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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

15 नवंबर 2014

सरकारी फुटपाथ, बरामदे में सामान रख सकेंगे मुख्य बाजार के दुकानदार

डबवाली (लहू की लौ) मुख्य बाजार के दुकानदारों को सरकारी फुटपाथ तथा बरामदे में सामान रखने की इजाजत मिल गई है। लेकिन नियमों के साथ। शुक्रवार को नगर परिषद कार्यालय में एसडीएम सतीश कुमार ने दुकानदारों के साथ बैठक करके फैसला सुनाया। इसके साथ ही मुख्य बाजार में अतिक्रमण हटाने के दौरान भाजपा नेताओं के साथ हुये बवाल का पटाक्षेप हो गया। 
बैठक में नगर परिषद किरायेदार यूनियन के प्रधान सुरेंद्र कुमार, भाजपा के जिला महामंत्री विजय वधवा, अवतार सिंह, तरसेम भीटीवाला, सोम अरोड़ा, विनोद नीलू, राजू मदान, शिव कुमार, गौरव मोंगा, विजय गंगा, धर्मवीर सिंगला ने दुकानदारों की ओर से भाग लिया। बैठक को संबोधित करते हुये एसडीएम ने कहा कि अतिक्रमण हटवाने के लिये वे कानूनी थप्पड़ जड़ सकते थे। लेकिन कानून वाला तरीका अपनाने की अपेक्षा हाथ जोड़े। समस्या को खत्म करने के लिये अगर पैर भी पकडऩे पड़े तो वे गुरेज नहीं करेंगे। चूंकि शहर डबवाली सुंदर बने, आने-जाने में किसी को दिक्कत न हो।
मुझे तबादले का डर नहीं
भाजपा नेताओं से उलझने के बाद एसडीएम के तबादले के कयास लगाये जा रहे हैं। बैठक में भाजपा नेताओं की मौजूदगी में एसडीएम ने कहा कि हरियाणा के जिस कोने में डयूटी कर रहा हूं, वह मेरे घर से सबसे ज्यादा दूर है। अगर मुझे मेवात भी भेज दिया जाये तो मैं घर के नजदीक पहुंच जाऊंगा। चंडीगढ़ भी मेरे घर से ज्यादा दूर नहीं। 
मुझे माफ करो
मुख्य बाजार में अतिक्रमण हटाते समय समाजसेवियों तथा दुकानदारों में हुई तीखी नोंकझोंक पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये एसडीएम ने कहा कि मेरे साथ चल रहे किसी व्यक्ति ने दुकानदारों के साथ जाने-अनजाने में कोई बात कही है तो इसके लिये वे हाथ जोड़कर माफी मांगते हैं। लेकिन अतिक्रमण हटाने में आप लोग मेरा सहयोग करें।
भाजपा नेता ने रखी दुकानदारों की बात
दुकानदारों की ओर से पक्ष रखते हुये भाजपा नेता विजय वधवा ने कहा कि उनकी दुकानों के आगे फुटपाथ की चौड़ाई पांच फुट थी। कुछ वर्ष पहले ढाई फुट फुटपाथ को हटा दिया गया। फुटपाथ पर चला नहीं जा सकता। लेकिन फुटपाथ पर बैठे टेलर मास्टर अपना व्यवसाय चलाते हैं। प्रशासन फुटपाथ तथा बरामदे में सामान लगाने की इजाजत दे। जिस पर एसडीएम ने दुकानदारों को अस्थाई तौर पर सरकारी बरामदा तथा फुटपाथ प्रयोग करने की अनुमति देते हुये नियम भी बनाये। एसडीएम ने कहा कि दुकानदार फुटपाथ पर तीन फुट ऊचाईं तक अपना सामान लगा सकते हैं। वे शट्टर के ऊपर सामान नहीं लटकाएंगे। जिस पर दुकानदारों ने सहमति जता दी।

