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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

21 नवंबर 2014

सुबह खिसके, शाम को आया गुस्सा

डबवाली (लहू की लौ) वीरवार को सब्जी मंडी में अतिक्रमण हटाने आई नगर परिषद टीम को विरोध का सामना करना पड़ा। नगर परिषद की टीम को देखकर खिसकने वाले रेहड़ी मालिक शाम ढलते ही पुन: बाजार में आ गये। नगर परिषद टीम ने फिर हल्ला बोला तो मामला उलझ गया। रेहड़ी मालिक हरियाणा सरकार तथा एसडीएम के खिलाफ नारेबाजी करते हुये सड़क के बीचों-बीच बैठ गये। मौका पर पहुंची पुलिस ने रेहड़ी मालिकों को समझा-बुझाकर सड़क से हटाया।
सुबह करीब साढ़े 9 बजे नगर परिषद एमई जयवीर डुडी, भवन निरीक्षक सुमित ढांडा, जेई सुरेंद्र कुमार सब्जी मंडी के बाहर लगने वाली रेहडिय़ां हटाने के लिये पहुंचे। टीम ने एक रेहड़ी मालिक से रेहड़ी को गौशाला के लिये निर्धारित भूमि पर लेजाने के लिये कहा। लेकिन वह नहीं माना। नप टीम ने रेहड़ी उठवाने के लिये जैसे ही ट्रेक्टर-ट्राली तथा पुलिस बल मंगवाया तो रेहड़ी मालिकों में हाहाकार मच गया। रेहड़ी वाले तुरंत तितर-बितर हो गये। कुछ रेहड़ी मालिकों ने विरोध जताया। रेहड़ी मालिक रमेश कुमार, सुभाष, संजय, रिंकू, विनोद भुराडिय़ा, रामपाल, संजू, सोनू, दीपू ने कहा कि वे तब तक रेहडिय़ां नहीं हटाएंगे, जब तक सब्जी मंडी के भीतर लगने वाली रेहडिय़ां नहीं हटेंगी। जिस पर नप टीम ने भीतर लगी रेहडिय़ों पर कार्रवाई शुरू की तो सब्जी मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक गुप्ता के बेटे वीरेंद्र गुप्ता विरोध में उतर आये। उन्होंने नप टीम को स्पष्ट लफ्जों में कहा कि एक भी सब्जी या फल विक्रेता मंडी से नहीं जाएगा। जिस पर एकबारगी नप टीम चलती बनी।
दोपहर को फिर आ गई टीम
नप के उपरोक्त कर्मचारियों के साथ इस बार सफाई निरीक्षक अविनाश सिंगला आ गये। उनकी रेहड़ी मालिकों के साथ तीखी नोंक-झोंक हुई। टीम ने सब्जी मंडी में सभी रेहड़ी चालकों को खदेड़ दिया। किसी ने विरोध तक नहीं किया। लेकिन शाम को रेहड़ी मालिक फिर आ गये। सूचना मिलते ही नप टीम दोबारा पहुंच गई। लेकिन इस बार रेहड़ी मालिक भागे नहीं। हाथ जोडऩे के बाद टीम सदस्यों ने जबरदस्ती करने का प्रयास किया। जिस पर रेहड़ी मालिक आग बबूला हो उठे। नप टीम के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। रेहड़ी मालिक हरियाणा सरकार तथा एसडीएम डबवाली के खिलाफ नारेबाजी करते हुये सड़क पर जा बैठे।
रेहड़ी मालिकों के विरोध में उतरते ही एमई जयवीर डुडी ने एसडीएम को फोन लगा लिया। उपरोक्त हालातों के बारे में जानकारी देते हुये पूछा, क्या करें सर, गड़बड़ हो गई है। जिस पर एसडीएम ने विरोध करने वाले लोगों की वीडियोग्राफी करने के आदेश दिये। बाद में सफाई निरीक्षक वीडियोग्राफी करने लगे। सूचना मिलते ही शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दलीप सिंह मौका पर पहुंचे। उन्होंने रेहड़ी मालिकों को समझा-बुझाकर शांत किया और सड़क से हटाया।
शहर थाना प्रभारी ने रेहड़ी मालिकों को निर्धारित जमीन खाली करने की सलाह दी। लेकिन रेहड़ी मालिक ने इसे दरकिनार कर दिया। उन्होंने कहा कि साहब हमने बच्चे पालने हैं। सुबह से एक पाई भी नहीं कमाई। शाम को मुश्किल से खाने लायक कमाया है, आप ही बतायें हम कहां जायें। जिस पर शहर थाना प्रभारी निकल गये।

लोग प्रशासन का सहयोग करें
रेहड़ी मालिकों के लिये गौशाला के नजदीक जगह निर्धारित की गई है। सभी रेहडिय़ों को वहीं शिफ्ट किया जाना है। शहर के लोग इस कार्य में सहयोग करें। निर्धारित जगह से ही खरीददारी करें। रेहड़ी मालिक जाने को तैयार हैं। कुछ नेता लोग ही विरोध कर रहे हैं। जिन पर कानूनी कार्रवाई करवाई जायेगी।
-जयवीर डुडी, एमई, नगर परिषद, डबवाली

अदालत सख्त, अतिक्रमण हटाने के आदेश

डबवाली (लहू की लौ) उपमंडल न्ययिक दंडाधिकारी परवेश सिंगला की अदालत ने एक केस में प्रतिवादी को गली में किये गये अतिक्रमण को हटवाने के आदेश दिये हैं। चौटाला रोड़ पर ए वन कांटे के सामने वाली गली की निवासी वीरां देवी पत्नी राममूर्ति ने 4-6-2014 को एडिशनल सिविल जज (सीनियर डिवीजन) की अदालत में एक वाद दायर करके न्याय की गुहार लगाई थी। जिसमें वादी ने कहा था कि उसने चौटाला रोड़ पर एवन कांटे के सामने वाली गली में 18-11-1992 को साढ़े सात मरले का एक प्लाट खरीदा था। जिसके पूर्व में 50 फुट लम्बी और 15 फुट चौड़ी गली है। जिसे मास्टर अमर सिंह तथा उसका भाई स्नेह दीप नजायज रूप बंद करना चाहते हैं। प्रतिवादी ने गली में जानबूझ कर मिट्टी गिरवा दी है तथा गली में बने हुए सीवरेज को तोडऩा चाहते हैं। प्रतिवादी ने गली में ही पानी की डिग्गी बना रखी है तथा गली में ही कमरा बनाकर सीढिय़ां ऊपर के कमरे का चढ़ा रखी हैं।
वादी ने अदालत से कहा कि गली में डाले गये उसके सीवरेज को बंद करने से रोक जाये और गली को खुला रखा जाये। अदालत ने बुधवार को दोनों पक्षों को सुनने और गवाहों के ब्यानों के मद्देनजर इस मामले पर निर्णय सुनाते हुए आदेश दिये कि प्रतिवादी गली पर किये अतिक्रमण को हटाये और गली में बने वादी के सीवरेज को बंद न करवाये। गली को खुली रखे।

