डबवाली (लहू की लौ) गांव मौजगढ़ में एक युवक ने बुधवार को नहर में कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। युवक मजदूरी करता था। पिछले तीन सालों से मानसिक रूप से परेशान चला आ रहा था। करीब छह घंटे बाद युवक के शव को नहर से बाहर निकाला गया।
खेत का कह कर गया था
गांव मौजगढ़ निवासी सुरेन्द्र कुमार (28) बुधवार सुबह करीब 9 बजे घर से खेत में काम करने के लिए गया था। कुछ समय बाद उसका पिता नानक चन्द (55) तथा भाई संदीप (23) खेत के लिए रवाना हुए। वहां जाकर उन्हें मालूम हुआ कि सुरेन्द्र खेत में पहुंचा ही नहीं। काफी खोजबीन करने के बाद भी उसका कुछ अता-पता नहीं चला। बाप-बेटा सुरेन्द्र को ढूंढते हुए गांव से गुजरने वाली भाखड़ा नहर की पटरी पर पहुंचे, वहां उन्हें सुरेन्द्र की चप्पल दिखाई दी। सूचना पाकर गांव के सरपंच ओमप्रकाश के नेतृत्व में काफी ग्रामीण मौका पर जमा हो गए। ग्रामीणों के सहयोग से सुरेन्द्र को नहर में तलाशा गया। करीब छह घंटे बाद उसका शव नहर से बरामद हो गया।
मृतक सुरेन्द्र के पिता नानक चन्द ने बताया कि उन्होंने गांव के किसान हरविंद्र सिंह की जमीन फसल के एक चौथाई भाग पर ठेके पर ली हुई है। उसके साथ सुरेन्द्र भी खेत में कार्य करता था।
बेटे की मौत का था गम
दर्शना देवी (52) पत्नी नानक चन्द निवासी मौजगढ़ ने बताया कि उसके बेटे सुरेन्द्र की शादी करीब चार साल पूर्व मिठड़ी बुधगिर (जिला मुक्तसर) की जसविन्द्र पाल कौर से हुई थी। जसविंद्र ने एक चांद से बेटे को जन्म दिया। लेकिन तीन-चार दिन बाद उसकी मौत हो गई। बेटे की मौत ने सुरेन्द्र को झकझोर कर रख दिया। वह अपना दिमागी संतुलन खो बैठा। पिछले तीन साल से उसका इलाज राजस्थान के श्रीगंगानगर में चल रहा था।
मामले की जांच कर रहे थाना सदर पुलिस के एसआई सीता राम ने बताया कि पुलिस ने मृतक सुरेन्द्र के पिता नानक चन्द के ब्यान पर इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव उसके वारिसों को सौंप दिया।
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Lahoo Ki Lau
16 दिसंबर 2010
वैदिक मंत्रों के साथ वार्षिक उत्सव शुरू
डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज द्वारा आयोजित वाॢषक उत्सव का शुभारम्भ बुधवार को सामवेद के वैदिक मन्त्रों के मध्य हुआ। उत्सव का प्रथम चरण एवं प्रथम पारिवारिक कार्यक्रम प्रात:कालीन वेला में पीएनबी के प्रबन्धक कुलदीप बांसल व उनके अनुज राजिन्द्र बांसल के निवास पर वैदिक हवन यज्ञ के साथ प्रारम्भ हुआ। जिसमें द्रोणस्थली आर्ष कन्या गुरूकुल की प्राचार्या सुश्री डॉ. अन्नपूर्णा व गुरूकुल की कन्याओं द्वारा सामवेद की ऋचाओं से हवन यज्ञ सम्पन्न करवाया गया।
भजनोपदेशक राजवीर शास्त्री ने ऐसा बना दो प्रभु जीवन मेरा, हर पल हो सुमिरन तेरा...., ओइम नाम का प्याला... भजनों से वातावरण को भक्तिरस से परिपूर्ण कर दिया। सुश्री डॉ. अन्नपूर्णा ने अपने प्रवचनों के माध्यम से बताया कि परमपिता परमात्मा का निज नाम ओ३म् है तथा इसी की उपासना करने योग्य है। अधर्म के मार्ग पर चलकर हम सुख और शान्ति की कामना नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि हवन यज्ञ संसार का सबसे श्रेष्ठ कर्म है।
इस अवसर पर आर्य समाज के प्रधान एसके दुआ, कोषाध्यक्ष भारत मित्र छाबड़ा, प्रचार मन्त्री डॉ. अशोक आर्य, शशिकान्त शर्मा, बहादर ङ्क्षसह कूका, प्रदीप सुखीजा, सतीश अग्रवाल, महामन्त्री सुदेश आर्य सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
भजनोपदेशक राजवीर शास्त्री ने ऐसा बना दो प्रभु जीवन मेरा, हर पल हो सुमिरन तेरा...., ओइम नाम का प्याला... भजनों से वातावरण को भक्तिरस से परिपूर्ण कर दिया। सुश्री डॉ. अन्नपूर्णा ने अपने प्रवचनों के माध्यम से बताया कि परमपिता परमात्मा का निज नाम ओ३म् है तथा इसी की उपासना करने योग्य है। अधर्म के मार्ग पर चलकर हम सुख और शान्ति की कामना नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि हवन यज्ञ संसार का सबसे श्रेष्ठ कर्म है।
इस अवसर पर आर्य समाज के प्रधान एसके दुआ, कोषाध्यक्ष भारत मित्र छाबड़ा, प्रचार मन्त्री डॉ. अशोक आर्य, शशिकान्त शर्मा, बहादर ङ्क्षसह कूका, प्रदीप सुखीजा, सतीश अग्रवाल, महामन्त्री सुदेश आर्य सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
केवी सिंह निकले गांव-गांव
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा के मुख्यमंत्री चौधरी भूपिन्द्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा की जनता से जो वायदे किए थे उससे भी बढ़कर कार्य किए हैं। 25 दिसम्बर को सिरसा में होने वाली बढ़ते कदम रैली इस बात का प्रमाण होगी की चौधरी भूपिन्द्र सिंह हुड्डा जनहितेषी कार्य करने में अव्वल रहे हैं।
यह बात हरियाणा के मुख्यमंत्री चौधरी भूपिन्द्र सिंह हुड्डा के पूर्व ओएसडी डा. के.वी. सिंह ने मांगेआना, हैबूआना, पन्नीवाला रुलदू, पाना, पिपली, जगमालवाली, चोरमार, टप्पी, मिठड़ी, मलिकपुरा, खुईयां मलकाना, दिवानखेड़ा, सांवतखेड़ा व नीलांवाली का दौरा करके लोगों को रैली के लिए निमन्त्रण देते हुए कही। उन्होंने कहा कि 25 फरवरी 2007 को सिरसा में हुई नवयुग रैली में की गई घोषणाओं को पूरा करके मुख्यमंत्री ने यह दिखा दिया है कि वह अन्य लोगों की तरह झूठे नींव पत्थर न रखकर काम में विश्वास करते हैं।
डा. सिंह ने कहा कि किसान की सबसे ज्यादा जरुरत नहरी पानी व बिजली होती है। बिजली के मामले में तो काफी सुधार हुआ है, लेकिन नहरी पानी के मामले में काफी सुधार होने बाकी हैं।
उनके साथ इस दौरे में डबवाली ग्रामीण प्रधान दरबारा सिंह, ब्लॉक औढ़ा के प्रधान जगसीर सिंह मिठड़ी, डा. सुरेन्द्र पाल जस्सी, मलकीत सिंह खालसा, विनोद पूर्व सरपंच गोदिकां, युवा उप प्रधान हलका डबवाली विजय सहारण, जसकरण सिंह भाटी, मनवीर सिंह मान, अमरजीत सिंह हवलदार, भगत सिंह पूर्व सरपंच मांगेआना, जिला परिषद सदस्य गुरमेल सिंह देसूजोधा, परमजीत माखा, मास्टर राजेन्द्र सिंह, शीतल नम्बरदार, जगसीर सिंह सरपंच जगमालवाली, काका सिंह सरपंच मिठड़ी, राजेन्द्र पूर्व सरपंच दीवानखेड़ा, सुखदेव सरपंच, रणजीत सरपंच, मुखपाल सरपंच, पवन सरपंच, मिठ्ठू सिंह पूर्व सरपंच, बलदेव सिंह नम्बरदार सहित अनेक ग्रामीण कांग्रेस कार्यकत्र्ता उपस्थित थे।
यह बात हरियाणा के मुख्यमंत्री चौधरी भूपिन्द्र सिंह हुड्डा के पूर्व ओएसडी डा. के.वी. सिंह ने मांगेआना, हैबूआना, पन्नीवाला रुलदू, पाना, पिपली, जगमालवाली, चोरमार, टप्पी, मिठड़ी, मलिकपुरा, खुईयां मलकाना, दिवानखेड़ा, सांवतखेड़ा व नीलांवाली का दौरा करके लोगों को रैली के लिए निमन्त्रण देते हुए कही। उन्होंने कहा कि 25 फरवरी 2007 को सिरसा में हुई नवयुग रैली में की गई घोषणाओं को पूरा करके मुख्यमंत्री ने यह दिखा दिया है कि वह अन्य लोगों की तरह झूठे नींव पत्थर न रखकर काम में विश्वास करते हैं।
डा. सिंह ने कहा कि किसान की सबसे ज्यादा जरुरत नहरी पानी व बिजली होती है। बिजली के मामले में तो काफी सुधार हुआ है, लेकिन नहरी पानी के मामले में काफी सुधार होने बाकी हैं।
उनके साथ इस दौरे में डबवाली ग्रामीण प्रधान दरबारा सिंह, ब्लॉक औढ़ा के प्रधान जगसीर सिंह मिठड़ी, डा. सुरेन्द्र पाल जस्सी, मलकीत सिंह खालसा, विनोद पूर्व सरपंच गोदिकां, युवा उप प्रधान हलका डबवाली विजय सहारण, जसकरण सिंह भाटी, मनवीर सिंह मान, अमरजीत सिंह हवलदार, भगत सिंह पूर्व सरपंच मांगेआना, जिला परिषद सदस्य गुरमेल सिंह देसूजोधा, परमजीत माखा, मास्टर राजेन्द्र सिंह, शीतल नम्बरदार, जगसीर सिंह सरपंच जगमालवाली, काका सिंह सरपंच मिठड़ी, राजेन्द्र पूर्व सरपंच दीवानखेड़ा, सुखदेव सरपंच, रणजीत सरपंच, मुखपाल सरपंच, पवन सरपंच, मिठ्ठू सिंह पूर्व सरपंच, बलदेव सिंह नम्बरदार सहित अनेक ग्रामीण कांग्रेस कार्यकत्र्ता उपस्थित थे।
15 दिसंबर 2010
62 साल की सुखदेव कौर दौड़ी सबसे तेज