महज ट्रायल, रिव्यू लेंगे
दुकानदारों के साथ सहमति से उन्हें सरकारी फुटपाथ तथा बरामदा प्रयोग करने के लिये कहा है। दुकानदारों  ने विश्वास दिलाया है कि वे फुटपाथ से आगे अपना सामान नहीं लाएंगे। न ही अपना सामान दुकानों के आगे लटकाएंगे। यह अस्थाई रहेगा। रिव्यू लिया जायेगा, अतिक्रमण बरकरार रहा तो कार्रवाई की जायेगी। अभियान करीब एक माह तक चलेगा। दुकानदार अतिक्रमण हटाने के साथ-साथ स्वच्छता अभियान से जुडऩे के लिये उत्सुक हैं। सभी दुकानदार डस्टबिन लगाएंगे।
-सतीश कुमार, उपमंडलाधीश, डबवाली

विवाद पर भाजपा नेता का ब्यान
मुख्य बाजार में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान छेड़ते समय किसी भी दुकानदार को विश्वास में नहीं लिया गया। चंद तथाकथित समाजसेवियों ने मुख्य बाजार में आकर रौब झाडऩा शुरू कर दिया, जोकि बर्दाश्त नहीं होगा। आईंदा प्रशासन मुख्य बाजार में आये तो दुकानदारों को विश्वास में ले। भाजपा सरकार को बदनाम करने के लिये तथाकथित समाजसेवियों ने ड्रामा रचा था।
-विजय वधवा, जिला महामंत्री, भाजपा

अतिक्रमण हटाने के मामले में भाजपा में कलह

मुख्य बाजार में एसडीएम को धक्का देकर अतिक्रमण हटाने का विरोध करने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं के बाद भाजपा का एक पक्ष एसडीएम तथा समाजसेवियों के हक में उतर आया है। भाजपा अंत्योदय प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक बलदेव सिंह मांगेआना, भाजपा कर्मचारी प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश प्रभारी एसडी कपूर, भाजपा गौवंश विकास प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अशोक सेतिया तथा भाजपा डबवाली के पूर्व मंडलाध्यक्ष कृष्ण ग्रोवर ने संयुक्त ब्यान में कहा कि अतिक्रमण डबवाली की प्रमुख समस्याओं में से एक है। जहां अतिक्रमण शहर की स्वच्छता एवं सुंदरता पर धब्बा है वहीं इस कारण से कई बार हादसे भी होते हैं जिससे शहरवासियों की जिंदगी पर भी खतरा है। नगर के कई बाजार व गलियां ऐसी हैं जहां अतिक्रमण के कारण हादसा होने की स्थिति में फायर बिग्रेड़ एवं एंबुलेंस को पहुंचने में कठिनाई आएगी। नगर की सामजसेवी संस्थाओं ने प्रशासन के नेतृत्व में अतिक्रमण को लेकर जो जन जागरण अभियान चलाया है वह काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि बिना भेदभाव के चलाए जा रहे इस जनहितैषी अभियान का भाजपा समर्थन करती है व नगर की समाजसेवी संस्थाओं व आम जनता को भी भाजपा इस पुण्य कार्य में सहभागी बनने के लिए साधुवाद देती है तथा इस अभियान में बाधा उत्पन्न करने वालों की निंदा भी करती है। जिन लोगों ने शंाति प्रिय अपील अभियान के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों व समाजसेवियों के साथ अभद्र व्यहवार किया है उनकी भत्र्सना करती है। भाजपा की सोच है कि डबवाली का विकास भी बड़े शहरों की तर्ज पर हो। चंडीगढ़ की तरह हमारी डबवाली भी साफ सुथरी, हरी भरी, अतिक्रमण रहित व सुरक्षित ट्रैफिक के लिए देश भर में नाम कमाए। बलदेव सिंह मांगेआना ने कहा कि आने वाले दिनों में भाजपा अंत्योदय प्रकोष्ठ उन संस्थाओं व समाजसेवियों को सम्मानित भी करेगी जो निस्वार्थ भाव से स्वच्छता अभियान तथा लोक भलाई कार्यों में जुटे हुए हैं।

21 सदस्यों वाली होगी शहर की विधानसभा

    वार्ड बंदी के बाद की स्थिति
  1. एससी आरक्षित 4,6,15,19
  2. एससी महिला आरक्षित 5,18
  3. बीसी आरक्षित 16,21
  4. महिला आरक्षित 1,2,7,13,17
  5. सामान्य 3,8,9,10,11,12,14,20


