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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

17 नवंबर 2014

अस्पताल सरकारी, पैसा खा रहे प्राईवेट

एक शिशु देखने पर निजी चिकित्सक को दिये जा रहे 1000 रूपये, हर माह अस्पताल उठा रहा 60 हजार रूपये का खर्च
डबवाली (लहू की लौ) सिविल अस्पताल में नवजात शिशु की सुरक्षा के लिये कोई प्रबंध नहीं है। पिछले डेढ़ वर्ष से बाल रोग विशेषज्ञ का पद रिक्त होने के कारण स्वास्थ्य विभाग निजी चिकित्सकों पर पैसा लुटा रहा है। एक बच्चे के जन्म के बाद सिविल अस्पताल में पहुंचने पर निजी चिकित्सक एक हजार रूपये वसूल करता है। यह कीमत बच्चे के चैकअप तक सीमित है। अगर नवजात शिशु को वह अपने निजी अस्पताल में एडमिट करता है, तो परिजनों की जेब ढीली होनी शुरू हो जाती है।
सिविल अस्पताल में हर माह करीब सौ से सवा सौ डिलीवरी होती हैं। प्रतिदिन डिलीवरी की एवरेज 4 की बैठती है। लेकिन डिलीवरी के बाद बच्चे को होने वाली बीमारियों से बचाव के लिये कोई प्रबंध नहीं है। डेढ़ वर्ष पूर्व सिविल अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ ने नौकरी छोड़कर प्राईवेट प्रेक्टिस शुरू कर दी थी। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने उनकी जगह बाल रोग विशेषज्ञ नियुक्त नहीं किया। तत्कालीन सरकार ने डबवाली के सरकारी अस्पताल में डिलीवरी की अच्छी एवरेज को देखते हुये वार्मर, फोटो थेरेपी जैसा सामान उपलब्ध करवाया था। जिनके प्रयोग से जन्म के बाद शिशुओं को होने वाली विभिन्न तरह की बीमारियों से बचाया जा सके। लेकिन बाल रोग विशेषज्ञ के लिये जरूरी साजो सामान अस्पताल के स्टोर रूम में पड़ा धूल फांक रहा है।
तीन निजी चिकित्सकों से है गठबंधन
सिविल अस्पताल ने शहर के तीन निजी चिकित्सकों से गठजोड़ कर रखा है। डिलीवरी होने के बाद करीब पचास फीसदी मामलों में तीनों चिकित्सकों में से किसी एक को सिविल अस्पताल में बुलाया जाता है। निजी चिकित्सक बच्चे की जांच करते हैं। इसकी एवज में सरकार चिकित्सक को एक हजार रूपये देती है। अगर बच्चा गंभीर हो और सिविल अस्पताल में इलाज संभव न हो तो निजी चिकित्सक उसे अपने अस्पताल में लेजाते हैं। जिसका खर्च सरकार नहीं, बच्चे के परिजनों को भुगतना पड़ता है। जिसका सरकारी स्तर पर कोई कंट्रोल नहीं होता।
आशा वर्कर का बच्चा अभी भी निजी अस्पताल में
बाल रोग विशेषज्ञ न होने के कारण शनिवार को गांव सुकेराखेड़ा की आशा वर्कर के एंबुलैंस में जन्में बच्चे को समय पर चिकित्सीय सुविधा न मिलने के कारण इंफेक्शन का शिकार होना पड़ा था। रविवार को भी बच्चा निजी अस्पताल में उपचार पर रहा। निजी अस्पताल के चिकित्सक का कहना है कि बच्चे की स्थिति में सुधार आ रहा है।
एक ऑप्शन यह भी
निजी चिकित्सक के कहने पर अगर परिजन अपने बच्चे को निजी अस्पताल में नहीं लेजाना चाहते तो सिविल अस्पताल से बच्चे को 60 किलोमीटर दूर सिरसा के सामान्य अस्पताल में बने नीकू (न्यू बोर्न केयर यूनिट) के लिये रैफर कर दिया जाता है।
यह बोले एसएमओ
बाल रोग विशेषज्ञ न होने से नवजात की सही संभाल के लिये निजी चिकित्सक को बुलाना पड़ता है। करीब 50 फीसदी मामलों में निजी चिकित्सक सिविल अस्पताल में आते हैं। एक बच्चे के पीछे चिकित्सक को एक हजार रूपये दिये जाते हैं। जिसे स्वास्थ्य विभाग चुकाता है। बाल रोग विशेषज्ञ की मांग हर माह रिपोर्ट भेजकर की जाती है।
-एमके भादू, एसएमओ, सिविल अस्पताल, डबवाली

45 दिन में साढ़े छह करोड़, कैसे लायेगा बिजली बोर्ड

सिरसा सर्कल गोद लेने के बाद पहली बार डबवाली पहुंचे एमडी
डबवाली (लहू की लौ) दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम हिसार के प्रबंध निदेशक ने सिरसा सर्कल को गोद लिया है। जिसके बाद रविवार को पहली बार वे गांव डबवाली स्थित 132केवी सबस्टेशन में पहुंचे। मंडल डबवाली के तहत आने वाले सभी उपमंडल के एसडीई तथा जेई के साथ बैठक करके बिल रिकवरी करने के आदेश दिये। 31 दिसंबर तक की डेड लाईन जारी की।
रविवार सुबह दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के प्रबंध निदेशक अरूण कुमार वर्मा डबवाली पहुंचे। उनके साथ वीके चौधरी, डीएल हांसु तथा एसडीई आरके वर्मा भी थे। वे शाम तक डबवाली में ही रहे। इस दौरान एमडी ने 132 केवी बिजलीघर का निरीक्षण किया। वे स्टोर रूम में भी गये। डबवाली मंडल के तहत आने वाले कालांवाली, चौटाला तथा डबवाली उपमंडल के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में एमडी ने बिजली चोरी रोकने तथा बिल रिकवरी करने पर जोर दिया। उन्होंने बिजली चोरी पकड़े जाने पर तुरंत एफआईआर करवाने के आदेश दिये। साथ में बिल न भरने वाले उपभोक्ताओं के मीटर उखाडऩे के लिये कहा।
15 दिसंबर को करेंगे रिव्यू
एमडी ने कर्मचारियों को अपने व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिये कहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर कोई कर्मचारी या अधिकारी जायज कार्य के लिये जनता को परेशान करेगा तो उसे सबक सिखाया जायेगा। उन्होंने 15 दिसंबर को बैठक करके रिव्यू लेने के लिये कहा। साथ में मंडल डबवाली से संबंधित रिकवरी 31 दिसंबर तक करने के लिये डेड लाईन घोषित की। बैठक में मंडल अभियंता अशोक भनोट, एसडीई सुखबीर कंबोज, एसडीई मोहन लाल, एसडीई बीआर वर्मा उपस्थित सहित मंडल डबवाली से संबंधित सभी 11 जेई उपस्थित थे।
45 दिन में साढ़े छह करोड़ का टारगेट
मंडल अभियंता अशोक भनोट ने बताया कि डबवाली मंडल की साढ़े छह करोड़ रूपये की रिकवरी बकाया है। जिसे 31 दिसंबर तक हर हाल में जीरो करने का प्रयास किया जायेगा। एमडी ने डिफाल्टरों के मीटर उखाडऩे के लिये कहा है। बिजली चोरी वाले इलाकों में इंसूलेटर कंडक्टर लगाये जाएंगे। ताकि चोरी रोकी जा सके। एमडी अरूण कुमार वर्मा ने स्पष्ट किया है कि कार्य में कोताही बर्दाश्त नहीं होगी, संबंधित कर्मचारी को दंड दिया जायेगा।
एमडी ने याद ताजा की
बिजली निगम के कर्मचारियों के साथ बैठक में एमडी अरूण कुमार वर्मा ने अपनी पुरानी यादें ताजा करते हुये कहा कि उनके पिता डबवाली में एसडीई रह चुके हैं। उन्होंने डबवाली के सरकारी स्कूल में पढ़ाई की है। डबवाली से उनका पुराना नाता है। इसलिये सिरसा सर्कल को गोद लेने के बाद वे सर्वप्रथम डबवाली में ही पहुंचे हैं।

