डबवाली (लहू की लौ) दिन बुधवार। घड़ी पर समय था सुबह के 9 बजकर 32 मिनट। सब्जी मण्डी में अचानक फायर ब्रिगेड की गाडिय़ों के सायरन बजने लगे। एकाएक फायर ब्रिगेड की तीन गाडिय़ों के क्षेत्र में दाखिल होते ही लोग घटना का अंदेशा पाकर दुकानों के शट्टर गिराकर भाग खड़े हुए। सूचना पाकर पुलिस भी मौका पर पहुंची। परिस्थितियों को काबू करते ही सब कुछ सामान्य हो गया।
प्राप्त जानकारी अनुसार सब्जी मण्डी क्षेत्र से मोहित नामक एक युवक ने सुबह 9 बजकर 29 मिनट पर अग्निश्मन सेवा केन्द्र में फोन करके क्षेत्र में स्थित एक कपड़ा के शोरूम में आग लगने की सूचना दी। सूचना पाकर 9 बजकर 32 मिनट पर फायर ब्रिगेड की तीन गाडिय़ां मौका पर पहुंची। एकाएक फायर ब्रिगेड की तीन गाडिय़ां क्षेत्र में पहुंचते ही मुख्य बाजार तथा सब्जी मण्डी क्षेत्र के लोगों में हड़कम्प मच गया। कोई अप्रिय घटना घटित होने का अंदेशा लगाकर कई दुकानदार शट्टर गिराकर भाग खड़े हुए। सब्जी विक्रेताओं में भी खलबली मच गई।
महज 3 मिनट के अन्तराल में नगरपालिका फायर ब्रिगेड की दो तथा मार्किट कमेटी की एक गाड़ी मौका पर पहुंची। इन तीनों गाडिय़ों पर 12 कर्मचारी तैनात थे। कर्मचारियों ने फूर्ती दिखाते हुए कुछ ही पलों में स्थिति को अपने नियंत्रण में कर लिया।
खैर यह एक मॉक ड्रिल रूपी अग्निश्मन विभाग के कर्मचारियों का इम्तिहान था। जिसमें वे पास हुए। जब लोगों को इसकी समझ आई तो सबकुछ सामान्य हो गया। इधर इसकी सूचना पाकर थाना शहर पुलिस के एएसआई शिवरतन भी मौका पर पहुंचे।
मॉक ड्रिल के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए फायर ऑफिसर हरमिन्द्र सिंह ने बताया कि 14 अप्रैल को अग्निश्मक विभाग द्वारा पूरे भारत में अग्निश्मन सेवा दिवस मनाया जाता है। इस बार डबवाली के अग्निश्मक केन्द्र की ओर मॉक ड्रिल आयोजित की गई। सब्जी मण्डी क्षेत्र में एक कपड़ा के शोरूम में आग की सूचना पाकर उनके लड़ाके बिना देरी किये 3 मिनट के भीतर घटना स्थल पर पहुंचे और आग पर काबू पाया। उन्होंने यह भी बताया कि इस समय अग्निश्मक केन्द्र कर्मचारियों के अभाव से जूझ रहा है। लेकिन इसके बावजूद भी उसकी कार्यक्षमता में कोई कमी नहीं है।
फायर ऑफिसर हरमिन्द्र सिंह के अनुसार 14 से 20 अप्रैल तक फायर सप्ताह मनाया जाता है। जिसमें लोगों को आग लगने के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में अवगत करवाया जाता है। 14 अप्रैल 1944 को बॉम्बे डक यार्ड में खड़े एक समुन्द्री जहाज में अचानक आग लग गई थी। आग पर नियंत्रण पाते समय अग्निश्मक दस्ते के काफी जवान शहीद हो गये थे। उन जवानों की याद में प्रत्येक वर्ष 14 अप्रैल को फायर सर्विस-डे मनाया जाता है।
Adsense
Lahoo Ki Lau
15 अप्रैल 2010
सिलेण्डरों में गैस कम होने का भण्डाफोड़
डबवाली (लहू की लौ) इण्डेन गैस एजेंसी डबवाली गैस सर्विस के कुकिंग गैस सिलेंडरों में आपूर्ति के दौरान गैस कम पाये जाने का भंडाफोड़ उस समय हो गया जब उपभोक्ताओं की शिकायत पाकर मौका पर पहुंचे खाद्य एवं आपूर्ति विभाग अधिकारी ने चार गैस सिलेंडर तोल में कम पाये जाने पर जब्त करके सीलबन्द कर दिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के पास बुधवार सुबह डबवाली गैस सर्विस का कैंटर इंडैन गैस उपभोक्ताओं को गैस की आपूर्ति करवाने के लिए आया था। जब गैस उपभोक्ता नं. 4307 को दी गई तो आपूर्ति ले रहे 20 वर्षीय राजू ने पाया कि सिलेंडर (9363) से बदबू आ रही है तो संदेह होने पर गैस सिलेंडर का तोल करवा लिया जो कि अढ़ाई किलोग्राम वजन में कम पाया गया। उपभोक्ताओं में हड़कम्प मच गया। उपभोक्ताओं की सूचना पाकर मौका पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक अरविन्द कुमार पूनिया भी मौका पर पहुंचे।
मौका पर पहुंचे अरविन्द कुमार पूनिया को राजू ने बताया कि उसको जो रिफिल दिया गया है उसकी सील टूटी हुई है और वजन में भी अढ़ाई किलो कम है। इस पर अन्य उपभोक्ताओं ने भी उनसे कहा कि कैंटर में जितने भी रिफलिंग हैं उनको तोला जाये। इस पर पूनिया ने डबवाली गैस सर्विस के मालिक श्याम सुन्दर सभ्रवाल को फोन किया और स्थिति से अवगत करवाया।
मौका पर पहुंचे डबवाली गैस सर्विस के मैनेजर उमाशंकर की उपस्थिति में कैंटर में से 10 सिलेंडरों का तोल करवाया गया तो उनमें से 3 और सिलेंडर का वजन कम पाया गया। इसकी पुष्टि करते हुए खाद्य एवं विभाग के निरीक्षक अरविन्द पूनिया ने बताया कि सिलेंडर नं. 9363 में अढ़ाई किलोग्राम गैस कम और लीकेज पायी गई। इसके अतिरिक्त सिलेंडर नं. 388004 में एक किलोग्राम, 427152 में 2 किलोग्राम, 606140 में 2 किलोग्राम गैस वजन कम पाया गया।
पूनिया ने बताया कि कम वजन वाले इन 4 गैस सिलेंडरों को जब्त करके खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कार्यालय के एक कमरे में सील करके इसकी सूचना मापतोल विभाग सिरसा को दे दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि गैस सर्विस के मैनेजर उमाशंकर ने भी उपरोक्त चार गैस सिलेंडरों में गैस का वजन कम पाये जाने की लिखित पुष्टि की है।
इस संबंध में मौका पर उपस्थित गैस सर्विस के मैनेजर उमाशंकर पुत्र राजा राम निवासी रेवाड़ी ने बताया कि सिलेंडर नं. 9363 डिफेक्टिव है और इसकी शिकायत वह कम्पनी को कर चुके हैं। यह सिलेंडर गलती से इस कैंटर में गोदाम से आ गया।
इंडैन गैस एजेंसी डबवाली गैस सर्विस के मालिक श्याम सुन्दर सभ्रवाल ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक अरविन्द पूनियां का संदेश मिला था जिस पर उन्होंने स्वयं बाहर होने के कारण गैस एजेंसी के मैनेजर उमाशंकर को मौका पर भेज दिया था। उन्होंने कहा कि उनके गोदाम में इस समय लगभग 600 गैस सिलेंडर का स्टॉक पड़ा है। जिसे खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, मापतोल विभाग एवं जिला अधिकारी चैक कर सकते हैं। लेकिन जो आज हुआ है वह तकनीकी लीकेज हो सकती है।
प्राप्त जानकारी अनुसार राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के पास बुधवार सुबह डबवाली गैस सर्विस का कैंटर इंडैन गैस उपभोक्ताओं को गैस की आपूर्ति करवाने के लिए आया था। जब गैस उपभोक्ता नं. 4307 को दी गई तो आपूर्ति ले रहे 20 वर्षीय राजू ने पाया कि सिलेंडर (9363) से बदबू आ रही है तो संदेह होने पर गैस सिलेंडर का तोल करवा लिया जो कि अढ़ाई किलोग्राम वजन में कम पाया गया। उपभोक्ताओं में हड़कम्प मच गया। उपभोक्ताओं की सूचना पाकर मौका पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक अरविन्द कुमार पूनिया भी मौका पर पहुंचे।
मौका पर पहुंचे अरविन्द कुमार पूनिया को राजू ने बताया कि उसको जो रिफिल दिया गया है उसकी सील टूटी हुई है और वजन में भी अढ़ाई किलो कम है। इस पर अन्य उपभोक्ताओं ने भी उनसे कहा कि कैंटर में जितने भी रिफलिंग हैं उनको तोला जाये। इस पर पूनिया ने डबवाली गैस सर्विस के मालिक श्याम सुन्दर सभ्रवाल को फोन किया और स्थिति से अवगत करवाया।
मौका पर पहुंचे डबवाली गैस सर्विस के मैनेजर उमाशंकर की उपस्थिति में कैंटर में से 10 सिलेंडरों का तोल करवाया गया तो उनमें से 3 और सिलेंडर का वजन कम पाया गया। इसकी पुष्टि करते हुए खाद्य एवं विभाग के निरीक्षक अरविन्द पूनिया ने बताया कि सिलेंडर नं. 9363 में अढ़ाई किलोग्राम गैस कम और लीकेज पायी गई। इसके अतिरिक्त सिलेंडर नं. 388004 में एक किलोग्राम, 427152 में 2 किलोग्राम, 606140 में 2 किलोग्राम गैस वजन कम पाया गया।
पूनिया ने बताया कि कम वजन वाले इन 4 गैस सिलेंडरों को जब्त करके खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कार्यालय के एक कमरे में सील करके इसकी सूचना मापतोल विभाग सिरसा को दे दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि गैस सर्विस के मैनेजर उमाशंकर ने भी उपरोक्त चार गैस सिलेंडरों में गैस का वजन कम पाये जाने की लिखित पुष्टि की है।
इस संबंध में मौका पर उपस्थित गैस सर्विस के मैनेजर उमाशंकर पुत्र राजा राम निवासी रेवाड़ी ने बताया कि सिलेंडर नं. 9363 डिफेक्टिव है और इसकी शिकायत वह कम्पनी को कर चुके हैं। यह सिलेंडर गलती से इस कैंटर में गोदाम से आ गया।
इंडैन गैस एजेंसी डबवाली गैस सर्विस के मालिक श्याम सुन्दर सभ्रवाल ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक अरविन्द पूनियां का संदेश मिला था जिस पर उन्होंने स्वयं बाहर होने के कारण गैस एजेंसी के मैनेजर उमाशंकर को मौका पर भेज दिया था। उन्होंने कहा कि उनके गोदाम में इस समय लगभग 600 गैस सिलेंडर का स्टॉक पड़ा है। जिसे खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, मापतोल विभाग एवं जिला अधिकारी चैक कर सकते हैं। लेकिन जो आज हुआ है वह तकनीकी लीकेज हो सकती है।
14 अप्रैल 2010
पानी के लिए शीत युद्ध
डबवाली (लहू की लौ) पेयजल किल्लत को लेकर मंगलवार को डबवाली के वार्ड नं. 7 और 17 के लोगों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया। एक धड़े के लोगों ने दूसरे धड़े के लोगों के पेयजल कनैक्शन तक काट डाले। इस मौके पर लोगों ने खाली मटकों के साथ जनस्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