डबवाली (लहू की लौ) शहर की विधानसभा में अब 21 जनप्रतिनिधि जनता की आवाज उठाने के लिये पहुंचेंगे। शुक्रवार को नगर परिषद कार्यालय में एडहॉक कमेटी की बैठक में नई वार्ड बंदी पर मुहर लग गई। ड्रा सिस्टम के जरिये अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग सहित महिला जनप्रतिनिधियों के वार्ड आरक्षित कर दिये गये। इस रिपोर्ट को मुख्यमंत्री की स्वीकृति के बाद सार्वजनिक किया जायेगा।
वार्ड बंदी के लिये दोपहर करीब 12 बजे स्थानीय शहरी निकाय विभाग हरियाणा के अतिरिक्त निदेशक रणवीर पराशर की अध्यक्षता में बैठक शुरू हुई। जिसमें एडहॉक कमेटी सदस्य एसडीएम सतीश कुमार, नायब तहसीलदार छोटू राम, नगर परिषद सचिव ऋषिकेश चौधरी, विनोद बांसल, सुरिंद्र छिंदा, रमेश बागड़ी, सुभाष मित्तल, मधु बागड़ी ने भाग लिया। लंबी चली बैठक में वार्डबंदी के लिये पूर्व में आयोजित हुई दो बैठकों में कमेटी सदस्यों के एतराज को दूर किया गया। पिछली बैठक में कमेटी सदस्य सुरिंद्र छिंदा के वार्ड नं. 1 को पिछड़ा वर्ग के लिये आरक्षित करने के एतराज पर स्पष्टीकरण देते हुये अतिरिक्त निदेशक ने कहा कि वार्ड नं. 1 तथा 21 का पुन: सर्वे करवाया गया। वार्ड नं. 1 की अपेक्षा 21 में पिछड़ा वर्ग की जनसंख्या अधिक मिली। इसलिये वार्ड नं. 1 को पिछड़ा वर्ग से निकाल दिया गया है। सदस्य सुभाष मित्तल के एतराज को दूर करते हुये बैठक अध्यक्ष ने कहा कि नई बनी ड्राईंग के आधार पर पिछली गलतियों से छुटकारा मिल गया है। गलियों को व्यवस्थित ढंग से संबंधित वार्ड से जोड़ दिया गया है। सदस्य विनोद बांसल के एतराज को दूर करते हुये जनसंख्या का पूर्व अवलोकन किया गया है। जिसके बाद वार्डों की जनसंख्या में थोड़ी-बहुत फेरबदल हुई है।
एडहॉक कमेटी सदस्यों के एतराज को दूर करने के बाद अतिरिक्त निदेशक ने वार्ड बंदी का प्रस्ताव रखा। वार्ड नं. 7 तथा 17 से एक-एक वार्ड बनाये जाने से वार्डों की संख्या 19 से 21 कर दी गई। 21 वार्डों में से सर्वाधिक एससी जनसंख्या वाले छह वार्डों को आरक्षित कर दिया गया। महिला आरक्षित दो वार्डों के लिये महिला सदस्य मधु बागड़ी ने ड्रा सिस्टम के जरिये पर्ची निकाली। एससी के लिये आरक्षित वार्डों का चयन होने के बाद पिछड़ा वर्ग (बीसी) के लोगों की सर्वाधिक जनसंख्या वाले दो वार्डों को बीसी के लिये आरक्षित करने की घोषणा की गई। शेष 13 सामान्य वार्डों में सामान्य महिला के लिये पांच आरक्षित वार्डों का चयन भी ड्रा सिस्टम के जरिये किया गया। इस बार भी पर्ची मधु बागड़ी ने उठाई।

वार्ड बंदी का कार्य पूरा, यूं चलेगी प्रक्रियाएडहॉक कमेटी की बैठक में वार्डबंदी फाइनल हो गई है। रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री की मुहर लगते ही अधिसूचना जारी कर दी जायेगी। अधिसूचना विभाग की वेबसाईट के अतिरिक्त नगर परिषद कार्यालय, उपमंडलाधीश कार्यालय में चस्पा की जायेगी। पंद्रह दिनों के भीतर एतराज मांगे जाएंगे।

