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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

26 जुलाई 2011

जोनल गेम्स में बवाल


डबवाली (लहू की लौ) खालसा स्कूल में जोनल गेम्स के आखिरी दिन रविवार को अण्डर-19 के एक क्रिकेट मुकाबले को लेकर बवाल खड़ा हो गया। मैच का स्थल अखाड़े में तबदील हो गया। खेल प्रभारी ने एक टीम को हारा घोषित करके मैदान से बाहर कर दिया। जिस पर हारी घोषित टीम के सदस्यों ने विरोध करते हुए जांच की मांग की।
जोनल गेम्स के अण्डर-19 का क्रिकेट मुकाबला क्राईस्ट मिशन स्कूल तथा नेहरू सीनियर सैकेण्डरी स्कूल की टीम के बीच था। इस मुकाबले में नेहरू स्कूल पहले बल्लेबाजी करने उतरा। निर्धारित आठ ओवरों में 44 रन बनाए। पहली पारी समाप्त हुई थी कि नेहरू स्कूल की क्रिकेट टीम के इंचार्ज रविंद्र मांडी ने विरोधी टीम के एक खिलाड़ी को ओवरऐज करार देते हुए इसकी शिकायत गेम्स के सचिव प्रिंसीपल गुरतेज सिंह को कर दी। जबकि यह खिलाड़ी प्लेईंग इलेवन से बाहर था। शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए विद्यार्थियों द्वारा सौंपे गए दस्तावेज चैक किए गए। जिसमें क्राईस्ट मिशन स्कूल की टीम का खिलाड़ी जगताव सिंह ओवरऐज मिला। सचिव गुरतेज सिंह तथा खेल प्रभारी राजन कुमार ने रविंद्र मांडी की शिकायत पर करीब एक घंटा बाद निर्णय सुनाते हुए क्राईस्ट मिशन स्कूल की टीम को हारा करार दे दिया। जिससे हारी घोषित की गई टीम के खिलाफी बिफर गए। उन्होंने गेम्स आयोजकों पर पैसे लेकर हारा घोषित करने का आरोप जड़ दिया। जिससे मामला तूल पकड़ गया। क्राईस्ट मिशन स्कूल की क्रिकेट टीम के कैप्टन पंकज कुमार, खिलाड़ी अमन सिंह, रजत, चरणजीत, गुरदीप, पिं्रस सोनी, सोनू, मानविंद्र, ओमप्रकाश, पंकज गोयल ने बताया कि मैच के आरंभ से ही नेहरू स्कूल की टीम के खिलाड़ी फाइनल में जाने की बात कह रहे थे। जोकि सच हुई। उनके अनुसार जिस खिलाड़ी जगताव सिंह की आयु पर विवाद छिड़ा और उन्हें हराया गया, वह रविवार को हुए उपरोक्त मैच में खेल ही नहीं रहा था। जबकि शनिवार को पिपली के साथ हुए मैच में वह खेला था। उस समय किसी ने कोई ऑब्जेक्शन नहीं लगाई। इन खिलाडिय़ों ने का कहना है कि मैच शुरू होने से पूर्व खेल रहे खिलाडिय़ों के दस्तावेज चैक किए जाते हैं। इस मैच में भी ठीक वैसा ही हुआ। लेकिन सेमीफाइनल मैच की एक पारी खत्म होने के बावजूद स्टेडियम से बाहर बैठे खिलाड़ी पर ऑब्जेक्शन लगाकर उन्हें हरा दिया जाना कहां तक उचित है। खिलाडिय़ों ने अपनी हार के पीछे घूसखोरी का आरोप लगाया।
इस संबंध में नेहरू क्रिकेट टीम के इंचार्ज रविंद्र मांडी ने बताया कि जब उन्होंने दस्तावेज की जांच की तो जगताव सिंह उन्हें ओवरऐज मिला। जिसका उन्होंने गेम्स सचिव तथा प्रभारी के समक्ष एतराज किया। अधिकारियों ने नियमानुसार कार्रवाई करते हुए उनकी टीम को विजेता घोषित कर दिया। अपनी टीम की पारी समाप्त होने के बाद एतराज करने की बात को वे टाल गए।
गेम्स प्रभारी राजन कुमार ने क्राईस्ट मिशन स्कूल के खिलाडिय़ों द्वारा लगाए गए आरोप को निराधार बताया। उन्होंने बताया कि उनके पास नेहरू क्रिकेट टीम के इंचार्ज रविंद्र मांडी की शिकायत आई थी। दस्तावेज की जांच करने पर क्राईस्ट मिशन स्कूल की टीम का एक खिलाड़ी निर्धारित आयु से बड़ा पाया गया। अनियमितता मिलने पर खेल सचिव ने कार्रवाई करते हुए नेहरू स्कूल की टीम को विजयी घोषित कर दिया।

गिदडख़ेड़ा में झगड़ा, दो घायल


डबवाली। गांव गिदडख़ेड़ा में शनिवार रात को हुए एक झगड़े में दोनों धड़ों के दो लोग घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया। चौटाला पुलिस चौकी मामले की जांच कर रही है। अस्पताल में उपचाराधीन 40 वर्षीय चानन सिंह निवासी गांव गिदडख़ेड़ा ने बताया कि शनिवार रात को वह गांव में स्थित काला सिंह की करियाणा की दुकान के आगे से निकल रहा था। दुकान पर काफी शोर-शराबा देखकर वह वहीं रूक गया। महिलाओं से इसका कारण पूछने लगा। दुकान मालिक काला ने उपरोक्त शोर-शराबे का आरोप उसकी पत्नी कुलदीप कौर पर लगा दिया। जब उसने एतराज किया तो काला सिंह ने अपने भाई मंदर सिंह तथा पिता पप्पी सिंह को मौका पर बुला लिया और गाली-गलौज करने लगा। उसके एतरज करने पर पप्पी सिंह ने उसके सिर पर दो किलो का वाट मार दिया।
इधर घायल 18 वर्षीय काला उर्फ बलजिंद्र निवासी गांव गिदडख़ेड़ा ने बताया कि चानन सिंह उसके पास उधारी में सामान लेने आया था। लेकिन उसने उधारी देने से इंकार कर दिया। काला के अनुसार चानन सिंह की पत्नी कुलदीप कौर उसके भाई मंदर सिंह पर गांव की अन्य महिलाओं के साथ शारीरिक संबंध होने का आरोप लगाती है। इस बात का उलाहना भी उसने उसे दिया। जिससे शराब के नशे में धुत्त चानन सिंह गुस्सा गया और गाली-गलौज पर उतर आया। जब उसने एतराज किया तो उसके सिर पर आधा किलो का वाट दे मारा। चौटाला पुलिस चौकी के प्रभारी एसआई जीत सिंह ने बताया कि एमएलआर उनके पास आई है। चौकी के एएसआई महेंद्र सिंह मामले की जांच कर रहे हैं। घायलों के ब्यानों के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

भाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पहुंचे डबवाली, सदस्यों की बैठक ली