वार्ड नं. 17 में स्थित रविदास नगर की गली नं. 4 के निवासी सुरेन्द्र, देवेन्द्र, गोपाल, धर्मपाल, सतनाम, कान्ता, राधा, गंगा देवी, तारावंती ने बताया कि करीब दो माह से उनके घरों में पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही है। वे पूर्णतय जमीनी पानी पर निर्भर हो चुके हैं। यहां एक ओर उनके घरों में पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही, वहीं उनकी गली की पेयजल पाईप से वार्ड नं. 7 को जाने वाले अवैध पेयजल कनेक्शनों को बिना बाधा के पेयजल पहुंच रहा है। सुबह वे लोग इक्ट्ठे हुए और अवैध पेयजल कनेक्शनों की जानकारी जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सतपाल को दी। जेई के निर्देश पर उन्होंने वार्ड नं. 7 को जाने वाले पेयजल कनेक्शनों को काट दिया। पेयजल किल्लत को लेकर लोगों ने जनस्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
उधर पेयजल कनेक्शनों को काटे जाने के चलते वार्ड नं. 7 में स्थित प्रेमनगर निवासी सोहन लाल, रमेश कुमार, जीत राम, रमनदीप, परमजीत कौर, राम सिंह, हरीश, कमला देवी, मदन लाल बगैरा मौका पर पहुंचे। पेयजल कनेक्शन काटे जाने पर एतराज जताया। दोनों पक्षों में काफी देर तक बहस होती रही। स्थिति तनावपूर्ण होती देख क्षेत्र के अन्य निवासियों ने बीच-बचाव पेयजल को लेकर बिफरे लोगकरते हुए दोनों धड़ों को समझाया। मामला ठण्डा पडऩे पर प्रेमनगर वासी जनस्वास्थ्य विभाग डबवाली के कनिष्ठ अभियन्ता सतपाल से मिले। उन्हें अपनी समस्या से अवगत करवाया।
कनिष्ठ अभियन्ता सतपाल ने बताया कि वार्ड नं. 17 के लोगों की नजायज कनेक्शन सम्बन्धी शिकायत पाकर वे मौका पर पहुंचे थे। लेकिन कनेक्शन काटने सम्बन्धी उन्होंने किसी को कोई निर्देश नहीं दिये। जिन कनेक्शनों को अवैध करार दिया जा रहा है, उनकी जांच की जा रही है। अवैध होने पर कनेक्शन कटवा दिये जाएंगे। कनिष्ठ अभियन्ता के अनुसार सम्बन्धित क्षेत्र की पेयजल समस्या को दूर करने के लिए क्षेत्र में नई पेयजल पाईप बिछाई जा रही है। जिसका कार्य 1-2 दिन में पूरा हो जाएगा।
वार्ड नं. 17 में स्थित रविदास नगर की गली नं. 4 के निवासी सुरेन्द्र, देवेन्द्र, गोपाल, धर्मपाल, सतनाम, कान्ता, राधा, गंगा देवी, तारावंती ने बताया कि करीब दो माह से उनके घरों में पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही है। वे पूर्णतय जमीनी पानी पर निर्भर हो चुके हैं। यहां एक ओर उनके घरों में पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही, वहीं उनकी गली की पेयजल पाईप से वार्ड नं. 7 को जाने वाले अवैध पेयजल कनेक्शनों को बिना बाधा के पेयजल पहुंच रहा है। सुबह वे लोग इक्ट्ठे हुए और अवैध पेयजल कनेक्शनों की जानकारी जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सतपाल को दी। जेई के निर्देश पर उन्होंने वार्ड नं. 7 को जाने वाले पेयजल कनेक्शनों को काट दिया। पेयजल किल्लत को लेकर लोगों ने जनस्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
उधर पेयजल कनेक्शनों को काटे जाने के चलते वार्ड नं. 7 में स्थित प्रेमनगर निवासी सोहन लाल, रमेश कुमार, जीत राम, रमनदीप, परमजीत कौर, राम सिंह, हरीश, कमला देवी, मदन लाल बगैरा मौका पर पहुंचे। पेयजल कनेक्शन काटे जाने पर एतराज जताया। दोनों पक्षों में काफी देर तक बहस होती रही। स्थिति तनावपूर्ण होती देख क्षेत्र के अन्य निवासियों ने बीच-बचाव पेयजल को लेकर बिफरे लोगकरते हुए दोनों धड़ों को समझाया। मामला ठण्डा पडऩे पर प्रेमनगर वासी जनस्वास्थ्य विभाग डबवाली के कनिष्ठ अभियन्ता सतपाल से मिले। उन्हें अपनी समस्या से अवगत करवाया।
कनिष्ठ अभियन्ता सतपाल ने बताया कि वार्ड नं. 17 के लोगों की नजायज कनेक्शन सम्बन्धी शिकायत पाकर वे मौका पर पहुंचे थे। लेकिन कनेक्शन काटने सम्बन्धी उन्होंने किसी को कोई निर्देश नहीं दिये। जिन कनेक्शनों को अवैध करार दिया जा रहा है, उनकी जांच की जा रही है। अवैध होने पर कनेक्शन कटवा दिये जाएंगे। कनिष्ठ अभियन्ता के अनुसार सम्बन्धित क्षेत्र की पेयजल समस्या को दूर करने के लिए क्षेत्र में नई पेयजल पाईप बिछाई जा रही है। जिसका कार्य 1-2 दिन में पूरा हो जाएगा।
13 अप्रैल 2010
31 किलोग्राम चूरा पोस्त सहित दबोचा
डबवाली (लहू की लौ) सीआईए डबवाली ने एक व्यक्ति को 31 किलोग्राम चूरा पोस्त के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार रविवार को सीआईए प्रभारी एसआई हवा सिंह ने एसआई बचन सिंह, एएसआई हरदयाल सिंह, एचसी रमेश कुमार तथा सिपाही कुलवन्त सिंह के साथ मसीतां-सांवतखेड़ा मार्ग पर नाका लगाया हुआ था। पुलिस टीम को मसीतां की ओर से एक सफेद रंग की कार आती हुई दिखाई दी। कार चालक ने पुलिस को देख कार की गति धीमी कर ली और वापिस मोडऩे लगा। संदेह होने पर पुलिस ने कार को रोक लिया। तालाशी लेने पर कार से एक प्लास्टिक का कट्टा बरामद हुआ। जिसमें 31 किलोग्राम चूरा पोस्त थी।
एसआई हवा सिंह ने बताया कि पकड़े गये आरोपी ने अपनी पहचान हरीश कुमार पुत्र वीरभान निवासी सालमखेड़ा के रूप में करवाई। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि पकड़ी गई चूरा पोस्त को वह गांव सालमखेड़ा लेजा रहा था। आरोपी ने स्वीकारा कि उसने यह चूरापोस्त संदीप नामक व्यक्ति से खरीदी है, जिसके खिलाफ भी पुलिस ने अभियोग दर्ज करके मामला करके आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
एसआई हवा सिंह ने बताया कि पकड़े गये आरोपी ने अपनी पहचान हरीश कुमार पुत्र वीरभान निवासी सालमखेड़ा के रूप में करवाई। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि पकड़ी गई चूरा पोस्त को वह गांव सालमखेड़ा लेजा रहा था। आरोपी ने स्वीकारा कि उसने यह चूरापोस्त संदीप नामक व्यक्ति से खरीदी है, जिसके खिलाफ भी पुलिस ने अभियोग दर्ज करके मामला करके आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
डबवाली गैस सर्विस की कार्यप्रणाली के चलते उपभोक्ताओं में रोष
इण्डेन के अधिकारी मेरी मुट्ठी में, उसका कुछ नहीं बिगड़ सकता-सभ्रवाल
डबवाली (लहू की लौ) कुकिंग गैस सिलेण्डर की मांग को लेकर सोमवार सुबह गैस उपभोक्ता इण्डेन गैस की नगर में स्थित शाखा डबवाली गैस सर्विस कार्यालय के समक्ष इक्ट्ठे हुए। उपभोक्ताओं ने सिलेण्डर न मिलने पर रोष प्रकट किया।
इण्डेन गैस उपभोक्ता देवराज (कॉपी नं. 4695), सुरेन्द्र कुमार (कॉपी नं. 0432), भगवान दास (कॉपी नं. 1973), प्रवीण कुमार, राजेन्द्र कुमार, राजकुमार, राम सिंह ने बताया कि वे पिछले एक सप्ताह से कुकिंग गैस सिलेण्डर के लिए एजेन्सी कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। आज सुबह उन्होंने कार्यालय में फोन करके सप्लाई आने सम्बन्धी पूछा। कार्यालय में बैठे कर्मचारी ने उन्हें आज सप्लाई आने की बात कही। जिस पर वे सिलेण्डर लेने के लिए एजेन्सी में आ गये। लेकिन एजेन्सी पर आज गैस सप्लाई नहीं है हस्तलिखित कागज चस्पा हुआ था। उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया कि सप्लाई न दिये जाने का कागज चस्पा होने के बावजूद भी एजेन्सी द्वारा कार में भरकर सिलेण्डर कहीं भेजे जा रहे थे। उपभोक्ताओं के अनुसार उन्होंने एजेन्सी कर्मचारियों से इस सम्बन्ध में बात करनी चाहिए तो कर्मचारियों ने कोई संतोषजक उत्तर नहीं दिया। बाद में चस्पा किये गये कागज को भी वहां से हटा दिया गया। इस मौके पर उपरोक्त उपभोक्ताओं ने मांग की कि प्रशासन गैस की आपूर्ति अपनी देखरेख में करवाये, ताकि उपभोक्ता को समय पर सिलेण्डर मिल सके।
इस बारे में जब इण्डेन की डबवाली गैस सर्विस के मालिक श्यामसुन्दर सभ्रवाल से बातचीत की गई तो उन्होंने बौखलाहट भरे शब्दों में कहा कि लोग तो कभी संतुष्ट हो ही नहीं सकते। जब भी उनके समक्ष प्रैस वाले जाते हैं, तो उपभोक्ता जोश में आकर नारेबाजी करने लगते हैं। प्रैस को चाहिए कि वह लोगों की नहीं, उनकी बात को लिखे। पत्रकार द्वारा यह पूछने पर कि अखबार में तो उनकी टिप्पणी भी प्रकाशित की जाती है, तब वे बोले कि पत्रकार को भी अपनी टिप्पणी लिखनी चाहिए। लोग कुछ भी करें, कम्पनी के अधिकारी उसकी मुट्ठी में हैं। उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
उधर उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल से बातचीत हुई तो उन्होंने कहा कि गेहूं का सीजन होने के कारण खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारी खरीद में व्यस्त हैं। फिर भी वे गैस की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत हैँ। उन्होंने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दे दिये हैं।। उपभोक्ताओं को कुकिंग गैस सिलेण्डर लेने में कोई दिक्कत नहीं आएगी।
डबवाली (लहू की लौ) कुकिंग गैस सिलेण्डर की मांग को लेकर सोमवार सुबह गैस उपभोक्ता इण्डेन गैस की नगर में स्थित शाखा डबवाली गैस सर्विस कार्यालय के समक्ष इक्ट्ठे हुए। उपभोक्ताओं ने सिलेण्डर न मिलने पर रोष प्रकट किया।
इण्डेन गैस उपभोक्ता देवराज (कॉपी नं. 4695), सुरेन्द्र कुमार (कॉपी नं. 0432), भगवान दास (कॉपी नं. 1973), प्रवीण कुमार, राजेन्द्र कुमार, राजकुमार, राम सिंह ने बताया कि वे पिछले एक सप्ताह से कुकिंग गैस सिलेण्डर के लिए एजेन्सी कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। आज सुबह उन्होंने कार्यालय में फोन करके सप्लाई आने सम्बन्धी पूछा। कार्यालय में बैठे कर्मचारी ने उन्हें आज सप्लाई आने की बात कही। जिस पर वे सिलेण्डर लेने के लिए एजेन्सी में आ गये। लेकिन एजेन्सी पर आज गैस सप्लाई नहीं है हस्तलिखित कागज चस्पा हुआ था। उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया कि सप्लाई न दिये जाने का कागज चस्पा होने के बावजूद भी एजेन्सी द्वारा कार में भरकर सिलेण्डर कहीं भेजे जा रहे थे। उपभोक्ताओं के अनुसार उन्होंने एजेन्सी कर्मचारियों से इस सम्बन्ध में बात करनी चाहिए तो कर्मचारियों ने कोई संतोषजक उत्तर नहीं दिया। बाद में चस्पा किये गये कागज को भी वहां से हटा दिया गया। इस मौके पर उपरोक्त उपभोक्ताओं ने मांग की कि प्रशासन गैस की आपूर्ति अपनी देखरेख में करवाये, ताकि उपभोक्ता को समय पर सिलेण्डर मिल सके।