डबवाली (लहू की लौ) गांव च_ा के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में आयोजित आंगनबाड़ी खेलकूद प्रतियोगिता में 22 महिलाओं और 42 लड़कियों ने भाग लिया। जिसमें जसप्रीत कौर (15) ने सर्वश्रेष्ठ एथलीट का पुरस्कार जीता। यह जानकारी देते हुए विद्यालय के प्रभारी मुख्य अध्यापक पालविन्द्र शर्मा ने बताया कि इस प्रतियोगिता में आंगनबाड़ी वर्कर इन्द्रजीत कौर तथा गांव की सरपंच गुरचरण सिंह ने खेलकूद प्रतियोगिता में सहयोग दिया। उनके अनुसार इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय रही विजेता खिलाडिय़ों को औढां में इसी सप्ताह आयोजित होने वाली ब्लॉक लेवल प्रतियोगिता में शामिल किया जायेगा। उनके अनुसार सीनियर वर्ग महिला 30 वर्ष से ऊपर की मटका दौड़ में सुखदेव कौर (62) प्रथम, महिन्द्र कौर (51) द्वितीय, सर्वजीत कौर (44) तृतीय रही। जबकि इसी वर्ग की आलू-चम्मच दौड़ में कुलविन्द्र कौर (32) प्रथम, गुरजीत कौर (31) द्वितीय तथा अजमेर कौर (72) तृतीय रही। उनके अनुसार 18 वर्ष से कम लड़कियों की दौड़ में 7वीं कक्षा की लवप्रीत कौर प्रथम, 8वीं की रीना रानी द्वितीय, छटी की मनप्रीत कौर तृतीय रही। साईकिल दौड़ में 8वीं की जसप्रीत कौर प्रथम, हरप्रीत कौर द्वितीय, छटी की लवप्रीत कौर तृतीय रही। जबकि आलू-चम्मच दौड़ में 8वीं की हरप्रीत कौर प्रथम, जसप्रीत कौर द्वितीय, 7वीं की राजवीर कौर तृतीय रही। पुरूषों की सीनियर वर्ग 400 मीटर दौड़ में माटी सिंह (55) प्रथम, हरचरण सिंह (42) द्वितीय, करनैल सिंह (44) तृतीय रहे।
जेलें भरेंगे कर्मचारी
डबवाली (लहू की लौ) सर्वकर्मचारी संघ के आह्वान पर जेल भरो आंदोलन की तैयारी के लिए एक राज्य स्तरीय जत्था मंगलवार को डबवाली पहुंचा। जत्थे का नेतृत्व प्रांतीय कोषाध्यक्ष सीएन भारती कर रहे थे। जिला सिरसा सर्वकर्मचारी संघ के प्रधान सोहन सिंह रंधावा एवं रमेश मजौका भी उनके साथ थे।
इस जत्थे ने आज 19 दिसम्बर के जेल भरो कार्यक्रम को लेकर विभिन्न कार्यालयों में गेट मीटिंग की और कर्मचारियों को रोहतक पहुंचने का आह्वान किया। इस मौके पर सीएन भारती ने सम्बोधन में कहा कि सर्वकर्मचारी संघ निरन्तर जनता हित व कर्मचारी हित के मुद्दों को लेकर अपनी आवाज उठाता रहता है। वर्तमान दौर में भी हम हरियाणा सरकार को निजिकरण रोकने, वेतन विसंगतियां दूर करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्के करने आदि मुद्दों पर बातचीज करने का कहता रहा है। परन्तु सरकार बातचीत करके मुद्दों/भागों पर सहमति जता कर भी लागू नहीं कर रही है। दूसरी ओर पीपीपी मॉडल लागू करके अपने चेहते ठेकेदारों को सारे सरकारी विभाग कौडिय़ों के भाव बेचने की योजना बना रही है। हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ-70 के अध्यक्ष प्रदीप पारिक ने बताया कि जेल भरो आंदोलन को सफल बनाने के लिए खण्ड कार्यालय मंडी डबवाली में अध्यापकों की डयूटियां लगा दी गई हैं। इस सन्दर्भ में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय डबवाली के प्रांगण में आयोजित बैठक में अध्यापक समस्याओं पर भी विचार विमर्श किया गया। इस मौके पर जिला सहसचिव गुरमीत सिंह, जिला उपप्रधान कुलदीप कौर, पंजाबी अध्यापक कुलदीप सिंह, रमेश कुमार, बलौर सिंह, नानक चन्द, एसएस गुरविन्द्र सिंह, सरदूल ङ्क्षसह उपस्थित थे।
इस जत्थे ने आज 19 दिसम्बर के जेल भरो कार्यक्रम को लेकर विभिन्न कार्यालयों में गेट मीटिंग की और कर्मचारियों को रोहतक पहुंचने का आह्वान किया। इस मौके पर सीएन भारती ने सम्बोधन में कहा कि सर्वकर्मचारी संघ निरन्तर जनता हित व कर्मचारी हित के मुद्दों को लेकर अपनी आवाज उठाता रहता है। वर्तमान दौर में भी हम हरियाणा सरकार को निजिकरण रोकने, वेतन विसंगतियां दूर करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्के करने आदि मुद्दों पर बातचीज करने का कहता रहा है। परन्तु सरकार बातचीत करके मुद्दों/भागों पर सहमति जता कर भी लागू नहीं कर रही है। दूसरी ओर पीपीपी मॉडल लागू करके अपने चेहते ठेकेदारों को सारे सरकारी विभाग कौडिय़ों के भाव बेचने की योजना बना रही है। हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ-70 के अध्यक्ष प्रदीप पारिक ने बताया कि जेल भरो आंदोलन को सफल बनाने के लिए खण्ड कार्यालय मंडी डबवाली में अध्यापकों की डयूटियां लगा दी गई हैं। इस सन्दर्भ में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय डबवाली के प्रांगण में आयोजित बैठक में अध्यापक समस्याओं पर भी विचार विमर्श किया गया। इस मौके पर जिला सहसचिव गुरमीत सिंह, जिला उपप्रधान कुलदीप कौर, पंजाबी अध्यापक कुलदीप सिंह, रमेश कुमार, बलौर सिंह, नानक चन्द, एसएस गुरविन्द्र सिंह, सरदूल ङ्क्षसह उपस्थित थे।
14 दिसंबर 2010
मुख्यमंत्री का पुतला फूंका
डबवाली (लहू की लौ) जल सप्लाई एण्ड सेनीटेशन मस्ट्रोल इम्पलाइज यूनियन के गांव बादल जाकर मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने की योजना को पंजाब पुलिस ने नाकाम बना दिया। जिसके चलते यूनियन को लम्बी में ही यह पुतला फूंकना पड़ा।
मस्ट्रोल कर्मचारियों का आमरन अनशन सोमवार को 8वें दिन में प्रवेश कर गया है। 13 दिसम्बर को यूनियन ने लम्बी में ऐतिहासिक रैली करने की घोषणा के साथ-साथ गांव बादल में पहुंच कर मुख्यमंत्री पंजाब प्रकाश सिंह बादल का पुतला फूंकने का निर्णय लिया था। जिसके चलते पंजाब पुलिस ने बादल गांव को जाने वाले सभी रास्तों पर नाकाबंदी करके इस क्षेत्र को पुलिस छावनी में बदल दिया था। 13 दिसम्बर को अपनी घोषणा के अनुरूप यूनियन ने मस्ट्रोल कर्मचारियों की रैली लम्बी में की। रैली के बाद कर्मचारी बादल की ओर कूच करते हुए, पुलिस के दो नाकों को तोड़ते हुए अभी कुछ दूरी पर ही गये थे कि पंजाब पुलिस के जवानों ने उन्हें घेर लिया और आगे जाने से लम्बी में ही खेल स्टेडियम के पास रोक लिया। बादल पहुंचने में असफल रहने पर मस्ट्रोल कर्मचारियों ने प्रकाश सिंह बादल के पुतले को स्टेडियम के पास भारी पुलिस बल के सामने फूंक दिया। इस मौके पर कर्मचारियों ने बादल सरकार के खिलाफ रोष भरी नारेबाजी की। इसके बाद इन कर्मचारियों ने खेल स्टेडियम में ही अपना जमावड़ा लगा लिया।
इस मौके पर सम्बोधित करते हुए जल सप्लाई एण्ड सेनीटेशन मस्ट्रोल इम्पलाईज यूनियन पंजाब के प्रधान सुखनन्दन सिंह मैहनिया ने कहा कि उनका आज का कार्यक्रम केवल टे्रलर था। अगर 24 दिसम्बर तक भी पंजाब सरकार नहीं जागी तो इस आंदोलन को और तेज करते हुए 25 दिसम्बर को मस्ट्रोल कर्मचारियों अपने परिवारों के साथ बादल की ओर कूच करेंगे और वहां पर हर हालत में मुख्यमंत्री बादल का पूतला फूकेंगे। उन्होंने कहा कि मांग न माने जाने तक आमरन अनशन भी जारी रहेगा। इस मौके पर उन्होंने अपने साथियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पंजाब सरकार उनके साथ भेदभाव बरत रही है। तीन साल पहले एडहॉक पर चल रहे 14 हजार अध्यापकोंं को पंजाब सरकार ने नियमित कर दिया। जबकि पिछले 20 वर्षों से मस्ट्रोल कर्मचारियों के रूप में संताप जेल रहे 3511 कर्मचारियों को आज तक सरकार ने नियमित नहीं किया और न ही उनकी सुध ली है।
इस मौके पर यूनियन नेताओं में से मुकेश कुमार संयुक्त सचिव, मोती लाल चेयरमैन, चन्द सिंह मलेरकोटला, पवन कुमार पम्मा, हरजीत सिंह मोगा, चरणजीत सिंह मोगा, बिट्टू मलोट, गुरजन्ट सिंह होलांवाली, राजकुमार फिरोजपुर, स्वर्ण सिंह पठानकोट, तेजवन्त सिंह फरीदकोट, जुगराज सिंह फरीदकोट, राकेश कुमार जैतीपुर, शमपाल सिंह, रूप सिंह कराईवाला, विजय कुमार, दर्शन सिंह, हरदीप सिंह बाबा, सूबा सिंह मलेछा, भजन सिंह मरखाई, सुखबीर बोगेवाला, करनैल सिंह, महिन्द्र सिंह, मुख्तियार सिंह, रामगोपाल, राकेश बातिश, जसविन्द्र सिंह, लाल चन्द, साधु सिंह, दर्शन सिंह, जितेन्द्र कुमार, लक्खा सिंह, गुरदर्शन सिंह पटियाला, सुरेन्द्र शर्मा, सर्वजीत, राकेश कुमार आदि ने सम्बोधित किया।
सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौकत बनाये रखने के लिए मौका पर एसएसपी मुक्तसर इन्द्रमोहन सिंह, एसपी (एच) आशुतोष कौशल, एसडीएम मलोट प्रवीन थिंद, थाना लम्बी प्रभारी हरिन्द्र सिंह चमेली अपने दल बल के साथ उपस्थित थे।
मस्ट्रोल कर्मचारियों का आमरन अनशन सोमवार को 8वें दिन में प्रवेश कर गया है। 13 दिसम्बर को यूनियन ने लम्बी में ऐतिहासिक रैली करने की घोषणा के साथ-साथ गांव बादल में पहुंच कर मुख्यमंत्री पंजाब प्रकाश सिंह बादल का पुतला फूंकने का निर्णय लिया था। जिसके चलते पंजाब पुलिस ने बादल गांव को जाने वाले सभी रास्तों पर नाकाबंदी करके इस क्षेत्र को पुलिस छावनी में बदल दिया था। 13 दिसम्बर को अपनी घोषणा के अनुरूप यूनियन ने मस्ट्रोल कर्मचारियों की रैली लम्बी में की। रैली के बाद कर्मचारी बादल की ओर कूच करते हुए, पुलिस के दो नाकों को तोड़ते हुए अभी कुछ दूरी पर ही गये थे कि पंजाब पुलिस के जवानों ने उन्हें घेर लिया और आगे जाने से लम्बी में ही खेल स्टेडियम के पास रोक लिया। बादल पहुंचने में असफल रहने पर मस्ट्रोल कर्मचारियों ने प्रकाश सिंह बादल के पुतले को स्टेडियम के पास भारी पुलिस बल के सामने फूंक दिया। इस मौके पर कर्मचारियों ने बादल सरकार के खिलाफ रोष भरी नारेबाजी की। इसके बाद इन कर्मचारियों ने खेल स्टेडियम में ही अपना जमावड़ा लगा लिया।