डबवाली (लहू की लौ) भारत विकास परिषद डबवाली की शानदार गतिविधियों को देखते हुए  परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरपी शर्मा मुम्बई रविवार को एसके दुुआ के निवास स्थान पर पहुंचे और वहां पर उन्होंने परिषद के सदस्यों की बैठक ली।
यह जानकारी देते हुए शाखा सचिव कृष्ण कुमार वधवा ने बताया कि इस मौके पर परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ हरियाणा क्षेत्रीय चेयरमैन सीपी आहूजा फतेहाबाद भी थे। परिषद की स्थानीय शाखा ने उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया और परिषद की स्थानीय गतिविधियों से अवगत करवाया।
इससे पूर्व शनिवार रात को अग्रवाल धर्मशाला में परिषद की ओर से परिवार मिलन समारोह तथा सदस्य शपथ ग्रहण का आयोजन किया गया। जिसकी शुरूआत शाखा अध्यक्ष सतपाल जग्गा ने दीप प्रज्जवलित करके  और सभी सदस्यों ने वंदे मातरम् गाकर की। आये हुए मेहमानों का शाखा सचिव कृष्ण वधवा ने स्वागत किया और परिषद की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। सुनील जिन्दल ने सभी शाखा सदस्यों व्यक्तिगत परिचय करवाया। शाखा अध्यक्ष सतपाल जग्गा ने संस्कार सूत्र पर विशेष ध्यान देने के लिए बाध्य किया। सदन में रामायाण, महाभारत, मद्भागवत गीता पर प्रश्नोत्तरी का आयोजन वेद भारती के नेतृत्व में किया गया। विजेता सदस्यों को ज्ञान वर्धक साहित्य पुरस्कार में दिया गया। इस मौके पर प्रियंका वधवा ने कन्या भ्रूण हत्या पर कटाक्ष करती हुए कविता बेटी की पुकार प्रस्तुत की। इस अवसर पर अतिथि के रूप में डॉ. हरचन्द तथा महेश बांसल उपस्थित हुए। समारोह का समापन राष्ट्रीय गान के साथ किया गया।

लोक अदालत में निपटाए 28 मामले

डबवाली। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश पर उपमण्डलीय विधिक सेवा समिति के चेयरमैन तथा उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी  डॉ. अतुल मडिय़ा की अध्यक्षता में रविवार को गांव लम्बी में ग्रामीण लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसमें 29 केस प्रस्तुत किये गये। जिनमें से 28 केसों का मौका पर निपटारा हो गया। इस मौके पर 15 इंतकाल प्रस्तुत हुए जिनका निपटारा कर दिया गया। इस मौके पर डॉ. अतुल मडिय़ा ने उपस्थित ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए लोक अदालत के महत्व की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भ्रूण हत्या सामाजिक अपराध के साथ-साथ कानूनी अपराध भी है। जिसमें अपराधी को सजा का प्रावधान है। उन्होंने नशे की रोकथाम पर बल देते हुए कहा कि गांव में यदि कोई नशा बेचता है तो इसकी जानकारी पुलिस को दें। उन्होंने पानी के बचाव की भी अपील की। इस मौके पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जतिन्द्र दंदीवाल, जेसी गुप्ता एडवोकेट ने भी अपने विचार रखे। मंच का संचालन वाईके शर्मा एडवोकेट ने किया। इस अवसर पर एडवोकेटस कुलदीप सिंह सिधू, बलजीत सिंह उपाध्यक्ष, धर्मवीर कुलडिय़ा सचिव, राधेश्याम, अशोक बिश्नोई, विनोद बिश्नोई उपस्थित थे।

कालांवाली का रहा दबदबा


डबवाली (लहू की लौ) खालसा सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के मैदान में आयोजित तीन दिवसीय जोनल टूर्नामेंट रविवार को संपन्न हो गए।
यह जानकारी देते हुए विद्यालय के पीटीआई तथा खेल प्रभारी राजन कुमार ने बताया कि एथलीट अण्डर-14 की 100 मी. में साहिल कुमार हस्सू प्रथम, अण्डर-17 में पंकज कुमार कालांवाली, अण्डर-19 में गुरप्रीत सिंह चोरमार प्रथम रहे। जबकि 800 मी. अण्डर-17 में लखविंद्र सिंह कालांवाली, अण्डर-19 में सिकंदर सिंह कालांवाली, 600 मी. के अण्डर-14 में जसवंत सिंह चोरमार, 4 गुणा 400 मी. अण्डर-19 में कालांवाली प्रथम रहे। जबकि शॉटपुट अण्डर-19 में चरणजीत चोरमार, अण्डर-17 में दपिंद्र सिंह सेंट जोसफ डबवाली, अण्डर-14 में हरदीप सिंह पिपली, बाधा दौड़ 110 मी. अण्डर-19 में प्रदीप कुमार डबवाली, अण्डर-17 में लवप्रीत सिंह खालसा स्कूल, अण्डर-14 में अजय गिल खालसा स्कूल, 5000 मी. दौड़ के अण्डर-19 में पलविंद्र चोरमार, 3000 मी. अण्डर-17 में सुखमंदर लोहगढ़, 400 मी. अण्डर-19 में बलदेव सिंह, अण्डर-17 में लखविंद्र कुमार, अण्डर-14 में लखवीर सिंह मिठड़ी प्रथम रहे। जबकि ऊंची कूद अण्डर-19 में प्रदीप मण्डी डबवाली, अण्डर-17 में सुशील कुमार रिसालियाखेड़ा, लम्बी कूद अण्डर-14 में साहिल असीर, ट्रिपल जम्प अण्डर-19 में हरमिंद्र कालांवाली, अण्डर-17 में राकेश एनपीएस डबवाली, लोंग जम्प अण्डर-19 में जगमीत कालांवाली, अण्डर-17 में रमेश सांवतखेड़ा, 200 मी. अण्डर-14 में लखवीर मिठड़ी, अण्डर-17 में पंकज कुमार कालांवाली, अण्डर-19 में सन्नी गर्ग कालांवाली, 1500 मी. अण्डर-17 सिद्धार्थ कालांवाली, अण्डर-19 में कुलदीप सिंह कालांवाली, रिले 100 गुणा 4 में कालांवाली, अण्डर-17,19 में कालांवाली, डिस्कस थ्रो अण्डर-14 में कमलवीर कालांवाली, अण्डर-17 में रामप्रताप, अण्डर-14 हरदीप सिंह मिठड़ी, जेवलिन थ्रो अण्डर-19 जगमीत सिंह कालांवाली प्रथम रहे। हैंडबाल अण्डर-14 में खालसा स्कूल डबवाली, अण्डर-17 में खालसा स्कूल, अण्डर-19 में मण्डी डबवाली, बॉस्केटबाल अण्डर-14 में खालसा स्कूल कालांवाली, अण्डर-17 में कालांवाली, अण्डर-19 में मण्डी डबवाली, फुटबाल अण्डर-14 में सेंट जोसफ स्कूल, अण्डर-19 में चौटाला, कबड्डी अण्डर-14 में चोरमार, अण्डर-17 में देसूमलकाना, अण्डर-19 में कालांवाली, खो-खो के अण्डर-14 में कालूआना, अण्डर-17 में कालांवाली, अण्डर-19 में कालांवाली ने प्रथम स्थान पाया।