इस बारे में जब इण्डेन की डबवाली गैस सर्विस के मालिक श्यामसुन्दर सभ्रवाल से बातचीत की गई तो उन्होंने बौखलाहट भरे शब्दों में कहा कि लोग तो कभी संतुष्ट हो ही नहीं सकते। जब भी उनके समक्ष प्रैस वाले जाते हैं, तो उपभोक्ता जोश में आकर नारेबाजी करने लगते हैं। प्रैस को चाहिए कि वह लोगों की नहीं, उनकी बात को लिखे। पत्रकार द्वारा यह पूछने पर कि अखबार में तो उनकी टिप्पणी भी प्रकाशित की जाती है, तब वे बोले कि पत्रकार को भी अपनी टिप्पणी लिखनी चाहिए। लोग कुछ भी करें, कम्पनी के अधिकारी उसकी मुट्ठी में हैं। उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
उधर उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल से बातचीत हुई तो उन्होंने कहा कि गेहूं का सीजन होने के कारण खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारी खरीद में व्यस्त हैं। फिर भी वे गैस की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत हैँ। उन्होंने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दे दिये हैं।। उपभोक्ताओं को कुकिंग गैस सिलेण्डर लेने में कोई दिक्कत नहीं आएगी।
बादल के घर में बिजली कर्मचारियों का प्रदर्शन
डबवाली (लहू की लौ) पंजाब राज्य बिजली बोर्ड टेक्नीकल सर्विस यूनियन कार्यकर्ताओं ने निजीकरण के खिलाफ मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के पैतृक गांव बादल में बोर्ड के एक्सीयन कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन करके और धरना देकर रोष प्रकट किया।
टेक्नीकल सर्विसज यूनियन बादल मंडल के प्रधान सुन्दर पाल ने बताया कि पंजाब सरकार ने बिजली एक्ट बना कर बिजली बोर्ड को तीन भागों में फैसला लिया है। जो कि कर्मचारी और लोग विरोधी है। उन्होंने कहा कि बिजली कर्मचारियों ने संकल्प लिया है कि वह प्रत्येक कुर्बानी देकर भी बोर्ड की रक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि निजीकरण के विरोध में 15-16 अप्रैल की दो दिवसीय हड़ताल के दौरान कामकाज ठप्प कर और दफ्तर बन्द रख कर सरकार को यह संदेश दिया जायेगा कि बोर्ड को किसी भी हालत में टूटने नहीं दिया जायेगा।
इस मौके पर मंडल नेताओं में सतपाल, सुखदर्शन सिंह, सुखदेव सिंह, हरदेव सिंह, जंगीर सिंह ने भी धरना पर बैठे कर्मचारियों को सम्बोधित किया। इस मौके पर उपमंडल नेता प्रकाश चन्द, भजन सिंह, जगवीर सिंह और अजायब सिंह, निरपाल सिंह, जगतार सिंह ने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार द्वारा हर रोज भयभीत करने वाले ब्यान दागे जा रहे हैं और नेताओं का नक्शा बिगाड़ कर पेश किया जा रहा है। लेकिन बिजली कर्मचारी ट्रेड यूनियन के असूलों की पालना करते हुए हड़ताल के सफल बनाने के लिए सक्रिय हो गये हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार जब्र जुल्म के द्वारा बोर्ड तोड़ती है तो बिजली कर्मचारियों को हड़ताल को आगे बढ़ाने के लिए तैयार रहना चाहिए।
धरनास्थल पर पहुंचे नायब तहसीलदार लम्बी लखविन्द्र सिंह गिल की मार्फत पंजाब सरकार के पास मांग पत्र भेजा गया। इस मौके पर मंच का संचालन मंडल सचिव सतपाल कर रहे थे। तीन घंटे चले धरने के बाद बिजली कर्मचारियों ने पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बिजली मंडल कार्यालय से लेकर 132 केवी ग्रिड तक रोष प्रदर्शन किया।
टेक्नीकल सर्विसज यूनियन बादल मंडल के प्रधान सुन्दर पाल ने बताया कि पंजाब सरकार ने बिजली एक्ट बना कर बिजली बोर्ड को तीन भागों में फैसला लिया है। जो कि कर्मचारी और लोग विरोधी है। उन्होंने कहा कि बिजली कर्मचारियों ने संकल्प लिया है कि वह प्रत्येक कुर्बानी देकर भी बोर्ड की रक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि निजीकरण के विरोध में 15-16 अप्रैल की दो दिवसीय हड़ताल के दौरान कामकाज ठप्प कर और दफ्तर बन्द रख कर सरकार को यह संदेश दिया जायेगा कि बोर्ड को किसी भी हालत में टूटने नहीं दिया जायेगा।
इस मौके पर मंडल नेताओं में सतपाल, सुखदर्शन सिंह, सुखदेव सिंह, हरदेव सिंह, जंगीर सिंह ने भी धरना पर बैठे कर्मचारियों को सम्बोधित किया। इस मौके पर उपमंडल नेता प्रकाश चन्द, भजन सिंह, जगवीर सिंह और अजायब सिंह, निरपाल सिंह, जगतार सिंह ने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार द्वारा हर रोज भयभीत करने वाले ब्यान दागे जा रहे हैं और नेताओं का नक्शा बिगाड़ कर पेश किया जा रहा है। लेकिन बिजली कर्मचारी ट्रेड यूनियन के असूलों की पालना करते हुए हड़ताल के सफल बनाने के लिए सक्रिय हो गये हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार जब्र जुल्म के द्वारा बोर्ड तोड़ती है तो बिजली कर्मचारियों को हड़ताल को आगे बढ़ाने के लिए तैयार रहना चाहिए।
धरनास्थल पर पहुंचे नायब तहसीलदार लम्बी लखविन्द्र सिंह गिल की मार्फत पंजाब सरकार के पास मांग पत्र भेजा गया। इस मौके पर मंच का संचालन मंडल सचिव सतपाल कर रहे थे। तीन घंटे चले धरने के बाद बिजली कर्मचारियों ने पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बिजली मंडल कार्यालय से लेकर 132 केवी ग्रिड तक रोष प्रदर्शन किया।
09 अप्रैल 2010
फिल्मां विच कुड़ियां नाल जफियां पानियां छड्ड दित्तियां ने ...
डबवाली। पंजाबी फिल्मों के प्रसिद्ध हास्य अभिनेता मेहर मित्तल ने कहा कि अब उन्होंने फिल्मां विच कुड़ियां नाल जफियां पानियां छड्ड दित्तियां ने। वे अब अपना सारा जीवन धार्मिक व्यक्ति के रूप में जीना चाहते हैं। वे बुधवार को प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की स्थानीय शाखा गीता पाठशाला में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
करीब दो सौ पंजाबी फिल्मों में बतौर हास्य अभिनेता के रूप मंे काम कर चुके मेहर मित्तल ने कहा कि उन्होंने फिल्मी जिंदगी की शुरुआत इंद्रजीत हंसपुरी की फिल्म ‘तेरी मेरी इक जिंदडी’ से की थी और अपनी जिंदगी का एक अहम हिस्सा पंजाबी फिल्मों मंे गुजारने के बाद अब उन्होंने किनारा कर लिया। वे अपना सौ फीसदी सहयोग पंजाबी फिल्म जगत को नहीं दे पाए।
मित्तल के अनुसार ‘गुड़ खा के मर जाना’ नामक पंजाबी फिल्म में अपना किरदार पूरा करने के बाद फिल्म इंडस्ट्री से संन्यास ले लिया है। यह फिल्म कुछ ही दिनों में रिलीज होने वाली है। मेहर मित्तल ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि आज का पंजाबी फिल्म जगत एनआरआई के हाथों में खेल रहा है। स्क्रिप्ट को ध्यान में रखे बिना ही किसी विशेष एनआरआई की ख्वाहिश पर फिल्म तैयार कर ली जाती है।
उन्होंने इस बात पर भी दुःख जताया कि पश्चिमी सभ्यता के चलते पंजाबी फिल्म जगत के साथ-साथ हिंदी फिल्म जगत भी अपनी अंतिम सांसें ले रहा है। भारतीय सिनेमा के पिटने का मुख्य कारण भारतीय फिल्मों में पश्चिमी संस्कृति का प्रभावी होना है।
उन्होंने कहा कि बिना हास्य किरदार के पंजाबी फिल्मों का चल पाना मुश्किल है, लेकिन खाली पेट रहकर यह किरदार भी नहीं निभाया जा सकता। उन्होंने राजनीति में आने को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि वे इससे दूर रहना ही पसंद करते हैं। वे जय माता शेरावाली, विलायती बाबू, मां दा लाडला, अंबे मां-जगदंबे मां का फिल्मों का निर्देशन भी कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब वे अपना जीवन धर्म के प्रति समर्पित कर चुके हैं। जो अब जिंदगी बची है, वह इसे धर्म प्रचार में ही लगाएंगे।
इससे पूर्व गीता पाठशाला में पधारने पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस मौके पर आशा देवी और ब्रह्मकुमार सूर्य प्रकाश, ज्ञान प्रकाश, कमलेश, वेदप्रकाश, मिट्ठू राम, विजय कुमार आदि उपस्थित थे।
02 अप्रैल 2010
बन्द सरकार को चेतावनी-अभय चौटाला
डबवाली (लहू की लौ) ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि 3 अप्रैल का जिला सिरसा बन्द सरकार को एक चेतावनी के रूप में किया जा रहा है। अगर सरकार ने अपनी जन विरोधी नीतियां न त्यागी तो लोग सड़कों पर आकर अधिकारियों का घेराव करने से भी नहीं चूकेंगे।
वे वीरवार शाम को नई अनाज मण्डी में डबवाली हल्का के इनेलो कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला सिरसा में बिजली, पानी की किल्लत चल रही है और महंगाई पहले ही लोगों की कमर तोड़ रही है। उनके अनुसार यह मुद्दे पार्टी से ऊपर उठकर आम व्यक्ति के मुद्दे हैं, इसलिए सभी को इन मुद्दों के लिए सरकार को चेताना चाहिए। उन्होंने कहा कि डबवाली में बन्द का नेतृत्व डबवाली से विधायक अजय सिंह चौटाला करेंगे। उन्होंने बस सेवा को निजीकरण के दायरे में लाने का विरोध करते हुए कहा कि सरकार को चाहिए कि वह नई बसें डाले और सवारियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने की सुविधाएं दे।
इस अवसर पर पूर्व विधायक डॉ. सीता राम, कुलदीप जम्मू, डॉ. गिरधारी लाल, रणवीर सिंह राणा, राधेराम गोदारा, नरेन्द्र बराड़, जगरूप सिंह, टेकचन्द छाबड़ा, गुलजिन्द्र सोना, परमजीत बराड़, आशा वाल्मीकि, पुष्पा दैड़ान, ईश्वर देवी कटारिया, राजा पेन्टर, जग्गा बराड़, एसएस गिल सेवानिवृत्त ईटीओ, कुलदीप सिंह एडवोकेट, प्रिन्स जुनेजा, बिल्लू जुनेजा, प्रहलाद चौटाला, महेन्द्र डूडी, सुरेन्द्र छिन्दा पार्षद, विक्की शर्मा, जगदीश अरोड़ा, बलराम जाखड़ अबूबशहर आदि उपस्थित थे।
