मार्गों को बंद करने के आदेश जारी किये थे। रविवार को जैसे ही आदेश सिरे चढऩे लगे तो असामाजिक तत्वों ने बनी बनाई दीवार को गिरा दिया। रेलवे के जेई अरूण कुमार से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि वह फिलहाल आऊट ऑफ स्टेशन हैं, वापिसी पर मौका देखेंगे।

पेंटिंग में डीएवी ने मारी बाजी

डबवाली (लहू की लौ) एक्सिस बैंक ने पेटिंग के जरिये बैंक की जानकारी देने के लिए राजा राम वरिष्ठ कन्या विद्यालय में शाखा प्रबधंक अंकित गर्ग की अध्यक्षता में रविवार को बच्चों में पेटिंग कम्पीटिशन (स्पैशल) करवाया। जिसमें 12 विद्यालयों के 120 विद्यार्थियों ने भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
ये रहे विजेता
प्रतियोगिता टीम के सदस्य संदीप गोयल, मुकेश सचदेवा, राजेश कुमार, रीतू मलिक, खुशमीन कौर तथा भारतभूषण ने बताया कि कार्यक्रम में ऑप्रेशन हैड अनिल सेठी, ब्रांच सैल मैनेजर प्रवीण सिंगला भी शामिल हुए। प्रतियोगिता में विषय इंडियन इन, वल्र्ड पीस तथा मिशन मार्स थे। उनके अनुसार प्रयिोगिता में डीएवी स्कूल के विशाल, सविता तथा हरियाणा पब्लिक स्कूल की नम्रता क्रमश: प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय रहे।

अभय सिंह इनेलो की हार का ठीकरा दूसरों पर न फोड़े-शर्मा

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली विधानसभा सीट पर चुनाव लड़े वरिष्ठ भाजपा नेता देव कुमार शर्मा ने ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला के उस बयान की निंदा की है जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें डेरा सच्चा सौदा के बाबा ने हरवाया है व अब भाजपा भी उसे बचा नहीं पाएगी। शर्मा ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा के संत गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां के खिलाफ इस तरह की भाषा का प्रयोग करते हुए उन्हें चैलेंज करना ठीक नही है। इस प्रकार की बातों से इनेलो नेताओं का अहंकार नजर आता है। वास्तव में इनेलो अपनी गलत नीतियों व कुशासन के कारण विधानसभा चुनावों में पराजित हुई है और इन्हीं वजहों के कारण हरियाणा की जनता ने इनेलो को नकार दिया है। 
 उन्होंने कहा कि अभय सिंह चौटाला को दूसरों पर आरोप लगाने की बजाय अपने गिरेबान में झांक कर अपनी कमियों को दूर करना चाहिए। इनेलो के लोग बार-बार हार कर भी सबक लेने की बजाए हार का ठीकरा दूसरों पर फोडऩे का प्रयास करते हैं। देव कुमार शर्मा ने कहा कि सभी को अपने पसंद के उम्मीदवार को वोट डालने का अधिकार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे काम को देखते हुए अगर डेरा सच्चा सौदा श्रद्धालुओं ने भाजपा उम्मीदवारों को वोट दिए हैं तो कोई गलत काम नहीं किया है। इससे अभय सिंह चौटाला को तिलमिलाना नहीं चाहिए।

छात्रों ने दी शहीदों का श्रद्धांजलि

डबवाली (लहू की लौ) एनसीसी सप्ताह के छटे दिन राजा राम कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के एनसीसी एयरविंग कैडिट तथा विद्यार्थियों ने हुस्सैनी वाला बार्डर पर रिट्रीट सैरेमनी को देखा। इससे पूर्व विद्यार्थियों ने वतन के अमर शहीदों भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव की समाधियों पर जाकर श्रद्धांजलि दी। विद्यालय प्रधानाचार्य प्रवीण गौड़ ने हरी झण्डी दिखाकर विद्यार्थियों को हुसैनीवाला की ओर रवाना किया था। इस भ्रमण का नेतृत्व एयरविंग अधिकारी सत्यपाल जोशी, अध्यापिका राधा,आशा, कमलेश तथा घनश्याम कर रहे थे।

ग्रामीण खेल प्रतियोगिता में रूकमणि चौथी बार प्रथम


डबवाली (लहू की लौ) सोमवार को महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा खंड डबवाली की ग्रामीण आंचल महिलाओं की खेलकूद प्रतियोगिता  गुरू गोबिंद सिंह खेल स्टेडियम में आयोजित की गई। जिसमें ग्रामीण महिलाओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। 

वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी महेन्द्र सिंह भादू ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि  पूरे परिवार का दारोमदार महिलाओं पर निर्भर करता है यदि महिलाएं स्वस्थ होंगी तभी परिवार को पालन पोषण भली-भांति कर पाएंगी। खेलों एवं व्ययाम से शरीर में प्रतिरोधक क्षमता पैदा होती है जोकि रोगों से लड़कर शरीर को निरोग रखने में सहायक होती है। इसलिए महिलाओं को दैनिक क्रिया-कलापों से समय निकालकर अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना चाहिए। उन्होंने अबूबशहर की रूकमणी को विशेष तौर से ग्रामीण खेल प्रतियोगिता में चौथी बार प्रथम स्थान प्राप्त करने पर बधाई दी।
महिला एवं बाल विकास अधिकारी सरोज कंबोज ने आए हुए मुख्यातिथि को धन्यावाद किया। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाएं खुराक का विशेष ध्यान रखें। जिला में 70 प्रतिशत महिलाओं में खून की कमी पाई गई है। इसलिए महिलाओं को अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए हरी सब्जियां आंवला इत्यादि का भरपूर सेवन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी बच्चियों को शिक्षा दिलवाए जिससे आगे चलकर वह दो घरों का नाम रोशन कर सके। 
खेलकूद की प्रतियोगिता की मटका रेस (30 वर्ष आयुवर्ग से अधिक) में गांव अबूबशहर की रूकमणी देवी प्रथम, अबूबशहर की ही सुनीता द्वितीय और गोरीवाला की मंजू तृतीय रही। इसी प्रकार 100 मीटर (30 वर्ष आयुवर्ग से अधिक) में चौटाला की प्रीतपाल प्रथम, बनवाला की सरला द्वितीय और तृतीय स्थान पर चौटाला की रूकमणी रही। 400 मीटर रेस (18 से 30 वर्ष आयुवर्ग) में मटदादू की माया प्रथम, मटदादू की ही राजवीर द्वितीय और तृतीय स्थान पर लंबी की अमरजीत रही।
इसी प्रकार साईकिल रेस (18 से 30 वर्ष आयुवर्ग) गोरीवाला की सलोचना प्रथम, देसूजोधा की बैअंत कौर द्वितीय एवं निलियांवाली की कुलविन्द्र कौर तीसरे स्थान पर रही। पटेटो रेस (30 वर्ष आयु वर्ग से अधिक) में गोरीवाला की अंजना प्रथम, कविता द्वितीय स्थान पर रही। तीसरा स्थान लंबी की वीरपाल कौर ने पाया। इसी प्रकार 300 मीटर रेस (18 से 30 वर्ष आयुवर्ग) में मटदादू की संदीप कौर प्रथम, शेरगढ़ की रमनदीप कौर द्वितीय और देसूजोधा की मीनाक्षी तृतीय स्थान पर रही। खेलकूद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर 500 रूपये, द्वितीय को 300 व तृतीय को 200 रूपये का पुरस्कार दिया गया।
इस अवसर पर करमजीत कौर, सुखन्द्रि कौर,  स्वर्णकांता,  सेव कौर, सतिन्द्र कौर, स्टेडियम इंचार्ज सुरजीत सिंह सहित गांवों की महिलाएं उपस्थित थी।

सरकार कर्मचारियों की रिटायरमैंट की उम्र में बदलाव न करे

डबवाली (लहू की लौ) कर्मचारियों की रिटायरमेंट की उम्र बार-बार बदले जाने के सरकारों के निर्णय से कर्मचारी वर्ग में रोष है। एक सरकार रिटायरमेंट की उम्र 58 या 60 वर्ष करती है तो दूसरी सरकार आकर उसे बदल देती है। सरकार की यह नीति ठीक नही है।
सामाजिक कार्यकर्ता हरदेव कुमार  ने कहा कि पूर्ववर्ती हुड्डा सरकार ने कर्मचारियों की रिटायरमेंट की उम्र 58 साल से बढ़ाकर 60 साल की थी लेकिन अब खट्टर सरकार इसे दोबारा 58 साल करना चाहती है। सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए। सरकार इसे राजनीतिक मुद्दा न बनाकर कर्मचारियों के साथ अन्याय न करे।
उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर एक आम आदमी की तरह विचार कर निर्णय लें। पंजाब की तर्ज पर कुछ शर्तें लगाकर इसे लागू कर देना चाहिए जैसे इंक्रीमेंट नहीं लगेगा अथवा प्रमोशन नहीं की जाएगी। वैसे भी पंजाब तथा राजस्थान में भाजपा की सरकारें हैं और वहां भी रिटायरमेंट की उम्र 60 साल है। अब भाजपा सरकार को हरियाणा में भी उसी तर्ज पर रिटायरमेंट की उम्र 60 साल रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रिटायरमेंट की उम्र 60 साल होने से जो कर्मचारी लाभान्वित होंगे वह सरकार के आभारी रहेंगे।