वार्ड बंदी के बाद बढ़ी राजनीतिक गतिविधियां

डबवाली (लहू की लौ) वार्ड बंदी के बाद राजनीतिक दलों की गतिविधियां बढ़ गई हैं। बेशक चुनाव वर्ष 2015 में होना प्रस्तावित है। लेकिन इनेलो, कांग्रेस अभी से सक्रिय हो गई है। दोनों पार्टियों के साथ-साथ इस बार भाजपा भी उत्साह के साथ मैदान में उतरने जा रही है। तीनों राजनीतिक दलों ने योग्य उम्मीदवार के लिये कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलनी शुरू कर दी है।
शहर में कांग्रेस ने दर्ज की थी जीत
इस वर्ष हुये विधानसभा चुनाव में डेरा प्रेमियों के भरपूर समर्थन के दम पर भाजपा को 9057 मत मिले थे। इसके बावजूद कांग्रेस को 10057 मत मिले थे। 4710 मत लेकर इनेलो तीसरे नंबर पर रही। नगर परिषद चुनाव से पूर्व विधानसभा चुनाव में शहर से सामने आये आंकड़ों को तीनों राजनीतिक दल साथ लेकर चल रहे हैं। पिछले दिनों कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह ने कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर उन्हें आगामी नगर परिषद चुनाव के लिये तैयार रहने के निर्देश दिये थे। वहीं इनेलो तथा भाजपा ने गुपचुप तरीके से तैयारी शुरू कर रखी है। केंद्र तथा प्रदेश में सरकार बनने के बाद भाजपा खेमा नगर परिषद चुनावों का उत्सुकता से इंतजार कर रहा है। चेहरों की पहचान की जा रही है।
पहली बार होने हैं नगर परिषद चुनाव
कुछ समय पहले नगर निकाय विभाग ने डबवाली नगरपालिका को नगर परिषद का दर्जा दिया था। जिसके बाद वर्ष 2015 में पहली बार नगर परिषद के लिये चुनाव होगा। हालांकि विभाग ने नोटिफिकेशन करके नगर परिषद चेयरमैन का पद एससी के लिये रिजर्व किया है।
शहर की कुल आबादी 50390 : नगर परिषद चुनाव से पूर्व पार्टियां जातिगत समीकरणों का भी ख्याल कर रही हैं। चूंकि कई ऐसे वार्ड हैं, यहां एससी, बीसी के साथ-साथ सामान्य श्रेणी की आबादी एक जैसी नजर आ रही है। शहर की कुल आबादी 50390 में से 49.89 प्रतिशत सामान्य, 33.68 प्रतिशत एससी तथा 16.43 प्रतिशत बीसी श्रेणी की आबादी है।

यूनियन ने गुरूद्वारा को दिया वाटर कूलर

डबवाली (लहू की लौ) इलेक्ट्रीकल्ज इंजीनियरिंग यूनियन के संस्थापक सुरेन्द्र खरब तथा प्रधान जगतार सिंह ने बताया कि इलेक्ट्रीशियन मनजीत सिंह जोगेवाला की मौत पर दु:ख व्यक्त किया और यूनियन की ओर से गांव के गुरूद्वारा में 60 लीटर का वाटर कूलर स्थापित करवाया गया। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व यूनियन ने भोला सिंह हैबुआना की मौत पर उनके परिजनों को एक लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी थी।

कैंटर की टक्कर से चालक की मौत

डबवाली (लहू की लौ) बठिंडा रोड़ पर गांव डूमवाली-पथराला के नजदीक हुये सड़क हादसे में पंजाब रोड़वेज के एक चालक की मौत हो गई। गांव पक्का कलां निवासी गुरदीप सिंह शनिवार रात को बाईक पर अपने गांव की ओर जा रहा था। मार्ग में एक कैंटर ने उसमें टक्कर मार दी। उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे बठिंडा लेजाया गया। वहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।

हैप्पीनेस कार्यक्रम का समापन

डबवाली (लहू की लौ) आर्ट ऑफ लिविंग के हैप्पीनेस प्रोग्राम का रविवार को बीएड कॉलेज में नाचते गाते हुए समापन हो गया। कार्यक्रम के समापन पर योग शिक्षक डॉ. प्रेम छाबड़ा ने कहा कि कर्म योग वह जो कर्म हंसते हुए और खुशी की अभिव्यक्ति बने। जब यह लगने लगे कि दूसरा कोई नहीं है, सभी अपने ही हैं तो हमारा जीवन प्रेम आनन्द और शांति से भर जाता है। इस मौके पर कॉलेज प्रबंधक समिति के अध्यक्ष सुभाष गुप्ता, डॉ. पीके अग्रवाल, राजगर्ग, प्रिंसीपल डॉ. पूनम गुप्ता भी उपस्थित थे।