स्टे ऑर्डर एक का, बाकी पर अधिकारी मेहरबान


जेसीबी, पुलिस बल के साथ बैरंग वापिस लौटा कब्जा हटाने आया प्रशासनिक अमला


डबवाली (लहू की लौ) हिंदी साहित्य सदन के सामने अवैध कब्जा हटाने के लिये जैसी ही जेसीबी ने मुंह खोला डयूटी मजिस्ट्रेट के हाथ में स्टे ऑर्डर आ गया। टीम उल्टे पांव ही वापिस लौट गई। हालांकि स्टे ऑर्डर एक का आया था। जिसे देखकर शेष तीन कब्जाधारियों पर टीम को दया आ गई।
वीरवार शाम करीब साढ़े 3 बजे डयूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार मातू राम नेहरा, नगर परिषद के एमई जयवीर डुडी के नेतृत्व में एक टीम जेसीबी तथा पुलिस बल के साथ हिंदी साहित्य सदन के सामने चार घरों के आगे बने अवैध कब्जे हटाने के लिये पहुंची। एक मकान मालिक ने बताया कि उन्हें नप के निर्णय के खिलाफ अदालत से स्टे मिल गया है। नप टीम ने स्टे की कॉपी मंगवाई। करीब 4 बजे मकान मालिक ने स्टे की कॉपी डयूटी मजिस्ट्रेट के हाथों में सौंप दी। तीन मकान मालिकों ने स्वेच्छा से कब्जा हटाने के लिये तीन दिन का समय मांग लिया। स्टे की कॉपी के साथ ही टीम को अन्य पर दया आ गई। टीम जेसीबी तथा पुलिस बल के साथ वहां से खिसक गई।
पहला मौका नहीं था
यह पहला मौका नहीं था जब नप टीम कब्जा हटाने के के लिये उपरोक्त जगह पर न आई हो। पिछली दफा भी नप ने कब्जाधारियों पर दया दिखाते हुये एक दिन का समय दिया था। लेकिन दया के चलते तीन दिन बीत गये। मौका पर उमड़ी भीड़ ने सवाल खड़े किये कि अगर नगर परिषद यूं ही दया दिखाती रही तो अतिक्रमण अभियान ठंडा पड़ सकता है। चूंकि हिंदी साहित्य सदन के सामने लोगों ने करीब बारह-बारह फुट जमीन पर कब्जा जमाया हुआ है।

यह बोले डयूटी मजिस्ट्रेट
एक मकान मालिक ने स्टेटस को पेश किया है। जिसके चलते कार्रवाई रोक दी गई है। मैं डयूटी मजिस्ट्रेट हूं। शेष कब्जाधारियों पर जेसीबी क्यों नहीं चली, यह तो नगर परिषद ही बता सकती है।
-मातू राम नेहरा, तहसीलदार


पहले भी टूटा था स्टे
कब्जा हटाने के लिये हम तैयार थे। स्टे ऑर्डर के चलते जेसीबी रोकनी पड़ी। तीन कब्जाधारियों ने स्वयं कब्जा हटाने के लिये तीन दिन का समय मांगा है। हालांकि पूर्व में भी स्टे ऑर्डर लिया गया था। नगर परिषद का पक्ष जानने के बाद स्टे ऑर्डर खत्म हो गया था। स्थानीय तथा सैशन कोर्ट दोनों ने स्टे ऑर्डर खत्म किया था। इस बार भी ऐसा होगा।
-जयवीर डुडी, एमई नगर परिषद, डबवाली