मां-बाप ज्योतिषी के पास, मासूम सड़क पर

डबवाली (लहू की लौ) रविवार को अपनी कार्य सिद्धी के लिये शहर के एक ज्योतिषी के पास आया परिवार अपने क्लेजे के टुकड़े को भूला बैठा। अपनों से बिछुड़कर चौटाला रोड़ पर रोता बिलखता आया यह बच्चा वाहनों की चपेट में आता-आता बच्चा। कुछ युवकों की नजर बच्चे पर पड़ी। उन्होंने उसे संभाला। बाद में मां-बाप की तालाश कर उन्हें लौटा दिया।
रविवार को बठिंडा से एक परिवार चौटाला रोड़ पर रह रहे ज्योतिषी रमेश सचदेवा के पास आया था। अपने कार्य को निपटाने में लगे परिवार ने बच्चे की ओर ध्यान नहीं दिया। बच्चा गली में आ गया और चौटाला रोड़ पर जा पहुंचा। इसी दौरान अस्पताल की ओर जा रही एक गाड़ी के नीचे आने से बच्चा बाल-बाल बच गया। गाड़ी में सवार जयदीप चौटाला, प्रवीण शर्मा, सोनू शर्मा, दीपांशु सोनी, विक्की ने बच्चे को संभाला। उन्होंने बच्चे के परिजनों की खोज शुरू करते हुये गलियों में अपने मोबाइल नंबर वितरित किये। प्रवीण शर्मा ने बताया कि अगर वे बच्चे को न संभालते तो बच्चे के साथ दुर्घटना घट सकती थी। बाद में बच्चे के परिजन उनके पास आये। जोकि ज्योतिषी रमेश सचदेवा के पास आये हुये थे। उन्होंने ज्योतिषी के घर पहुंचकर बच्चे को लौटा दिया।

कौमी एकता सप्ताह आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) सोमवार को भगवान श्री कृष्ण कॉलेज ऑफ एजुकेशन में कौमी एकता सप्ताह के सन्दर्भ में यूथ रैडक्रास कमेटी की प्रभारी सुशीला हुड्डा के निर्देशन में साम्प्रादियक सद्भावना विषय पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ  प्रिंसीपल डॉ. पूनम गुप्ता ने किया।
प्रतियोगिता में कुमारी प्रियंका जिन्दल प्रथम, कुमारी कोमल  व मनीषा ने क्रमश: द्वितीय और तृतीय रहें। निर्णायक की भूमिका प्राचार्य डॉ. पूनम गुप्ता, डॉ. बिमल ढाका ने निभाई।

25 Nov. 2014





24 नवंबर 2014

सिर्फ नाम बदला, सिस्टम अंग्रेजों वाला

स्कूली बच्चों को पढ़ाया जा रहा है काल्पनिक इतिहास-डॉ. चमन लाल


डबवाली (लहू की लौ) आजादी के लिये चले आंदोलनों तथा भगत सिंह सरीखे क्रांतिकारी के जीवन का बिगड़ा हुआ स्वरूप देश में स्कूली बच्चों को इतिहास के रूप में पढ़ाया जा रहा है, जोकि महज कल्पना पर आधारित है। क्रांतिकारियों की जन्म शताब्दी पर करोड़ों रूपये बर्बाद करके सरकारें महज ड्रामा कर रही हैं। भगत सिंह के सपनों का भारत आज तक नहीं बसा है। यह कहना है चर्चित लेखक एवं विचारक डॉ. चमन लाल का।