शाखा लगा रहे स्वंयसेवकों पर चली थीं अंधाधुंध गोलियां

24 साल पहले मंडी किलियांवाली स्थित जलघर में आरएसएस की शाखा पर आतंकवादी हमला हुआ था। आतंकवादियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर आरएसएस के 11 स्वयंसेवकों को मौत के घाट उतार दिया था। जबकि 12 स्वयंसेवक गंभीर रूप से जख्मी हुये थे। मृतकों की याद में जलघर में स्मारक बना हुआ है। हर वर्ष आरएसएस स्वयंसेवक स्मारक पर इक्ट्ठे होकर शाखा लगाते हैं। हमले में बिछुड़े स्वयंसेवकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
17 नवम्बर 1990 को हर रोज की तरह सुबह 6 बजे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक मंडी किलियांवाली स्थित जलघर में लगने वाली शाखा में एकत्रित हुए थे। नगर कार्यवाहक के रूप में जगदीश अंगी 27 स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण दे रहे थे। करीब 6.30 बजे गए स्वंयसेवक शक्ति परीक्षण के लिये तैयार थे। 13-13 स्वयंसेवकों की टुकड़ी में बंटकर आमने-सामने खड़े थे। इस दौरान एक व्यक्ति वहां आया। जिसने अपने मुंह को छुपा रखा था। कंबल में छुपाये असले से अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दी। स्वयंसेवक संभलते इससे पूर्व ही गोलियों ने कई स्वयंसेवकों का सीना छलनी कर दिया। एक स्वयंसेवक ने गोलियों की परवाह न करते हुए आतंकवादी को पकड़ लिया। स्वंयसेवक का सीना छलनी करने के बाद वह भाग निकला। 11 स्वयंसेवक मौका पर ही काल का ग्रास बन गए। जबकि 12 स्वयंसेवक गोली लगने से घायल हुए। कुछ ने भागकर अपनी जान बचाई। आतंकवादियों की संख्या 4 थी। पूरे घटनाक्रम को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया था। चूंकि शाखा पर हमला करने वाले आतंकवादी का एक साथी जलघर के गेट पर खड़ा हुआ था। जबकि दो साथी जीप पर सवार होकर खड़े थे। गोलियों की आवाज सुनकर जलघर क्षेत्र के लोग बाहर आये। घायल स्वयंसेवकों को अस्पताल पहुंचाया।एसके दुआ का कहना है कि 1990 को आरएसएस शाखा पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भी संघ ने शांति बनाए रखी। समाज विरोधी ताकतों को मुंह तोड़ जवाब मिला।
आज दी जायेगी श्रद्धांजलि
सह जिला संघ चालक एसके दुआ ने बताया कि सोमवार को आरएसएस कार्यकर्ता मंडी किलियांवाली स्थित जलघर में इक्ट्ठा होंगे। शाखा लगेगी। जिसमें 24 बरस पूर्व बिछुड़े कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि दी जायेगी।
ये बने थे काल का ग्रास : केवल कृष्ण पुत्र मेघराज मित्तल, सुरेन्द्र पुत्र सोहन लाल सिंगला, महेन्द्र पुत्र हरबंस लाल सिंगला, रामलाल पुत्र जगन्नाथ सिंगला, जीवन कुमार पुत्र रामलाल सिंगला, रवि पुत्र रामलाल सिंगला, जितेन्द्र कुमार पुत्र वेदप्रकाश जिन्दल, जगदीश पुत्र श्री राम खण्डवाल, दीवान चन्द पुत्र अजायब चन्द बांसल, रविन्द्र कुमार पुत्र फिरंगी लाल, भूषण कुमार पुत्र हंसराज
हमले में घायल हुए स्वयंसेवक : फिरंगी लाल पुत्र देसराज सिंगला, राम गोपाल पुत्र केवल कृष्ण, रामपाल पुत्र चिमन लाल सिंगला, दीपक पुत्र चिमन लाल सिंगला, मुकेश पुत्र लभू राम ओबराय, दीपक कुमार पुत्र सूरजभान सिंगला, कमल कुमार पुत्र सागर मल लड्ढा, ओमप्रकाश पुत्र श्री राम जीदगर, जगदीश राय पुत्र धन्नु राम अंगी, दलजीत सिंह पुत्र तरसेम खुरमी, रमेश कुमार पुत्र बाबू राम सिंगला, संजीव कुमार पुत्र मदन लाल ओबराय

360 ने करवाया चैकअप

डबवाली (लहू की लौ) श्री अरोड़वंश पब्लिक चेरीटेबल ट्रस्ट मंडी डबवाली तथा सिरसा ईएनटी हॉस्पीटल एण्ड लेजर सर्जरी सेन्टर के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को अरोड़वंश आदर्श हाई स्कूल में आयोजित कान, नाक व गले के नि:शुल्क परामर्श शिविर में 360 मरीजों ने चैकअप करवाया। जिसमें ईएनटी सर्जन डॉ. महिन्द्र उपाध्याय ने अपनी सेवाएं दीं और जरूरतमंदों को नि:शुल्क दवाइयां दी गईं। यह जानकारी देते हुए कैम्प प्रभारी भाल सिंह सहारण और अनिल फगोडिय़ा ने बताया कि इस मौके पर प्रेम सेठी, ओमप्रकाश सचदेवा,सुभाष अरोड़ा, देसराज सेठी, राकेश सचदेवा, विजय सेठी, रणजीत सेठी, रजनीश मोंगा, बख्तावर मल दर्दी, रविकांत मोंगा, शाम सिंह सेठी उपस्थित थे।

गंदगी फेंकने पर बजी तालियां, पहना हार, आई समझ में बात

माई ड्रीम सिटी के लिये डबवाली में निकाली रैली
डबवाली (लहू की लौ) स्वच्छता का संदेश लिये पंजाब, हरियाणा के सीमावर्ती इलाके में स्थित तीन निजी स्कूल रविवार को रामलीला मैदान में इक्ट्ठे हुये। बच्चों ने नुक्कड़ नाटक के जरिये गंदगी फैलाने वालों पर कटाक्ष किया। वहीं स्टॉफ सदस्यों ने शहर के समाजसेवियों के साथ मिलकर दिल से स्वच्छता की शपथ दिलाई। इस दौरान स्कूलों ने समारोह में शामिल हुये लोगों तथा राहगीरों को कैरी बैग तथा डस्टबिन बांटकर स्वच्छता अपनाने के लिये प्रेरित किया।
सुबह करीब 9 बजे हिंदुस्तान मित्तल एनर्जी लिमिटेड की टाऊनशिप में चल रहे द मिलेनियम स्कूल की अगुवाई में सिरसा स्कूल, सिरसा तथा राजेंद्रा पब्लिक स्कूल, पंजुआना का स्टॉफ तथा बच्चे रामलीला मैदान में पहुंचे। मिलेनियम स्कूल के बच्चों ने नुक्कड़ नाटक के जरिये गंदगी फैलाने वालों पर कटाक्ष किया। नाटक में दिखाया गया कि कुछ बच्चे स्वच्छता जागरूकता के लिये एक मौहल्ले में निकले हैं। बच्चों के सामने एक व्यक्ति सरेआम गंदगी फेंक रहा है। जिसे देखकर बच्चे खुश हो गये। बच्चों ने ताली पीटकर गंदगी फेंकने वाले व्यक्ति का सम्मान किया। उसे हार पहनाया। जब सम्मान पाने वाले व्यक्ति ने बच्चों से इसका कारण जाना तो उसे शर्मिंदगी हुई। नाटक के जरिये बच्चों ने पान मसाला खाकर जगह-जगह थूकने वालों पर भी कटाक्ष किया। आधे घंटे के नाटक में बच्चों ने मैदान में एकत्रित लोगों तथा समाजसेवियों का दिल जीत लिया।
द मिलेनियम स्कूल की नन्हीं बच्ची नेहर त्रिपाठी ने स्वच्छ भारत, स्वच्छ संसार बनाना है गीत सुनाकर खूब तालियां बटोरी। विद्यालय के कोर्डिनेटर तरूण शर्मा ने तीनों विद्यालयों के बच्चों, स्टॉफ सदस्यों तथा समाजसेवियों को दिल पर हाथ रखकर स्वच्छता की शपथ दिलाई। स्वच्छता के प्रति सचेत करने के लिये मैदान के भीतर तथा बाहर दोनों जगहों पर शहरवासियों को कैरी बैग तथा डस्टबिन बांटे गये। बाद में बच्चों ने ग्रीन सिटी, क्लीन सिटी, माई ड्रीम सिटी के नारे लगाते हुये शहर में रैली निकालकर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। इस अवसर पर द मिलेनियम स्कूल की प्रिंसीपल अंजू नागपाल, सिरसा स्कूल की प्रिंसीपल ज्योति कक्कड़, द मिलेनियम स्कूल बठिंडा की प्रिंसीपल अंजू रानी, राजेंद्रा पब्लिक स्कूल पंजुआना के प्राचार्य धवन कुमार, समाजसेवी रामलाल बागड़ी, मुंकद लाल सेठी, सतीश जग्गा, सुमति जैन, देवकुमार शर्मा, स्टेशन अधीक्षक महेश सरीन, नगरपालिका की पूर्व अध्यक्षा सिंपा जैन, मनीष जैन उपस्थित थे। मंच का संचालन मनमीत त्रिपाठी तथा गुरमीत सिंह ने बखूबी निभाया।