इस मौके पर सम्बोधित करते हुए जल सप्लाई एण्ड सेनीटेशन मस्ट्रोल इम्पलाईज यूनियन पंजाब के प्रधान सुखनन्दन सिंह मैहनिया ने कहा कि उनका आज का कार्यक्रम केवल टे्रलर था। अगर 24 दिसम्बर तक भी पंजाब सरकार नहीं जागी तो इस आंदोलन को और तेज करते हुए 25 दिसम्बर को मस्ट्रोल कर्मचारियों अपने परिवारों के साथ बादल की ओर कूच करेंगे और वहां पर हर हालत में मुख्यमंत्री बादल का पूतला फूकेंगे। उन्होंने कहा कि मांग न माने जाने तक आमरन अनशन भी जारी रहेगा। इस मौके पर उन्होंने अपने साथियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पंजाब सरकार उनके साथ भेदभाव बरत रही है। तीन साल पहले एडहॉक पर चल रहे 14 हजार अध्यापकोंं को पंजाब सरकार ने नियमित कर दिया। जबकि पिछले 20 वर्षों से मस्ट्रोल कर्मचारियों के रूप में संताप जेल रहे 3511 कर्मचारियों को आज तक सरकार ने नियमित नहीं किया और न ही उनकी सुध ली है।

सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौकत बनाये रखने के लिए मौका पर एसएसपी मुक्तसर इन्द्रमोहन सिंह, एसपी (एच) आशुतोष कौशल, एसडीएम मलोट प्रवीन थिंद, थाना लम्बी प्रभारी हरिन्द्र सिंह चमेली अपने दल बल के साथ उपस्थित थे।
गरीबी, भूखमरी, अनपढ़ता और भ्रष्टाचार भारत के दुश्मन-मनप्रीत सिंह बादल
डबवाली (लहू की लौ) पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने कहा कि भारत का दुश्मन न तो पाकिस्तान है और न ही चीन। अगर कोई दुश्मन है तो वह है गरीबी, भूखमरी, अनपढ़ता और भ्रष्टाचार।
वह रविवार देर रात को सम्पन्न हुए ईस्टवुड इंटरनैशनल स्कूल डूमवाली के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह के अवसर पर उपस्थित लोगों, विद्यालय अध्यापकों एवं विद्यार्थियों को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हम सब मिल कर गरीबी, भूखमरी, अनपढ़ता और भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान युग में युवाओं की नौकरी में जाने की प्राथमिकता बदल गई है। पहले युवक देश की रक्षा के लिए फौज में भर्ती होना गौरव समझते थे। लेकिन आज उनका लक्ष्य पैसा कमाना और बहुराष्ट्रीय कम्पनियों में सर्विस पाकर अपने सपनों को पूरा करना है।

उन्होंने स्कूल प्रबंधक समिति से अनुरोध किया कि विद्यालय प्रति वर्ष कम से कम 10 बच्चे नैशनल डिफेंस अकैडमी के लिए तैयार करे। इस मौके पर स्कूल प्रबंधक समिति की ओर से शिक्षा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और खेलों में मेधावी रहने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इससे पूर्व विद्यालय के बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। बच्चों ने वेस्टर्न डांस दिखाया। वहीं माई फेयर लेडी, कबालिया नृत्य, चंद जदों रोटी लगदा है, ओम, बंदे में था दम आदि प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोह लिया। वहीं पंजाबी भांगडा ने लोगों को नचा डाला।




पशु चोर गिरोह पकड़ा
डबवाली (लहू की लौ) ग्रामीणों की नाक में दम करने वाले अन्तर्राज्यीय पशु चोर गिरोह के तीन सदस्यों को चौटाला पुलिस ने नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया। जबकि गिरोह का सरगना अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है।
18-19 नवंबर 2010 की रात को कुछ लोगों ने गांव सकताखेड़ा की मिट्ठू सिंह की ढाणी में प्रवेश करके उसके घर में बंधी भैंस को चुरा लिया था। आरोपी भैंस को सड़क पर खड़े टाटा-207 में लादकर फरार होने वाले थे। लेकिन इस दौरान ढाणी मालिक मिट्ठू सिंह की आंख खुल गई। मिट्ठू सिंह के शोर मचाने पर आरोपी भैंस लदी गाड़ी वहीं छोड़कर फरार हो गए थे।
ढाणी मालिक मिट्ठू सिंह ने इसकी सूचना चौटाला पुलिस चौकी को दी और मौका पर पहुंची पुलिस ने टाटा-207 को अपने कब्जे में ले लिया। जिस पर पीबी 30एफ/9137 नम्बर अंकित था। पुलिस ने मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी। तफ्तीश चल रही थी और चौटाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई जीत सिंह को रविवार को सूचना मिली कि आरोपी गांव जोतांवाली के बस अड्डा पर खड़े हुए हैं। वे मुद्दई को साथ लेकर मौका पर पहुंचे और मुद्दई की पहचान पर भैंस चोर गिरोह के तीन सदस्यों को काबू कर लिया।
चौटाला चौकी प्रभारी एसआई जीत सिंह ने उपरोक्त पुष्टि करते हुए बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने अपनी पहचान बलजीत उर्फ बब्बू (24) पुत्र प्रेम सिंह निवासी अलियाना थाना अरनिवाला जिला फिरोजपुर, राजू (20) पुत्र दौलत राम निवासी हाकूवाला थाना लम्बी जिला मुक्तसर, भीम (27) पुत्र देसराज निवासी लोहगढ़ जिला सिरसा के रूप में करवाई। इन लोगों ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि उनका सरगना सुक्खा (35) पुत्र रूलदू उर्फ रेशम सिंह निवासी गांव साहबचन्द थाना गिदड़बाहा जिला मुक्तसर है।
आरोपियों को सोमवार को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश करके पुलिस ने पूछताछ के लिए एक दिन का पुलिस रिमांड ले लिया।
18-19 नवंबर 2010 की रात को कुछ लोगों ने गांव सकताखेड़ा की मिट्ठू सिंह की ढाणी में प्रवेश करके उसके घर में बंधी भैंस को चुरा लिया था। आरोपी भैंस को सड़क पर खड़े टाटा-207 में लादकर फरार होने वाले थे। लेकिन इस दौरान ढाणी मालिक मिट्ठू सिंह की आंख खुल गई। मिट्ठू सिंह के शोर मचाने पर आरोपी भैंस लदी गाड़ी वहीं छोड़कर फरार हो गए थे।
ढाणी मालिक मिट्ठू सिंह ने इसकी सूचना चौटाला पुलिस चौकी को दी और मौका पर पहुंची पुलिस ने टाटा-207 को अपने कब्जे में ले लिया। जिस पर पीबी 30एफ/9137 नम्बर अंकित था। पुलिस ने मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी। तफ्तीश चल रही थी और चौटाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई जीत सिंह को रविवार को सूचना मिली कि आरोपी गांव जोतांवाली के बस अड्डा पर खड़े हुए हैं। वे मुद्दई को साथ लेकर मौका पर पहुंचे और मुद्दई की पहचान पर भैंस चोर गिरोह के तीन सदस्यों को काबू कर लिया।
चौटाला चौकी प्रभारी एसआई जीत सिंह ने उपरोक्त पुष्टि करते हुए बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने अपनी पहचान बलजीत उर्फ बब्बू (24) पुत्र प्रेम सिंह निवासी अलियाना थाना अरनिवाला जिला फिरोजपुर, राजू (20) पुत्र दौलत राम निवासी हाकूवाला थाना लम्बी जिला मुक्तसर, भीम (27) पुत्र देसराज निवासी लोहगढ़ जिला सिरसा के रूप में करवाई। इन लोगों ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि उनका सरगना सुक्खा (35) पुत्र रूलदू उर्फ रेशम सिंह निवासी गांव साहबचन्द थाना गिदड़बाहा जिला मुक्तसर है।
आरोपियों को सोमवार को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश करके पुलिस ने पूछताछ के लिए एक दिन का पुलिस रिमांड ले लिया।
रोड़वेज की बस का शीशा तोड़ा
डबवाली (लहू की लौ) शराब के नशे में धुत्त दो युवाओं ने शराब की खाली बोतल पंजाब रोड़वेज की बस पर फेंक कर उसका शीशा तोड़ डाला। पूछताछ के लिए पुलिस ने दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार डबवाली की इन्दिरा नगरी के रवि और मिथुन नामक दो युवक हरियाणा रोड़वेज की एक बस में सिरसा के लिए डबवाली से रवाना हुए थे और इन युवकों ने बस में ही शराब पीकर बोतल खाली कर ली। युवकों ने नशे में चोरमार के पास खाली बोतल को बस से बाहर फेंक दिया। यह बोतल सिरसा साईड से आ रही पंजाब रोड़वेज की बस के शीशे पर जा लगी। जिससे शीशा टूट गया। बताया जाता है कि पंजाब रोड़वेज बस के चालक गुरप्रीत सिंह ने सवारियों के सहयोग से हरियाणा रोड़वेज की बस में सवार उक्त शरारती युवकों को दबोच लिया और डबवाली लाकर पुलिस के हवाले कर दिया।
गायब पांच लाख दो दिन बाद मिले
डबवाली (लहू की लौ) यहां की एक आढ़तिया की दुकान से शनिवार को रहस्यमय ढंग से गायब हुई पांच लाख रूपए की राशि सोमवार को नाटकीय ढंग से वापिस मिल गई।
प्राप्त जानकारी अनुसार नई अनाज मण्डी में स्थित आढ़ती फर्म रहेजा ट्रेडिंग कंपनी पर शनिवार को एक किसान दो लाख रूपए की राशि लेने के लिए आया और उसने फर्म के मालिक जयचन्द रहेजा को फोन किया कि उसे दो लाख रूपए की राशि चाहिए। जिस पर तुरंत राशि दुकान पर पांच लाख रूपए की राशि पहुंच गई। जिसमें से दो लाख रूपए किसान को दे दिए गए और तीन लाख रूपए वापिस फर्म मालिक के पास पहुंच गए। लेकिन इससे पूर्व भी पांच लाख रूपए की राशि दुकान पर आई थी। जो रहस्यमय ढंग से फर्म मालिक को रोकड़ मिलान के दौरान गायब मिली।