वे रविवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में गदर पार्टी, करतार सिंह सराभा की परंपरा तथा भगत सिंह की विचारधारा विषय पर आयोजित संगोष्ठी को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। वरच्युस क्लब की ओर से आयोजित इस संगोष्ठी में डॉ. चमन लाल ने मौजूदा सिस्टम पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुये सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि 1857 को जंग ए आजादी पर इतिहास में सबसे ज्यादा किताबें लिखी हैं। कुछ लेखकों ने बड़े अच्छे ढंग से इसको पेश किया है। लेकिन हमारे देश में ज्ञान की परंपरा नहीं है। हम लोग पढऩा नहीं जानते। हम अपना इतिहास न जाने, अंधे बने रहें, ऐसी सोच रखते वाले कुछ लोगों ने इतिहास को गट्टर में फेंक दिया है। जो स्कूलों में पढ़ाया जा रहा है वह काल्पनिक इतिहास है। जिससे बच्चों को सही ज्ञान नहीं मिल पा रहा।
शहीद का दर्जा सरकार नहीं, लोग देते हैं
उन्होंने टिप्पणी करते हुये कहा कि शहीद का दर्जा मांगने से नहीं मिलता। यह दर्जा लोग देते हैं। शहीदों के नाम पर सरकार केवल नाटक करना जानती है। जन्म शताब्दी मनाने के नाम पर पैसे की बर्बादी की जाती है। ऐसा कम अक्ल वाले लोग करते हैं। जिनके पास ज्ञान नहीं होता, जो इतिहास नहीं पढ़ते।
अभी भी चल रही अंग्रेजों जैसी सरकार
प्रख्यात लेखक तथा विचारक ने कहा कि देश में आज भी अंग्रेजों जैसी व्यवस्था चल रही है। सिर्फ नाम बदला है। कलोनियन स्ट्रक्चर में चलने वाला इंडियन सिविल सर्विसज अब इंडियन एडमिनिस्ट्रेशन सर्विस हो गया है। लेकिन ढंग वहीं है। राजनीतिक लोग जनता की आवाज दबाने के लिये अधिकारियों का सहारा लेते हैं। क्रीमिनल लोग राजनीति में आराम से आ रहे हैं। बात चाहे रूलिंग पार्टी की हो या फिर विरोधी पार्टी के सांसदों की। इस बार भी ऐसे क्रीमिनल टाईप एमपी या मंत्रियों की तादाद कम नहीं है। जिनका स्थान कटघरे में होना चाहिये, उनकी सुरक्षा के लिये सैंकड़ों जवान तैनात रहते हैं।



राजनीतिकों ने दिखाये सब्जबाग


आजादी मिले को लंबा समय हो गया है। हमने प्रत्येक पार्टी को अवसर देते हुये सरकार बनाई। अब भी वे हमारे पास आ रहे हैं, हमें तरह-तरह के सब्जबाग दिखाते हैं। मेरा प्रश्न है कि क्या कभी समस्याओं में कमी आई? क्या इसी रास्ते पर चलते रहना सही है? आज अन्नदाता भूखा मर रहा है। बड़े-बड़े भवन बनाने वाला भूखा मर रहा है। एक किसान 1 क्विंटल फसल लेने के पांच हजार रूपये ले रहा था, आज उसे तीन हजार मिल रहे हैं। क्या अब उस किसान पर महंगाई की मार नहीं है? मैं मानता हूं कि बेशक इकनोमिक्स, मैथ भाड़ में जाये, अब जरूरत शहीद भगत सिंह के आदर्श अपनाने की है। उनके दिखाये रास्ते पर चलने की है। बच्चों को दी जा रही शिक्षा में परिवर्तन की जरूरत है। बड़ी शर्म आती है यह बात कहते हुये कि षडयंत्र के साथ भगत सिंह जैसे क्रांतिकारी के जीवन को किताबों में हटा दिया गया।

-सतीश कुमार, एसडीएम, डबवाली (समारोह के अध्यक्ष)

भगत सिंह को जानने के मात्र दो रास्ते
उन्होंने कहा कि अगर भगत सिंह के जीवन को सही तरीके से जानना है, तो उसके केवल दो रास्ते हैं। शहीद ए आजाम की भतीजी वरिंद्र संधू की लिखित पुस्तक तथा दूसरा रास्ता भगत सिंह के खुद के लिखित पत्र। इस मौके पर उन्होंने स्पष्ट किया कि भगत सिंह ने अपने जीवन में कभी भी पीली पगड़ी नहीं पहनी थी। वे हमेशा सिर्फ सफेद रंग की पगड़ी पहना करते थे। कुछ लोग भ्रमित करने के लिये ऐसा कर रहे हैं। प्रसिद्ध लेखक ने भगत सिंह को तस्वीरों में पिस्तौल तथा बम वाला करार देने वालों की तीखी आलोचना करते हुये ऐसे लोगों को मूर्ख व गधे कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भगत ङ्क्षसह की जेल डायरी पढऩे पर खुद-ब-खुद पता चल जाता है कि वे कैसे इंसान थे। भगत सिंह की एक जेब में अंग्रेजी का शब्दकोष तथा दूसरी जेब में नॉबेल होती थी।