एनपीएस के बच्चों ने दिखाया टेलेंट



डबवाली (लहू की लौ) नवप्रगति सीनियर सैकेंडरी स्कूल में चल रहे बाल मेले के अंतिम चरण में कविता, गीत गायन, नाटक, रंगोली, मेहंदी, टेबल टेनिस, खो-खो, क्रिकेट व बेडमिन्टन मुकाबले हुए। बच्चों में निहित प्रतिभा को निखारने, उन्हें प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इस टेलेंट हंट का आयोजन एनपीएस स्टार महक कल्चरल विंग द्वारा किया गया। कार्यक्रम में बच्चों की खुशी देखते ही बनती थी।
प्रस्तुतियों से व्यवस्था पर कटाक्ष
इस अवसर पर पीएनबी के वरिष्ठ प्रबंधक परमजीत कोचर मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित हुए। उन्होंने कहा कि आज बचपन बोझिल शिक्षा, हाई कंपीटिशन व आधुनिकता की भेंट चढ़ रहा है। इसे सुरक्षित व तनाव रहित रखना हम सबका प्रथम कर्तव्य होना चाहिए। कविता प्रतियोगिता में बच्चों ने कन्या भ्रूण हत्या, नारी का दर्द व बाल मजदूरी जैसे विषयों को छूकर सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया। नैन्सी ने कन्या भ्रूण हत्या कर मुस्कान कहां से लाओगे राखी के दिन राखी बांधने को बहन कहां से लाओगे सुनाकर सबको भावविभोर कर दिया। हरवीर की कविता नी झलिए तूं तां इक औरत हैं ने भी सबकी आंखें नम की। सिमरन कौर ने कपड़े धोना, कपड़े सीना, खाना बनाना और साथ में सीखा है मैने बंदूक चलाना सुनाकर नारी की व्यथा समझाने का प्रयास किया। अमनदीप कौर ने मां दा दूध जहर हो गया कविता सुनाकर कीटनाशकों के बढ़ते प्रयोग को रोकने का आह्वान किया। हिंदी प्रवक्ता साक्षी कालड़ा व प्रिंसीपल बलजिंद्र कौर ने निर्णायक की भूमिका निभाई। मंच संचालन अध्यापिका मनदीप कौर ने किया। वरिष्ठ वर्ग के क्रिकेट मैच में सुमित भारती व कनिष्ठ वर्ग में सुरेश कुमार अम्पायर बने। डीपीई अमृतपाल कौर ने खो-खो, बैडमिंटन व टेबल टेनिस आदि गेम्ज करवाए। अंत में प्रिंसीपल चंद्रकाता भारती ने सहयोग करने वाले सभी लोगों का धन्यवाद किया। 
परिणाम पर एक नजर
मेहंदी प्रतियोगिता में लवली लिली ग्रुप में मनवीर कौर प्रथम, रजनीश द्वितीय व सविता तथा जिया तृतीय रही। स्वीट डेलिया ग्रुप में जसप्रीत कौर ने पहला, गुरप्रीत कौर ने दूसरा व गरिमा तथा नवीन ने तीसरा स्थान पाया। रंगोली प्रतियोगिता में लवली लिली ग्रुप में कार्तिक व अर्पित की टीम प्रथम, पीतेंद्रपाल, अक्षत व राजप्रीत द्वितीय तथा गुरप्रीत कौर व रीना की टीम तृतीय रही। स्वीट डेलिया ग्रुप में दीप्ति व नेहा पहले, ममता व शिवानी दूसरे तथा पपिंद्र व रविंद्र दूसरे, सिमरन व सोनाली तीसरे स्थान पर रहीं। क्रिकेट के जूनियर वर्ग में तरूण इलेवन व सीनियर वर्ग में सीनियर सैकेंडरी इलैवन विजेता रही। कुलदीप सिंह मैन ऑफ दी मैच रहे। खो-खो में पिंकी की टीम ने पहला व नेहा की टीम ने दूसरा स्थान पाया। बैडमिंटन में नेहा प्रथम, जसप्रीत द्वितीय व परमीत कौर तृतीय रही। टेबल टेनिस में अनिकेत विजेता व जश्र उपविजेता रहे। कविता प्रतियोगिता के पहले वर्ग में हरमन सिंह व अनंत कालड़ा प्रथम, वरनीत कौर द्वितीय, महक तृतीय व सतवीर को सांत्वना पुरस्कार मिला। द्वितीय वर्ग में खुशवीन कौर, हरपिंद्र कौर, सिमरन कौर व सुमेघा ने पहले चार स्थानों पर कब्जा किया। तृतीय वर्ग में हरवीर कौर, ममता, जोतवीर कौर, दीप्ति ने क्रमश: पहला, दूसरा, तीसरा व चौथा स्थान प्राप्त किया। सिमरन, रचना, गरिमा, श्रुति, अमीषा, हर्ष, मोनिका, शिवंागी, सुमेघा, खुशी, प्रभजीत, जसमीन व लवप्रीत कौर को अलग-अलग इवेंटस में पुरस्कार मिले। मुख्यातिथि परमजीत कोचर ने सभी विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। समर कैंप के दौरान आर्ट एंड क्राफ्ट एवं विज्ञान प्रदर्शनी मं विजेता रहे बच्चों को पुरस्कार दिए गए।

क्लब की वर्षगांठ पर समाजसेवी तनेजा सम्मानित

डबवाली (लहू की लौ) गांव अहमदपुर दारेवाला के डॉॅ. भीमराव अंबेडकर स्पोट्र्स क्लब के सदस्यों ने रविवार को क्लब का 19वां स्थापना दिवस मनाया। अनुसूचित जाति चौपाल में स्थित क्लब के कार्यालय में समारोह का आयोजन किया गया। 
निस्वार्थ भाव से करनी चाहिये सेवा-तनेजा
जिसमें समाजसेवी मास्टर जीवनदास तनेजा ने बतौर मुख्यातिथि के तौर पर शिरकत की। जबकि अध्यक्षता क्लब के पूर्व प्रधान रामकुमार जोगपाल व ओमप्रकाश टेलर ने की। समारोह में क्लब के पहले प्रधान सुधीर कुमार तथा वरिष्ठ सदस्यों ने अपने-अपने अनुभव सांझे किये। क्लब के शानदार 18 वर्ष पूरे होने पर बधाई दी। मास्टर जीवन दास तनेजा गोदिकां ने अपने संबोधन में कहा कि जो खुशी समाजसेवा करने में मिल सकती है, वो किसी और काम में नहीं। इसलिए इंसान को स्वार्थ भाव से नहीं बल्कि निस्वार्थ भाव से सेवा करनी चाहिए। क्लब प्रधान गुरविंद्र सिंह पन्नू ने कहा कि युवा अपनी ऊर्जा को एकता के साथ सही दिशा में प्रयोग करे ताकि गांव का नाम रोशन हो। उन्होंने कहा कक्षा, परीक्षा, प्रतियोगिताओं की पढ़ाई क्लब के पुस्तकालय में कर सकते है।
इन्होंने भी रखे विचार
इस अवसर पर क्लब सचिव रामचंद्र नोखवाल, उपप्रधान चरणजीत, कैशियर जगदीप घायल, प्रचार सचिव सुनील कुमार ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर वरिष्ठ सदस्य रिछपाल रोलन, सुरजीत रंगा, सुरेश टेलर, मास्टर ओमप्रकाश, अर्जुन दास तनेजा, सुरेन्द्र चारण, संदीप, राजपाल चौहान, संदीप सहोत्रा, मांगेराम मौजूद थे।