एक घंटा झाडू लगाकर स्वच्छता का संदेश दे रहे एसडीएम सतीश कुमार

डबवाली (लहू की लौ) कामचोर कर्मचारियों तथा लोगों को स्वच्छता का संदेश डांट, फटकार या फिर कानून से नहीं झाडू से दिया जा सकता है। गांधीवादी सोच के साथ शहीद ए आजम भगत सिंह के आदर्शों पर चलने वाले एसडीएम सतीश कुमार यही कर रहे हैं। वीरवार को एसडीएम ने गंदगी के बीच एक घंटा तक झाडू चलाई। एसडीएम को यह करता देख कर्मचारियों से रहा नहीं गया। एक कर्मचारी एसडीएम के पास जाकर बोला, साहब! अब हमें शर्मिंदा न कीजिए। झाडू मुझे दीजिये। मैं लगाता हूं।
वीरवार को एसडीएम सतीश कुमार ने वाल्मीकि चौक से स्वच्छता अभियान की शुरूआत की थी। पंजाब नेशनल बैंक से नई अनाज मंडी रोड़ पर रेलवे बाऊंड्री में पहुंचकर एसडीएम ने झाडू पकड़ ली। नई अनाज मंडी के दुकानदार एचसीएस को ऐसा करता देख चकित हो उठे। एसडीएम ने दुकानदारों के आगे हाथ जोड़कर स्वच्छता का संदेश दिया। साथ में अतिक्रमण हटाने के लिये भी अनुरोध किया। कबीर चौक से होते हुये एसडीएम जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यालय के पड़ौस में बने कूड़ा घर पर पहुंचे। डस्टबिन होने के बावजूद कूड़ा बिखरा होने पर एसडीएम नगर परिषद, मार्किट कमेटी तथा जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की उपस्थिति में अकेले ही झाडू लेकर कूड़ा घर में कूद गये। एसडीएम को झाडू लगाता देख जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीई संकेत शर्मा ने गंदगी एकत्रित करने के लिये कस्सी उठा ली। जिसके बाद जेई सतपाल रोज, लोक संपर्क विभाग के प्रताप सिंह, नगर परिषद के सफाई निरीक्षक अविनाश सिंगला, एसडीएम के गनमैन राजपाल तथा समाजसेवी वियोगी हरि शर्मा सहित उपरोक्त विभागों के कर्मचारी भी खुद को रोक नहीं पाये।
करीब एक घंटा तक एसडीएम झाडू लगाते रहे। उनका साथ देते हुये एसडीई गंदगी को एकत्रित करके डस्टबिन में डालते गये। इसी दौरान साईड में खड़ा एक कर्मचारी भागकर एसडीएम के पास गया। कर्मचारी बोला साहब! अब हमें शर्मिंदा न कीजिए। झाडू मुझे दीजिये। मैं लगाता हूं। जिस पर एसडीएम ने स्वच्छता का संदेश देते हुये झाडू उसे पकड़ा दी। तीनों विभागों के कर्मचारियों की मेहनत से कुछ ही देर में पूरा क्षेत्र चकाचक हो गया।
डस्टबिन में डालें कूड़ा
एसडीएम ने लोगों से आह्वान किया कि वे घरों व दुकानों का कूड़ा कर्कट डंपिंग स्टेशन पर रखें। कूड़ादान में ही डाले ताकि पशु कूड़ा कर्कट को इधर उधर न बिखेरें। कूड़ादान में डाला गया कूड़ा कर्कट को मशीन सीधे ही कूड़ादान को उठा कर ट्राली में डाल देती है। उन्होंने सफाई कर्मचारियों को प्रतिदिन नियमित रूप से सफाई करने की सलाह दी। दुकानदारों की शिकायत पर संज्ञान लेते हुये एसडीएम ने पब्लिक हेल्थ कार्यालय के पास टॉयलेट बनाकर देने की बात कही। उन्होंने लोगों से कहा कि आप सभी मिलकर एक कमेटी का गठन करें, जोकि टॉयलेट की देखरेख व साफ सफाई की जिम्मेदारी ले। घर के मुखिया को चाहिये कि वे परिवार के सदस्यों को स्वच्छता के बारे में जागरूक करे।

सरपंच के खिलाफ कार्रवाई न होने से गुस्साये बिजली कर्मी

डबवाली (लहू की लौ) बिजली मीटर उखाडऩे के बाद फोन पर एसडीई से गाली-गलौज करने तथा जान से मारने की धमकी देने का मामला तूल पकड़ गया है। वीरवार को उपमंडल चौटाला के बिजली कर्मचारियों ने अपना कार्य छोड़कर आसाखेड़ा सबस्टेशन पर धरना दिया। आरोपी सरपंच के विरूद्ध जमकर नारेबाजी कर गिरफ्तारी की मांग की। निगम अधिकारियों के आश्वासन के बाद बिजली कर्मी माने।
धरने पर बैठे कर्मचारी
वीरवार सुबह बिजली कर्मचारी हंसराज वर्मा, मदन लाल, एचएसईबी वर्कर यूनियन सबयूनिट चौटाला के अध्यक्ष करनैल सिंह, सुरेश कड़वासरा, टेकचंद, राधेश्याम, रामकुमार के नेतृत्व में आसाखेड़ा सबस्टेशन में एकत्रित हुये। एसडीई मोहन लाल से बदसलूकी प्रकरण में हड़ताल करके धरना शुरू कर दिया। कर्मचारियों ने करीब तीन घंटे तक नारेबाजी करते हुये प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पुलिस मामले में ढिलाई बरत रही है। पिछले दो साल से बिजली निगम बिल भरने के लिये सरपंच के आगे मिन्नतें कर रहा है। लेकिन सरपंच पर इसका कोई असर नहीं था। निगम के उच्च अधिकारियों के आदेश पर ही एसडीई संबंधित सरपंच के घर रिकवरी करने के लिये गये थे। कनेक्शन कट करके मीटर उखाडऩे की कार्यवाही अंजाम दी। जिस पर बौखलाये सरपंच ने उन्हें गालियां निकाली। जान से मारने की धमकी देने के साथ-साथ गांव कालूआना तक पीछा भी किया। शिकायत पुलिस में करने पर भी आरोपी सरपंच के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जोकि निदंनीय है।
उच्च अधिकारियों ने समझाया
बिजली कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने की भनक पाकर निगम के मंडल अभियंता अशोक भनोट ने उपमंडल चौटाला के कर्मचारियों से बातचीत की। उन्होंने संबंधित सरपंच के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करवाने का आश्वासन दिया। इस संबंध में उच्च अधिकारियों से बातचीत करने की बात कही। जिस पर कर्मचारी हड़ताल छोड़कर वापिस काम पर लौट आये।
पुलिस बोली यह सबूत कोर्ट में नहीं चलेगा
बिजली निगम डबवाली के मंडल अभियंता अशोक भनोट ने बताया कि एसडीई मोहन लाल के पास सरपंच की बदसलूकी के प्रमाण हैं। फोन पर हुई जिरह की रिकॉर्डिंग हैं। वीरवार को एसडीई मोहन लाल के साथ कुछ कर्मचारी सबूत को देने के लिये सदर थाना में गये थे। वहां कार्यकारी प्रभारी ने कहा कि कोर्ट ऐसे सबूत को नहीं मानती। पूरे घटनाक्रम की जानकारी एसडीएम सतीश कुमार को दे दी गई है। संबंधित सरपंच के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करने के लिये डीएसपी डबवाली को पत्र लिखा गया है।

एसडीई के बाद सरपंच ने दी शिकायत
दोनों ओर से शिकायत आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। सरपंच ने एसडीई पर जाति सूचक शब्दों के प्रयोग करने का आरोप लगाया है। सरपंच ने एसडीई से मारपीट या फिर हाथापाई नहीं की है, जिसे सरकारी कार्यवाही में बाधा माना जाये। मामला चौटाला पुलिस चौकी से संबंधित है। जांच जारी है।
-बलवीर सिंह, कार्यकारी प्रभारी, सदर थाना, डबवाली