वे वीरवार शाम को नई अनाज मण्डी में डबवाली हल्का के इनेलो कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला सिरसा में बिजली, पानी की किल्लत चल रही है और महंगाई पहले ही लोगों की कमर तोड़ रही है। उनके अनुसार यह मुद्दे पार्टी से ऊपर उठकर आम व्यक्ति के मुद्दे हैं, इसलिए सभी को इन मुद्दों के लिए सरकार को चेताना चाहिए। उन्होंने कहा कि डबवाली में बन्द का नेतृत्व डबवाली से विधायक अजय सिंह चौटाला करेंगे। उन्होंने बस सेवा को निजीकरण के दायरे में लाने का विरोध करते हुए कहा कि सरकार को चाहिए कि वह नई बसें डाले और सवारियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने की सुविधाएं दे।
इस अवसर पर पूर्व विधायक डॉ. सीता राम, कुलदीप जम्मू, डॉ. गिरधारी लाल, रणवीर सिंह राणा, राधेराम गोदारा, नरेन्द्र बराड़, जगरूप सिंह, टेकचन्द छाबड़ा, गुलजिन्द्र सोना, परमजीत बराड़, आशा वाल्मीकि, पुष्पा दैड़ान, ईश्वर देवी कटारिया, राजा पेन्टर, जग्गा बराड़, एसएस गिल सेवानिवृत्त ईटीओ, कुलदीप सिंह एडवोकेट, प्रिन्स जुनेजा, बिल्लू जुनेजा, प्रहलाद चौटाला, महेन्द्र डूडी, सुरेन्द्र छिन्दा पार्षद, विक्की शर्मा, जगदीश अरोड़ा, बलराम जाखड़ अबूबशहर आदि उपस्थित थे।
केस दर्ज करने पर बिजली कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
डबवाली (लहू की लौ) पंचकूला के एसपी को सस्पेंड करने की मांग को लेकर एचएसईबी वर्कर यूनियन शाखा डबवाली के कार्यकर्ताओं ने वीरवार को गांव डबवाली स्थित 132केवी सबस्टेशन के समक्ष गेट मीटिंग की। बिजली कर्मचारियों के खिलाफ झूठा मामला दर्ज करने का आरोप लगाते हुए जोरदार नारेबाजी भी की।
एचएसईबी वर्कर यूनियन जिला सिरसा के सर्कल सचिव ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि बुधवार को पंचकूला में बिजली कर्मचारी बिजली चोरी की सूचना पाकर सम्बन्धित जगह पर दबिश देने के लिए गये थे। लेकिन सम्बन्धित व्यक्तियों ने उनके साथ मारपीट की। शर्मा ने आरोप लगाया कि बिजली कर्मचारियों से मारपीट करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने की बजाये एसपी पंचकूला ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए बिजली कर्मचारियों के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर डाली। जो सरासर अन्याय है। उन्होंने हरियाणा सरकार से मांग की कि उपरोक्त एसपी को तुरन्त प्रभाव से सस्पेंड करके मामले की जांच करवाई जाये। दोषी पाये जाने पर सम्बन्धित व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही की जाये।
इस अवसर पर चन्द्रभान नेहरा, प्रेम कुमार, जगदीश कुमार, रामकिशन, गुरबख्श सिंह, तरसेम कुमार, जसविन्द्र कुमार, विजय पांडे, जोगिन्द्र सैनी सहित यूनियन के अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।
एचएसईबी वर्कर यूनियन जिला सिरसा के सर्कल सचिव ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि बुधवार को पंचकूला में बिजली कर्मचारी बिजली चोरी की सूचना पाकर सम्बन्धित जगह पर दबिश देने के लिए गये थे। लेकिन सम्बन्धित व्यक्तियों ने उनके साथ मारपीट की। शर्मा ने आरोप लगाया कि बिजली कर्मचारियों से मारपीट करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने की बजाये एसपी पंचकूला ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए बिजली कर्मचारियों के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर डाली। जो सरासर अन्याय है। उन्होंने हरियाणा सरकार से मांग की कि उपरोक्त एसपी को तुरन्त प्रभाव से सस्पेंड करके मामले की जांच करवाई जाये। दोषी पाये जाने पर सम्बन्धित व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही की जाये।
इस अवसर पर चन्द्रभान नेहरा, प्रेम कुमार, जगदीश कुमार, रामकिशन, गुरबख्श सिंह, तरसेम कुमार, जसविन्द्र कुमार, विजय पांडे, जोगिन्द्र सैनी सहित यूनियन के अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।
30 मार्च 2010
विद्यार्थी को रोल नम्बर न देने पर प्रिंसीपल तलब
डबवाली (लहू की लौ) सिविल जज कनिष्ठ मंडल (जूनियर डिविजन) डबवाली अमरजीत सिंह की अदालत ने राजकीय महाविद्यालय मंडी डबवाली के बीए फाईनल के एक विद्यार्थी को वार्षिक परीक्षा में बैठने के लिए रोल नम्बर देने से इंकार करने पर 30 मार्च को अपनी अदालत में तलब किया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार राजकीय महाविद्यालय डबवाली के बीए फाईनल के विद्यार्थी आशीष सरदाना पुत्र नानक चन्द सरदाना ने सोमवार को अदालत में एक सिविल शूट दायर करके गुहार लगाई कि वह बीए फाईनल का विद्यार्थी है, वार्षिक परीक्षा में बैठने के लिए कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय ने उसका रोल नम्बर जारी कर दिया है। उसकी वार्षिक परीक्षा 2010 से शुरू होने जा रही है। राजकीय महाविद्यालय के प्रिंसीपल ने उसे यह कहकर रोल नम्बर देने से इंकार कर दिया कि वह एक पेपर से फेल है, उस द्वारा वार्षिक परीक्षा में बैठने पर कॉलेज का परीक्षा परिणाम खराब हो सकता है।
प्रार्थी ने अदालत से गुहार लगाई कि यह उसकी फाईनल परीक्षा है और उसका भविष्य दांव पर है। परीक्षा से वंचित होने पर उसे भारी नुक्सान हो सकता है। उसे रोल नम्बर दिलाया जाये। अदालत ने विद्यार्थी की गुहार सुनने के बाद अपना पक्ष रखने के लिए महाविद्यालय के पिं्रंसीपल को सम्मन भेज कर 30 मार्च को अदालत में प्रस्तुत होने के आदेश दिये हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार राजकीय महाविद्यालय डबवाली के बीए फाईनल के विद्यार्थी आशीष सरदाना पुत्र नानक चन्द सरदाना ने सोमवार को अदालत में एक सिविल शूट दायर करके गुहार लगाई कि वह बीए फाईनल का विद्यार्थी है, वार्षिक परीक्षा में बैठने के लिए कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय ने उसका रोल नम्बर जारी कर दिया है। उसकी वार्षिक परीक्षा 2010 से शुरू होने जा रही है। राजकीय महाविद्यालय के प्रिंसीपल ने उसे यह कहकर रोल नम्बर देने से इंकार कर दिया कि वह एक पेपर से फेल है, उस द्वारा वार्षिक परीक्षा में बैठने पर कॉलेज का परीक्षा परिणाम खराब हो सकता है।
प्रार्थी ने अदालत से गुहार लगाई कि यह उसकी फाईनल परीक्षा है और उसका भविष्य दांव पर है। परीक्षा से वंचित होने पर उसे भारी नुक्सान हो सकता है। उसे रोल नम्बर दिलाया जाये। अदालत ने विद्यार्थी की गुहार सुनने के बाद अपना पक्ष रखने के लिए महाविद्यालय के पिं्रंसीपल को सम्मन भेज कर 30 मार्च को अदालत में प्रस्तुत होने के आदेश दिये हैं।
हादसों में 12 घायल
डबवाली (लहू की लौ) पंजाब तथा उपमण्डल डबवाली क्षेत्र में हुए सड़क हादसों में 12 जनें घायल हो गये। घायलों में दो महिलाएं तथा दो बच्चे भी शामिल हैं। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के सामान्य अस्पताल में लाया गया।
पंजाब क्षेत्र के निकटवर्ती गांव पथराला के पास सोमवार सुबह करीब 4 बजे एक जेन कार अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई। कार में सवार सात जनें घायल हो गये। बताते हैं राजस्थान के जिला गंगानगर के गांव बींज बेला निवासी विक्की राकेश कुमार, उसकी पत्नी रिया तथा बेटा पीयूष, हनुमानगढ़ जंक्शन निवासी वतनभूषण, उसकी पत्नी प्रेरणा तथा बेटी गुडिया माता मनसा देवी के दर्शन करके वापिस घर लौट रहे थे। कार को विक्की चला रहा था। गांव पथराला के पास सामने से आ रहे एक वाहन की तेज लाईट पडऩे के कारण अनियंत्रित हुई कार सड़क किनारे लगे पेड़ से टकराकर पलट गई। घायल कार सवारों को डबवाली जन-सहारा सेवा संस्था के अध्यक्ष आर.के.नीना तथा कार्यकर्ता कुलवन्त, बबलू ने सामान्य अस्पताल में पहुंचाया। हादसे में कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई।
उधर उपमण्डल डबवाली के गांव गोरीवाला के पास रविवार देर रात को डबवाली से जीवननगर जा रही एक कार आगे जा रही ट्रेक्टर-ट्राली के अचानक ब्रेक लगा देने से ट्राली में जा भिड़ी। परिणामस्वरूप कार में सवार करनैल सिंह निवासी बठिण्डा, गुरदेव सिंह, बलजिन्द्र सिंह, इकबाल सिंह निवासी कोटली जिला सिरसा, जगसीर निवासी खुईयांमलकाना जिला सिरसा घायल हो गये। कार को खुईयांमलकाना निवासी जगसीर सिंह चला रहा था।
पंजाब क्षेत्र के निकटवर्ती गांव पथराला के पास सोमवार सुबह करीब 4 बजे एक जेन कार अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई। कार में सवार सात जनें घायल हो गये। बताते हैं राजस्थान के जिला गंगानगर के गांव बींज बेला निवासी विक्की राकेश कुमार, उसकी पत्नी रिया तथा बेटा पीयूष, हनुमानगढ़ जंक्शन निवासी वतनभूषण, उसकी पत्नी प्रेरणा तथा बेटी गुडिया माता मनसा देवी के दर्शन करके वापिस घर लौट रहे थे। कार को विक्की चला रहा था। गांव पथराला के पास सामने से आ रहे एक वाहन की तेज लाईट पडऩे के कारण अनियंत्रित हुई कार सड़क किनारे लगे पेड़ से टकराकर पलट गई। घायल कार सवारों को डबवाली जन-सहारा सेवा संस्था के अध्यक्ष आर.के.नीना तथा कार्यकर्ता कुलवन्त, बबलू ने सामान्य अस्पताल में पहुंचाया। हादसे में कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई।