17 Nov. 2014





16 नवंबर 2014

नेशनल किक की तैयारी


प्रतिभा का सम्मान : नेशनल खेलने पर पढ़ाई के नाम पर एक पाई नहीं लेगा स्कू
डबवाली (लहू की लौ) यहां की तीन बेटियों का चयन नेशनल स्तर पर फुटबाल प्रतियोगिता के लिये हुआ है। आगामी दिसंबर माह में होने जा रही प्रतियोगिता में तीनों अपनी किक से देश को नचाने के लिये तैयार हैं। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद तीनों सुबह-शाम कड़ा अभ्यास कर रही हैं। बेटियों की मेहनत पर स्कूल भी फिदा है। अब पढ़ाई के लिये स्कूल एक पैसा भी इन बेटियों से नहीं लेगा।
खालसा सीनियर सैकेंडरी स्कूल में 11वीं कक्षा में पढऩे वाली छात्रा मनप्रीत कौर की आयु 16 वर्ष है। फुटबाल के अंडर-19 वर्ग में खेलते हुये इसी वर्ष अक्तूबर माह में ब्लाक, जिला तथा प्रदेश स्तर पर खेली। फुटबाल में मुख्य स्टॉपर की भूमिका में रहने वाली इस खिलाड़ी ने हिसार में हुई प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करके चयनकर्ताओं को अपनी ओर खींचा और नेशनल के लिये प्रदेश की टीम में जगह बनाई। गांव नीलियांवाली की रहने वाली इस खिलाड़ी का कहना है कि वह फुटबाल में एक शानदार प्लेयर बनना चाहती है। वह स्कूल समय में नेशनल के लिये मेहनत कर रही है। गांव में खेल सुविधाएं न होने की वजह से वह वहां अभ्यास नहीं कर पा रही। मनप्रीत ने दिसंबर माह में गोवा में होने जा रही नेशनल प्रतियोगिता में भाग लेना है।
इसी विद्यालय की 10वीं कक्षा में पढऩे वाली अंजलि सियाल की उम्र महज 13 वर्ष है। फुटबाल अंडर-17 वर्ग में खंड, जिला तथा प्रदेश स्तर पर खेलने के साथ-साथ नेशनल के लिये क्वालिफाई किया है। फुटबाल में सेंटर फारवर्ड रहकर विरोधी टीम पर प्रहार के लिये अंजलि हमेशा तैयार
 कहना है कि उसके पिता खेल प्रशिक्षक हैं। समय-समय पर पिता से गुर सीखती रहती हूं। साथ में टीवी पर फुटबाल मैच दे रहती है। अंजलि दिसंबर माह में मणिपुर में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय फुटबाल प्रतियोगिता में भाग लेगी। अंजलि काखकर अपनी गलतियों को सुधार रही हूं। मेरा सपना प्लेयर बनना है। खालसा सीनियर सैकेंडरी स्कूल की 7वीं कक्षा में पढऩे वाली हरवीर कौर का चयन फुटबाल अंडर-14 के लिये हुआ है। खंड, जिला तथा प्रदेश स्तर पर खेलने के बाद अब हरवीर गुवाहटी में खेलने जायेगी। 12 वर्षीय इस खिलाड़ी का कहना है कि वह फुटबाल प्लेयर बनना चाहती है। इसके लिये वह जी तोड़ मेहनत कर रही है। राईट फारवर्ड पर खेलने वाली इस खिलाड़ी का कहना है कि अपने खेल गुरू से बारीकियां सीख अपनी खेल शैली को धारधर बना रही है।

ये बेटियां हैं कमाल
नेशनल लेवल पर खेलने जा रही तीनों बेटियों का पढ़ाई में भी कोई सानी नहीं है। मैदान में फुटबाल को किक लगाने वाली तीनों लड़कियों हर बर मेरिट लिस्ट में अपना नाम लिखवाती हैं। इन बेटियों के खेल गुरू राजन ने बताया कि नेशनल स्तर पर चयनित इन खिलाडिय़ों को निरंतर अभ्यास करवाया जा रहा है। तीनों खिलाडी बेहतरीन हैं। खंड, ब्लाक तथा प्रदेश स्तरीय मुकाबलों में हुई गलतियों को दूर किया जा रहा है। डबवाली क्षेत्र के लिये गौरव की बात है कि तीन लड़कियां फुटबाल में अलग-अलग आयु वर्ग में नेशनल खेलने जा रही हैं।


मुफ्त शिक्षा मिलेगी
खालसा सीनियर सैकेंडरी स्कूल के प्रिंसीपल गुरतेज सिंह ने बताया कि नेशनल खिलाड़ी को विद्यालय में मुफ्त शिक्षा दी जाती है। तीनों खिलाडिय़ों को भी नि:शुल्क शिक्षा दी जायेगी। पढ़ाई के नाम पर एक पाई भी उनसे वसूल नहीं की जायेगी।

एंबुलैंस में गूंजी किलकारी


समय पर चिकित्सीय सुविधा न मिलने से बच्चे की हालत गंभीर

डबवाली (लहू की लौ) शनिवार को गांव सुकेराखेड़ा की गर्भवती आशा वर्कर ने एंबुलैंस में ही बच्चे को जन्म दे दिया। समय पर चिकित्सीय सहायता न मिलने के कारण बच्चा इंफेक्शन का शिकार हो गया। सिविल अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ न होने की वजह से उसे एक निजी अस्पताल में रैफर कर दिया गया। यहां बच्चे की हालत चिंताजनक बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच करने की बात कही है।
गांव सुकेराखेड़ा की आशा वर्कर रेणू बाला को शनिवार सुबह करीब साढ़े चार बजे प्रसव पीड़ा हुई। सूचना पाकर सरकारी एंबुलैंस बिना इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन के प्रसव पीडि़ता को लेने उसके घर द्वार पहुंच गई। पीडि़ता का गांव से डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया जा रहा था। इस दौरान पीडि़ता के पति बुधराम, आशा वर्कर सीता देवी तथा चाची सास सुदेश रानी भी उसके साथ थे। गांव सकताखेड़ा के नजदीक प्रसव पीड़ा झेल रही आशा वर्कर ने बच्चे को जन्म दे दिया। प्रसव पीड़ा फिर बढ़ गई। जिससे परिजन चिंतित हो उठे।
अस्पताल में जाकर दूसरे बच्चे को दिया जन्म
बिना ईएमटी एंबुलैंस में डिलीवरी होने के बाद आशा वर्कर ने सिविल अस्पताल में पहुंचने के बाद एक और बच्चे को जन्म दिया। जबकि समय पर चिकित्सीय सुविधा न मिलने के कारण एंबुलैंस में जन्मा बच्चा इंफेक्शन का शिकार हो गया। अस्पताल में बाल विशेषज्ञ न होने के कारण चिकित्सक ने उसे शहर के एक निजी अस्पताल में रैफर कर दिया। यहां उसकी हालत चिंताजनक बताई जा रही है। जबकि दूसरा बच्चा स्वस्थ बताया जा रहा है।

सांस तेज है, इंफेक्शन ज्यादा है
एंबुलैंस में जिस बच्चे का जन्म हुआ है, उसकी सांस बहुत तेज चल रही है। इंफेक्शन भी बहुत ज्यादा है।
-सरवन बांसल, बाल रोग विशेषज्ञ, डबवाली