वर्ष 2003-04 के बाद वार्ड बंदी
वर्ष 2004 में नगरपालिका डबवाली के चुनावों से पूर्व 2011 की जनसंख्या के आधार पर वार्ड बंदी की गई थी। जिसके आधार पर वार्ड की संख्या 17 से 19 हो गई थी। इस वार्ड बंदी के तहत ही वर्ष 2008 में नगरपालिका चुनाव हुये थे। पार्षदों का कार्यकाल मार्च 2014 में पूरा हो चुका है। वार्ड बंदी के लिये पहली बैठक 1 अक्तूबर 2013 को हुई थी, 24 मई 2014 को दूसरी बैठक हुई। दोनों बैठकों में वार्ड बंदी का कार्य सिरे नहीं चढ़ पाया था। आज पुन: हुई वार्ड बंदी में वार्डों की संख्या 21 हो गई।

48 नपा/नप की वार्डबंदी प्रक्रिया में
हरियाणा की 48 नगरपालिकाओं/नगर परिषद में वार्ड बंदी का कार्य प्रक्रिया में है। चुनाव आयोग हरियाणा ने 14 दिसंबर 2014 तक वार्ड बंदी का कार्य पूर्ण करने के लिये कहा है। मई 2015 में प्रदेश की 39 नगरपालिकाओं के चुनाव होने तय हैं। डबवाली नगर परिषद के चुनाव इसके बाद हो सकते हैं।
-रणवीर पराशर, अतिरिक्त निदेशक,
स्थानीय शहरी निकाय विभाग, हरियाणा

हम तैयार
वार्डबंदी फाइनल हो चुकी है। अंतिम निर्णय आते ही मत बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी। चुनाव के लिये प्रशासन तैयार है।
-सतीश कुमार
एसडीएम, डबवाली

15 Nov. 2014





13 नवंबर 2014

खाद की कमी, किसानों ने किया पंजाब का रूख

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली में खाद के नाम पर एक बैग भी नहीं है। जबकि जरूरत 80 हजार बैग की है। ऐसे में किसान पड़ौसी राज्य पंजाब पर निर्भर हो गये हैं। बुधवार को पंजाब से तीन ट्रालियों में भरकर जा रही खाद को उपमंडल कृषि अधिकारी ने पकड़ लिया। किसानों ने खाद के बिल पेश कर दिये। जिसके बाद खाद को छोड़ दिया गया।
घर द्वार पहुंचाने की योजना अधर में
किसानों के घर द्वार तक खाद पहुंचाने का जिम्मा हैफेड का है। जिसे वह पैक्स के जरिये निभाती है। हर वर्ष डबवाली क्षेत्र के लिये करीब एक लाख बैग की जरूरत होती है। इस वर्ष पैक्स की ओर से एडवाईज न किये जाने पर हैफेड ने खाद नहीं खरीदी। पहले से पड़ी खाद के करीब बीस हजार बैग को उठवा दिया। स्टॉक खाली है। अब हैफेड सिरसा तथा ऐलनाबाद पर निर्भर हो गई है। वहां पड़ी खाद को डबवाली में खपा देना चाहती है। मंगलवार शाम को अबूबशहर स्थित पैक्स में जमकर बवाल हुआ। किसान धरना देने की तैयारी में थे। इसी दौरान कृषि विभाग के एसडीई रामेश्वर दास मौका पर पहुंच गये। किसानों की शिकायत पर उन्होंने गांव सकताखेड़ा खरीद केंद्र पर दबिश दी। वहां सेल्जमैन मंदर सिंह दारू पीता हुआ मिला। एसडीई को देखकर मौका से फरार हो गया। वहां खाद के करीब 248 बैग स्टॉक रजिस्टर के हिसाब से कम मिले।
पंजाब से खाद खरीदने को मजबूर किसान : इधर किसान खाद के लिये पड़ौस राज्य पंजाब पर निर्भर हो गये हैं। बुधवार को गांव चौटाला के किसान सोहन लाल, राजू, कुलदीप सिंह, भरत राम तथा जगदीश ने पंजाब में खाद की खरीद की। किसान तीन ट्रालियों में खाद भरकर लेजा रहे थे। इसी दौरान कृषि विभाग के अधिकारियों ने उन्हें पकड़ लिया। पूछताछ में किसानों ने बताया कि डबवाली में खाद नहीं मिल रही। जिसके चलते उन्हें मजबूरीवश पंजाब का रूख करना पड़ा है। किसानों ने खाद के बिल पेश कर दिये। जिस पर विभाग ने उन्हें छोड़ दिया। तीनों ट्रालियों में किसानों के 446 बैग थे।
हफ्ते बाद खाद आने की उम्मीद : पैक्सों की ओर से मांग न होने पर इस बार हैफेड भी हाथ पर हाथ धरे बैठा रहा। जिसकी वजह से हैफेड के गोदाम खाली हैं, वहीं किसानों के आगे समस्या पेश आ रही है। बताया जा रहा है कि एक हफ्ते बाद डबवाली में इफ्को का रैक लगेगा। एक साथ 66 हजार बैग खाद आयेगी। सवाल उठ रहा है कि तब तक किसान कहा जाएंगे। प्रशासन के लचर प्रबंधन के चलते इस बार किसान पंजाब जाने को मजबूर हो रहे हैं।