खंड स्तरीय ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता 24 नवंबर को

डबवाली (लहू की लौ) ग्रामीण आंचल की महिलाओं में खेल को बढ़ावा एवं खेल प्रतिभा को निखारने के लिए 24 नवंबर को डबवाली खंड स्तरीय ग्रामीण खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
बाल विकास एवं परियोजना अधिकारी सरोज कंबोज ने जानकारी देते हुए बताया कि अगामी 24 नवंबर को स्थानीय गुरू गोबिंद सिंह स्टेडियम में डबवाली खंड स्तरीय प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इस खेल प्रतियोगिता में चम्मच आलू रेस, मटका रेस और 100 व 400 मीटर रेस की प्रतियोगिताएं होगी। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाली प्रतिभागी को ईनाम दिया जाएगा। कंबोज ने बताया कि खेलों से न केवल शारीरिक व मानसिक संतुलन बना रहता है, अपितु खेलों के जरिए राष्ट्र स्तर पर पहचान भी बनाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि सरकार महिलाओं के चहूमुंखी विकास के प्रति सजग है। उन्हें सरकार के द्वारा महिलाओं के हित में जारी योजनाओं के साथ खेल प्रतियोगिताओं का भी लाभ उठाना चाहिए।

पत्रकारों ने की खट्टर सरकार तथा हरियाणा पुलिस के खिलाफ नारेबाजी

डबवाली (लहू की लौ) बरवाला में पत्रकारों के साथ बदसलूकी पर मीडिया जगत में हरियाणा सरकार तथा हरियाणा पुलिस के खिलाफ गुस्सा चरम पर है। वीरवार को प्रैस क्लब डबवाली के सदस्यों ने काला दिवस मनाते हुये लघुसचिवालय में इक्ट्ठे होकर हरियाणा सरकार तथा पुलिस के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
ज्ञापन सौंपा
इस मौके पर पत्रकारों ने उपमंडलाधीश सतीश कुमार को राष्ट्रपति, प्रदेश के राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपे। ज्ञापन में कहा गया कि सतलोक आश्रम आपरेशन केदौरान पत्रकारों पर एक योजनाबद्ध ढंग से अत्याचार एक स्वस्थ्य लोकतंत्र पर गहरा आघात है। जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारिता पर डंडे के जोर पर की गई उक्त कार्यवाही में कई पत्रकार घायल हो गए। जोकि स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार पत्रकारों पर सामूहिक अत्याचार हुआ है। मौजूदा सरकार व पुलिस प्रशासन ने अपनी नाकामी पर पर्दा डालने के लिए पत्रकारों से मारपीट व उनका सामान तोडना हर नजर से निंदनीय है। बरवाला प्रकरण में पत्रकारों पर हुये अत्याचार में शामिल हरियाणा पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों पर तुरंत सख्त कानूनी कार्यवाही की जाये।
एसडीएम ने दिया आश्वासन
इस मौके प्रैस क्लब के सरप्रस्त जयमुनी गोयल, सरप्रस्त फतेह सिंह आजाद, सरप्रस्त विजय वढेरा व सरप्रस्त एच.एम.ओसवाल, अध्यक्ष इकबाल शांत, वरिष्ठ उपाध्यक्ष महावीर सहारण, उपाध्यक्ष नछत्तर सिंह बोस, अनुशासन समिति के अध्यक्ष वासदेव मैहता व सचिव डीडी गोयल, डॉ. राजकपूर, कोषाध्यक्ष डा. सुखपाल, बलवीर लखोत्रा, गुरविंद्र पन्नू मौजूद थे। उपमंडलाधीश सतीश कुमार ने पत्रकारों को भरोसा दिलाया की ज्ञापन को आगामी कार्यवाही हेतू उच्च अधिकारियों को प्रेषित किया जायेगा।

खेलों में बच्चों ने दिखाई प्रतिभा

डबवाली (लहू की लौ) वीरवार को राजकीय उच्च विद्यालय डबवाली गांव में मुख्याध्यापक लक्ष्मण दास की अध्यक्षता में बाल स्वच्छता दिवस के साथ-साथ खेल दिवस भी मनाया गया।
ये हुये मुकाबले
स्कूल प्रवक्ता सुरिन्द्र कुमार, धर्मपाल तथा पीटीआई मनजोध कौर मान ने बताया कि  खेलों के हैंडबॉल मुकाबले में कैप्टन गगनदीप की टीम विजेता रही। जबकि स्लो साईकिल रेस  के मिडल विंग लड़कों में मनप्रीत तथा लड़कियों में लखवीर कौर प्रथम रहे। उच्च विंग लड़कों में मनप्रीत सिह और लड़कियों में सुरीना ने प्रथम स्थान पाया।
आलू चम्मच दौड़ मिडल विंग लड़कों में अभिषेक तथा लड़कियों में पिन्दू कौर पहले स्थान पर रहे। जबकि उच्च विंग लड़कों में रब्बदीप सिंह और लड़कियों में संदीप कौर ने प्रथम स्थान पाया। 100 मीटर दौड़  मिडिल विंग लड़कियों में परमपाल कौर और लड़कों में चरणजीत सिंह,उच्च विंग लड़कों में मनप्रीत सिंह तथा लड़कियों में संदीप कौर प्रथम रहें। मिडल विंग के 50 मीटर लंगड़ी दौड़  लड़कियों में प्रणीका, 200 मीटर दौड़ लड़कियों में  परमपाल कौर तथा लड़कों
में चरणजीत सिंह प्रथम रहे। उच्च विंग लड़कियों में संदीप कौर तथा लड़कों में बिन्द्र सिंह ने पहला स्थान पाया।
कबड्डी खेल उच्च विंग लड़कों में कैप्टन गुरविन्द्र की टीम प्रथम रही। जबकि रस्साकशी लड़कों में कैप्टन विजय और गुरसेवक की टीम, लड़कियों में वीरपाल और सुरिन्द्र की टीम प्रथम रही। लम्बी कूद में चरण जीत और जगसीर प्रथम रहे जबकि लड़कियों में अमन दीप कौर तथा वीरां ने बाजी मारी।

21 Nov. 2014





20 नवंबर 2014

एसडीएम के सरप्राईज गिफ्ट, बनेंगे पार्किंग स्टेंड बस स्टेंड रोड़ से पीछे हटेगी अड्डा की दीवार