फर्म मालिक जयचन्द रहेजा ने बताया कि शनिवार को ही उसे राशि गायब करने वाले पर संदेह हो गया था। लेकिन रविवार को घर पर रिश्तेदार आने के कारण फिलहाल मामला टल गया। लेकिन सोमवार को संबंधित व्यक्ति गायब की गई राशि लौटा गया। रहेजा ने इस व्यक्ति का नाम बताने से इंकार कर दिया। सिर्फ इतना ही कहा कि राशि मिल गई है। यहीं गनीमत है।
प्राप्त जानकारी अनुसार नई अनाज मण्डी में स्थित आढ़ती फर्म रहेजा ट्रेडिंग कंपनी पर शनिवार को एक किसान दो लाख रूपए की राशि लेने के लिए आया और उसने फर्म के मालिक जयचन्द रहेजा को फोन किया कि उसे दो लाख रूपए की राशि चाहिए। जिस पर तुरंत राशि दुकान पर पांच लाख रूपए की राशि पहुंच गई। जिसमें से दो लाख रूपए किसान को दे दिए गए और तीन लाख रूपए वापिस फर्म मालिक के पास पहुंच गए। लेकिन इससे पूर्व भी पांच लाख रूपए की राशि दुकान पर आई थी। जो रहस्यमय ढंग से फर्म मालिक को रोकड़ मिलान के दौरान गायब मिली।
फर्म मालिक जयचन्द रहेजा ने बताया कि शनिवार को ही उसे राशि गायब करने वाले पर संदेह हो गया था। लेकिन रविवार को घर पर रिश्तेदार आने के कारण फिलहाल मामला टल गया। लेकिन सोमवार को संबंधित व्यक्ति गायब की गई राशि लौटा गया। रहेजा ने इस व्यक्ति का नाम बताने से इंकार कर दिया। सिर्फ इतना ही कहा कि राशि मिल गई है। यहीं गनीमत है।
टैंकर ने कुचला
डबवाली (लहू की लौ) राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 10 पर स्थित बूस्टिंग स्टेशन के सामने रविवार रात को एक तेजगति तेल टैंकर ने साईकिल सवार को कुचल दिया। बाद में बिजली के खम्बे को तोड़ता हुआ डिवाईडर पर जा चढ़ा। थाना शहर पुलिस डबवाली ने टैंकर चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी है।
भारत संचार निगम लि. उपमण्डल डबवाली के एसडीई मनमोहन शर्मा (55) निवासी वार्ड नं. 18, डबवाली ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि वह रविवार रात को अपने एक मित्र के घर से वापिस अपने घर आ रहा था। जब वह मनसा दास डेरा के पास पहुंचा तो उसने देखा कि उसका भाई जयराम (40) निवासी वार्ड नं.18, डबवाली सिरसा साईड से अपनी साईकिल पर आ रहा है। अचानक पीछे से आए एक तेजगति तेल टैंकर ने उसमें टक्कर मार दी। उसके भाई को कुचलने के बाद यह तेल टैंकर बिजली के खम्बे को तोड़ता हुआ डिवाईडर पर जा चढ़ा। जयराम ने मौका पर ही दम तोड़ दिया। जयराम बिजली विभाग में एएलएम के पद पर कार्यरत था।
मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के एएसआई सूबे सिंह यादव ने बताया कि दुर्घटना के बाद आरोपी तेल टैंकर चालक टैंकर को मौका पर छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने मृतक एएलएम जयराम (40) के भाई मनमोहन शर्मा निवासी वार्ड नं. 18, डबवाली के उपरोक्त ब्यान पर तेल कैंटर चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी है। सोमवार को डबवाली के सरकारी अस्पताल से शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।
भारत संचार निगम लि. उपमण्डल डबवाली के एसडीई मनमोहन शर्मा (55) निवासी वार्ड नं. 18, डबवाली ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि वह रविवार रात को अपने एक मित्र के घर से वापिस अपने घर आ रहा था। जब वह मनसा दास डेरा के पास पहुंचा तो उसने देखा कि उसका भाई जयराम (40) निवासी वार्ड नं.18, डबवाली सिरसा साईड से अपनी साईकिल पर आ रहा है। अचानक पीछे से आए एक तेजगति तेल टैंकर ने उसमें टक्कर मार दी। उसके भाई को कुचलने के बाद यह तेल टैंकर बिजली के खम्बे को तोड़ता हुआ डिवाईडर पर जा चढ़ा। जयराम ने मौका पर ही दम तोड़ दिया। जयराम बिजली विभाग में एएलएम के पद पर कार्यरत था।
मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के एएसआई सूबे सिंह यादव ने बताया कि दुर्घटना के बाद आरोपी तेल टैंकर चालक टैंकर को मौका पर छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने मृतक एएलएम जयराम (40) के भाई मनमोहन शर्मा निवासी वार्ड नं. 18, डबवाली के उपरोक्त ब्यान पर तेल कैंटर चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी है। सोमवार को डबवाली के सरकारी अस्पताल से शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।
13 दिसंबर 2010
'राहुल चॉकलेट ब्बॉय, सोनिया पोप के इशारे पर काम करने वाली महिलाÓ
डबवाली (लहू की लौ) अग्रवाल धर्मशाला में आयोजित विराट धर्म सभा में राम जन्म भूमि, भगवा आतंकवाद और कश्मीर मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद का मुख्य निशाना कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी और कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी रहे।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा संस्कार भारती हरियाणा के महामंत्री अजय सिहंल ने राम जन्म भूमि मुद्दे के फैसले में देरी के लिए कांग्रेस को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि सिमी और सत्ता का घालमेल है। वोटों की राजनीति के लिए मुस्लिम संतुष्टिकरण की नीति पर चलते हुए कांग्रेस ने पहले शंकाराचार्य जयेन्द्र सरस्वती को दीपावली की रात को बंदी बनाया और अब कैथल के इन्द्रेश को आतंकवादी कहकर फंसाया जा रहा है। जबकि सच्चाई यह है कि इन्द्रेश ने राष्ट्रवादी मुस्लमानों को संगठित करने का काम करके हिन्दुओं और मुस्लमानों के बीच खाई को भरने का प्रयास किया, और यह सरकार को गवारा नहीं हुआ, जिसके चलते फूट डालो और राज करो की नीति अपनाने वाली कांग्रेस सरकार ने देश भक्त इंद्रेश को आतंकवादी घोषित कर दिया।
उन्होंने कहा कि बांगलादेश से भारत में घुसे करीब ढ़ाई करोड़ मुस्लिम घुसपैठियों को सरकारी सुविधाएं देते हुए उन्हें पीले कार्ड और नागरिकता तक प्रदान की। जबकि कश्मीर और पाकिस्तान से विस्थापित होकर आए हिन्दुओं को आज तक किसी प्रकार की सुविधा नहीं दी गई।
बजरंग दल के प्रांतीय संयोजक सुरेश वत्स ने कहा कि कांग्रेस नेता देश को आजाद करवाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को भूल गए हैं, अब उनके सामने अगर कोई आदर्श है, तो राहुल गांधी जो एक चॉकलेट ब्बॉय है। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी है, जोकि पॉप के इशारे पर काम चलने वाली महिला है। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के संस्कार ही ऐसे होंगे उस पार्टी से देश हित की आशा की जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के लिए संसद पर हमला करने वाला अफजल गुरू और मुम्बई को दहलाने वाला कसाब देशभक्त हैं, जबकि देश के लिए कुर्बानी देने वाले भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद और बटुकेश्वर दत्त जैसे देशभक्त उनके लिए प्रेरणा के स्त्रोत नहीं है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांतीय संघ चालक मेजर करतार सिंह ने कश्मीर मुद्दे को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस को अपना निशाना बनाते हुए कहा कि कांग्रेस 1947 वाली गलती फिर दोहराते हुए कश्मीर को अलगाववादियों के हाथों सौंपने पर विचार कर रही है। जो देश हित में नहीं है। पूरे देश में देश विरोधी शक्तियों को नंगा करने के लिए तथा हिन्दू समाज में चेतना जागृत करने के उद्देश्य से हनुमत शक्ति जागरण मंच द्वारा देश के 8000 केन्द्रों पर 26 दिसंबर तक धर्म सभाएं की जा रही हैं।
इस मौके पर सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल डबवाली की छात्राओं ने राष्ट्र भक्ति से ओतप्रोत गीत ए मेरा वतन मुझको जान से प्यारा, तुम भी कहो कहते रहो ये देश है हमारा.. प्रस्तुत किया। इससे पूर्व हवन यज्ञ भी किया।
इस अवसर पर पतराम रिसालियाखेड़ा, एसके दुआ, राजेन्द्र गुप्ता एडवोकेट, कृष्ण सेतिया, शामलाल जिन्दल, अमृतपाल, सतीश अग्रवाल, राजकुमार, सुदर्शन मित्तल, हरमेश, नारायण दास मैहता, अशोक सिंगला, प्यारे लाल गोयल, पवन गोयल, अशोक जिन्दल, हंसराज गोयल, रामकिशन मैहता, नरेश गर्ग, सुशील गर्ग, सुदेश आर्य, कुलदीप बांसल आदि उपस्थित थे।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा संस्कार भारती हरियाणा के महामंत्री अजय सिहंल ने राम जन्म भूमि मुद्दे के फैसले में देरी के लिए कांग्रेस को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि सिमी और सत्ता का घालमेल है। वोटों की राजनीति के लिए मुस्लिम संतुष्टिकरण की नीति पर चलते हुए कांग्रेस ने पहले शंकाराचार्य जयेन्द्र सरस्वती को दीपावली की रात को बंदी बनाया और अब कैथल के इन्द्रेश को आतंकवादी कहकर फंसाया जा रहा है। जबकि सच्चाई यह है कि इन्द्रेश ने राष्ट्रवादी मुस्लमानों को संगठित करने का काम करके हिन्दुओं और मुस्लमानों के बीच खाई को भरने का प्रयास किया, और यह सरकार को गवारा नहीं हुआ, जिसके चलते फूट डालो और राज करो की नीति अपनाने वाली कांग्रेस सरकार ने देश भक्त इंद्रेश को आतंकवादी घोषित कर दिया।