किसानों को आ रही दिक्कत
डबवाली में सात पैक्स हैं। सीजन सिर पर होने के बावजूद पैक्स ने एडवाईज नहीं भेजी। जिसके चलते किसानों को दिक्कत आ रही है। फिलहाल हैफेड के पास एक बैग भी नहीं है। सिरसा तथा ऐलनाबाद से खाद उठाकर दी जाएगी।
-ख्याली राम, इंचार्ज, खाद कार्यक्रम, हैफेड डबवाली

मेरे पास अबूबशहर पैक्स का अतिरिक्त चार्ज है। अब एडवाईज भेज दी गई है। गलती दोबारा नहीं होगी। नशे में धुत्त मिले सेल्जमैन तथा कम मिले बैग के बारे में जांच की जा रही है। -श्रवण कुमार, मैनेजर, पैक्स, डबवाली

जब मैं वहां पहुंचा तो सेल्जमैन मंदर सिंह शराब पी रहा था। मुझे देखते ही वह लघुशंका का बहाना करके वहां से भाग गया। खरीद केंद्र पर 248 बैग खाद कम मिली है।
-रमेश्वर दास, एसडीई, कृषि विभाग, डबवाली

बैंकों की हड़ताल से 200 करोड़ का कारोबार हुआ प्रभावित

डबवाली (लहू की लौ) वेतन वृद्धि की मांग को लेकर बुधवार को सरकारी बैंकों में हड़ताल रही। डबवाली में कई बैंक खुले ही नहीं। जबकि कुछ बैंकों में मुख्य शाखा प्रबधंक डयूटी पर रहे। क्लीयरिंग, कैश ट्रांसफर न होने के कारण डबवाली के बैंकों को करीब दो सौ करोड़ रूपये का नुक्सान हुआ।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया स्टॉफ एसोसिएशन की कॉल पर बुधवार को सभी सरकारी बैंक बंद रहे। भारतीय स्टेट बैंक, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, पंजाब नेशनल बैंक सहित शेष सरकारी बैंकों की शाखाएं बंद रही। बैंक खुलने के समय विभिन्न बैंकों के कर्मचारी इक्ट्ठे हुये। सरकार के विरूद्ध नारेबाजी करके रोष जताया। हड़ताल के चलते कई बैंकों के शट्टर तक नहीं उठे। हड़ताल के कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि हड़ताल के बीच एटीएम उपभोक्ताओं ने जमकर एटीएम का प्रयोग किया। चूंकि हड़ताल को देखते हुये बैंकों ने एटीएम मशीनों को नोटों से फुल रखा।
वेतन वृद्धि की मांग
एसोसिएशन के शाखा अध्यक्ष जसविंद्र सिंह बहल, सचिव प्रेम सिंगला तथा सर्कल डेलीगेट रामदित्ता मैहता ने बताया कि कर्मचारी पिछले दो वर्षों से वेतन वृद्धि की मांग करते आ रहे हैं। लेकिन सरकार 11 प्रतिशत वेतन वृद्धि पर अड़ी हुई है। कर्मचारियों से नाइंसाफी हो रही है। जिसके चलते कर्मचारियों ने एसोसिएशन की कॉल पर आज हड़ताल रखी। डबवाली क्षेत्र में स्थित पंद्रह बैंकों के ढाई सौ कर्मचारी हड़ताल पर रहे। जिससे अकेले डबवाली एरिया में ही करीब 200 करोड़ रूपये का कारोबार प्रभावित हुआ।
अपडेट लेते रहे अधिकारी
हड़ताल में बैंकों के मुख्य शाखा प्रबंधक शामिल नहीं हुये। उच्च अधिकारी शाखा प्रबंधकों से पल-पल की जानकारी लेते रहे। एसबीआई के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक इकबाल गर्ग ने बताया कि सुबह करीब 11.30 बजे रिजनल मैनेजर की कॉल आई थी। उन्होंने सवाल किया कि कितने कर्मचारी डयूटी पर हैं, कितने गैर हाजिर। जबकि मुझे छोड़कर कोई भी कर्मचारी हाजिर नहीं हुआ।