उधर उपमण्डल डबवाली के गांव गोरीवाला के पास रविवार देर रात को डबवाली से जीवननगर जा रही एक कार आगे जा रही ट्रेक्टर-ट्राली के अचानक ब्रेक लगा देने से ट्राली में जा भिड़ी। परिणामस्वरूप कार में सवार करनैल सिंह निवासी बठिण्डा, गुरदेव सिंह, बलजिन्द्र सिंह, इकबाल सिंह निवासी कोटली जिला सिरसा, जगसीर निवासी खुईयांमलकाना जिला सिरसा घायल हो गये। कार को खुईयांमलकाना निवासी जगसीर सिंह चला रहा था।
एसडीएम द्वारा कार्य अधूरा छोडऩे पर जाम लगाया
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) सोमवार की दोपहर उपमंडल अधिकारी डा. मुनीष नागपाल द्वारा खंड कार्यालय ओढ़ां में नए वोट बनाने का कार्य अधूरा छोड़कर अचानक डबवाली चले जाने के कारण उपस्थित लोगों में रोष फैल गया और उन्होंने एसडीएम और प्रशासन के विरूद्ध नारेबाजी करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 10 पर आकर जाम लगा दिया जिसका नेतृत्व देसू मलकाना के पूर्व सरपंच जगतार सिंह कर रहे थे।
जाम के कारण आने जाने वाले वाहनों की लंबी लाइन लग गई तथा कुछ गांववासी भी उनके समर्थन में आ गए तथा सड़क के बीचोंबीच बैठ गए। इसकी सूचना मिलते ही थाना प्रभारी ओढ़ां हीरा सिंह तुरंत दल बल सहित मौके पर पहुंचे। इस दौरान देसू मलकाना के पूर्व सरपंच जगतार सिंह, जलालआना के प्रीतम सिंह, सेवा सिंह, ख्योवाली के रामनाथ गोदारा, दलीप सिंह, अटलवीर सिंह और गांव केवल के मनजीत सिंह आदि ने पत्रकारों को बताया कि नए वोट बनाने हेतु आवेदनपत्रों की जांच का कार्य सुचारू ढंग से न होने के कारण 20 गांवों के लोगों को भारी परेशानी हो रही है। खंड कार्यालय में न तो ग्रामीणों के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था है और न ही पीने के पानी का कोई प्रबंध है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को बेवजह परेशान किया जा रहा है।
इस संबंध में एसडीएम मुनीश नागपाल से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि एडीसी सिरसा पंकज चौधरी का डबवाली में एक उद्घाटन कार्यक्रम था जिस कारण कुछ समय के लिए उन्हें उनके साथ जाना पड़ा। लोगों को परेशान करने की उनकी कोई मंशा नहीं थी।
जाम के कारण आने जाने वाले वाहनों की लंबी लाइन लग गई तथा कुछ गांववासी भी उनके समर्थन में आ गए तथा सड़क के बीचोंबीच बैठ गए। इसकी सूचना मिलते ही थाना प्रभारी ओढ़ां हीरा सिंह तुरंत दल बल सहित मौके पर पहुंचे। इस दौरान देसू मलकाना के पूर्व सरपंच जगतार सिंह, जलालआना के प्रीतम सिंह, सेवा सिंह, ख्योवाली के रामनाथ गोदारा, दलीप सिंह, अटलवीर सिंह और गांव केवल के मनजीत सिंह आदि ने पत्रकारों को बताया कि नए वोट बनाने हेतु आवेदनपत्रों की जांच का कार्य सुचारू ढंग से न होने के कारण 20 गांवों के लोगों को भारी परेशानी हो रही है। खंड कार्यालय में न तो ग्रामीणों के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था है और न ही पीने के पानी का कोई प्रबंध है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को बेवजह परेशान किया जा रहा है।
इस संबंध में एसडीएम मुनीश नागपाल से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि एडीसी सिरसा पंकज चौधरी का डबवाली में एक उद्घाटन कार्यक्रम था जिस कारण कुछ समय के लिए उन्हें उनके साथ जाना पड़ा। लोगों को परेशान करने की उनकी कोई मंशा नहीं थी।
मनरेगा मजदूर भड़के
डबवाली (लहू की लौ) मनरेगा में धांधली और काम न दिये जाने का आरोप लगाते हुए गांव अबूबशहर के सैंकड़ों मजदूरों ने सोमवार को बीडीपीओ डबवाली के कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में महिला मजदूर भी शामिल थीं। खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी से आश्वासन मिलने के बाद उग्र मनरेगा मजदूर शांत हुए।
मनरेगा मजदूर सुन्दर लाल, रमेश, सतपाल, जगवन्त, काला सिंह, जग्गा सिंह, रघुवीर, मिट्ठू, बलवीर, प्रीतो देवी, रूकमणि, रणजीत कौर, जीतो देवी, पारो आदि ने बताया कि मनरेगा योजना शुरू होने से आज तक उन्हें केवल तीन माह ही काम मिला है। मनरेगा मजदूरों ने सहायक पर खाली रजिस्टर पर अंगूठे लगावाये जाने का भी आरोप लगाया। मनरेगा मजदूरों ने हरियाणा सरकार तथा बीडीपीओ के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर अपने गुस्से का इजहार किया। सहायक को हटाये जाने की मांग की।
आरोपों सम्बन्धी जब खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी डबवाली राम सिंह से पूछा गया तो उन्होंने उपरोक्त आरोपों को निराधार करार दिया। राम सिंह के अनुसार वे करीब एक वर्ष से डबवाली में बतौर बीडीपीओ कार्यरत हैं। इस अवधि के दौरान मनरेगा मजदूरों ने 5 जोहड़ों की सफाई की। जिस पर 3 लाख 78 हजार रूपये खर्च हुए। योजना के तहत तेजाखेड़ा माईनर की सफाई के लिए तीन दिन पूर्व ही 2 लाख 21 हजार रूपये जारी किये गये हैं। वाटर टैंकों की सफाई के लिए 2 लाख 50 हजार रूपये का अस्टीमेट तैयार किया गया है। जिस पर कार्य शीघ्र शुरू कर दिया जाएगा। मनरेगा मजदूरों की मांग के अनुसार जल्द ही ग्राम सभा की बैठक आमंत्रित की जाएगी। जिसमें सहायक को हटाने सम्बन्धी फैसला लिया जाएगा। मनरेगा का रिकॉर्ड ऑनलाईन है, जो कभी भी किसी भी व्यक्ति द्वारा चैक किया जा सकता है।
मनरेगा मजदूर सुन्दर लाल, रमेश, सतपाल, जगवन्त, काला सिंह, जग्गा सिंह, रघुवीर, मिट्ठू, बलवीर, प्रीतो देवी, रूकमणि, रणजीत कौर, जीतो देवी, पारो आदि ने बताया कि मनरेगा योजना शुरू होने से आज तक उन्हें केवल तीन माह ही काम मिला है। मनरेगा मजदूरों ने सहायक पर खाली रजिस्टर पर अंगूठे लगावाये जाने का भी आरोप लगाया। मनरेगा मजदूरों ने हरियाणा सरकार तथा बीडीपीओ के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर अपने गुस्से का इजहार किया। सहायक को हटाये जाने की मांग की।
आरोपों सम्बन्धी जब खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी डबवाली राम सिंह से पूछा गया तो उन्होंने उपरोक्त आरोपों को निराधार करार दिया। राम सिंह के अनुसार वे करीब एक वर्ष से डबवाली में बतौर बीडीपीओ कार्यरत हैं। इस अवधि के दौरान मनरेगा मजदूरों ने 5 जोहड़ों की सफाई की। जिस पर 3 लाख 78 हजार रूपये खर्च हुए। योजना के तहत तेजाखेड़ा माईनर की सफाई के लिए तीन दिन पूर्व ही 2 लाख 21 हजार रूपये जारी किये गये हैं। वाटर टैंकों की सफाई के लिए 2 लाख 50 हजार रूपये का अस्टीमेट तैयार किया गया है। जिस पर कार्य शीघ्र शुरू कर दिया जाएगा। मनरेगा मजदूरों की मांग के अनुसार जल्द ही ग्राम सभा की बैठक आमंत्रित की जाएगी। जिसमें सहायक को हटाने सम्बन्धी फैसला लिया जाएगा। मनरेगा का रिकॉर्ड ऑनलाईन है, जो कभी भी किसी भी व्यक्ति द्वारा चैक किया जा सकता है।
शरारती तत्व ने तोड़ा उद्घाटन पत्थर
डबवाली (लहू की लौ) यहां की रामनगर कलोनी में हाल ही मेें कायाकल्प करके नये सिरे से विकसित किये गये लवकुश पार्क के उद्घाटन के संबंध में रविवार शाम को लगाये गये पत्थर को उद्घाटन के पूर्व ही किसी शरारती ने तोड़ डाला। प्रशासन ने इस मामले की जांच के आदेश देकर शरारती के खिलाफ कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार एडीसी पंकज चौधरी ने डबवाली की रामनगर कलोनी में हाल ही में 9 लाख रूपये की लागत से तैयार करवाये गये लवकुश और राम पार्क का 29 मार्च को उद्घाटन करना था। इस संबंध में दोनों ही पार्कों में उद्घाटन पत्थर लगाये थे। लेकिन लवकुश पार्क में रविवार शाम को लगाये गये उद्घाटन पत्थर को किसी शरारती ने रात को तोड़ दिया। इसकी जानकारी जैसे ही प्रशासनिक अधिकारियों को मिली तो उनमें हड़कम्प मच गया। आनन फानन में सोमवार सुबह नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन, एमई रमेश कम्बोज, टैक्स सुपरीडैन्ट रामनिवास मौका पर पहुंचे और उन्होंने टूटे हुए पत्थर को मिस्त्री से फिर से जुड़वाने का प्रयास किया। लेकिन सफलता नहीं मिली तो नये पत्थर के ऊपर कंप्यूटर से स्टीकर निकलवा कर उद्घाटन की रस्म पूरी की गई।
इस सन्दर्भ में नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि रात को 11 बजे इस शरारतपूर्ण कार्यवाही की जानकारी मिल गई थी। अधिकारियों को इस संबंध में अवगत करवा दिया गया। उन्होंने इस कार्यवाही को दुर्भावनापूर्ण बताते हुए कहा कि यह वार्ड नं. 11 में पार्क आता है। इस वार्ड में लवकुश पार्क को बने 36 वर्ष हो चुके हैं और इस दौरान कई पार्षद आये हैं लेकिन किसी ने भी पार्क की सुध नहीं ली। अब जबकि कांग्रेस की सरकार ने इन पार्कों की सुध ली तो कुछ शरारतियों को यह बर्दाश्त नहीं हुआ। उद्घाटन के समय एडीसी पंकज चौधरी से इस संवाददाता ने उद्घाटन पत्थर को तोडऩे वाले शरारतियों पर कार्यवाही के संबंध में पूछा तो उन्होंने हंस कर यह कहते हुए इस प्रश्न के उत्तर को टाल दिया कि अब पत्थर जुड़ चुका है।
वहीं पर मौजूद उपमंडलाधीश डॉ. मुनीष नागपाल ने इस प्रश्न के उत्तर में कहा कि वह मामले की जांच करवायेंगे और जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
एमई रमेेश कम्बोज ने बताया कि लवकुश और राम पार्क में 5-5 प्रकार के झूले बच्चों के लिए लगाये गये हैं। जिन पर करीब 9 लाख रूपये खर्च आया है। जबकि 5 लाख रूपये और पार्क के बीच सीमेंट कंकरीट प्रीकास्ट टाईल व घास लगाने, लवकुश पार्क में शौचालय बनाने आदि पर खर्च किया जाना है यह राशि भी एडीसी कार्यालय से नगरपालिका के पास पहुंच चुकी है।