उन्होंने कहा कि बांगलादेश से भारत में घुसे करीब ढ़ाई करोड़ मुस्लिम घुसपैठियों को सरकारी सुविधाएं देते हुए उन्हें पीले कार्ड और नागरिकता तक प्रदान की। जबकि कश्मीर और पाकिस्तान से विस्थापित होकर आए हिन्दुओं को आज तक किसी प्रकार की सुविधा नहीं दी गई।
बजरंग दल के प्रांतीय संयोजक सुरेश वत्स ने कहा कि कांग्रेस नेता देश को आजाद करवाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को भूल गए हैं, अब उनके सामने अगर कोई आदर्श है, तो राहुल गांधी जो एक चॉकलेट ब्बॉय है। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी है, जोकि पॉप के इशारे पर काम चलने वाली महिला है। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के संस्कार ही ऐसे होंगे उस पार्टी से देश हित की आशा की जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के लिए संसद पर हमला करने वाला अफजल गुरू और मुम्बई को दहलाने वाला कसाब देशभक्त हैं, जबकि देश के लिए कुर्बानी देने वाले भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद और बटुकेश्वर दत्त जैसे देशभक्त उनके लिए प्रेरणा के स्त्रोत नहीं है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांतीय संघ चालक मेजर करतार सिंह ने कश्मीर मुद्दे को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस को अपना निशाना बनाते हुए कहा कि कांग्रेस 1947 वाली गलती फिर दोहराते हुए कश्मीर को अलगाववादियों के हाथों सौंपने पर विचार कर रही है। जो देश हित में नहीं है। पूरे देश में देश विरोधी शक्तियों को नंगा करने के लिए तथा हिन्दू समाज में चेतना जागृत करने के उद्देश्य से हनुमत शक्ति जागरण मंच द्वारा देश के 8000 केन्द्रों पर 26 दिसंबर तक धर्म सभाएं की जा रही हैं।
इस मौके पर सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल डबवाली की छात्राओं ने राष्ट्र भक्ति से ओतप्रोत गीत ए मेरा वतन मुझको जान से प्यारा, तुम भी कहो कहते रहो ये देश है हमारा.. प्रस्तुत किया। इससे पूर्व हवन यज्ञ भी किया।
इस अवसर पर पतराम रिसालियाखेड़ा, एसके दुआ, राजेन्द्र गुप्ता एडवोकेट, कृष्ण सेतिया, शामलाल जिन्दल, अमृतपाल, सतीश अग्रवाल, राजकुमार, सुदर्शन मित्तल, हरमेश, नारायण दास मैहता, अशोक सिंगला, प्यारे लाल गोयल, पवन गोयल, अशोक जिन्दल, हंसराज गोयल, रामकिशन मैहता, नरेश गर्ग, सुशील गर्ग, सुदेश आर्य, कुलदीप बांसल आदि उपस्थित थे।
12 दिसंबर 2010
दोस्ती की चाह में किया हमला
डबवाली | पसंदीदा लड़की से दोस्ती जब परवान नहीं चढ़ सकी तो दोस्ती के पेंच लड़ाने वाले युवक ने लड़की के घर जाकर तेजधार हथियार से प्रहार कर उसे घायल कर दिया और बाद में खुद कीटनाशी दवा पी कर अस्पताल में दाखिल हो गया। उधर, घायल लड़की को भी अस्पताल में ले जाया गया है।
वार्ड नंबर 13 की गली प्रेरणा पब्लिक स्कूल वाली में ऐसा ही कुछ हुआ। अस्पताल में उपचाराधीन घायल लड़की रजनी (19) पुत्री ओम शंकर ने बताया कि शुक्रवार देर शाम सात बजे उसके पिता हिंदी साहित्य सदन लाइब्रेरी में गए हुए थे और मां उसके भाई के इलाज के लिए बरनाला गई हुई थी। उसी दौरान उनके घर के सामने रहने वाला कुलदीप नामक युवक उसके घर में घुस आया। उसके हाथ में तेजधार हथियार था। युवक ने घर में घुसते ही उससे गोदरेज की अलमारी की चाबियां मांगी। रजनी ने बताया कि उसके इंकार करने पर वह उस पर तेजधार हथियार से टूट पड़ा और सिर पर प्रहार किया जिससे वह घायल हो गई। जब बचाओ बचाओ शोर किया तो आसपास के एकत्रित लोगों को देखकर वह युवक मौके से फरार हो गया। बाद में वह कीटनाशी दवा पीकर अस्पताल में दाखिल हो गया।
रजनी ने आरोप लगाया कि कुलदीप दो माह पूर्व भी उनके घर में नशे में घुस आया था। उस समय पंचायती तौर पर माफी मांग लेेने पर समझौता हो गया था। कुलदीप ने बताया कि शुक्रवार शाम को रजनी ने ही उसे फोन करके बुलाया था। लेकिन उसके मन में आशंका थी कि कहीं उस पर हमला न हो जाए इसलिए वह घर से ईंटें तोडऩे वाली तेसी को साथ ले गया। कुलदीप के अनुसार वह जैसे ही रजनी के घर पहुंचा तो रजनी ने पहले से बैठे एक युवक को उसकी पिटाई करने के लिए कहा। उसके तेसी दिखाने पर वह युवक तो भाग गया और उसने गुस्से में आकर रजनी के सिर पर तेसी का प्रहार कर दिया और घर आकर कीटनाशी दवा पी गया। एसआई मंदरूप सिंह ने बताया कि रजनी के बयान पर युवक कुलदीप के खिलाफ केस दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
वार्ड नंबर 13 की गली प्रेरणा पब्लिक स्कूल वाली में ऐसा ही कुछ हुआ। अस्पताल में उपचाराधीन घायल लड़की रजनी (19) पुत्री ओम शंकर ने बताया कि शुक्रवार देर शाम सात बजे उसके पिता हिंदी साहित्य सदन लाइब्रेरी में गए हुए थे और मां उसके भाई के इलाज के लिए बरनाला गई हुई थी। उसी दौरान उनके घर के सामने रहने वाला कुलदीप नामक युवक उसके घर में घुस आया। उसके हाथ में तेजधार हथियार था। युवक ने घर में घुसते ही उससे गोदरेज की अलमारी की चाबियां मांगी। रजनी ने बताया कि उसके इंकार करने पर वह उस पर तेजधार हथियार से टूट पड़ा और सिर पर प्रहार किया जिससे वह घायल हो गई। जब बचाओ बचाओ शोर किया तो आसपास के एकत्रित लोगों को देखकर वह युवक मौके से फरार हो गया। बाद में वह कीटनाशी दवा पीकर अस्पताल में दाखिल हो गया।
रजनी ने आरोप लगाया कि कुलदीप दो माह पूर्व भी उनके घर में नशे में घुस आया था। उस समय पंचायती तौर पर माफी मांग लेेने पर समझौता हो गया था। कुलदीप ने बताया कि शुक्रवार शाम को रजनी ने ही उसे फोन करके बुलाया था। लेकिन उसके मन में आशंका थी कि कहीं उस पर हमला न हो जाए इसलिए वह घर से ईंटें तोडऩे वाली तेसी को साथ ले गया। कुलदीप के अनुसार वह जैसे ही रजनी के घर पहुंचा तो रजनी ने पहले से बैठे एक युवक को उसकी पिटाई करने के लिए कहा। उसके तेसी दिखाने पर वह युवक तो भाग गया और उसने गुस्से में आकर रजनी के सिर पर तेसी का प्रहार कर दिया और घर आकर कीटनाशी दवा पी गया। एसआई मंदरूप सिंह ने बताया कि रजनी के बयान पर युवक कुलदीप के खिलाफ केस दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
11 दिसंबर 2010
डांडिया नृत्य के साथ खेल उत्सव शुरू
डबवाली (लहू की लौ) शहीद अशोक वढ़ेरा सरस्वती विद्या मंदिर में दो दिवसीय खेल उत्सव शुक्रवार से शुरू हुआ। जिसमें विद्यालय के 450 विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता को चार सदनों में विभिक्त किया गया। खेल समारोह का उद्घाटन सेवानिवृत्त प्रवक्ता जगजीत सिंह ने किया। जबकि अध्यक्षता दर्शन अनजान ने की।
यह जानकारी देते हुए विद्यालय के प्रिंसीपल रणवीर सिंह नरवाल ने बताया कि 100 मी. दौड़ में शिवाजी सदन के बाल वर्ग से गुरकीरत प्रथम, डिम्पल द्वितीय, किशोर वर्ग से लवपिंद्र प्रथम, आशीष द्वितीय, भगत सिंह सदन के बाल वर्ग से धीरज प्रथम, गुरविंद्र द्वितीय, किशोर वर्ग से रजत लखोत्रा प्रथम रहा। जबकि कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से सलोनी प्रथम, आरती द्वितीय, किशोर वर्ग से यशिका रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से अंजलि, किशोर वर्ग से ज्योति वर्मा और साक्षी ने क्रमश: प्रथम और द्वितीय स्थान पाया।
200 मी. दौड़ में शिवजी सदन बाल वर्ग से रोहित प्रथम, किशोर वर्ग से राहुल प्रथम, संदीप द्वितीय, भगत सिंह बाल वर्ग से अरूण प्रथम, गौरव द्वितीय, किशोर वर्ग से कुलदीप प्रथम, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से वंदना प्रथम, लीजा द्वितीय, किशोर वर्ग से बबीता प्रथम, गरिमा द्वितीय, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से श्वेता प्रथम, तजिन्द्र द्वितीय, नवजोत तृतीय, जबकि किशोर वर्ग से अर्शप्रीत प्रथम, पायल द्वितीय रहे।
400 मी. दौड़ में शिवाजी सदन के बाल वर्ग से जयवीर प्रथम, राजेश द्वितीय, किशोर वर्ग से गुरप्रिंस प्रथम, कामिल द्वितीय, भगत सिंह सदन के बाल वर्ग से परविंद्र प्रथम, किशोर वर्ग से रोहित प्रथम, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से चांदनी प्रथम, समीधा द्वितीय, किशोर वर्ग से रवीना प्रथम, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से गगनदीप प्रथम, किशोर वर्ग से संजू द्वितीय रहे।