प्रत्येक विद्यालय में बांटी जायेगी भगत सिंह की जीवनी
इस मौके पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में परिचर्चा स्थल की स्थापना करने की घोषणा हुई। वरच्युस क्लब ने भगत सिंह पर आधारित पुस्तकें विद्यालय की लाईब्रेरी में रखने की घोषणा की। इस मौके पर उपमंडलाधीश ने भगत सिंह पर लिखित पुस्तकों को प्रत्येक विद्यालय में पहुंचाने की घोषणा भी की। मंच का संचालन कोरियोग्राफर संजीव शाद ने बखूबी किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रिंसीपल सुरजीत मान, केशव शर्मा, परमजीत कोचर, वेदप्रकाश भारती, सतपाल जग्गा, शशिकांत शर्मा, राम लाल बागड़ी, नरेश शर्मा, मुकंद लाल सेठी, राजेंद्र सिंह देसूजोधा, राजेश हाकू, एडवोकेट जतिंद्र खैरा मौजूद थे।

साहब! अपने पैसे लेते जाईये

डबवाली (लहू की लौ) कार्य करने के बाद रिव्यू लेना कोई एसडीएम सतीश कुमार से सीखे। बिना सुरक्षा बल, बिना किसी गाड़ी के पैदल ही बाजार में टहलना और फिर आम आदमी की तरह भीड़ के बीच में खड़े होकर समस्या जानना एसडीएम की आदतों में शुमार है। एसडीएम ने शनिवार शाम को भी कुछ ऐसा ही किया।
शाम करीब साढ़े 6 बजे एसडीएम सतीश कुमार टहलते हुये गौशाला के नजदीक पहुंचे। वहां रेहड़ी मालिकों के लिये व्यवस्था का निरीक्षण किया। उनकी तकलीफ जानने के लिये वे उनके बीच आ खड़े हुये। वे रेहड़ी मालिक सुर्जन सिंह के पास पहुंचे। उससे मटर का भाव पूछा एक किलोग्राम देने के लिये कहा। फिर ढाई सौ ग्राम हरी मिर्च खरीदी। सब्जी विक्रेता ने एसडीएम से 50 रूपये मांगे। एसडीएम ने उसे 90 रूपये रखने के लिये कहा। ऐसा करके एसडीएम सब्जी विक्रेता को तोल रहे थे। सब्जी लेकर वापिस जा रहे एसडीएम को आवाज लगाकर सुर्जन सिंह ने कहा कि साहब! अपने पैसे लेते जाईये। सब्जी विक्रेता ने 40 रूपये उन्हें वापिस दे दिये।
एसडीएम को पहचान लिया था
नई सब्जी मंडी में रेहड़ी मालिक बेशक एसडीएम को पहचानने में नाकाम रहे हों। कुर्सी छोड़ बिना टाई-वाई के पहुंचे एसडीएम सर्जुन सिंह की आंखों से नहीं बच पाये थे। इस सब्जी विक्रेता ने एसडीएम के सब्जी मंडी में घूमने की सूचना जैसे ही अपने साथियों को दी, तो रेहड़ी मालिकों ने एसडीएम को घेर लिया। एक-एक करके अपनी समस्या बताने लगे। सब्जी विक्रेता विनोद भुराडिय़ा ने कहा कि उनके एक बार कहने पर ही वे इस जगह पर शिफ्ट हुये हैं। अभी भी कुछ ऐसे रेहड़ी मालिक हैं, जो पुरानी जगह पर रेहड़ी लगाते हैं। जिससे उनका व्यापार चौपट हो रहा है। एक सब्जी विक्रेता ने बरामदों में लगने वाले सब्जी/फल को नई सब्जी मंडी में शिफ्ट करने की मांग की। एसडीएम ने सब्जी/फल विक्रेताओं की समस्याओं को सुनने के बाद हल करने का आश्वासन दिया।
आधा घंटा चला हंसी ठिठोली
दफ्तरी कामकाज निपटाकर सब्जी विक्रेताओं में पहुंचे एसडीएम ने करीब आधा घंटा तक हंसी ठिठोली की। उन्होंने सब्जी विक्रेताओं से पूछा आप यहां ठीक हो, या वहां ठीक थे। जिस पर सब्जी विक्रेताओं ने जगह मिलने पर खुशी जाहिर की। हंसी-ठिठोली में एसडीएम ने अपने दिल की बात भी कह दी। उन्होंने कहा कि मुख्य बाजार में आपकी वजह से यातायात में बाधा आती थी। अब वह खुला-खुला सा नजर आने लगा है। वाहन चालकों को कोई परेशानी नहीं। साथ में मुख्य बाजार सहित शहर में घूमने वाले सांड आप लोगों के पीछे-पीछे गौशाला तक पहुंच जाएंगे। जिससे शहर को अवारा सांडों से मुक्ति मिल जायेगी।