24 जुलाई 2011

भगवान ने सुहाग छीना, अपनों ने औलाद


डबवाली (लहू की लौ) भगवान ने उससे उसका सुहाग छीन लिया। पति के बाद बेटे के साथ जिन्दगी कटने की आस बंधी। लेकिन पति के परिवार ने उससे उसे भी छीन लिया। मां-बेटा को सदा के लिए जुदा कर दिया। बाद में ससुरालियों के डर से घर से बेघर हो गई। अब अपने कलेजे के टुकड़े को पाने के लिए पुलिस की शरण में आई है।
डबवाली की रहने वाली अंजू की शादी गांव शेरगढ़ के सतविंद्र सिंह के साथ हुई थी। सतविंद्र पेशे से आरएमपी डॉक्टर था। दोनों के एक लड़का हरमनप्रीत हुआ। अक्तूबर 2009 में सतविंद्र की अचानक मौत हो गई। पति की मौत के गम से वह उभरी भी नहीं थी कि ससुराल वालों ने उससे उसका हरमन छीन लिया।
अंजू शनिवार को अपने भाई भोला तथा मौसी शीला देवी के साथ सिटी थाना पहुंची। अंजू ने सिटी थाना में एक शिकायत देकर आरोप लगाया कि उसके पति सतविंद्र की मौत हुए को करीब डेढ़ साल हो गया है। वह अपने ससुराल में रह रही थी। लेकिन पति की मौत के बाद ससुराली उससे मारपीट करने लगे। ससुरालियों से डरकर वह अपने भाई भोला के पास डबवाली आ बसी। एक प्लान के तहत आरोपियों ने मार्च 2011 में उसका छह वर्षीय बेटा हरमनप्रीत उससे छीन लिया। उस समय ससुरालियों का कहना था कि वे हरमन की अच्छी परवरिश करेंगे। सप्ताह में एक बार वह उससे मिलने भी आया करेगा। लेकिन पांच माह बीतने के बावजूद आज तक उससे हरमन से मिलने नहीं दिया गया। ससुरालियों ने उसे गांव बनी में अपने किसी रिश्तेदार के यहां भेज दिया है। अंजू ने पुलिस से उसका बेटा दिलाए जाने की मांग की है। एएसआई रामसरूप को अपनी शिकायत सौंपते समय अंजू ने यह भी कहा कि वह अपने बेटे हरमन के बगैर नहीं रह सकती।
सिटी थाना के एएसआई रामसरूप ने बताया कि अंजू की शिकायत आई है। जिसमें उसने अपने ससुरालियों पर उसका बेटा उसे न देने तथा उनसे अपनी जान को खतरा बताया है। अंजू के ससुरालियों को थाना में बुलाया गया है। शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है।

सरे राह युवक को काटा, हालत गंभीर


डबवाली (लहू की लौ) शनिवार सुबह 6.30 बजे मण्डी किलियांवाली में स्थित बाल मंदिर सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के पास सरे राह मुंह ढांपे युवकों ने एक रेहड़ा चालक को तेजधार हथियारों से काट डाला। युवक को उपचार के लिए लम्बी स्थित सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। यहां चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे फरीदकोट रैफर कर दिया गया। यहां घायल की हालत चिंताजनक बताई जाती है। उधर घायल की पत्नी का कहना है कि शुक्रवार रात को उसके पति ने पड़ौस में रहने वाले कुछ युवकों से अपनी जान को खतरा बताया था। फिलहाल हमले का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। किलियांवाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मण्डी किलियांवाली की चर्च वाली गली में रहने वाला 35 वर्षीय महिंद्र किलियांवाली स्थित एक ईंट भट्ठा पर रेहड़ा चालक है। शनिवार सुबह वह अपने रेहड़ा के साथ भट्ठा के लिए रवाना हुआ था। बाल मंदिर स्कूल के पास पहुंचते ही एक साईकिल और बाईक पर आए मुंह ढांपें पांच युवकों ने उसे घेर लिया और उस पर तेजधार हथियारों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। महिंद्र सहायता के लिए चिल्लाया। उसकी चीख पुकार सुनकर वहीं रहने वाली एक महिला जसवीर कौर तथा पास स्थित दूध डेयरी में सोया अश्विनी शर्मा उर्फ आशू गली में आ गए।
जसवीर कौर तथा अश्विनी शर्मा ने बताया कि उन्होंने देखा कि मुंह ढांपें पांच युवक एक रेहड़ा चालक को कापों, बेसबॉल बैट से बुरी तरह से पीट रहे हैं। युवक के शरीर से खून से बह रहा है। उन लोगों ने शोर मचा दिया। उन्हें देखकर एक युवक बाईक स्टार्ट करके भाग गया।  चार युवक दूसरी साईड में फरार हो गए। अपना साईकिल वहीं छोड़ गए। जाते हुए युवकों ने अपने हथियारों को बाल मंदिर स्कूल में फेंक दिया। उन लोगों ने घायल को खड़ा किया और पता पूछा।
जसवीर कौर के भाई बिन्नी ने चर्च वाली गली में जाकर इसकी सूचना घायल के परिजनों को दी। मौका पर पहुंचे उसके जीजा राजू तथा गली के निवासी मनजीत सिंह अपनी बाईक से महिंद्र को उपचार के लिए निकटवर्ती एक प्राईवेट अस्पताल में ले गए। लेकिन स्टॉफ ने उसे एडमिट करने से इंकार कर दिया। बाईक पर ही वे लोग उसे लम्बी के सरकारी अस्पताल में ले गए। यहां चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे फरीदकोट रैफर कर दिया।
महिंद्र की पत्नी 33 वर्षीय कमला देवी ने बताया कि शुक्रवार रात को करीब 8 बजे उसके पति ने उसे बताया था कि तीन-चार दिनों से पड़ौस में रहने वाले अनिल, सुनील तथा महेश उसके पीछे लगे हुए हैं। उसे उनसे जान का खतरा है। लेकिन उस समय उन्होंने कोई कारण नहीं बताया।
उधर युवक पर हमले की सूचना पाकर किलियांवाली पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई जीत सिंह तथा एचसी हरबंस सिंह अपने दलबल के साथ 8 बजकर 45 मिनट पर घटना स्थल पर पहुंची। एएसआई जीत सिंह ने बताया कि पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त किए गए कापों, डंडों तथा बैसबॉल बैट तथा हमलावर की साईकिल को बरामद किया है। हमले का कारण सामने नहीं आ रहा है। घायल महिंद्र के ब्यानों के बाद अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

रात 11 बजे पब्लिक एरिया में घमासान, थाना में जुटे लोग


डबवाली (लहू की लौ) शुक्रवार रात को वार्ड नं. 5 के पब्लिक क्लब एरिया में खूब घमासान हुआ। दो पक्षों में हुई भिड़ंत में 12वीं के छात्र सहित तीन युवक घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में लाया गया। बाद में आरोपी युवकों पर कार्रवाई की मांग को लेकर रात करीब 11.30 बजे एक पक्ष के लोग भारी संख्या में थाना शहर में जमा हो गए। कार्रवाई का आश्वासन पाने के बाद ही ये लोग वापिस हुए। इधर शनिवार से पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
एक पक्ष के घायल 19 वर्षीय हैप्पी पुत्र दाना राम पूर्व एमसी निवासी वार्ड नं. 5 ने बताया कि अक्सर कुछ युवक उनकी गली से तेज रफ्तार में बाईक निकालते हैं। तीन दिन पूर्व उसने तेज रफ्तार से जा रही एक बाईक को रूकवाया। जिसे सोनू नामक युवक चला रहा था। उसे गली से बाईक को धीमा करके गुजारने की सलाह दी। लेकिन वह उसे धमकी देता हुआ वहां से चला गया। शुक्रवार रात करीब 10 बजे वह कबीर चौक से सॉफ्टी लेकर गली में आ रहा था, उसे अकेला पाकर सोनू, शरीफ, काका बगैरा ने उसे पीट डाला। परिजनों ने बीच में पड़कर उसे आरोपियों से छुड़वाया और घर ले आए। इसकी शिकायत करने के लिए उसके परिजन गोल बाजार पुलिस चौकी में गए हुए थे कि पीछे से उपरोक्त युवकों ने अपने साथियों के साथ उसके घर पर हमला कर दिया। जिससे उसके तथा उसके चचेरे भाई सुरेंद्र (20) के चोटें आई।
इधर दूसरे पक्ष के घायल सोनू (20) निवासी डबवाली ने बताया कि उसकी गाड़ी किराए पर सालासर गई थी। किराया लेने के लिए वह इस वार्ड में रह रहे काका नामक युवक के पास गया था। किराया लेकर वह वापिस लौट रहा था। रास्ते में उसके एक मित्र सागर को दाना राम, हैप्पी, प्रवीण बगैरा घेरे हुए थे। जब उसने एतराज किया तो ये लोग उस पर टूट पड़े। सागर ने भागकर अपनी जान बचाई। उसके परिजनों को मोबाइल से सूचित किया। उसके परिजनों ने उसे घायल अवस्था में अस्पताल पहुंचाया।
पब्लिक क्लब एरिया में हुए घमासान के बाद वार्ड नं. 5 के पूर्व एमसी दाना राम के नेतृत्व में उनकी गली वासी भारी संख्या में रात्रि 11.30 बजे थाना शहर में पहुंचे। उन्होंने पुलिस से घर पर हमला करके दो युवाओं को चोटें मारने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। थाना में एएसआई राजकुमार से पुलिस कार्रवाई में विलंब की भी शिकायत की। साथ में एरिया में गश्त बढ़ाए जाने की भी मांग रखी। एएसआई राजकुमार से आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद गुस्साए लोग शांत हुए।
गोल बाजार पुलिस चौकी के प्रभारी एसआई कृष्ण कुमार ठाकुर ने बताया कि एमएलआर उनके पास आई है। घायलों के ब्यानों के बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी।