प्राप्त जानकारी अनुसार एडीसी पंकज चौधरी ने डबवाली की रामनगर कलोनी में हाल ही में 9 लाख रूपये की लागत से तैयार करवाये गये लवकुश और राम पार्क का 29 मार्च को उद्घाटन करना था। इस संबंध में दोनों ही पार्कों में उद्घाटन पत्थर लगाये थे। लेकिन लवकुश पार्क में रविवार शाम को लगाये गये उद्घाटन पत्थर को किसी शरारती ने रात को तोड़ दिया। इसकी जानकारी जैसे ही प्रशासनिक अधिकारियों को मिली तो उनमें हड़कम्प मच गया। आनन फानन में सोमवार सुबह नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन, एमई रमेश कम्बोज, टैक्स सुपरीडैन्ट रामनिवास मौका पर पहुंचे और उन्होंने टूटे हुए पत्थर को मिस्त्री से फिर से जुड़वाने का प्रयास किया। लेकिन सफलता नहीं मिली तो नये पत्थर के ऊपर कंप्यूटर से स्टीकर निकलवा कर उद्घाटन की रस्म पूरी की गई।
इस सन्दर्भ में नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि रात को 11 बजे इस शरारतपूर्ण कार्यवाही की जानकारी मिल गई थी। अधिकारियों को इस संबंध में अवगत करवा दिया गया। उन्होंने इस कार्यवाही को दुर्भावनापूर्ण बताते हुए कहा कि यह वार्ड नं. 11 में पार्क आता है। इस वार्ड में लवकुश पार्क को बने 36 वर्ष हो चुके हैं और इस दौरान कई पार्षद आये हैं लेकिन किसी ने भी पार्क की सुध नहीं ली। अब जबकि कांग्रेस की सरकार ने इन पार्कों की सुध ली तो कुछ शरारतियों को यह बर्दाश्त नहीं हुआ। उद्घाटन के समय एडीसी पंकज चौधरी से इस संवाददाता ने उद्घाटन पत्थर को तोडऩे वाले शरारतियों पर कार्यवाही के संबंध में पूछा तो उन्होंने हंस कर यह कहते हुए इस प्रश्न के उत्तर को टाल दिया कि अब पत्थर जुड़ चुका है।
वहीं पर मौजूद उपमंडलाधीश डॉ. मुनीष नागपाल ने इस प्रश्न के उत्तर में कहा कि वह मामले की जांच करवायेंगे और जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
एमई रमेेश कम्बोज ने बताया कि लवकुश और राम पार्क में 5-5 प्रकार के झूले बच्चों के लिए लगाये गये हैं। जिन पर करीब 9 लाख रूपये खर्च आया है। जबकि 5 लाख रूपये और पार्क के बीच सीमेंट कंकरीट प्रीकास्ट टाईल व घास लगाने, लवकुश पार्क में शौचालय बनाने आदि पर खर्च किया जाना है यह राशि भी एडीसी कार्यालय से नगरपालिका के पास पहुंच चुकी है।
एडीसी ने किया पार्कों का उद्घाटन
डबवाली (लहू की लौ) एडीसी पंकज चौधरी ने डबवाली की रामनगर कलोनी में 9 लाख रूपये की लागत से लवकुश तथा राम पार्क का सोमवार को कायाकल्प करते हुए इसे जनता को समर्पित कर दिया।
इस मौके पर पंकज चौधरी ने उपस्थित लोगों से कहा कि इन पार्कों के रखरखाव और संभाल की जिम्मेवारी पार्कों के पास रहने वाले लोगों की है। प्रशासन ने तो पार्कों का कायाकल्प करके इन्हें उन्हें सौंप दिया है।
इस मौके पर वार्ड नं. 11 के पार्षद लवली मेहता तथा वार्ड नं. 12 के रमेश बागड़ी ने एडीसी को पार्क संबंधी समस्याओं से अवगत करवाते हुए कहा कि पार्क में पानी के लिए मोटर नहीं है और न ही बिजली की व्यवस्था है। न ही माली व चौकीदार है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्क की चारदीवारी को ऊंचा करवा कर जाली लगवाई जाये। एडीसी ने पार्क में समर्सिबल पम्प लगवाने, माली की व्यवस्था करवाये जाने को तुरन्त सहमति देते हुए दीवार को ऊंचा करने, फब्बारा लगवाये जाने और बैठने के लिए बैंच बनाये जाने जैसे कार्यों का बजट बना कर भेजने के लिए कहा।
इस मौके पर उपमंडलाधीश डॉ. मुनीष नागपाल, पालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन, उपाध्यक्ष हरनेक सिंह, पार्षद गीता चौहान, ओमप्रकाश बागड़ी, मधु बागड़ी, सुरजीत चावला, पूर्व पार्षद काली मिढ़़ा, बख्तावर मल दर्दी, राजेन्द्र जैन, रमेश बागड़ी, सन्नी बतरा, राकेश बब्बर उपस्थित थे।
इस मौके पर पंकज चौधरी ने उपस्थित लोगों से कहा कि इन पार्कों के रखरखाव और संभाल की जिम्मेवारी पार्कों के पास रहने वाले लोगों की है। प्रशासन ने तो पार्कों का कायाकल्प करके इन्हें उन्हें सौंप दिया है।
इस मौके पर वार्ड नं. 11 के पार्षद लवली मेहता तथा वार्ड नं. 12 के रमेश बागड़ी ने एडीसी को पार्क संबंधी समस्याओं से अवगत करवाते हुए कहा कि पार्क में पानी के लिए मोटर नहीं है और न ही बिजली की व्यवस्था है। न ही माली व चौकीदार है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्क की चारदीवारी को ऊंचा करवा कर जाली लगवाई जाये। एडीसी ने पार्क में समर्सिबल पम्प लगवाने, माली की व्यवस्था करवाये जाने को तुरन्त सहमति देते हुए दीवार को ऊंचा करने, फब्बारा लगवाये जाने और बैठने के लिए बैंच बनाये जाने जैसे कार्यों का बजट बना कर भेजने के लिए कहा।
इस मौके पर उपमंडलाधीश डॉ. मुनीष नागपाल, पालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन, उपाध्यक्ष हरनेक सिंह, पार्षद गीता चौहान, ओमप्रकाश बागड़ी, मधु बागड़ी, सुरजीत चावला, पूर्व पार्षद काली मिढ़़ा, बख्तावर मल दर्दी, राजेन्द्र जैन, रमेश बागड़ी, सन्नी बतरा, राकेश बब्बर उपस्थित थे।
28 मार्च 2010
दहेज की बलि चढ़ी कमलेश
डबवाली (लहू की लौ) गांव मोढ़ी में एक विवाहिता को उसके ससुरालजनों ने दहेज की बलि चढ़ा दिया। थाना सदर पुलिस ने विवाहिता के पिता की शिकायत पर ससुरालियों के खिलाफ आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
गांव बणी थाना रानिया के निवासी सरदूल सिंह पुत्र मेहरन राम बाल्मीकि ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि उसकी दो बेटियां 22 वर्षीय कमलेश और 20 वर्षीय रजनी की शादी जुलाई 2009 में गांव मोढ़ी के सुजान सिंह के बेटे गुरदास और नवीन के साथ सम्पन्न हुई थी। जिसमें उसने अपनी हैसियत से बढ़ कर दान-दहेज दिया था लेकिन शादी के 3-4 माह बीतने के बाद उनके पति गुरदास, नवीन, ससुर सुजान सिंह और सास प्रीतो उर्फ चिडिय़ा ने उन्हें दहेज कम लाने के ताने मेहने देने शुरू कर दिये।
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि यह सारी कहानी उसकी बेटी रजनी ने उसे बताई। लेकिन उसने समझा-बुझा कर ससुराल में रहने के लिए कहा। लेकिन कुछ दिन पूर्व तो रजनी के पति नवीन और ससुर सुजान सिंह ने हद ही कर दी कि उसकी बेटी रजनी को जबरदस्ती उठा कर पानी की टैंकी में फेंक दिया। सरदूल सिंह के अनुसार इसकी शिकायत उसने बिचौलिए कालू राम पुत्र मि_ू सिंह निवासी खाराखेड़ा थाना संगरिया राजस्थान से की। इस पर कालू राम ने उसे बताया कि इसके बाद उन्हें शिकायत का मौका नहीं मिलेगा।
पुलिस को दिये ब्यान में शिकायतकर्ता ने कहा कि शनिवार सुबह उसे सूचना मिली कि उसकी बेटी कमलेश ने फांसी खा ली है। इसकी सूचना पाकर वह तुरन्त गांव मोढ़ी पहुंचा तो उसने देखा कि कमलेश की लाश बैड पर पड़ी है और उसकी छोटी बेटी रजनी बेहोश पड़ी है।
इस संबंध में थाना सदर डबवाली के प्रभारी भगवान दास से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि कमलेश ने घर में पड़ी पेटी पर चढ़ कर छत के सरिये में चुनरी डाल कर फांसी ली है। पुलिस ने मृतका के पिता सरदूल ङ्क्षसह निवासी बणी की शिकायत पर मृतका के पति गुरदास, देवर नवीन, ससुर सुजान सिंह और सास प्रीतो उर्फ चिडिय़ा के खिलाफ दहेज के लिए तंग करके मरने के लिए मजबूर करने के आरोप में धारा 304बी/498ए/34 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार घटना 26-27 मार्च रात की है।
मौका पर डीएसपी डबवाली बाबू लाल, एफएसएल के जिला प्रभारी डॉ. जोगिन्द्र कुमार पहुंचे और घटना का निरीक्षण किया।
गांव बणी थाना रानिया के निवासी सरदूल सिंह पुत्र मेहरन राम बाल्मीकि ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि उसकी दो बेटियां 22 वर्षीय कमलेश और 20 वर्षीय रजनी की शादी जुलाई 2009 में गांव मोढ़ी के सुजान सिंह के बेटे गुरदास और नवीन के साथ सम्पन्न हुई थी। जिसमें उसने अपनी हैसियत से बढ़ कर दान-दहेज दिया था लेकिन शादी के 3-4 माह बीतने के बाद उनके पति गुरदास, नवीन, ससुर सुजान सिंह और सास प्रीतो उर्फ चिडिय़ा ने उन्हें दहेज कम लाने के ताने मेहने देने शुरू कर दिये।
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि यह सारी कहानी उसकी बेटी रजनी ने उसे बताई। लेकिन उसने समझा-बुझा कर ससुराल में रहने के लिए कहा। लेकिन कुछ दिन पूर्व तो रजनी के पति नवीन और ससुर सुजान सिंह ने हद ही कर दी कि उसकी बेटी रजनी को जबरदस्ती उठा कर पानी की टैंकी में फेंक दिया। सरदूल सिंह के अनुसार इसकी शिकायत उसने बिचौलिए कालू राम पुत्र मि_ू सिंह निवासी खाराखेड़ा थाना संगरिया राजस्थान से की। इस पर कालू राम ने उसे बताया कि इसके बाद उन्हें शिकायत का मौका नहीं मिलेगा।
पुलिस को दिये ब्यान में शिकायतकर्ता ने कहा कि शनिवार सुबह उसे सूचना मिली कि उसकी बेटी कमलेश ने फांसी खा ली है। इसकी सूचना पाकर वह तुरन्त गांव मोढ़ी पहुंचा तो उसने देखा कि कमलेश की लाश बैड पर पड़ी है और उसकी छोटी बेटी रजनी बेहोश पड़ी है।
इस संबंध में थाना सदर डबवाली के प्रभारी भगवान दास से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि कमलेश ने घर में पड़ी पेटी पर चढ़ कर छत के सरिये में चुनरी डाल कर फांसी ली है। पुलिस ने मृतका के पिता सरदूल ङ्क्षसह निवासी बणी की शिकायत पर मृतका के पति गुरदास, देवर नवीन, ससुर सुजान सिंह और सास प्रीतो उर्फ चिडिय़ा के खिलाफ दहेज के लिए तंग करके मरने के लिए मजबूर करने के आरोप में धारा 304बी/498ए/34 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार घटना 26-27 मार्च रात की है।
मौका पर डीएसपी डबवाली बाबू लाल, एफएसएल के जिला प्रभारी डॉ. जोगिन्द्र कुमार पहुंचे और घटना का निरीक्षण किया।
27 मार्च 2010
पाकिस्तान की खुफिया एजेन्सी आईएसआई की नजर अब हरियाणा पर!