600 मी. दौड़ में शिवाजी सदन के बाल वर्ग से समन प्रथम, पारस द्वितीय, विपुल तृतीय, जबकि किशोर वर्ग से सचिन प्रथम, गुरलाल द्वितीय, भगत सिंह सदन से विषांक प्रथम, कल्पना चावला बाल वर्ग से खुशबू प्रथम, मनीषा द्वितीय, किशोर वर्ग से अनिता प्रथम, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से गगनदीप प्रथम, किशोर वर्ग से संजू प्रथम रहे।
ऊंची कूद में शिवजी सदन बाल वर्ग से हरमोन, निर्मल प्रथम, हरीश द्वितीय, भगत सिंह सदन के किशोर वर्ग से सागर प्रथम, गौरव द्वितीय, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से सिमरन प्रथम, दिव्या द्वितीय, किशोर वर्ग से शालिनी प्रथम, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बालवर्ग से अनु प्रथम, निकिता द्वितीय, प्रिया तृतीय, किशोर वर्ग से गीता प्रथम, रवीना द्वितीय रहे। लम्बी कूद में शिवाजी सदन के बाल वर्ग से पारस प्रथम, धीरज द्वितीय, किशोर वर्ग से पवन प्रथम, राकेश द्वितीय, भगत सिंह सदन के बाल वर्ग से गुरदेव प्रथम, पवन द्वितीय, किशोर वर्ग से हर्षदीप प्रथम, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से तमन्ना प्रथम, किशोर वर्ग से अर्शदीप और प्रिय क्रमश: प्रथम, द्वितीय रहे। रानी लक्ष्मीबाई बाल वर्ग से अपूर्वा प्रथम, विमल द्वितीय, गोला फेंक में शिवाजी सदन बाल वर्ग से शुभम प्रथम, किशोर वर्ग से मनप्रीत प्रथम, गौतम द्वितीय, दीक्षित तृतीय, भगत सिंह सदन बाल वर्ग से हेमंत प्रथम, अभिषेक द्वितीय, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से वरिन्द्र प्रथम, किशोर वर्ग से मोनिका प्रथम, सिमरन द्वितीय रहे। जबकि रानी लक्ष्मीबाई बाल वर्ग से सुमीधा प्रथम, सुनीता द्वितीय, किशोर वर्ग से महक प्रथम रही।
भाला फेंक में शिवाजी सदन बाल वर्ग से सुनील प्रथम, किशोर वर्ग से जगमोहन प्रथम, सचित द्वितीय, भगत सिंह सदन बाल वर्ग से प्रिंस प्रथम, जितेन्द्र द्वितीय, किशोर वर्ग से कुलदीप प्रथम, चक्का फेंक में शिवाजी सदन बाल वर्ग से प्रभजोत प्रथम, किशोर वर्ग से विश्वास प्रथम, भगत सिंह सदन बाल वर्ग से गुरमीत प्रथम, लक्ष्य द्वितीय, किशोर वर्ग से कुनाल प्रथम, गुरिंद्र द्वितीय, कल्पना चावला बाल वर्ग से अमन प्रथम, रूहानी द्वितीय, किशोर वर्ग से शिल्पा प्रथम, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से शिखा प्रथम रही। जबकि कबड्डी में रानी लक्ष्मीबाई सदन के किशोर वर्ग से मोनिका प्रथम, उजला और कृति द्वितीय रही। खो-खो में किशोर वर्ग लक्ष्मीबाई सदन प्रथम, कल्पना चावला सदन द्वितीय रहे।
यह जानकारी देते हुए विद्यालय के प्रिंसीपल रणवीर सिंह नरवाल ने बताया कि 100 मी. दौड़ में शिवाजी सदन के बाल वर्ग से गुरकीरत प्रथम, डिम्पल द्वितीय, किशोर वर्ग से लवपिंद्र प्रथम, आशीष द्वितीय, भगत सिंह सदन के बाल वर्ग से धीरज प्रथम, गुरविंद्र द्वितीय, किशोर वर्ग से रजत लखोत्रा प्रथम रहा। जबकि कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से सलोनी प्रथम, आरती द्वितीय, किशोर वर्ग से यशिका रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से अंजलि, किशोर वर्ग से ज्योति वर्मा और साक्षी ने क्रमश: प्रथम और द्वितीय स्थान पाया।
200 मी. दौड़ में शिवजी सदन बाल वर्ग से रोहित प्रथम, किशोर वर्ग से राहुल प्रथम, संदीप द्वितीय, भगत सिंह बाल वर्ग से अरूण प्रथम, गौरव द्वितीय, किशोर वर्ग से कुलदीप प्रथम, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से वंदना प्रथम, लीजा द्वितीय, किशोर वर्ग से बबीता प्रथम, गरिमा द्वितीय, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से श्वेता प्रथम, तजिन्द्र द्वितीय, नवजोत तृतीय, जबकि किशोर वर्ग से अर्शप्रीत प्रथम, पायल द्वितीय रहे।
400 मी. दौड़ में शिवाजी सदन के बाल वर्ग से जयवीर प्रथम, राजेश द्वितीय, किशोर वर्ग से गुरप्रिंस प्रथम, कामिल द्वितीय, भगत सिंह सदन के बाल वर्ग से परविंद्र प्रथम, किशोर वर्ग से रोहित प्रथम, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से चांदनी प्रथम, समीधा द्वितीय, किशोर वर्ग से रवीना प्रथम, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से गगनदीप प्रथम, किशोर वर्ग से संजू द्वितीय रहे।
600 मी. दौड़ में शिवाजी सदन के बाल वर्ग से समन प्रथम, पारस द्वितीय, विपुल तृतीय, जबकि किशोर वर्ग से सचिन प्रथम, गुरलाल द्वितीय, भगत सिंह सदन से विषांक प्रथम, कल्पना चावला बाल वर्ग से खुशबू प्रथम, मनीषा द्वितीय, किशोर वर्ग से अनिता प्रथम, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से गगनदीप प्रथम, किशोर वर्ग से संजू प्रथम रहे।
ऊंची कूद में शिवजी सदन बाल वर्ग से हरमोन, निर्मल प्रथम, हरीश द्वितीय, भगत सिंह सदन के किशोर वर्ग से सागर प्रथम, गौरव द्वितीय, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से सिमरन प्रथम, दिव्या द्वितीय, किशोर वर्ग से शालिनी प्रथम, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बालवर्ग से अनु प्रथम, निकिता द्वितीय, प्रिया तृतीय, किशोर वर्ग से गीता प्रथम, रवीना द्वितीय रहे। लम्बी कूद में शिवाजी सदन के बाल वर्ग से पारस प्रथम, धीरज द्वितीय, किशोर वर्ग से पवन प्रथम, राकेश द्वितीय, भगत सिंह सदन के बाल वर्ग से गुरदेव प्रथम, पवन द्वितीय, किशोर वर्ग से हर्षदीप प्रथम, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से तमन्ना प्रथम, किशोर वर्ग से अर्शदीप और प्रिय क्रमश: प्रथम, द्वितीय रहे। रानी लक्ष्मीबाई बाल वर्ग से अपूर्वा प्रथम, विमल द्वितीय, गोला फेंक में शिवाजी सदन बाल वर्ग से शुभम प्रथम, किशोर वर्ग से मनप्रीत प्रथम, गौतम द्वितीय, दीक्षित तृतीय, भगत सिंह सदन बाल वर्ग से हेमंत प्रथम, अभिषेक द्वितीय, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से वरिन्द्र प्रथम, किशोर वर्ग से मोनिका प्रथम, सिमरन द्वितीय रहे। जबकि रानी लक्ष्मीबाई बाल वर्ग से सुमीधा प्रथम, सुनीता द्वितीय, किशोर वर्ग से महक प्रथम रही।
भाला फेंक में शिवाजी सदन बाल वर्ग से सुनील प्रथम, किशोर वर्ग से जगमोहन प्रथम, सचित द्वितीय, भगत सिंह सदन बाल वर्ग से प्रिंस प्रथम, जितेन्द्र द्वितीय, किशोर वर्ग से कुलदीप प्रथम, चक्का फेंक में शिवाजी सदन बाल वर्ग से प्रभजोत प्रथम, किशोर वर्ग से विश्वास प्रथम, भगत सिंह सदन बाल वर्ग से गुरमीत प्रथम, लक्ष्य द्वितीय, किशोर वर्ग से कुनाल प्रथम, गुरिंद्र द्वितीय, कल्पना चावला बाल वर्ग से अमन प्रथम, रूहानी द्वितीय, किशोर वर्ग से शिल्पा प्रथम, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से शिखा प्रथम रही। जबकि कबड्डी में रानी लक्ष्मीबाई सदन के किशोर वर्ग से मोनिका प्रथम, उजला और कृति द्वितीय रही। खो-खो में किशोर वर्ग लक्ष्मीबाई सदन प्रथम, कल्पना चावला सदन द्वितीय रहे।
विजय कांसल बने निर्विरोध डायरेक्टर
औढ़ां। इनेलो नेता विजय कांसल औढां को दि कालांवाली को-ओपरेटिव मार्केटिंग सोसायटी के निर्विरोध डायरेक्टर बनने पर इनेलो नेता सुखमंदर सिहाग, अवतार मल्हान, गिरधारी लाल बिस्सु, रुकमा सिहाग, सुखदेव पोटलिया, मंदर सिंह सरां, हंसराज सिहाग, ओमप्रकाश पोटलिया, जगतार सिंह रघुआना, हरदम सिंह लक्कड़ांवाली, सरपंच नरेन्द्र मल्हान, करनैल सिंह ओढां, गुरमेल सिंह सालमखेड़ा, दर्शन सिंह चौरमार, सतीश शर्मा व सतनाम कुंडर ने बधाई दी है।
समाजसेवी महिलाओं को सम्मानित कर मनाया सोनिया का जन्म दिन
डबवाली (लहू की लौ) कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी का जन्मदिन युवा कांग्रेस ने हल्का डबवाली की महिला समाजसेवियों को सम्मानित करते हुए मनाया। यह कार्यक्रम लोकसभा सिरसा के युवा कांग्रेस अध्यक्ष अमित सिहाग के निर्देश पर विधानसभा हलका डबवाली के युवा उपप्रधान विजय सहारण के नेतृत्व में आयोजित किया गया। इस अवसर पर गोबिन्द संस्कार केन्द्र की संचालिका व समाजसेविका रतना, बिन्दया महन्त को शाल भेंट कर सम्मानित किया। समस्त युवा कांग्रेस सदस्यों ने इस अवसर पर इन समाजसेवियों को भविष्य में भी हरसंभव मदद देने का भरोसा भी दिलाया। इस अवसर पर ब्लॉक प्रधान पवन गर्ग, हलका डेलीगेट संजय मिढा व जगबीर प्रेमी, पूर्व युवा प्रधान रविन्द्र बिन्दू, हलका महासचिव विक्की बांसल, सुरेन्द्र सुथार बिज्जूवाली, जितेन्द्र तथा डा. के.वी. सिंह के निजी सचिव बजरंग लाल सहित अनेक युवा कांग्रेस कार्यकत्र्ता उपस्थित थे।
महिला का शव मिला