डायल करना होगा नंबर, खाली हो जायेगा डस्टबिन

डबवाली (लहू की लौ) प्रदेश सरकार के स्वच्छ हरियाणा-स्वच्छ भारत अभियान को आगे लेजाते हुये प्रशासन ने कुछ नियम बना डाले हैं। यहां अब डस्टबिन बोलेगा, मुझे उठा लो। वहीं लघुशंका करने पर जुर्माना अदा करना होगा। इस बीच शहर की स्वच्छता का जिम्मा भी मातृ शक्ति के हाथ देना तय हो गया है। इसके लिये एसडीएम वार्ड वाईज महिला कमेटियों का गठन करेंगे।
1 नवंबर 2014 से लगातार चल रहे स्वच्छता अभियान में एक कड़ी ओर जोड़ते हुये प्रशासन ने शहर के अलग-अलग जगहों पर रखे डस्टबिन पर नंबर अंकित करने का फैसला लिया है। नगर परिषद के सफाई निरीक्षक को जवाबदेह करने के लिये उसका मोबाइल नंबर इन डस्टबिन पर लिखा जायेगा। संबंधित व्यक्ति को इस मोबाइल नंबर पर केवल डस्टबिन का नंबर बताना होगा। नगर परिषद कर्मी तुरंत गंदगी से भरे डस्टबिन को उठा ले जाएंगे। यहीं नहीं शहर में स्वच्छता की ओर एक कदम ओर बढ़ाते हुये प्रशासन ने नगर परिषद कर्मियों का चार्टर तैयार करने का मन बनाया है। इसके तहत प्रत्येक कर्मचारी के कार्यक्षेत्र का मेप प्रशासन के हाथ में होगा। सफाई संबंधी शिकायत मिलने पर संबंधित कर्मचारी से जवाब तलबी की जायेगी।
महिलाओं के हाथ होगी स्वच्छता की बागडोर
डबवाली प्रशासन खट्टर सरकार के स्वच्छता अभियान की बागडोर मातृ शक्ति के हाथों में सौंपना चाहता है। इसके तहत एसडीएम सतीश कुमार वार्ड वाईज महिला कमेटियां गठित करेंगे। इससे पूर्व वे महिलाओं तथा समाजसेवियों के साथ बैठक करेंगे, ताकि योजना को अमलीजामा पहनाया जा सकें।
इधर जुर्माना लगाने की तैयारी
नई अनाज मंडी में स्वच्छता बनाये रखने के लिये मार्किट कमेटी लघुशंका करते पकड़े जाने पर जुर्माना लगाने जा रही है। मार्किट कमेटी सचिव हेतराम ने बताया कि अनाज मंडी में शौचालय बने हुये हैं। इसके बावजूद कुछ लोग शैड तथा शौचालयों के बाहर लघुशंका करते हैं। जिससे गंदगी का आलम बना रहता है। जिनस लेकर मंडी में आने वाले किसानों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिये कच्चा आढ़ती एसोसिएशन के साथ मिलकर लघुशंका करते पकड़े जाने पर 50 रूपये जुर्माना ठोका जायेगा, ताकि अनाज मंडी की स्वच्छता कायम रह सके।

शिकायतों के बाद निर्णय

डस्टबिन पर नंबर अंकित किये जाएंगे। इसके अतिरिक्त सीनेटरी इंस्पेक्टर का मोबाइल नंबर साथ में लिखा जायेगा। डस्टबिन भरे होने के बावजूद न उठने संबंधी लोगों की शिकायतों के बाद ही उपरोक्त निर्णय लिया गया है। स्वच्छता अभियान को जिंदा रखने के लिये महिला कमेटियां गठित की जाएंगी। मेरा मानना है कि मातृ शक्ति की आहुति के बिना प्रत्येक यज्ञ अधूरा है।
-सतीश कुमार, एसडीएम, डबवाली