ईएमअी से मांगा स्पष्टीकरण
तीन इमरजेंसी मेडिकल टेक्निशियन कार्यरत हैं। जो बारी-बारी से एंबुलैंस के साथ डयूटी पर रहते हैं। एंबुलैंस में लोगों को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करते हैं। शनिवार सुबह एंबुलैंस के साथ न चलने वाले ईएमटी से जवाब मांगा गया है। जिसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।
  -एमके भादू, एसएमओ, डबवाली

मामले की जांच करवाएंगे
देखिये, अभी मामला मेरी नोटिस में नहीं है। मैं मामले की जांच करवाऊंगा। दोषी पाये जाने वाले कर्मचारी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।
-डॉ. वीरेश भूषण, डिप्टी सर्जन, नेशनल हेल्थ मिशन, सिरसा

आशा वर्कर ने भुगती लापरवाही
सरकार आशा वर्कर के जरिये गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी मुहैया करवाती है। लेकिन शनिवार को एक आशा वर्कर को ही स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का सामना करना पड़ा। आशा वर्कर का एक बच्चा जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है।

ससुराल से सटा गांव गोद लेने पर फंसी हरसिमरत कौर बादल


गांव वडिंगखेड़ा में बादल विरोधी लगाया धरना, ग्रामीण बोले हमारे साथ धोखा हुआ


डबवाली (लहू की लौ) पीएम नरेंद्र मोदी की सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत हरियाणा तथा राजस्थान सीमा से सटे गांव वडिंगखेड़ा को सूची से हटाकर अपनी ससुराल बादल से सटा गांव मान को गोद लेने पर केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल फंस गई हैं। शनिवार को गांव वडिंगखेड़ा के ग्रामीणों ने पंचायत के साथ केंद्रीय मंत्री तथा उनके ससुर प्रकाश सिंह बादल के खिलाफ धरना दिया। मौका पर आये अकाली नेता तथा ब्लाक समिति चेयरमैन से जवाब तलबी की। अकाली नेता ने अपना पिंड छुड़वाते हुये कहा कि वे उन्हें सीएम के पास ले जाएंगे, सवाल आप पूछना, सीएम उत्तर दे देंगे।
पिछड़े गांवों को आदर्श ग्राम के तौर पर विकसित करने के लिये पीएम ने सांसद आदर्श ग्राम योजना शुरू की है। केंद्र सरकार में मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने योजना के तहत हल्का लंबी के गांव वडिंगखेड़ा का चयन किया था। इसकी जानकारी गांव के सरपंच कश्मीर सिंह को दी गई। अकाली नेताओं तथा अधिकारियों की बधाईयां आने लगीं। 11 नवंबर को जब योजना के तहत चयनित गांवों के नाम बेवसाईट पर अपलोड करने की अंतिम तिथि थी तो गांव वडिंगखेड़ा की जगह गांव मान का नाम अपलोड किया गया। जिसके बाद गांव वडिंगखेड़ा के ग्रामीणों में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल तथा उनके ससुर सीएम प्रकाश सिंह बादल के खिलाफ तीव्र रोष पनप रहा है। शनिवार को ग्रामीणों ने बादल के खिलाफ धरना दे दिया। बादल के विरोध की सूचना पाकर ब्लाक समिति लंबी के चेयरमैन गुरबख्शीश सिंह विक्की मिड्डूखेड़ा मौका पर पहुंचे।
ग्रामीणों को समझाते हुये चेयरमैन ने कहा कि गांव मान सीएम के गांव से सटा हुआ है। गांव बादल में हरसिमरत कौर का आना-जाना लगा रहता है। बिना किसी बाधा के वे आसानी से गांव मान में पहुंच सकती हैं। अगर वे हर रोज गांव वडिंगखेड़ा आती तो सिक्योरिटी के साथ-साथ शेष प्रबंध करने पड़ते। इसलिये गांव मान को योजना के तहत चुना गया है। वे विरोध न करें, जैसा विकास गांव मान का होगा, वैसा ही गांव वडिंगखेड़ा का होगा। ग्रामीणों ने चेयरमैन से सवाल किया कि अगर सीएम के गांव से महज दो किलोमीटर दूर स्थित गांव पिछड़ा हुआ है, तो शेष गांवों का क्या होगा। उन्हें इस बात का जवाब दिया जाये कि आखिर उनके गांव को गोद क्यों नहीं लिया गया। क्या हरसिमरत कौर बादल के संसदीय क्षेत्र के बाशिंदे नहीं हैं? हर बार शिरोमणि अकालीदल की वोट यहां से बढ़ी, फिर ऐसा हमारे साथ क्यूं हुआ? ग्रामीणों ने चेयरमैन को खरी-खोटी सुनाई। जिस पर चेयरमैन ने कहा कि वे उन्हें सीएम प्रकाश सिंह बादल के पास ले जाएंगे, यह सवाल उनसे करना, वे ही उत्तर देंगे।
शिरोमणि अकालीदल के बायकाट की चेतावनी
ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुये कहा कि सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत जो सुविधाएं गांव को मिलनी चाहिये थी, शिरोमणि अकालीदल ने उन्हें उससे दूर कर दिया है। जिसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ेगा।

यह बोले सरपंच
सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत गांव को गोद लिया गया था। जिसकी सूचना सीएम बादल के ओएसडी तथा ब्लाक समिति लंबी के चेयरमैन ने देते हुये बधाई दी थी। जिला श्री मुक्तसर साहिब के अन्य अधिकारियों की बधाई कॉल भी आई थी। राजस्थान तथा हरियाणा सीमा से सटा गांव वडिंगखेड़ा काफी पिछड़ा हुआ है। आबादी करीब चार हजार है। योजना में शामिल होने पर गांव आदर्श बन सकता था। ग्रामीणों में गहरा रोष है।
-कश्मीर सिंह, सरपंच
गांव वडिंगखेड़ा

योजना के तहत होगा फायदा
सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत प्रत्येक सांसद ने अपने संसदीय क्षेत्र में एक गांव का चयन करना है। चयनित गांव हर तरह से 2016 तक पूर्ण आदर्श बनाये जाने का लक्ष्य है। यहां पर लाईब्रेरी, पार्क, जलघर, बिजलीघर, सीवरेज, स्ट्रीट लाईट, पक्की गलियां, सामुदायिक केंद्र, स्कूल, अस्पताल की व्यवस्था करना प्रस्तावित है। आदर्श ग्राम में आदर्श प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय, विद्यालयों में तकनीकी शिक्षा पर जोर, आईटी क्लास रूम, वेब पुस्तकालय के साथ-साथ ई-लाईब्रेरी की सुविधा मिलेगी। ग्रामीण खेलकूद को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ गांवों में वाई-फाई सुविधा मिलेगी।

गांव मान जैसा विकास वडिंगखेड़ा का होगा
गांव वडिंगखेड़ा का नाम सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत प्रोसेस में था। इसके साथ-साथ अन्य चार-पांच गांव थे। मैंने मेहनत की थी कि गांव वडिंगखेड़ा चुना जाये। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ग्रामीणों का विरोध गलत है। गांव मान जैसा विकास वडिंगखेड़ा में होगा।
-गुरबख्शीश सिंह विक्की चेयरमैन, ब्लाक समिति, लंबी