डबवाली। गोरीवाला पुलिस को राजपुरा माईनर की टेल के साथ बहने वाले रजवाहा से एक महिला की गली-सड़ी हालत में लाश मिली है। जिसे शिनाख्त के लिए डबवाली के सामान्य अस्पताल की मोरचरी में रखा गया है। गांव बिज्जूवाली का किसान काशी राम पुत्र बहादुर राम शुक्रवार दोपहर को लगभग एक बजे अपनी खेत में गया। उसने जैसे ही टयूब्बैल चलाया और उसकी निगाह रजवाहा की ओर गई तो वह देख कर दंग रह गया कि रजवाहा में महिला की गली-सड़ी हालत में एक लाश पड़ी है। इसकी सूचना उसने गोरीवाला पुलिस चौकी को दी और मौका पर एएसआई भूप सिंह ने पहुंच कर लाश को कब्जे में लेकर डबवाली के सामान्य अस्पताल के डैड हाऊस में ले आये। एएसआई भूप सिंह ने बताया कि मृतक महिला की शिनाख्त के लिए लाश को डैड हाऊस में रखा है। उनके अनुसार महिला के नीले-लाल रंग की धारीदार सलवार पहनी हुई है जबकि ऊपर का बदन नंगा, सिर से लेकर गर्दन तक चमड़ी नहीं है। दाहिने हाथ पर ओम खुदा हुआ, कलाई में रस्सी बंधी है। बायें हाथ की कोहनी तक चमड़ी नहीं है। लाश 8-10 दिन पुरानी, उम्र 43 वर्ष, कद 5 फुट के करीब है।
चलती ट्रेन में गुम हुई अनु पहुंच गई डबवाली
डबवाली (लहू की लौ) मंगलवार को चलती ट्रेन से एक पांच साल की लड़की अपनी मां की गोद से गायब हो गई। मार्ग में आई नहर में लड़की के गिरने का संदेह पैदा हुआ तो परिजन उसे नहर में तालाशने लगे। जबकि लड़की गाड़ी से डबवाली पहुंच चुकी थी। जीआरपी चौकी के कर्मचारियों ने पांच साल की इस लड़की को टॉफी, चॉकलेट देकर दुलारा और पुचकारा। एक सामाजिक संस्था की मदद से चौबीस घंटे के बाद लड़की अपने अभिभावकों की गोद में आ गई।
राकेश कुमार (32) निवासी बवनीपुर जिला मैनपुरी उत्तर प्रदेश ने बताया कि वह अपनी पत्नी सरिता के साथ पिछले दो माह से अबोहर के सुभाष नगर में रह रहा है और बब्बू नागपाल की नरमा की फैक्ट्री में काम करता है। मंगलवार रात को वह अबोहर से गाड़ी में बठिंडा पहुंचे तो मार्ग में उसकी पांच वर्षीय बेटी अनु ने उल्टी आने की बात कही और इतना कहते ही अनु गाड़ी में भागती हुई, अचानक गायब हो गई। हालांकि उसी दौरान अनु की माता सरिता ने डिब्बे में लड़की की खोज भी की। लेकिन कहीं नहीं मिली। जैसे ही गाड़ी बठिंडा आकर रूकी, उन्होंने अपनी अबोध बालिका की तालाश में पहले रेलवे स्टेशन की लाईनों में तालाश किया। बाद में उन्हें संदेह हुआ कि शायद लड़की बठिंडा के नजदीक मार्ग में आने वाली नहर में न गिर गई हो। इसलिए सुबह से ही वे नहर पर उसकी तालाश कर रहे थे।
उनके अनुसार किसी व्यक्ति ने उन्हें राय दी कि वह इस संदर्भ में बठिंडा की सहारा संस्था से संपर्क करे। वे वहां गए और उसको अपना मोबाइल नं. देकर फिर नहर पर ही लड़की की तालाश में जुट गए। जीआरपी डबवाली के प्रभारी एएसआई सुरेश कुमार ने बताया कि कालका-जोधपुर 4887 रेलगाड़ी बुधवार सुबह 5.23 पर जैसे ही डबवाली पहुंची तो गाड़ी के गार्ड मल सिंह मीणा ने एक पांच साल की अबोध बालिका को यह कहते हुए उन्हें सौंप दिया कि यह लड़की अपने माता-पिता से बिछुड़ गई है। लड़की को एएसआई सुरेश कुमार ने टॉफी, चॉकलेट बगैरा देकर उसकी पहचान जानने का प्रयास किया। लेकिन वर्दी को देखकर सहमी लड़की कुछ भी नहीं बोली।
एएसआई सुरेश कुमार ने सारी घटना को भांपते हुए वर्दी उतारी और साधारण वेष में लड़की से फिर पूछताछ शुरू कर दी। इस दौरान लड़की को जो भी उसने खाने पीने के मांगा, उसे दिया गया। धीरे-धीरे लड़की खुलने लगी और बोली कि उसके पिता का नाम राकेश है और माता का नाम सरिता। उसने यह भी बताया कि वह सिरसा की रहने वाली है। उसका पिता रूईं का काम करता है, तथा बब्बू करियाणा वाले से अक्सर वह घर का सामान खरीदते हैं। इस पर जीआरपी ने सिरसा और बठिंडा दोनों ही नगरों में लड़की की तालाश के लिए जीआरपी से संपर्क किया। लेकिन सबकुछ व्यर्थ साबित हुआ। इसके बाद एएसआई सुरेश कुमार के अनुसार उन्होंने सहारा संस्था बठिंडा से संपर्क किया। तब वहां कुछ भी मालूम नहीं हुआ। लेकिन दोबारा फिर संपर्क करने पर उन्हें राकेश कुमार का मोबाइल नं. मिला। इसी मोबाइल नं. से राकेश से संपर्क करके उन्हें पता चला कि उसकी पांच साल की बेटी गुम हुई है। पुलिस ने यह जानने के लिए की राकेश झूठ तो नहीं बोलता, लड़की को यहीं जीआरपी में रख लिया और स्वयं अपने दो साथी हवलदार लक्ष्मण सिंह तथा ईश्वर सिंह के साथ बठिंडा बठिंडा से राकेश कुमार को जीआरपी डबवाली ले आए। लड़की अपने पिता को देखते ही चिल्ला उठी और उसके पास आ गई।
जीआरपी ने लिखित-पढ़त करके लड़की को उसके पिता राकेश को सौंप दिया। बेटी को सही सलामत पाकर राकेश कुमार गदगद हो उठा। एएसआई सुरेश कुमार ने बताया कि जब वह सिरसा जीआरपी में कार्यरत थे, उस समय दस दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद लड़की के माता-पिता को ढूंढकर उन्हें सौंपने में सफल रहे थे।
राकेश कुमार (32) निवासी बवनीपुर जिला मैनपुरी उत्तर प्रदेश ने बताया कि वह अपनी पत्नी सरिता के साथ पिछले दो माह से अबोहर के सुभाष नगर में रह रहा है और बब्बू नागपाल की नरमा की फैक्ट्री में काम करता है। मंगलवार रात को वह अबोहर से गाड़ी में बठिंडा पहुंचे तो मार्ग में उसकी पांच वर्षीय बेटी अनु ने उल्टी आने की बात कही और इतना कहते ही अनु गाड़ी में भागती हुई, अचानक गायब हो गई। हालांकि उसी दौरान अनु की माता सरिता ने डिब्बे में लड़की की खोज भी की। लेकिन कहीं नहीं मिली। जैसे ही गाड़ी बठिंडा आकर रूकी, उन्होंने अपनी अबोध बालिका की तालाश में पहले रेलवे स्टेशन की लाईनों में तालाश किया। बाद में उन्हें संदेह हुआ कि शायद लड़की बठिंडा के नजदीक मार्ग में आने वाली नहर में न गिर गई हो। इसलिए सुबह से ही वे नहर पर उसकी तालाश कर रहे थे।
उनके अनुसार किसी व्यक्ति ने उन्हें राय दी कि वह इस संदर्भ में बठिंडा की सहारा संस्था से संपर्क करे। वे वहां गए और उसको अपना मोबाइल नं. देकर फिर नहर पर ही लड़की की तालाश में जुट गए। जीआरपी डबवाली के प्रभारी एएसआई सुरेश कुमार ने बताया कि कालका-जोधपुर 4887 रेलगाड़ी बुधवार सुबह 5.23 पर जैसे ही डबवाली पहुंची तो गाड़ी के गार्ड मल सिंह मीणा ने एक पांच साल की अबोध बालिका को यह कहते हुए उन्हें सौंप दिया कि यह लड़की अपने माता-पिता से बिछुड़ गई है। लड़की को एएसआई सुरेश कुमार ने टॉफी, चॉकलेट बगैरा देकर उसकी पहचान जानने का प्रयास किया। लेकिन वर्दी को देखकर सहमी लड़की कुछ भी नहीं बोली।
एएसआई सुरेश कुमार ने सारी घटना को भांपते हुए वर्दी उतारी और साधारण वेष में लड़की से फिर पूछताछ शुरू कर दी। इस दौरान लड़की को जो भी उसने खाने पीने के मांगा, उसे दिया गया। धीरे-धीरे लड़की खुलने लगी और बोली कि उसके पिता का नाम राकेश है और माता का नाम सरिता। उसने यह भी बताया कि वह सिरसा की रहने वाली है। उसका पिता रूईं का काम करता है, तथा बब्बू करियाणा वाले से अक्सर वह घर का सामान खरीदते हैं। इस पर जीआरपी ने सिरसा और बठिंडा दोनों ही नगरों में लड़की की तालाश के लिए जीआरपी से संपर्क किया। लेकिन सबकुछ व्यर्थ साबित हुआ। इसके बाद एएसआई सुरेश कुमार के अनुसार उन्होंने सहारा संस्था बठिंडा से संपर्क किया। तब वहां कुछ भी मालूम नहीं हुआ। लेकिन दोबारा फिर संपर्क करने पर उन्हें राकेश कुमार का मोबाइल नं. मिला। इसी मोबाइल नं. से राकेश से संपर्क करके उन्हें पता चला कि उसकी पांच साल की बेटी गुम हुई है। पुलिस ने यह जानने के लिए की राकेश झूठ तो नहीं बोलता, लड़की को यहीं जीआरपी में रख लिया और स्वयं अपने दो साथी हवलदार लक्ष्मण सिंह तथा ईश्वर सिंह के साथ बठिंडा बठिंडा से राकेश कुमार को जीआरपी डबवाली ले आए। लड़की अपने पिता को देखते ही चिल्ला उठी और उसके पास आ गई।
जीआरपी ने लिखित-पढ़त करके लड़की को उसके पिता राकेश को सौंप दिया। बेटी को सही सलामत पाकर राकेश कुमार गदगद हो उठा। एएसआई सुरेश कुमार ने बताया कि जब वह सिरसा जीआरपी में कार्यरत थे, उस समय दस दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद लड़की के माता-पिता को ढूंढकर उन्हें सौंपने में सफल रहे थे।
धारावाहिक रामायण की सुमित्रा का देहांत
डबवाली (लहू की लौ) भारतीय सिनेमा के रूपहले पर्दे पर अपनी प्रतिभा के बल पर धूम मचाने वाली डबवाली की बहू रजनी शर्मा का मुम्बई के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उन्होंने करीब पांच सौ गुजराती, पचास हिन्दी और पचास पंजाबी फिल्मों में अभिनय किया।