हरियाणा में जल्द शुरू होने जा रहा है खनन कार्य-बजरंग दास गर्ग


डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा प्रदेश व्यापार मण्डल के प्रदेशाध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने कहा कि उनके लिए व्यापारियों के हित सर्वोपरि हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की व्यापारियों के प्रति अच्छी सोच और नीति के चलते उन्होंने भाजपा ज्वाईन की।
वे रविवार को डबवाली में भाजपा नेता सतीश जग्गा के निवास स्थान पर पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर दे रहे थे। उन्होंने कहा कि वह पिछले 25 वर्षों से व्यापारियों के हित में संघर्ष करते आ रहे हैं। पिछली हुड्डा सरकार से उन्होंने व्यापारियों की अनेक मांगों को पूरा करवाया। लेकिन जब इससे पूर्व ओमप्रकाश चौटाला की सरकार ने व्यापारियों की मांगों को मानने से इंकार किया था तो वह अपने साथियों के साथ सड़क पर उतरा था।
व्यापारी नेता ने कहा कि उनकी मांग पर ही हरियाणा की वर्तमान सरकार ने पिछले पांच वर्षों से बंद पड़े खनन कार्य को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है। जिससे सरकार को सीधे तौर पर करीब 1500 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्त होगा। इससे हजारों ट्रक ऑपरेटरों, व्यापारियों, मजदूरों को रोजगार मिलेगा। यहीं नहीं बल्कि इससे निर्माण सामग्री सस्ती होगी और भवन निर्माण अधिक होने से राज कारीगरों तथा मजदूरों को भी लाभ होगा। उन्होंने केन्द्र की मोदी तथा राज्य की खट्टर सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि बिक्रीकर की रिटर्न तथा लाईसैंस बनवाने की प्रक्रिया को ऑनलाईन करने का प्रस्ताव   व्यापारी हित में तथा भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाने वाला है। उन्होंने यह भी कहा कि जीएसटी कर प्रणाली शीघ्र लागू करके व्यापारियों को अफसरशाही से मुक्ति दिलाई जाये। उनके अनुसार इस कर प्रणाली में खाद्य वस्तुओं को कर मुक्त तथा अन्य वस्तुओं पर न्यायोचित कर दर लगाई जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि  गुजरात मॉडल पर  हरियाणा में भी सिंगल विंडो सिस्टम लागू किये जाने से महत्वपूर्ण विभागों में भ्रष्टाचार रूकेगा। उनके अनुसार सबसे अधिक भ्रष्टाचार राजस्व विभाग में है जिस पर सिंगल विंडो सिस्टम से रोक लगेगी और समय भी बचेगा।  उन्होंने कहा कि व्यापारी सरकार बनाने, सरकार चलाने,सरकार का खजाना भरने की भूमिका अदा करते हैं और व्यापारी लेता नहीं बल्कि देता है। इसलिए सरकार को व्यापारी हित  को मुख्य रखकर कर नीतियां  बनानी चाहिएं। इस मौके पर व्यापारी नेता हीरा लाल शर्मा, प्रवीण सिंगला, इन्द्र जैन, सतपाल जग्गा, सुदर्शन मित्तल, गुरदीप कामरा उपस्थित थे। 

आरएसएस शांति न रखता तो अलग देश होता पंजाब

डबवाली (लहू की लौ) करीब चौबीस वर्ष पूर्व आएसएस शाखा पर हुये आतंकवादी हमले में शहीद हुये स्वयंसेवकों को श्रद्धांजलि दी गई। रविवार को मंडी किलियांवाली स्थित वारदात स्थल पर शाखा लगी। जिसके बाद हवन यज्ञ हुआ। 17 नवंबर 1990 को मंडी किलियांवाली स्थित जलघर में आरएसएस शाखा के दौरान एक जीप पर सवार होकर आये चार आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। जिसमें 11 स्वयंसेवकों की मृत्यु हो गई थी। रविवार को आएसएस ने स्वयंसेवकों की याद में श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया। इस मौके पर आरएसएस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये आरएसएस के विस्तारक वीरभान ने कहा कि आरएसएस कार्यकर्ता सरकार से उपरोक्त वारदात स्थल पर पार्क बनाने की मांग करेंगे। ताकि शहीदों की याद में बने स्मारक स्थल को चिरस्थाई बनाया जा सके। इससे पूर्व हवन यज्ञ हुआ। जिसमें फिरंगी लाल ने मुख्य यजमान के तौर पर भाग लिया। इस अवसर पर आरएसएस के नगर कार्यवाहक अमृतपाल, सह नगर कार्यवाहक नरेश कुमार, भाजपा नेता देवकुमार शर्मा, शहीद स्मारक समिति के अध्यक्ष शाम लाल, संरक्षक एडवोकेट राजिंद्र गुप्ता, राम लाल बागड़ी, मुकंद लाल सेठी, राजेश डेयरी वाले, अरूण कुमार, राकेश वधवा, नीरज जिंदल, सुनील जिंदल, बहादर सिंह कूका उपस्थित थे।