डबवाली (लहू की लौ) एसडीएम सतीश कुमार ने शहर को दो सरप्राईज गिफ्ट की सौगात दी है। बस अड्डा की कार्यशाला में अब कूड़ा घर की जगह पार्किंग स्टेंड दिखाई देगा। पार्किंग स्टेंड के लिये जिला उपायुक्त डॉ. अंशज सिंह ने हरी झंडी दिखा दी है। उपायुक्त ने जल्द परपोजल बनाकर भेजने के निर्देश दिये हैं। साथ में न्यू बस अड्डा की दीवार को भी पीछे हटाने की योजना पर उपायुक्त ने सहमति दे दी है। अगर ऐसा हो गया तो न्यू बस स्टेंड रोड़ पर यातायात व्यवस्था सुधर जायेगी।

अतिक्रमण के विरोध में चल रहे हल्ला बोल अभियान के तहत एसडीएम सतीश कुमार बेहद तंग मार्ग न्यू स्टेंड रोड़ से गुजरे थे। दुकानदारों ने प्रशासन के समक्ष पार्किंग स्टेंड बनाने के साथ-साथ तंग मार्ग होने का मुद्दा उठाया था। दुकानदारों ने कहा था कि आस-पास क्षेत्र के लोगों ने कार्यशाला को कूड़ाघर बना रखा है। जिस पर संज्ञान लेते हुये एसडीएम सतीश कुमार ने कार्यशाला का निरीक्षण कर लोगों द्वारा दीवान फांदकर गिराये गये कूड़ा कर्कट को देखा था। जिस पर उन्होंने बस अड्डा की जगह पर लोगों की सुविधा के लिये पार्किंग स्टेंड बनाने की मुहिम छेड़ी। एसडीएम सतीश कुमार ने दुकानदारों की बात उपायुक्त तक पहुंचाई। बुधवार शाम को जिला उपायुक्त हरियाणा रोड़वेज सिरसा सुरेश कस्वां को साथ लेकर बस अड्डा में पहुंचे।
जिला उपायुक्त ने कार्यशाला में लगी गंदगी पर संज्ञान लेते हुये लोगों की सुविधा के लिये पार्किंग स्टेंड बनाने को स्वीकृति प्रदान कर दी। इसके साथ ही कार्यशाला के नजदीक उजड़े पार्क की जगह पर दूसरा पार्किंग स्टेंड बनाने की भी मंजूरी दे दी। जिससे लोगों को वाहन खड़े करने की जगह मिल जायेगी। वहीं बस अड्डा के वातावरण में सुधार आ जायेगा।
दीवार पीछे हटेगी
एसडीएम सतीश कुमार के प्रयास से ही न्यू बस स्टेंड के दुकानदारों तथा शहर के लोगों को न्यू बस स्टेंड खुला-खुला नजर आने वाला है। बुधवार को एसडीएम ने जिला उपायुक्त के समक्ष बस अड्डा की दीवार का मुद्दा रखते हुये कहा कि यह रोड़ बेहद तंग है। मुश्किल से एक बार में एक वाहन गुजर सकता है। इस रोड़ पर बने चबूतरों को प्रशासन तुड़वा देगा। बस अड्डा की दीवार करीब दो फुट पीछे हटा ली जाये तो यातायात व्यवस्था में सुधार आ जायेगा। जिला उपायुक्त ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। उपरोक्त दोनों प्रस्ताव पर जल्द परपोजल बनाकर भेजने के निर्देश दिये।
एसडीएम सतीश कुमार ने कहा कि पार्किंग स्टेंड नगर परिषद बना सकती है। जिसका कंट्रोल भी वह संभाल सकती है। अगर रोड़वेज यह व्यवस्था संभालनी चाहे तो संभाल सकती है या फिर इंकम का एक टारगेट फिक्स करके नगर परिषद रोड़वेज को दे सकती है। जीएम ने उपरोक्त दोनों प्रस्तावों को स्वीकृति देते हुये कहा कि जनता के हित में होने वाले फैसलों पर एतराज नहीं। जैसा उचित होगा, वैसा रोड़वेज करेगी।
एसडीएम की पीठ थपथपाई
जिला उपायुक्त ने लघु सचिवालय का निरीक्षण करने के साथ-साथ चारदीवारी का निरीक्षण किया। स्वच्छता के मामले में उन्होंने एसडीएम सतीश कुमार की पीठ थपथपाई।

जनहित में पार्किंग स्टेंड तथा दीवार हटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। स्वच्छता लाना तथा अतिक्रमण हटाना अच्छा प्रयास है। अधिकारी आते-जाते रहते हैं, शहर आपका है, इसलिये लोगों को खुद अपने कत्र्तव्य के प्रति जिम्मेवार बनना होगा। 
-डॉ. अंशज सिंह, उपायुक्त, सिरसा

दो साल से बिल नहीं भर रहा था सरपंच मीटर उखाडऩे पर एसडीई को दी धमकी

डबवाली (लहू की लौ) पिछले दो साल से बिजली का बिल न भरने वाले गांव आसाखेड़ा के सरपंच का मीटर बुधवार को बिजली निगम ने उखाड़ लिया। निगम की इस कार्रवाई से बौखलाए सरपंच ने एसडीई को फोन पर गालियां देकर जान से मारने की धमकी दे डाली। एसडीई ने सरपंच के खिलाफ सदर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।
50 हजार का बिल बकाया
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम आसाखेड़ा के एसडीई मोहन लाल ने बताया कि गांव आसाखेड़ा का सरपंच रामकुमार पिछले दो वर्षों से बिजली का बिल अदा नहीं कर रहा था। बिल अदा न करने पर वह निगम की डिफाल्टर सूची में शामिल हो गया। सरपंच की ओर करीब 50 हजार रूपये बिजली बिल बकाया है। डिफाल्टरों पर कार्रवाई के लिये एमडी के आदेश पर उन्होंने बुधवार को सरपंच के घर पर लगा मीटर उखाड़ लिया।
फोन पर आई धमकी
मीटर उखाड़ते ही सरपंच का फोन उसके पास आया। सरपंच गालियां देने लगा। जब उसने इसका विरोध किया तो सरपंच ने उसे जान से मारने की धमकी दी। बाद में उसकी लोकेशन जानने के बाद अपने साथियों के साथ दो जीप भरकर उसका पीछा करने लगा। गांव कालूआना के पास इसका पता चलने पर उसने अलग रास्ता अपनाया। डबवाली पहुंचकर मंडल अभियंता अशोक भनोट को पूरे घटनाक्रम से अवगत करवाया। सरपंच के विरूद्ध सदर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।