बेटे के साथ घर जा रही महिला से पर्स, मोबाइल छीना

एमपी कॉलेज क्षेत्र में शाम 6 बजे हुई वारदात

डबवाली (लहू की लौ) बुधवार को बाईक सवार दो युवक एमपी कॉलेज क्षेत्र में एक महिला से पर्स तथा मोबाइल छीन ले गये। महिला अपने पांच वर्षीय बेटे के साथ वापिस घर लौट रही थी। गोल बाजार पुलिस चौकी ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
झालरिया ट्रेडिंग कंपनी के मालिक बृजमोहन की पुत्रवधू सारिका पत्नी रोहित अपने पांच वर्षीय बेटे प्रणय के साथ शाम करीब 6 बजे एक निजी अस्पताल से वापिस घर लौट रही थी। अस्पताल से ही एक युवक ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया। इसी दौरान बाईक सवार एक युवक दया अस्पताल वाली गली में स्थित उनके मकान के आगे आकर खड़ा हो गया। गली में महिला को अकेला पाकर पीछे आ रहे युवक ने सारिका से उसका पर्स तथा मोबाइल छीन लिया और बाईक पर जा बैठा। महिला के शोर मचाने पर बाईक सवार युवकों ने उनका पीछा भी किया। लेकिन लुटेरे चकमा देकर भागने में सफल रहे। सारिका के अनुसार एक युवक के टी शर्ट और पेंट तथा एक युवक के पेंट-शर्ट पहनी हुई थी।
गोल बाजार पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई देसराज ने बताया कि सूचना मिलने पर मौका का मुआयना किया गया था। लिखित रूप में कोई शिकायत नहीं आई है। उपरोक्त क्षेत्र में गश्त बढ़ाई जायेगी।

भाजपाई बोले खत्म करो अभियान, एसडीएम ने कहा ऐसा नहीं हो सकता

अतिक्रमण के खिलाफ हल्ला बोल अभियान में एसडीएम के साथ आई मातृ शक्ति

अभी नहीं तो कभी नहीं

अतिक्रमण जाम तथा हादसों की मुख्य वजह बना हुआ है। हल्ला बोल अभियान के खिलाफ अब भाजपा ने सिर उठाया है। शहर की सबसे बड़ी समस्या पर क्या भाजपा नेताओं का यह चरित्र सही है। लिख भेजिये अपनी राय, हम देंगे आपकी आवाज को बल। मोबाइल नं. 098145-23743