- आईएसआई ने डबवाली के तस्करों को बनाया अपना गुर्गा
- सिरसा और प्रदेश की पुलिस ले रही है केन्द्रीय खुफिया एजेन्सियों से मदद
डबवाली (लहू की लौ) कश्मीर और पंजाब के बाद अब आईएसआई के निशाने पर हरियाणा भी शामिल हो गया है। इस सम्बन्ध में सिरसा पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं। जिस पर पुलिस अपनी कार्यवाही कर रही है।
प्राप्त जानकारी अनुसार केन्द्रीय सतर्कता ब्यूरो के सहयोग से हरियाणा पुलिस आईएसआई के लिए काम करने वाले एक ऐसे गिरोह के गिरेबां तक पहुंच चुकी है। जो राज्य को तबाही की कगार पर लेजाने के मंसूबे बना रहा था। यह राज भी फिल्मी ढंग से खुला और पुलिस अपने सूत्रों के द्वारा ऐसे लोगों तक पहुंच करने में सफल रही। इस पूरे मामले को अभी तक भी गोपनीय रखा जा रहा है। हालांकि यह मामला करीब एक सप्ताह पूर्व उजागर हो चुका है। गुप्त सूचना के अनुसार हरियाणा पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति को सिरसा क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। जो आईएसआई के लिए काम करने वाले लोगों को जाली आईडी पर सिम कार्ड मुहैया करवाता था। इस सिम कार्ड को भी पकडऩे में पुलिस सफल रही है। यह भी पता चला है कि आईएसआई अपने काम को अंजाम देने के लिए तस्करों का सहारा ले रही है। इस तस्कर गिरोह का क्षेत्र केवल हरियाणा ही नहीं बल्कि पंजाब, चण्डीगढ़ भी है। सूचना के अनुसार जाली आईडी पर सिम लेने वाले इन तथाकथित तस्करों का सम्बन्ध आईएसआई से सीधे ही जुड़ा हुआ है। इस बात की पुष्टि पुलिस को सिम कार्ड से किये गये फोन नम्बरों से मिल चुकी है। यह भी बताया जा रहा है कि हरियाणा को बर्बाद करने के प्रयास की साजिश रचने वाले इस गिरोह के साथ हरियाणा के एक बड़े राजनेता का भी नाम सामने आ रहा है। यहीं कारण है कि गहराई से मामले की जांच की जा रही है और पुलिस का कोई भी अधिकारी इस सम्बन्ध में मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं है।
उम्मीद है कि शीघ्र ही इस गिरोह का सार्वजनिक पर्दाफाश हो जाएगा और अपनी काली करतूतों की वजह से पूरे विश्व में बदनाम पाकिस्तान की खुफिया एजेन्सी आईएसआई का भेद फिर से संसार के समक्ष होगा। यहीं नहीं बल्कि वे राजनेता भी सामने आ सकते हैं, जो इस गिरोह को सरंक्षण दे रहे थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आईएसआई से सम्बन्ध रखने वाले इस तस्कर गिरोह का सम्बन्ध डबवाली क्षेत्र के कई तस्करों से है।
बताया जा रहा है कि आईएसआई ने इस क्षेत्र को इसलिए भी अपना केन्द्र बनाया है कि पिछले करीब दो वर्षों से यह क्षेत्र डेरा-सिक्ख विवाद का केन्द्र बना हुआ है। इसी विवाद की आड़ में आईएसआई भी हरियाणा में अस्थिरता पैदा करना चाहती है। आईएसआई के नापाक मंसूबों के उजागर होने के बाद हरियाणा पुलिस अलर्ट हो गई है और भारत की केन्द्रीय एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं।
- सिरसा और प्रदेश की पुलिस ले रही है केन्द्रीय खुफिया एजेन्सियों से मदद
डबवाली (लहू की लौ) कश्मीर और पंजाब के बाद अब आईएसआई के निशाने पर हरियाणा भी शामिल हो गया है। इस सम्बन्ध में सिरसा पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं। जिस पर पुलिस अपनी कार्यवाही कर रही है।
प्राप्त जानकारी अनुसार केन्द्रीय सतर्कता ब्यूरो के सहयोग से हरियाणा पुलिस आईएसआई के लिए काम करने वाले एक ऐसे गिरोह के गिरेबां तक पहुंच चुकी है। जो राज्य को तबाही की कगार पर लेजाने के मंसूबे बना रहा था। यह राज भी फिल्मी ढंग से खुला और पुलिस अपने सूत्रों के द्वारा ऐसे लोगों तक पहुंच करने में सफल रही। इस पूरे मामले को अभी तक भी गोपनीय रखा जा रहा है। हालांकि यह मामला करीब एक सप्ताह पूर्व उजागर हो चुका है। गुप्त सूचना के अनुसार हरियाणा पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति को सिरसा क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। जो आईएसआई के लिए काम करने वाले लोगों को जाली आईडी पर सिम कार्ड मुहैया करवाता था। इस सिम कार्ड को भी पकडऩे में पुलिस सफल रही है। यह भी पता चला है कि आईएसआई अपने काम को अंजाम देने के लिए तस्करों का सहारा ले रही है। इस तस्कर गिरोह का क्षेत्र केवल हरियाणा ही नहीं बल्कि पंजाब, चण्डीगढ़ भी है। सूचना के अनुसार जाली आईडी पर सिम लेने वाले इन तथाकथित तस्करों का सम्बन्ध आईएसआई से सीधे ही जुड़ा हुआ है। इस बात की पुष्टि पुलिस को सिम कार्ड से किये गये फोन नम्बरों से मिल चुकी है। यह भी बताया जा रहा है कि हरियाणा को बर्बाद करने के प्रयास की साजिश रचने वाले इस गिरोह के साथ हरियाणा के एक बड़े राजनेता का भी नाम सामने आ रहा है। यहीं कारण है कि गहराई से मामले की जांच की जा रही है और पुलिस का कोई भी अधिकारी इस सम्बन्ध में मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं है।
उम्मीद है कि शीघ्र ही इस गिरोह का सार्वजनिक पर्दाफाश हो जाएगा और अपनी काली करतूतों की वजह से पूरे विश्व में बदनाम पाकिस्तान की खुफिया एजेन्सी आईएसआई का भेद फिर से संसार के समक्ष होगा। यहीं नहीं बल्कि वे राजनेता भी सामने आ सकते हैं, जो इस गिरोह को सरंक्षण दे रहे थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आईएसआई से सम्बन्ध रखने वाले इस तस्कर गिरोह का सम्बन्ध डबवाली क्षेत्र के कई तस्करों से है।
बताया जा रहा है कि आईएसआई ने इस क्षेत्र को इसलिए भी अपना केन्द्र बनाया है कि पिछले करीब दो वर्षों से यह क्षेत्र डेरा-सिक्ख विवाद का केन्द्र बना हुआ है। इसी विवाद की आड़ में आईएसआई भी हरियाणा में अस्थिरता पैदा करना चाहती है। आईएसआई के नापाक मंसूबों के उजागर होने के बाद हरियाणा पुलिस अलर्ट हो गई है और भारत की केन्द्रीय एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं।
26 मार्च 2010
जनहित स्टे याचिका पर हरियाणा सरकार तलब
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली उपमण्डल के पांच जनों ने सिविल जज (कनिष्ठ मण्डल) अमरजीत सिंह की अदालत में एक जनहित स्टे याचिका दायर करके अदालत से पुराने बीडीपीओ कार्यालय में सरकार द्वारा निर्धारित पार्क का निर्माण किये जाने और वहां पर हो रहे निर्माण को रोकने की गुहार लगाई है। अदालत ने इस याचिका को स्वीकार करके अपना पक्ष 26 मार्च को रखने के लिए उपायुक्त सिरसा की मार्फत हरियाणा सरकार, बीडीपीओ डबवाली, पंचायत समिति डबवाली मार्फत चेयरमैन, पूर्व चेयरमैन शिवराज सिंह को समन जारी करके तलब किया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार जिला परिषद सिरसा के पूर्व चेयरमैन और जिला परिषद सिरसा के वर्तमान सदस्य राधेराम शेरगढ़, गुरपाल सिंह पंच शेरगढ़, रणवीर सिंह राणा पूर्व चेयरमैन नगरसुधार मण्डल मण्डी डबवाली, टेकचन्द छाबड़ा पार्षद वार्ड नं. 8 डबवाली, सुखविन्द्र सिंह पार्षद वार्ड नं. 18 मण्डी डबवाली ने 23 मार्च 2010 को एक जनहित याचिका दायर करके अदालत से अनुरोध किया है कि राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 10 तथा राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 64 पर तत्कालीन मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला की घोषणा के अनुरूप जनहित में पुराने बीडीपीओ कार्यालय मण्डी डबवाली के स्थान पर लोगों के अनुरोध पर एक शॉप कम्पलैक्स तथा एक पार्क बनाया जाना था। जिसे तत्कालीन उपायुक्त सिरसा ने पत्रांक नं. 919, दिनांक 13/4/2003 में एसडीओ सिविल डबवाली को आदेश दिये थे कि वहां पर शॉप कम्पलैक्स और पार्क बनाया जाये। इन्हीं आदेशों को एसडीओ सिविल डबवाली ने पत्रांक नं. 200, दिनांक 15/4/2003 को पंचायत समिति को भेजा था। जिस पर पंचायत समिति डबवाली ने प्रस्ताव नं. 3, दिनांक 16/4/2003 के तहत नेशनल हाईवे नं. 10 पर पार्क के निर्माण और प्रस्ताव नं. 4, दिनांक 21/4/2003 के तहत वहां बनी दुकानों को हटाकर पार्क बनाये जाने को स्वीकृति दे दी थी।
याचियों के अनुसार प्रतिवादियों ने दुर्भावना के तहत भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र के तहत पुराने बीडीपीओ कार्यालय में बठिण्डा रोड़ पर सवा 52 फुट गुणा 52 फुट क्षेत्र में बीडीपीओ कार्यालय बनाने के लिए जगह को चिन्हित किया है और पार्क की ओर इसका रास्ता बनाने का प्रयास किया है। जोकि पार्क के सौन्दर्य के लिए उचित नहीं है।
याचियों ने अदालत से अनुरोध किया है कि पार्क को, पार्क ही बनाया जाना चाहिए और इसमें से किसी प्रकार का अन्य कार्यालय के लिए कोई रास्ता न बनाया जाये। पार्क में बनाये जाने वाले रास्ते पर फिलहाल रोक लगाई जाये।
अदालत ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए सम्बन्धित पक्षों को समन भेजकर अपना पक्ष रखने के लिए 26 मार्च को अदालत में पेश होने के लिए कहा है।