यह बोला सरपंच
मेरे पर लगाये जा रहे आरोप निराधार हैं। मैंने किसी से बदतमीजी नहीं की है। न ही एसडीई को जान से मारने की धमकी दी। मेरा कोई बिजली बिल बकाया नहीं है।
-रामकुमार, सरपंच, गांव आसाखेड़ा

मामले की जांच करेंगे
सरपंच रामकुमार के विरूद्ध एसडीई मोहन लाल की शिकायत आई है। फोन पर गाली-गलौज करने का आरोप है। मामले की जांच की जायेगी। शिकायत को चौटाला पुलिस चौकी को फॉरवर्ड कर दिया गया है।
-बलवीर सिंह,
कार्यकारी प्रभारी,

सदर थाना, डबवाली


पहले दिन 60 रेहड़ी वालों को मिली जगह

डबवाली (लहू की लौ) अतिक्रमण के खिलाफ चले हल्ला बोल अभियान में एक कदम और बढ़ाते हुये प्रशासन ने फल/सब्जी रेहड़ी मालिकों को जगह मुहैया करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। नगर परिषद में बुधवार को ड्रा सिस्टम के जरिये 60 रेहड़ी मालिकों को जगह दी गई। नगर परिषद सचिव ऋषिकेश चौधरी ने बताया कि पहले दिन 60 रेहड़ी मालिक जगह लेने के लिये पालिका कार्यालय में पहुंचे थे। जैसे-जैसे पर्ची उठती गई, वैसे-वैसे उन्हें नंबर वाईज गौशाला के नजदीक जगह मुहैया हो गई। वीरवार से रेहड़ी मालिक गौशाला के नजदीक रेहडिय़ां लगाने की शुरूआत करेंगे। सचिव ने बताया कि फल/सब्जी के अतिरिक्त शहर में चाट तथा अन्य प्रकार की रेहड़ी लगाने वाले लोग भी जगह मांगने पहुंचे। बाद में उन्हें फल/सब्जी वालों से अलग कर दिया जायेगा। जिससे पूरा क्षेत्र बाजारमय नजर आयेगा।

कमानी टूटी, टीले पर जा चढ़ी बस, 30 घायल

डबवाली (लहू की लौ) सड़क पर दौड़े जा रही पीआरटीसी चंडीगढ़ डिपू की बस अचानक आठ फुट मिट्टी के टीले पर चढ़ गई। टीले पर खड़े एक वृक्ष से टकराकर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। जिससे सवारियों में कोहराम मच गया। डबवाली-बठिंडा मार्ग पर गांव गहरी बुट्टर के नजदीक हुये हादसे में घायल लोगों को डबवाली तथा बठिंडा के सरकारी तथा निजी अस्पतालों में उपचार के लिये लेजाया गया।
सुबह करीब पौने 11 बजे सूरतगढ़-चंडीगढ़ रूट की एक बस डबवाली से चंडीगढ़ के लिये रवाना हुई थी। बस में करीब 42 लोग सवार थे। गांव गहरी बुट्टर के नजदीक चालक ने आगे जा रहे वाहनों को ओवरटेक करने का प्रयास किया। इसी बीच बस के तीन पट्टे (कमानी) टूट गई। चालक के नियंत्रण से बाहर हुई बस मिट्टी के टीले पर चढ़कर वृक्ष से जा टकराई। जिससे बस बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे में यात्रियों के चोटें आई। राहगीरों ने बड़ी मुश्किल से घायलों को बस से बाहर निकाला। सूचना पाकर मौका पर थाना कोटफत्ता के प्रभारी इंस्पेक्टर रिछपाल सिंह तथा हाईवे ट्रेफिक इंचार्ज प्रीतम सिंह, हरजीत सिंह मौका पर पहुंचे। एंबुलैंस की मदद से घायलों को उपचार के लिये अस्पताल पहुंचाया गया।
बड़ा हादसा होने से टला
डबवाली-बठिंडा मार्ग देश के अति व्यस्त मार्गों में से एक है। पंजाब तथा गुजरात के उद्योगों के लिये यह संजीवनी से कम नहीं। इसलिये इस मार्ग पर तेल तथा गैस से भरे टैंकर चलते हैं। गनीमत रही कि जब पीआरटीसी की बस अनियंत्रित होकर सड़क की दूसरी ओर चली गई, उस समय कोई वाहन सामने या पीछे से नहीं आया। डबवाली के एक निजी अस्पताल में घायल अवस्था में पहुंची सकताखेड़ा निवासी हरविंद्र कौर तथा गांव वीरूवाली निवासी जसपाल कौर ने बताया कि वे बठिंडा जा रही थीं। मार्ग में बस ऊंची जगह पर पहुंच गई। वे बस में फंस गई। बड़ी मुश्किल से उन्हें बाहर निकाला गया।

इलाज के लिये बठिंडा, डबवाली पहुंचे घायल
हाईवे ट्रेफिक इंचार्ज प्रीतम सिंह ने बताया कि हादसे में जख्मी लोगों को एंबुलैंस के जरिये बठिंडा, डबवाली के सरकारी अस्पतालों में पहुंचाया गया है। बस में सवार अधिकतर बच्चों तथा महिलाओं को चोटें आई हैं।

बड़ा हादसा होने से टला
बस चालक हरिंद्र सिंह ने बताया कि बस सूरतगढ़ से चंडीगढ़ जा रही थी। बस में करीब 42 लोग सवार थे। जैसे ही उसे कमानी टूटने का अहसास हुआ। उसे बस की गति धीमी कर ली। बस अनियंत्रित होकर टीले पर चढ़ गई। गति कम होने के कारण बस वृक्ष से टकराकर वहीं मिट्टी में धंस गई। अन्यथा बस पलट सकती थी। बस की तीन कमानी टूटने से यह हादसा हुआ।