सीएम विलेज से दो किलोमीटर दूर है मान
सीएम विलेज से महज दो किलोमीटर दूर गांव में अगर सुविधाएं मुहैया नहीं हो सकती, तो वडिंगखेड़ा जैसे सरहदी इलाका तो बहुत दूर की बात है। पीएम की योजना में गांव का नाम आने से विकास की उम्मीद जगी थी, जिस पर पानी फिर गया।
-जगपाल सिंह, ग्रामीण

गांव के साथ धोखा हुआ
हरियाणा तथा राजस्थान सीमा से सटा यह गांव अपनी हालत पर आंसू बहा रहा है। योजना में गांव का नाम आने के बाद बधाईयां मिलने का सिलसिला जारी था। गांव के साथ धोखा हुआ है, जिसे सहन नहीं किया जायेगा।
-चरण सिंह, पंच गांव वडिंगखेड़ा

16 Nov. 2014





15 नवंबर 2014

सरकारी फुटपाथ, बरामदे में सामान रख सकेंगे मुख्य बाजार के दुकानदार

डबवाली (लहू की लौ) मुख्य बाजार के दुकानदारों को सरकारी फुटपाथ तथा बरामदे में सामान रखने की इजाजत मिल गई है। लेकिन नियमों के साथ। शुक्रवार को नगर परिषद कार्यालय में एसडीएम सतीश कुमार ने दुकानदारों के साथ बैठक करके फैसला सुनाया। इसके साथ ही मुख्य बाजार में अतिक्रमण हटाने के दौरान भाजपा नेताओं के साथ हुये बवाल का पटाक्षेप हो गया। 
बैठक में नगर परिषद किरायेदार यूनियन के प्रधान सुरेंद्र कुमार, भाजपा के जिला महामंत्री विजय वधवा, अवतार सिंह, तरसेम भीटीवाला, सोम अरोड़ा, विनोद नीलू, राजू मदान, शिव कुमार, गौरव मोंगा, विजय गंगा, धर्मवीर सिंगला ने दुकानदारों की ओर से भाग लिया। बैठक को संबोधित करते हुये एसडीएम ने कहा कि अतिक्रमण हटवाने के लिये वे कानूनी थप्पड़ जड़ सकते थे। लेकिन कानून वाला तरीका अपनाने की अपेक्षा हाथ जोड़े। समस्या को खत्म करने के लिये अगर पैर भी पकडऩे पड़े तो वे गुरेज नहीं करेंगे। चूंकि शहर डबवाली सुंदर बने, आने-जाने में किसी को दिक्कत न हो।
मुझे तबादले का डर नहीं
भाजपा नेताओं से उलझने के बाद एसडीएम के तबादले के कयास लगाये जा रहे हैं। बैठक में भाजपा नेताओं की मौजूदगी में एसडीएम ने कहा कि हरियाणा के जिस कोने में डयूटी कर रहा हूं, वह मेरे घर से सबसे ज्यादा दूर है। अगर मुझे मेवात भी भेज दिया जाये तो मैं घर के नजदीक पहुंच जाऊंगा। चंडीगढ़ भी मेरे घर से ज्यादा दूर नहीं। 
मुझे माफ करो
मुख्य बाजार में अतिक्रमण हटाते समय समाजसेवियों तथा दुकानदारों में हुई तीखी नोंकझोंक पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये एसडीएम ने कहा कि मेरे साथ चल रहे किसी व्यक्ति ने दुकानदारों के साथ जाने-अनजाने में कोई बात कही है तो इसके लिये वे हाथ जोड़कर माफी मांगते हैं। लेकिन अतिक्रमण हटाने में आप लोग मेरा सहयोग करें।
भाजपा नेता ने रखी दुकानदारों की बात
दुकानदारों की ओर से पक्ष रखते हुये भाजपा नेता विजय वधवा ने कहा कि उनकी दुकानों के आगे फुटपाथ की चौड़ाई पांच फुट थी। कुछ वर्ष पहले ढाई फुट फुटपाथ को हटा दिया गया। फुटपाथ पर चला नहीं जा सकता। लेकिन फुटपाथ पर बैठे टेलर मास्टर अपना व्यवसाय चलाते हैं। प्रशासन फुटपाथ तथा बरामदे में सामान लगाने की इजाजत दे। जिस पर एसडीएम ने दुकानदारों को अस्थाई तौर पर सरकारी बरामदा तथा फुटपाथ प्रयोग करने की अनुमति देते हुये नियम भी बनाये। एसडीएम ने कहा कि दुकानदार फुटपाथ पर तीन फुट ऊचाईं तक अपना सामान लगा सकते हैं। वे शट्टर के ऊपर सामान नहीं लटकाएंगे। जिस पर दुकानदारों ने सहमति जता दी।

महज ट्रायल, रिव्यू लेंगे
दुकानदारों के साथ सहमति से उन्हें सरकारी फुटपाथ तथा बरामदा प्रयोग करने के लिये कहा है। दुकानदारों  ने विश्वास दिलाया है कि वे फुटपाथ से आगे अपना सामान नहीं लाएंगे। न ही अपना सामान दुकानों के आगे लटकाएंगे। यह अस्थाई रहेगा। रिव्यू लिया जायेगा, अतिक्रमण बरकरार रहा तो कार्रवाई की जायेगी। अभियान करीब एक माह तक चलेगा। दुकानदार अतिक्रमण हटाने के साथ-साथ स्वच्छता अभियान से जुडऩे के लिये उत्सुक हैं। सभी दुकानदार डस्टबिन लगाएंगे।
-सतीश कुमार, उपमंडलाधीश, डबवाली

विवाद पर भाजपा नेता का ब्यान
मुख्य बाजार में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान छेड़ते समय किसी भी दुकानदार को विश्वास में नहीं लिया गया। चंद तथाकथित समाजसेवियों ने मुख्य बाजार में आकर रौब झाडऩा शुरू कर दिया, जोकि बर्दाश्त नहीं होगा। आईंदा प्रशासन मुख्य बाजार में आये तो दुकानदारों को विश्वास में ले। भाजपा सरकार को बदनाम करने के लिये तथाकथित समाजसेवियों ने ड्रामा रचा था।
-विजय वधवा, जिला महामंत्री, भाजपा

अतिक्रमण हटाने के मामले में भाजपा में कलह

मुख्य बाजार में एसडीएम को धक्का देकर अतिक्रमण हटाने का विरोध करने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं के बाद भाजपा का एक पक्ष एसडीएम तथा समाजसेवियों के हक में उतर आया है। भाजपा अंत्योदय प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक बलदेव सिंह मांगेआना, भाजपा कर्मचारी प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश प्रभारी एसडी कपूर, भाजपा गौवंश विकास प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अशोक सेतिया तथा भाजपा डबवाली के पूर्व मंडलाध्यक्ष कृष्ण ग्रोवर ने संयुक्त ब्यान में कहा कि अतिक्रमण डबवाली की प्रमुख समस्याओं में से एक है। जहां अतिक्रमण शहर की स्वच्छता एवं सुंदरता पर धब्बा है वहीं इस कारण से कई बार हादसे भी होते हैं जिससे शहरवासियों की जिंदगी पर भी खतरा है। नगर के कई बाजार व गलियां ऐसी हैं जहां अतिक्रमण के कारण हादसा होने की स्थिति में फायर बिग्रेड़ एवं एंबुलेंस को पहुंचने में कठिनाई आएगी। नगर की सामजसेवी संस्थाओं ने प्रशासन के नेतृत्व में अतिक्रमण को लेकर जो जन जागरण अभियान चलाया है वह काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि बिना भेदभाव के चलाए जा रहे इस जनहितैषी अभियान का भाजपा समर्थन करती है व नगर की समाजसेवी संस्थाओं व आम जनता को भी भाजपा इस पुण्य कार्य में सहभागी बनने के लिए साधुवाद देती है तथा इस अभियान में बाधा उत्पन्न करने वालों की निंदा भी करती है। जिन लोगों ने शंाति प्रिय अपील अभियान के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों व समाजसेवियों के साथ अभद्र व्यहवार किया है उनकी भत्र्सना करती है। भाजपा की सोच है कि डबवाली का विकास भी बड़े शहरों की तर्ज पर हो। चंडीगढ़ की तरह हमारी डबवाली भी साफ सुथरी, हरी भरी, अतिक्रमण रहित व सुरक्षित ट्रैफिक के लिए देश भर में नाम कमाए। बलदेव सिंह मांगेआना ने कहा कि आने वाले दिनों में भाजपा अंत्योदय प्रकोष्ठ उन संस्थाओं व समाजसेवियों को सम्मानित भी करेगी जो निस्वार्थ भाव से स्वच्छता अभियान तथा लोक भलाई कार्यों में जुटे हुए हैं।