23 जुलाई 2011

बहादुर महिला ने पकड़वाया ठग


डबवाली (लहू की लौ) गैस कनेक्शन देने का बहाना करके लोगों से हजारों रूपए ऐंठने वाले गिरोह के एक सदस्य को वार्ड नं. 7 के प्रेमनगर की साहसी महिला ने अपनी चतुराई से दबोच लिया। ठग को मौका पर पहुंची पुलिस के हवाले कर दिया गया।
डबवाली शहर के साथ-साथ उपमण्डल के कई गांवों तथा ढाणियों में कुछ समय से एक ऐसा गिरोह सक्रिय है, जो अपने आपको इण्डेन गैस एजेंसी का एजेंट बताता है। लोगों के घरों में घुसकर उन्हें कनेक्शन निकलने की बात कहकर उनसे हजारों रूपए ऐंठ जाता है या फिर महिलाओं को घर में अकेली पाकर उनका सिलेण्डर ले उड़ता है। गुरूवार देर शाम को एक ठग प्रेमनगर की गली नं. 1 में रह रही सिमरजीत कौर के घर आ धमका। वहां उसने अपनी पहचान इण्डेन गैस कंपनी के एजेंट के तौर पर करवाई। इस ठग ने घर के सदस्य सुखदेव सिंह तथा किराए पर रह रहे मजदूर फुल्ला राम के नाम गैस कनेक्शन निकलने की बात करने लगा। सिमरजीत कौर ने सुखदेव सिंह के नाम पर जारी हुआ कनेक्शन लेने से इंकार कर दिया। लेकिन फुल्ला राम की पत्नी भतेरी देवी ठग की बातों में आ गई।
ठग ने अपना जाल बिछाते हुए फुल्ला राम से 4000 रूपए की मांग की। इसके बदले उसे दो सिलेण्डर, कॉपी, रेगुलेटर, पाईप आदि देने का विश्वास दिलाया। चार हजार रूपए इक्ट्ठे करने के लिए भतेरी देवी ने अपने जेवरात मार्किट में बेच दिए। लेकिन वहीं पास में खड़ी सिमरजीत कौर को युवक की बातों पर संदेह हुआ। इतने में एजेंट बनकर आया यह युवक फुल्ला राम तथा एक अन्य युवक मनप्रीत बराड़ को साथ लेकर अपने साहब से मिलाने का हवाला देते हुए शहर के पुराना पोस्ट ऑफिस के पास स्थित एक आलीशान कोठी में ले गया। यहां महिलाओं ने डांट-फटकार कर युवक को बाहर कर दिया। उधर सिमरजीत कौर तुरंत इण्डेन गैस की एजेंसी डबवाली गैस सर्विस पर पहुंची और उपरोक्त एजेंट के बारे में पूछताछ की। यहां उसे मालूम हुआ कि एजेंसी ने ऐसा कोई एजेंट नहीं छोड़ा हुआ है।
उपरोक्त तीनों लोग वापिस प्रेमनगर में पहुंचे। ठग की एक चाल फेल होने के बाद इस नौजवान ठग ने दोबारा गेम तैयार की। अपने साहब के गोल चौक पर खड़े होने का बहाना किया। लेकिन मौके की तालाश में सिमरजीत कौर ने अपनी योजना के अनुसार युवक को बाईक पर बैठाकर चलने की बात की। बाईक चालक मनप्रीत बराड़ ने बाईक को एजेंसी की ओर बढ़ा लिया।
ठग को अपनी पोल खुलने का आभास हुआ तो उसने गिड़गिड़ाना शुरू कर दिया। खालसा हाई स्कूल के पास वह बाईक से नीचे लटक गया और महिला के पैरों में पड़ गया। ड्रामेबाज ठग ने जब भागने की कोशिश की तो सिमरजीत कौर, फुल्ला राम, मनप्रीत बराड़ ने उसे पकड़ लिया और घसीटते हुए एजेंसी ले गए। यहां उसके हाथ-पांव बांधकर बैठा दिया गया। इसकी जानकारी पुलिस को दे दी गई। पकड़े गए ठग को मौका पर पहुंचे सिटी थाना के एएसआई चेत राम के हवाले कर दिया गया। पुलिस के समक्ष युवक ने अपनी पहचान कृष्ण सोनी निवासी हनुमानगढ़ के रूप में करवाई। इण्डेन गैस कंपनी की एजेंसी डबवाली गैस सर्विस के मालिक श्याम सुंदर सभ्रवाल ने बताया कि काफी समय से शहर तथा गांवों में इस प्रकार का गिरोह सक्रिय है। अकेले गुरूवार को उनके पास इस तरह की तीन शिकायत आई। महिला के प्रयासों से गिरोह का एक सदस्य पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि एजेंसी की ओर से कोई एजेंट नहीं छोड़ा गया है।