प्राप्त जानकारी अनुसार जिला परिषद सिरसा के पूर्व चेयरमैन और जिला परिषद सिरसा के वर्तमान सदस्य राधेराम शेरगढ़, गुरपाल सिंह पंच शेरगढ़, रणवीर सिंह राणा पूर्व चेयरमैन नगरसुधार मण्डल मण्डी डबवाली, टेकचन्द छाबड़ा पार्षद वार्ड नं. 8 डबवाली, सुखविन्द्र सिंह पार्षद वार्ड नं. 18 मण्डी डबवाली ने 23 मार्च 2010 को एक जनहित याचिका दायर करके अदालत से अनुरोध किया है कि राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 10 तथा राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 64 पर तत्कालीन मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला की घोषणा के अनुरूप जनहित में पुराने बीडीपीओ कार्यालय मण्डी डबवाली के स्थान पर लोगों के अनुरोध पर एक शॉप कम्पलैक्स तथा एक पार्क बनाया जाना था। जिसे तत्कालीन उपायुक्त सिरसा ने पत्रांक नं. 919, दिनांक 13/4/2003 में एसडीओ सिविल डबवाली को आदेश दिये थे कि वहां पर शॉप कम्पलैक्स और पार्क बनाया जाये। इन्हीं आदेशों को एसडीओ सिविल डबवाली ने पत्रांक नं. 200, दिनांक 15/4/2003 को पंचायत समिति को भेजा था। जिस पर पंचायत समिति डबवाली ने प्रस्ताव नं. 3, दिनांक 16/4/2003 के तहत नेशनल हाईवे नं. 10 पर पार्क के निर्माण और प्रस्ताव नं. 4, दिनांक 21/4/2003 के तहत वहां बनी दुकानों को हटाकर पार्क बनाये जाने को स्वीकृति दे दी थी।
याचियों के अनुसार प्रतिवादियों ने दुर्भावना के तहत भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र के तहत पुराने बीडीपीओ कार्यालय में बठिण्डा रोड़ पर सवा 52 फुट गुणा 52 फुट क्षेत्र में बीडीपीओ कार्यालय बनाने के लिए जगह को चिन्हित किया है और पार्क की ओर इसका रास्ता बनाने का प्रयास किया है। जोकि पार्क के सौन्दर्य के लिए उचित नहीं है।
याचियों ने अदालत से अनुरोध किया है कि पार्क को, पार्क ही बनाया जाना चाहिए और इसमें से किसी प्रकार का अन्य कार्यालय के लिए कोई रास्ता न बनाया जाये। पार्क में बनाये जाने वाले रास्ते पर फिलहाल रोक लगाई जाये।
अदालत ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए सम्बन्धित पक्षों को समन भेजकर अपना पक्ष रखने के लिए 26 मार्च को अदालत में पेश होने के लिए कहा है।
ड्रग विभाग की मेडीकोज पर छापामारी
डबवाली (लहू की लौ) ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने एसपी स्पैशल स्टॉफ सिरसा के प्रभारी एसआई अमित बैनीवाल के साथ अचानक वीरवार को डबवाली के मेडीकोज पर छापामारी की। उनके डबवाली में प्रवेश करते ही कई कैमिस्ट अपनी दुकानें बन्द करके इधर-उधर हो गये।
प्राप्त जानकारी अनुसार दवा निर्माता कम्पनी मेडन फार्मा ने स्वास्थ्य विभाग हरियाणा को एक पत्र जारी करके शिकायत की थी कि उसके उत्पाद मोमोलिट की नकल करके बाजार में धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। कम्पनी ने इस सम्बन्ध में स्वास्थ्य विभाग को एक सूची भी जारी की थी। जिसमें संदिग्ध कैमिस्टों के नाम लिखे हुए थे। इसी के चलते स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा के ड्रग कंट्रोलर ने कम्पनी की शिकायत पर कार्यवाही करने के लिए कम्पनी द्वारा प्रस्तुत सूची के साथ अपने दिशा-निर्देश जारी करते हुए हरियाणा के विभिन्न जिलों के ड्रग इंस्पेक्टरों को फैक्स द्वारा जांच के आदेश दिये।
इसकी पुष्टि करते हुए ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने बताया कि उनके अन्तर्गत आने वाले क्षेत्र के सम्बन्ध में ड्रग कंट्रोलर ने जिन कैमिस्टों के नाम संदेह के आधार पर भेजे थे, आज वहीं पर उन्होंने छापामारी की। जिसमें जिन्दल मेडीकोज का नाम था। लेकिन छापामारी के दौरान उन्हें इस मेडीकोज पर नकली मोमोलिट नहीं मिली। बल्कि नशे में प्रयुक्त होने वाली 6 प्रकार की दवाईयां मिली। जिनमें सपाजमा प्रोक्सीवोन, बायरोरेक्स कफ सिरप, केरीसोमा, ओक्सीन-टोक्सीन इंजेक्शन शामिल है। जिन्हें सील कर दिया गया। धानीवाल के अनुसार आरोपी कैमिस्ट राकेश जिन्दल उन्हें इन दवाईयों के सम्बन्ध में सेल-परचेज का रिकॉर्ड नहीं दिखा सका। उन्होंने यह भी बताया कि कैमिस्ट शॉप से कुछ दवाईयों के नमूने भी भरे गये हैं।
इसके बाद इस छापामार दल ने चावला मेडीकोज पर दस्तक दी। ड्रग इंस्पेक्टर के अनुसार उक्त मेडीकोज से नशे में प्रयुक्त होने वाले प्रीम स्पास के 9 डिब्बे , 3 रेकोडेक्स कफ सिरप मिली और मेडीकोज मालिक से उक्त दवाईयों का खरीद-बेच का रिकॉर्ड मांगा गया है। धानीवाल ने इस संवाददाता से बातचीत करते हुए बताया कि वे नशे के सौदागरों पर नकेल कसना चाहते हैं। उनके अनुसार वे इन कैमिस्टों से इस बात की भी पूछताछ कर रहे हैं, कि उन्हें कौन नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां सप्लाई करता है। लेकिन कैमिस्ट इसे बताने के लिए तैयार नहीं है। इधर जिन्दल मेडीकोज के मालिक राकेश जिन्दल ने ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल के समक्ष राज खोलते हुए बताया कि सिरसा से बड़ी मात्रा में नशा मैक्सी कैब और कारों में भरकर डबवाली में आ रहा है। उसने यह भी बताया कि करोड़ों रूपये की इस प्रकार की दवाई डबवाली में पड़ी है। उसने आरोप लगाया कि नगर में दो कैमिस्ट इस काम में लगे हुए हैं। लेकिन विभाग उन पर नकेल कसने में असफल साबित हो रहा है। परंतु हर बार उन्हें निशाना बनाया जाता है। इस मौके पर एसआई रमेश चन्द्र भ्ी उपस्थित थे।
प्राप्त जानकारी अनुसार दवा निर्माता कम्पनी मेडन फार्मा ने स्वास्थ्य विभाग हरियाणा को एक पत्र जारी करके शिकायत की थी कि उसके उत्पाद मोमोलिट की नकल करके बाजार में धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। कम्पनी ने इस सम्बन्ध में स्वास्थ्य विभाग को एक सूची भी जारी की थी। जिसमें संदिग्ध कैमिस्टों के नाम लिखे हुए थे। इसी के चलते स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा के ड्रग कंट्रोलर ने कम्पनी की शिकायत पर कार्यवाही करने के लिए कम्पनी द्वारा प्रस्तुत सूची के साथ अपने दिशा-निर्देश जारी करते हुए हरियाणा के विभिन्न जिलों के ड्रग इंस्पेक्टरों को फैक्स द्वारा जांच के आदेश दिये।
इसकी पुष्टि करते हुए ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने बताया कि उनके अन्तर्गत आने वाले क्षेत्र के सम्बन्ध में ड्रग कंट्रोलर ने जिन कैमिस्टों के नाम संदेह के आधार पर भेजे थे, आज वहीं पर उन्होंने छापामारी की। जिसमें जिन्दल मेडीकोज का नाम था। लेकिन छापामारी के दौरान उन्हें इस मेडीकोज पर नकली मोमोलिट नहीं मिली। बल्कि नशे में प्रयुक्त होने वाली 6 प्रकार की दवाईयां मिली। जिनमें सपाजमा प्रोक्सीवोन, बायरोरेक्स कफ सिरप, केरीसोमा, ओक्सीन-टोक्सीन इंजेक्शन शामिल है। जिन्हें सील कर दिया गया। धानीवाल के अनुसार आरोपी कैमिस्ट राकेश जिन्दल उन्हें इन दवाईयों के सम्बन्ध में सेल-परचेज का रिकॉर्ड नहीं दिखा सका। उन्होंने यह भी बताया कि कैमिस्ट शॉप से कुछ दवाईयों के नमूने भी भरे गये हैं।
इसके बाद इस छापामार दल ने चावला मेडीकोज पर दस्तक दी। ड्रग इंस्पेक्टर के अनुसार उक्त मेडीकोज से नशे में प्रयुक्त होने वाले प्रीम स्पास के 9 डिब्बे , 3 रेकोडेक्स कफ सिरप मिली और मेडीकोज मालिक से उक्त दवाईयों का खरीद-बेच का रिकॉर्ड मांगा गया है। धानीवाल ने इस संवाददाता से बातचीत करते हुए बताया कि वे नशे के सौदागरों पर नकेल कसना चाहते हैं। उनके अनुसार वे इन कैमिस्टों से इस बात की भी पूछताछ कर रहे हैं, कि उन्हें कौन नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां सप्लाई करता है। लेकिन कैमिस्ट इसे बताने के लिए तैयार नहीं है। इधर जिन्दल मेडीकोज के मालिक राकेश जिन्दल ने ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल के समक्ष राज खोलते हुए बताया कि सिरसा से बड़ी मात्रा में नशा मैक्सी कैब और कारों में भरकर डबवाली में आ रहा है। उसने यह भी बताया कि करोड़ों रूपये की इस प्रकार की दवाई डबवाली में पड़ी है। उसने आरोप लगाया कि नगर में दो कैमिस्ट इस काम में लगे हुए हैं। लेकिन विभाग उन पर नकेल कसने में असफल साबित हो रहा है। परंतु हर बार उन्हें निशाना बनाया जाता है। इस मौके पर एसआई रमेश चन्द्र भ्ी उपस्थित थे।
25 मार्च 2010
गूंगी लड़की से छेड़छाड़
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) गांव खाईशेरगढ़ में एक नाबालिग गूंगी लड़की के साथ छेड़छाड़ का मामला प्रकाश में आया है। ओढ़ां पुलिस ने लड़की के पिता बलबीर राम की शिकायत पर उसी गांव के रवींद्र कुमार पुत्र महावीर के खिलाफ बुरी नीयत से छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। बलबीर राम ने अपने बयान में बताया कि उसकी 15 वर्षीय लड़की विनोद कुमारी जो कि बोल नहीं सकती वो अपनी छोटी बहन मलकीत कौर के साथ घास लेने गई थी। जब वो घास काट रही थी तो सरसों के खेत से निकलकर रवींद्र उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा और विनोद कुमारी का हाथ पकड़कर उसे सरसों के खेत में ले जाने लगा कि उसकी छोटी बहन मलकीत ने देख लिया और शोर मचा दिया। शोर सुनकर पड़ोसी खेत वाले किसान मदन लाल व उसके साथी भागकर आए तो उन्हें देखकर रवींद्र कुमार फरार हो गया। दोनों बहनों ने घर आकर यह बात अपने माता पिता को बताई तथा उसके पिता ने ओढ़ां थाना में आकर उसके खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया। इस विषय में पूछे जाने पर राजमल एसआई ने बताया कि रवींद्र की तलाश जारी है और उसे शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सदस्यता लें
संदेश (Atom)