21 सदस्यों वाली होगी शहर की विधानसभा

    वार्ड बंदी के बाद की स्थिति
  1. एससी आरक्षित 4,6,15,19
  2. एससी महिला आरक्षित 5,18
  3. बीसी आरक्षित 16,21
  4. महिला आरक्षित 1,2,7,13,17
  5. सामान्य 3,8,9,10,11,12,14,20


डबवाली (लहू की लौ) शहर की विधानसभा में अब 21 जनप्रतिनिधि जनता की आवाज उठाने के लिये पहुंचेंगे। शुक्रवार को नगर परिषद कार्यालय में एडहॉक कमेटी की बैठक में नई वार्ड बंदी पर मुहर लग गई। ड्रा सिस्टम के जरिये अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग सहित महिला जनप्रतिनिधियों के वार्ड आरक्षित कर दिये गये। इस रिपोर्ट को मुख्यमंत्री की स्वीकृति के बाद सार्वजनिक किया जायेगा।
वार्ड बंदी के लिये दोपहर करीब 12 बजे स्थानीय शहरी निकाय विभाग हरियाणा के अतिरिक्त निदेशक रणवीर पराशर की अध्यक्षता में बैठक शुरू हुई। जिसमें एडहॉक कमेटी सदस्य एसडीएम सतीश कुमार, नायब तहसीलदार छोटू राम, नगर परिषद सचिव ऋषिकेश चौधरी, विनोद बांसल, सुरिंद्र छिंदा, रमेश बागड़ी, सुभाष मित्तल, मधु बागड़ी ने भाग लिया। लंबी चली बैठक में वार्डबंदी के लिये पूर्व में आयोजित हुई दो बैठकों में कमेटी सदस्यों के एतराज को दूर किया गया। पिछली बैठक में कमेटी सदस्य सुरिंद्र छिंदा के वार्ड नं. 1 को पिछड़ा वर्ग के लिये आरक्षित करने के एतराज पर स्पष्टीकरण देते हुये अतिरिक्त निदेशक ने कहा कि वार्ड नं. 1 तथा 21 का पुन: सर्वे करवाया गया। वार्ड नं. 1 की अपेक्षा 21 में पिछड़ा वर्ग की जनसंख्या अधिक मिली। इसलिये वार्ड नं. 1 को पिछड़ा वर्ग से निकाल दिया गया है। सदस्य सुभाष मित्तल के एतराज को दूर करते हुये बैठक अध्यक्ष ने कहा कि नई बनी ड्राईंग के आधार पर पिछली गलतियों से छुटकारा मिल गया है। गलियों को व्यवस्थित ढंग से संबंधित वार्ड से जोड़ दिया गया है। सदस्य विनोद बांसल के एतराज को दूर करते हुये जनसंख्या का पूर्व अवलोकन किया गया है। जिसके बाद वार्डों की जनसंख्या में थोड़ी-बहुत फेरबदल हुई है।
एडहॉक कमेटी सदस्यों के एतराज को दूर करने के बाद अतिरिक्त निदेशक ने वार्ड बंदी का प्रस्ताव रखा। वार्ड नं. 7 तथा 17 से एक-एक वार्ड बनाये जाने से वार्डों की संख्या 19 से 21 कर दी गई। 21 वार्डों में से सर्वाधिक एससी जनसंख्या वाले छह वार्डों को आरक्षित कर दिया गया। महिला आरक्षित दो वार्डों के लिये महिला सदस्य मधु बागड़ी ने ड्रा सिस्टम के जरिये पर्ची निकाली। एससी के लिये आरक्षित वार्डों का चयन होने के बाद पिछड़ा वर्ग (बीसी) के लोगों की सर्वाधिक जनसंख्या वाले दो वार्डों को बीसी के लिये आरक्षित करने की घोषणा की गई। शेष 13 सामान्य वार्डों में सामान्य महिला के लिये पांच आरक्षित वार्डों का चयन भी ड्रा सिस्टम के जरिये किया गया। इस बार भी पर्ची मधु बागड़ी ने उठाई।

वार्ड बंदी का कार्य पूरा, यूं चलेगी प्रक्रियाएडहॉक कमेटी की बैठक में वार्डबंदी फाइनल हो गई है। रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री की मुहर लगते ही अधिसूचना जारी कर दी जायेगी। अधिसूचना विभाग की वेबसाईट के अतिरिक्त नगर परिषद कार्यालय, उपमंडलाधीश कार्यालय में चस्पा की जायेगी। पंद्रह दिनों के भीतर एतराज मांगे जाएंगे।

वर्ष 2003-04 के बाद वार्ड बंदी
वर्ष 2004 में नगरपालिका डबवाली के चुनावों से पूर्व 2011 की जनसंख्या के आधार पर वार्ड बंदी की गई थी। जिसके आधार पर वार्ड की संख्या 17 से 19 हो गई थी। इस वार्ड बंदी के तहत ही वर्ष 2008 में नगरपालिका चुनाव हुये थे। पार्षदों का कार्यकाल मार्च 2014 में पूरा हो चुका है। वार्ड बंदी के लिये पहली बैठक 1 अक्तूबर 2013 को हुई थी, 24 मई 2014 को दूसरी बैठक हुई। दोनों बैठकों में वार्ड बंदी का कार्य सिरे नहीं चढ़ पाया था। आज पुन: हुई वार्ड बंदी में वार्डों की संख्या 21 हो गई।

48 नपा/नप की वार्डबंदी प्रक्रिया में
हरियाणा की 48 नगरपालिकाओं/नगर परिषद में वार्ड बंदी का कार्य प्रक्रिया में है। चुनाव आयोग हरियाणा ने 14 दिसंबर 2014 तक वार्ड बंदी का कार्य पूर्ण करने के लिये कहा है। मई 2015 में प्रदेश की 39 नगरपालिकाओं के चुनाव होने तय हैं। डबवाली नगर परिषद के चुनाव इसके बाद हो सकते हैं।
-रणवीर पराशर, अतिरिक्त निदेशक,
स्थानीय शहरी निकाय विभाग, हरियाणा

हम तैयार
वार्डबंदी फाइनल हो चुकी है। अंतिम निर्णय आते ही मत बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी। चुनाव के लिये प्रशासन तैयार है।
-सतीश कुमार
एसडीएम, डबवाली

15 Nov. 2014