रेल लाईन में मिले दो शव


एक शव की पहचान हुई, दूसरे को पहचान के लिए रखा
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली-बठिंडा रेलवे ट्रेक पर शुक्रवार को दो व्यक्तियों के शव मिले। जिसमें से एक की पहचान हुई। जबकि एक शव को पहचान के लिए 72 घंटो के लिए बठिंडा के सरकारी अस्पताल के शवगृह में रखा गया है।
सुबह करीब सवा पांच बजे डबवाली रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ रही कालका मेल रेल लाईन में एक व्यक्ति का शव पड़ा देख डूमवाली बाईपास के निकट गेट नं. 31 पर आकर अचानक रूक गई। गाड़ी के चालक ने रेल लाईन में शव पड़ा होने की सूचना रेलवे स्टेशन अधीक्षक महेश सरीन को दी। सूचना पाकर बठिंडा जीआरपी के एएसआई जगदीश चन्द्र मौका पर पहुंचे। शव की शिनाख्त करने का प्रयास किया गया। लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। क्षेत्र में रहने वाले लोगों ने बताया कि गुरूवार शाम को मृतक को सड़क किनारे बैठा शराब पीता देखा गया था। शुक्रवार सुबह रेल लाईन के बीचों-बीच मृत मिला। ऐसा प्रतीत होता था कि मृतक रेल लाईन में कंबल बिछाकर उसके ऊपर पटरी को सिरहाना समझकर लेटा होगा। इसी दौरान गाड़ी आई और उसे अपनी चपेट में ले लिया।
जांच अधिकारी एएसआई जगदीश चन्द्र ने बताया कि मृतक व्यक्ति की आयु करीब 40 साल, कद साढ़े पांच फुट, रंग गेहूंआ, चेहरे पर छोटी काले-सफेद रंग की दाढ़ी है। उसके हल्की खाकी रंग का कुर्ता-पजामा, दाए पांव में चप्पल तथा बाएं पांव में जूती पहनी हुई है। मृतक दिहाड़ीदार मजदूर प्रतीत होता है। उसकी जेब से नशे की गोलियां तथा कुछ मात्रा में पोस्त बरामद हुई है। जांच अधिकारी ने बताया कि मृतक के फिंगर प्रिंट लिए गए हैं। आस-पास के खेतों, ढाणियों में रह रहे लोगों के पास सूचना पहुंचा गई है। आस-पास के थानों तथा चौंकियों को भी सूचित किया गया है। फिलहाल पहचान के लिए शव को 72 घंटों के लिए बठिंडा के सरकारी अस्पताल के शवगृह में रखा गया है।
संदिग्ध मौत
हर रोज की भांति आज भी रेलवे का की-मैन बाबू लाल रेल लाईन चैक कर रहा था। सुबह 7 बजे उसने गांव डूमवाली-पथराला के बीच गेट नं. 29 के पास रेल लाईन में पड़ा एक शव देखा। इसकी सूचना तत्काल स्टेशन अधीक्षक महेश सरीन को दी। जानकारी पाकर मौका पर डबवाली जन सहारा सेवा संस्था के सदस्य तथा जीआरपी बठिंडा से एचसी हरबंस सिंह मौका पर पहुंचे। मृतक के पहने कुर्ते की जेब से मिले एक विस्टिंग कार्ड के पीछे लिखे नंबरों के आधार पर मृतक की पहचान गांव सिंघेवाला निवासी 32 वर्षीय सुखराज के रूप में की गई। शव से कुछ दूरी पर शराब की बोतल भी पड़ी हुई मिली। जिसमें कुछ शराब बाकी थी।
सुखराज की पत्नी सुनीता (30) ने बताया कि उसका पति जामुन और किन्नू के बागों का ठेकेदार था। इन दिनों उसने गांव कुत्तियांवाली में जामुन के बाग ठेके पर लिए हुए थे। 9 जुलाई को उसकी बहन की शादी थी। शादी में भाग लेने के लिए वह अपने मायके गांव तरमाला गई हुई थी। मंगलवार को उसने फोन पर सुखराज से बात की। सुखराज ने उसे बताया कि इस बार उसे जामुन में घाटा पड़ा है। वह नहीं आ सकता। वे घर लौट आएं। उसके बाद उसकी कोई बात नहीं हुई। शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे गांव का जसविंद्र नामक युवक उसे सुखराज का मोबाइल दे गया। मृतक के दो बेटे मनप्रीत सिंह (8), नवीन (6) हैं।
इधर सुखराज के पार्टनर बलदेव सिंह तथा बलवंत सिंह ने बताया कि वह गुरूवार सुबह करीब 8 बजे फीटर रेहड़ा पर अपने गांव तरमाला के लिए रवाना हुआ था। लेकिन उसका फीटर रेहड़ा मलोट रोड़ पर खड़ा है। जबकि करीब पांच किलोमीटर दूर रेल लाईन में उसका शव पड़ा है। इन लोगों ने बताया कि जामुन में उन्हें घाटा नहीं पड़ा है। करीब तीन माह पूर्व ही सुखराज उनसे जुड़ा था। उन्होंने पुलिस से मामले की जांच की मांग की।
उधर सुखराज के भाई बनवारी, ओमप्रकाश ने बताया कि वे लोग करीब बीस सालों से ठेकेदारी करते आ रहे हैं। व्यापार में उतार-चढ़ाव भी आते रहते हैं। उसके भाई ने अपनी पत्नी को लेने गांव तरमाला जाना था। लेकिन वह डबवाली कैसे आ गया, उन्हें भी मालूम नहीं। उन्हें संदेह है कि उसके भाई के साथ कोई अप्रिय घटना घटित हुई है। यह इत्तेफाकिया मौत नहीं है।
मामले की जांच कर रहे जीआरपी बठिंडा के हवलदार हरबंस सिंह ने बताया मामला संदिग्ध प्रतीत होता है। मृतक के ससुर प्यारा लाल निवासी तरमाला तथा भाई ओमप्रकाश के ब्यान पर फिलहाल दफा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई अमल में लाई गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
सवाल जिनके जवाब नहीं?
1. सुखराज के शरीर का ऊपरी भाग मौजूद है, जबकि पेट से निचला भाग नहीं है?
2. शव फूला हुआ है। चौबीस घंटे के भीतर लाईन में पड़ा शव कैसे फूल सकता है?
3. मृतक का फीटर रेहड़ा घटनास्थल से पांच किलोमीटर दूर डबवाली में क्या कर रहा है?
4. मृतका की पत्नी, भाईयों तथा उसके पार्टनरों के ब्यान अलग-अलग क्यों पड़ रहे हैं?

22 जुलाई 2011

प्यार के लिए आशिक ने भरी माशूका की मांग


अपनी शादी रखे जाने से खफा युवती प्रेमी संग भागी, नहर में कूदने की थी तैयारी
डबवाली (लहू की लौ) शादी रखे जाने से खफा एक युवती अपने आशिक के संग घर से फरार हो गई। युवती के भाईयों को बात का पता लगने पर उन्होंने आशिक का सिर फोड़ दिया। खफा आशिक ने अपनी मशूका के साथ नशे की गोलियां निगल लीं। प्यार को परवान न चढ़ता देख मरने के लिए गांव मौजगढ़ के पास बहती भाखड़ा नहर के लिए चल पड़े। दोनों गुरूवार सुबह 5.30 बजे गांव मौजगढ़ के खेत में बेहोश मिले। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गांव मौजगढ़ निवासी लक्ष्मण सिंह गुरूवार सुबह करीब 5.30 बजे अपने खेत में पानी लगाकर वापिस गांव जा रहा था। अचानक उसकी नजर किसान जगरूप सिंह के खेत में पड़े युवक-युवती पर पड़ी। दोनों बेहोश थे। उन्होंने इसकी सूचना तत्काल खेत मालिक जगरूप सिंह तथा गांव के सरपंच ओमप्रकाश को दी। सरपंच की सूचना पर मौका पर आई सरकारी अस्पताल की एम्बुलैंस ने बेहोश युवक-युवती को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल पहुंचाया। यहां चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को खतरे से बाहर घोषित कर दिया। इधर इसकी सूचना पाकर सिटी थाना के एएसआई रामसरूप तथा एएसआई साधु राम मौके पर पहुंचे। पुलिस के समक्ष युवती ने अपनी पहचान महाशा बिरादरी से संबंधित छिन्द्र कौर उर्फ काली, युवक ने मजहबी सिक्ख बिरादरी से संबंधित गुरमीत उर्फ वीर सिंह निवासी मसीतां के रूप में करवाई। अस्पताल के इमरजेंसी रूम में होने के बावजूद दोनों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़े रखा।
19 साल का गुरमीत सिंह उर्फ वीरा सिंह दिहाड़ीदार मजदूर है। जबकि 18 साल की छिन्द्र कौर घर पर कार्य करती है। करीब दो साल पहले नरमा की चुगाई करते समय दोनों में प्रेम हो गया। मोबाइल पर आपसी बातचीत में यह प्रेम और गहरा होता गया। कुछ समय पूर्व युवती की मंगनी सिरसा के एक युवक से कर दी गई। इस बात से खफा दोनों ने घर से भागकर शादी रचाने का मन बनाया।
बुधवार रात करीब 12 बजे युवती अपने घर से बाहर आ गई। वह गांव के छप्पर के पास सिंदूर, कोल्ड ड्रिंक तथा अन्य सामान के साथ उसका इंतजार कर रहे वीरा के पास पहुंच गई। लेकिन युवती के भाई को उसके घर से बाहर जाने का पता चल गया। वह अपने ताऊ के लड़के को साथ लेकर अपनी बहन के पीछे-पीछे आ गया। उसने अपनी बहन को वीरा के साथ बैठा देखा। युवती के अनुसार गुस्से में आए उसके भाई कुलदीप तथा ताऊ के लड़के मंगा ने डंडों से वीरा पर हमला बोल दिया। वह वहां से भागकर कुछ दूर जा छुपी। वीरा के शोर मचाने पर उसके भाई वहां से भाग गए। युवती के अनुसार खुले आसमान के नीचे घायल वीरा ने उसकी मांग सिंदूर से भर दी। लेकिन उनकी शादी को सामाजिक मान्यता न मिलने के कारण वे लोग गांव मौजगढ़ के पास बहने वाली भाखड़ा नहर में कूदने के लिए बढ़ गए।
यूं निकले गांव से
वीरा के अनुसार गांव में चौकीदार होने के डर से उसने अपनी शर्ट उतारकर काली को पहना दी और उसे गांव से बाहर ले आया। उसके तथा काली के पास नशे की गोलियां थी, जो उन दोनों ने खा ली और भाखड़ा की ओर कदम बढ़ा दिए। लेकिन भाखड़ा से कुछ ही दूरी पर स्थित गांव मौजगढ़ के एक खेत में बेहोश होकर गिर पड़े। वीरा ने बताया कि इससे पूर्व उसने सिंदूर से काली की मांग भर दी थी।
अस्पताल के चिकित्सक डॉ. बलेश बांसल ने बताया कि लड़का-लड़की ने नशीली गोलियों का सेवन किया हुआ है। दोनों खतरे से बाहर हैं।
सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि उपरोक्त घटना की जानकारी उन्हें मिली थी। सूचना मिलने पर एएसआई रामसरूप तथा एएसआई साधु राम सरकारी अस्पताल में पहुंचे थे। युवक-युवती के ब्यानों के बाद अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