डबवाली (लहू की लौ) अतिक्रमण के खिलाफ चल रहे हल्ला बोल अभियान के तीसरे दिन मुख्य बाजार में जमकर हंगामा हुआ। दुकानदारों ने एसडीएम सतीश कुमार के साथ चल रहे समाजसेवियों पर तंज कसते हुये दूषित तथा सबसे बड़े अतिक्रमणकारी करार दिया। एक दुकानदार ने ऐसे समाजसेवियों का जूते मारने की बात कह दी। पलटवार करते हुये समाजसेवी ने इसका जवाब गाली से दिया। जिससे बखेड़ा खड़ा हो गया, भाजपा नेता भी लड़ाई में कूद गये। प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सुबह 10 बजे एसडीएम सतीश कुमार ने हल्ला बोल अभियान के तीसरे दिन की शुरूआत की। एसडीएम के साथ मातृ शक्ति भी उतर आई। नारी शक्ति संस्था की संस्थापिका प्रेमकांता आहुवालिया, उर्मिल जौड़ा, सुदेश पाहूजा, अमरजीत कौर, सुरजीत कौर सहित समाजसेवी वियोगी हरि शर्मा, शशिकांत शर्मा, सतीश जग्गा, सर्वजीत सिंह, मुकेश कामरा, कर्ण कामरा, नगर परिषद सचिव ऋषिकेश चौधरी, एमई जयवीर डुडी, सफाई निरीक्षक अविनाश सिंगला, भवन निरीक्षक सुमित ढांडा ने दुकानदारों के आगे हाथ जोड़कर अतिक्रमण हटाने के लिये कहा। जैसे ही अभियान गति पकडऩे लगा दुकानदार विरोध में उतर आये। जैसे ही एसडीएम ने दुकानदार सुरेंद्र कुमार को थहड़े से बर्तन हटाने के लिये कहा तो सुरेंद्र कुमार तथा रमेश कुमार ने एसडीएम के साथ चल रहे समाजसेवियों पर तंज कस दिये। दुकानदार ने ऐसे समाजसेवियों के जूते मारने की बात कही। जिसका जवाब एक समाजसेवी ने गाली से दिया। एसडीएम दुकानदारों के आगे हाथ जोड़कर अतिक्रमण समाप्त करने की बात कहते हुये आगे बढ़ गये।
नारेबाजी करते हुये एसडीएम का घेराव किया : भाजपा के जिला महामंत्री विजय वधवा, डबवाली मंडल अध्यक्ष मनोज शर्मा, धर्मवीर सिंगला के नेतृत्व में दुकानदार नारेबाजी करते हुये एसडीएम के पीछे आ गये। दुकानदारों ने एसडीएम का घेराव कर लिया। एक दुकानदार ने एसडीएम को धक्का मारकर समाजसेवी के गाली निकालने का कारण पूछा। जिस पर एसडीएम भी उखड़ गये। उन्होंने दुकानदार के धक्का मारने का कारण पूछा। भाजपा के जिला महामंत्री विजय वधवा ने एसडीएम से अभियान को समाप्त करने के लिये कहा। लेकिन एसडीएम ने दुकानदारों के बीच अभियान समाप्त न करने से साफ इंकार कर दिया।
बीच चौराहे एसडीएम ने पूछे दुकानदारों से सवाल :एसडीएम सतीश कुमार ने बीच चौराहे पर अभियान का विरोध कर रहे भाजपा नेताओं तथा दुकानदारों से ही सवाल पूछ डाले। उन्होंने कहा कि यह शहर किसका है?, अतिक्रमण से ज्यादा तकलीफ किसको होती है? क्या अतिक्रमण के खिलाफ मेरा तरीका गलत है? कानून के अनुसार आप गलत हो, हाथ मैं जोड़ रहा हूं, क्या यह गलत है? किसी भी भाजपा नेता तथा विरोध कर रहे दुकानदार ने प्रश्नों का उत्तर नहीं दिया।
सुबह 9 बजे बुलाई बैठक
एसडीएम सतीश कुमार ने विरोध कर रहे भाजपा नेताओं तथा दुकानदारों से कहा कि अगर किसी को गिला-शिकवा है, शिकायत है वह सुनने के लिये तैयार हैं। एसडीएम ने इसके लिये वीरवार को सुबह 9 बजे कार्यालय में आने के लिये कहा।

99 प्रतिशत लोग मेरे साथ
शहर के 99 प्रतिशत लोग मेरे साथ हैं। राजनीतिक कारणों या साथ चले रहे लोगों से द्वेष भावना के कारण विरोध किया जा रहा है। जो अनुचित है। अगर किसी को शिकायत है, तो वे सीधा उसे बताये। किसी से ज्याददती नहीं होगी। अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।-सतीश कुमार एसडीएम, डबवाली

13 Nov. 2014 lahoo Ki lau