दुर्घटना करके भाग रही अस्टीम कार काबू, चालक फरार

डबवाली (लहू की लौ) दुर्घटना करके फरार हुई एक अस्टीम कार ने मालवा बाईपास रोड़ पर भी कई वाहन चालकों को कुचलने का प्रयास किया। बाईपास पर बना रेलवे फाटक बंद होने के कारण कार सवार गाड़ी को वहीं छोड़कर फरार हो गये। मौका पर आई किलियांवाली पुलिस ने गाड़ी को कब्जे में करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।

मीटर कार्य में बाधा बने 20 लोग काबू

डबवाली (लहू की लौ) मंडी किलियांवाली में बिजली मीटर घर से बाहर निकालने पर हुये बवाल में किलियांवाली पुलिस ने सात महिलाओं सहित बीस लोगों को गिरफ्तार किया है। जिन्हें रविवार को नायब तहसीलदार के समक्ष पेश किया गया।
शनिवार को पावर कार्पोरेशन के मुलाजिम मंडी किलियांवाली में बिजली मीटर बाहर निकालने की मुहिम छेड़े हुये थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने खेत मजदूर यूनियन किलियांवाली के अध्यक्ष फकीर चंद के नेतृत्व में कार्य में बाधा डालनी शुरू कर दी। कार्पोरेशन कर्मचारियों ने मौका पर पुलिस बुला ली। पुलिस ने सोनू, मंदर, संजू, खुशी राम, लालचंद, रवि कुमार, खुशी राम, हरदयाल सिंह, धर्मवीर, काला सिंह, प्रदीप कुमार, जसविंद्र सिंह, फकीर चंद, तारावंती, रेखा, आशा देवी, प्रवीण रानी, रानी, राज कौर, मुख्तियार कौर को हिरासत में लिया। किलियांवाली पुलिस चौकी के हवलदार श्रवण कुमार ने बताया कि हिरासत में लिये लोगों को रविवार को लंबी के नायब तहसीलदार जगमेल सिंह के समक्ष पेश किया गया। आरोपियों को जमानत पर छोड़ दिया।

90 फीसदी लोगों के दांतों में मिला कीड़ा

सामाजिक संस्था नई किरण ने लगाया शिविर, 304 मरीजों की हुई जांच


डबवाली (लहू की लौ) अपने दांतों की जांच करवाने पहुंचे करीब 90 फीसदी लोगों के दांतों पर कीड़ा लगा मिला। जिसे देखकर दंत चिकित्सक भी हैरान हो गये। दंत चिकित्सकों ने बच्चों से लेकर बुजुर्गों को दिन में दो बार ब्रश करने की सलाह दी।

304 मरीजों की हुई जांच
मौका सामाजिक संस्था नई किरण की ओर से तनसुख दास बिहारी लाल धर्मशाला में आयोजित दंत चिकित्सा शिविर का था। शिविर में 304 लोग अपने दांतों की जांच करवाने के लिये पहुंचे। दंत चिकित्सक अंशुल सचदेवा, नेहा सचदेवा तथा पायल ने जांच की। चिकित्सकों ने बताया कि अधिकतर लोगों के दांतों में कीड़ा लगा मिला है। अक्सर खाद्य पदार्थ दांतों में फंस जाते हैं। ब्रश न करने की वजह से यह रोग में बदल जाता है। यह ऐसा रोग है, एक बार होने पर वह तेजी से दांतों में फैलता है। जिसकी वजह से मसूड़े कमजोर हो जाते हैं। दर्द के साथ हिलना शुरू हो जाते हैं।
ब्रश करने का मैथेड
डॉ. अंशुल सचदेवा ने बताया कि ब्रश करने का अपना मैथेड है। कुछ लोग दांतों में चमक लाने के लिये जोर-जोर से ब्रश रगड़ते हैं। जो कि गलत है। नीचले दातों पर नीचे से ऊपर और ऊपर के दांतों पर ऊपर से नीचे ब्रश को रगडऩा चाहिये। लेकिन अधिक दबाव से नहीं। दांतों संबंधी बीमारियों से बचने के लिये सुबह तथा रात को खाना खाने के बाद ब्रश करना चाहिये।
इस नुस्खे से मिल सकती है निजात
चिकित्सकों के अनुसार सुबह तथा शाम को गुनगुने (थोड़ा सा गर्म) पानी में नमक मिलाने के बाद खारे पानी से कुरली की जाये तो बीमारियों से बचा जा सकता है।
इससे पूर्व शिविर का शुभारंभ एसडीएम सतीश कुमार ने किया। इस मौके पर वियोगी हरि शर्मा, मुकेश कामरा, डॉ. एमएल बागला, संस्था के अध्यक्ष कर्ण कामरा, गौरव सिंगला, लवली शर्मा, पंकज बांसल, सुमित मौजूद थे।