।ईंट से मां का सिर फोड़ा


डबवाली (लहू की लौ) गांव मसीतां में कलियुगी बेटे ने अपनी मां का ईंट मारकर सिर फोड़ दिया। जिसे उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में लाया गया।
गांव मसीतां निवासी 50 वर्षीय मुख्तियार कौर ने बताया कि उसके दो बेटे सतनाम सिंह तथा मनजीत सिंह हैं। दस दिन पूर्व उसने सतनाम को घर में उसका बनता हिस्सा दे दिया और घर में दीवार निकाल दी। बुधवार रात करीब 9 बजे शराब के नशे में धुत्त सतनाम गालियां निकालने लगा। उसके हिस्से की जमीन में पड़ा उनका रेहड़ा उठाने की बात कहने लगा। इसी बात को लेकर उसके पति सुरजीत सिंह की सतनाम से कहासुनी हो गई। उसने भी अपने बेटे को समझाने का प्रयास किया। नशे में धुत्त सतनाम ने उसके मुंह पर तमाचा जड़ दिया। जब उसके पति सुरजीत सिंह तथा दूसरे बेटे मनजीत सिंह ने इसका विरोध किया तो इस बीच सतनाम ने ईंट मारकर उसका सिर फोड़ दिया।
सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि एमएलआर उनके पास आई है। घायल के ब्यानों के बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी

पीआरटीसी की बसों से उड़ाया डीजल


डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा रोड़वेज के बस अड्डा पर खड़ी पीआरटीसी की बसों से डीजल चोरी होने का मामला थाना शहर पुलिस के पास पहुंचा है।
गुरूवार को पीआरटीसी के डबवाली बस स्टैण्ड पर स्थित अड्डा के इंचार्ज अमरजीत सिंह लाली के नेतृत्व में बस चालक गुरजंट सिंह, हरमंदर सिंह, प्रितपाल सिंह, भिन्द्र सिंह सिटी थाना प्रभारी महा सिंह से मिले। उन्हें बताया कि अड्डा में असामाजिक तत्वों की वारदातें दिन ब दिन बढ़ रही हैं। रविवार रात को अड्डा में खड़ी एक बस से अज्ञात व्यक्ति 110 लीटर डीजल निकाल ले गए।
उन्होंने थाना शहर प्रभारी को यह भी बताया कि अक्सर बस अड्डा पर खड़ी बस से डीजल चोरी होता ही है। कई बार तो अज्ञात चोर उनकी बसों को सेल्फ मारकर जीटी रोड़ रेलवे फाटक के नजदीक ले जाते हैं और वहां पर तेल को निकालने के बाद बस को वहीं खड़ी कर देते हैं। उन्होंने बताया कि चार-पांच माह के दौरान ही एक हजार लीटर डीजल उनकी बसों से चोरी हो चुका है।
सिटी थाना प्रभारी महा सिंह ने उन्हें आश्वासन दिया कि गश्त को बढ़ाया जाएगा। पुलिस चौकसी रखेगी। लेकिन वे भी नजर रखें। जैसे ही चोरों की जानकारी उन्हें मिले, तो वे पुलिस को इससे अवगत करवाएं।

नीलियांवाली में संदिग्ध मौत


डबवाली (लहू की लौ) गांव नीलियांवाली के किसान शिवराज सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का मामला उलझ गया है। किसान के बेटों ने इसे अत्याधिक नशा करने के कारण हुई मौत बताया है। वहीं उसकी मां तथा भाई ने इसे जमीनी विवाद में हत्या करार दिया है। फिलहाल सदर पुलिस ने इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाकर विसरे को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा है।
गांव नीलियांवाली निवासी सुरजीत सिंह (23) ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि उसका 45 वर्षीय पिता शिवराज सिंह लम्बे समय से शराब तथा पोस्त का नशा करने का आदि था। बुधवार शाम को उसके पिता की अत्याधिक शराब पीने से हालत गंभीर हो गई। इस बात की जानकारी उसके छोटे भाई कुलदीप ने उसे दी। वह मौका पर पहुंचा। वे लोग अपने पिता को सरकारी अस्पताल में ले आए। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इधर मृतक शिवराज सिंह की मां करतार कौर (70), भाई लाभ सिंह (48) ने पुलिस में शिकायत देकर आरोप लगाया कि शिवराज नशे करने का आदि था। लेकिन उन्होंने उसे दवाई दिलाकर नशा छुड़वा दिया था। अब वह नशा नहीं करता था। शिवराज के तीन बेटों तथा पत्नी गांव हैबूआना में पड़ी लगभग उसकी आठ एकड़ जमीन को लेकर विवाद किए हुए थे। उन्हें शक है कि इन चारों ने मिलकर शिवराज को जहर देकर मारा है।
किसान शिवराज के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद डॉ. बलेश बांसल ने बताया कि मृतक के शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं मिले हैं। मौत कैसे हुई इसकी पुष्टि के लिए विसरे को करनाल स्थित प्रयोगशाला में भेजा गया है। सदर पुलिस के एसआई रतन सिंह ने बताया कि पुलिस ने मृतक के बड़े बेटे सुरजीत सिंह के उपरोक्त ब्यान के आधार पर इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई है। गुरूवार को शव का सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके परिजनों को सौंप दिया गया। मृतक के भाई लाभ सिंह की शिकायत के आधार पर विसरे को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा है। प्रयोगशाला की रिपोर्ट के आधार पर ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।