चौटाला की चंद्रकला चुनी गई सर्वश्रेष्ठ मदर

डबवाली (लहू की लौ) खंड स्तर की सर्वश्रेष्ठ महिला का खिताब गांव चौटाला की चंद्रकला को मिला है। खिताब के दौर में इस महिला से जब पुरूष प्रधान समाज में लड़के की इच्छा न रखने के बारे में पूछा गया तो चेहरे पर मुस्कान लिये चंद्रकला ने कहा कि बेटियां किसी भी कार्यक्षेत्र में पीछे नहीं है। कई मामलों में तो उन्होंने लड़कों भी पीछे छोड़ दिया है। जवाब सुनकर निर्णायक मंडल दंग रह गया। महिला की सोच तथा बेटियों के बाद ऑपरेशन करवा लेने के साथ-साथ बच्चों के पोषण संबंधी सभी सवालों का जवाब देने पर उसे सर्वश्रेष्ठ चुना गया।
प्रतियोगिता में खंड डबवाली के सभी नौ सर्कलों की सत्ताईस महिलाओं ने भाग लिया। खंड स्तर पर दूसरे स्थान पर विद्या गोरीवाला तथा शारदा भारूखेड़ा रही। निर्णायक मंडल की भूमिका एसएमओ एमके भादू तथा सीडीपीओ सरोज कंबोज ने निभाई।
सीडीपीओ ने बताया कि प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली महिला को एक हजार रूपये, दूसरा स्थान प्राप्त करने वाली महिला को 750 रूपये तथा तीसरे स्थान पर रहने वाली महिला को 500 रूपये नकद पुरस्कार दिया गया। इस मौके पर सुपरवाईजर सतिंद्र कौर, कर्मजीत कौर, पाल कौर, सेब कौर, स्वर्णकांता, सुखविंद्र पाल कौर उपस्थित थीं।

बाईक-साईकिल भिड़ंत में दो घायल

डबवाली (लहू की लौ) गांव चकजालू के बस अड्डा पर बाईक-साईकिल भिड़ंत में दो व्यक्ति घायल हो गये। जिन्हें उपचार के लिये डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। साईकिल सवार की पहचान बेगाराम निवासी चकजालू तथा बाईक सवार की पहचान रामेश्वर निवासी गोरीवाला के रूप में हुई है। रामेश्वर के सिर पर चोट के चलते चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे सिरसा रैफर कर दिया।

गैस के प्रभाव से बाथरूम में नहा रही युवती बेहोश

डबवाली (लहू की लौ) वार्ड नं. 7 के जंभेश्वर नगर में बुधवार को गैस के प्रभाव से बाथरूम में नहा रही एक युवती बेहोश हो गई। जिसे गेट तोड़कर बाहर निकाला गया। उपचार के लिये महिला को सिविल अस्पताल में लेजाया गया।
दोपहर को एक विवाहित युवती नहाने के लिये गैस गीजर लगे बाथरूम में गई थी। काफी समय तक बाथरूम से बाहर न आने पर उसकी सास तथा ससुर ने आवाज लगाई। काफी देर तक यहीं चलता रहा। बाद में दोनों ने गली में शोर मचा दिया। शोर सुनकर मौका पर आये पड़ौसियों ने बाथरूम का गेट तोड़ डाला। युवती बाथरूम में बेहोश पड़ी थी। उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। उपचार के बाद उसे होश आया। माना जा रहा है गैस के प्रभाव के चलते वह बेहोश हुई थी।

ट्रेक्टर की टक्कर से बच्चा घायल

डबवाली (लहू की लौ) गांव गंगा में मंगलवार शाम को ट्रेक्टर की चपेट में आने से 9 वर्षीय अजय घायल हो गये। जिसे इलाज के लिये डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया।

स्विफ्ट लूट के बाद दो की हत्या करने वाला रिमांड पर

डबवाली (लहू की लौ) सिरसा रोड़ पर डेरा मनसा दास के निकट गन प्वाईंट पर स्विफ्ट डिजायर छीनने के बाद संगरिया में ताबड़तोड़ फायरिंग कर दो युवकों को मौत के घाट उतारने वाले आरोपी को सीआईए डबवाली ने राजस्थान पुलिस से प्रॉडक्शन वारंट पर गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपी को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिये।
सीआईए डबवाली प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि 5 अगस्त 2014 को सिरसा रोड़ पर डेरा बाबा मनसा दास के नजदीक चार युवकों ने गन प्वाईंट पर स्विफ्ट डिजायर लूट ली थी। कुछ दिन कार का प्रयोग करने के बाद आरोपी चौटाला से होते हुये संगरिया में पहुंच गये। वहां उन्होंने छात्र संघ चुनावों के लिये रैली निकाल रहे युवकों पर अंधाधुंध गोलियां चलाकर दो युवकों को मार डाला था और फरार हो गये थे। 7 अक्तूबर को राजस्थान पुलिस ने मामले में संलिप्त संगत कलां (पंजाब) निवासी गोबिंद को काबू किया था। आरोपी हनुमानगढ़ जेल में बंद था। जिसे आज प्रॉडक्शन वारंट पर राजस्थान पुलिस से प्राप्त किया गया। जिसके बाद गोबिंद को उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी परवेश सिंगला की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिये।
सीआईए प्रभारी के अनुसार गोबिंद ने अपने साथियों की पहचान अमनदीप उर्फ रम्मी निवासी मशाना, मनोज निवासी दियालपुरा तथा एक अन्य साथी की पहचान बब्बू के रूप में करवाई है। जोकि पंजाब का ही रहने वाला है। डबवाली में स्विफ्ट डिजायर लूटने से कुछ दिन पूर्व चारों ने प्लाट विवाद में संगत कलां में एक व्यक्ति का मर्डर किया था। पुलिस ने छिपते हुये आरोपी डबवाली पहुंच गये और उपरोक्त वारदात को अंजाम दिया था।