रजनी शर्मा का जन्म पंजाब के अमृतसर में 7 नवंबर 1953 को हुआ था। बचपन से ही उन्हें स्टेज पर अपनी प्रतिभा दिखाने का शौक था। इसी शौक ने उन्हें स्टेज का एक बेहतरीन आर्टिस्ट बना दिया। अपनी कला को हिन्दोंस्तानियों के जेहन में उतारने के लिए वे मुम्बई चली गई। इस दौरान उनकी मुलाकात डबवाली से मुम्बई पढऩे के लिए गए मोहन शर्मा से हुई। दोनों ने एक-दूजे को अपना जीवन साथी बनाने की ठान ली। दोनों के परिजन मान गए और रजनी डबवाली की बहू बन गई।
कलाकार रजनी शर्मा ने अपनी जिन्दगी में कभी भी कला से समझौता नहीं किया। बेशक रजनी डबवाली के मोहन शर्मा के साथ ब्याही गई। लेकिन विवाह से पूर्व उन्होंने मोहन के सामने भी शर्त रख दी थी। रजनी ने मोहन से साफ कह दिया था कि वह शादी तभी करेगी, जब उसे बिना किसी रूकावट के रूपहले पर्दे पर काम करने दिया जाएगा। रजनी की इस बात से मोहन खासे प्रभावित हुए। रजनी की इच्छा को ध्यान में रखते हुए वे मुम्बई में सेटल हो गए।
कलाकार रजनी शर्मा गुजराती फिल्मों की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री रही। करीब 500 फिल्मों में अभिनय किया। शानदार अभिनय के कारण उन्हें दो बार गुजरात स्टेट अवार्ड से भी नवाजा गया। उनकी पहली हिन्दी फिल्म जय संतोषी मां रही। बाद में उन्होंने साहिब, प्यार के काबिल, शीतला माता, रोटी की कीमत, काला धंधा गोरे लोग के साथ-साथ धारावाहिक रामायण, विक्रम वेताल, दादा दादी की कहानियां, मेरे अपने, तीन बुहरानियां, कलश, किस्सा शांति का में अभिनय किया। रामानंद सागर रचित श्री रामायण में उन्होंने लक्ष्मण की माता सुमित्रा की भूमिका की, जिसे लोगों ने काफी सराहा। गौरतलब है कि रजनी शर्मा को इस मुकाम तक पहुंचाने का श्रेय उनके पति मोहन शर्मा को जाता है।
रजनी शर्मा का गत दिवस मुम्बई के कोकीला बहन धीरूबाई अंबानी हॉस्पीटल में देहांत हो गया। वे पिछले कुछ दिनों से बीमार चली आ रही थीं। उनके निमित्त मुम्बई में रखी गई शोक सभा में डबवाली से प्रसिद्ध कलाकार रमेश मिढ़ा, मोहन शर्मा के भाई कर्मचंद शर्मा, जगदीश शर्मा, विजय शर्मा ने भाग लिया और रजनी शर्मा को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
रजनी शर्मा का जन्म पंजाब के अमृतसर में 7 नवंबर 1953 को हुआ था। बचपन से ही उन्हें स्टेज पर अपनी प्रतिभा दिखाने का शौक था। इसी शौक ने उन्हें स्टेज का एक बेहतरीन आर्टिस्ट बना दिया। अपनी कला को हिन्दोंस्तानियों के जेहन में उतारने के लिए वे मुम्बई चली गई। इस दौरान उनकी मुलाकात डबवाली से मुम्बई पढऩे के लिए गए मोहन शर्मा से हुई। दोनों ने एक-दूजे को अपना जीवन साथी बनाने की ठान ली। दोनों के परिजन मान गए और रजनी डबवाली की बहू बन गई।
कलाकार रजनी शर्मा ने अपनी जिन्दगी में कभी भी कला से समझौता नहीं किया। बेशक रजनी डबवाली के मोहन शर्मा के साथ ब्याही गई। लेकिन विवाह से पूर्व उन्होंने मोहन के सामने भी शर्त रख दी थी। रजनी ने मोहन से साफ कह दिया था कि वह शादी तभी करेगी, जब उसे बिना किसी रूकावट के रूपहले पर्दे पर काम करने दिया जाएगा। रजनी की इस बात से मोहन खासे प्रभावित हुए। रजनी की इच्छा को ध्यान में रखते हुए वे मुम्बई में सेटल हो गए।
कलाकार रजनी शर्मा गुजराती फिल्मों की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री रही। करीब 500 फिल्मों में अभिनय किया। शानदार अभिनय के कारण उन्हें दो बार गुजरात स्टेट अवार्ड से भी नवाजा गया। उनकी पहली हिन्दी फिल्म जय संतोषी मां रही। बाद में उन्होंने साहिब, प्यार के काबिल, शीतला माता, रोटी की कीमत, काला धंधा गोरे लोग के साथ-साथ धारावाहिक रामायण, विक्रम वेताल, दादा दादी की कहानियां, मेरे अपने, तीन बुहरानियां, कलश, किस्सा शांति का में अभिनय किया। रामानंद सागर रचित श्री रामायण में उन्होंने लक्ष्मण की माता सुमित्रा की भूमिका की, जिसे लोगों ने काफी सराहा। गौरतलब है कि रजनी शर्मा को इस मुकाम तक पहुंचाने का श्रेय उनके पति मोहन शर्मा को जाता है।
रजनी शर्मा का गत दिवस मुम्बई के कोकीला बहन धीरूबाई अंबानी हॉस्पीटल में देहांत हो गया। वे पिछले कुछ दिनों से बीमार चली आ रही थीं। उनके निमित्त मुम्बई में रखी गई शोक सभा में डबवाली से प्रसिद्ध कलाकार रमेश मिढ़ा, मोहन शर्मा के भाई कर्मचंद शर्मा, जगदीश शर्मा, विजय शर्मा ने भाग लिया और रजनी शर्मा को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
सुखबीर बादल को दिखाए काले झण्डे
डबवाली (लहू की लौ) पिछले चार दिनों मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के लम्बी हल्के में अपनी मांगों के समर्थन में आमरण अनशन पर चल रहे जल सप्लाई एवं सैनीटेशन मस्ट्रोल इम्पलाईज यूनियन पंजाब के कर्मचारियों ने राज्य सरकार को धमकी दी है कि अगर 12 दिसम्बर तक उनकी मांगों की ओर ध्यान न दिया तो वह 13 दिसम्बर को मुख्यमंत्री के पैतृक गांव बादल की ओर कूच करके बादल का पुतला फूंकेंगे।
यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष सुखनन्दन सिंह मैहनिया ने बताया कि यूनियन द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में शुरू किया गया आमरण अनशन वीरवार को चौथे दिन में शामिल हो गया है। यूनियन के बेलदारबिन्दर सिंह भीम फरीदकोट, माली कम चौकीदार लखविन्द्र सिंह धालीवाल अमृतसर पिछले चार दिनों से आमरण अनशन पर चल रहे हैं और इस दौरान दोनों की हालत दिनों-दिन खराब होती जा रही है। लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
सरकार के इस रवैये से दु:खी होकर कर्मचारियों ने अपनी घोषणा अनुसार जल सप्लाई एवं सैनीटेशन विभाग के मंत्री सुखबीर सिंह बादल को आज लम्बी से बादल जाते समय काली झंडिय़ां दिखा कर अपना रोष प्रदर्शन किया और उसके खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की। इस मौके पर यूनियन प्रधान के नेतृत्व में कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी हिमाचल पैटर्न पर पक्के करने की मांग स्वीकार नहीं की जाती तो यूनियन कार्यकर्ता 13 दिसम्बर को बादल की ओर कूच करेंगे। बादल पहुंच मुख्यमंत्री के खिलाफ पुतला फूंक प्रदर्शन करेंगे। भले ही पंजाब पुलिस उन पर लाठियां और गोलियां क्यों न बरसाये। इसके बाद सैंकड़ों कर्मचारियों ने लम्बी में रोष काले झंडों से रोष मार्च भी निकाला।
इस मौके पर शिवइन्द्र कुमार अमृतसर, शसपाल सिंह लल्ला, मोती लाल नाभा, चरणजीत संह मोगा, जगसीर बठिंडा, चरणजीत सिंह मोगा, गुरजन्ट सिंह जीरा, भजन सिंह मरखाली, हरदीप बावा मोगा, कुलवन्त सिंह बठिंडा, मुकेश कुमार पटियाला, मलकीत सिंह, लाल चन्द नाभा, दलजीत सिंह, गुरदेव सिंह, राजबीर सिंह, चन्द सिंह मलेरकोटला, आरपी वर्मा, रूप सिंह, प्रीतम सिंह, फकीर सिंह, शिंगारा सिंह, रणधीर सिंह, गुरदेव सिंह आदि उपस्थित थे।
यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष सुखनन्दन सिंह मैहनिया ने बताया कि यूनियन द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में शुरू किया गया आमरण अनशन वीरवार को चौथे दिन में शामिल हो गया है। यूनियन के बेलदारबिन्दर सिंह भीम फरीदकोट, माली कम चौकीदार लखविन्द्र सिंह धालीवाल अमृतसर पिछले चार दिनों से आमरण अनशन पर चल रहे हैं और इस दौरान दोनों की हालत दिनों-दिन खराब होती जा रही है। लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
सरकार के इस रवैये से दु:खी होकर कर्मचारियों ने अपनी घोषणा अनुसार जल सप्लाई एवं सैनीटेशन विभाग के मंत्री सुखबीर सिंह बादल को आज लम्बी से बादल जाते समय काली झंडिय़ां दिखा कर अपना रोष प्रदर्शन किया और उसके खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की। इस मौके पर यूनियन प्रधान के नेतृत्व में कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी हिमाचल पैटर्न पर पक्के करने की मांग स्वीकार नहीं की जाती तो यूनियन कार्यकर्ता 13 दिसम्बर को बादल की ओर कूच करेंगे। बादल पहुंच मुख्यमंत्री के खिलाफ पुतला फूंक प्रदर्शन करेंगे। भले ही पंजाब पुलिस उन पर लाठियां और गोलियां क्यों न बरसाये। इसके बाद सैंकड़ों कर्मचारियों ने लम्बी में रोष काले झंडों से रोष मार्च भी निकाला।
इस मौके पर शिवइन्द्र कुमार अमृतसर, शसपाल सिंह लल्ला, मोती लाल नाभा, चरणजीत संह मोगा, जगसीर बठिंडा, चरणजीत सिंह मोगा, गुरजन्ट सिंह जीरा, भजन सिंह मरखाली, हरदीप बावा मोगा, कुलवन्त सिंह बठिंडा, मुकेश कुमार पटियाला, मलकीत सिंह, लाल चन्द नाभा, दलजीत सिंह, गुरदेव सिंह, राजबीर सिंह, चन्द सिंह मलेरकोटला, आरपी वर्मा, रूप सिंह, प्रीतम सिंह, फकीर सिंह, शिंगारा सिंह, रणधीर सिंह, गुरदेव सिंह आदि उपस्थित थे।
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