हाईवे पर कार ने मजदूर कुचला


डबवाली (लहू की लौ) नेशनल हाईवे नं. 10 पर गांव सांवतखेड़ा के निकट एक तेजगति कार की टक्कर से दिहाड़ीदार मजदूर की मौत हो गई। मृतक की पहचान जिला श्री मुक्तसर साहिब (पंजाब) के गांव किलियांवाली निवासी 62 वर्षीय गुरदेव सिंह के रूप में हुई है। वह गांव सांवतखेड़ा में अपने किसी परिचित से मिलकर साईकिल पर वापिस गांव लौट रहा था।
पुलिस को दर्ज कराई शिकायत में मृतक के बेटे अंग्रेज सिंह ने कहा है कि उसका पिता गुरदेव सिंह गुरूवार दोपहर करीब एक बजे गांव सांवतखेड़ा में रिश्तेदारी में मिलकर साईकिल पर डबवाली की ओर आ रहा था। गांव सांवतखेड़ा के निकट ही सिरसा साईड से आई एक तेजगति जेन कार ने उसमें टक्कर मार दी। जिससे उनकी मौका पर ही मौत हो गई। जबकि कार चालक कार को डबवाली की ओर भगा ले गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जेन कार इतनी तेज थी कि साईकिल सवार को करीब 100 फुट तक घसीटती हुई ले आई और पटक दिया। दुर्घटना में गाड़ी को भी काफी नुक्सान पहुंचा। कुछ दूरी पर लेजाकर चालक ने गाड़ी को रोका लेकिन साईकिल सवार के सड़क पर मृत पड़ा होने के कारण वह गाड़ी को मौका से भगा ले गया। मृतक गुरदेव के दो बेटे तथा दो बेटियां हैं। दिहाड़ीदार मजदूर होने के साथ-साथ वह सरबत सोशल वैल्फेयर सोसाईटी, किलियांवाली का सक्रिय सदस्य था।
मामले की जांच कर रहे सिटी थाना के एएसआई साधु राम ने बताया कि अंग्रेज सिंह के ब्यान के आधार अज्ञात कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी गई है। शव का सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।

हजारों लीटर मिट्टी तेल पकड़ा


डबवाली (लहू की लौ) अंधेरे में पंजाब से समगल होकर हरियाणा में जा रहा हजारों लीटर मिट्टी के तेल का भरा टैंकर गोरीवाला पुलिस ने बुधवार देर रात को काबू किया है। चालक पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब रहा। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
बुधवार रात को गोरीवाला पुलिस को मुखबरी मिली थी कि दो नंबर में हजारों लीटर मिट्टी के तेल से भरा एक टैंकर बठिंडा से पंजाब के लिए रवाना हुआ है। अब यह टैंकर डबवाली से ऐलनाबाद के लिए चला है। मुखबर की सूचना पाकर पुलिस ने नाकाबंदी कर दी। गोरीवाला के पास पुलिस को डबवाली साईड से मुखबर द्वारा बताया गया टैंकर आता हुआ दिखाई दिया। पुलिस पार्टी ने उसे रूकने का इशारा किया। पुलिस को देखकर टैंकर चालक नीचे कूद गया और खेतों में भाग निकला।
गोरीवाला पुलिस चौकी के प्रभारी एसआई प्रीतम सिंह ने बताया कि ट्रक को काबू में करके चौकी लाया गया। मौका पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक अरविंद पूनियां को बुलाया गया। उन्होंने चैकिंग के बाद बताया कि टैंकर में मिट्टी तेल है। माप के बाद टैंकर से 12 हजार लीटर तेल मिला। पुलिस ने आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत अज्ञात चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी है। पुलिस फिलहाल टैंकर पर लिखे नंबर के आधार पर जांच में जुटी हुई है।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक अरविंद पूनियां ने बताया कि बाजार में मिट्टी तेल का रेट 15 रूपए प्रति लीटर है। उस हिसाब से पकड़े गए मिट्टी तेल की कीमत 1 लाख 80 हजार रूपए है।

रात ढाई बजे पकड़ी पोस्त से भरी मारूति


डबवाली (लहू की लौ) सिटी पुलिस ने बुधवार रात ढ़ाई बजे चूरा पोस्त से भरी मारूति-800 के साथ गांव शेरगढ़ के एक व्यक्ति को काबू किया है। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
एसएचओ महा सिंह रात करीब ढ़ाई बजे चौटाला रोड़ पर गश्त पर थे। बिश्नोई मंदिर के पास पुलिस पार्टी को देखकर चौटाला साईड से आ रही एक मारूति-800 के कार चालक ने गाड़ी को पीछे मोडऩे का प्रयास किया। शक के आधार पर गाड़ी चैक की गई। एसएचओ महा सिंह ने बताया कि गाड़ी की पिछली सीट पर दो बोरियों में भरी 60 किलो चूरा पोस्त बरामद हुई। पकड़े गए आरोपी ने अपनी पहचान 51 वर्षीय महावीर सिंह जाट निवासी शेरगढ़ के रूप में करवाई। उसने बताया कि वह इसे राजस्थान के मटीली से एक व्यक्ति से खरीदकर लाया है। जिसे उसने आगे सप्लाई करना था।
पहले हुआ था गिरफ्तार
एसएचओ ने बताया कि आरोपी को साल 2001 में भी गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त पड़ौसी राज्य पंजाब में भी चूरा पोस्त तस्करी में पकड़ा जा चुका है। जबकि आरोपी का एक साथी पवन पंडित जेल में है। उन्होंने बताया कि गुरूवार को आरोपी को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। इन दो दिनों में पुलिस महावीर सिंह से पोस्त विक्रेता का पता लगाएगी। यह भी जानने का प्रयास करेगी कि उसने 60 किलोग्राम पोस्त को आगे कहां और किस-किस को सप्लाई करना था।
चूरा पोस्त तस्करी में पकड़ा गया महावीर मारूति-800 के कागजात भी प्रस्तुत नहीं कर सका। जिसके चलते मोटर व्हीकल एक्ट के तहत भी उसका चालान किया गया।
4 किलो और पकड़ी
इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि इसके अतिरिक्त बिश्नोई मंदिर क्षेत्र में शहर के वार्ड नं. 7 के निवासी बलविंद्र सिंह को चार किलोग्राम चूरा पोस्त सहित काबू किया गया है। आरोपी पोस्त को थैले में भरकर लेजा रहा था।