टीबी नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा करेगी केंद्रीय टीम


डबवाली (लहू की लौ) स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार देश में प्रति डेढ़ मिनट में एक व्यक्ति की मौत टीबी रोग से होती है। पिछले दस वर्षों से टीबी रोग नियंत्रण के तहत दी जाने वाली दवा का प्रभाव भी कम होने लगा है। दस वर्षों के फीडबैक के साथ-साथ योजना में सुधार की उम्मीद लेकर केंद्र सरकार की 26 सदस्यीय टीम सिरसा तथा सोनीपत में डेरा डालने वाली है। यह टीम 24 नवंबर से अपना काम शुरू करेगी।
वर्ष 2004 में टीबी रोग पर नियंत्रण के लिये कार्यक्रम शुरू हुआ था। जिसके तहत जिला सिरसा में डबवाली, ऐलनाबाद तथा सिरसा में टीबी रोग नियंत्रण केंद्र स्थापित किये गये थे। न्यूट्रीशियन की वजह से पनपने वाला यह रोग वर्तमान समय में भी काफी खतरनाक है। अगर पूर जिला सिरसा की बात की जाये तो हर वर्ष करीब 1525 मरीज टीबी के निकलते हैं। लेकिन अब इन मरीजों में से कुछ पर टीबी की दवा ने असर करना बंद कर दिया है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग सकते में आ गया है। पिछले दस वर्षों का डाटा लेने तथा योजना में खामियां दूर करने के लिये केंद्र की टीम सिरसा आ रही है।
अलग-अलग जगहों पर इतने मरीज
डबवाली केंद्र के तहत एक सामान्य अस्पताल, दो सीएचसी तथा आठ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आते हैं। 11 स्थानों पर करीब पौने चार लाख लोग निर्भर हैं। अकेले डबवाली में ही हर वर्ष 400 मामले निकलते हैं। जबकि ऐलनाबाद में सवा चार लाख लोगों में से हर वर्ष 425 मरीज, सिरसा की करीब साढ़े पांच लाख आबादी में से 700 मरीज प्रति वर्ष ट्रेस होते हैं। इस वर्ष डबवाली में निकले 10 मरीजों ने स्वास्थ्य विभाग को सोचने पर मजबूर कर दिया है। ये ऐसे मरीज हैं, जिन पर वर्तमान समय में दी जाने वाली टीबी की दवा ने असर करना बंद कर दिया है।
सिरसा में टीम के सदस्य
डॉ. शिव प्रकार हिमाचल प्रदेश, डॉ. संजय सिन्हा राजस्थान, डॉ. संजय अरोड़ा जम्मू, डॉ. पैलाश तालुकदार अरूणाचल प्रदेश, डॉ. डील फिना तामिलनाडू, डॉ. वैभव झारखंड, डॉ. तुषार मध्य प्रदेश, डॉ. कविथा ए सिंह यूपी, डॉ. जोसफ अरूणाचल प्रदेश, डॉ. नरेश अमृतसर के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, नागपुर तथा चेन्नई के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।

24 से 27 नवंबर तक रहेगी सिरसा में
वर्तमान समय में दी जाने वाली टीबी की दवा कुछ मरीजों पर प्रभावशाली नहीं हो रही है। बार-बार जांच में टीबी आने पर ऐसे रोगियों का टेस्ट करनाल सहित लैब में किया जाता है। करीब एक सप्ताह बाद रिपोर्ट आती है। ऐसे 10 मरीजों की रिपोर्ट पॉजीटिव आ चुकी है। ऐसे एक मरीज के उपचार पर ढाई लाख रूपये खर्च आयेगी। कार्यक्रम की समीक्षा के किये केंद्रीय टीम 24 से 27 नवंबर तक जिला सिरसा में रहकर योजना की समीक्षा करगी। टीबी नियंत्रण केंद्रों को दिशा-निर्देश जारी हो गये हैं। डाटा तैयार किया जा रहा है।
-डॉ. सुखवंत सिंह, प्रभारी, टीबी नियंत्रण कार्यक्रम

एसडीएम ने चखा मिड-डे मील के दलिया का स्वाद, बोले बढिय़ा है


डबवाली (लहू की लौ) स्वच्छ हरियाणा, स्वच्छ भारत अभियान के तहत बुधवार को शहर के गोल चौक, मलोट रोड़, नगर सुधार मंडल पार्क क्षेत्र में एसडीएम सतीश कुमार ने झाडू पकड़ी। समाजसेवियों तथा प्रशासनिक कर्मचारियों ने कुछ ही घंटों में पूरे क्षेत्र को चकाचक कर दिया। एसडीएम ने क्षेत्र के लोगों को स्वच्छता बनाये रखने की सलाह देते हुये पार्क में चल रही प्राथमिक पाठशाला का निरीक्षण किया।
निजी कार से राऊंड किया, फिर अभियान की शुरूआत की
बुधवार सुबह बच्चों को स्कूल छोडऩे के लिये एसडीएम अपनी निजी गाड़ी पर बठिंडा रोड़ पर आये। इस दौरान उन्होंने अतिक्रमण के खिलाफ चल रहे हल्ला बोल अभियान का असर देखा। साथ में उपरोक्त क्षेत्र में अभियान चलने से पहले के माहौल का निरीक्षण किया। प्रशासनिक कर्मचारियों को बाद में पता चला कि एसडीएम एक राऊंड भी लगा गये हैं।
एसडीएम सतीश कुमार ने गली वासियों से कहा कि वे लोग गलियों में अपना निजी सामान रखकर अतिक्रमण न करें। इससे गलियों में साफ-सफाई करने में बाधा तो आती है, वाहनों के आने-जाने से दुर्घटना का खतरा भी बना रहता है। उन्होंने आह्वान किया कि गलियों की साफ-सफाई के बाद अगर घरों का कूड़ा कर्कट होता है तो उसे निर्धारित (डंम्पिग प्वाईंट) स्थान पर रखे, डस्टबीन में ही डालें।
मिड-डे मील का दलिया चखा
एसडीएम सफाई अभियान के दौरान नगर सुधार मंडल पार्क में चल रहे प्राईमरी स्कूल का निरीक्षण किया। उन्होंने स्कूल में बच्चों के लिए बने दलिया का स्वाद चखा। दलिया का स्वाद चख एसडीएम ने कहा कि बढिय़ा है। पाठशाला प्रभारी पुष्पा बांसल को निर्देश देते हुये कहा बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़ी प्रत्येक चीज का खुद निरीक्षण करने के बाद ही बच्चों को दी जाये। इस मौके पर मौजूद ट्रस्ट के अधिकारी रमेश कंबोज को वार्ड में खाली पड़े प्लाटों के मालिकों को प्लाट का शीघ्र निर्माण करवाने के नोटिस जारी करने के आदेश दिए।
इस दौरान उपमंडल अधिकारी (ना.) सतीश कुमार के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाओ अभियान भी चलाया गया। जिसके तहत गोल चौक में अतिक्रमणकारी तीन दुकानदारों के चालान भी काटे गए। इस मौके पर नगर परिषद सचिव ऋषिकेश चौधरी, सफाई निरीक्षक अविनाश सिंगला, भवन निरीक्षक सुमित ढांडा, एमई जयवीर डुडी व नगर परिषद के कर्मचारियों ने अपनी भागेदारी निभाई।