21 जुलाई 2011

कुश्ती का योद्धा नशे के अखाड़े में चित



पंजाब का नं. 3 प्लेयर रहा है गिदड़बाहा का नवजोत, मेडिकल नशा खरीदने के लिए आता था

डीडी गोयल
093567-22045
डबवाली। कुश्ती के अखाड़े में अपने प्रतिद्वद्धियों को धूल चटाकर पूरे पंजाब में धूम मचाने वाला एक युवा नशे से धूल चाट गया। नशे ने केवल उसकी पढ़ाई ही नहीं छीनी बल्कि खेल प्रतिभा को नष्ट करके उसे अपराध की दुनिया में धकेल दिया। यह कहानी पंजाब में कुश्ती की दुनियां में अपना जलवा दिखाने वाले 18 वर्षीय युवक की है। जोकि जिला श्री मुक्तसर साहिब के गांव गिदड़बाहा का रहने वाला है।
यह युवक सोमवार रात करीब 11.30 बजे मण्डी किलियांवाली के मालवा बाईपास रोड़ पर स्थित एक वर्कशॉप में नशे की हालत में चोरी करता हुआ पकड़ा गया। इस संवाददाता के समक्ष युवक ने अपनी पहचान 18 वर्षीय नवजोत सिंह उर्फ ज्योति के रूप में करवाई। अपनी लाईफ के अटठ्रह सालों की कहानी के पन्नो ंका एक-एक लफ्ज अपनी जुबां से ब्यां किया। नवजोत एक आरएमपी डॉक्टर का बेटा है। आरएमपी डॉक्टर ने अपने बेटे में अच्छे संस्कार भरने के लिए उसे अंग्रेजी माध्यम स्कूल में एडमिशन दिलाया। शहर गिदड़ाबाहा में पहली से आठवीं तक की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में की।
अच्छी कद काठी वाले ज्योति ने कुश्ती के अखाड़ा में छलांग लगाई। यहां उसका कोई सानी नहीं था। अपनी प्रतिभा के दम पर ज्योति ने जोन में जगह बनाई। फिर जिला स्तर पर पहुंचा। यहां उसकी प्रतिभा का लोहा सबने माना और उसे स्टेट में जगह मिली। अण्डर-14 में राज्य स्तर पर खेलते हुए इस युवा खिलाड़ी ने अपनी प्रतिभा को ऊंची उड़ान दी। तीन दफा यह खिलाड़ी राज्य स्तर पर तीसरे नंबर पर आया। सूबे का ऐसा कोई अखाड़ा नहीं रहा यहां ज्योति ने जीत को न चूमा हो।
सूबे के नंबर तीन खिलाड़ी रहने वाले ज्योति का अखाड़ा ही दुश्मन निकला। चूंकि अखाड़ा में कुछ खिलाड़ी मेडिकल नशे की जद्द में थे। उन्हें नशे की शीशी पीता देख ज्योति के साथी खिलाड़ी ने उसे शीशी पीने की सलाह दी। ज्योति ने उस समय जो शीशी थामी वह उसकी बर्बादी का कारण बन गई। खांसी के लिए बनी एक छोटी सी शीशी से नशा करने का आदि बना यह युवा खिलाड़ी नशे की गर्त में इतना डूब गया कि चूरा पोस्त, अफीम के बाद स्मैक का नशा करने लगा।
ज्योति ने बताया कि डबवाली के मलोट और गिदड़बाहा में नशे की शीशी 100 रूपए में मिलती है। जबकि डबवाली में 40 से 60 रूपए में आसानी से उपलब्ध हो जाती है। उसने बताया कि डबवाली के चौटाला रोड़ से वह स्मैक लेकर पीता है। उसके अनुसार चौटाला रोड़ पर कई लोग स्मैक का धंधा करते हैं।
कुश्ती खिलाड़ी के पिता ने बताया कि बुरी संगत के कारण उसका होनहार बेटा नशे की गिरफ्त में आया। नशे ने प्रतिभा के साथ-साथ उसकी पढ़ाई पर भी विराम लगा दिया। 8वीं में नशे की लत लगने के बाद वह आगे की पढ़ाई नहीं कर पाया। हालांकि नशा मुक्ति के लिए उन्होंने ज्योति को छह माह तक नशा मुक्ति केंद्र में भी रखा। लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। अपने बेटे को सुधारने के लिए जितनी मेहनत वह कर सकता था, उसने की। जब सफल नहीं हुआ तो अब उसने अपने बेटे को ईश्वर के भरोसे छोड़ दिया है।

20 जुलाई 2011

डर से गांव छोड़ पड़ौसी राज्यों में जीवन व्यतीत कर रहे हैं ग्रामीण

डबवाली (लहू की लौ) गांव रामपुरा बिश्नोईयां के दो ग्रामीण दबंगों के डर से पड़ौसियों राज्यों पंजाब तथा राजस्थान में शरण लेकर अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इस बात का रहस्योद्घटन मंगलवार को डीएसपी कार्यालय में हुआ। दोनों ग्रामीणों ने डीएसपी बाबू लाल के समक्ष पेश होकर अपनी दास्तां सुनाई।
डीएसपी को दी अपनी शिकायत में गांव रामपुरा बिश्नोईयां के भैरू राम तथा मोहन लाल ने बताया कि उन्होंने अपनी जमीन का सौदा गांव माधोसिंघाना निवासी कमलकांत से किया था। जमीन की रजिस्टरी करवाने के लिए 17 जून 2011 की दोपहर को वे लोग डबवाली तहसील में पहुंचे थे। वहां पर रजिस्टरी क्लर्क के कमरे में घुसकर उनके गांव के कुछ लोगों ने उनसे मारपीट की। मोहन लाल को घसीटते हुए नई सफेद रंग की जियालो गाड़ी में डालकर गांव चौटाला के निकट स्थित एक ढाणी में ले गए। रास्ते में राजस्थान कैनाल में डालने की धमकी दी। ढाणी में लेजाकर उससे टिकट लगे कागजात पर हस्ताक्षर करवा लिए और छोड़ दिया।
इन दोनों ने अपनी शिकायत में यह भी कहा है कि 21 जून को वे अपनी भूमि की रजिस्टरी कमलकांत के नाम करवाने के लिए तहसील में आए। पुन: उनके अपहरण का प्रयास किया गया। लेकिन वे रजिस्टरी करवाने में सफल रहे।
मोहन लाल तथा भेरू राम ने डीएसपी बाबू लाल को यह भी बताया कि रजिस्टरी होने के बाद आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं और गांव न आने की चेतावनी भी। जिसके चलते वे लोग अब पंजाब और राजस्थान में शरण लेकर रह रहे हैं।
डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि उनके पास गांव रामपुरा बिश्नोईयां के मोहन लाल तथा भेरू राम की शिकायत आई है। जांच के लिए शिकायत उन्होंने सिटी थाना प्रभारी के पास भेज दिया है।

कांग्रेस नेता की गाड़ी का अपहरण!

डबवाली (लहू की लौ) टैक्सी स्टैण्ड पर खड़ी एक रेनो गाड़ी को चालक सहित अज्ञात युवकों द्वारा भगा लेजाने का मामला पुलिस में आते ही पुलिस हरकत में आ गई। गाड़ी को कुछ समय बाद ही बरामद कर लिया गया। लेकिन जब मामला खुला तो पैसे का लेनदेन का था।
ठेकेदार तथा कांग्रेसी नेता गोपाल मित्तल ने सिटी पुलिस को एक शिकायत देकर आरोप लगाया कि उसकी रेनो गाड़ी को कुछ अज्ञात युवक उसके चालक रमेश सहित अपहरण करके ले गए हैं। मित्तल के अनुसार अपहरणकर्ताओं ने रमेश को फोन करके गोल चौक पर बुलाया और कहा कि उन्होंने सिरसा जाना है। जैसे ही गाड़ी गोल चौक में पहुंची तो तीन-चार युवक उसमें बैठ गए और सिरसा की ओर लेजाकर चालक को सेमनाला के पास उतार दिया और गाड़ी ले गए।
इस शिकायत के बाद पुलिस हरकत में आई। एएसआई गोपाल राम ने गाड़ी को तुरंत संदीप चौधरी के पेट्रोल पंप के पास से बरामद कर लिया।
नरसिंह कलोनी निवासी सुरेंद्र कुमार अपने साथी हरी सिंह, बूटा सिंह, काला सिंह, देवानंद, राजू, राजेंद्र, कैलाश, कालू, दिनेश कुमार के साथ थाना में उपस्थित हो गए। उन्होंने बताया कि उन्होंने गाड़ी का अपहरण नहीं किया। उन्होंने बताया कि ठेकेदार गोपाल मित्तल के साथ उनका पैसे के लेनदेन को लेकर झगड़ा है। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी पार्क में 55 हजार रूपए में सेलेक्शन नं. 1 घास लगाने का ठेका गोपाल मित्तल से लिया था। 10 हजार रूपए की अग्रिम राशि मित्तल ने उन्हें दे दी थी। 80 प्रतिशत काम होने के बाद जब उन्होंने और राशि मांगी तो गोपाल मित्तल ने राशि देने से इंकार कर दिया और उन्हें धक्के देकर घर से निकाल दिया। अपने पैसे वसूलने के लिए ही उन्होंने गाड़ी को सिरसा जाने के लिए मंगवाया था। लेकिन उसका चालक रमेश गाड़ी को यह कहकर पंप के पास छोड़ गया कि उसने भी गाड़ी मालिक से 50 हजार रूपए लेने है।
कांग्रेस नेता पवन गर्ग तथा रविंद्र बिन्दू ने बताया कि उन्होंने बीस हजार रूपए में पैसे के लेनदेन के मामले को निबटा दिया है। गोपाल मित्तल ने 10 अगस्त तक सुरेंद्र बगैरा की राशि देना तय किया है।
सिटी थाना प्रभारी महा सिंह ने बताया कि शिकायत उनके पास आई थी। गोपाल मित्तल ने शिकायत को यह कर वापिस ले लिया कि उनका आपस में समझौता हो गया है।